DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

वर्ष 2022-23 के लिए 8.71% दर बढ़ाने दायर याचिका म.प्र. राज्य नियामक आयोग की प्राप्त हुई स्वीकृति, प्रति यूनिट 58 पैसे तक बढ़ सकते हैं बिजली के दाम

0 0
Read Time:3 Minute, 18 Second

डिजिटल भारत l मध्य प्रदेश पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के साथ तीनों वितरण कम्पनियों ने बुधवार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बिजली दर निर्धारण याचिका मप्र विद्युत नियामक आयोग में दाखिल की. कंपनी ने 1500 करोड़ रुपए के आय और व्यय के अंतर को खत्म करने के लिए औसत 3.2 प्रतिशत बिजली की दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है, मध्य प्रदेश में बिजली कंपनी के बिजली दर बढ़ाने के प्रस्ताव पर 23 जनवरी 2023 को जनसुनवाई होगी। मप्र विद्युत नियामक आयोग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। बिजली याचिका में राज्य सरकार बडे घरेलू उपभोक्ताओं को राहत देकर मध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं की बिजली महंगी करने की तैयारी में है। सरकार 300 से अधिक का स्लैब खत्म करने जा रही है। इस स्लैब वाले उपभोक्ताओं की संख्या करीब पांच लाख है। अब ये 150 से 300 यूनिट की स्लैब में आ जाएंगे। वहीं, 150 से 300 यूनिट की खपत करने वाले करीब 25 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को ज्यादा बिजली बिल चुकाना होगा।

प्रदेश में करीब सवा करोड़ उपभोक्ता है, जिनमें से करीब 90 लाख छोटे उपभोक्ताओं को सब्सिड़ी मिलती है।

म.प्र. पॉवर मैनेजमेंट कंपनी ने तीनों विद्युत वितरण कंपनियों की ओर से मप्र विद्युत नियामक आयोग को वर्ष 2023-24 के लिए बिजली दर निर्धारण की टैरिफ पिटीशन सौंपी गई है। कंपनियों ने बिजली दर में औसत 3.20 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव रखा है।

आयोग ने इस पर जनसुनवाई के लिए सूचना गुरुवार को जारी कर दी है। पूर्व विद्युत विद्युत वितरण कंपनी जबलपुर में 23 जनवरी, पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी इंदौर में 24 और मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भोपाल में 25 जनवरी को जनसुनवाई होगी। जनसुनवाई के बाद मार्च में आयोग नए वित्तीय वर्ष के लिए दर निर्धारित करेगा। ये दरें एक अप्रैल से लागू होने की संभावना है।

आगामी वर्ष के लिए बिजली कंपनियों को सभी मदों से 49,530 करोड़ के राजस्व की जरूरत होगी, लेकिन उसे 47,992 करोड़ रुपए का राजस्व ही प्राप्त हो सकेगा। उसे प्रस्तावित हानि 1,537 करोड़ रुपए की होगी। इस हानि को पूरा करने के लिए बिजली दरों में औसत रूप से 3.20 प्रतिशत वृद्धि करने की अनुमति आयोग से मांगी है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

इंडिया अलर्ट- कोरोना बढ़ने लगी टेंसन पीएम मोदी आज करेंगे हाईलेवल मीटिंग, एक्शन में सीएम योगी-अरविंद केजरीवाल

0 0
Read Time:19 Minute, 19 Second

चीन के बाद जापान-अमेरिका में भी फूटा कोरोना बम, 24 घंटे में 5.37 लाख नए मरीज

Corona BF.7 Variant: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 की पुष्टि हो गई है. गुजरात और ओडिशा में नए मामले सामने आए हैं. हालांकि अच्छी खबर ये है कि ये तीनों मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है. इन मामलों के बाद भारत सरकार अलर्ट मोड पर है और टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दे रही है. पीएम नरेंद्र मोदी आज कोविड की स्थिति की समीक्षा करेंगे.

दिल्ली और यूपी सरकार ने भी आज कोरोना के नए वेरिएंट पर चर्चा करने के लिए हाइलेवल मीटिंग बुलाई गई है. नए वेरिएंट से बचाव पर डॉ वीके पॉल ने मास्क के इस्तेमाल और बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी है. कोरोना को लेकर भारत के एयरपोर्ट पर भी रैंडिम चेकिंग की जा रही है.

भारत में 10 अलग वेरिएंट मौजूद

देश में फिलहाल कोरोना के 10 अलग-अलग वेरिएंट मौजूद हैं. इसमें सबसे ताजा वेरिएंट BF 7 है. देश में अभी भी सबसे ज्यादा तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट के कुछ केस मिल जाते हैं. भारत में ज्यादातर लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है और कोरोना के खिलाफ हर्ड इम्युनिटी भी बड़ी आबादी में मौजूद है. ऐसे में चीन की तरह डरने की ज़रूरत तो नहीं लेकिन सरकार सतर्क हो गई है. अभी कोविड गाइडलाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए ये निर्देश

•             सर्दी और फ्लू की जांच करवाएं

•             बूस्टर डोज़ की खुराक लें

•             सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें

•             भीड़ में मास्क का इस्तेमाल करें

अब कोरोना पर हर हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा बैठक होगी. इसके अलावा देश में बाहर से आने वाले यात्रियों की भी रैंडम जांच शुरू की गई है. लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है.

चीन में कोरोना के तेज रफ्तार से फैलने की वजह कोरोना का नया वेरिएंट BF.7 है. आपको बताते हैं ये कितना ख़तरनाक है.

•             वेरिएंट BF.7 ओमिक्रॉन वेरिएंट से निकला है और ये ओमिक्रॉन का सबसे ताकतवार वेरिएंट है

•             वेरिएंट BF.7 बहुत जल्दी एक इंसान से दूसरे इंसान में ट्रांसफर होता है

•             संक्रमित होने के बाद इसके लक्षण भी तुरंत सामने आते हैं 

•             वेरिएंट BF.7  में 1 मरीज़ से 16 लोगों को संक्रमित करने की क्षमता है

•             वेरिएंट BF.7 कमज़ोर इम्युनिटी वालों पर घातक साबित होता है…इसलिए चीन में बुजुर्ग सबसे ज्यादा इंफेक्टेड हैं

•             वेरिएंट BF.7 इतना ताकतवर है कि चीन में फुली वैक्सीनेटेड लोगों को भी ये संक्रमित कर रहा है

चीन के बाद जापान-अमेरिका में भी फूटा कोरोना बम, 24 घंटे में 5.37 लाख नए मरीज

चीन ही नहीं दुनियाभर में कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं. पिछले 24 घंटे में दुनियाभर में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की जान इस दौरान गई है. पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा केस जापान में मिले हैं. इतना ही नहीं अमेरिका में भी 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. उधर, चीन में कोरोना से तबाही जारी है. यहां न सिर्फ तेजी से केस बढ़ रहे हैं, बल्कि महामारी से लोगों की जान भी जा रही है.

हालत ये हो गए हैं कि अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए जगह नहीं बची है. यह बात वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी मानी है. WHO ने कहा कि कोरोना की मौजूदा लहर के चलते चीन में अस्पताल भर गए हैं. चीन के अलावा अमेरिका, जापान समेत दुनिया के तमाम देशों में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में भारत सरकार के साथ साथ राज्य भी अलर्ट पर आ गए हैं. आईए जानते हैं कोरोना के 10 बड़े अपडेट्स-

1- 24 घंटे में दुनियाभर में कितने केस मिले?

कोरोना के आंकड़ों पर नजर रखने वाली संस्था worldometer के मुताबिक, दुनियाभर में पिछले 24 घंटे में 5.37 लाख केस सामने आए हैं. वहीं 1396 लोगों की मौत महामारी से हुई है. अब तक दुनियाभर में कोरोना के 659497698 केस मिल चुके हैं. वहीं 20 करोड़ एक्टिव केस हैं.

2- जापान में सबसे ज्यादा केस मिले

जापान में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2.06 लाख केस मिले हैं. वहीं, 296 लोगों की मौत हुई है. अमेरिका में भी 50 हजार से ज्यादा केस मिले हैं. जबकि 323 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इसके अलावा दक्षिण कोरिया में 88,172, फ्रांस में 54,613 और ब्राजील में 44415 केस मिले हैं. जबकि ब्राजील में महामारी से 197 लोगों की मौत हुई है.

3- भारत में कितने केस मिले?

भारत में पिछले 24 घंटे में 145 केस मिले हैं. हालांकि, इस दौरान किसी की जान नहीं गई है. अब तक देश में 44,677,594 केस मिल चुके हैं. वहीं, 5.3 लाख लोग अब तक महामारी में अपनी जान गंवा चुके हैं. देश में एक्टिव केस सिर्फ 4672 हैं.

4- चीन में कितने केस मिले?

चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में बुधवार को 3,030 केस मिले हैं. जबकि किसी की जान नहीं गई है. इससे पहले मंगलवार को कोरोना से चीन में 5 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, चीन से जो वीडियो और तस्वीरें सामने आ रही हैं, वे कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं. इतना ही नहीं WHO ने भी माना है कि चीन में मौजूदा लहर के चलते अस्पताल भर गए हैं.

दुनिया भर में कोरोना से जुड़े अपडेट्स

कोरोना वर्ल्ड स्पीडोमीटर के आंकड़ों का मानें तो अमेरिका में बीते 24 घंटे में 326, फ्रांस में 127, ब्राजील में 197, साउथ कोरिया में 59, जापान में 296, रूस में 59 मौतें दर्ज की गई हैं. ये आंकड़ा आठ बजे तक का है।

अमेरिका, फ्रांस, ब्राजील, साउथ कोरिया और जापान में ज्यादा मौतें हो रही हैं. ऐसा लग रहा है कि चीन से बढ़कर वायरस यूरोप के कई देशों तक पहुंच गया है।

जर्मनी ने बुधवार को बर्लिन से बायोएनटेक कोविड वैक्सीन की पहली खेप चीन भेजी है। ये वैक्सनी पहले चीन में रह रहे 20 हजार जर्मन प्रवासियों को लगाई जाएगी।

अब जापान, दक्षिण कोरिया और फ्रांस में कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। Worldometers.info के डेटा के मुताबिक, इन देशों में मरीजों की संख्या 10 लाख 65 हजार, 4 लाख 61 हजार और 3 लाख 58 हजार है।

एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।

एक हफ्ते में दुनिया में कोरोना के 34 लाख 84 हजार मामले सामने आए हैं। 9 हजार 928 लोगों की मौत हुई है। भारत में 7 दिन में 1,081 मामले सामने आए हैं।

कोरोना के अंत की घोषणा करना होगी जल्दबाजी

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) का कहना है कि कोरोना के वैश्विक अंत की घोषणा करना फिलहाल जल्दबाजी होगी। यानी कोरोना अब भी ग्लोबल इमरजेंसी बना रहेगा। WHO ने ये बात चीन में लॉकडाउन हटने के बाद बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए कही है।

चीन से कोविड डेटा भी मांगा

15 दिसंबर को WHO के चीफ टेड्रोस एडहानॉम ने कहा था कि 2023 में कोरोना ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं रहेगा। उन्होंने कहा था- हम उम्मीद करते हैं कि अगले साल हम ये कह सकें की कोरोना का खतरा कम हो गया है और ये हेल्थ इमरजेंसी नहीं है।

उन्होंने चीन से कोरोना वायरस को लेकर डेटा शेयर करने के लिए भी कहा था। WHO ने एक बयान में कहा- कोरोना को बेहतर ढंग से समझने के लिए और इसके ओरिजन से जुड़ी जानकारी के लिए चीन से डेटा मांगा गया है। चीन के वुहान में ही कोरोना का पहला मामला सामने आया था।

चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।

चीन में 7 दिन में 15 हजार 548 केस और 7 मौतें रिपोर्ट की गई हैं। हालांकि एक्सपर्ट्स को आशंका है कि सही आंकड़ा छुपाया जा रहा है। मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा हो सकती है।

फ्रांस में हालात बिगड़े, एक दिन में 57 हजार मामले मिले

फ्रांस में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। 16 दिसंबर को यहां 57,849 मामले सामने आए थे। सरकार लोगों से मास्क लगाने की अपील कर रही है। लोगों को बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी जा रही है। इधर, साउथ कोरिया में 20 दिसंबर को 87,759 मामले सामने आए थे। 56 लोगों की मौत हुई थी।

अमेरिका में नया खतरा

अमेरिका में भी एक बार फिर कोविड केस बढ़ने लगे हैं। बुधवार को कुल संक्रमितों का आंकड़ा 10 करोड़ के पार हो गया। ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक स्पेशल रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन के लिए सबसे बड़ी फिक्र बुजुर्गों का वैक्सीनेशन है।

रिपोर्ट के मुताबिक- 65 साल या इससे ज्यादा उम्र के 94% सीनियर सिटिजन्स ने शुरुआती दो वैक्सीन डोज लिए हैं। चिंता की बात यह है कि 36% बुजुर्ग ऐसे हैं जिन्होंने बूस्टर शॉट नहीं लगवाए और नई लहर में इन्हें खतरा माना जा रहा है। मेडिकल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सरकार के पास इस दिक्कत से निपटने का कोई पुख्ता प्लान भी नहीं है। दिक्कत इसलिए भी है क्योंकि 70 साल या इससे ज्यादा उम्र के अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों का आंकड़ा कम उम्र के लोगों से चार गुना ज्यादा रहा है।

चीन अनलॉक पर उतारू, कामगारों से कह रहा- संक्रमित हो तो भी काम पर लौटो

चीन में कोरोना संक्रमण जिस तरह से तांडव मचा रहा है और हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। इन हालातों में भी शी जिनपिंग चीन में लॉकडाउन लगाने को तैयार नहीं हैं। देश को अनलॉक करने के लिए चीन 3 साल पुरानी जीरो कोविड नीति को भी छोड़ चुका है। अलग-अलग माध्यमों से लोगों को यह समझा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट खतरनाक नहीं है। यह मौसमी फ्लू जैसा ही है। देश के सबसे प्रभावशाली महामारी विज्ञानी झोंग नानशान ने तो हाल ही में यह तक कह दिया कि ओमिक्रॉन वायरस जुकाम से ज्यादा कुछ नहीं है।

अधिकारियों का मानना है कि वायरस भले ही फैले लेकिन अर्थव्यवस्था की गति बनी रहनी चाहिए। मैन्यूफैक्चरिंग और फैक्ट्रियों में उत्पादन नहीं थमना चाहिए। इसी नीति के तहत शहरों में कामगारों से कहा जा रहा है कि भले ही वे संक्रमित हों, उन्हें काम पर लौटना चाहिए। अधिकारियों ने पश्चिमी महानगर चोंगकिंग में सरकारी कर्मचारियों से कहा है कि अगर वे गैर लक्षणों वाले कोरोना से संक्रमित हैं, तो उन्हें काम पर आना होगा। उधर पूर्वी तट पर मैन्यूफैक्चरिंग हब जेझियांग में अधिकारी ने कहा कि संक्रमित होने के बावजूद लोगों को काम करना चाहिए।

चीन में ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट ने बढ़ाया खतरा

चीन में ओमिक्रॉन का नया वैरिएंट BF.7 फैल रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये ओमिक्रॉन का सबसे शक्तिशाली वैरिएंट है। BF.7 वैरिएंट कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक खास म्यूटेशन से बना है जिसका नाम है R346T। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसी म्यूटेशन की वजह से इस वैरिएंट पर एंटीबॉडी का असर नहीं होता।

आसान शब्दों में कहें तो अगर किसी शख्स को पहले कोरोना हो चुका है या उसने वैक्सीन लगवाई है, तो उसके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है। BF.7 वैरिएंट इस एंटीबॉडी को भी चकमा देकर शरीर में घुसने में सक्षम है।

इन चीजों का भी जरूर रखें ध्यान- सरकार ने भी जारी की है एडवाइजरी
Coronavirus Alert: कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया गया है. इसके लिए दो गज की दूरी बनाने की बात कही गई थी. जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके.
कोरोना मामले कम होने पर हटाई गई थी पाबंदियां
भारत में कोरोना ने पहली और दूसरी लहर में जमकर तबाही मचाई, सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और अस्पतालों की व्यवस्था भी चरमरा गई. हालांकि इसके बाद हालात सुधरते गए और लगातार मामलों में कमी देखी गई. मामले कम होने के साथ ही कोरोना पाबंदियों में भी ढील शुरू हो गई. आखिरकार 1 अप्रैल 2022 से तमाम तरह की पाबंदियां हटा दी गईं.

अगर आप किसी से मिलते हैं तो बिना फिजिकल टच यानी बिना हाथ मिलाए या गले मिले उसे ग्रीट कीजिए. इसके लिए आप हाथ जोड़कर नमस्कार कर सकते हैं.
कोरोना से निपटने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग को जरूरी बताया गया है. इसके लिए दो गज की दूरी बनाने की बात कही गई थी. जिससे कोरोना को फैलने से रोका जा सके.
सरकार की तरफ से लोगों को सलाह दी गई है कि हाथ से बने रीयूजेबल फेस मास्क का इस्तेमाल करें. खासतौर पर भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क जरूर पहनें.
अगर आप बाहर हैं तो अपने हाथों से अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें. इसके लिए आप पहले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं. हाथों को लगातार धोते रहें.
सरकार की तरफ से कोरोना से बचाव के लिए खुले में थूकने से बचने की भी सलाह दी गई है. इससे कोरोना फैलने का खतरा ज्यादा बना रहता है.
कोरोना से बचाव के लिए बहुत जरूरी होने पर ही ट्रैवल करने की सलाह दी गई है. साथ ही कहा गया है कि भीड़भाड़ वाली जगह का हिस्सा न बनें, यानी भीड़ से खुद को अलग रखें.
सोशल मीडिया पर कोई भी ऐसा पोस्ट न डालें जिससे नेगेटिव जानकारी या डर फैलने का खतरा हो. कोरोना को लेकर कोई भी जानकारी लेनी हो तो उसके लिए क्रेडिबल सोर्स का इस्तेमाल करें.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

जबलपुर जिले के सकल जैन समाज ने मौन रैली निकालकर सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा।

0 0
Read Time:3 Minute, 2 Second

जैन समाज के प्रमुख तीर्थ स्थलों में शामिल सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित किए जाने के विरोध में जैन समाज ने मौन रैली निकालकर सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा।

डिजिटल भारत I आज सुबह से ही दुकानदारों ने यहां अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर विरोध दर्ज करवाया है। जिले में निवाड़ी नगर समेत ओरछा और पृथ्वीपुर तहसील में भी जैन समाज के लोगों ने अपने व्यापार बंद कर प्रतिष्ठान में तालाबंदी की और झारखंड सरकार के आदेश की जमकर आलोचना की।

आदेश वापसी की मांग को लेकर सैकड़ों जैन व्यापारियों का समूह ज्ञापन देने के लिए पृथ्वीपुर तहसील कार्यालय पहुंचा था, लेकिन अधिकारी कार्यालय में नहीं थी। इसको लेकर जैन समाज के लोगों में अधिकारियों और सिस्टम को लेकर काफी आक्रोश दिखाई दिया।

समाज के लोग हाथों में तख्तियां बैनर लेकर उत्तराखंड एवं केन्द्र सरकार के वन एवं पर्यटन मंत्रालय के खिलाफ नारेबाजी लिखकर चल रहे थे।

लोगों का कहना है कि I

यह पवित्र तीर्थ स्थल है, यहां जैन धर्म की अगाध आस्था जुड़ी हुई है। साथ यहां तीर्थंकरों समेत जैन धर्मगुरुओं ने मोक्ष प्राप्त किया है। यहां पर्यटन स्थल बनने से इसकी पवित्रता नष्ट हो रही है, साथ ही लोग मांस मदिरा का सेवन कर रहे हैं। जो कि अनुचित है। यदि समय रहते इस आदेश को वापस नहीं लिया गया तो जैन समाज अपना विरोध तेज करेगा।

झारखंड के गिरिडीह जिले में सम्मेद शिखर पर्वत मौजूद है, जो जैन समाज का प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है। जैन समाज के लोगों ने का विरोध इस बात को लेकर है कि शिखर के एक हिस्से को झारखंड सरकार ने वन्य जीव अभ्यारण्य घोषित कर दिया है। इसके अलावा केन्द्र व झारखंड सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन में सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल बनाने की बात भी कही गई है। जिसको लेकर देशभर का जैन समाज आक्रोशित है। इसी बात को लेकर जबलपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में जैन समाज के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

छात्रों को मिलेगा कौशल प्रशिक्षण

0 0
Read Time:2 Minute, 44 Second

पढ़ाई छोड़ चुके छात्रों को बना रहे आत्मनिर्भर I

डिजिटल भारत I आर्थिक अथवा परिवारिक कारणों के चलते बीच में पढ़ाई छोड़ चुके छात्रों को अब आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। ऐसे छात्रों को स्किल इंडिया के माध्यम से ट्रेंड करने के साथ ही उन्हें रोजगार से जोड़ने की तैयारी की जा रही है। जिले में इस तरह का प्रयोग स्किल इंडिया के तहत किया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पहले चरण में ऐसे ड्रॉप आउट 200 छात्रों को जोड़ा गया है, जिन्होंने कक्षा 8वीं के बाद किन्हीं कारणों के चलते पढ़ाई छोड दी थी। अब इन छात्रों की पहली स्किल परीक्षा ली जा रही है।

शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों को स्किल इंडिया पोर्टल पर रजिस्टर्ड किया जा रहा है

ऐसे ड्रॉप आउट छात्रों की जानकारी एकत्रित कराने के साथ छात्रों के रजिस्ट्रेशन कराए जा रहे हैं। इसके लिए नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन भी मदद कर रहा है। साथ ही वीटीपी संस्थान इसके लिए स्किल हब सेंटरों को आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहा है। व्यवसायिक शिक्षा से जुड़े शिक्षकों की सेवाएं ली जा रहीं हैं। छह माह की स्पेशल नि:शुल्क ट्रेनिंग के साथ ही स्टाइपंड दिया जा रहा है।

सीखने के लिए रखे आसान विषय

छात्रों को आसानी के साथ ट्रेंड किया जा सके, ऐसे विषयों को लिया गया है। जनरल डयूटी अस्टिेंट, फील्ड टैक्नीशियन, इलेक्ट्रानिक्स, हेल्थ केयर, रिटेल जैसे जॉब रोल में ट्रेनिंग की शुरुआत की गई है।

जिले में इसके लिए सात स्कूलों का चयन किया गया है।

इनमें कन्या महारानी लक्ष्मी बाई हायर सेकेंडरी स्कूल, शासकीय उमावि अधारताल, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बरेला, उत्कृष्ठ विद्यालय पाटन, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गांधीग्राम, कन्या उमावि रानी दुर्गावती के अलावा शासकीय कन्या पनागर शामिल है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

अब निखरेगा डुमना नेचर पार्क का सौंदर्य, करीब से होंगे वन्य जीवों के दीदार, एक करोड़ किए जाएंगे खर्च

0 0
Read Time:2 Minute, 35 Second

 डिजिटल भारत I डुमना नेचर पार्क हरियाली से सराबोर, आकर्षक जलाश्य और वन्य जीवों की अटखेलियों से गुलजार शहर से 12 किमी दूर डुमना नेचर पार्क का सौंदर्य और निखरेगा। नगर निगम प्रशासन पर्यटकों को रिझाने के लिए करीब दो हजार एकड़ में फैले डुमना नेचर पार्क को एक करोड़ रुपये खर्च निखार लाएगा।

इस राशि से पार्क में पर्यटन को बढ़ावा देने संबंधी विकास कार्य कराए जाएंगे। इसके लिए नगर निगम ने टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। दावा किया जा रहा है कि टेंडर प्रक्रिया होते ही विकास कार्य आरंभ करा दिए जाएंगे। विदित हो कि प्राकृतिक सौंदर्य से ओप-प्रोत ये पार्क वाइल्ड लाइफ के शौकीनों के लिए जंगल से कम नहीं है। डुमना नेचर पार्क में हरे-भरे वृक्ष, खंदारी जलाशय, सुंदर उद्यान सहित वन्य जीव और म्यूजियम मुख्य आकर्षण हैं।

साल भर पहुंचते है पर्यटक, सर्द सीजन में बढ़ी भीड़

डुमना नेचर पार्क में यूं तो पर्यटक वर्ष भर आते रहते हैं, पर सर्द सीजन में पर्यटन प्रेमियों की संख्या बढ़ गई है। रोजाना 300 से ज्यादा लोग प्रकृति का दीदार करने पहुंच रहे हैं। उद्यान की खासियत ये है कि यहां हरे-भरे वृक्ष जंगल सफारी का मजा देते हैं। वहीं खंदारी जलाश्य ऐसा है जो हमेशा लबालब रहता है। वन्य जीव यहीं आकर अपनी प्यास बुझाते हैं और पर्यटक उनके दीदार कर खुश होते हैं।

पार्क में एक वाच टावर भी बना हुआ है जिसे सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया है। डुमना नेचर पार्क में बहुत सारे वन्य जीव देखने के लिए है। हिरणों के झुंड, मोर, जंगली सूअर, लाल और काले मुंह के बंदर, विभिन्ना प्रजातियों के पक्षी भी कलरव मचाते हैं। खंदारी जलाश्य में कभी कभार मगरमच्छ के दर्शन भी हो जाते हैं।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

शाहरुख खान की फिल्म पठान को लेकर विवाद गरमाता जा रहा है

0 0
Read Time:1 Minute, 55 Second

शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ का पहला गाना ‘बेशर्म रंग’ हाल ही में रिलीज हुआ. रिलीज के कुछ देर बाद ही ये गाना विवाद में भी आ गया I

डिजिटल भारत I शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण अभिनीत फिल्म ‘पठान’ पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. खास तौर पर फिल्म को लेकर मध्यप्रदेश में विवाद लगातार गहरा रहा है. सिनेमाघरों में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की बढ़ती मांग को देखते हुए माना जा रहा है कि सोमवार से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इसका असर दिखाई दे सकता है. यह मुद्दा वहां भी गर्मा सकता है.

शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है. फिल्म के रिलीज हुए एक गाने को लेकर विवाद और ज्यादा बढ़ गया है और ट्विटर पर पठान बायकॉट ट्रेंड कर रहा है.

बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान अपनी मच अवेटेड फिल्म ‘पठान’ से चार साल बाद सिल्वर स्क्रीन पर कमबैक कर रहे हैं. लेकिन फिल्म रिलीज से पहले ही विवादों में फंस गई है. फिल्म के टीजर रिलीज होने के बाद से ही फिल्म को लेकर विवाद हो रहा है और हालिया रिलीज हुए गाने ने मामला और बढ़ा दिया है. यहां तक कि अब ट्वीटर पर पठान बायकॉट ट्रेंड कर रहा हैI

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस के संक्रमण से हाहाकार मचा

0 0
Read Time:2 Minute, 29 Second

चीन में कोरोना से मचा हाहाकार, अस्पतालों में बेड नहीं, श्मशानों में भी लंबी कतार I

डिजिटल भारत I अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों का सैलाब आ गया है। इतना ही नहीं मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हो रहे हैं। कुछ डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद मरीजों का इलाज कर रहे हैं।

यहां कोरोना के मामलों में फिर एक बार तेजी दिख रही है। कोरोना के मामलों में तेजी की वजह जीरो कोविड पॉलिसी में दी गई ढील को बताया जा रहा है। हालात ऐसे हैं कि अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों का सैलाब आ गया है। इतना ही नहीं मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हो रहा है। कुछ डॉक्टर्स कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद मरीजों का इलाज कर रहे हैं।

चीन के अस्पतालों में आईसीयू बेड की कमी भी होने लगी है।

दवाई की दुकानों में लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। दवा की कमी के कारण उनकी कीमतें कई गुना ज्यादा बढ़ गई हैं। इस समय चीन में एक कोरोना संक्रमित 16 अन्य लोगों को संक्रमित कर रहा है। कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा बुजुर्गों को है और चीन के लिए भी यही चिंता बन सकता है, क्योंकि अब भी बहुत से बुजुर्गों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है। एक्सपर्ट की मानें तो अगर ऐसे ही हालात रहे तो 2023 तक चीन में कोरोना के कारण 10 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होगी।

चीन के ज़ुहाई शहर में हॉस्पिटल के कॉरिडोर में स्ट्रेचर पर लाशों की कतार लगी है। शवगृह में शवों के रखने की जगह नहीं बची है। बीजिंग की हालत तो ज़ुहाई से भी ज्यादा खराब है। यहां चुइयांग्लु अस्पताल का यह हाल है कि मरीज और शव एक ही कमरे में हैं। एक तरफ लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं तो उसके ठीक बगल में कई शव रखे हुए हैं।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

घूसखोर पटवारी चढ़ा लोकायुक्त के हत्थे

0 0
Read Time:1 Minute, 41 Second

डिजिटल भारत I नामांतरण अपडेट करने मांग रहा था 5 हजार की रिश्वत जबलपुर। आज 20 दिसंबर को आवेदक – दिल राजकिशोर पिता स्वर्गीय श्री राम प्रसाद अग्रवाल उम्र 43 वर्ष निवासी स्टेशन रोड मौलाना वार्ड नंबर 10 बरही जिला कटनी

आरोपी – जय प्रकाश सिंह पिता श्री कोमल सिंह उम्र 38 वर्ष पटवारी हल्का नंबर 12 विच पुरा बरही निवासी ग्राम बरण महगवा धनवाही थाना बरही जिला कटनी

पद – पटवारी, तहसील कार्यालय बरही मे

ट्रैप राशि – ₹ 5,000/-
घटनास्थल-पटवारी कार्यालय संदीप कॉलोनी बरही

कार्य – आवेदक द्वारा क्रय की गई बीचपूरा स्थित जमीन के नामांतरण का आदेश दिनांक 7/11/ 22 को तहसील कार्यालय बरही से हो चुका था जिसको कंप्यूटर पर अपडेट करवाने के एवज में पटवारी जयप्रकाश सिंह द्वारा ₹5000 की रिश्वत की मांग की गईं, शिकायत के सत्यापन उपरांत आज 20 दिसंबर को पटवारी जयप्रकाश सिंह को ₹5000 रिश्वत लेते पटवारी कार्यालय बरही में रंगे हाथों पकड़ा गया।

ट्रैप दल सदस्य-निरीक्षक कमल सिंह उईके, निरीक्षक रेखा प्रजापति, निरीक्षक नरेश कुमार बेहरा व ट्रैप दल के अन्य सदस्य शामिल रहे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

जनवरी से कार हो जाएगी महंगी, कार खरीदने का सपना हो जाएगा महंगा, कंपनियां बढ़ाने जा रही हैं गाड़ियों की कीमत

0 0
Read Time:3 Minute, 12 Second

जनवरी से ये कंपनियां बढ़ाने जा रही हैं गाड़ियों की कीमत लिस्ट में Maruti, Tata, Kia Motors और Hyundai समेत कई और कंपनियां l

डिजिटल भारत l अगर आप एक कार खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो यह उसके लिए सबसे सही समय है. बता दें आने वाले महीने से कई कंपनियां अपनी गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी करने वाली है. कीमतें बढ़ाने वाली कंपनियों की सूची में Maruti, Tata और Hyundai समेत कई और कंपनियां मौजूद हैं.

आने वाले साल से कई चार पहिया वाहन निर्माता कंपनियां अपनी गाड़ियों की कीमतों में वृद्धि कर सकती है. ऐसे में अगर आप एक नयी कार खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके लिए इसके बारे में पता होना बेहद ही जरुरी है. इस स्टोरी में हम आपको उन 5 प्रसिद्द कंपनियों के बारे में बताने वाले हैं जो अपनी कार्स की कीमत बढ़ाने वाली है

चलिए इस लिस्ट पर डालते है एक नजर l

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी आने वाले साल अपनी सभी गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी करने वाली है. जानकरी के लिए बता दें यह हर मॉडल के लिए अलग-अलग होगी फिलहाल मारुति सुजुकी के पोर्टफोलियो में Alto, Alto K10, Celerio, Brezza, Baleno, Dzire, Swift, Ciaz, Eeco, Ertiga, Ignis, Grand Vitara, S-Presso, Wagon R और XL6 मौजूद है

Tata Motors आने वाले साल टाटा मोटर्स भी अपनी गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी करने वाली है. बढ़ोतरी रुपये की या फिर कितने प्रतिशत की होगी इससे जुड़ी कोई भी जानकारी फिलहाल कंपनी ने नहीं दी है. लेकिन, ये बढ़ी हुई कीमतें पेट्रोल/डीजल पर चलने वाली गाड़ियों के साथ-साथ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर भी लागू होंगी

Hyundai  गाड़ियों की कीमतें बढ़ाने वाली कंपनियों की इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हुंडई है. आने वाले साल यह कंपनी भी अपनी गाड़ियों की कीमतों में वृद्धि करेगी और इस वृद्धि की घोषणा भी कंपनी ने कर दी है. जानकारी के लिए बता दें कंपनी ने अभी तक इस बात का खुलासा नहीं किया है की आने वाले समय में गाड़ियों की कीमतों में कितने प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाने वाली है

Honda जनवरी 2023 से होंडा अपनी सभी गाड़ियों की कीमतों में 30 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी करने वाली है. इसलिए अगर आप Honda की गाड़ियों में दिलचस्पी रखते हैं तो यह समय एक नयी कार खरीदने के लिए सबसे सही साबित हो सकता है

Kia Motors आने वाले साल Kia Motors अपनी सभी गाड़ियों की कीमतों में 50 हजार रुपये तक की बढ़ोतरी कर सकती है

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

छात्रों को क्या मिल रहा है ? सही शिक्षण रखी जायगी नज़र

0 0
Read Time:2 Minute, 49 Second

स्कूलों के सूचना पटल पर शिक्षकों और स्टाफ की फोटो लगाई जाएगी।

डिजिटल भारत l शिक्षकों के नाम के साथ ही उनके नंबर और आईडेंटी भी होगी। इसके पीछे की मुख्य वजह प्राक्सी शिक्षकों पर नकेल कसना है। स्कूल में कौन सा शिक्षक किस कक्षा और किस विषय को पढ़ा रहा है इसकी जानकारी छात्र और अभिभावक को होगी।

बताया जाता है l

स्कूल में पदस्थ प्राचार्य, उप प्राचार्य, शिक्षक और अन्य कर्मचारियों की तस्वीरें लगाई जाएंगी, ताकि कोई अपरिचित व्यक्ति शिक्षक बनकर स्कूल में प्रवेश न कर सके। साथ ही विद्यार्थी और अभिभावक प्रत्येक शिक्षक की पहचान सुनिश्चित कर सकें।

इससे स्कूलों में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश तो रुकेगा ही, अपनी जगह किसी और को पढ़ाने के लिए भेज जाने वाले शिक्षकों की भी जानकारी लग सकेगी। क्योंकि प्रदेश में पहले कुछ ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। इसे देखते हुए जिले के स्कूलों में इसे सख्ती से लागू करने प्राचार्याें को निर्देश दिए गए हैं। तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।

ये फोटो ऐसी जगह स्पष्ट और बड़े अक्षरों में चस्पा किए जाएंगे जिसे छात्र, अभिभावक आदि आसानी से देख सकें।

जो शिक्षक नियमित रूप से पढ़ाने जाते हैं। उस कक्ष में उनके फोटो, नाम और पदनाम सहित लगाए जाएंगे। ताकि प्रत्येक विद्यार्थी नाम एवं चेहरे से अपने शिक्षक को पहचान सके। अभिभावक भी जान सके कि उनके बच्चे को कौन सा शिक्षक पढ़ा रहा है।

प्रदेश में इस तरह के मामले सामने आए हैं जिसमें कुछ शिक्षकों ने खुद की सहूलियत के लिए दूसरों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दे रखी है। बाद में पकड़े भी गए। पूर्व में यह निर्णय लिया गया था लेकिन विभाग और स्कूलों ने इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया गया। हाल ही में मुख्य सचिवों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था। स्कूलों को ये तस्वीरें लगाने की व्यवस्था लोकल फंड से की जाएगी।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %