DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

जाने क्या है सॉफ्ट स्किल्स उनके फायदे उदाहरण के साथ

0 0
Read Time:3 Minute, 5 Second

डिजिटल भारत l soft skill किसी भी नौकरी को पाने के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब भी आप किसी नौकरी के इंटरव्यू में जाते हो तो उस दौरान आपके resume strength में यह जरूर देखा जाता है कि आपको किस – किस तरह की soft skill आती है।

Soft skill का उपयोग करके आप अपने customer या कंपनी के client के साथ बेहतर बातचीत कर उन्हें सभी जरूरी जानकारी समझा सकते है। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है, कि आप कौन सी नौकरी की तलाश में हो सभी क्षेत्रों में इसकी आवश्यकता होती है। कई लोगों को पता नहीं होता है, कि कौन सी soft skill की मांग आने वाले समय में सबसे अधिक होने वाली है, ताकि उसके अनुसार वह उसे सीखकर आगे बढ़ सके। क्रिटिकल थिंकिंग आज के युग में सबसे ट्रेंडिंग स्किल में से एक है लेकिन बड़े बड़े प्रोफेसनल भी इसे समज हीं नहीं पाते ,असल में क्रिटिकल होना यानि की किसी मामले में हमें उसकी खामियों को पहचानना होता है । पर कुछ लोग क्रिटिकल होने को गलत नजर से देखते है। दरअसल Critical thinking skills हमारे सोचने का ही एक तरीका है जिसमे हम एक Logical और Free thinking के साथ किसी problem का Suitable solution निकालते हैंl
Soft Skills जिसे हिंदी में व्यावहारिक कौशल या व्यवहार कुशलता कहा जाता है, अगर हम अपने career या business में आगे जाना चाहते है तो हम में soft skills का होना बहुत अनिवार्य है. soft skills के अंतर्गत प्रभावी communication skills, Leadership skills, Listening skills, Creativity और problem solving skills आते है, ये सभी skills को हमें अपने personality में शामिल करना चाहिए.
Communication Skills जिसे हिंदी में संचार कला या सम्प्रेषण कला कहा जाता है, जब हम अपनी बात को दूसरो को आसानी से और प्रभावी रूप से बोल पाने में सक्षम होते है, तो उसे हम effective communication skills कहते है.
जब हम अपने विचारो को बोल बोल के व्यक्त करते है, तो इसे verbal communication स्किल्स कहा जाता है, Verbal Communication हम अपने दिनचर्या में लगभग 35 परसेंट प्रयोग करते है.
Non Verbal Communication – जब हम अपने विचारो को इशारों के माध्यम से व्यक्त करते है, तो इसे non verbal communication स्किल्स कहा जाता है, non Verbal Communication हम अपने दिनचर्या में लगभग 65 परसेंट प्रयोग करते है.
हमें हमेशा बातचीत के दौरान दुसरे को बोलने के लिए support करना चाहिए, कहने का मतलब सामने वाले को बोलने के लिए प्रेरित करना चाहिए उसे ऐसा लगना चाहिए की आप उनके बातो पर intrest ले रहे है.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों के निराकरण में जबलपुर ने लगातार

0 0
Read Time:4 Minute, 43 Second

डिजिटल भारत l दूसरे माह हासिल किया प्रदेश में पहला स्थान

सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में जबलपुर ने लगातार दूसरे माह ए रेटिंग के साथ ओव्हर
ऑल रैकिंग में प्रदेश भर में पहला स्थान प्राप्त किया है। जिले को मिली इस उपलब्धि की खास बात यह भी है कि

जबलपुर ने अक्टूबर माह के परफार्मेंस को सितम्बर माह की अपेक्षा और बेहतर किया है। सितम्बर माह में
जबलपुर जिला ओव्हर ऑल रैकिंग में 80.94 अंक प्राप्त कर प्रदेश का सिरमौर बना था वहीं अक्टूबर माह में जिले
ने 83.38 वेटेज अंक प्राप्त कर अपने प्रदर्शन को और बेहतर किया है। जबलपुर जिले को अक्टूबर माह में सीएम
हेल्प लाइन से 10 हजार 433 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इनमें से 8 हजार 472 शिकायतों का निराकरण आवेदकों
की संतुष्टि से किया गया।
ज्ञात हो कि जबलपुर जिला पिछले नौ माह से सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में प्रदेश के टॉप तीन जिलों
में शामिल हो रहा है। जबकि इस जिले ने लगातार पांच माह से प्रथम समूह के अव्वल दो जिलों में अपना स्थान
बरकरार रखा है। लोक सेवा प्रबंधन विभाग द्वारा सीएम हेल्प लाइन शिकायतों के निराकरण को लेकर आज जारी
की गई अक्टूबर माह की ग्रेडिंग में जबलपुर जिले को प्राप्त हुए 83.38 वेटेज अंक में से आवेदकों की संतुष्टि के
साथ शिकायतों के निराकरण के लिए ही 60 में से 48.85 वेटेज अंक मिले हैं। इसी प्रकार 50 दिन से अधिक
समय से लंबित शिकायतों के संतुष्टिपूर्ण निराकरण के लिए जिले को 20 में से 14.96 वेटेज अंक हासिल हुए हैं।
जबलपुर के बाद जबलपुर संभाग का ही छिंदवाड़ा जिला 82.59 वेटेज स्कोर प्राप्त कर अक्टूबर माह की
ओवर ऑल रैकिंग में प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में अक्टूबर माह में
प्रदेश के केवल दो जिले ही 80 से अधिक वेटेज स्कोर प्राप्त कर ग्रुप ए में स्थान बना सके हैं। इन दो जिलों में
जबलपुर के बाद जबलपुर संभाग का ही छिंदवाड़ा जिला दूसरे स्थान पर है।


कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों के निराकरण में जिले को ओव्हर
ऑल रैंकिंग में लगातार दूसरे माह प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त होने पर सभी विभागों के जिला अधिकारियों एवं
उनकी टीम को बधाई दी है। उन्होंने इस उपलब्धि को अधिकारियों द्वारा आम नागरिकों की समस्याओं के
निराकरण की दिशा में किये जा रहे सार्थक प्रयासों का नतीजा बताया। श्री सुमन ने इस उपलब्धि को आगे भी
बरकरार रखने बल्कि इसे और बेहतर करने की अपेक्षा भी अधिकारियों से की।


जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस चित्रांशु त्रिपाठी के अनुसार जबलपुर जिले को मिली यह उपलब्धि कलेक्टर श्री
सौरभ कुमार सुमन द्वारा सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों की नियमित मॉनिटरिंग का परिणाम है। उन्होंने
बताया कि कलेक्टर श्री सुमन द्वारा सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और आवेदकों की संतुष्टि
के साथ निराकरण करने के दिये गये निर्देशों तथा लगातार की गई समीक्षा के फलस्वरूप सितम्बर माह की अपेक्षा
अक्टूबर माह में जिले को ज्यादा अंक प्राप्त हुए हैं।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

बजन घटने के कुछ अनोखे टिप्स जाने भर्ती से

0 0
Read Time:2 Minute, 42 Second

डिजिटल भारत l वजन कम करने के लिए जिम जाना ही एकमात्र तरीका नहीं है वजन घटाने के लिए आप और भी तरीके आजमा सकते हैं। वजन घटना आज एक गंभीर मुद्दा बन गया हैं, प्रत्येक व्यक्ति अपना वजन कम करना और फिट रहना चाहता हैं।

विज्ञापनों में लोगों को वजन कम करने के लिए अक्सर उन चीजों को करने की सलाह दी जाती है, जिनमें से अधिकांश के पीछे कोई सबूत नहीं होता है। हालांकि, कुछ वर्षों में, वैज्ञानिकों ने वजन घटाने के लिए कई रणनीतियों को सही पाया है जो प्रभावी लगती हैं। यहाँ पर वजन कम करने के उपाय दिए गए हैं जो आपके पेट को कम करके और मोटापा घटाने में मदद करते हैं।
भारती सिंह के वजन कम करने के टिप्स

लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले (Asha Bhosle Songs) रियलिटी शो में भारती सिंह (Bharti Singh Weight Loss) के वजन कम करने को लेकर तारीफ करती हैं. भारती सिंह ये सुनकर उछलने लगती हैं और कहती हैं, ‘मेरा एक बेबी है सात महीने का उसके बाद ही मेरा वजन काफी कम हुआ है. मुझे अब लगता है कि बेबी पर बेबी करना चाहिए…तभी हम फिट रहेंगे, पतले रहेंगे.’ भारती सिंह (Bharti Singh Comedy Video) की इस बात को सुनकर लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले भी खिल-खिलाकर हंसने लगती हैं.
आशा भोसले की बात सुनकर इमोशनल हुईं भारती

लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले (Asha Bhosle) जी कॉमेडियन की खूब तारीफ करती हैं. आशा जी कहती हैं, ‘मैं आपकी सच में फैन हूं, आप जबसे काम कर रही हैं…तब से ही इतना अच्छा करती हैं. मैं आपको जब भी देखती हूं हंसने लग जाती हूं. यकीन मानिए मैंने सारी जिंदगी कभी झूठ नहीं बोला, मैंने शुरुआत से आपको देखा है,
हमारी व्यस्त और गतिहीन जीवनशैली की कारण हमारा कब वजन बढ़ाने लगता हैं हमें पता ही नहीं चलता हैं और बाद में यह हमारी चिंता का विषय बन जाता हैं। प्राकृतिक तरीके से वजन कम करना सबसे अच्छा उपाय है क्योंकि प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाना सबसे अच्छा है। नीचे वजन को कम करने के कुछ सरल घरेलू उपाय दिए जा रहें जिससे आप आसानी से बढ़े हुए वजन को कम कर सकते हैं।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

अचानक पीएम मोदी के पार्टी ऑफिस में आने से चोके व भावुक हुए कार्यकर्ता, रणनीति पर की चर्चा

0 0
Read Time:2 Minute, 43 Second

डिजिटल भारत l गुजरात में भाजपा के चुनाव अभियान की कमान अब पीएम मोदी ने संभाल ली है। रविवार को पीएम ने जोरदार प्रचार अभियान चलाया, उन्होंने एक दिन में चार रैलियों को संबोधित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यालय ‘कमलम’ में पार्टी कार्यकर्ताओं और सहयोगियों के साथ समय बिताया। पीएम मोदी के अचानक पार्टी ऑफिस आने और उनको सामने बैठा देख कार्यकर्ता बेहद चकित थे।
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं के साथ किसी कमरे समय नहीं बिताया बल्कि खुले क्षेत्र को चुना। यहां वह सामने कुर्सी पर बैठ गए और भाजपा कार्यकर्ता बेंच लेकर उनके आसपास बैठ गए। हालांकि रात थी तो लोग कम ही थे। इसलिए देर रात पार्टी कार्यालय में काम कर रहे चंद लोगों ने ही प्रधानमंत्री का स्वागत किया। हालांकि पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी कार्यालय में मौजूद सभी लोगों को बुलाया जाए, इसके बाद सभी को बुला लिया और उन्होंने सभी से बातें की।


एक सूत्र ने एएनआई को बताया कि कुछ युवा कार्यकर्ता लंबे समय से भाजपा से जुड़े हुए हैं, वे वास्तव में यह देखकर प्रभावित हुए कि प्रधानमंत्री ने पार्टी के अधिकांश पुराने कार्यकर्ताओं को उनके नाम से संबोधित किया और यहां तक कि उनके साथ मजाक भी किया। साथ ही उन्होंने वर्षों पहले की यादों को ताजा भी किया।
पीएम मोदी ने पार्टी कार्यालय में 40 मिनट से अधिक समय बिताया, जहां उनके साथ गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, गुजरात राज्य मंत्री हर्ष सांघवी और पार्टी महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला सहित अन्य लोग थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी गुजरात में हैं और रविवार को उन्होंने वेरावल, धोरारजी, अमरेली और बोटाड में रैलियों को संबोधित किया था।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

जयशंकर ने खोला आतंकवाद पर मोर्चा पाकिस्तान और चीन का नाम लिए – प्रेस रिव्यू

0 0
Read Time:3 Minute, 39 Second

डिजिटल भारत l हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जो देश आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं उन्हें इसकी क़ीमत चुकानी चाहिए.

अंग्रेज़ी अख़ाबर टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी ख़बर के अनुसार, प्रधानमंत्री के इस बयान पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि कुछ देश आतंकवाद को शासन-कला के एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति और दूसरों की इसे सही ठहराने की कोशिश बड़ी वजह है कि आतंकवादी का ख़तरा बढ़ता जा रहा है.

‘नो मनी फ़ॉर टेरर’ कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखते हुए जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बग़ैर कहा कि ये ज़रूरी है सभी आतंकवाद को लेकर एक और अविभाजित मत रखें.

उन्होंने कहा कि “आतंकवाद, आतंकवाद होता है और कोई राजनीतिक विचारधारा इसे न्यायोचित नहीं ठहरा सकती.”
जयशंकर कहते हैं, “इस संकट से निपटने के लिए देशों को राजनीति से ऊपर उठना पड़ेगा. आतंकवाद से सख़्ती से सारे मोर्चों पर लड़ना होगा, हर परिस्थिति और हर जगह पर लड़ना होगा.”

विदेश मंत्री ने कहा कि नो मनी फॉर टेरर मंच आतंकवाद के लिए की जा रही वित्तीय सहायता से लड़ेगा. उन्होंने कहा, “जब बात आतंकवाद की आती है तो तो हम अपनी नज़रें कभी नहीं फेरेंगे,हम कभी आतंकवाद पर समझौता नहीं करेगें और हम न्याय सुनिश्चित करने कीहर संभव कोशिश कभी नहीं छोड़ेंगे.”

उन्होंने ये भी कहा कि फेक चैरिटी और फ़ेक एनजीओ आतंकवाद को वित्तीय सहायता देने का एक ज़रिया बन गई हैं. ये ज़रूरी है कि ऐसी संस्थाओं और उनके ऑपरेशन को रोका जाए.
भारत रूसी तेल बांग्लादेश भेज सकता है
अंग्रेज़ी बिजनेस अख़बार इकॉनमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत बांग्लादेश में रूसी तेल और गैस भेजने के लिए ट्रांजिट देश के रूप में उभरने की संभावना तलाश रहा है. इससे पहले तुर्की भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश को इस तरह की आपूर्ति के लिए ट्रांजिट देश के रूप में उभरने की पहल कर चुका है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- ताक़तवर नेता नहीं होगा तो आफ़ताब हर शहर में पैदा होंगे
अंग्रेज़ी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, दिल्ली में हाल ही में सामने आए श्रद्धा वालकर मर्डर केस में लड़की के लिव-इन पार्टनर आफ़ताब पूनावाला ने उसकी हत्या कर शव के कई टुकड़े किए, इस केस का ज़िक्र करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे ‘लव जिहाद’ से जोड़ा और कहा कि अगर देश में ताक़तवर नेता नहीं होंगे तो एक आफ़ताब हर शहर में पैदा होंगा.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला में हुआ मध्यप्रदेश दिवस समारोह
वोकल फार लोकल और लोकल टू ग्लोबल थीम पर लगा मंडप

0 0
Read Time:4 Minute, 9 Second

डिजिटल भारत l प्रगति मैदान नई दिल्ली में चल रहे 41वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2022 में आज मध्यप्रदेश दिवस
समारोह का सांस्कृतिक भव्यता के साथ आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष लघु उद्योग निगम श्रीमती
इमरती देवी, सचिव सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम श्री पी. नरहरि, महाप्रबंधक लघु उद्योग निगम श्री रोहित सिंह
और आवासीय आयुक्त श्री पंकज राग द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। विशेष आयुक्त श्रीमती अनुग्रह पी.
सहित मध्यप्रदेश शासन के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री
शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लघु उद्योग निगम ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने में
हरसंभव सहायता दे रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला जैसे मंच से मध्यप्रदेश की
गरीब महिलाओं को विदेशों में अपनी कला और कौशल का प्रचार-प्रसार करने के अच्छे अवसर मिलेंगे। सचिव श्री
नरहरि ने बताया कि आजादी की 75वीं वर्षगाँठ पर आयोजित इस व्यापार मेले में मध्यप्रदेश मण्डप का निर्माण
’’वोकल फार लोकल और लोकल टू ग्लोबल’’ थीम पर किया गया है। मण्डप इन्दौर में निकट भविष्य में होने वाली
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और प्रवासी भारतीय दिवस में भाग लेने के लिए आगन्तुकों को निमंत्रित करता है। छतरपुर की माटी शिल्प और भोपाल की जरी-जरदोजी कला का
सजीव प्रदर्शन भी मण्डप में किया जा रहा है।
मध्यप्रदेश दिवस समारोह में प्रदेश की समृद्ध संगीत और नृत्य विरासत का प्रदर्शन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्री भेरू सिंह चौहान और समूह ने मालवा क्षेत्र के कबीर लोक गायन और श्री संजय महाजन
और समूह ने निमाड़ क्षेत्र के गणगौर लोक नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। समारोह में शासकीय और निजी क्षेत्र में
उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भी वितरित किये गये। मध्यप्रदेश माटी कला बोर्ड को पहला पुरस्कार और
मध्यप्रदेश ग्रामीण आजीविका मिशन को दूसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ।

आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश थीम पर केंद्रित मंडप

आईआईटीएफ 2021 में ‘आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश’ की थीम पर प्रदेश का मंडप बनाया गया है। इसमें प्रदेश की सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम इकाइयों द्वारा स्व–सहायता समूहों, स्टार्ट–अप कारीगरों एवं शिल्पियों के उत्पादों को दर्शाया गया है। साथ ही प्रदेश के पर्यटन, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण, लघु उद्योग निगम, मृगनयनी एंपोरियम, कृषि एवं किसान-कल्याण, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की योजनाओं और कार्यों को भी प्रदर्शित किया गया है। वहीं ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत मंडप में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ के तैयार उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

म.प्र. में स्व-सहायता समूहों से महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने हुआ अभूतपूर्व कार्य

0 0
Read Time:7 Minute, 5 Second

डिजिटल भारत l प्रदेश में स्व-सहायता समूह ने जन-आंदोलन का रूप लिया
मैं आज यहाँ आकर अभिभूत और आश्चर्यचकित हूँ

आत्म-निर्भर और विकसित भारत के लिये महिला शक्ति की अधिक से अधिक भागीदारी जरूरी

देश के विकास में मध्यप्रदेश की महिलाओं का अमूल्य योगदान
माता का स्थान पिता और आचार्य से पहले
राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु स्व-सहायता समूह सम्मेलन में हुई शामिल

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि मध्यप्रदेश में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को
आत्म-निर्भर बनाने में अभूतपूर्व कार्य हुआ है। यहाँ लगभग 42 लाख महिलाएँ स्व-सहायता समूहों से जुड़ कर
आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त हुई है। इन महिलाओं को सरकार के माध्यम से कृषि एवं गैर कृषि कार्यों के
लिए 4 हजार 157 करोड़ रूपये का बैंक ऋण दिलवाया गया है। प्रदेश में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना द्वारा
इनके उत्पादों को बड़े बाजारों तक पहुँचाया गया है। आजीविका मार्ट पोर्टल से 535 करोड़ रूपये से अधिक मूल्य के
उत्पादों की ब्रिकी हुई है। प्रदेश में लगभग 17 हजार महिलाएँ पंचायत प्रतिनिधि बनी हैं। यहाँ कुछ महिलाओं द्वारा
अपनी सफलता के अनुभव सुनाए गये हैं, जो प्रेरणादायक हैं। मध्यप्रदेश में स्व-सहायता समूह ने जन-आंदोलन का
रूप ले लिया है। सभी महिलाओं के प्रयास और सरकार के सहयोग से यह संभव हो पाया है। इसके लिये मुख्यमंत्री
श्री शिवराज सिंह चौहान, मध्यप्रदेश सरकार सहित महिलाएँ सभी बधाई के पात्र है। मैं आज यहाँ आकर अभिभूत
और आश्चर्यचकित हूँ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में वर्ष 2023 को मोटा अनाज वर्ष मनाने
की घोषणा की है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि आत्म-निर्भर और विकसित भारत के बनाने में महिला शक्ति
की अधिक से अधिक भागीदारी जरूरी है। हमें ऐसा वातावरण तैयार करना है, जिससे सभी वर्ग की बेटियाँ निर्भीक
एवं स्वतंत्र महसूस करें और अपनी प्रतिभा का भरपूर उपयोग कर सकें। महिलाओं के नेतृत्व में जहाँ-जहाँ कार्य
किये जाते हैं वहाँ सफलता के साथ संवेदनशीलता भी देखने को मिलती है। सभी महिलाएँ एक दूसरे को प्रेरित करें।
एकजुट होकर विकास के रास्ते पर आगे बढ़े।
वर्तमान समय में
श्रीमती सुमित्रा महाजन, जनजातीय चित्रकार श्रीमती भूरी बाई, श्रीमती दुर्गाबाई व्याम और रतलाम की मदर टेरेसा
कहीं जाने वाली डॉ. लीला जोशी महत्वपूर्ण नाम है। मुझे इन्हें पद्मश्री सम्मान देने का अवसर मिला। राष्ट्रपति
श्रीमती मुर्मु ने कहा कि भारत में महिलाओं की श्रेष्ठता को प्राचीन काल से माना जाता रहा है। हमारे यहाँ माता
का स्थान पिता और आचार्य से पहले रखा गया है – मातृ देवो भव, पितृ देवो भव, आचार्य देवो भव। ईश्वर से
पहले हम माता को देखते हैं। शिक्षा प्राप्त करने के लिये पहले माँ सरस्वती को नमन करते हैं। माता दुर्गा, माता
लक्ष्मी और माता काली, सभी श्रेष्ठता की प्रतीक है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि आज आर्थिक, सामाजिक,
राजनैतिक, वैज्ञानिक, अनुसंधान, कला, संस्कृति, साहित्य, खेल-कूद, सैन्य बल आदि हर क्षेत्र में महिलाएँ प्रमुख
भूमिका निभा रही है। कम से कम संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग करना महिलाओं को आता है। जब एक
महिला शिक्षित होती है तो पूरा परिवार, पूरा समाज शिक्षित होता है। महिलाओं का विकास ही देश का विकास है।
महिलाओं के विकास से ही भारत निकट भविष्य में विकसित देश के रूप में उभरेगा और पुन: विश्व गुरू का स्थान
प्राप्त करेगा। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने कहा कि भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी कहा करते थे कि
देश मात्र एक मिट्टी का टुकड़ा नहीं बल्कि राष्ट्र पुरूष है। उसकी दो संताने हैं एक बेटा और एक बेटी।
महिला सशक्तिकरण की प्रतीक है राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारी राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु महिला सशक्तिकरण का प्रतीक हैं।
उनका व्यक्तित्व गर से गहरा और हिमालय से ऊँचा है। उनका सहज, सरल स्वभाव धैर्य और व्यक्तित्व
अनुकरणीय है। उनका जीवन हमें प्रेरणा देता है। वे किसी राजा के नेता के घर नहीं साधारण परिवार में जन्मी हैं।
उनको विरासत में कुछ नहीं मिला। साधारण गरीब परिवार में जन्म लेकर वे अपनी मेहनत के बल पर आगे बढ़ी।
पार्षद से मंत्री तक का सफर तय किया। मंत्री के रूप में उनके द्वारा महिलाओं और जनजातीय वर्ग के लिए किए
गए कार्य सराहे गए। वे अब भारत के राष्ट्रपति के पद को सुशोभित कर रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि
मेरी यह इच्छा थी कि स्व-सहायता समूह की बहनों को राष्ट्रपति का मार्गदर्शन प्राप्त हो। आज हमें यह सुअवसर
मिला । मेरी बहनों की जिंदगी बन जाए तो मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक होगा।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

राज्य के जबलपुर में फिल्म सिटी की संभावना को लेकर सरकार द्वारा 500 एकड़ जमीन की तलाश जारी इसी के साथ हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले को शीघ्र ही फिल्म सिटी की सौगात

0 0
Read Time:3 Minute, 45 Second

डिजिटल भारत l प्राकृतिक सुंदरता से लबरेज जबलपुर (Jabalpur) में फिल्म सिटी की संभावना तलाशी जा रही है. शहर के तकरीबन 40 किलोमीटर दूर बरगी डैम के आस-पास ‘फिल्म सिटी’ के लिये 500 एकड़ जमीन की तलाश चल रही है. माना जा रहा है कि जबलपुर के बरगी इलाके में नदी, पहाड़ और जंगलों के बीच अच्छी जमीन मिल गई तो यहां फिल्म सिटी का निर्माण होगा, जो जबलपुर सहित पूरे मध्य प्रदेश के लिए बड़ी सौगात होगी. फिलहाल बरगी के पास पर्यटन विभाग ने तकरीबन 500 एकड़ से अधिक जमीन तलाश ली है. अब इस जमीन पर अंतिम फैसला बाकी है. फैसला होते ही इस जमीन पर फिल्म सिटी का निर्माण चालू हो जाएगा.

इन इलाकों में पहले से ही हो रही है शूटिंग

गौरतलब है कि जबलपुर के बरगी से लेकर भेड़ाघाट, मदन महल, त्रिपुर सुंदरी, ग्वारीघाट जैसी जगहों पर पहले से शूटिंग हो रही है. अगर बरगी में फिल्म सिटी बन जाएगी तो कई बड़े बजट की फिल्में यहां पर शूट होने लगेंगी. जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के साधन भी उपलब्ध होंगे. वैसे भी आजकल मध्य प्रदेश फिल्म मेकर के लिए बहुत अनुकूल हो गया है. यहां की हर जगह पर फिल्म की शूटिंग की जा सकती है. एक तरह से कहें तो पूरा मध्य प्रदेश ही फिल्म सिटी बन सकता है.

टूरिज्म एण्ड प्रमोशन विभाग, जबलपुर के सीईओ हेमंत सिंह के मुताबिक फिल्मों की शूटिंग के हिसाब से बरगी में जगह देखी जा रही है. भोपाल से पर्यटन विभाग द्वारा भेजे गए पत्र के बाद जगह देखी जा रही है. हमारी कोशिश है कि जल्द फिल्म सिटी बने.
Film City in HP, हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले को शीघ्र ही फिल्म सिटी की सौगात मिल सकती है। इसके लिए नमिताज फिल्म सिटी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने राज्य सरकार को 1631 करोड़ का प्रोजेक्ट अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) और सहमति पत्र (एमओयू) साइन करने का प्रस्ताव दिया है। फिल्म सिटी सरांह-पिंजौर-चंडीगढ़ राज्य राजमार्ग पर पच्छाद के सुराला जनोत में बनाई जाएगी। सरकार ने प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। शीघ्र ही इसके लिए एनओसी जारी होगा और एमओयू साइन हो सकता है।
प्रस्ताव में कंपनी के पास पहले से 80 बीघा भूमि उपलब्ध है, जिस पर फिल्म सिटी को बनाया जाएगा। 500 बीघा भूमि जरूरत के अनुसार खरीदने की योजना है। प्रस्ताव में कहा है कि अनुमति मिलने के एक वर्ष के भीतर इस पर काम शुरू होगा। पांच वर्ष में इसे तैयार किया जाएगा। फिल्म सिटी फिल्म निर्माण से संबंधित है। प्रत्येक के लिए स्टूडियो और कार्यालयों का एक परिसर होगा।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन आज, राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु करेंगी संबोधित

0 0
Read Time:2 Minute, 42 Second

मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में होगा सम्मेलन

डिजिटल भारत l राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 16 नबम्बर को मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्व-
सहायता समूहों के सम्मेलन में भाग लेंगीं। मोतीलाल नेहरू स्टेडियम, लाल परेड ग्राउण्ड में हो रहे इस सम्मेलन में
प्रदेश की लगभग 15 हजार समूह सदस्य महिलाएँ सम्मिलित होंगी। राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार भोपाल आई
राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु महिला स्व-सहायता समूह के सम्मेलन को संबोधित करेंगी। प्रात: 11:30 बजे राष्ट्रपति
का कार्यक्रम स्थल पर आगमन होगा। राष्ट्रपति द्वारा आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की
प्रदर्शनी का अवलोकन किया जायेगा।
विभिन्न जिलों से आ रही दो समूह सदस्य कार्यक्रम के दौरान मंच से अपने अनुभव साझा करते हुए बतायेंगी कि समूह के सहारे से किस तरह उनके जीवन में तरक्की की राह बनती गई और
उन्हें आगे बढ़ने का मौका मिला। समूह सदस्यों द्वारा बनाई गई बस्तुएँ राष्ट्रपति को उपहार स्वरूप भेंट की
जायेंगी। सम्मेलन में राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय जनजातीय कार्य
मंत्री श्री अर्जुन मुण्डा विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। भोपाल जिले के प्रभारी श्री भूपेन्द्र सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण
विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल एवं महापौर
भोपाल श्रीमती मालती राय सहित अन्य जन प्रतिनिधि भी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम का प्रसारण विभिन्न माध्यमों
से किया जायेगा जिसे प्रदेश के विभिन्न जिलों में ग्राम पंचायत स्तर पर बड़ी संख्या में प्रदेशवासियों द्वारा देखा
जायेगा।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

तेजी से बढ़ेगी मध्यप्रदेश की विकास यात्रा, स्वच्छता क्षेत्र की मध्यप्रदेश की उपलब्धियाँ अनुकरणीय: राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु

0 0
Read Time:5 Minute, 8 Second

डिजिटल भारत l राष्‍ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा है कि मध्यप्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के अनेक आयाम प्राप्त
किये हैं। मध्यप्रदेश की विकास यात्रा तेज गति से आगे बढ़ेगी और सभी वर्गों तक विकास पहुँचेगा। मध्यप्रदेश का
अनेक क्षेत्रों में अमूल्य योगदान है। खाद्यान उत्पादन में मध्यप्रदेश आगे है। कृषि क्षेत्र में उत्पादन सहित अन्य
कार्यों में चार वर्ष में मध्यप्रदेश ने महत्वपूर्ण वृद्धि और प्रगति प्राप्त की है। इसके लिए मध्यप्रदेश बधाई का पात्र
है। स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने स्वच्छतम राज्य और इन्दौर नगर ने छठवीं बार स्वच्छतम शहर का पुरस्कार
प्राप्त किया है। यह सराहनीय है और इन उपलब्धियों के लिए मध्यप्रदेश के नागरिक प्रशंसा के पात्र हैं। देश के
अन्य प्रान्तों के लिए भी यह उपलब्धि अनुकरणीय है। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु आज राजभवन भोपाल में अपने
नागरिक सम्मान और दो परियोजनाओं के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रही थी।

राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि मध्यप्रदेश नर्मदा जल से सिंचित है। प्रदेश को प्रकृति का वरदान प्राप्त है। देश में सबसे बड़ा वन क्षेत्र है।
अनेक राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य भी हैं। कूनो में नामीबिया से चीते लाए गए हैं, जो लुप्त हो गए थे। रानी
दुर्गावती, झलकारी बाई की गौरव गाथाएँ सुनी जाती हैं। अहिल्या बाई होल्कर ने काशी के मंदिर का उद्धार
करवाया। मध्यप्रदेश सरकार ने भोपाल में रानी कमलापति के सम्मान में कदम उठाए हैं। रेलवे स्टेशन का
नामकरण भी उनके योगदान को याद करने के लिए किया गया है। मध्यप्रदेश में डॉ. अम्बेडकर, डॉ. शंकरदयाल
शर्मा और श्री अटल जी जैसी विभूतियाँ जन्मीं और प्रदेश से आजीवन जुड़ी रहीं। प्रदेश में अनुपम प्राकृतिक सौन्दर्य
है। कालिदास, तानसेन, उस्ताद अलाउद्दीन खाँ के साथ ही अन्य अनेक व्यक्तित्व मध्यप्रदेश की पहचान हैं।
उज्जैन में सिंहस्थ होता है। ग्वालियर, मैहर, खजुराहो में उत्सव होते हैं। भेड़ाघाट, शिवपुरी और बेतवा के उत्सव,
अमरकंटक और चित्रकूट सहित तीन विश्व धरोहर स्थल यहाँ हैं। भीमबेठका, साँची और खजुराहो को यूनेस्को ने यह
दर्जा दिया है। राष्ट्रपति श्रीमति मुर्मु ने मध्यप्रदेश वासियों को उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए सभी प्रदेशवासियों
के विकास की कामना की।
फोरलेन परियोजना

यह परियोजना भारतमाला परियोजना में एनएच-46 (पुराना एनएच-69) औबेदुल्लागंज से बैतूल इंटर
कॉरिडोर मार्ग का एक हिस्सा ही है, जो भोपाल से नागपुर को कनेक्टिविटी देता है। इस मार्ग का 12.38 किमी. का
खण्ड रातापानी वन्य-जीव अभयारण्य में आता है एवं रातापानी खण्ड भोपाल-नागपुर कॉरिडोर का भाग है।
परियोजना में वन्य-जीव और पर्यावरण की सुरक्षा के लिये आवश्यक उपाय शामिल हैं। वन्य-जीव अभयारण्य क्षेत्र में
पशु अंडरपास के प्रावधानों से वन्य-प्रणियों को आवागमन में आसानी होगी। परियोजना की कुल लंबाई 12.38
किमी. है। इसके निर्माण पर 417 करोड़ 51 लाख रूपये की लागत आयेगी। परियोजना का निर्माण कार्य 18 माह
की अवधि में पूर्ण किया जायेगा। इस मार्ग को चौड़ा करने से वन्य-प्राणियों के आवागमन/आवास पर पड़ने वाले
प्रभाव को कम करने के लिए 5 बड़े पशु अंडरपास (100 मी., 420 मी., 1226 मी., 65 मी. एवं 65 मी.) एवं 2
छोटे पशु अंडर पास (10 मी. एवं 10 मी.) अधो-संरचनाएँ बनाई जायेंगी। परियोजना में एक माइनर ब्रिज एवं 2
व्हीकल अंडरपास का निर्माण भी किया जाना है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %