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पिछले 6 महीने में इस्तीफा देने वाले BJP के चौथे मुख्यमंत्री बने विजय रूपाणी

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विजय रूपाणी पिछले छह महीनों में हटाए जाने वाले भाजपा के चौथे मुख्यमंत्री बन गए हैं। एक आश्चर्यजनक कदम में, रूपाणी ने राज्य चुनावों से लगभग 15 महीने पहले शनिवार को गुजरात के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। रूपाणी तीन राज्यों उत्तराखंड, कर्नाटक और गुजरात में छह महीने के अंदर बदले जाने वाले चौथे मुख्यमंत्री बन गए हैं।भगवा पार्टी ने मार्च में उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह लोकसभा सदस्य तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बना दिया था। जुलाई में मुख्यमंत्री बनाए जाने के चार महीने बाद ही तीरथ सिंह रावत को भी हटा दिया गया और दो बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी दी गई। उत्तराखंड के बाद भाजपा ने कर्नाटक में बी. एस. येदियुरप्पा को हटाकर बी. एस. बोम्मई को मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी।

पार्टी के एक नेता ने दावा किया कि राज्य में नया नेतृत्व लाने के लिए गुजरात और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों को बदला गया। उन्होंने कहा, कर्नाटक में मुख्यमंत्री और उनके बेटे के खिलाफ भारी नाराजगी थी। इसी तरह गुजरात इकाई में पार्टी के एक वर्ग द्वारा रूपाणी को हटाने की मांग की गई थी, जिसमें कहा गया था कि उनके नेतृत्व में अगले साल के राज्य चुनाव जीतना मुश्किल होगा। वहीं उत्तराखंड में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को एक नया चेहरा लाने के लिए बदल दिया गया था, लेकिन तीरथ सिंह रावत को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के छह महीने के भीतर राज्य विधानसभा के लिए निर्वाचित होने में विफलता के कारण हटा दिया गया था।

गुजरात के एक पार्टी नेता ने कहा, पार्टी में एक वर्ग से मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा और मांग की गई थी, लेकिन किसी को उम्मीद नहीं थी कि इस तरह से खबर आएगी। हमें नहीं पता कि इस्तीफा सौंपने के बाद इसकी घोषणा की जाएगी। गुजरात में मुख्यमंत्री के इस्तीफे से पहले कोई खास गतिविधि देखने को नहीं मिला और अचानक ही उनका इस्तीफा देखने मिला। वहीं दूसरी ओर मार्च में, त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह लेने से पहले, भाजपा ने राज्य में दो सदस्यों को भेजा था, जिसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह भी शामिल थे, ताकि वे प्रतिक्रिया एकत्र कर सकें।इसी तरह तीरथ सिंह रावत को बदलने से पहले भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें राष्ट्रीय राजधानी बुलाया था और उन्हें संवैधानिक और कानूनी संकट के बारे में समझाया था। कर्नाटक में महीनों से सत्ता परिवर्तन की अटकलों के बीच येदियुरप्पा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी। येदियुरप्पा ने जुलाई में अपनी सरकार के दो साल पूरे होने के बाद इस्तीफा दे दिया।

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काशी विश्वनाथ कॉरिडोर निर्माण के दौरान हादसा, 1 मजदूर की मौत

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वाराणसी: विश्वनाथ कॉरिडोर के कार्य के दौरान फिर हादसा हुआ है। विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण कार्य के दौरान हादसा हुआ है, जिसमें दो मजदूर हुए घायल हुए हैं जबकि एक की मौत हो गई है। ललिता घाट के पास निर्माण के दौरान ऊपरी क्षेत्र में ये हादसा हुआ है। घायलों को अस्पताल ले जाया गया हैं जहां उनका उपचार किया जा रहा है। सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और मामले की जांच की जा रही है। वाराणसी के डीएम ने हादसे में एक मजदूर की मौत की पुष्टी की है। डीएम ने बताया कि मिनी ट्रक से  शीशा उतारने के दौरान ये दुर्घटना हुई है।बता दें कि, ये पहली बार नहीं है जब काशी विश्वानाथ कॉरिडोर निर्माण कार्य के दौरान हादसा हुआ है। इससे कुछ महीने पहले 2 मजदूरों की भी एक हादसे में मौत हो गई थी। वो मजदूर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण कार्य में ही लगे हुए थे। वो पास में ही एक दो मंजिला इमारत में रह रहे थे, लेकिन एक दिन वो इमारत ढह गई। उस वजह से 2 मजदूर ने जान गंवाई और सात घायल हो गए थे।

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होटल पसरिचा का पार्टी हॉल किया गया सील

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कोविड नियमों का उल्लंघन करने और सक्षम अधिकारी की अनुमति प्राप्त किया बिना पार्टी का आयोजन करने के मामले में गौर स्थित होटल पसरीचा के बैंक्वेट हाल को आज देर शाम जिला प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है । होटल के बैंक्वेट हाल को सील करने की कार्यवाही तहसीलदार रांझी श्याम नन्दन चन्देले के नेतृत्व में की गई ।
श्री चन्देले के अनुसार होटल पसरीचा में स्पेस आउट नाम के एक म्यूजिकल ग्रुप ने चार सितंबर को पार्टी का आयोजन किया था । बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के आयोजित की गई इस पार्टी में 100 से कहीं अधिक लोग शामिल हुये थे । जिसकी पुष्टि खुद होटल मालिक मनजीत पसरीचा ने भी की । उन्होंने बताया कि पार्टी में देर रात तक डीजे बजाकर नाच गाना किया गया था ।
तहसीलदार रांझी के मुताबिक पार्टी में शामिल हुये लोगों द्वारा मास्क लगाने और फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन भी नहीं किया गया । उन्होंने बताया कि होटल के बैंक्वेट हाल को सील करने के साथ ही होटल संचालक के विरुद्ध कोविड नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में बरेला थाना में भारतीय दण्ड विधान की धारा 188 तथा आपदा प्रबंधन की धाराओं के तहत एफआईआर भी दर्ज कराई गई है ।

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सनराइजर्स हैदराबाद का बड़ा ऐलान, जॉनी बेयरस्टो को वेस्टइंडीज के इस खिलाड़ी से किया रिप्लेस

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आईपीएल 2021 के दूसरे चरण को शुरू होने में अब महज कुछ ही दिन बाकी है, लेकिन इससे पहले कुछ टीमों में बदलाव होते हुए दिख रहे हैं। इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ियों ने आज आईपीएल के बाकी मैच खेलने से इनकार किया है जिसके बाद टीमें उनके रिप्लेसमेंट का ऐलान कर रही है। इन खिलाड़ियों में डेविड मलान, क्रिस वोक्स के साथ जॉनी बेयरस्टो का नाम भी शामिल था।

सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलने वाले जॉनी बेयरस्टो के आईपीएल से नाम वापस लेने के बाद उनकी टीम ने उनके रिप्लेसमेंट का ऐलान किया है। जॉनी बेयरस्टो की जगह इस टीम में वेस्टइंडीज के शेरफेन रदरफोर्ड ने जगह ली है।

23 साल के हरफनमौला शेरफेन रदरफोर्ड ने आईपीएल में कुल 7 मैच खेले हैं और वह दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस की टीम का हिस्सा रह चुके हैं।

वहीं बात पंजाब किंग्स के डेविड मलान की करें तो उनकी जगह साउथ अफ्रीका के एडन मार्करम को शामिल किया है।

इंग्लैंड और भारत के खिलाड़ी बबल टू बबल ट्रांसफर में एक साथ मैनचेस्टर से यूएई के लिए उड़ान भरने वाले थे, लेकिन भारत के शिविर में COVID-19 मामलों आने के बाद आईपीएल टीमों को अपनी व्यवस्था करने के लिए मजबूर होना पड़ा। बता दें, कोरोना मामला सामने आने के बाद भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट रद्द कर दिया गया था।

IMAGE COURTESY-twitter/@sunrisers

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कंगना रनौत की ‘थलाइवी’ को झटका, फिल्म Tamilrockers पर हुई लीक

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ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने के बावजूद कई फिल्मों को पायरेसी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कई वेबसाइट जैसे कि तमिलरॉकर्स (Tamilrockers), मूवीरूल्ज़ (Movierulz), टेलीग्राम (Telegram) पर फिल्मों की पायरेसी धड़ल्ले से हो रही है। इस तरह की पायरेसी फिल्म बिजनेस के लिए एक घाटे का सबब बन रही हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत अभिनीत फिल्म थलाइवी हाल ही में ऑनलाइन लीक हो गई है। फिल्म की कहानी तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के जीवन पर आधारित है, जो दक्षिण की जानी-मानी अभिनेत्री भी रही हैं। यह फिल्म 10 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी।कुछ सालों से, तमिलरॉकर्स सिनेमाघरों में हिट होते ही ब्लॉकबस्टर फिल्मों को लीक कर रहा है। फिल्म निर्माताओं और फिल्म मालिकों द्वारा किए गए कई उपायों के बावजूद तमिलरॉकर्स की हरकतें जारी हैं। फिल्म थलाइवी मूल रूप से अमेज़ॅन प्राइम वीडियो और नेटफ्लिक्स पर वितरित की गई थी, हालांकि, यह वर्तमान में टेलीग्राम, तमिलरॉकर्स और मूवीरुल्ज़ पर मुफ्त डाउनलोड की जा रही है, इस तरह की पायरेसी करना कानूनन एक अपराध है।कंगना और उनकी फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होने में दिक्कतों की वजह से काफी समय से सुर्खियों में हैं। फिल्म के निर्माताओं ने शुरू से ही फिल्म को केवल सिनेमाघरों में रिलीज करने की योजना बना रहे थे। इस तरह फिल्म के ऑनलाइन लीक होने की वजह से फिल्म की कमाई को नुकसान हो सकता है।

फिल्म 10 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज कर दी गई है और इसे दर्शकों और क्रिटिक्स से मिला जुला प्रतिक्रिया मिल रही है। जयललिता के जीवन के बारे में विस्तार से रुपहले पर्दे पर बताने या वजन बढ़ाने को लेकर अभिनेत्री ने फिल्म के लिए बहुत सारे प्रयास किए हैं।

फिल्म एएल विजय द्वारा निर्देशित है, जबकि संगीत जीवी प्रकाश कुमार द्वारा बनाया गया है। सिनेमाघरों में यह फिल्म हिंदी, तमिल और तेलुगु में उपलब्ध है। फिल्म की कहानी जयललिता के जीवन के विभिन्न पहलुओं को चित्रित करती है, एक अभिनेत्री के रूप में उनके शुरुआती दिनों से लेकर तमिल सिनेमा के एक प्रतीक के रूप में उनकी स्थिति तक, फिल्म में बताया गया है।

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अमिताभ बच्चन ने तस्वीर शेयर कर किया सुनहरे दिनों को याद, फ्रेम में नजर आए धर्मेंद्र, जीतेंद्र संग ये दिग्गज कलाकार

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मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने शनिवार को एक फ्रेम में शत्रुघ्न सिन्हा, धर्मेंद्र, प्रेम चोपड़ा और जीतेंद्र के साथ अपनी तस्वीर शेयर करके 60 के दशक की यादें ताजा कीं। अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर बिग बी ने अपने युवा दिनों की एक अनमोल ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर शेयर की है। फोटो में सभी दिग्गज एक पार्टी में बातचीत करते हुए दिखाई दे रहे हैं।

पोस्ट किए जाने के कुछ ही घंटों में इस तस्वीर को 2 लाख से ज्यादा लाइक्स मिल गए। फैंस ने अभिनेता की तस्वीर पर कमेंट करते हुए अपना प्यार जताया है।  “ऑल लीजेंड्स इन वन फ्रेम,” एक फैन ने लिखा। दूसरे फैन ने इस तस्वीर पर “सुनहरी यादें!” लिख कर अपना प्यार जताया है। 

अमिताभ इन दिनों ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के नए सीजन की शूटिंग में व्यस्त हैं। बीते दिनों अभिनेता चेहरे में नजर आए थे। उनकी आने वाली फिल्मों की बात करें तो वह ‘ब्रह्मास्त्र’, ‘अलविदा’, ‘मेयडे’ और ‘जलसा’ जैसी फिल्मों में नजर आएंगे।

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तय तारीख पर रिलीज नहीं होगी राम चरण और जूनियर NTR की फिल्म ‘आरआरआर’, सामने आई ये वजह

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तेलुगु स्टार राम चरण और जूनियर एनटीआर स्टारर ‘आरआरआर’ की रिलीज की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। यह फिल्म इस साल 13 अक्टूबर को रिलीज होने वाली थी, मगर कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सिनेमाघरों के पूरी तरफ से न खुलने की वजह से इस फिल्म की रिलीज की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। हालांकि, फिल्म की रिलीज की अगली तारीख के बारे में अभी बताया नहीं गया है।

फिल्म की शूटिंग 2018 में शुरू हुई थी और 2021 में पूरी हुई। इसे पूरा होने में करीब तीन साल का वक्त लगा। 2020 से 2021 के बीच कोरोना महामारी के कारण कई महीनों तक फिल्मों की शूटिंग बंद रही थी। अगस्त में आरआरआर की शूटिंग खत्म होने के बाद अब अगला सवाल यह है कि क्या फिल्म 13 अक्टूबर को रिलीज हो सकेगी, क्योंकि अभी पोस्ट प्रोडक्शन का काम चल रहा है। इस बीच कुछ खबरें ऐसी आयी थीं, जिनमें कहा गया कि आरआरआर की रिलीज अगले साल तक स्थगित की जा सकती है। 

बता दें कि फिल्म RRR भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों कोमाराम भीम और अल्लूरी सीताराम राजू के जीवन पर आधारित एक काल्पनिक कहानी है। फिल्म का बजट तकरीबन  450 करोड़ रुपये बताया जाता है। पेन स्टूडियोज ने पूरे उत्तर भारत के थिएट्रिकल राइट्स हासिल किये हैं। साथ ही सभी भाषाओं के लिए विश्वव्यापी इलेक्ट्रॉनिक राइट्स भी खरीदे हैं।

मुख्य किरदार निभाने वाले कलाकार जूनियर  एनटीआर और राम चरण ने तेलुगु और तमिल दोनों भागों की डबिंग पूरी कर ली है और जल्द ही अन्य भाषाओं की डबिंग शुरू करेंगे। सेट पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए और सभी सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए काम को पूरा किया जा रहा है। कुछ समय पहले आरआरआर की मेकिंग का वीडियो जारी किया गया था, जिसके मुताबिक फिल्म की रिलीज डेट अभी तक 13 अक्टूबर ही है, यानी आरआरआर दशहरे के मौके पर सिनेमाघरों में ही रिलीज की जा सकती है।

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9/11 हमला: 19 में से 15 आतंकी जिस देश के थे जानिए वहां क्या कुछ बदला

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अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को आतंकी हमलों के बाद सऊदी अरब में काफी कुछ बदल चुका है। हमलों को अंजाम देने के लिए विमानों के 19 अपहर्ताओं में से चार को छोड़कर सभी सऊदी अरब के नागरिक थे, और अलकायदा के प्रमुख और हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन का भी यह जन्मस्थान था। पिछले दो दशकों में सऊदी अरब ने अपनी ही जमीन पर अलकायदा के खतरे का सामना किया है, अपनी पाठ्यपुस्तकों में सुधार किया है, आतंकवाद के वित्तपोषण पर अंकुश लगाने के लिए काम किया है और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अमेरिका के साथ भागीदारी की है।

आज सऊदी अरब की अमेरिका के साथ करीबी संबंध हैं और खाड़ी के प्रथम युद्ध के बाद से सऊदी में अमेरिकी सेना की भी मौजूदगी है और इस वजह से चरमपंथी समूहों ने सऊदी को भी निशाना बनाया है। वाशिंगटन में सऊदी अरब दूतावास के प्रवक्ता फहद नजर ने कहा, ‘‘यह महसूस करना महत्वपूर्ण है कि 11 सितंबर को अमेरिका पर हमला करने वाले आतंकवादियों ने कई मौकों पर सऊदी अरब के लोगों, नेतृत्व, सैन्य कर्मियों और यहां तक कि मक्का और मदीना में हमारे सबसे पवित्र धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया है।’’

क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के ‘‘उदार इस्लाम’’ का रास्ता अपनाने की घोषणा के बाद 2017 में सऊदी अरब ने निवेशकों को भी आमंत्रित करना शुरु किया। अमेरिका में अनगिनत लोगों के लिए सऊदी अरब हमेशा के लिए 9/11, वर्ल्ड ट्रेड टावर्स के तबाह होने और लगभग 3,000 लोगों की मौत के साथ जुड़ा रहेगा। पीड़ितों के परिवार आज भी न्यूयॉर्क में सऊदी सरकार को जवाबदेह ठहराने की कोशिश कर रहे हैं और उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन से हमलों से संबंधित कुछ दस्तावेजों को सार्वजनिक करने का आग्रह किया, जबकि सऊदी सरकार इस बात पर जोर देती रही है कि मिलीभगत का कोई भी आरोप ‘‘स्पष्ट रूप से झूठा’’ है।

आतंकी हमले के बाद के दो दशकों में सऊदी अरब और दुनिया सोशल मीडिया, इंटरनेट से काफी जुड़ चुकी है। सऊदी अरब में हालांकि, बड़े पैमाने पर पीढ़ीगत बदलाव भी हो रहा है। सउदी अरब की एक तिहाई से अधिक आबादी 14 वर्ष से कम उम्र की है, जिनका जन्म आतंकी हमले के वर्षों बाद हुआ है। देश की 60 प्रतिशत से अधिक आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है। लॉस एंजिलिस में काम करने वाले 33 वर्षीय सऊदी फिल्म निर्माता, अभिनेता और लेखक हिशाम फगेह ने कहा, ‘‘मेरा दृष्टिकोण है कि युवा पीढ़ी के पास काफी अवसर हैं। चुनौती यह होगी कि हम अपने सभी हिस्सों अतीत, वर्तमान और भविष्य को कैसे एकजुट करें।’’

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डेनमार्क ने लगभग सभी कोविड प्रतिबंध हटाए

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कोपेनहेगन: डेनमार्क ने कोविड-19 को ‘सामाजिक रूप से गंभीर’ से ‘आमतौर पर खतरनाक’ बीमारी के रूप में पुर्नवर्गीकृत किया है। फेस मास्क के अनिवार्य उपयोग और ‘कोरोना पास’ को लागू करने सहित लगभग सभी प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री मैग्नस ह्यूनिके ने शुक्रवार को डेनिश ब्रॉडकास्टर टीवी2 को बताया, “रोजमर्रा की जिंदगी काफी हद तक सामान्य हो गई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कोई खतरा नहीं है।” समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि, उन्होंने कहा कि आबादी के बीच उच्च टीकाकरण दर के साथ, ‘हम एक अच्छी जगह पर हैं।’पिछले 24 घंटों में, डेनमार्क के स्टेटन्स सीरम इंस्टीट्यूट (एसएसआई), देश की संक्रामक रोग एजेंसी, ने 557 नए मामले और चार मौतें दर्ज कीं, जिससे राष्ट्रीय कुल 351,553 संक्रमण और 2,608 मौतें हुईं। फिर भी, प्रतिबंधों के गायब होने के बारे में जनता की मिली-जुली भावनाएं थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 27 अगस्त को कहा, “महामारी नियंत्रण में है, हमारे पास रिकॉर्ड उच्च टीकाकरण दर है। इसलिए, हम कुछ विशेष नियमों को छोड़ सकते हैं जिन्हें हमें कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में पेश करना था।”समाज में अभी प्रचलित होने के बावजूद, सरकार द्वारा अब कोरोनावायरसको कम सामाजिक रूप से विघटनकारी माना जाता है और इसलिए इसे इन्फ्लूएंजा के समान ‘आमतौर पर खतरनाक बीमारी’ के रूप में लेबल किया गया है। कोपेनहेगन यूनिवर्सिटी अस्पताल में वायरल बीमारियों के प्रोफेसर जेन्स लुंडग्रेन ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, “फिलहाल, मुझे लगता है कि हमारे पास प्रतिबंध हटाने का समर्थन करने का कारण है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम बाद में प्रतिबंधों पर वापस नहीं जाएंगे।”उन्होंने कहा, “यही कारण है कि डेनमार्क में अब एक व्यापक निगरानी गतिविधि लागू की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम महामारी के संभावित बिगड़ने के शुरूआती संकेतों को पकड़ सकें।” स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कुछ “मामूली प्रतिबंध अभी अपशिष्ट जल, चिकित्सा प्रतिष्ठानों और देखभाल घरों में प्रवेश प्रतिबंध के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय नियमों का पालन करने के लिए हवाई अड्डों और जहाज पर विमानों पर फेसमास्क की आवश्यकता के आसपास लागू होंगे।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डेनमार्क ने प्रतिबंधों की समाप्ति के बावजूद नए प्रकारों से निपटने के लिए नए विकसित प्रकारों सहित ‘लाखों टीकों’ के लिए और आदेश दिए हैं। ह्यूनिके ने लोगों से ‘कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले अन्य नागरिकों को संक्रमण फैलाने से बचने’ के लिए टीका लेने का अनुरोध किया। शुक्रवार को, एसएसआई ने बताया कि 75.6 प्रतिशत आबादी या 4,428,948 लोगों ने पहले ही टीकाकरण प्रक्रिया शुरू कर दी। उनमें से 4,282,637 या 73.1 प्रतिशत लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया गया है।

लुंडग्रेन ने कहा, “कोविड -19 एक घातक बीमारी बनी हुई है और यह हर कोई जानता है। लेकिन हमारे पास इसे नियंत्रित करने के लिए एक बहुत ही प्रभावी हथियार है, जिसका नाम है टीकाकरण। इसलिए, हमें टीकाकरण के लिए गैर-टीकाकरण को प्रोत्साहित करना जारी रखना चाहिए।” डेनिश स्वास्थ्य प्राधिकरण (एसएसटी) ने कहा है कि 90 फीसदी आबादी को 1 अक्टूबर तक कोविड-19 के खिलाफ टीका लगाया जाना चाहिए। एसएसआई के अनुसार, इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, अतिरिक्त 174,000 लोगों को सितंबर के दौरान खुराक मिलनी चाहिए।

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तालिबान के नाम पर दुनिया को पाकिस्तान की धमकी, कहा- अलग-थलग करने के होंगे गंभीर परिणाम

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इस्लामाबाद: दुनिया भर से बैन से बचने के लिए पाकिस्तान के नेता कुछ दिन पहले तक हक्कानी नेटवर्क, तालिबान, जैश ए मोहम्मद जैसे संगठनों का नाम लेने से भी बचते थे अब वही नेता दुनिया को तालिबान का डर दिखा रहे हैं। तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के आतंकियों के गुण गा रहे हैं। एक ओर तो पाकिस्तान तालिबान की सरकार के लिए दुनिया भर से सपोर्ट की अपील कर रहा है और दूसरी ओर धमकी भी दे रहा है कि अगर दुनिया अफगानिस्तान की सरकार को सपोर्ट नहीं करेगा तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

तालिबान का डर दिखा रहा पाकिस्तान

पाकिस्तान के विदेश मंत्री के शाह महमूद कुरैशी ने कहा, अफगानिस्तान को अलग-थलग करने के गंभीर परिणाम होंगे और वो अफगान जनता, क्षेत्र और दुनिया के लिए सहायक नहीं होंगे। डराने-धमकाने, दबाव और बलप्रयोग की नीति काम नहीं आई। हमने अफगानिस्तान के संबंध में नई सकारात्मक सोच अपनाई है। अफगानिस्तान में नई स्थिति को पहचाना जाए और शांति के लिए तालिबान के साथ संवाद कायम किया जाए। कुरैशी ने स्पेन के विदेश मंत्री जोस मैनुअल अलबेयर्स के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह टिप्पणी की। पाकिस्तान के मंत्री ने कहा कि उन्हें लगता है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान में नई वास्तविकताओं को मानने की कोई जल्दी नहीं है और लोग आराम से देख रहे हैं और इंतजार कर रहे हैं।

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