डिजिटल भारत l 5 फरवरी को माघ मास की पूर्णिमा पड़ेगी, इस दिन रविवार का दिन है , ये दिन बेहद शुभ है. इस दिन 4 शुभ योग का उत्तम संयोग बन रहा है. इस दिन आप कोई भी अच्छे काम की शुरुआत कर सकते हैं.
माघ मास की पूर्णिमा 5 फरवरी 2023, रविवार के दिन पड़ रही है. पूर्णिमा के दिन सूर्य और चंद्रमा की पूजा का विशेष महत्व होता है. इस दिन माघ मास की पूर्णिमा रहेगी. इस दिन किसी भी पवित्र नदी में स्नान करने का विशेष महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि पूर्णिमा के दिन तीर्थ के जल में भगवान विष्णु का निवास होता है.
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि माघ पूर्णिमा के महत्व और उदया तिथि का महत्व के महत्व के बारे में, माघ पूर्णिमा 4 फरवरी को रात्रि 9.21 से प्रारंभ होकर 5 फरवरी को रात11.58 बजे तक रहेगी. ऐसा माना गया है कि सूर्य उदय के समय वाली तिथि को महत्व दिया जाता है, इसलिए 5 फरवरी को उदयातिथि यानी सूर्योदय के समय पड़ रही पूर्णिमा तिथि मनाई जाएगी. सुबह सूर्योदय से पहले 5.27 से 6.18 बजे तक स्नान का शुभ मुहूर्त है. वैसे, पूर्णिमा तिथि दिनभर होने से सुबह से शाम तक स्नान करना शुभदायी है.
पूर्णिमा के दिन 4 शुभ योग
आयुष्मान योग – 4 फरवरी को दोपहर 1.53 से अगले दिन 5 फरवरी को दोपहर 2.42 बजे तक
रवि पुष्य योग – माघ पूर्णिमा पर रविवार को सुबह 7.10 से दोपहर 12.13 बजे तक पुष्य नक्षत्र होने से शुभ कार्यों के लिए यह उत्तम समय है.
सौभाग्य योग – 5 फरवरी को दोपहर 2.42 से 5 फरवरी तक दोपहर 3.26 बजे तक होने से पूजा, दान के लिए श्रेष्ठ समय है.
सर्वार्थसिद्धि योग – 5 फरवरी को सुबह 7.10 से दोपहर 12.13 बजे तक सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा.
आयुष्मान योग में किए गए काम लंबे समय तक आपको शुभ फल देते रहते हैं. जो जीवनभर सुख देने वाला होता है.
रवि पुष्य योग में किए गए शुभ काम, उत्तम फल प्रदान करते है. इन दिन धन, सोना, जेवर से जुड़े काम कर सकते है.
सौभाग्य योग इस दिन पूजा, पाठ दान का विशेष महत्व है, साथ ही इस योग में शादी का भी योग माना गया है.
सर्वार्थसिद्धि योग में संपत्ति खरीदना,नया कारोबार शुरू करना, दुकान का उद्घाटन करना, नये बर्तन खरीदना बहुत ही लाभकारी माना जाता है.