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एक भारत उत्कृष्ट भारत

फैसले के बाद बदले एक्शन में केजरीवाल सरकार, मंत्री ने शुरु किया तबादला!

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दिल्ली –सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ऐतिहासिक फैसला देते हुए ये तय कर दिया कि दिल्ली में सर्वेसर्वा चुनी हुई सरकार ही है. इस फैसले के आने के बाद आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की सरकार में जश्न का माहौल है, लेकिन इसी बीच नौकरशाही अमले में खलबली सी मची हुई है.

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आत्मसम्मान के खिलाफ उठे कदमों का मुंहतोड़ जवाब देंगे”: रक्षा मंत्री

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दिल्ली-केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम नालंदा को दोबारा जलते हुए नहीं देखेंगे। हम दोबारा से सोमनाथ के सांस्कृतिक आइकन को तबाह होते हुए नहीं देखेंगे। हम अपने आत्मसम्मान के खिलाफ उठाए गए हर कदम का मुंहतोड़ जवाब देंगे। भारत आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस और 1998 के पोखरण -II परमाणु परीक्षण की 25वीं वर्षगांठ मना रहा है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के आत्मसम्मान के खिलाफ उठे हर कदम का अब मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा- “1998 में भारत के परमाणु परिक्षण ने दुनिया को संदेश दिया है कि यह बले ही शांति प्रिय देश हो सकता है लेकिन आत्मसम्मान के खिलाफ उठे कदमों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने कहा कि बाहरी आक्रममों द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय और सोमनाथ में सांस्कृतिक प्रतीक को तबाह किए जाने के बाद भारत ने इनसे सबक सीखा है। राजनाथ सिंह ने कहा- “हमने इतिहास से अपना सबक सीख लिया है और हमने संकल्प लिया है कि उन गललियों को दोबारा नहीं दोहराना है। परमाणु परिक्षण ने दुनिया को संदेश दिया है। हम भले ही एक शांति प्रिय देश हैं लेकिन हम नालंदा को दोबारा जलते हुए नहीं देखेंगे। हम दोबारा से सोमनाथ के सांस्कृतिक आइकन को तबाह होते हुए नहीं देखेंगे। हम अपने आत्मसम्मान के खिलाफ उठाए गए हर कदम का मुंहतोड़ जवाब देंगे।”

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सीआरपीएफ: कौन काटेगा जवानों के बाल और कैसे ठीक होंगे जूते

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दिल्ली-देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल ‘सीआरपीएफ’ के 3.25 लाख जवानों को बाल कटाने और जूते ठीक कराने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं, पीएम नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत मिशन’ पर भी असर पड़ने के आसार हैं। साथ ही जवानों को कपड़े धुलवाने और प्रेस कराने में भी दिक्कतें झेलनी पड़ सकती हैं। वजह, सीआरपीएफ ने ‘ग्रुप सी’ के तहत आने वाले सफाई कर्मी, बाल काटने वाले, जूते मरम्मत करने वाले और धोबी के पदों में खासी कटौती कर दी है। फ़ोर्स हेडक्वार्टर में एक सिपाही ‘मोची’ था, उसका पद भी खत्म कर दिया। ‘धोबी’ के दो पद थे और ‘नाई’ का एक पद, कैडर रिव्यू में अब इन्हें भी हटा दिया गया है। हैरानी की बात तो ये है कि सीजीओ कांप्लेक्स स्थित बल मुख्यालय में अब सफाई कौन करेगा। यहां से चारों सफाई कर्मी (चार सिपाही) के पदों को अब जीरो कर दिया गया है।

केवल एक सफाई कर्मी के भरोसे ग्रुप सेंटर-पिछले दिनों सीआरपीएफ ने ग्रुप सी के तहत आने वाले विभिन्न पदों की समीक्षा की है। इसमें सफाई कर्मी, नाई, धोबी और मोची के 1006 पद खत्म कर दिए हैं। यह समीक्षा रिपोर्ट, सीआरपीएफ द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी गई थी। उसी आधार पर विभिन्न पदों में कटौती की गई है। रिपोर्ट में 450 सिपाही/हवलदार सफाई कर्मी, 213 सिपाही/हवलदार नाई, 247 सिपाही/हवलदार धोबी और 96 सिपाही/हवलदार मोची के पद घटा दिए गए हैं। कुल मिलाकर इन चारों वर्गों के लिए 1865 पद सृजित हुए हैं, जबकि 2871 पदों पर कैंची चला दी गई। यहां पर सबसे बड़ी दिक्कत बल के ग्रुप सेंटरों को होगी। वजह, इन सेंटरों का विशाल दायरा होता है। वहां कई तरह के दफ्तर होते हैं। मौजूदा समय में एक ग्रुप सेंटर पर 12-12 सफाई कर्मियों के पद स्वीकृत थे, लेकिन अब इन सेंटरों से 11-11 पद खत्म कर दिए गए हैं। एक ग्रुप सेंटर को एक कर्मी कैसे साफ करेगा, ये देखने वाली बात होगी। वहां पर कम से कम दस सफाई कर्मी जरूरी हैं।

महानिदेशालय में एक मोची का पद भी खत्म-कैडर रिव्यू में सीआरपीएफ मुख्यालय के लिए एक सिपाही ‘मोची’ का पद स्वीकृत था। अब वह खत्म हो गया है। बल के 43 ग्रुप सेंटरों पर मोची हवलदार और सिपाही के दो-दो पद थे। अब हवलदार के पद खत्म कर दिए गए हैं, केवल सिपाही मोची रहेंगे। बल के पास चार सेंट्रल ट्रेनिंग कालेज हैं। यहां अभी तक एक हवलदार मोची और एक सिपाही मोची रहता था। अब दो हवलदार व दो सिपाही मोची हो गए हैं। रिक्रूट ट्रेनिंग सेंटर आठ हैं। इनमें एक-एक सिपाही मोची और एक-एक हवलदार मोची का पद था। अब इन पदों को बढ़ाकर दो-दो कर दिया गया है। नक्सल क्षेत्र, जेएंडके, उत्तर पूर्व और अन्य इलाकों की बटालियनों में मोची सिपाही के 630 पद थे। अब नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात बटालियनों में एक-एक हवलदार और दो-दो सिपाही मोची रहेंगे। उत्तर पूर्व की बटालियनों में एक-एक हवलदार और दो-दो सिपाही मोची रहेंगे। जेएंडके में स्थित बटालियनों में एक-एक हवलदार और दो-दो सिपाही होंगे। अन्य बटालियनों में दो-दो सिपाही मोची रहेंगे।  

गर्लफ्रेंड उसकी

संसद की सुरक्षा में तैनात दस्ते को मिले दो मोची-संसद की सुरक्षा के लिए तैनात ‘पीडीजी’ में मोची सिपाही का कोई पद नहीं था। अब यहां पर दो सिपाही मोची के पद स्वीकृत किए गए हैं। महिला बटालियन में चार-चार सिपाही मोची होते थे। अब वहां पर दो हवलदार और दो सिपाही रहेंगे। आरएएफ की बटालियनों में चार-चार सिपाही मोची थे, अब वहां 1-1 हवलदार और 3-3 सिपाही मोची रहेंगे। कोबरा बटालियनों में दो-दो सिपाही मोची होते थे, अब वहां दो हवलदार मोची और दो सिपाही मोची होंगे। कादरपुर स्थित अकादमी में एक हवलदार व एक सिपाही मोची का पद था। अब केवल हवलदार मोची रहेगा। बल के सौ बेड वाले कंपोजिट अस्पताल, पचास बेड वाले कंपोजिट अस्पताल और फील्ड अस्पताल, ऐसे 28 संस्थान हैं, इनमें पहले भी कोई मोची नहीं था, अब भी कोई पद सृजित नहीं किया गया है। मेरठ स्थित आरएएफ अकादमी में एक सिपाही मोची का पद है, उसे अब बढ़ाया नहीं गया है।

बल में खत्म हो गए धोबी के पद-सीआरपीएफ मुख्यालय में सिपाही धोबी के दो पद थे, अब उन्हें समाप्त कर दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि वैसे भी यहां पर इस तरह का जो पद होता है, उसका फायदा किसी न किसी अफसर के खाते में जाता है। बल के सभी ग्रुप सेंटरों से धोबी के 129 पद खत्म किए गए हैं। ग्रुप सेंटरों में पहले धोबी के 344 पद थे, कैडर समीक्षा के बाद अब 215 बच गए हैं। इसी तरह से सीटीसी में 12 पद खत्म हुए हैं। आरटीसी में भी 14 पद खत्म कर दिए हैं। बल में कुल मिलाकर 247 पदों पर कैंची चली है।

फोर्स हेडक्वार्टर में नहीं बचा कोई बाल काटने वाला-सीजीओ कांप्लेक्स स्थित बल मुख्यालय में नाई सिपाही का एक ही पद था, अब उसे समाप्त कर दिया है। बल के ग्रुप सेंटरों से भी 172 पद खत्म किए गए हैं। हर सेंटर से चार पद हुए हैं। सभी जगह से कुल 213 पद खत्म कर दिए गए हैं। आरएएफ बटालियनों से भी दो-दो पद खत्म किए गए हैं। यहां पर कुल पद समाप्त हुए हैं। महिला बटालियनों में इन पदों को बढ़ाया गया है। पहले 9-9 पद थे, अब हर बटालियन में दस-दस पद हो गए हैं। इसी तरह मेरठ में चार पद स्वीकृत थे, यहां भी अब तीन पद कम कर दिए गए हैं।

कैसे होगी सफाई, 450 पदों पर चली हैं कैंची-सीआरपीएफ के ग्रुप सेंटरों पर 516 सफाई कर्मी होते थे। एक सेंटर पर लगभग 12 सिपाही सफाई कर्मी थे। अब केवल एक-एक पद रह गया है। कुल 450 पद खत्म किए गए हैं। नई दिल्ली के फोर्स हेडक्वार्टर में चार सिपाही कर्मी ‘सफाई’ थे, अब इनकी संख्या जीरो हो गई है। बल के 21 सेक्टर दफ्तरों में केवल पांच पद थे, अब वे भी खत्म हो गए हैं। सभी जगह के मिलाकर ग्रुप सेंटरों पर 473 पद खत्म कर दिए गए हैं। बटालियनों में कहीं कहीं पर पदों में बढ़ोतरी भी की गई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित बटालियनों में पद घटे हैं, तो वहीं उत्तर पूर्व क्षेत्र की बटालियनों में 612 पद सृजित किए गए हैं। जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में स्थित बटालियनों में 198 पद बढ़ाए गए हैं। कई दूसरी बटालियनों में भी पदों की संख्या बढ़ी है।

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एक बार फिर नहीं मिला खेलने का मौका ! टीम इंडिया में अनदेखी का शिकार हुआ ये घातक खिलाड़ी

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डिजिटल भारत l टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मैच दिल्ली में खेला जा रहा है. इस मैच में टीम इंडिया नई प्लेइंग 11 के साथ उतरी है. कप्तान रोहित शर्मा ने सूर्यकुमार यादव की जगह श्रेयस अय्यर को टीम में शामिल किया. लेकिन एक खिलाड़ी इस मैच में अपनी जगह नहीं बना सका है. ये खिलाड़ी पहले मैच में भी टीम का हिस्सा नहीं था.

इस खिलाड़ी को फिर नहीं मिली जगह

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने तीन स्पिनर्स को प्लेइंग 11 में शामिल किया है. लेकिन घातक चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव इस मैच का हिस्सा नहीं बन सके हैं. वह पहले मैच में भी प्लेइंग 11 में चुने नहीं गए थे. कुलदीप यादव इस समय काफी शानदार फॉर्म में भी हैं, लेकिन उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ रहा है.

इस मैच में बतौर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल को टीम में शामिल किया गया है. पहले मैच में भी ये तीनों खिलाड़ी प्लेइंग 11 का हिस्सा बने थे. हालिया समय में इन खिलाड़ियों ने काफी शानदार प्रदर्शन किया है, ऐसे में कुलदीप यादव को आने वाले मैचों में भी बेंच पर बैठना पड़ सकता है.

अपने आखिरी मैच में किया शानदार प्रदर्शन

कुलदीप यादव ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच बांग्लादेश के दौरे पर खेला था. चटगांव में खेले गए अपने पिछले टेस्ट मैच में कुलदीप यादव व ने कहर मचाते हुए 40 रन बनाए थे और 8 विकेट भी झटके थे, जिसके लिए उन्हें ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया था. लेकिन इस सीरीज के अगले ही मैच में उन्होंने प्लेइंग 11 से बाहर का रास्ता दिखाया गया था.

टीम इंडिया की प्लेइंग 11

रोहित शर्मा, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, श्रीकर भरत, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज.

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राहुल गाँधी का भाजपा पर हमला, बोले- जम्मू कश्मीर को रोजगार और प्यार चाहिए

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डिजिटल भारत l कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज भाजपा पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने जम्मू-कश्मीर में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर रोजगार, बेहतर कारोबार और प्यार चाहता है लेकिन इसके बदले उसे ‘‘भाजपा का बुलडोजर’’ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस अभियान को जल्द से जल्द रोकना चाहिए।

दशकों पुरानी जमीन छीनने का लगाया आरोप
एक ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा, ”जम्मू और कश्मीर रोजगार, बेहतर व्यवसाय और प्यार चाहता था, लेकिन उन्हें क्या मिला? भाजपा का बुलडोजर!” पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि जिस जमीन को लोगों ने कई दशकों तक अपनी मेहनत से पाला है, उसे उनसे छीना जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि लोगों को बांटने से नहीं, एकजुट करने से शांति और कश्मीरियत की रक्षा होगी।
100 प्रतिशत अतिक्रमण हटाने का आदेश
गांधी ने इसी के साथ एक मीडिया रिपोर्ट को भी टैग किया जिसमें दावा किया गया था कि बेदखली अभियान से जम्मू-कश्मीर में लोग परेशान हैं। गौरतलब है कि राजस्व विभाग के आयुक्त सचिव विजय कुमार बिधूड़ी ने सभी उपायुक्तों को जम्मू-कश्मीर से 100 प्रतिशत अतिक्रमण हटाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद अब तक जम्मू और कश्मीर में 10 लाख कनाल से अधिक भूमि पर बुलडोजर चलाया गया है।

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जस्टिस नजीर को राज्यपाल बनाए जाने पर बोले कानून मंत्री,भारत किसी की जागीर नहीं, अब संविधान से चलता है

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डिजिटल भारत l राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को 13 राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की घोषणा की. इनमें से एक राज्यपाल की नियुक्ति पर सवाल खड़े होने लगे. इन 13 लोगों में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस सैयद अब्दुल नजीर भी शामिल हैं. उन्हें आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. जस्टिस नजीर 39 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे.
कांग्रेस ने जस्टिस नजीर की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इसे लेकर कई सवाल उठाए, उन्होंने इसे सही प्रैक्टिस नहीं माना. कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं कि न्यायिक व्यवस्था के लोगों को सरकारी पद क्यों दिए जा रहे हैं.
इस पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया है. किरेन रिजिजू ने इस पूरे विवाद को लेकर पलटवार करते हुए लिखा है, राज्यपाल की नियुक्ति पर एक बार फिर से पूरा इको सिस्टम जोरों पर है. उन्हें बेहतर तरीके से यह समझना चाहिए कि वे अब भारत को अपनी निजी जागीर नहीं मान सकते. अब भारत, संविधान के प्रावधानों के अनुसार भारत के लोगों द्वारा चलता है.
कांग्रेस नेता ने उठाए थे सवाल

दरअसल जस्टिस अब्दुल नजीर की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए राशिद अल्वी ने कहा था कि जज को सरकारी पद देना दुर्भाग्यपूर्ण है. एक रिपोर्ट के मुताबिक 50 फीसदी रिटायर्ड जज सुप्रीम कोर्ट के हैं, सरकार कहीं ना कहीं उन्हें दूसरे पदों के लिए भेज देती है जिससे लोगों का यकीन न्यायिक व्यवस्था पर कम हो रहा है.

जस्टिस गोगोई को राज्यसभा भेजने को भी बताया गलत

जस्टिस गोगोई को अभी तो राज्यसभी दी थी ओर अब आपने जस्टिस नजीर को गवर्नर बना दिया. राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद का सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बहुत लोग सवालिया निशान लगाते चले आ रहे हैं कि सरकार के दबाव में हुआ है. राशिद अल्वी ने आगे कहा, जस्टिस गोगोई के बनने के बाद जस्टिस नजीर को गवर्नर बनाना उन लोगों के शक को और मजबूत करता है.

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भारत की बेटियों का कमाल, पाकिस्तान को एक बार फिर से धोया, विश्व कप में किया धमाकेदार आगाज

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डिजिटल भारत l आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2023 में टीम इंडिया पाकिस्तान को 7 विकेट से हराते हुए धमाकेदार जीत दर्ज है। दोनों टीमों का विश्व कप में यह पहला मैच था। विश्व कप का यह मैच केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेला गया था। मैच में टीम इंडिया ने एक ओवर शेष रहते ही जीत हासिल कर लिया।
महिला विश्व कप के इस मैच में पाकिस्तान की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 149 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। भारत को मैच मैच में जीत के लिए 150 रनों का लक्ष्य मिला।
पाकिस्तान के लिए मैच में कप्तान बिस्माह महरूफ बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली। बिस्माह ने 55 गेंद में 68 रनों की धमाकेदार पारी खेली जिसमें उन्होंने 7 बेहतरीन चौके लगाए। इसके अलावा आयशा नसीम ने भी 25 गेंद में 43 रनों की दमदार पारी खेली।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के लिए ओपनर बल्लेबाज यस्तिका भाटिया और शेफाली वर्मा ने दमदार शुरुआत की और दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 38 रनों की साझेदारी हुई। यस्तिका 17 रन बनाकर आउट हुईं जबकि शेफाली ने 33 रनों का योगदान दिया
हालांकि असली खेल तो इसके बाद हुआ जब जेमिमा रोड्रिगेज बैटिंग के लिए मैदान पर उतरीं। जेमिमा ने टीम इंडिया के लिए 38 गेंद में तूफानी पारी खेलते हुए 58 रन बनाए जिसमें उनके 8 चौके भी शामिल रहे।
इसके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष का भी बल्ला खूब चला। ऋचा ने भारत के लिए 20 गेंद में 31 रन बनाए जिसमें उन्होंने 5 बेहतरीन चौके जड़े जबकि हरमनप्रीत कौर ने 16 रनों का योगदान दिया।

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कश्मीर की जमीन से निकला तकदीर बदलने वाला बेशकीमती ‘खजाना’

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अब लगभग सभी देश पेट्रोलियम उत्पादों पर निर्भरता घटाने की कोशिश में जुटे हैंइसमें अहम योगदान लिथियम का हैलिथियमआयन बैटरी में फिर से इस्तेमाल होने वाली ऊर्जा यानी रिन्यूएबल एनर्जी को स्टोर किया जाता है

जम्मू-कश्मीर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है. लेकिन इसी स्वर्ग में 59 लाख टन का अनमोल ‘खजाना’ मिला है. भारतीय भूवैज्ञानिकसर्वेक्षण के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में एक बड़ा लिथियम भंडार मिला है.  चाहे बैटरी प्रोडक्ट हो या फिर स्मार्टफोन, नॉर्मल कार हो या फिर इलेक्ट्रिक, सब में लिथियम आयन बैटरी का उपयोग होता है. भविष्य में ऊर्जा का एक बड़ा स्रोत लिथियम आयनबैटरी होंगी. 

अब लगभग सभी देश पेट्रोलियम उत्पादों पर निर्भरता घटाने की कोशिश में जुटे हैं. इसमें अहम योगदान लिथियम का है. लिथियमआयन बैटरी में फिर से इस्तेमाल होने वाली ऊर्जा यानी रिन्यूएबल एनर्जी को स्टोर किया जाता है. अब दुनिया ग्रीन एनर्जी को अपनानेपर जोर दे रही है. लिथियम का इसमें बड़ा योगदान है. इनको बार-बार रिचार्ज किया जा सकता है और ये लंबे वक्त तक चलती हैं. लिहाजा, भविष्य के लिए लिथियम एक ऑयल से कम नहीं है. देश में लिथियम का बड़ा भंडार मिलने के बाद इसकी मैन्युफैक्चरिंगबढ़ेगी. लिथियम उत्पादक देशों की बात करें तो भारत लिस्ट में कहीं नहीं है. लेकिन इस बड़े भंडार के मिलने के बाद उसकी स्थिति पहलेसे बेहतर होगी.

लिथियम की क्या वैल्यू होती है?

लिथियम की वैल्यू बदलती रहती है. जिस तरह हर कंपनी के शेयर की कीमत हर दिन के हिसाब से तय होती है, वैसा ही एक कमोडिटीमार्केट होता है. इस बाजार में हर धातु की एक कीमत होती है. खबर लिखे जाने तक लिथियम की वैल्यू प्रति टन 472500 युआन यानीकरीब 57, 36,119 रुपये थी.  इसका मतलब है कि भारतीय मुद्रा में एक टन लिथियम के लिए 57.36 लाख रुपये खर्च करने होंगे. भारत में जो लिथियम का भंडार मिला है, वह 59 लाख टन का है. इसका मतलब है कि आज इसकी कीमत करीब 33,84,31,021 लाख रुपये यानी 3,384 अरब रुपये होगी. वैश्विक बाजार में कीमत हर दिन बदलती है. 

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Chat GPT से हार मानने को तैयार नहीं Google

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डिजिटल भारत l Chat GPT जब से मार्केट में आया है तब से गूगल की परेशानी बढ़ी हुई है लेकिन अब गूगल ने नहले पर दहला मारा है और अपना एक ऐसा प्रोडक्ट मार्केट में उतारा है जो चैट जीपीटी को कांटे की टक्कर दे सकता है.चैट जीपीटी कुछ ही समय में काफी पॉपुलर बन गया है और उसका कारण है इसका इंसानी बर्ताव. इस बर्ताव की वजह से लोग चैट जीपीटी को काफी पसंद कर रहे हैं. चैट जीपीटी के आने से गूगल पर खतरे के बादल मंडराने शुरू हो गए थे लेकिन अब गूगल में खेल पलटने की पूरी तैयारी कर ली है. दरअसल कंपनी एक ऐसा एआई टूल लेकर आई है जो चैट जीपीटी को कांटे की टक्कर दे सकता है. अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं.
कौन सा है ये AI टूल

Bard नाम का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से लैस टूल गूगल की तरफ से पेश कर दिया गया है जो चैट जीपीटी को कांटे की टक्कर देने के लिए तैयार किया गया है. यह असल में एक चैटबॉट है जो ठीक उसी तरह से लोगों के सवालों का जवाब देता है जिस तरह से चैट जीपीटी को तैयार किया गया है. इसके आने के बाद से लोग ऐसा मान रहे हैं कि अब गूगल एक बार फिर से अपनी बादशाहत कायम रख पाएगा.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से लैस यह टूल लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लीकेशन पर काम करता है. यह टूल ना सिर्फ बेहद ही क्रिएटिव है बल्कि धमाकेदार तरीके से जानकारी एकत्रित करके लोगों तक पहुंचाता है और इसका रिस्पांस टाइम काफी कम है. मौजूदा समय में यह ट्रूल्य स्टिंग स्टेज में है लेकिन आने वाले समय में यह पूरी तरह से काम कर पाएगा.

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RBI (Reserve Bank of India) ने छठवीं बार बढ़ाया रेपो रेट, जानिए रेपो रेट क्‍यों बढ़ाया और घटाया जाता है

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डिजिटल भारत I भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर से रेपो रेट में छठवीं बार बढ़ोतरी कर दी है. रेपो रेट बढ़ने का असर लोन पर भी पड़ेगा. अब ग्राहकों को लोन के लिए महंगी ब्‍याज दरों को चुकाना होगा

भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर से रेपो रेट में छठवीं बार बढ़ोतरी कर दी है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 25bps का इजाफा कर दिया है. इससे रेपो रेट 6.25% से बढ़कर 6.50% हो गया है. रेपो रेट बढ़ने के साथ अब पर्सनल लोन, कार लोन और होम लोन वगैरह महंगे हो जाएंगे. हालांकि लोगों को फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट में ज्‍यादा ब्‍याज दरों का फायदा मिल सकता है. आइए आपको बताते है कि आरबीआई रेपो रेट क्‍यों बढ़ाती और घटाती है.

आरबीआई क्‍यों बढ़ाती और घटाती है मॉनेटरी पॉलिसी
रेपो रेट महंगाई से लड़ने का शक्तिशाली टूल है, जिसका समय समय पर आरबीआई स्थिति के हिसाब से इस्‍तेमाल करता है. जब महंगाई बहुत ज्‍यादा होती है तो आरबीआई इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है और रेपो रेट को बढ़ा देता है. लेकिन जब इकोनॉमी बुरे दौर से गुजरती है तो रिकवरी के लिए मनी फ्लो बढ़ाने की जरूरत पड़ती है और ऐसे में RBI रेपो रेट कम कर देता है.

आरबीआई के रेपो रेट बढ़ाने से बैंकों को मिलने वाला कर्ज भी महंगा हो जाता है, इसके कारण बैंक भी अपने ग्राहकों को कर्ज महंगी ब्‍याज दरों पर देते हैं. यही कारण है कि रेपो रेट बढ़ने के साथ ही लोन भी महंगा हो जाता है. वहीं अगर आरबीआई रेपो रेट को कम कर देता है, तो बैंकों को कर्ज सस्‍ती दरों पर मिलता है और वो अपने ग्राहकों को भी सस्‍ती ब्‍याज दरों पर लोन उपलब्‍ध करवाती हैं. लोन महंगे होने से इकोनॉमी में मनी फ्लो कम होता है. मनी फ्लो कम होगा तो डिमांड में कमी आती है और महंगाई घट जाती है.

साल में कई बार होती है MPC बैठक
बता दें कि आरबीआई मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की बैठक हर दो महीने में होती है. वैसे विशेष परिस्थिति में कमिटी कभी भी अपने अचानक लिए फैसले का ऐलान कर सकती है. मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी या एमपीसी, महंगाई के टारगेट को हासिल करने के लिए जरूरी नीतिगत दर यानी रेपो रेट तय करता है. रेपो रेट वो रेट होता है, जिस रेट पर आरबीआई कमर्शियल बैंकों (Commercial Banks) और दूसरे बैंकों को लोन देता है.

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