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एक भारत उत्कृष्ट भारत

कभी कचरे में फेक दिया था वो आज उनमें से एक अमेरिका में ओलिपिंक की तैयारी कर रही, दूसरी कनाडा में डॉक्टर बनाना चाहती है

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विदिशा में 6 साल पहले जिन बेटियों को बोझ समझकर भूखे प्यासे मरने के लिए उनके माता-पिता ने कचरे के ढेर पर छोड़ा दिया था, अब उनकी जिंदगी बदल गई है। विदिशा में मिली चार बेटियों को विदेशी दंपतियों ने अपनाया और अब वे अमेरिका, कनाडा और माल्टा में रहकर पढ़ाई कर रही हैं। ऐसी चार बेटियों की कहानी जिन्हें अपनों ने छोड़ा तो दूसरों ने इन्हें गले लगा लिया।

सिरोंज में कचरे के ढेर में मिली थी 7 दिन की सुमन
सिरोंज में 7 दिन की बच्ची को माता-पिता सड़क पर कचरे के ढेर पर छोड़ गए थे। बच्ची को पुलिस लेकर आईं और विदिशा के शिशु गृह में छोड़ दिया गया। बच्ची के परिजन सामने नहीं आए। शिशु गृह में बच्ची को सुमन नाम दिया गया।

अमेरिका के न्यूबर्ग में रहने वाले पेंटर मिंगुई और फायर ब्रिगेड में इंस्पेक्टर किली कैली विदिशा आए और उन्होंने सुमन को गोद ले लिया। नवंबर 2017 में वे सुमन को अमेरिकन अपने साथ ले गए थे। सुमन अब अभी से ओलंपिक की तैयारी कर रही है।

पठारी में 15 दिन की बच्ची को माता-पिता नाले के पास छोड़ गए थे। विदिशा जेल रोड स्थित शिशु गृह के प्रबंधक दीपक बैरागी ने बताया कि चाइल्ड लाइन के माध्यम से यह बच्ची हमारे पास 13 अक्टूबर 2017 को आई थी। कनाडा के टोरंटो में रहने वाली भारतीय मूल की अमृता दफ्तरी और कनाडा मूल के केविन हवर्ड ने राधा नाम की इस बच्ची को गोद लिया था।। मां का सपना है कि राधा बड़ी होकर डॉक्टर बने। इसलिए अभी से उसकी तैयारी करा रहे हैं।

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पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ने कोहली को कप्तानी छोड़ने की सलाह दी

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पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को लगता है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली को बल्लेबाज के तौर पर और अधिक बेहतर प्रदर्शन करने के लिये खेल के सभी प्रारूपों में कप्तानी की भूमिका छोड़ देनी चाहिए। ‘समा टीवी चैनल’ पर बात करते हुए अफरीदी ने कहा कि बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) का रोहित शर्मा को भारतीय टी20 टीम का कप्तान नियुक्त करने का फैसला अच्छा है। कोहली ने भारत के टी20 विश्व कप में अभियान समाप्त होने पर टी20 कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था, जिसके बाद बीसीसीआई ने यह फैसला किया।

अफरीदी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह भारतीय क्रिकेट के लिये अद्भुत ताकत रहा है लेकिन मुझे लगता है कि यह अच्छा होगा, अगर वह अब सभी प्रारूपों में बतौर कप्तान संन्यास लेने का फैसला कर लें। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक साल के लिये रोहित के साथ खेला था और वह मजबूत मानसिकता वाला लाजवाब खिलाड़ी है। उसकी सबसे मजबूत चीज है कि जब जरूरी हो तो वह ‘रिलैक्स’ रह सकता है और जब बहुत जरूरी हो तो वह आक्रामकता भी दिखा सकता है


इस पाकिस्तानी स्टार ने कहा कि रोहित में अच्छे कप्तान के लिये मानसिक मजबूती है और उन्होंने अपनी आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस के लिये यह दिखा भी दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘वह शीर्ष स्तर का खिलाड़ी है, उनका शॉट चयन शानदार है और खिलाड़ियों के लिये अच्छे नेतृत्वकर्ता के लिये उनके पास मानसिकता भी है। ’’ अफरीदी आईपीएल के शुरू होने वाले वर्ष में डेक्कन चार्जर्स में रोहित के साथ खेले थे। कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के फैसले पर अफरीदी ने कहा कि वह इसकी उम्मीद कर रहे थे। अफरीदी को लगता है कि कोहली को कप्तानी छोड़कर सभी तीनों प्रारूपों में अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान लगाना चाहिए और इसका लुत्फ उठाना चाहिए।

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किसानों से आवेदन आमंत्रित संरक्षित खेती योजना अंतर्गत शेडनेट/पॉली हाउस निर्माण

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 राष्ट्रीय कृषि विकास योजना- रफ्तार अंतर्गत संरक्षित खेती अंतर्गत वर्ष 2021-22 हेु जिले को शेडनेट हाउस निर्माण सामान्य मद 24000, अनुसूचित जनजाति मद में 6000 एवं अनुसूचित जाति मद में 8000, इस प्रकार कुल 38000 वर्गमीटर के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इसी प्रकार पॉली हाउस निर्माण के सामान्य मद में 4000 वर्ग मीटर एवं उच्च कोटि की सब्जियों की खेती के सामान्य मद में 12000, अनुसूचित जनजाति में 8000 एवं अनुसूचित जाति में 8000 वर्गमीटर, इस प्रकार कुल 28000 वर्ग मीटर के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं।


उप संचालक उद्यान से प्राप्त जानकारी के अनुसार कृषकों को उद्यान विभाग के पंजीयन पोर्टल एमपीएफएसटीएस पर पंजीयन एवं आवेदन करना अनिवार्य होगा। शेडनेस हाउस निर्माण हेतु प्रति कृषक को अधिकतम 4000 वर्गमीटर का लाभ दिया जा सकेगा, जिस हेतु इकाई लागत 710 रुपए प्रति वर्गमीटर का 50 प्रतिशत अधिकतम 355 रूपए प्रति वर्गमीटर देय होगा।
पॉली/ग्रामीन हाउस निर्माण हेतु प्रति कृषक को अधिकतम 4000 वर्गमीटर का लाभ दिया जा सकेगा, जिस हेतु इकाई लागत 844 रुपए प्रति वर्गमीटर का 50 प्रतिशत अधिकतम 422 रूपए प्रति वर्गमीटर देय होगा।


शेडनेट/पॉलीहाउस में उच्च गुणवत्ता वाली सब्जी की खेती हेतु कृषक को अधिकतम 4000 वर्गमीटर का लाभ दिया जा सकेगा, जिस हेतु इकाई लागत 140 रुपए प्रति वर्गमीटर का 50 प्रतिशत अधिकतम 70 रूपए प्रति वर्गमीटर देय होगा।
कृषक को शेडनेट हाउस/पॉली हाउस का निर्माण एमपी एग्रो के माध्यम से पंजीकृत निर्माता कंपनी द्वारा करवाना होगा, इन संरचनाओं में कृषक अंश राशि एवं अनुदान का भुगतान एमपी एग्रो को किया जाएगा।


शेडनेट/पॉली हाउस में उच्च गुणवत्ता वाली सब्जी का कार्य स्वयं कृषकों द्वारा किया जाएगा। कार्य उपरांत राशि का भुगतान सीधे कृषक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा।
योजना के संबंध में अधिक जानकारी हेतु इच्छुक कृषक उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग बैतूल के जिला कार्यालय एवं विकासखंड कार्यालयीन समय में सम्पर्क कर सकते हैं।

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मां सरपंच बनीं तो NRI बेटे ने बनवाया एक करोड़ का पंचायत भवन

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बाड़मेर में एक एनआरआई बेटे की मां सरपंच बनीं तो बेटे ने मां के लिए खुद की पूंजी लगाकर 1 करोड़ का नया पंचायत भवन बनवा दिया. एनआरआई नवल किशोर गोदारा ने

ने ग्राम पंचायत भवन बनाकर मिसाल पेश की है. राजस्थान के बाड़मेर जिले की नवनियुक्त बूढ़ातला सरपंच के परिवार ने अनूठी मिसाल पेश की है. दरअसल, परिवार ने खुद की एक करोड़ की पूंजी लगाकर यहां ग्राम पंचायत भवन का निर्माण करवाया. शुक्रवार को इस पंचायत भवन का उद्घाटन किया गया. इस मौके पर कलेक्टर से लेकर विधायक तक ने इस पहल की सराहना की.

एनआरआई नवल किशोर गोदारा ने बताया कि उनका बिजनेस इंडिया से बाहर चलता है. लेकिन जब गांव वालों ने मेरी मां को निर्विरोध सरपंच बनाया तो मेरे कंधों पर यह जिम्मेदारी थी कि मैं इस ग्राम पंचायत के लोगों के लिए कुछ विशेष करूं. इसीलिए मैंने एक करोड़ की लागत से आधुनिक ग्राम पंचायत भवन का निर्माण करवा दिया.नवल किशोर ने इसके अलावा ग्राम पंचायत के उन नागरिकों को अपना पैसा लगाकर चिरंजीवी योजना से भी जोड़ा, जिनका इन्श्योरेंस नहीं हो पाया था कुल मिलाकर पूरी ग्राम पंचायत के लोग अब चिरंजीवी योजना से भी जुड़ गए हैं.

उपखंड अधिकारी महावीर सिंह जोधा ने नवल किशोर की तारीफ करते हुए कहा कि बाड़मेर ही नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान के लिए यह ग्राम पंचायत अपने आप में एक मिसाल होगी जहां पर सरपंच के परिवार की ओर से ग्राम पंचायत का आधुनिक भवन बनवाया गया, जिसमें कॉन्फ्रेंस हॉल, पटवारी और सरपंच के लिए अलग-अलग कमरे, गार्डन, टॉयल और चारों तरफ पौधारोपण सहित कई अन्य फैसिलिटी हैं.

इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक आमीन खान ने कहा कि मैंने अपने राजनीतिक इतिहास में ऐसा जनप्रतिनिधि कभी नहीं देखा है

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दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण 5 प्रतिशत लोगों की मौत सांस की बीमारी से हो रही हैं

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।

Air pollution kills about 5 percent people in Delhi due to respiratory disease says Report- India TV Hindi

राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। वहीं कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में  5.6 प्रतिशत लोगों की मौद सांस की बीमारी के कारण हो रही हैं। 

प्रजा फाउंडेशन के निदेशक मिलिंद म्हस्के के मुताबिक दिल्ली में पिछले साल करीब 1,42,789 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 39 प्रतिशत की मौत घर पर ही हुई। इन मौतों में से 5.6 प्रतिशत ऐसे लोग थे, जिनकी मौत सांस की बीमारी के  कारण हुई थी

जहरीली हवा से एलर्जी, अस्थमा और टीबी का बढ़ा रिस्क, स्वामी रामदेव से जानिए हेल्दी रहने के टिप्स

प्रजा फाउंडेशन ने दिल्ली के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपनी रिपोर्ट जारी की है। जिसमें कहा गया है कि दिल्ली के जो हालात है उसके अनुसार यहां जितनी आबादी है उसके अनुसार न तो अस्पताल है और न ही दवा खाना। अस्पतालों को चलाने वाली एजेंसियों को हर साल हेल्थ बजट जितना अलॉट किया जाता है। उससे तो पूरा खर्च भी नहीं चल पाता है।

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4000 करोड़ कीमत है इस मंत्री के महल की

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केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक सफल भारतीय राजनेता होने के साथ-साथ ग्वालियर के सिंधिया वंश का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. सिंधिया ग्वालियर रियासत के अंतिम महाराजा जीवाजीराव सिंधिया के पोते हैं. दशकों से मध्य प्रदेश के शाही शहर ग्वालियर में स्थित जय विलास पैलेस सिंधिया वंश का घर रहा है.

महाराजा जयाजीराव सिंधिया ने वर्ष 1874 में जयविलास महल बनवाया था. तब इसकी लागत एक करोड़ रुपये के आसपास थी, लेकिन आज इस शानदार और आलीशान महल की कीमत 4,000 करोड़ रुपये के आसपास है. इस महल में 400 से भी अधिक कमरे हैं. इममें से 30 से ज्यादा कमरों को म्यूजियम बना दिया गया है.

बताते हैं कि जय विलास महल की छतों पर कई जगहों पर सोने,चांदी और रत्न जड़े हुए हैं. हमारी सहयोगी वेबसाइट डीएनए के मुताबिक महल के हॉल में करीब 560 किलो सोने का इंटीरियर है. महल में एक फाइव स्टार होटल भी है. इसके अलावा महल में एक बड़ा म्यूजियम है, जिसमें औरंगजेब और शाहजहां की तलवार भी है. इसके साथ ही देश विदेश की कई शानदार कलाकृतियां भी हैं

.जयविलास महल के संग्रहालय की एक और प्रसिद्ध चीज है, जो लोगों का मन मोह लेती है और वो है चांदी की रेल, जिसकी पटरियां डाइनिंग टेबल पर लगी हुई हैं और विशिष्ट दावतों में यह रेल खाना परोसती चलती है. भारतीय नागरिकों को यहां घूमने के लिए 150 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से टिकट लेना होता है, जबकि विदेशी नागरिकों के लिए टिकट की कीमत 800 रुपये है.

जयविलास महल के संग्रहालय में दो बड़े-बड़े झूमर लगे हुए हैं, जिनका वजन हजारों टन है. ये झूमर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. कहते हैं कि इन झूमरों को टांगने से पहले 10 हाथियों को छत पर चढ़ा कर पहले छत की मजबूती मापी गई थी, उसके बाद इन्हें टांगा गया था

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पीएम मोदी ने लॉन्‍च की RBI की रिटेल डायरेक्‍ट स्‍कीम छोटे निवेशक को मिलेगा फायदा

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आरबीआई रिटेल डायरेक्ट योजना की घोषणा इस साल फरवरी में की गई थी। इसका उद्देश्य सरकारी प्रतिभूति बाजार- प्राथमिक और द्वितीय दोनों- के लिए खुदरा निवेशकों को ऑनलाइन मंच के माध्यम से आसान पहुंच प्रदान करना है।

छोटे निवेशकों को सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करने का नया अवसर प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आरबीआई रिटेल डायरेक्‍ट स्‍कीम की शुरुआत की है। इस योजना के तहत छोटे निवेशक आसानी से भारतीय रिजर्व बैंक के पास अपना सरकारी प्रतिभूति खाता ऑनलाइन नि:शुल्‍क खोल सकेंगे और उसका रख-रखाव कर सकेंगे। आरबीआई ने अपने एक बयान में कहा है कि आरबीआई रिटेल डायरेक्‍ट योजना से अब छोटे निवेशकों के लिए डिजिटल मंच पर सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदना और बेचना आसान होगा।

आरबीआई रिटेल डायरेक्‍ट योजना की घोषणा इस साल फरवरी में की गई थी। इसका उद्देश्‍य सरकारी प्रतिभूति बाजार- प्राथमिक और द्वितीय दोनों- के लिए खुदरा निवेशकों को ऑनलाइन मंच के माध्‍यम से आसान पहुंच प्रदान करना है। खुदरा निवेशक आरबीआई के साथ अपना गिल्‍ड सिक्‍यूरिटीज अकाउंट (रिटेल डायरेक्‍ट) भी खोल सकते हैं।  

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने फरवरी में इस योजना की घोषणा करते हुए इसे एक महत्‍वपूर्ण स्‍ट्रक्‍चरल सुधार बताया था। जुलाई में, केंद्रीय बैंक ने कहा था कि निवेशक सरकारी प्रतिभूतियों के लिए प्राइमरी ऑक्‍शन के साथ ही साथ सेंट्रल बैंक के ट्रेडिंग प्‍लेटफॉर्म पर बोलियां लगा सकेंगे।

इस योजना के लिए रिटेल डायरेक्‍ट गिल्‍ट अकाउंट को ऑनलाइन पोर्टल के जरिये खोला जा सकता है। यह लॉन्च भारत के सॉवरेन बॉन्ड बाजार को व्यक्तिगत खरीदारों के लिए खोलने के एक कदम के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि सरकार निवेशक आधार को बढ़ाना चाहती है।

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के बाद एक बंद गुफा में मिला एक आदमी का शव मिलते है लोगो में हड़कंप मच गयी

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दुनिया में कुछ लोग अजीबोगरीब चीजों की तलाश में लगे रहते हैं। कई बार लोगों को ऐसी चीजें हाथ लग जाती हैं जिनकी उम्मीद भी उन्हें नहीं होती। हाल ही में इटली के एक गुफा में बेशकीमती चीज की खोज की उम्मीद में गए लोगों के हाथ एक खौफनाक चीज लगी।अंदर बीते 50 साल से एक लाश बंद थी। जिस गुफा में ये लाश मिली, वो चर्चा में आ गयी है। लाश को गुफा में देख लोगों की चीख निकल गई। ये लाश एक शख्स की है जो सूट-बूट और टाई पहनकर गुफा में बीते 50 साल से बैठा था। लोगों ने इस शख्स को  ‘एलीफैंट मैन’ नाम दे दिया है।

लाश के विषय मे क्या कहते हैं एक्सपर्ट

एक्सपर्ट्स का कहना है कि हो सकता है कि ये शख्स खुद इस गुफा के अंदर जाकर बैठ गया होगा। इसे सुसाइड का मामला बताया जा रहा है। हो सकता है कि किसी रिचुअल के तहत शख्स अच्छे से तैयार होकर इस गुफा के अंदर अपनी कुर्बानी देने गया होगा। शख्स के पैरों में जूता भी मिला। आपको बता दें शख्स ने हाथ मे  घड़ी भी पहन रखी है। द सन की खबर के मुताबिक़, ये बॉडी तब मिली जब पुलिस और कुछ लोग किसी गुमशुदा की तलाश में पहाड़ी की तलाशी कर रहे थे। पुलिस ने भी कंफर्म किया कि बॉडी के ऊपर चोट के कोई निशान नहीं थे।सिर्फ चेहरे के ऊपर चोट लगा मिला

ज्वालामुखी विस्फोट से बनी है गुफा

जिस गुफा में लाश मिली, वो असल में ज्वालामुखी विस्फोट से बना है। बीते 50 साल से गुफा बंद थी. अब जाकर इसे खोला गया था। गुफा के अंदर मौजूद लाश सूख गई थी। इसे जांच के लिए ले जाया गया। जांच में पाया गया कि बॉडी में कोई चोट नहीं है ।सिर्फ उसके चेहरे और नाक पर बेहद गहरे जख्म पाए गए है। सबसे अजीब बात ये रही कि शख्स अच्छी तरह से कपड़े पहने था। उसकी उम्र करीब 50 साल के लगभग थी।

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पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत की परेशानियों से बचने के लिए मिल गया है नया विकल्प

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केंद्रीय ट्रांसपोर्ट मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर वाहनों में इथेनॉल के इस्तेमाल पर जोर देते हुए किफायती और प्रदूषण मुक्त ईंधन विकल्प अपनाने की बात कही है. इसके अलावा गडकरी ने बताया कि आने वाले कुछ ही दिनों में फ्लैक्स-फ्यूल इंजन भारत में अनिवार्य किए जाने वाले हैं. फ्लैक्स-फ्यूल या फ्लैक्सिबल फ्यूल एक वैकल्पिक फ्यूल मोड है जो गैसोलीन, मिथेनॉल या इथेनॉल का मिश्रण है

भारत का ईंधन आयात कम होगा

पेट्रोल में इथेनॉल की ज्यादा मात्रा मिलने पर भारत का ईंधन आयात कम होगा और गन्ना किसानों के साथ शुगर मिल के मालिकों को भी फायदा होगा. टोयोटा और किर्लोसकर से अपनी हालिया मीटिंग की चर्चा करते हुए गडकरी ने कहा कि, “उन्होंने फ्लैक्स इंजन के साथ कारें बना ली हैं. फ्लैक्स इंजन 100 प्रतिशत पेट्रोल या इथेनॉल से चलते हैं. इसे यूरो 6 नियमों के हिसाब से तैयार किया गया है और मैं भारत में इसे अनिवार्य करने वाला हूं.”

रशियन तकनीक का किया जिक्र

महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के कार्यक्रम में बात करते हुए नितिन गडकरी ने रशियन तकनीक के बारे में बताया जिसके जरिए पेट्रोल और इथेनॉल की क्लोरिफिक वेल्यू बराबर हो जाती है. गडकरी ने गन्ने की बड़ी पैदावार वाले इलाके पश्चिमी महाराष्ट्र की चर्चा करते हुए कहा कि, अगर ऐसा होता है तो पेट्रोल पंप की जगह इथेनॉल पंप ले लेंगे. उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में पहले से 3 इथेनॉल पंप काम कर रहे हैं, इसके अलावा पश्चिम महाराष्ट्र में ऑटो-रिक्शा को 100 प्रतिशत इथेनॉल से चलाने का परमिट देने के लिए राज्य सरकार से आग्रह किया है

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अल्ताफ की मौत पर सियासी घमासानअखिलेश यादव को टोंटी का बड़ा ज्ञान है

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कासगंज के सदर कोतवाली की हवालात में बंद अल्ताफ नाम के युवक की संदिग्ध मौत के बाद मामला गरमा गया है. अखिलेश यादव ने आत्महत्या वाली थ्योरी पर सवाल खड़े वाली थ्योरी पर सवाल खड़े किए हैं. उन्हें जवाब देते हुए मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उन्हें टोंटी का बड़ा ज्ञान है.

उत्तर प्रदेश के कासगंज में थाने में अल्ताफ नाम के युवक की मौत के बाद से सियासी घमासान मचा हुआ है. पुलिस की ‘टोंटी से फांसी’ लगाने की थ्योरी परपर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. विपक्षी पार्टियों ने सत्ताधारी बीजेपी को निशाने पर लिया है. इसके बाद अब यूपी के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंहने पूर्व सीएम अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया है. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश को टोंटी का बड़ा ज्ञान है

थाने में युवक की मौत के सवाल पर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आजतक से कहा, ‘एक प्रक्रिया की तहत कार्रवाई की गई है. मृतक के पिता ने वायरल वीडियो में संतुष्ट बत वीडियो में संतुष्ट बताया है लेकन विपक्ष इसे सांप्रदायिकता का रंग चढ़ाने का काम कर रही है. ये सिर्फ इसलिए क्योंकि एक मुस्लिम की दुर्भाग्यपूर्ण मौत मौत हुई है. इसलिए विपक्षी दल तुष्टीकरण की नीति के तहत ये सब कर रहे हैं.’

मानवाधिकार आयोग होता है. इस मामले में पिता का एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें वो संतुष्ट हैं.’ उन्होंने दावा करते हुए कहा कि मृतक के पिता के साथ कोई जबरदस्ती नहीं हुई है

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