डिजिटल भारत l मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे रहा है। इसका असर तीन से चार दिन बाद मैदानी इलाकों में पड़ेगा। इस कारण से एक बार फिर से गला देने वाली ठंड की वापसी होगी।
पश्चिमी विक्षोभ के असर से फिर गलन बढ़ेगी
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर पश्चिम भारत में एक नया पश्चिमी विक्षोभ दस्तक दे रहा है। इसका असर तीन से चार दिन बाद मैदानी इलाकों में पड़ेगा। इस कारण से एक बार फिर से गला देने वाली ठंड की वापसी होगी।
सुबह के समय छाया रहा कोहरा
दिल्ली-एनसीआर में शीतलहर के साथ-साथ रविवार सुबह कोहरा छाया रहा। कोहरे की मोटी परत ने राष्ट्रीय राजधानी को ढक लिया जिससे दृश्यता कम हो गई।
ठंड से ठिठुरे दिल्ली वाले
शनिवार को सर्दी ने इस सीजन का रिकॉर्ड तोड़ दिया। न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री सेल्सियस रहा। रिज इलाका एक बार फिर ठिठुरा, यहां तापमान सामान्य से 5.6 डिग्री कम 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। लोदी रोड में 2.0, आयानगर में 3.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। इससे पहले वर्ष 2021 में एक जनवरी को तापमान 1.1 डिग्री दर्ज हुआ था। जबकि बीते साल 2022 में सीजन के सबसे ठंडे दिन का रिकॉर्ड एक जनवरी को था जब तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं 2020 में एक जनवरी को तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस था
ठंड का असर रेलवे स्टेशनों पर भी देखा जा सकता है
भीषण ठंड ने पूरे देश में कंपकंपी ला दी है। कई राज्यों में तापमान 3 डिग्री से नीचे गिर गया है। चारों तरफ घने कोहरे ने घेर रखा हैं। घने कोहरे के कारण कई ट्रेने अपने समय से लेट चल रही हैं।
हिमालय से आ रही बर्फीली हवाओं से पूरा भारत ठंड के आगोश में है। कई राज्यों में शीत लहर और घना कोहरा छाया हुआ है। घने कोहरे के चपेट में रेलवे की कई ट्रेनें भी आ गई हैं। रेलवे की करीब 42 ट्रेनें आज भी लेट से जल रही हैं। इस लेकर उत्तर रेलवे ने जानकारी दी है। लेट होने वाली ट्रेनों में कई एक्सप्रेस और सुपरफास्ट गाड़ियां शामिल हैं। बता दें कि इससे उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब और प. बंगाल के रेल रूट ज्यादा प्रभावित हुए हैं। नई दिल्ली आने-जाने वाली लंबी दूरी की कई रेलगाड़ियों रविवार को लेट हो गईं है।
सर्दी ने इस सीजन का रिकॉर्ड तोड़ दिया, गला देने वाली ठंड की होगी वापसी
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