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एक भारत उत्कृष्ट भारत

‘इंडिया नहीं भारत’ देश का नाम बदलने के प्रयास और तेज

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डिजिटल भारत l देश में इस वक्त देश का ही नाम बदलने की चर्चा सबसे तेज है. इस चर्चा को हवा दी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के निमंत्रण पत्र ने. दरअसल जी-20 समिट के लिए 9 सितंबर को होने वाले रात्रि भोज के लिए जो निमंत्रण पत्र राष्ट्रपति भवन की तरफ से देश के नेताओं को भेजे गए हैं, उनमें आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ शब्द को बदला गया है. इस बार के निमंत्रण पत्र में ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है. अब पूरा विवाद इसी पर है. नए बदवाल के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंडोनेशिया दौरे के आधिकारिक नोट पर “प्रेसिडेंट ऑफ भारत” लिखा गया है. बता दें कि पीएम मोदी आज 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इंडोनेशिया जाएंगे.

प्राइम मिनिस्टर ऑफ़ भारत…
आसियान-इंडिया शिखर वार्ता में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात इंडोनेशिया जाने वाले हैं. इस दौरे के लिए आधिकारिक नोट में पीएम मोदी को प्राइम मिनिस्टर ऑफ़ भारत लिखा गया है. पीएम मोदी कल ही इंडोनेशिया से लौट भी आएंगे. आसियान को क्षेत्र में सबसे प्रभावशाली समूहों में से एक माना जाता है और भारत तथा अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कई अन्य देश इसके संवाद भागीदार हैं.

भागवत ने कहा था लोगों को इंडिया नाम का इस्तेमाल…
2 सितंबर को गुवाहाटी के एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि लोगों को इंडिया नाम का इस्तेमाल बंद करके भारत का नाम इस्तेमाल करना चाहिए. उन्‍होंने कहा था, “हमारे देश का नाम सदियों से भारत ही है. भाषा कोई भी हो, नाम एक ही रहता है. हमारा देश भारत है और हमें सभी व्यवहारिक क्षेत्रों में ‘इंडिया’ शब्द का प्रयोग बंद करके भारत का उपयोग शुरू करना होगा, तभी परिवर्तन आएगा. हमें अपने देश को भारत कहना होगा और दूसरों को भी समझाना होगा.” 

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हिंदुओं को खत्म करने वाले हो गए राख, सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पर हंगामा जारी

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डिजिटल भारत l तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पर हंगामा जारी है। इसे लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है। अब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी उदयनिधि के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने की हसरत लिए कितने ही खाक हो गए।

अनुराग ठाकुर ने बोला हमला

पंजाब के फगवाड़ा में मीडिया से बात करते हुए उदयनिधि स्टालिन के बयान पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने वाले कितने ही खाक हो गए, हिंदुओं को खत्म करने वाले राख हो गए। घमंडिया गठबंधन के घमंडियों, सनातन था, सनातन है और सनातन रहेगा।

अनुराग ठाकुर ने बोला हमला
पंजाब के फगवाड़ा में मीडिया से बात करते हुए उदयनिधि स्टालिन के बयान पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि सनातन धर्म को खत्म करने वाले कितने ही खाक हो गए, हिंदुओं को खत्म करने वाले राख हो गए। घमंडिया गठबंधन के
घमंडियों, सनातन था, सनातन है और सनातन रहेगा। अनुराग ठाकुर ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के नेताओं द्वारा लगातार सनातन धर्म और हिंदुओं के खिलाफ बयानबाजी की जा रही है। बंगाल में रामनवमी के जुलूस पर हमला होता
है तो कोई विपक्षी नेता हिंदू धर्म पर जुबानी हमले कर रहे हैं, हिंदू आतंकवाद की बात कर रहे हैं, लेकिन देश की जनता इसका जवाब देगी।

भाजपा ने राहुल गांधी की चुप्पी पर उठाए सवाल
उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी पर भाजपा ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तीखा हमला बोला। पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा का उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म की तुलना डेंगू और
मलेरिया से कर रहे हैं, लेकिन राहुल गांधी और नीतीश कुमार ने अभी तक इस पर चुप्पी साधी हुई है। राहुल गांधी सिर्फ चुनाव के दौरान, वोटबैंक के लिए ही हिंदू होते हैं। विपक्षी गठबंधन हिंदू विरोधी है, यह भारतीय संस्कृति
और सनातन के खिलाफ हैं।

गोवा सीएम ने की सख्त कार्रवाई की मांग
वहीं उत्तर प्रदेश के दौरे पर पहुंचे गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने उदयनिधि स्टालिन के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें (उदयनिधि स्टालिन) इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पर जारी हंगामे के बावजूद माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह अभी भी अपने बयान पर कायम हैं और कहा कि वह आगे भी कहते रहेंगे कि सनातन धर्म
को खत्म कर देना चाहिए।

बता दें कि उदयनिधि स्टालिन ने तमिलनाडु में सनातन उन्मूलन सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही किया जाना चाहिए।
हम डेंगू, मलेरिया का कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इन्हें खत्म करना होगा। सनातन धर्म, सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।
इसरो वैज्ञानिकों में शोक

कुछ मशहूर हस्तियों, राजनेताओं, स्टार्स और खेल हस्तियों की आवाज हमारे दिमाग में जिंदगी भर के लिए रह जाती हैं। ऐसी ही एक आवाज फीकी पड़ गई। वलारमथी, जिन्होंने चंद्रयान-3 मिशन लॉन्चिंग में अपनी अनूठी आवाज से घोषणाएं की वह रविवार शाम दुनिया को अलविदा कह गईं। उनके निधन से इसरो वैज्ञानिकों में शोक की लहर दौड़ गई है।

इस शहर में ली अंतिम सांस

तमिलनाडु के अरियालुर की रहने वालीं वलारमथी का निधन रविवार शाम को हो गया था। उन्होंने राजधानी चेन्नई में अंतिम सांस ली। इस साल 23 अगस्त को चांद के उत्तरी ध्रुव पर लैंड करने वाले चंद्रयान 3 को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था। लॉन्चिंग के समय काउंटडाउन की सुनाई देने वाली गिनती को वलारमथी ने आवाज दी थी

सोशल मीडिया पर दुख

इसरो के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. पीवी वेंकटकृष्ण ने वलारमथी के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि श्रीहरिकोटा से इसरो के भविष्य के मिशनों की उलटी गिनती के लिए वलारमथी की आवाज अब सुनाई नहीं देगी। चंद्रयान-3 उनका अंतिम काउंटडाउन था। उन्होंने कहा कि वलारमथी के निधन की खबर से बहुत दुख हुआ। वहीं, सोशल मीडिया पर भी लोग अपना दुख व्यक्त कर रहे हैं।

चंद्रयान-3 मिशन की टीम में शामिल थीं वलारमथी

चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर 23 अगस्त को चांद की सतह पर उतरा था, जिससे भारत के नाम एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई। भारत दुनिया का चौथा देश बन गया, जिसने चांद पर अपने मिशन को सफल बनाया। इसके साथ ही दुनिया का इकलौता ऐसा देश बना जिसने साउथ पोल पर लैंडिंग कराई है। शनिवार को इसरो ने 11वें दिन प्रज्ञान रोवर को निष्क्रिय कर दिया। अब दोबारा 14 दिन बाद प्रज्ञान अपना काम शुरू करेगा।

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मुख्यमंत्री श्री चौहान बड़नगर में लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुएकिया 150 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण/भूमि-पूजन

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डिजिटल भारत | मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में बहनों के सशक्तिकरण के लिये सामाजिक क्रांति हो रही है।मेरी जिंदगी का मकसद है बहनों के चेहरे पर मुस्कराहट लाना। मैं किसी बहन को दुखी नहीं रहने दूँगा। आज बड़नगर की जनता ने जो मुझे प्यार और विश्वास दिया है, बहनों ने जिस राखी के कच्चे धागे से मुझे बांधा है, उस विश्वास को कभी नहीं टूटने दूँगा। बहनों की जिंदगी खुशहाल बनाने के लिये हरसंभव प्रयास करूँगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज उज्जैन जिले के बड़नगर में
लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 150 करोड़ रूपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण/भूमि-
पूजन किया। विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये। सम्मेलन का शुभारंभ कन्या-पूजन और दीप
प्रज्ज्वलन से हुआ। मुख्यमंत्री ने पुष्प-वर्षा कर विशाल संख्या में उपस्थित बहनों का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों को सशक्त करने के कार्य निरंतर किये जा रहे हैं। लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना और अब लाड़ली बहना योजना ने समाज में बहनों की स्थिति को बहुत मजबूत कर दिया है। अब बेटियाँ बोझ नहीं वरदान बन गई हैं। प्रदेश में 21 वर्ष आयु की बहनों और ट्रेक्टर वाले परिवारों की बहनों के नाम जुड़ जाने के बाद अब लाड़ली बहनों की संख्या एक करोड़ 32 लाख हो गई है। जो बहनें छूट गई हैं, उनके नाम भी जोड़े जायेंगे।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अभी राखी पर बहनों को 250 रूपये भिजवाये थे। लाड़ली बहना योजना की राशि अब
1250 रूपये कर दी गई है। इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 3000 रूपये तक किया जायेगा। पहले बहनों को अपनी छोटी-छोटी
आवश्यकताओं के लिये परेशान होना पड़ता था। मैंने उनके इस दर्द को समझा और लाड़ली बहना योजना बनाई। लाड़ली बहना योजना मेरे दिल से निकली योजना है। इससे बहनों की परिवार में इज्जत बढ़ी है। सरकार का प्रयास है कि हर बहन की
आमदनी 10 हजार रूपये महीना हो और इसके लिये आजीविका मिशन में उन्हें विभिन्न गतिविधियों के लिये सहायता दी जा
रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अब बहनों को टोल बेरियर भी संचालन के लिये दिये जा रहे हैं। टोल टैक्स से प्राप्त
राशि की 30 प्रतिशत राशि बहनों को आमदनी के रूप में मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम नया जमाना ला रहे हैं।
प्रदेश में सरकारी संसाधनों का उपयोग गरीबों और किसानों के लिये किया जा रहा है। हर व्यक्ति को पक्की छत की व्यवस्था की जा रही है। जिनके पास रहने की जमीन नहीं है उन्हें आवासीय भू-अधिकार योजना में पट्टे दिये जा रहे हैं। जिन व्यक्तियों के
नाम प्रधानमंत्री आवास योजना में नहीं आये हैं, उनका सर्वे करवाकर उनके लिये नई योजना मुख्यमंत्री आवास योजना बनाई जा
रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बार बारिश कम होने बिजली का उत्पादन कम हो रहा है। फिर भी सरकार द्वारा
गरीबों को राहत के लिये 31 अगस्त तक के एक किलोवाट तक के बिजली के बिल शून्य किये जा रहे हैं ।

और आगामी माह से हर माह (100 यूनिट तक) 100 रूपये बिजली का बिल आयेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनें अपने बच्चों को अवश्य पढ़ायें। अब उच्च शिक्षा की मंहगी फीस भी मामा भरवायेगा। शिक्षा के लिये हर आवश्यक व्यवस्था सरकार द्वारा करवाई जा रही है। साइकिल के लिये 4500 रूपये सरकार देती है, अब 12वीं में स्कूल में टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं को स्कूटी भी दी जा रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुरानी सरकार ने कन्या विवाह, तीर्थ-दर्शन, प्रसूति सहायता, शून्य प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण, मेधावी विद्यार्थियों को लेपटॉप आदि योजनाएँ बंद कर दी थी। हमारी सरकार ने फिर से इन्हें चालू किया है। अब सरकार बुजुर्गों को हवाई जहाज से भी तीर्थ-यात्रा करवा रही है। किसानों को केन्द्र सरकार द्वारा दी जा रही 6 हजार रूपये की सम्मान निधि के अलावा राज्य सरकार भी 6 हजार रूपये प्रति वर्ष दे रही है। किसानों के ब्याज की राशि सरकार ने भरी है और उन्हें शून्य प्रतिशत ब्याज पर पुन: फसल ऋण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बड़नगर क्षेत्र के विकास के लिये कई घोषणाएँ कीं।

इनमें बड़नगर में 20 करोड़ रूपये की लागत से मल्टीपर्पज इंडोर स्टेडियम एवं स्वीमिंग पूल बनवाने और क्षेत्र के जो गाँव नर्मदा जल से वंचित रह गये हैं, उन सभी गाँवों में नर्मदा जल पहुँचाना प्रमुख है। मुख्यमंत्री ने नगर व आसपास के विभिन्न
मार्गों और पुल-पुलियाओं के निर्माण की भी घोषणा की। कार्यक्रम में प्रदेश के वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री और जिले के प्रभारी श्री जगदीश देवड़ा, सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक श्री बहादुर सिंह चौहान, श्री बहादुर सिंह बोरमुंडला, अन्य जन-प्रतिनिधिऔर बड़ी संख्या में लाड़ली बहनों सहित जन-समुदाय उपस्थित था।

जनदर्शन यात्रा में उमड़ा जनता का अभूतपूर्व सैलाब

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बड़नगर में जनदर्शन भी किया। बड़नगर की धरती पर चहुंओर त्यौहार-सा
नजारा नजर आया। जनदर्शन के दौरान जनता ने मुख्यमंत्री का अपार स्नेह एवं उत्साह से स्वागत किया और घरों से, घर की
छतो से, गलियारों से, सड़क के दोनों ओर कतारबद्ध होकर पुष्पों की वर्षा की। मुख्यमंत्री का लाड़ली बहनों एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने रास्ते के दोनों ओर जगह-जगह स्वागत मंच बनाकर अपार उत्साह से स्वागत किया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान का खाचरौदअधिकार मंच, अतिथि विद्वान नियमितिकरण संघर्ष समिति, सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं एवं शिक्षकों ने मुख्यमंत्री का सभा मंच से स्वागत किया। वहीं सुराज कॉलोनी, विभिन्न ग्राम पंचायत के निवासियों, प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण एवं शहरी) के हितग्राहियों, महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों ने सड़क के दोनों ओर कतारबद्ध और अनुशासित होकरअपूर्व जोश और उत्साह से स्वागत किया।

लाड़ली बहनें “धन्यवाद भैया” एवं भांजियाँ “प्यारे मामा” के नाम की तख्तियां लिये हुए थी। महिलाओं ने लाड़ली बहना योजना का लाभ देने के लिये पुष्प-वर्षा कर मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रति आभार और हर्ष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री का काफिला विभिन्न मार्गों से होते हुए निकला तब हर गली एवं मोहल्ले में ढोल-नगाड़ों से मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया। लाड़ली बहनें दोपहिया वाहन पर सवार थीं। वे सभी मुख्यमंत्री के पीछे उत्साह से चल रही थीं।

जगह-जगह जनता ने “प्यारे मामा, प्यारे भैया जिन्दाबाद” के नारे लगाये। जनदर्शन यात्रा में वित्त मंत्री एवं उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री श्री जगदीश देवड़ा भी शामिल हुए।

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जाने क्यों है रक्षा के बंधन का ये त्यौहार खास, व कब हैं रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त

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डिजिटल भारत l यह एक हिन्दू व जैन त्योहार है जो प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं।[3] रक्षाबन्धन में राखी या रक्षासूत्र का सबसे अधिक महत्त्व है। राखी कच्चे सूत जैसे सस्ती वस्तु से लेकर रंगीन कलावे, रेशमी धागे, तथा सोने या चाँदी जैसी मँहगी वस्तु तक की हो सकती है। रक्षाबंधन भाई बहन के रिश्ते का प्रसिद्ध त्योहार है, रक्षा का मतलब सुरक्षा और बंधन का मतलब बाध्य है। रक्षाबंधन के दिन बहने भगवान से अपने भाईयों की तरक्की के लिए भगवान से प्रार्थना करती है
रक्षाबंधन हिन्दुओं का महत्वपूर्ण पर्व है, जो भारत के कई हिस्सों में मनाया जाता है. भारत के अलावा भी विश्व भर में जहाँ पर हिन्दू धर्मं के लोग रहते हैं, वहाँ इस पर्व को भाई बहनों के बीच मनाया जाता है. इस त्यौहार का आध्यात्मिक महत्व के साथ साथ ऐतिहासिक महत्त्व भी है.
रक्षाबंधन कब मनाया जाता हैं
भाई बहन का यह त्यौहार प्रति वर्ष मनाया जाता हैं जिसे हिन्दू पचांग के अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता हैं जो कि ज्यादातर अंग्रेजी पंचाग के अनुसार अगस्त माह में आता हैं . यह एक धार्मिक त्यौहार हैं जिस पर छुट्टी दी जाती हैं .

2023 में रक्षाबंधन कब हैं शुभ मुहूर्त क्या हैं
रक्षा बंधन का त्यौहार कब है 30 अगस्त 2023
दिन बुधवार
राखी बांधने का शुभ मुहुर्त 30 अगस्त को सुबह 10:58 बजे से 31 अगस्त को रात 7:05 बजे तक
कुल अवधि 20 घंटे 7 मिनट
रक्षाबंधन पर कहानी
रक्षाबंधन सम्बंधित कुछ पौराणिक कथाएं जुडी हुईं है. इन कथाओं का वर्णन नीचे किया जा रहा है.

इंद्रदेव सम्बंधित मिथक :
भविष्यत् पुराण के अनुसार दैत्यों और देवताओं के मध्य होने वाले एक युद्ध में भगवान इंद्र को एक असुर राजा, राजा बलि ने हरा दिया था. इस समय इंद्र की पत्नी सची ने भगवान विष्णु से मदद माँगी. भगवान विष्णु ने सची को सूती धागे से एक हाथ में पहने जाने वाला वयल बना कर दिया. इस वलय को भगवान विष्णु ने पवित्र वलय कहा. सची ने इस धागे को इंद्र की कलाई में बाँध दिया तथा इंद्र की सुरक्षा और सफलता की कामना की. इसके बाद अगले युद्द में इंद्र बलि नामक असुर को हारने में सफ़ल हुए और पुनः अमरावती पर अपना अधिकार कर लिया. यहाँ से इस पवित्र धागे का प्रचलन आरम्भ हुआ. इसके बाद युद्द में जाने के पहले अपने पति को औरतें यह धागा बांधती थीं. इस तरह यह त्योहार सिर्फ भाइयों बहनों तक ही सीमित नहीं रह गया.

राजा बलि और माँ लक्ष्मी :
भगवत पुराण और विष्णु पुराण के आधार पर यह माना जाता है कि जब भगवान विष्णु ने राजा बलि को हरा कर तीनों लोकों पर अधिकार कर लिया, तो बलि ने भगवान विष्णु से उनके महल में रहने का आग्राह किया. भगवान विष्णु इस आग्रह को मान गये. हालाँकि भगवान विष्णु की पत्नी लक्ष्मी को भगवान विष्णु और बलि की मित्रता अच्छी नहीं लग रही थी, अतः उन्होंने भगवान विष्णु के साथ वैकुण्ठ जाने का निश्चय किया. इसके बाद माँ लक्ष्मी ने बलि को रक्षा धागा बाँध कर भाई बना लिया. इस पर बलि ने लक्ष्मी से मनचाहा उपहार मांगने के लिए कहा. इस पर माँ लक्ष्मी ने राजा बलि से कहा कि वह भगवान विष्णु को इस वचन से मुक्त करे कि भगवान विष्णु उसके महल मे रहेंगे. बलि ने ये बात मान ली और साथ ही माँ लक्ष्मी को अपनी बहन के रूप में भी स्वीकारा.

संतोषी माँ सम्बंधित मिथक :
भगवान विष्णु के दो पुत्र हुए शुभ और लाभ. इन दोनों भाइयों को एक बहन की कमी बहुत खलती थी, क्यों की बहन के बिना वे लोग रक्षाबंधन नहीं मना सकते थे. इन दोनों भाइयों ने भगवान गणेश से एक बहन की मांग की. कुछ समय के बाद भगवान नारद ने भी गणेश को पुत्री के विषय में कहा. इस पर भगवान गणेश राज़ी हुए और उन्होंने एक पुत्री की कामना की. भगवान गणेश की दो पत्नियों रिद्धि और सिद्धि, की दिव्य ज्योति से माँ संतोषी का अविर्भाव हुआ. इसके बाद माँ संतोषी के साथ शुभ लाभ रक्षाबंधन मना सके.

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प्रदेश की 2792 कॉलोनियॉं हुईं वैध घोषित प्रदेश के हर गरीब के पास होगा अपना मकान

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार की मंशा है कि प्रदेश के हर गरीब के पास खुद का प्लाट और मकान हो। उन्होंने कहा कि सभी अवैध कॉलोनियॉं जहां लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई से घर बनाये हैं वैध की जा रही हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भर की 2792 अवैध कालोनियों को वैध करने की घोषणा करते हुए कहा कि इससे इन कालोनियों के 30 लाख से अधिक रहवासियों को बुनियादी सुविधायें मिल सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि माफियाओं से मुक्त जमीन पर सुराज कालोनी बना रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज यहां जबलपुर में सु-राज कॉलोनी योजना के शुभारंभ एवं अनाधिकृत कालोनियों में अधोसंरचना विकास एवं भवन अनुज्ञा प्रदान करने के राज्यस्तरीय कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम से नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह वर्चुअली जुड़े थे।
​मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहॉं 130 करोड़ 15 लाख रूपये की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ कन्यापूजन से हुआ। मुख्यमंत्री ने मदन महल पहाड़ी के विस्थापितों को प्रतीकात्मक रूप से आवासीय पट्टा प्रदान किया।
माफियाओं से मुक्त जमीन पर बनेगी सुराज कालोनी
​शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को वैध घर के अधिकार का उपहार देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में बुलडोजर चलाकर भू-माफिया के अवैध कब्जे से जमीन मुक्त कराई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की 23 हजार एकड़ भूमि को भू-माफियाओं और अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराकर हम गरीबों के लिए सुराज कालोनी बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबलपुर में भू-माफिया के अतिक्रमण से मुक्त कराई जमीन पर 900 से अधिक मकान बनाये जा रहे हैं। इसमें इंदौर और भोपाल में भी भवनों का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुराज कालोनी में सभी जरूरी अधोसंरचनात्मक बुनियादी जरूरतें जैसे- सड़क, पीने का पानी, बिजली, सामुदायिक भवन, स्कूल, डिस्पेंसरी बनाई जायेंगी।
413 नगरीय निकायों को मिलेगी राशि
​मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी 413 नगरीय निकायों में कायाकल्प अभियान के तहत सड़कों, नालियों व पार्कों के विकास व निर्माण के लिए राशि दी जायेगी।
आज सारी अवैध कालोनियों को वैध करते हुए मेरा मन प्रसन्न और आनंदित है। उन्होंने मंच से कहा कि शहरों, महानगरों, मझोले शहरों में रहने वाले भाई-बहनों ने जैसे-तैसे मेहनत और खून-पसीने की कमाई से प्लाट खरीदा, मकान बनवाया और तब पता चला की ये कालोनी अवैध हैं। हर व्यक्ति की खुद के मकान की हसरत होती है। इसलिए आज से सभी अवैध कॉलोनियों को वैध कर दिया गया है।
बिल्डर अनुमति लेकर ही कॉलोनी करें विकसित
भविष्य में बिल्डर सभी अनुमतियॉं लेकर ही कालोनी विकसित करें, बिल्डर की गलतियों का खामियाजा जनता नहीं भुगतेगी। बल्कि बिल्डर को कार्यवाही भुगतनी पड़ेगी।
समारोह को संबोधित करते हुए सांसद राकेश सिंह ने कहा कि जबलपुर के जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का ऐतिहासिक अभिनंदन हुआ है। उन्होंने प्रदेश की अवैध कालोनियों को वैध करने के मुख्यमंत्री के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जनता के सुख-दुख और परिवार की जिम्मेदारी को सरकार की जिम्मेदारी बनाया है।
राज्यस्तरीय कार्यक्रम का प्रदेश के सभी 413 नगरीय निकायों में लाइव टेलीकास्ट किया गया। जहॉं लोगों ने मुख्यमंत्री के संबोधन को देखा और सुना।
​कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद सुमित्रा वाल्मीक, विधायक सर्वश्री अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी, नंदनी मरावी, सुशील तिवारी सहित नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज, पूर्व मंत्री अंचल सोनकर, हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू, शरद जैन, जिला भाजपा अध्यक्ष प्रभात साहू, कमलेश अग्रवाल, पूर्व महापौर स्वाति गोडबोले मौजूद रहे।

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छिंदवाड़ा के जामसांवली हनुमान मंदिर में “श्री हनुमान लोक” का किया जाएगा निर्माण : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि छिंदवाड़ा में विकास की गंगा बह रही है। आज प्रात: जामसांवली में श्री हनुमान लोक परियोजना का भूमिपूजन हुआ। जिले के 7 विकास खण्डों के 711 ग्रामों में जल प्रदाय के लिए 848 करोड़ 29 लाख रुपए लागत से बनने वाली माचागोरा समूह जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन किया गया, 1178 करोड़ 54 लाख रुपए राशि के 35 नवीन विकास कार्यों का भूमिपूजन और 258 करोड़ 75 लाख रुपए लागत के 30 कार्यों का लोकार्पण हुआ है।
छिंदवाड़ा में एक और महाविद्यालय की स्थापना की जाएगी तथा शानदार ऑडिटोरियम का निर्माण होगा। सरकार छिंदवाड़ा के
विकास में कोई कसर नहीं छोड़गी। आज छिंदवाड़ा में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस और महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने 8 लाख 34 हजार व्यक्तियों को रोजगार दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत 5 हजार करोड़ से अधिक राशि के ऋण वितरण की शुरूआत भी की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विभिन्न जिलों में हितग्राहियों को शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम में कृषि मंत्री तथा छिंदवाड़ा के प्रभारी कमल पटेल तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
711 ग्रामों से आए 711 जल कलश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महिला सम्मेलन और राज्य स्तरीय रोजगार दिवस में पधारे भाई बहनों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। माचागोरा समूह जल प्रदाय योजना से लाभान्वित 711 ग्रामों की जल कलश यात्रा के 711 कलशों का पूजन कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माचागोरा समूह जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन किया। आजीविका मिशन की स्वसहायता समूह और लाडली बहना योजना की हितग्राही बहनों ने मुख्यमंत्री चौहान को विशाल राखी भेंट की। जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विशाल पुष्प माला से स्वागत किया।

हर गाँव के हर घर में नल से जल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से हर गांव के हर घर में नल से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। पिछली सरकारों में हेण्ड पम्प लगाने में भी मुश्किल होती थी। भारिया, सहरिया और बैगा बहनों को पौष्टिक आहार के लिए प्रतिमाह एक हजार रुपए उपलब्ध कराने की योजना, कन्या दान योजना में राशि उपलब्ध कराने, जल जीवन मिशन के संचालन, लैपटॉप वितरण और गर्भवती महिलाओं को सहायता उपलब्ध कराने जैसी योजनाओं को पिछली सरकार ने बंद कर दिया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य सरकार बहन-बेटियों का जीवन सुखमय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
गरीब और किसान परिवार की कोई बहन बेटी मजबूर न रहे, इसके लिए कई योजनाएं शुरू की गईं हैं। बेटा-बेटी को बीच भेद
भाव मिटाने के लिये लाड़ली लक्ष्मी और कन्या विवाह जैसी योजनाएं आरंभ हुईं।
बहनों का जीवन आत्म-विश्वास से भरपूर हो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बेटियां मजबूर रहने के लिए पैदा नहीं हुई हैं। उनका मान- सम्मान और आत्मविश्वास बढे़ इस उद्देश्य से ही लाड़ली बहना योजना में प्रतिमाह एक हजार रुपए उपलब्ध कराये जा रहे हैं। इसे क्रमबद्ध रुप से बढ़ाकर 3 हजार रुपए किया जायेगा। इस माह की 27 तारीख को राखी का त्यौहार मनाया जाएगा। बहनों की जिंदगी में हम कभी अंधेरा नहीं रहने देंगे। बहनों का जीवन सुख-चैन, आत्म-विश्वास और सम्मान से भरपूर हो।

प्रदेश मेरा परिवार है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हम प्रदेश को परिवार मानकर सरकार चला रहे हैं। परिवार के हर सदस्य की चिंता है। किसान को फसल के लिए भरपूर पानी, विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए पुस्तकें-साइकिल-मध्यान भोजन- लैपटाप-स्कूटी, महिलाओं को सुरक्षित वातावरण, युवाओं को कौशल उन्नयन और स्वरोजगार के अवसर, वरिष्ठ जन को हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा कराकर हमारी सरकार अपने कर्त्तव्य का निर्वहन कर रही है।

‘जनदर्शन’ में उमड़ा एैतिहासिक जन-सैलाब छिंदवाड़ा में आज जनदर्शन के दौरान अपार जनसमूह ने पुष्पों की वर्षा कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आत्मीय स्वागत एवं सम्मान किया। जनदर्शन के पूरे मार्ग में लगातार होती पुष्पवर्षा और भारत माता की जय तथा वंदेमातरम के घोष के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विकास पर्व रथ अपार जन समूह के साथ आगे बढ़ता रहा। घरों की छतों, स्वागत मंचों से निरंतर पुष्पवर्षा होती रही। लाड़ली बहनें और प्यारी भांजियां पुष्पवर्षा में पीछे नहीं रहीं। मुख्यमंत्री के स्वागत एवं सम्मान में बच्चे, युवाओं, महिलाओं के साथ ही बुजुर्ग भी समान रूप से उत्साहित थे। लाड़ली बहनों सहित अन्य हितग्राहियों ने विभिन्न जन-कल्याणकारी शासकीय योजनाओं के नाम और “धन्यवाद भैय्या” लिखी तख्तियाँ लहराकर मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया।

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जाने चन्द्रमा के बारे में कुछ अनसुने राज, विज्ञानिको ने बतायी कुछ असाधारण बाते

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डिजिटल भारत l विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत स्वायत्त संगठन ‘विज्ञान प्रसार’ के वैज्ञानिक और भारतीय ज्योतिर्विज्ञान परिषद के जनसंवाद समिति के सदस्य डॉ.वी.टी.वेंकटेरन ने चंद्रमा के भूवैज्ञानिक विकास से संबंधित अहम सवालों का जवाब दिया जो उसके दक्षिण ध्रुव, जल और बर्फ की मौजूदगी के संदर्भ में अहम है। उन्होंने साथ ही भारत की महत्वकांक्षी चंद्रमा अन्वेषण योजना के बारे में भी जानकारी दी।

चंद्रमा के भूवैज्ञानिक इतिहास और विकास की अवधारणा क्या है?
अनुमान के मुताबिक चांद की उम्र करीब 4.5 अरब साल है, यानी मोटे तौर पर पृथ्वी की उम्र के बराबर। पृथ्वी के चंद्रमा के निर्माण का एक प्रमुख सिद्धांत है कि मंगल ग्रह के आकार का एक खगोलीय ¨पड युवा धरती से टकराया था और इस टक्कर से निकले मलबे से अंतत: चंद्रमा का निर्माण हुआ। हालांकि, चंद्रमा से मिले भूगर्भीय सबूत संकेत देते हैं कि यह पृथ्वी से महज छह करोड़ साल युवा हो सकता है।
1)चंद्रमा के भूवैज्ञानिक इतिहास और विकास की अवधारणा क्या है? दूसरे शब्दों में कहें कि वह कितना पुराना है और कब एवं कैसे इसका निर्माण हुआ?

अनुमान के मुताबिक चांद की उम्र करीब 4.5 अरब साल है, यानी मोटे तौर पर पृथ्वी की उम्र के बराबर। पृथ्वी के चंद्रमा के निर्माण का एक प्रमुख सिद्धांत है कि मंगल ग्रह के आकार का एक खगोलीय पिंड युवा धरती से टकराया था और इस टक्कर से निकले मलबे से अंतत: चंद्रमा का निर्माण हुआ। हालांकि, चंद्रमा से मिले भूगर्भीय सबूत संकेत देते हैं कि यह पृथ्वी से महज छह करोड़ साल युवा हो सकता है।

2) चंद्रमा पर पृथ्वी की तुलना में वस्तु का भार कितना होगा और क्यों?

चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के मुकाबले बहुत कम है। चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के मुकाबले एक बटा छठा हिस्सा है। इसका नतीजा है कि चंद्रमा पर किसी वस्तु का वजन पृथ्वी के मुकाबले उल्लेखनीय रूप से कम होगा। यह चंद्रमा के छोटे आकार और द्रव्य भार की वजह से है। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति का पृथ्वी पर वजन 68 किलोग्राम है तो उसका चंद्रमा की सतह पर वजन महज 11 किलोग्राम होगा।

3) भारतीय वैज्ञानिक क्यों चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंडर उतारना चाहते हैं?

चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव अपनी विशेषता और संभावित वैज्ञानिक मूल्य के कारण वैज्ञानिक खोज के केंद्र में बना हुआ है। माना जाता है कि दक्षिणी ध्रुव पर जल और बर्फ के बड़े भंडार हैं जो स्थायी रूप से अंधेरे में रहता है। भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए जल की मौजूदगी का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि इसे पेयजल, ऑक्सीजन और रॉकेट ईंधन के तौर पर हाइड्रोजन जैसे संसाधनों में तब्दील किया जा सकता है। यह इलाका सूर्य की रोशनी से स्थायी रूप से दूर रहता है और तापमान शून्य से 50 से 10 डिग्री नीचे रहता है, इसकी वजह से रोवर या लैंडर में मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए आदर्श रसायनिक परिस्थिति उपलब्ध होती है जिससे वे बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं।

4) चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर क्या है? क्या वहां का भू्भाग या भूगर्भीय परिस्थितियां चंद्रमा के बाकी इलाकों की तरह ही हैं या हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है?

चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का भूभाग और भूगर्भीय संरचना उसके अन्य इलाकों से अलग है। स्थायी रूप से छाया में रहने वाले क्रेटर (उल्कापिंडों के टकराने से बने गड्ढों) में शीत अवस्था रहती है जिससे पानी के बर्फ के रूप में जमा होने की अनुकूल स्थिति उत्पन्न होती है। दक्षिणी ध्रुव की विशिष्ट भौगोलिक परिस्थिति की वजह से यहां लंबे समय तक सूर्य की रोशनी आती है जिसका इस्तेमाल सौर ऊर्जा के लिए किया जा सकता है। यह इलाका उबड़-खाबड़ बनावट से लेकर अपेक्षाकृत सपाट है जिससे अध्ययन के लिए विभिन्न वैज्ञानिक अवसर प्रदान करता है।

5) क्यों चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव स्थायी रूप से छाया में रहता है?

यह चंद्रमा के भूविज्ञान पर निर्भर करता है। चंद्रमा की धुरी पृथ्वी के चारों ओर उसकी कक्षा में हल्की सी झुकी हुई है। इसका नतीजा है कि दक्षिणी ध्रुव के कुछ इलाकों हमेशा छाया में रहते हैं। यह छाया बहुत ही ठंडे वातावरण का निर्माण करती है जहां पर तापमान बहुत नीचे जा सकता है। जमा देने वाली यह परिस्थिति बर्फ के रूप में पानी को अरबों साल तक संरक्षित रखने में सहायक है।

6) क्या चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पानी/बर्फ की मौजूदगी है? चंद्रयान-1 ने इसका संकेत दिया था।

हां, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव इलाके में बर्फ के रूप में पानी की मौजूदगी की पृष्टि हो चुकी है। भारत द्वारा 2008 में भेजे गए चंद्रयान-1 सहित विभिन्न चंद्रमा मिशन से मिले आंकड़ों से संकेत मिला है कि हमेशा छाया में रहने वाले इलाके में जल अणु की मौजूदगी है। इस खोज ने चांद के उत्साहजनक स्थायी अन्वेषण की संभावनाओं को बल दिया है।

7) क्या पानी/बर्फ भविष्य में चंद्रमा पर होने वाली खोज के लिए अहम है?

बर्फ के रूप में जल भविष्य में चंद्रमा खोज और उसके आगे के लिए भी अहम संसाधन है। इसे सांस लेने वाली हवा, पेयजल और सबसे अहम रॉकेट ईंधन के लिए हाइड्रोजन व ऑक्सीजन में तब्दील किया जा सकता है। इससे अंतरिक्ष यात्रा में क्रांति आ सकती है क्योंकि इन संसाधानों को पृथ्वी से ले जाने की जरूरत नहीं होगी और लंबी अवधि के मिशन संभव हो सकेंगे।

8) क्या भारत की भविष्य में चंद्रमा पर मानव मिशन भेजने की योजना है?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की मंशा जताई है लेकिन अब तक उसकी चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की कोई योजना नहीं है।

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विक्रम लैंडर से बाहर निकला रोवर, चंद्रमा पर कर रहा चहलकदमी; देखें पहली तस्वीर

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चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के बाद इसरो के मून मिशन चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद की तस्वीरें भेजी हैं। यह फोटोज लैंडर विक्रम ने उस समय खीचीं जब वह बुधवार शाम को चांद की सतह पर धीरे-धीरे उतर रहा था। मालूम हो कि भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। वहीं, चांद पर लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश है। इससे पहले, अमेरिका, चीन और सोवियत संघ को यह उपलब्धि हासिल हो चुकी है। 

इसरो के चंद्रयान-3 लैंडर विक्रम ने बुधवार शाम छह बजकर चार मिनट पर चांद की सतह पर सफल लैंडिंग की। इस दौरान देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों की नजरें टीवी स्क्रीन पर लगी रहीं। इसरो ने उन तस्वीरों को शेयर किया है, जोकि चंद्रयान-3 ने लैंडिंग करने के बाद भेजी हैं। इसरो ने ट्वीट किया, ”चंद्रयान-3 मिशन अपडेट, Ch-3 लैंडर और MOX-ISTRAC, बेंगलुरु के बीच कम्युनिकेशन लिंक स्थापित किया गया है। नीचे उतरते समय ली गईं लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे की तस्वीरें यहां शेयर की जा रही हैं।” ये कुल चार तस्वीरें हैं, जिन्हें इसरो ने शेयर किया है

#chandrayaan #india #isro #space #mangalyaan #gaganyaan #indianarmy #nasa #satellite #isromissions

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CM Shivraj in Shahdol: शहडोल से आज राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण का शुभारंभ करेंगे सीएम शिवराज

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CM Shivraj in Shahdol: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शहडोल दौरे पर रहेंगे। शहडोल के पालिटेक्निक मैदान से मुख्यमंत्री राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और जनदर्शन कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज 23 अगस्त को शहडोल दौरे पर रहेंगे। यहां वे राज्य स्तरीय स्कूटी वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और जनदर्शन कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री प्रदेश के 7 हजार 900 हायर सेकेंडरी स्कूलों के मेधावी छात्रों को स्कूटी की सौगात देंगे, जिसमे शहडोल जिले के 144 मेधावी विद्यार्थी शामिल है। सुबह 11.00 सीएम जमुई हेलीपैड में उतरेंगे। इसके बाद लल्लू सिंह चौराहे से गांधी चौक तक लाड़ली बहनों के द्वारा बाइक रैली से स्वागत किया जाएगा। इस रैली में शामिल होकर सीएम गांधी चौक से रोड शो शुरु करेंगे, जिसमें विभिन्न संगठनों व लोगों से मिलते हुए सभा स्थल पालिटेक्निक मैदान जाएंगे।

30 हजार से ज्यादा लोगों की बैठक व्यवस्था

गांधी चौक में 40 सदस्यीय भाजपा कार्यकर्ताओ का दल सीएम का स्वागत करेगा। सभा स्थल पर में बैठने के लिए मंच के अलावा तीन डोम टेंट लागये जा रहे है। जिसमे करीब 30 हजार से ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। अनुमान है कि 50 हजार लोग कार्यक्रम में शामिल होंगे। लगभग 2.00 तक सीएम शहडोल में रहेंगे। इसके बाद ग्राम सकरा जाएंगे और वहां स्नेह यात्रा में शामिल होकर वापस रवाना होंगे।

लोगों को भरोसा कि मिलेगी सौगात

मुख्यमंत्री का यह दौरा विधान सभा चुनाव की तैयारी को लेकर माना जा रहा है, जिसमें शहर व जिला वासियों को बड़ी अपेक्षाएं हैं। नगर पालिका शहडाेल को नगर निगम बनाना, कृषि महाविद्यालय खोलना, हवाई यात्रा शुरु करने हवाई पट्टी का निर्माण, पंडित शंभूनाथ विश्वविद्यालय से संभाग के अन्य कालेजों को जोड़ना, शहर में एक नया महाविद्यालय खोलने और मेडिकल कालेज में सुविधाओं का विस्तार करने जैसी जन अपेक्षाएं हैं। लोगों को भरोसा भी है कि मुख्यमंत्री शहडोल से लगाव रखते हैं और इस दौरे में भी कोई नई सौगात देकर ही जाएंगे।

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महाकौशल क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापक सुभाष चंद्र बनर्जी जी की प्रतिमा का अनावरण समारोह

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महाकौशल क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापक सुभाष चंद्र बनर्जी जी की प्रतिमा का अनावरण समारोह सिविल लाइन स्थित लोहिया पुल के पास किया गया । जिसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल सांसद राकेश सिंह विशेष रूप से उपस्थित हुए । श्री चौहान ने बताया कि स्वर्गीय सुभाष चंद्र जी की प्रतिमा का अनावरण समारोह जबलपुर में आयोजित किया गया । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक स्वः र्श्री सुभाष चंद्र जी बचपन से ही संघ के समर्पित स्वयं सेवक थे 10 साल उन्होंने प्रचारक के रूप में काम किया उनके मार्गदर्शन में ही महाकौशल में भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई इसमें बैनर्जी जी का अतुलनीय योगदान रहा। महाकौशल के साथी जबलपुर संस्कारधानी के 10 सालों तक अध्यक्ष रहे। उन्होंने कहा कि आज उनकी प्रतिमा का अनावरण समारोह में उपस्थित होकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं, इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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