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एक भारत उत्कृष्ट भारत

26 / 11 जाने कब और कहा हुआ था हमला मिले इसके सबसे बड़े मास्टर से

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डिजिटल भारत l 26/11 के आतंकी हमले को आज 14 साल पूरे हो गए हैं. इस हमले की 15वीं बरसी पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने ट्वीट कर हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी. साथ ही विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने हमले में मारे गए लोगों को याद किया और आतंकवाद को भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरी मानव जाति के लिए खतरा बताया है. इस हमले को भारतीय इतिहास के सबसे भयानक हमलों में से एक माना जाता है. इस हमले में 140 भारतीयों और 23 देशों के 26 नागरिकों समेत कुल 166 लोगों की मौत हो गई, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
भीड़भीड़ वाले इलाकों को बनाया निशाना
साल 2008 में आज ही के दिन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल, ताजमहल पैलेस होटल, होटल ट्राइडेंट, नरीमन हाउस, लियोपोल्ड कैफे और कामा अस्पताल में हमला किया था. आतंकियों ने इन भीड़भाड़ वाले इलाकों में बम धमाकों और आंधाधुंध गोलीबारी से सैकडों लोगों को मौत के घाट उतार दिया था.
कहा जाता है कि जब डेविड हेडली ने पहली बार सितंबर, 2006 में ताज होटल में प्रवेश किया तो वहाँ की समृद्धि और वहाँ काम करने वाले लोगों के व्यवहार को देखकर महसूस किया कि इस शानदार जगह को तबाह करना आसान नहीं होगा.

टॉवर लॉबी में ‘फ़्रांजेपानी’ की मादक महक और सी लाउंज की खिड़कियों से गेटवे ऑफ़ इंडिया के दृश्य ने उसे करीब-करीब विश्वास दिला दिया कि इस होटल को नष्ट करने के बारे में सोचना ग़लत है.
एड्रियन लेवी और कैथी स्कॉट क्लार्क मुंबई हमलों पर अपनी किताब ‘द सीज, द अटैक ऑन द ताज’ में लिखते हैं, “हेडली 6 फ़ीट 2 इंच लंबा था. उसके लंबे सुनहरे बाल पोनी टेल में बँधे रहते थे. वो अक्सर मुड़ी-तुड़ी अरमानी जींस और कमीज़ में नज़र आता था और उसके कंधों से एक चमड़े की जैकेट लटकती रहती थी.”

“उसकी कलाई में करीब 9 लाख रुपए की रोलेक्स घड़ी बँधी रहती थी. मुंबई में वो डेविड के नाम से मशहूर था लेकिन अपनी बहन शेरी, सौतेले भाइयों हमज़ा और दानियाल, पत्नियों पोर्शिया, शाज़िया और फ़ैज़ा और सबसे अच्छे दोस्त तहव्वुर राना के लिए वो पाकिस्तानी मूल का अमेरिकी था जिसका असली नाम था दाऊद सलीम जिलानी.”
दाऊद या कहें डेविड के पिता सैयद सलीम जिलानी पाकिस्तान के नामी ब्रॉडकास्टर थे. वो जब कुछ सालों के लिए वॉयस ऑफ़ अमेरिका में काम करने के लिए वॉशिंगटन गए थे तो उनकी मुलाकात 19 साल की सेरिल से हुई थी जो मेरीलैंड विश्वविद्यालय में स्नातक की पढ़ाई कर रही थीं.

दोनों ने शादी करने का फैसला किया और पाकिस्तान आ गए लेकिन ये शादी अधिक दिनों तक नहीं चली और सन् 1966 में सेरिल और जिलानी के बीच तलाक़ हो गया.

सेरिल वापस अमेरिका लौट आईं और दाऊद अपने पिता और अपनी सौतेली माँ के साथ लाहौर में ही रहा. लेकिन जब दाऊद 16 साल का हुआ तो वो भी अपनी माँ के पास अमेरिका चला गया.

सन 1984 में उसका फिर पाकिस्तान से आने-जाने का सिलसिला शुरू हुआ. इस बीच उसका संपर्क ड्रग तस्करों से हुआ और वो हेरोइन तस्करी के काम में लग गया.

चार वर्ष बाद कस्टम अधिकारियों ने उसे फ़्रैंकफ़र्ट हवाई अड्डे पर दो किलो हेरोइन के साथ पकड़ लिया. उसके पिता ने उससे अपने सारे संबंध तोड़ लिए.

जर्मन अधिकारियों ने उसे अमेरिका को सौंप दिया. वहाँ उसने अमेरिकियों से एक सौदा किया जिसके तहत तय हुआ वो उनके लिए मुख़बिर का काम करते हुए पाक-अमेरिकी हेरोइन नेटवर्क में घुसपैठ कर उनकी गुप्त सूचना ड्रग इन्फ़ोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (डीईए) तक पहुँचाएगा.
इस बीच उसने शलवार कमीज़ पहनना शुरू कर दिया था, शराब, टीवी और मोबाइल फ़ोन से मुंह मोड़ लिया था.

मशहूर डेनिश पत्रकार कारे सोरेन्सन अपनी किताब ‘द माइंड ऑफ़ अ टेररिस्ट द स्ट्रेंज केस ऑफ़ डेविड हेडली’ में लिखते हैं-

“दाऊद का सपना था कि कश्मीर में लड़ने के लिए भेजा जाना लेकिन लश्कर के नेता ज़की-उर-रहमान लखवी की नज़र में इस अभियान के लिए दाऊद की उम्र कुछ ज़्यादा हो चुकी थी. उसने लश्कर के कमांडर साजिद मीर से कहा कि वो भारत पर हमले की बड़ी योजना में हेडली को भी शामिल करे. लश्कर को एक ऐसे शख़्स की ज़रूरत थी जो लंबे अरसे तक कैमरे और नोटबुक के साथ मुंबई आ-जा सके और जिसे लोगों से घुलने-मिलने से कोई परहेज़ न हो.”

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नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही लगातार जारी

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डिजिटल भारत
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लगातार अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाने अतिक्रमण दस्ता को निगमायुक्त के निर्देश

नगर निगम द्वारा शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ करने के लिए लगातार अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई जा रही है। मुहिम के अंतर्गत मुख्य मार्गो, चौराहों, तिराहों एवं सार्वजनिक स्थलों के आस-पास के सभी स्थाई एवं अस्थाई अतिक्रमणों को लगातार हटवाया जा रहा है। इसी कड़ी में आज निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार अतिक्रमण शाखा के द्वारा यातायात में बाधक 45 से अधिक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गयी। अतिक्रमण निरोधक अधिकारी सागर बोरकर, ने बताया कि आज व्यवस्तम क्षेत्र गंजीपुरा कमला नेहरू कन्या उच्चतर मध्यमिक विद्यालय के सामने, रॉंझी जलशोधन संयंत्र के बाहर पुनः, मंडी मदार टेकरी कब्रिस्तान से लेकर रद्दी चौकी तक, एवं श्याम टॉकिज आदि से लगे अनाधिकृत रूप से ठेले टपरों को हटाने कार्यवाही की गयी तथा व्यापारियों को समझाईस भी दी जाकर मुनादी भी कराई गयी।

उन्होंने व्यापारियों से कहा कि यदि दोबारा अतिक्रमण करते पाए गये तो सामग्री जप्ती एवं ठेले, टपरों को तोड़ने की कार्यवाही की जायेगी। कार्यवाही के संभागीय अधिकारी आनंद मिश्रा, अतिक्रमण दल प्रभारी ब्रज किशोर तिवारी एवं अतिक्रमण की टीम उपस्थित रहीं। निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के द्वारा अतिक्रमण दल को लगातार अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाने के भी निर्देश दिये गये

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10 करोड़ 53 लाख 57 हजार 2 सौ 52 रूपये की लागत से किया जायेगा नवीन पाइप लाइन, मरम्मत, जल दबाव बढ़ाने एवं टंकी निर्माण के कार्य

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डिजिटल भारत l निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार जल विभाग के अंतर्गत बड़े पैमाने पर कार्य किये जा रहे हैं, जिससे ग्रीष्म कालीन जलसंकट ग्रस्त क्षेत्रों में जल समस्या निवारण किया जा सकेगा। जिसमें दादा बाबूराव परांजपे वार्ड आदशर्न नगर पाइप लाइन मिलान कार्य पंचशील नगर जल संकट लागत 20 लाख 31 हजार 2 सौ 4, सुभाष चन्द्र बोस वार्ड अंतगत नेता कॉलोनी एवं अम्बेडकर कॉलोनी तथा शंकर होटल के पीछे पाइप लाइन मिलान कार्य लागत 61 लाख 63 हजार 4 सौ 29, अब्दुल हमीद वार्ड के अंतर्गत बजरंग बाड़ा से राजेश चौक चमनपासी के मकान तक पाइप लाइन मिलान कार्य लागत 12 लाख 89 हजार 7 सौ 4, वीरेन्द्रपुरी वार्ड पूर्व टंकी से धनवंतरी नगर चौराहा तक लागत 19 लाख 49 हजार 6 सौ 56, ललपुर मेन रोड से सुखसागर वैली कॉलोनी ग्वारीघाट लागत 21 लाख 43 हजार 4 सौ 25, पाइप लाइन मिलान कार्य एवं मानेगॉंव बिलपुरा मढ़ई नई टंकियों को भरने के लिए मोटर पंप स्टार्टर लगाने का कार्य लागत 1 करोड़ 60 लाख 50 हजार 9 सौ 25 रूपये की लागत से किया जा रहा है।
निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ ने बताया कि इसी प्रकार सभी 16 संभागों के अंतर्गत पाइप लाइन सुधार, गंदा पानी लाइन बदलने का कार्य किया जा रहा है, जिसमें संभाग क्रमांक 1 एवं 2 के अंतर्गत लागत राशि 13 लाख 93 हजार 2 सौ 73 रूपये से इंदिरा गांधी वार्ड बैदराना मोहल्ला में नाली से 3‘‘ पाइप लाइन बाहर करना, गढ़ा वार्ड कोष्टा मोहल्ला में 2‘‘ नल जल में नाली से अलग करना, वार्ड के पीछे पाइप लाइन बिछाने, मदन महल वार्ड शारदा चौक से गंगा सागर नाली 2‘‘ पाइप लाइन नाले के बीचोंबीच से अलग करना, विवेकानंद वार्ड पिपलेश्वर मंदिर स्टेट बैंक कॉलोनी में 4 स्थानों पर नवीन पाइप लाइन मिलान कार्य, कमला नेहरू नगर वार्ड में खिन्ना बस्ती में, चेतराम मढ़िया के पीछे, एवं मछली मार्केट के पास पाइप लाइन नाली से बाहर करना, वीरेन्द्रपुरी वार्ड मारूति मंडपम के पीछे पाइप लाइन नाली से बाहर करना, एवं विवेकानंद वार्ड में स्टेट बैंक कॉलोनी सिंगल स्टोरी पाइप लाइन बदलना, संभाग क्रमांक 6 में लागत 3 करोड़ 75 लाख 87 हजार 1 सौ 22 रूपये से डॉं. राजेन्द्र प्रसाद वार्ड चेरीताल समदड़िया काम्पलेक्स वाली गली एवं राजू गुरू अखाड़ा के आस-पास वाला क्षेत्र, एवं गोविन्द वल्लभ पंत वार्ड मोतीनाला समदड़िया बिल्डिंग के पीछे हरिजन बस्ती मालती ठाकुर निवास तक पाइप लाइन बदलने, के साथ-साथ राजीव गांधी वार्ड मंगल बिहार कॉलोनी, घनप्रभा कॉलोनी, कृष्णा कॉलोनी, अम्बेडकर कॉलोनी पाइप लाइन मिलान कार्य, राम मनोहर लोहिया वार्ड चंडाल भाटा बस्ती, स्मार्ट सिटी ऑफिस के पीछे वाली बस्ती, गौशाला के पीछे, कसोधन नगर में पाइप लाइन मिलान कर दववा बढ़ाना, दीनदयाल उपाध्याय वार्ड माढ़ोताल नई बस्ती, दीक्षित कॉलोनी, शिवशक्ति बस्ती माढ़ोताल, माढ़ोताल पुरानी बस्ती पाइप लाइन दबाव बढ़ाना, गोविन्द वल्लभ पंत वार्ड सरदार एजेन्सी, रजक मोहल्ला, सूजीपुरा, विश्वकर्मा मोहल्ला, इमली मैदान, मछली मार्केट में नवीन टंकी निर्माण एवं पाइप लाइन बदलना, डॉं राजेन्द्र प्रसाद वार्ड पूर्व महापौर प्रभात साहू निवास, कोष्टी मंदिर के आस पास, एवं हरदौल मंदिर वाला क्षेत्र अमृत योजना फेस 2 नवीन टंकी निर्माण, संभाग 7 में लागत 1 करोड़ 25 लाख 79 हजार 8 सौ 33 रूपये से अब्दुल हमीद वार्ड के अंतर्गत रजा चौक से जामिल होटल, कुरैशी मारबल से मैदान तक, कटरा मसिजद के पीछे टयूववेल, बजरंग बाड़ा टयूबवेल एवं गांधी टोला टयूबवेल से पाइप लाइन बदलना, महर्षि महेश योगी वार्ड धनी की कुटिया के आगे पटैल बस्ती गली में पाइप लाइन बदलाना, संभाग क्रमांक 8 में लागत 5 लाख 50 हजार रूपये से खेरमाई वार्ड मथुरा सेठ की बावड़ी के बाजू में नाले से डली हुई 3‘‘ क्षतिग्रस्त पाइप लाइन को सिंधी कैम्प से सिद्धात्री मंदिर के पीछे तक डालना, संभाग 10 में लागत 1 करोड़ 3 लाख 80 हजार रूपये से अम्बेडकर वार्ड चौधरी मोहल्ला मस्ताना चौक, सुदर्शन वार्ड मेजर किराना के पास का क्षेत्र, बजरंग नगर पहाड़ी ऊॅंचाई वाला क्षेत्र में पाइप लाइन डालना संभाग क्रमांक 14 में लागत 88 लाख 90 हजार 3 सौ 3 से महाराजा अग्रसेन के अंतर्गत पुरानी जगदम्बा कॉलोनी, अर्पण नगर, विकास पनगर, वासु डेरी के सामने जल दबाव बढ़ाना, चेरीताल वार्ड लीलाधर कन्या शाला के पीछे, भैंसासुर भैरव मंदिर, होरी लाल टायर वाली गली में लाइन डालकर मिलान कार्य, जय प्रकाश नारायण वार्ड पंजाब बैंक कॉलोनी,, चितरंतन वार्ड नर्मदा नगर, न्यू नर्मदा नगर, मौर्य किराना, शिब्बू दूध, सुभाष नगर, विजय पटैल गली में जल दबाव बढ़ाना, पं. मोतीलाल नेहरू वार्ड गाजी नगर दसनल बस्ती, संजीवनी हॉस्पिटल, राम नगर, एवं अबूजर मस्जिद वाला क्षेत्र में पाइप लाइन मिलान कर जल दबाव बढ़ाना, संभाग 15 में लागत 38 लाख 84 हजार 7 सौ रूपये से वार्ड क्रमांक 72 टगर, रिमझा, चंद्रनगर, कठौंदा, विक्रम स्कूल के पीछे, औरिया में पाइप लाइन विस्तार, वार्ड क्रमांक 73 विश्वकर्मा कॉलोनी, प्रोफेसर कॉलोनी में पाइप लाइन विस्तार करना, महाराजपुर वार्ड क्रमांक 75 हाउंसिंग बोर्ड कॉलोनी, दुगा नगर एल आई जी एम.आई.जी. ब्लाक की जल सप्लाई जर्ज पाइप लाइन बदलना, बिलपुरा पुरानी बस्ती, इमलिया प्रेम नगर बस्ती में पाइप लाइन बदलना एवं संभाग क्रमांक 16 में लागत 1 लाख 24 हजार 8 सौ 76 से ठक्कर ग्राम वार्ड बाबा टोला जानकी दास मंदिर का पहाड़ी क्षेत्र में ओव्हर हेड टैंक, लाल बहादुर शास्त्री वार्ड टेढ़ी नीम एवं आस पास पहाड़ी क्षेत्र में अमृत फेस 2 में ओवर हेड टंकी का प्रस्ताव तैयार किया गया है। कुल लागत 10 करोड़ 53 लाख 57 हजार 2 सौ 52 रूपये से शीघ्र ही सभी स्थानों पर कार्य प्रारंभ कराकर पूर्ण किए जाएंगे।

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पहली बार सरकारी और निजी क्षेत्र में हो रही हैं व्यापक स्तर पर भर्तियाँ एक लाख पदों पर नियुक्तियों के कार्य की हुई समीक्षा

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युवाओं के लिये रोजगार सबसे बड़ी जरूरत : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि युवाओं को रोजगार आज की सबसे बड़ी जरूरत है।
रोजगार सरकारी क्षेत्र में हो या निजी क्षेत्र में, योग्यतानुसार कार्य मिल जाए, यह बहुत आवश्यक है। सेवाओं में
आने से युवाओं में स्वाभाविक रूप से उत्साह का संचार होता है। पर्याप्त अमले से संस्थानों और विभागों की कार्य-
प्रणाली भी सहज और आसान होती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में विभिन्न सरकारी विभागों में एक
लाख पदों को भरने संबंधी समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रति माह रोजगार दिवस के
फलस्वरूप बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार प्राप्त हो रहा है। औद्योगिक संस्थानों में स्थानीय युवाओं की सेवाएँ
लेने को महत्व दिया जा रहा है। राज्य सरकार सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने दृढ़ संकल्पित है। इसी
संकल्प की पूर्ति के लिए अभियान संचालित कर शासकीय विभागों में रिक्त पद भरे जा रहे हैं। लोक निर्माण मंत्री
श्री गोपाल भार्गव, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास
मंत्री श्री कमल पटेल, सहकारिता मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, सूक्ष्म,
लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओ.पी. सखलेचा और पशुपालन मंत्री श्री प्रेम सिंह पटेल, मुख्य सचिव श्री इकबाल
सिंह बैंस सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री विनोद कुमार ने प्रेजेंटेशन
दिया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शासकीय विभागों में अकेले गृह विभाग में ही 6 हजार आरक्षक पदों पर
नियुक्ति देने की पहल हुई है। प्रयास यह है कि किसी एक दिन सभी को समारोह पूर्वक नियुक्ति-पत्र प्रदान किए

जाएँ। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा विभागों के पदों को भरने की कार्रवाई के साथ ही राज्य के सार्वजनिक
उपक्रमों में भी पदों की पूर्ति के लिए कार्यवाही की जा रही है। उपस्थित मंत्रीगण ने रोजगार और स्व-रोजगार क्षेत्र
में हो रहे कार्य को महत्वपूर्ण बताया।

जानकारी दी गई कि 15 अगस्त से प्रारंभ हुए रिक्त पदों की पूर्ति के अभियान की कार्यवाही निरंतर 12
माह तक चलेगी। प्रदेश में 01 लाख 12 हजार 724 सरकारी रिक्त पदों को भरने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।
नवंबर माह में तेजी से कार्य हुआ है। लगभग 60 हजार पदों को भरने के लिए आवश्यक प्रक्रिया का पालन किया
जा रहा है। सभी विभाग इस कार्य में सक्रिय हैं। प्रथम श्रेणी के 1,271, द्वितीय श्रेणी के 20 हजार 728, तृतीय
श्रेणी के 82 हजार 879 और चतुर्थ श्रेणी के 9091 पद रिक्त हैं। इन पदों की पूर्ति के लिए वित्त विभाग से
अनुमति के बाद आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। गत 15 अगस्त से 31 अक्टूबर तक 36 हजार 235 पद
विज्ञापित किए गए हैं। नवम्बर माह में 3 हजार 926 पद विज्ञापित किए गए हैं। इस माह के अंत तक करीब 19
हजार पद विज्ञापित होंगे। आठ विभागों में 1595 नियुक्तियाँ गत तीन माह में कर दी गई हैं।

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जाने क्या है सॉफ्ट स्किल्स उनके फायदे उदाहरण के साथ

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डिजिटल भारत l soft skill किसी भी नौकरी को पाने के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब भी आप किसी नौकरी के इंटरव्यू में जाते हो तो उस दौरान आपके resume strength में यह जरूर देखा जाता है कि आपको किस – किस तरह की soft skill आती है।

Soft skill का उपयोग करके आप अपने customer या कंपनी के client के साथ बेहतर बातचीत कर उन्हें सभी जरूरी जानकारी समझा सकते है। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है, कि आप कौन सी नौकरी की तलाश में हो सभी क्षेत्रों में इसकी आवश्यकता होती है। कई लोगों को पता नहीं होता है, कि कौन सी soft skill की मांग आने वाले समय में सबसे अधिक होने वाली है, ताकि उसके अनुसार वह उसे सीखकर आगे बढ़ सके। क्रिटिकल थिंकिंग आज के युग में सबसे ट्रेंडिंग स्किल में से एक है लेकिन बड़े बड़े प्रोफेसनल भी इसे समज हीं नहीं पाते ,असल में क्रिटिकल होना यानि की किसी मामले में हमें उसकी खामियों को पहचानना होता है । पर कुछ लोग क्रिटिकल होने को गलत नजर से देखते है। दरअसल Critical thinking skills हमारे सोचने का ही एक तरीका है जिसमे हम एक Logical और Free thinking के साथ किसी problem का Suitable solution निकालते हैंl
Soft Skills जिसे हिंदी में व्यावहारिक कौशल या व्यवहार कुशलता कहा जाता है, अगर हम अपने career या business में आगे जाना चाहते है तो हम में soft skills का होना बहुत अनिवार्य है. soft skills के अंतर्गत प्रभावी communication skills, Leadership skills, Listening skills, Creativity और problem solving skills आते है, ये सभी skills को हमें अपने personality में शामिल करना चाहिए.
Communication Skills जिसे हिंदी में संचार कला या सम्प्रेषण कला कहा जाता है, जब हम अपनी बात को दूसरो को आसानी से और प्रभावी रूप से बोल पाने में सक्षम होते है, तो उसे हम effective communication skills कहते है.
जब हम अपने विचारो को बोल बोल के व्यक्त करते है, तो इसे verbal communication स्किल्स कहा जाता है, Verbal Communication हम अपने दिनचर्या में लगभग 35 परसेंट प्रयोग करते है.
Non Verbal Communication – जब हम अपने विचारो को इशारों के माध्यम से व्यक्त करते है, तो इसे non verbal communication स्किल्स कहा जाता है, non Verbal Communication हम अपने दिनचर्या में लगभग 65 परसेंट प्रयोग करते है.
हमें हमेशा बातचीत के दौरान दुसरे को बोलने के लिए support करना चाहिए, कहने का मतलब सामने वाले को बोलने के लिए प्रेरित करना चाहिए उसे ऐसा लगना चाहिए की आप उनके बातो पर intrest ले रहे है.

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सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों के निराकरण में जबलपुर ने लगातार

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डिजिटल भारत l दूसरे माह हासिल किया प्रदेश में पहला स्थान

सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में जबलपुर ने लगातार दूसरे माह ए रेटिंग के साथ ओव्हर
ऑल रैकिंग में प्रदेश भर में पहला स्थान प्राप्त किया है। जिले को मिली इस उपलब्धि की खास बात यह भी है कि

जबलपुर ने अक्टूबर माह के परफार्मेंस को सितम्बर माह की अपेक्षा और बेहतर किया है। सितम्बर माह में
जबलपुर जिला ओव्हर ऑल रैकिंग में 80.94 अंक प्राप्त कर प्रदेश का सिरमौर बना था वहीं अक्टूबर माह में जिले
ने 83.38 वेटेज अंक प्राप्त कर अपने प्रदर्शन को और बेहतर किया है। जबलपुर जिले को अक्टूबर माह में सीएम
हेल्प लाइन से 10 हजार 433 शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इनमें से 8 हजार 472 शिकायतों का निराकरण आवेदकों
की संतुष्टि से किया गया।
ज्ञात हो कि जबलपुर जिला पिछले नौ माह से सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में प्रदेश के टॉप तीन जिलों
में शामिल हो रहा है। जबकि इस जिले ने लगातार पांच माह से प्रथम समूह के अव्वल दो जिलों में अपना स्थान
बरकरार रखा है। लोक सेवा प्रबंधन विभाग द्वारा सीएम हेल्प लाइन शिकायतों के निराकरण को लेकर आज जारी
की गई अक्टूबर माह की ग्रेडिंग में जबलपुर जिले को प्राप्त हुए 83.38 वेटेज अंक में से आवेदकों की संतुष्टि के
साथ शिकायतों के निराकरण के लिए ही 60 में से 48.85 वेटेज अंक मिले हैं। इसी प्रकार 50 दिन से अधिक
समय से लंबित शिकायतों के संतुष्टिपूर्ण निराकरण के लिए जिले को 20 में से 14.96 वेटेज अंक हासिल हुए हैं।
जबलपुर के बाद जबलपुर संभाग का ही छिंदवाड़ा जिला 82.59 वेटेज स्कोर प्राप्त कर अक्टूबर माह की
ओवर ऑल रैकिंग में प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों के निराकरण में अक्टूबर माह में
प्रदेश के केवल दो जिले ही 80 से अधिक वेटेज स्कोर प्राप्त कर ग्रुप ए में स्थान बना सके हैं। इन दो जिलों में
जबलपुर के बाद जबलपुर संभाग का ही छिंदवाड़ा जिला दूसरे स्थान पर है।


कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों के निराकरण में जिले को ओव्हर
ऑल रैंकिंग में लगातार दूसरे माह प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त होने पर सभी विभागों के जिला अधिकारियों एवं
उनकी टीम को बधाई दी है। उन्होंने इस उपलब्धि को अधिकारियों द्वारा आम नागरिकों की समस्याओं के
निराकरण की दिशा में किये जा रहे सार्थक प्रयासों का नतीजा बताया। श्री सुमन ने इस उपलब्धि को आगे भी
बरकरार रखने बल्कि इसे और बेहतर करने की अपेक्षा भी अधिकारियों से की।


जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंस चित्रांशु त्रिपाठी के अनुसार जबलपुर जिले को मिली यह उपलब्धि कलेक्टर श्री
सौरभ कुमार सुमन द्वारा सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों की नियमित मॉनिटरिंग का परिणाम है। उन्होंने
बताया कि कलेक्टर श्री सुमन द्वारा सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और आवेदकों की संतुष्टि
के साथ निराकरण करने के दिये गये निर्देशों तथा लगातार की गई समीक्षा के फलस्वरूप सितम्बर माह की अपेक्षा
अक्टूबर माह में जिले को ज्यादा अंक प्राप्त हुए हैं।

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बजन घटने के कुछ अनोखे टिप्स जाने भर्ती से

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डिजिटल भारत l वजन कम करने के लिए जिम जाना ही एकमात्र तरीका नहीं है वजन घटाने के लिए आप और भी तरीके आजमा सकते हैं। वजन घटना आज एक गंभीर मुद्दा बन गया हैं, प्रत्येक व्यक्ति अपना वजन कम करना और फिट रहना चाहता हैं।

विज्ञापनों में लोगों को वजन कम करने के लिए अक्सर उन चीजों को करने की सलाह दी जाती है, जिनमें से अधिकांश के पीछे कोई सबूत नहीं होता है। हालांकि, कुछ वर्षों में, वैज्ञानिकों ने वजन घटाने के लिए कई रणनीतियों को सही पाया है जो प्रभावी लगती हैं। यहाँ पर वजन कम करने के उपाय दिए गए हैं जो आपके पेट को कम करके और मोटापा घटाने में मदद करते हैं।
भारती सिंह के वजन कम करने के टिप्स

लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले (Asha Bhosle Songs) रियलिटी शो में भारती सिंह (Bharti Singh Weight Loss) के वजन कम करने को लेकर तारीफ करती हैं. भारती सिंह ये सुनकर उछलने लगती हैं और कहती हैं, ‘मेरा एक बेबी है सात महीने का उसके बाद ही मेरा वजन काफी कम हुआ है. मुझे अब लगता है कि बेबी पर बेबी करना चाहिए…तभी हम फिट रहेंगे, पतले रहेंगे.’ भारती सिंह (Bharti Singh Comedy Video) की इस बात को सुनकर लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले भी खिल-खिलाकर हंसने लगती हैं.
आशा भोसले की बात सुनकर इमोशनल हुईं भारती

लेजेंडरी सिंगर आशा भोसले (Asha Bhosle) जी कॉमेडियन की खूब तारीफ करती हैं. आशा जी कहती हैं, ‘मैं आपकी सच में फैन हूं, आप जबसे काम कर रही हैं…तब से ही इतना अच्छा करती हैं. मैं आपको जब भी देखती हूं हंसने लग जाती हूं. यकीन मानिए मैंने सारी जिंदगी कभी झूठ नहीं बोला, मैंने शुरुआत से आपको देखा है,
हमारी व्यस्त और गतिहीन जीवनशैली की कारण हमारा कब वजन बढ़ाने लगता हैं हमें पता ही नहीं चलता हैं और बाद में यह हमारी चिंता का विषय बन जाता हैं। प्राकृतिक तरीके से वजन कम करना सबसे अच्छा उपाय है क्योंकि प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाना सबसे अच्छा है। नीचे वजन को कम करने के कुछ सरल घरेलू उपाय दिए जा रहें जिससे आप आसानी से बढ़े हुए वजन को कम कर सकते हैं।

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अचानक पीएम मोदी के पार्टी ऑफिस में आने से चोके व भावुक हुए कार्यकर्ता, रणनीति पर की चर्चा

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डिजिटल भारत l गुजरात में भाजपा के चुनाव अभियान की कमान अब पीएम मोदी ने संभाल ली है। रविवार को पीएम ने जोरदार प्रचार अभियान चलाया, उन्होंने एक दिन में चार रैलियों को संबोधित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यालय ‘कमलम’ में पार्टी कार्यकर्ताओं और सहयोगियों के साथ समय बिताया। पीएम मोदी के अचानक पार्टी ऑफिस आने और उनको सामने बैठा देख कार्यकर्ता बेहद चकित थे।
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं के साथ किसी कमरे समय नहीं बिताया बल्कि खुले क्षेत्र को चुना। यहां वह सामने कुर्सी पर बैठ गए और भाजपा कार्यकर्ता बेंच लेकर उनके आसपास बैठ गए। हालांकि रात थी तो लोग कम ही थे। इसलिए देर रात पार्टी कार्यालय में काम कर रहे चंद लोगों ने ही प्रधानमंत्री का स्वागत किया। हालांकि पीएम मोदी ने कहा कि पार्टी कार्यालय में मौजूद सभी लोगों को बुलाया जाए, इसके बाद सभी को बुला लिया और उन्होंने सभी से बातें की।


एक सूत्र ने एएनआई को बताया कि कुछ युवा कार्यकर्ता लंबे समय से भाजपा से जुड़े हुए हैं, वे वास्तव में यह देखकर प्रभावित हुए कि प्रधानमंत्री ने पार्टी के अधिकांश पुराने कार्यकर्ताओं को उनके नाम से संबोधित किया और यहां तक कि उनके साथ मजाक भी किया। साथ ही उन्होंने वर्षों पहले की यादों को ताजा भी किया।
पीएम मोदी ने पार्टी कार्यालय में 40 मिनट से अधिक समय बिताया, जहां उनके साथ गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, गुजरात राज्य मंत्री हर्ष सांघवी और पार्टी महासचिव प्रदीप सिंह वाघेला सहित अन्य लोग थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभी गुजरात में हैं और रविवार को उन्होंने वेरावल, धोरारजी, अमरेली और बोटाड में रैलियों को संबोधित किया था।

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जाने क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या यह इंसानो की जॉब्स को कर देंगी ख़तम…?

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डिजिटल भारत l हाल ही में भारत सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence- AI) मिशन पर नीति आयोग एवं इलेक्ट्रोनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (Ministry of Electronics and Information Technology- MeitY) के बीच आपसी मतभेद को हल करने हेतु एक समिति का गठन किया है। इस समिति में विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, नीति आयोग के सीईओ और MeitY के सचिव शामिल हैं एवं इसकी अध्यक्षता मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन कर रहे हैं। ध्यातव्य है कि भारत अपनी अर्थव्यवस्था को डिज़िटल अर्थव्यवस्था बनाने के साथ-साथ सरकारी काम-काज को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है

दुनिया में दो अरब से ज़्यादा लोगों के लिए ऑनलाइन शॉपिंग आम बात है.

हम फ़िक्र तक नहीं करते कि ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया चलती कैसे है?

दरअसल, पेमेंट करते ही ग्राहक तक सामान पहुंचाने के लिए बनी कंपनियां कड़ी हरक़त में आ जाती है.

सबसे पहले पास के वेयरहाउस में ‘पिकर’ कहे जाने वाले शख़्स तक संदेश पहुंचता है. वो ग्राहक के ऑर्डर के मुताबिक़ सामान तलाशता है. इसके बाद सामान पैक करके डिस्पैच कर दिया जाता है.
डिपो दर डिपो आगे बढ़ते हुए सामान कुरियर के जरिए हमारे दरवाज़े तक पहुंचता है.

इस पूरी प्रक्रिया और इसमें लगे लोगों को मैनेज करती है आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस यानी एआई.

अब सवाल है कि वेयरहाउस और सप्लाई चेन में एआई का जिस तरह का दखल है, क्या बाकी जगह भी वैसा ही होने जा रहा है?
अमेरिकी टेक कंपनी रिथिंकरी के संस्थापक डेविन फिडलर बताते हैं, ”प्रयोग के लिए हमने कई सिस्टम तैयार किए हैं. हम देखना चाहते हैं कि डिजिटल मैनेजमेंट को कहां तक ले जा सकते हैं.”

डेविन फिडलर ने ऐसे सॉफ्टवेयर तैयार किए हैं जो लोगों को संभालते हैं. वो बताते हैं कि उन्हें कल्पना से ज़्यादा कामयाबी हासिल हो चुकी है.

डेविन फिडलर कहते हैं, ”हमारे पास ऐसा सॉफ्टवेयर है जो फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म पर जाता है. ये ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जहां आप दुनिया भर के फ्रीलांसर्स से संपर्क कर सकते हैं. वहां ये ऐसे लोगों की तलाश करता है जो प्रोजेक्ट पर काम करने के लिहाज से माकूल हों. ये आमतौर पर शुरू में उन्हें छोटा काम देता है ताकि उनकी क्षमता परखी जा सके. टीम में शामिल होने के बाद नतीजे हासिल होने तक ये उनकी मदद करता है.”

इससे लगता है कि मानो यहां कोई प्रबंधक ही एक्शन में हो.

डेविन कहते हैं कि इससे साबित हुआ कि सेल्फ ड्राइविंग यानी खुद से चलने वाला रिसर्च प्रोजक्ट तैयार करना मुमकिन है. यहां आप सिर्फ़ बटन दबाते हैं. कंप्यूटर पूरी प्रक्रिया को चलाता है और नतीजा मिल जाता है.
डेविन का ये भी दावा है कि कि हम जितना सोचते हैं, मशीनें संवेदनाओं को उससे बेहतर तरीके से संभाल सकती हैं.

लेकिन सवाल ये भी है कि ऐसा क्या किया जाए जिससे ये तय हो कि एआई लोगों की ज़िंदगी बेहतर बनाए और तबाही की वजह न बनें.

डेविन फिडलर कहते हैं, ” मुझे लगता है कि इसे होशियारी से इस्तेमाल करना चाहिए. ऐसा सिस्टम बना देना आसान है जो किसी एक चीज़ में इजाफ़ा कर दे, मसलन मुनाफ़ा हासिल करना आसान बात है. ये सिस्टम जिस सामाजिक परिवेश में काम करता है, उसे उसकी जानकारी नहीं होती. उसे पता नहीं होता है कि वो जो कर रहा है वो फायदेमंद है या फिर इसकी वजह से परेशानियां बढ़ सकती हैं.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नकारात्मक प्रभाव/ नुकसान
हर सिक्के के दो पहलू होते है इसी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे हैं तो नुकसान भी है |

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में मनुष्यों के स्थान पर मशीनों से काम लिया जाएगा मशीनें स्वयं ही निर्णय लेने लगेंगी अगर समय रहते उन पर नियंत्रण नहीं किया गया, तो इससे मनुष्य के लिये खतरा भी उत्पन्न हो सकता है|
वैज्ञानिक इसे सबसे बड़ा खतरा तब मानते हैं जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसके ज़रिये मशीनें बिना मानवीय हस्तक्षेप के नैतिक प्रश्नों पर फैसला लेने लगेंगी। जैसे जीवन, सुरक्षा, जन्म-मृत्यु, सामाजिक संबंध आदि फैसले|
बिल गेट्स का मानना है कि यदि मनुष्य अपने से बेहतर सोच वाली मशीन बना लेगा तो मनुष्य के अस्तित्व के लिये ही सबसे बड़ा खतरा उत्पन्न हो जाएगा|
सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिन्स का भी यही कहना था कि मनुष्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मुकाबला नहीं कर सकती|

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जयशंकर ने खोला आतंकवाद पर मोर्चा पाकिस्तान और चीन का नाम लिए – प्रेस रिव्यू

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डिजिटल भारत l हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि जो देश आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं उन्हें इसकी क़ीमत चुकानी चाहिए.

अंग्रेज़ी अख़ाबर टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी ख़बर के अनुसार, प्रधानमंत्री के इस बयान पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि कुछ देश आतंकवाद को शासन-कला के एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करने की प्रवृत्ति और दूसरों की इसे सही ठहराने की कोशिश बड़ी वजह है कि आतंकवादी का ख़तरा बढ़ता जा रहा है.

‘नो मनी फ़ॉर टेरर’ कॉन्फ्रेंस में अपनी बात रखते हुए जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बग़ैर कहा कि ये ज़रूरी है सभी आतंकवाद को लेकर एक और अविभाजित मत रखें.

उन्होंने कहा कि “आतंकवाद, आतंकवाद होता है और कोई राजनीतिक विचारधारा इसे न्यायोचित नहीं ठहरा सकती.”
जयशंकर कहते हैं, “इस संकट से निपटने के लिए देशों को राजनीति से ऊपर उठना पड़ेगा. आतंकवाद से सख़्ती से सारे मोर्चों पर लड़ना होगा, हर परिस्थिति और हर जगह पर लड़ना होगा.”

विदेश मंत्री ने कहा कि नो मनी फॉर टेरर मंच आतंकवाद के लिए की जा रही वित्तीय सहायता से लड़ेगा. उन्होंने कहा, “जब बात आतंकवाद की आती है तो तो हम अपनी नज़रें कभी नहीं फेरेंगे,हम कभी आतंकवाद पर समझौता नहीं करेगें और हम न्याय सुनिश्चित करने कीहर संभव कोशिश कभी नहीं छोड़ेंगे.”

उन्होंने ये भी कहा कि फेक चैरिटी और फ़ेक एनजीओ आतंकवाद को वित्तीय सहायता देने का एक ज़रिया बन गई हैं. ये ज़रूरी है कि ऐसी संस्थाओं और उनके ऑपरेशन को रोका जाए.
भारत रूसी तेल बांग्लादेश भेज सकता है
अंग्रेज़ी बिजनेस अख़बार इकॉनमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत बांग्लादेश में रूसी तेल और गैस भेजने के लिए ट्रांजिट देश के रूप में उभरने की संभावना तलाश रहा है. इससे पहले तुर्की भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश को इस तरह की आपूर्ति के लिए ट्रांजिट देश के रूप में उभरने की पहल कर चुका है.
हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा- ताक़तवर नेता नहीं होगा तो आफ़ताब हर शहर में पैदा होंगे
अंग्रेज़ी अख़बार द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, दिल्ली में हाल ही में सामने आए श्रद्धा वालकर मर्डर केस में लड़की के लिव-इन पार्टनर आफ़ताब पूनावाला ने उसकी हत्या कर शव के कई टुकड़े किए, इस केस का ज़िक्र करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे ‘लव जिहाद’ से जोड़ा और कहा कि अगर देश में ताक़तवर नेता नहीं होंगे तो एक आफ़ताब हर शहर में पैदा होंगा.

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