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एक भारत उत्कृष्ट भारत

भारत-न्यूजीलैंड के बीच रायपुर में दूसरा वनडे

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डिजिटल भारत l भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मैच रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाना है.

टीम इंडिया इस सीरीज का पहला मैच जीतकर 1-0 की बढ़त बना चुकी है. ऐसे में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे ही मैच में कप्तान रोहित शर्मा सीरीज अपने नाम करना चाहेंगे. हैदराबाद में खेला गया सीरीज का पहला वनडे हाई-स्कोरिंग मैच रहा जिसमें टीम इंडिया को अंतिम ओवर में जीत मिली थी.


दोनों टीमों के बीच सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी थी. शुभमन गिल की 208 रन की पारी के दम पर टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 349 रन बनाए थे. इस टारगेट के जवाब में न्यूजीलैंड की टीम ने भी शानदार बल्लेबाजी की थी, लेकिन वह 49.2 ओवर में 337 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी. न्यूजीलैंड की ओर से माईकल ब्रेसवेल ने सबसे ज्यादा 140 रन बनाए थे.


रायपुर के क्रिकेट स्टेडियम में पिच की बात करें तो इसे बल्लेबाजों के मुफीद माना जाता है. इस मैदान पर गेंदबाजों को भी मदद मिलती है. उन्हें गति और उछाल दोनों ही मिल सकते हैं. बीसीसीआई ने हिमाचल प्रदेश से पिच क्यूरेटर सुनील चौहान को ऑब्जर्वर के तौर पर रायपुर भेजा है. ऐसा कहा जा रहा है कि पिच पर थोड़ी घास रखी जाएगी.

रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ईशान किशन, विराट कोहली, रजत पाटीदार, सूर्यकुमार यादव, केएस भरत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या (उप कप्तान), वाशिंग्टन सुंदर, शाहबाज अहमद, शार्दुल ठाकुर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक.

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नौसेना में शामिल, जानिए क्यों कहते हैं साइलेंट किलर?

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डिजिटल भारत l डीजल इलेक्ट्रिक क्लास की सबमरीन आईएनएस वागीर की लंबाई 221 फीट और चौड़ाई 40 फीट है। इसमें चार ताकतवर इंजन लगे हैं। यह समुद्र के अंदर 37 किलोमीटर प्रतिघंटे की टॉप स्पीड से चल सकती है और समुद्र की सतह पर एक बार में 12 हजार किलोमीटर का सफर कर सकती है।

समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा होने वाला है। दरअसल कलवारी क्लास की पांचवीं सबमरीन आईएनएस वागीर आगामी 23 जनवरी को नोसैना में शामिल हो जाएगी। बता दें कि यह सबमरीन पूरी तरह से भारत में बनी है और मुंबई में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने इसका निर्माण किया है।

फ्रांस की कंपनी नेवल ग्रुप ने इसमें भारतीय नौसेना की मदद की है। कमांडिंग अफसर दिवाकर एस ने बताया कि आईएनएस वागीर को समुद्र के तट पर और मध्य समुद्र में भी तैनात किया जा सकता है और यह भारतीय नौसेना की सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह बड़ा कदम है। उन्होंने बताया कि इस सबमरीन के अधिकतर ट्रायल हो चुके हैं।

आईएनएस वागीर की मदद से नौसेना को एंटी सबमरीन युद्ध, खूफिया सूचना जुटाने, समुद्र में बारूदी सुरंग बिछाने और सर्विलांस के काम में काफी मदद मिलेगी। इस सबमरीन के निर्माण की शुरुआत जुलाई 2009 में हुई थी और नवंबर 2020 में इसका नाम वागीर रखा गया।

यह समुद्र के अंदर 37 किलोमीटर प्रतिघंटे की टॉप स्पीड से चल सकती है और समुद्र की सतह पर एक बार में 12 हजार किलोमीटर का सफर कर सकती है। वहीं समुद्र के भीतर यह एक बार में एक हजार किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है। यह सबमरीन समुद्र में अधिकतम 350 मीटर की गहराई तक जा सकती है और लगातार 50 दिन समुद्र के अंदर रह सकती है।

आईएनएस वागीर को साइलेंट किलर कहें तो गलत नहीं होगा क्योंकि यह सबमरीन बेहद खामोशी से अपने मिशन को अंजाम देती है। आईएनएस वागीर आधुनिक नेविगेशन और ट्रैकिंग तकनीक से लैस है। इस सबमरीन में 533 एमएम के 8 टारपीडो ट्यूब हैं, जिनमें 18 टारपीडो मिसाइल लोड की जा सकती हैं। यह सबमरीन एंटी शिप मिसाइलों से भी लैस है। इस सबमरीन की खूबियों को देखते हुए इसे ‘सैंड शार्क’ भी कहा जाता है।

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कुछ खास होगा इस बार का गणतंत्र दिवस, समारोह में दिखेगा संस्कारधानी जबलपुर का गौरव

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डिजिटल भारत l गणतंत्र दिवस के लिए शहर में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। शहर में जहां देशभक्ति का नजारा छाया हुआ है, वहीं मुख्य समारोह के लिए विभिन्न विभागों द्वारा झांकियां बनने का दौर शुरू हो चुका है।

इस साल नवाचार करते हुए विभिन्न विभागों द्वारा आत्मनिर्भर भारत, आवास योजना, लोक संस्कृति और आजीविका मिशन से जुड़ी उपलब्धियों की झांकियों को रूप दिया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ी नृत्य की प्रस्तुति होगी
आदिम जाति कल्याण में लोकशैलियां लोक कलाओं और लोक संस्कृति के विस्तार और विकासकार्यों को प्रदर्शित करने के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा विशेष झांकियां तैयार की जा रही है। इसमें विशेष आकर्षण का केन्द्र छत्तीसगढ़ी नृत्य की नृत्य प्रस्तुति होगी।


इस बार संस्थाओं की प्रस्तुति

गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार थोड़ा बदलाव किया गया है, जिसके चलते स्कूली बच्चों के अलावा शहर में सक्रिय सांस्कृतिक और सामाजिक संस्थाओं द्वारा भी रंगारंग प्रस्तुतियां तैयार की जा रही हैं।


नगर निगम से पांच झांकियां शामिल होंगी
नगर निगम विभाग द्वारा इस बार अनोखा नवाचार किया गया है। इसके लिए कबाड़ से जुगाड़ करते हुए झांकियां तैयार की जा रही है। इसमें सेना का टैंक, सेना का जवान, सेना का हेलिकॉप्टर, सफाई कर्मी और डायनासोर बनाया जा रहा है। कबाड़ से झांकियों के इस जुगाड़ को करने का काम फाइन आर्ट के स्टूडेंट्स द्वारा किया जा रहा है।

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Hyundai ने उतारी अपनी सबसे सस्ती कार

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डिजिटल भारत l Hyundai Grand i10 Nios को कंपनी ने पेट्रोल इंजन के साथ कंपनी फिटेड CNG वेरिएंट में भी पेश किया है. नए फेसलिफ्ट वेरिएंट में कंपनी ने सेफ्टी फीचर्स को भी बेहतर बनाया है. बाजार में ये कार मुख्य रूप से Maruti Swift और Tata Tiago जैसी कारों को टक्कर देती है

Hyundai Grand i10 Nios Facelift: वाहन निर्माता कंपनी हुंडई ने अपनी Hyundai Grand i10 Nios facelift कार को लॉन्च कर दिया है, जिसे कहा जा रहा है कि यह हुंडई का सबसे सस्ता मॉडल है। हुंडई ग्रैंड i10 निऑस फेसलिफ्ट को 5.58 लाख रुपये में लाया गया है। ब्लैक रूफ के साथ स्पार्क ग्रीन और ब्लैक रूफ के साथ पोलर व्हाइट जैसे शानदार डुअल-टोन पेंट स्कीम के साथ नए फेसलिफ्ट को बहुत-से लेटेस्ट फीचर्स के साथ जोड़ा गया है।

आपको बता दें कि हुंडई हाल के दिनों में कई मॉडल्स को भारत में लाने वाली है। दिल्ली में होने वाले Auto Expo 2023 में हुंडई ने अपने Ioniq 5 और Ioniq 6 मॉडल्स को पेश किया था।

Grand i10 Nios facelift का इंजन
नई ग्रैंड को नया आरडीई कंप्लेंट 1.2-लीटर एनए पेट्रोल इंजन मिलता है , जो 83PS की पावर और 113Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन 5-स्पीड मैनुअल और एएमटी गियरबॉक्स के साथ आता है। Hyundai का दावा है कि नई ग्रैंड i10 में मैनुअल गियरबॉक्स के लिए 20.7 kmpl और AMT के लिए 20.1 kmpl की माइलेज देने की क्षमता है।

CNG विकल्प भी है मौजूद
नई ग्रैंड आई10 में पेट्रोल इंजन के अलावा CNG विकल्प को भी लाया गया है। सीएनजी मोड में इंजन 69bhp की पावर और 95Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए सीएनजी वेरिएंट केवल 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ उपलब्ध होगा।

मिलेगी फीचर्स की लंबी लिस्ट
फीचर्स के रूप में कार में आठ इंच की टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है, जो Android Auto और Apple CarPlay को सपोर्ट करता है। इसके अलावा, अपडेटेड इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, क्रूज कंट्रोल, ईएससी, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे बहुत-से फीचर्स को जोड़ा गया है।

सेफ्टी फीचर्स के लिए कार में छह एयरबैग, ABS और EBD, ESC और ISOFIX माउंट, क्रूज कंट्रोल और टीपीएमएस को जोड़ा गया है। अपने सेगमेंट में इसका मुकाबला, Maruti Suzuki Swift, Tata Tiago, Citroen C3 और Renault Triber जैसी कारों से होगा।

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कंपनी ने गलती से जरूरत से ज्यादा भर्ती कर ली थी, इसलिए करनी पड़ी छंटनी

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डिजिटल भारत l फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने 380 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। संबंधित कर्मचारियों को ईमेल भेजकर उन्हें तत्काल प्रभाव से बाहर कर दिया गया है। खुद कंपनी के सीईओ ने यह चिट्ठी लिखी। ईमेल में माफी मांगते हुए सीईए श्रीहर्ष मजेटी ने छंटनी के कई कारण बताए हैं और लिखा कि कंपनी ने गलती से जरूरत से ज्यादा भर्ती कर ली थी, इसलिए छंटनी करना पड़ी है।

कई सेवाएं हो सकती हैं प्रभावित
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, स्विगी में आगामी छंटनी से कंपनी के प्रोडक्ट, इंजीनियरिंग और संचालन जैसे कार्यक्षेत्र प्रभावित होने की संभावना है. आगामी छंटनी से कैश बर्न को कम करने के लिए स्विगी की त्वरित वाणिज्य वितरण सेवा इंस्टामार्ट पर भी असर पड़ने की उम्मीद है.

250 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी
कंपनी ने आगामी छंटनी पर मीडिया के सवाल का कोई जवाब नहीं दिया. इससे पहले दिसंबर में सामने आई रिपोर्ट्स में कहा गया था कि
स्विगी जनवरी से 250 से अधिक कर्मचारियों या अपने कर्मचारियों के 5 फीसदी तक की छंटनी कर सकता है.

छंटनी की संख्या में हो सकता है इजाफा
अक्टूबर के प्रदर्शन को देखते हुए सूत्रों के मुताबिक, छंटनी करने वाले कर्मचारियों की संख्या में और वृद्धि होना तय है. कंपनी में करीब छह हजार कर्मचारी कार्यरत हैं. पहले के एक बयान में स्विगी ने कहा था कि कोई छंटनी नहीं हुई और हर प्रदर्शन चक्र के साथ, हम उम्मीद करते हैं कि जो छटंनी हो वह प्रदर्शन के आधार पर हो.

कंपनी का घाटा हुआ दोगुना
पिछले वित्त वर्ष में 1,617 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 22 में ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का घाटा दोगुना होकर 3,629 करोड़ रुपये हो गया. रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के वार्षिक वित्तीय विवरण के मुताबिक, वित्त वर्ष 22 में कुल खर्च 131 फीसदी बढ़कर 9,574.5 करोड़ रुपये हो गया.

Swiggy CEO ने अपनी चिट्ठी में लिखा, हम पुनर्गठन की प्रक्रिया में अपनी टीम के आकार को छोटा करना का बहुत कठिन निर्णय लैे रहे हैं। इस प्रक्रिया में हम 380 प्रतिभाशाली स्विगस्टर्स को अलविदा कह रहे हैं। सब तरह से जांच-पड़ताल के बाद यह फैसला लिया गया है। आप सभी से बहुत खेद है।


Swiggy ने क्यों की कर्मचारियों की छंटनी
स्विगी ने जिन प्रमुख कारणों का उल्लेख किया है, उनमें से एक चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थिति है। कंपनी ने खुलासा किया कि फूड डिलीवरी घट गई है, जिसके परिणामस्वरूप कम मुनाफा और कम आय हुई है। हालांकि, कंपनी ने लगे हाथ यह भी साफ कर दिया है कि उसके पास खुद को बनाए रखने के लिए पर्याप्त नकदी है।
Microsoft ने 21 साल बाद निकाला तो ऐसे झलका भारतीय का दर्द
हाल में ही माइक्रोसॉफ्ट ने भी अपनी सबसे बड़ी छंटनी को अंजाम दिया। हटाए गए कर्मचारियों में कई भारतीय भी हैं। अब ऐसी ही एक भारतीय मूल के कर्मचारी का दर्द सामने आया है। माइक्रोसॉफ्ट को अपने जीवन के 2 दशक से अधिक समय देने के बाद प्रशांत कमानी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

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देशभर में तेजी से बढ़ती महंगाई के बीच में आम जनता को बड़ा झटका लग सकता है.

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अब रोजमर्रा के सामान जैसे – साबुन, शैंपू, और टूथपेस्ट महंगे होने जा रहे हैं. देशभर में तेजी से बढ़ती महंगाई के बीच में आम जनता को बड़ा झटका लग सकता है.

डिजिटल भारत l देशभर में तेजी से बढ़ती महंगाई के बीच में आम जनता को बड़ा झटका लग सकता है. अब रोजमर्रा के सामान जैसे – साबुन, शैंपू, और टूथपेस्ट महंगे होने जा रहे हैं. इसके साथ ही रिन, लक्स, लाइफबॉय, फेयर एंड लवली की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है. देश की दिग्गज एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) जल्द ही अपने प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ा सकती है.

रॉयल्टी फीस में हुआ है इजाफा
कंपनी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, हिंदुस्तान यूनिलीवर पीएलसी ने रॉयल्टी में 80 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर दिया है. एचयूएल में 10 सालों में पहली बार रॉयल्टी फीस में इजाफा किया गया है. इससे पहले आखिरी बार यह इजाफा साल 2013 में किया गया था.

3.45 फीसदी हो सकती है रॉयल्टी फीस
HUL ने जानकारी देते हुए बताया है कि नए एग्रीमेंट के मुताबिक, रॉयल्टी और सेंट्रल सर्विसेज फीस को बढ़ाकर 3.45 फीसदी किया जा सकता है. वहीं, पिछले वित्त वर्ष में यह 2.65 फीसदी थी. रॉयल्टी फीस में 80 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी को 3 चरणों में लागू किया जा सकता है

कीमतों में हो सकता है इजाफा
इस समय महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों की जेब पर असर पड़ रहा है. फिलहाल माना जा रहा है कि कंपनी रोजमर्रा के सामान की कीमतों में इजाफा कर सकती है.

कौन-कौन से प्रोडक्ट्स बनाती है कंपनी?
बता दें देश की जानी-मानी कंपनी इस समय पर्सनल केयर के अलावा, फूड, होम केयर, वॉटर प्यूरिफायर जैसे कई प्रोडक्ट्स पर बना रही है. इसके अलावा नमक, आटा, कॉफी, चाय, कैचअप, जूस, आइसक्रीम, व्हील, रिन, सर्फ, डब, शेविंग क्रीम समेत सभी प्रोडक्ट शामिल हैं.

कितना था रेवेन्यू?
कंपनी के रेवेन्यू की बात की जाए तो पिछले वित्त वर्ष में यह 51,193 करोड़ रुपये रहा था जो कि एक साल पहले की तुलना में 11.3 फीसदी ज्यादा था, जिसमें से कंपनी ने अपनी पैरेंट कंपनी को 2.65 फीसदी की रॉयल्टी चुकाई थी. अब इसमें इजाफा हो जाने के बाद कंपनी को ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे.

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जानिए शादी के सीजन में कितना सस्ता हुआ, सोना और चांदी

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डिजिटल भारत l सोने का भाव आज (गुरुवार) शाम को 56,670 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ। 24 कैरेट गोल्ड का सुबह का रेट 56,642 रुपये प्रति ग्राम था। सोने में सुबह से शाम के बीच 28 रुपये की वृद्धि हुई। गोल्ड पिछले कारोबारी दिवस पर 56,755 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर था।

पिछले कारोबारी दिवस की तुलना में 85 रुपये प्रति दस ग्राम की गिरावट रही। वहीं चांदी का भाव 67,444 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर बंद हुआ। आज यह रेट 67,264 प्रति किलो के स्तर पर था। सिल्वर में सुबह से शाम के बीच 180 रुपये की तेजी रही। यह रेट पिछले कारोबारी दिवस में 68,993 रुपये प्रति किलो था।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की फरवरी 2023 की फ्यूचर ट्रेड 78 रुपये की वृद्धि के साथ 56,364 रुपये के स्तर पर ट्रेड हो रही है। चांदी की मार्च 2023 की फ्यूचर ट्रेड 232 रुपये की गिरावट के साथ 67,995 रुपये के लेवल पर ट्रेड हो रही है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में किस रेट पर हो रहा कारोबार
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना में तेजी के साथ कारोबार हो रहा। अमेरिका में गोल्ड का बिजनेस 2.45 डॉलर की वृद्धि के साथ 1,909.59 डॉलर प्रति औंस के रेट पर रहा। वहीं सिल्वर का कारोबार 0.09 डॉलर की गिरावट के साथ 23.41 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर हो रहा है।

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प्रियंका चोपड़ा ने सरोगेसी के जरिए मां बनने पर तोड़ी चुप्पी, ‘किराए की कोख’ जैसे तानों पर भी दिया जवाब

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डिजिटल भारत l प्रियंका चोपड़ा बीते साल सरोगेसी के जरिए एक बेटी की मां बनी थीं हालांकि सरोगेसी की वजह से उन्हें काफी ट्रोल किया गया था। इस मामले पर अब काफी वक्त बाद प्रियंका चोपड़ा ने चुप्पी तोड़ी है। एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने मां बनने के लिए सरोगेसी का सहारा क्यों लिया

बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने अपने अंदाज से लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बीते साल जवनरी में प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस सरोगेसी के जरिए एक बेटी के मम्मी-पापा बने थे, जिसका नाम उन्होंने मालती मैरी चोपड़ा जोनस रखा।

प्रियंका चोपड़ा न केवल ट्रोल हुई थीं, बल्कि उन्हें ‘किराए की कोख’ जैसे ताने भी मिले थे। वहीं बेटी के एक साल के होने के बाद अब एक्ट्रेस ने इस बात से पर्दा उठाया है कि उन्होंने मां बनने के लिए सरोगेसी का सहारा क्यों लिया।
प्रियंका चोपड़ा ने वोग को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि उनकी प्रेग्नेंसी में परेशानी आ रही थी, जिसके बाद उन्होंने सरोगेसी का सहारा लेने का फैसला किया। प्रियंका चोपड़ा ने इस बारे में कहा, “मुझे कुछ मेडिकल परेशानियां थीं।” प्रियंका चोपड़ा ने इस बारे में आगे कहा, “यह एक जरूरी कदम था और मैं इस बात के लिए आभारी हूं कि यह कदम मैं उठा सकती थी।” उन्होंने सरोगेट के बारे में बात करते हुए कहा, “हमारी सरोगेट भी बेहद प्यारी थीं। वह दयालू हैं, मजाकियां हैं और उन्होंने हमारे इस तोहफे का छह महीने तक बेहद अच्छे से ख्याल रखा।
सरोगेसी के बारे में चर्चा नहीं करना चाहती थीं प्रियंका चोपड़ा
प्रियंका चोपड़ा ने अपने इंटरव्यू में आगे कहा कि वह सरोगेसी के बारे में बिल्कुल भी बात नहीं करना चाहती थीं। इस बारे में उन्होंने जवाब दिया, “आप मुझे नहीं जानते हो, आपको पता नहीं है कि मैं किस दर्द से गुजरी हूं। और केवल इसलिए कि मैं अपनी मेडिकल हिस्ट्री सबको नहीं बताना चाहती तो लोग हमें यह मौका भी नहीं देते कि हम अपने कारण छुपा सकें।”
प्रियंका चोपड़ा बीते साल सरोगेसी के जरिए एक बेटी की मां बनी थीं। हालांकि सरोगेसी की वजह से उन्हें काफी ट्रोल किया गया था। इस मामले पर अब काफी वक्त बाद प्रियंका चोपड़ा ने चुप्पी तोड़ी है। एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने मां बनने के लिए सरोगेसी का सहारा क्यों लिया।

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प्रकृति ने हमें खाने के लिए कई प्रकार के फल दिए हैं। बस इन्हें खाने का सही समय जान कर हम अपने आप को सेहतमंद बना सकते हैं

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डिजिटल भारत l सुबह खाली पेट खाने के लिए पपीता सबसे अच्छा फल है। पहले तो, ये आपके शरीर के पीएच को बैलेंस रखता है और दूसरा इसका फाइबर पेट का मेटाबोलिक रेट बढ़ाता है। फिर ये आपकी आंतों को साफ करता है और कब्ज की समस्या नहीं होने देता। इसी तरह कुछ ऐसे फल भी हैं जिनका असमय सेवन करना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। जैसे कि विटामिन सी से भरपूर फल एसिडिटी पैदा कर सकते हैं, तो कुछ शुगर बढ़ा सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप जानें कौन सा फल कब खाना चाहिए?

कौन सा फल कब खाना चाहिए

  1. सेब खाने का सही समय नाश्ता
    सुबह नाश्ते में फल सेब खाने के कई फायदे हैं। इसमें इतने एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कि आपकी इम्यूनिटी बढ़ाते हैं। साछ ही इसका फाइबर और विटामिन ए जैसे तत्व पेट, आंखों और स्किन की समस्याओं से बचाव में मदद करते हैं।

इस 1 चीज की कमी से पत्तों की तरह झड़ सकते हैं आपके बाल, आज ही जानें और दूर करें इसकी कमी

  1. सुबह 10 बजे के करीब खाएं संतरा
    संतरे और अंगूर जैसे अम्लीय खाद्य पदार्थ या एसिडिक फूड्स (acidic foods) को खाना एसिड रिफ्लक्स को ट्रिगर कर सकता है, इससे एसिडिटी और अपच की समस्या हो सकती है। ऐसे में कोशिश करें कि दिन की शुरुआत और रात में संतरा ना खाएं। इसकी जगह आप दिन में 10 बजे के करीब खाएं और इसका विटामिन सी और डी पाएं।
  2. दिन में खाएं शरीफा
    शरीफा बहुत ही मीठा फल है। अगर आपको डायबिटीज नहीं हो आप इसे नाश्ते में या इसके बाद खाएं ताकि जिन भर के समय में इसका शुगर शरीर पचा ले। साथ ही शरीर को इसके तमाम फाइबर, कैल्शियम और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स मिल जाएं।
  3. दोपहर में खाएं केला
    दोपहर में लंच के बाद केला खाना आपके लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। इस दौरान आप इसे काला नमक के साथ खाएं ताकि ये तेजी से पच जाए, पाचन क्रिया को तेज करे और बॉवेल रेट बढ़ाए। इससे आप ब्लोटिंग और कब्ज की समस्या से बचे रहेंगे।

सुबह खाली पेट भीगे हुए चने के फायदे कर देंगे हैरान, मोटापा, डायबिटीज सहित इन गंभीर बीमारियों से भी होगा बचाव,

  1. शाम में स्नैक्स के समय खाएं अंगूर और अनार
    शाम में स्नैक्स के समय अंगूर और अनार (pomegranate and grapes) जैसे फलों को खाना शरीर में फाइबर, कैल्शियम, विटामिन सी, आयरन और पानी की मात्रा बढ़ाने में मदद कर सकता है। ये शरीर में हार्मोनल गड़बड़ियों को कम करते हैं, भूख को नियमित रखते हैं, पेट को सही मात्रा में भरते हैं और रात में ज्यादा खाने से बचाते हैं।
  2. रात में खाएं कीवी
    रात में कीवी खाने के फायदे अलग ही हैं। दरअसल, कीवी फ्रूट सेरोटोनिन (serotonin) और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो सोने से पहले खाए जाने पर नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं। तो, इस तरह आप इन तमाम फलों को अलग-अलग खा कर इनके फायदे पा सकते हैं।
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महिलाओं की त्रिकोणीय T20 सीरीज में भारतीय टीम ने जीत से शुरुआत की है

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7वें नंबर की खिलाड़ी सुपरस्टार, डेब्यू किया, रिकॉर्ड तोड़ा, दिलाई भारत को जीत

डिजिटल भारत l साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई उस खिलाड़ी ने, जिसने इसी मैच से इंटरनेशनल डेब्यू किया. हम बात कर रहे हैं भारत की जीत में चमकने वाले अमनजोत कौर की, जिन्होंने 7वें नंबर पर उतरकर 9 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है और टीम का जीत से नाता जोड़ा है
अमनजोत कौर, एक ऑलराउंडर हैं. यानी वो बैटिंग और बॉलिंग दोनों में महारत रखती हैं. लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ जीत दिलाने को बस उनकी बल्लेबाजी ही भारत के लिए काफी रही. उन्होंने मुश्किल वक्त में क्रीज पर उतरकर तेज तर्रार रन बनाए, जिसने साउथ अफ्रीका के लिए भारत से पार पाना मुश्किल कर दिया.

डेब्यू पर चमकी अमनजोत
मुकाबले में भारतीय महिलाओं ने पहले बैटिंग की. लेकिन, शुरुआत जो एक बार बिगड़ी, वो पटरी पर तब तक नहीं लौटी, जब तक कि अमनजोत कौर क्रीज पर नहीं उतरीं. भारत की आधी टीम निपट गई और स्कोर बोर्ड पर बस 69 रन थे. दीप्ति शर्मा एक छोर संभाले डटीं थी, ऐसे में उन्हें साथ मिला अपनी टीम की सबसे नई खिलाड़ी और इस मैच से डेब्यू कर रहीं अमनजोत कौर का.

7वें नंबर पर उतर तोड़ा 9 साल पुराना रिकॉर्ड
कौर ने 7वें नंबर पर उतरकर अपनी पहली इंटरनेशनल इनिंग में 30 गेंदों का सामना किया और नाबाद 41 रन बनाए. इनकी इस इनिंग में 7 चौके शामिल रहे. ये 7वें नंबर या उससे नीचले क्रम में किसी भी महिला बल्लेबाज का बनाया सर्वाधिक स्कोर का नया भारतीय रिकॉर्ड है. इससे पहले ये कीर्तिमान झूलन गोस्वामी के नाम था, जो उन्होंने साल 2014 में बनाया था.

साउथ अफ्रीका की 27 रन से हार
दीप्ति शर्मा के साथ अमनजोत कौर ने अर्धशतकीय साझेदारी की, नतीजा ये हुआ कि भारत ने 6 विकेट पर 20 ओवर में 147 रन बनाए. इस तरह साउथ अफ्रीका को 148 रन का लक्ष्य मिला, लेकिन, भारत की कहर बरपाती गेंदबाजी के आगे वो बस 120 रन ही बना सके और 27 रन से मुकाबला हार गईं.

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