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एक भारत उत्कृष्ट भारत

BCCI ने एशिया कप 2023 में भारत की पाकिस्तान पर रिकॉर्ड जीत

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डिजिटल भारत l बारिश की वजह से अधूरे रहे पिछले मैच में भारतीय शीर्ष क्रम पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ों के सामने बिखर गया था लेकिन इस मुक़ाबले में टॉप बल्लेबाज़ों ने ही नींव रखी, मध्यक्रम ने पारी संवारी और एक विशाल स्कोर खड़ा किया. रोहित शर्मा, शुभमन गिल ने अर्धशतक जमाए, तो केएल राहुल और विराट कोहली ने नाबाद शतकों की बदौलत पाकिस्तान के गेंदबाज़ों पर भारतीय बल्लेबाज़ पूरी तरह हावी रहे.

BCCI ने एशिया कप 2023 में भारत की पाकिस्तान पर रिकॉर्ड जीत का वीडियो जारी किया है। भारत ने पाकिस्तान को सुपर फोर मुकाबले में 228 रनों से हराया। इस जीत में विराट कोहली, केएल राहुल और कुलदीप यादव ने बड़ी भूमिका निभाई।
भारत ने 356/2 का दमदार स्कोर खड़ा किया, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने 32 ओवर में सिर्फ 128 रन बनाए। यह वनडे इतिहास में रनों के हिसाब से भारत की पाकिस्तान पर सबसे बड़ी जीत है।

कुलदीप यादव ने पांच विकेट लिए। 357 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। इमाम उल हक 9 और कप्तान बाबर आजम 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद बारिश की वजह से मैच एक घंटे तक रुका रहा और फिर जब शुरू हुआ तो शार्दुल ने पहले ही ओवर में मोहम्मद रिजवान को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद कुलदीप यादव ने फखर जमां (27) आगा सलमान (23), शादाब खान (6), इफ्तिखार अहमद (23) और फहीम अशरफ (4) को आउट किया। भारत की पाकिस्तान के खिलाफ रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है।

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अफगानिस्तान, पाकिस्तान में भूकंप से करीब 11 लोगों की मौत, वहीं 100 से ज्यादा लोग घायल

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डिजिटल भारत l पूरे उत्तर भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान में मंगलवार रात को तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। पाकिस्तान में आए 6.5 तीव्रता के भूकंप के बाद पश्चिमोत्तर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के स्वात घाटी क्षेत्र में तबाही मची है। इलाके में कुछ घर गिर गए। पाकिस्तान में अब तक भूकंप से करीब 11 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हैं।
अफगानिस्तान के अलावा भूकंप के झटके पाकिस्तान और भारत में भी लगे। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में भूकंप ने तबाही मचाई है। इन दोनों देशों में कई लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा घायल हो गए। हालांकि, भारत में जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है
अफगानिस्तान में था भूकंप का केंद्र
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि अफगानिस्तान में भूकंप की तीव्रता 6.6 मापी गई। भूकंप का केंद्र फैजाबाद से 133 किमी दूर दक्षिण पूर्व में हिंदू कुश क्षेत्र में था। भूकंप का केंद्र 156 किमी गहराई में था। भूकंप के झटके अफगानिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, चीन और किर्गिस्तान में भी महसूस किए गए।
अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र (Hindukush) में मंगलवार (21 मार्च) रात 6.5 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप के झटके अफगानिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान और भारत तक महसूस किए गए. पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भूकंप की वजह से भारी नुकसान भी हुआ है. अफगानिस्तान में भूकंप से अब तक कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं पाकिस्तान में 2 औरतों समेत 11 लोग भूकंप की वजह से मार गए हैं. टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में 160 लोग जख्मी भी हुए हैं
सतह से 187 किमी नीचे आया था भूकंप

यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, मंगलवार रात का भूकंप सतह से 187 किमी नीचे उत्पन्न हुआ था. हिंदुकुश क्षेत्र में आमतौर पर गहरे भूकंप आते हैं, जो 100 किमी या उससे कम की गहराई पर उत्पन्न होते हैं. अगर गहरे भूकंप पर्याप्त रूप से मजबूत हों तो बड़े भौगोलिक क्षेत्रों में महसूस किए जाते हैं.
भारत में भी भूकंप के झटके

हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में भी झटके महसूस किए गए. एक अधिकारी ने कहा कि भूकंप के ठीक बाद जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों में मोबाइल सेवा बाधित हो गई. एनसीएस के अनुसार, भूकंप का केंद्र अक्षांश पर 36.09 डिग्री उत्तर और देशांतर पर 71.35 डिग्री पूर्व में 156 किमी की गहराई में था. उत्तरकाशी और चमोली ​सहित उत्तराखंड के कई स्थानों पर भी झटके महसूस किए गए.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, “दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. उम्मीद है कि आप सभी सुरक्षित होंगे.” झटकों के बाद पूर्वी दिल्ली के शकरपुर में लोग घरों से बाहर निकल गए. कुछ लोगों ने दावा किया कि एक इमारत झुक गई,

पाकिस्तान में गिरी मकान की छत

‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार ने बताया कि भूकंप के समय, रावलपिंडी के एक बाजार में भगदड़ की सूचना मिली. खबर में कहा गया है कि खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के स्वाबी में एक मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के कम से कम पांच सदस्य घायल हो गए.
भारत में भी लगे भूकंप के तेज झटके
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी मंगलवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रात करीब 10:20 पर आए भूकंप से लोग दहशत में आ गए। दिल्ली-एनसीआर के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड में भी भूकंप के तेज झटके लगे

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जाने तुर्की में भूकंप का इतिहास और अलग-अलग देश में भूकंप को लेकर एक्सपर्ट्स की ऐसी भविष्यवाणी

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डिजिटल भारत l तुर्की में 1939 के बाद के सबसे भयावह भूकंप के बाद ये सवाल उठने लगा है कि क्या इतनी बड़ी त्रासदी से बचा जा सकता था. साथ ही ये भी कि क्या राष्ट्रपति अर्दोआन की सरकार और ज़्यादा लोगों की जान बचा सकती थी.

तुर्की में चुनाव नज़दीक हैं और उनकी 20 साल पुरानी सत्ता दांव पर लगी है. लेकिन संकट के दौर में देश में एकता बनाए रखने की अर्दोआन की अपील अनसुनी कर दी गई है.

राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने माना है कि राहत कार्य में कमी रही है. लेकिन भूकंप प्रभावित एक इलाके का दौरा करते वक्त उन्होंने इसके लिए नियति को दोष दिया. उन्होंने कहा, ”ऐसी चीज़ें पहले भी हुई हैं. ये नियति की योजना का हिस्सा है.”

तुर्की में ऐसा भयावह भूकंप 1939 के बाद नहीं आया था. छह दिन पहले आए भूकंप की तीव्रता काफ़ी ज़्यादा थी. पहले 7.8 और 4.17 की तीव्रता के दो झटके आए. इसके बाद भी एक के बाद 7.5 तीव्रता के कई झटके आए.
तुर्की में 100 साल पहले तबाही

यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, ऐसी तबाही तुर्किये पहले भी देख चुका है। 1939 में 7.8 तीव्रता से आए एक भूकंप ने 30 हजार लोगों को अपनी चपेट में ले लिया था। वहीं, 1999 में 7.2 तीव्रता से आए भूकंप में 845 लोगों की जान चली गई थी।
द ग्रेट भोला चक्रवात ने दहलाया

1970 में दक्षिण एशिया के देश बांग्लादेश में द ग्रेट भोला चक्रवात की वजह से बांग्लादेश (तब का पूर्वी पाकिस्तान) बाढ़ की चपेट में आ गया था। देश की सीमा से लगे समुद्र में 35 फीट ऊंची लहरें उठी थीं, जिनकी वजह से बड़ा भू-भाग प्रभावित हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा में पूर्वी पाकिस्तान में 3 से 5 लाख लोगों की मौत हो गई थी। भोला चक्रवात उष्णकटिबंधीय तूफानों में अब तक का सबसे खतरनाक तूफान था। भारत में भी इसका असर देखने को मिला था।

तुर्की में भूकंप आने की 2 सटीक भविष्यवाणी कर चुके होगरबीट्स ने अब भारत में भूकंप को लेकर भी ऐसा ही दावा किया है। उनके इस दावे वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जॉस क्विंटन द्वारा शेयर किए गए वीडियो में फ्रेंक को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आने वाले कुछ दिनों में एशिया के अलग-अलग भागों में जमीन के भीतर हलचल होने संभावना है।
उन्होंने आगे कहा है कि हलचल पाकिस्तान और अफगानिस्तान से होते हुए हिंद महासागर के पश्चिम की तरफ हो सकती है। भारत इसके बीच में होगा। वहीं चीन में भी आने वाले कुछ दिनों में भूकंप आ सकता है। हालाँकि होगरबीट्स ने इस बार भी भूकंप की तीव्रता और समय के बारे में कुछ भी नहीं कहा है।

जैसा कि हमने पहले भी बताया है फ्रैंक होगरबीट्स SSGEOS नामक संस्था में काम करते हैं। इस संस्था ने अपनी वेबसाइट में लिखा है, “SSGEOS सोलर सिस्टम के ज्यामितीय सर्वे के लिए बहुत छोटा संस्थान है। हम भूकंपीय गतिविधि से संबंधित खगोलीय पिंडों के बीच ज्यामिति की निगरानी कर शोध करते हैं।” इसके अलावा, इस वेबसाइट में ग्रहों की स्थिति को लेकर कुछ फोटोज भी अपलोड किए गए हैं। इन फोटोज के साथ भूकंप आने की घटनाओं का जिक्र है।

हालाँकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि भूकंप को लेकर ऐसी भविष्यवाणी करना संभव नहीं है। वास्तव में अब तक ऐसे किसी भी शोध को लेकर स्पष्ट पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए फ्रैंक होगरबीट्स की भविष्यवाणी पर अब भी संदेह जताए जा रहे हैं। लेकिन यदि उनकी भविष्यवाणी इसी तरह सही होती रहीं तो निश्चित रूप से इसे विज्ञान की एक बड़ी उपलब्धि माना जाएगा।

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शरीफ ने पीएम मोदी को संदेश देते हुए कहा, शांति चाहता है पाकिस्तान

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पाकिस्तान अब बम और गोला-बारूद बनाने में अपने संसाधन खराब नहीं करना चाहता। उन्होंने कहा कि हम दोनों ही परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं। ईश्वर न करे अगर कोई युद्ध हो जाए। आखिर उसके बाद कौन बचेगा कि हमारे बीच क्या हुआ।

डिजिटल भारत l पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बीते कुछ दिनों में अपने देश की सच्चाई से मुंह मोड़ने की जगह जनता को असली स्थितियों से अवगत करा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने पाकिस्तान के लिए बार-बार ऋण मांगने की तुलना भीख मांगने से की थी और कहा था कि उन्हें इसकी वजह से शर्मिंदा होना पड़ता है।

अब उन्होंने भारत से रिश्तों को लेकर भी बयान दिया है। शरीफ ने कहा है कि भारत से तीन युद्ध के बाद उनका देश अपने सबक सीख चुका है।

पश्चिमी एशिया के प्रमुख मीडिया संस्थानों में से एक अल-अरेबिया को दिए इंटरव्यू में जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से भारत के साथ रिश्तों को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से तीन युद्धों में पाकिस्तान ने सबक सीखे हैं और वे अब शांति चाहते हैं। उन्होंने चैनल के माध्यम से ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी अपील की।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन कश्मीर में जो कुछ भी हो रहा है, वह रुकना चाहिए।
‘युद्ध के लिए संसाधान खराब नहीं करना चाहते’
चौंकाने वाली बात यह है कि शरीफ ने इस बार भारत को कश्मीर पर कोई भी धमकी नहीं दी, बल्कि भारत से वार्ता की अपील करते दिखे। हालांकि, उन्होंने कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन के झूठे आरोप लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और कहा कि इन कदमों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

पाकिस्तानी पीएम ने कहा, “हमारे पास इंजीनियर हैं, डॉक्टर हैं और कुशल कारीगर है। हम इन संपत्तियों को खुशहाली और क्षेत्र में शांति लाने के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं, ताकि दोनों देश विकास कर सकें।

यह हम पर ही निर्भर है कि हम शांतिपूर्वक ढंग से रहें और प्रगति करें या एक-दूसरे से लड़ाई करते हुए अपना समय और संसाधन दोनों खराब करें।”
‘हम अब शांति से रहना चाहते हैं’
उन्होंने कहा, “हमने भारत के साथ तीन युद्ध लड़े और इनसे लोगों को सिर्फ परेशानी, गरीबी और बेरोजगारी ही मिली है। हमने अपने सबक सीख लिए हैं और अब शांति से रहना चाहते हैं, बस हमारी असल परेशानियों का निपटारा हो जाए।”

बातचीत का संदेश
शहबाज शरीफ ने कहा, ”हम हमारी प्रॉब्लम सॉल्व करने को तैयार हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मेरा संदेश है कि चलिए बैठते हैं और बात करते हैं. पाकिस्तान नहीं चाहता कि हम हमारे संसाधनों को बम और बारूद बनाने में खर्च करें.”

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जयशंकर ने खोला आतंकवाद पर मोर्चा पाकिस्तान और चीन का नाम लिए – प्रेस रिव्यू

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डिजिटल भारत l हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जो देश आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं उन्हें इसकी क़ीमत चुकानी चाहिए.

अंग्रेज़ी अख़ाबर टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी ख़बर के अनुसार, प्रधानमंत्री के इस बयान पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि कुछ देश आतंकवाद को शासन-कला के एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति और दूसरों की इसे सही ठहराने की कोशिश बड़ी वजह है कि आतंकवादी का ख़तरा बढ़ता जा रहा है.

‘नो मनी फ़ॉर टेरर’ कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखते हुए जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बग़ैर कहा कि ये ज़रूरी है सभी आतंकवाद को लेकर एक और अविभाजित मत रखें.

उन्होंने कहा कि “आतंकवाद, आतंकवाद होता है और कोई राजनीतिक विचारधारा इसे न्यायोचित नहीं ठहरा सकती.”
जयशंकर कहते हैं, “इस संकट से निपटने के लिए देशों को राजनीति से ऊपर उठना पड़ेगा. आतंकवाद से सख़्ती से सारे मोर्चों पर लड़ना होगा, हर परिस्थिति और हर जगह पर लड़ना होगा.”

विदेश मंत्री ने कहा कि नो मनी फॉर टेरर मंच आतंकवाद के लिए की जा रही वित्तीय सहायता से लड़ेगा. उन्होंने कहा, “जब बात आतंकवाद की आती है तो तो हम अपनी नज़रें कभी नहीं फेरेंगे,हम कभी आतंकवाद पर समझौता नहीं करेगें और हम न्याय सुनिश्चित करने कीहर संभव कोशिश कभी नहीं छोड़ेंगे.”

उन्होंने ये भी कहा कि फेक चैरिटी और फ़ेक एनजीओ आतंकवाद को वित्तीय सहायता देने का एक ज़रिया बन गई हैं. ये ज़रूरी है कि ऐसी संस्थाओं और उनके ऑपरेशन को रोका जाए.
भारत रूसी तेल बांग्लादेश भेज सकता है
अंग्रेज़ी बिजनेस अख़बार इकॉनमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत बांग्लादेश में रूसी तेल और गैस भेजने के लिए ट्रांजिट देश के रूप में उभरने की संभावना तलाश रहा है. इससे पहले तुर्की भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश को इस तरह की आपूर्ति के लिए ट्रांजिट देश के रूप में उभरने की पहल कर चुका है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- ताक़तवर नेता नहीं होगा तो आफ़ताब हर शहर में पैदा होंगे
अंग्रेज़ी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, दिल्ली में हाल ही में सामने आए श्रद्धा वालकर मर्डर केस में लड़की के लिव-इन पार्टनर आफ़ताब पूनावाला ने उसकी हत्या कर शव के कई टुकड़े किए, इस केस का ज़िक्र करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे ‘लव जिहाद’ से जोड़ा और कहा कि अगर देश में ताक़तवर नेता नहीं होंगे तो एक आफ़ताब हर शहर में पैदा होंगा.

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पूर्व पीएम इमरान खान ने सेना और सरकार पर लगाए आरोप बौखला गई पाकिस्तान की सेना :पाकिस्तान

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डिजिटल भारत l खुद पर हुए जानलेवा हमले के बाद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने सेना और सरकार पर जो आरोप लगाए हैं, उससे पाकिस्तान की सेना बौखला गई है. पाकिस्तानी सेना ने सरकार से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ एक वरिष्ठ सैन्यकर्मी को बदनाम करने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू करने को कहा है. अपनी हत्या की कोशिश की साजिश में सेना के एक वरिष्ठ कर्मी के शामिल होने के इमरान खान के आरोपों का जवाब देते हुए खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (डीजी आईएसपीआर) के महानिदेशक ने कहा कि पीटीआई के अध्यक्ष द्वारा संस्था और विशेष रूप से एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और गैर-जिम्मेदाराना हैं.

इमरान खान को गुरुवार को पंजाब प्रांत में वजीराबाद में अपने लॉन्ग मार्च के दौरान चार गोलियां लगी थीं. उनके पैर में चोटें आई हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खान का मानना है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, देश के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के मेजर जनरल फैसल के इशारे पर उन पर गोलियां चलाई गईं. इमरान खान के दावों का खंडन करते हुए डीजी आईएसपीआर ने एक कहा कि पाकिस्तानी सेना एक बेहद पेशेवर और अच्छी तरह से अनुशासित संगठन होने के लिए गर्व करती है. जिसमें एक मजबूत और अत्यधिक प्रभावी आंतरिक जवाबदेही प्रणाली है. जो गैर-कानूनी कामों पर रोकथाम के लिए पूरी सेना में लागू है.

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हमले के बाद, सड़कों पर भीड़ ने उतरकर प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने आंसूगैस और बल का प्रयोग किया, और कई गिरफ्तारियां कीं. इमरान पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों ने लाहौर में गवर्नर हाउस के बाहर टायर जलाए. सूत्रों ने कहा कि इस्लामाबाद में गोलियों की आवाज सुनी गई है.

प्रदर्शनकारी इमरान खान के समर्थन में नारेबाजी कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि कई लोगों ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर भी निशाना साधा है और उन्हें ‘डॉग’ जैसे नाम दिए हैं. PTI कराची, इस्लामाबाद, लाहौर, मुल्तान, क्वेटा और पेशावर सहित पूरे पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहरों में प्रदर्शन कर रही है. सूत्रों ने कहा कि पार्टी समर्थकों ने रावलपिंडी, पेशावर, लाहौर, मुल्तान, कराची और अन्य शहरों में मुख्य सड़कों को अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने एक दिन पहले कथित हत्या के प्रयास के खिलाफ रावलपिंडी के फैजाबाद इंटरचेंज में विरोध प्रदर्शन किया.

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पाकिस्तान को फर्जी दस्तावेज देने बाली चीन की कंपनी हुई बैन , देश मई बिजली का बड़ा संकट

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डिजिटल भारत I पाकिस्तान में नेशनल ट्रांसमिशन एंड डिस्पैच कंपनी (NTDC) ने एक चीनी फर्म को टेंडर पाने के लिए फर्जी दस्तावेज देने के आरोप में बैन कर दिया है। अब यह कंपनी भविष्य में भी किसी टेंडर या नीलामी प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाएगी। दूसरी तरफ, बिजली से संबंधित इस नए मामले के सामने आने के बाद देश में बिजली संकट और गहराने के संकेत नजर आने लगे हैं। इसके अलावा दोनों देशों के रिश्तों में भी तनाव पैदा हो सकता है।

जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल

‘डॉन न्यूज’ ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि चीनी कंपनी ने NTDC का ठेका पाने के लिए जाली दस्तावेज तैयार कराए और अधिकारियों को रिश्वत देकर टेंडर अपने पक्ष में खुलवाने की साजिश रची। इसकी जानकारी लीक हो गई और जांच के दौरान यह पाया गया कि चीन की कंपनी ने फर्जी कागजों की दम पर ठेका पाने की कोशिश की है। इसके बाद इमरान सरकार के अधिकार वाली मिनिस्ट्री ऑफ एनर्जी के पॉवर डिवीजन ने चीनी कंपनी को टेंडर प्रक्रिया से अलग कर दिया और नए सिरे से बोली लगाने के आदेश जारी कर दिए।

अब ब्लैकलिस्टेड हुई कंपनी

NTDC के जनरल मैनेजर ने कहा- चीनी कंपनी को हमने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। भविष्य में वो NTDC के किसी टेंडर प्रॉसेस में हिस्सा नहीं ले सकेगी। फिलहाल, यह बैन एक महीने के है। इस दौरान जांच की कार्रवाई चलती रहेगी। हम इस कंपनी को हमेशा के लिए बैन कर सकते हैं।

चीन की यह कंपनी पाकिस्तान के चार क्षेत्रों में ट्रांसमिशन के बिडिंग प्रॉसेस में हिस्सा ले रही थी। यह प्रोजेक्ट करोड़ों रुपए के हैं और भविष्य में इन्हें पूरे पंजाब प्रांत तक लाना है। इसलिए, इन प्रोजेक्ट का काफी महत्व है।

एनटीडीसी महाप्रबंधक कार्यालय से दो दिन पहले जारी एक पत्र के मुताबिक, चीनी फर्म को ब्लैक लिस्ट में डाला गया है और फर्जी दस्तावेज जमा करने की वजह से एनटीडीसी की निविदा या बोली प्रक्रिया में भाग लेने से तत्काल प्रभाव से एक महीने के लिए रोक दिया गया है. एनटीडीसी ने कहा कि आदेश का प्रभाव मौजूदा अनुबंधों पर नहीं होगा. पत्र की प्रतियां एनटीडीसी के प्रबंध निदेशक, जल-बिजली और विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और पाकिस्तान इंजीनियरिंग काउंसिल, नेशनल इंजीनियरिंग सर्विसेज पाकिस्तान के एमडी सहित कई कई विभागों के अधिकारियों को भेजी गई हैं.

दोनों देशों में तनाव बढ़ेगा

पाकिस्तान के इस कदम से चीन की नाराजगी ज्यादा बढ़ सकती है और वो पाकिस्तान सरकार के खिलाफ कुछ कदम उठा सकता है। करीब दो महीने पहले सीपैक के तहत बन रहे दासू डैम प्रोजेक्ट में चीन के 9 इंजीनियरों की हत्या कर दी गई थी और इसके बाद चीन ने पाकिस्तान से 48 मिलियन डॉलर का मुआवजा मांगा था। चीन ने कहा था कि भविष्य में चीन सिर्फ तब ही इन प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू करेगा जब पाकिस्तान सरकार लिखित में उसके स्टाफ की सुरक्षा का भरोसा दिलाएगी। पाकिस्तान सरकार ने अब तक चीन की मांग पर कोई कदम नहीं उठाया है।

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अफगानिस्तान पर पैनी नजर, ‘पाकिस्तान ने सीजफायर का किया उल्लंघन, घुसपैठ की कोशिश हुई तेज’

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डिजिटल भारत I भारतीय सेना प्रमुख एमएम नरवणे दो दिन के दौरे पर लद्दाख पहुंचे हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर हालात नियंत्रण में है। भारत और चीन के बीच सीमा पर घटनाएं तब तक होती रहेंगी जब तक दोनों देशों के बीच सीमा समझौता नहीं हो जाता। चीन के साथ पिछले एक साल से बातचीत चल रही है और बातचीत के जरिए ही दोनों देशों के बीच जारी विवाद को सुलझाया जा सकता है।
सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि फरवरी से जून के आखिरी तक पाक सेना द्वारा कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं किया गया था, लेकिन हाल में घुसपैठ की कोशिशें तेज हुई हैं। पिछले 10 दिनों में दो बार फिर से सीजफायर का उल्लंघन किया जा चुका है। फरवरी से पहले वाली स्थिति फिर से बनती दिख रही है। हालांकि, भारतीय सेना हर चुनौती को जवाब देने के लिए तैयार है।
वज्र स्व-चालित तोप के प्रदर्शन पर सेना प्रमुख नरवणे ने बोलते हुए कहा कि फील्ड परीक्षण बेहद सफल रहा। ये बंदूकें ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी काम कर सकती हैं।नियंत्रण रेखा पर पहली K9-वज्र स्वचालित होवित्जर रेजिमेंट को तैनात किया गया है। -वज्र (तोप) करीब 50 किमी की दूरी पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने की क्षमता रखती है।

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पाकिस्तानी सेना में फेरबदल, लेफ्टिनेंट जनरल अब्बास बने चीफ ऑफ जनरल स्टाफ

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पाकिस्तानी सेना में बड़े स्तर पर फेरबदल करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल अजहर अब्बास को अगला ‘चीफ ऑफ जनरल स्टाफ’ बनाया गया है। यह पद सेना प्रमुख के बाद सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे पहले अब्बास भारत के साथ लगने वाली नियंत्रण रेखा (एलओसी) की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे। लेफ्टिनेंट जनरल अब्बास बलूच रेजिमेंट से हैं और वह लेफ्टिनेंट जनरल साहिर शमशाद मिर्जा का स्थान लेंगे, जिन्हें रावलपिंडी स्थित 10 कोर का प्रमुख बनाया गया है। मिर्जा से पहले अब्बास 10 कोर का नेतृत्व कर रहे थे। पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई अंतर-सेवा जनसंपर्क (आईएसपीआर) ने मंगलवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। रावलपिंडी स्थित 10 कोर नियंत्रण रेखा की सुरक्षा करती है। डॉन न्यूज की खबर के अनुसार, पाकिस्तानी सेना में सेना प्रमुख के बाद चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सीजीएस) का पद सबसे अहम माना जाता है। सीजीएस को ‘जनरल हेडक्वार्टर्स’ में खुफिया और ‘परिचालन संबंधी’ कामकाज देखना होता है और ‘मिलिट्री ऑपरेशन्स’ तथा ‘मिलिट्री इंटेलिजेंस’ निदेशालय उसके अधीन काम करते हैं। आईएसपीआर के बयान के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद चिराग हैदर को मुल्तान कोर का प्रमुख बनाया गया है, जोकि पाकिस्तान की मुख्य ‘स्ट्राइक कोर’ में से एक है।

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