DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

रश्मिका मंदाना क्यों है चर्चे में, जाने क्या है दीपफेक

0 0
Read Time:5 Minute, 45 Second

डिजिटल भारत l सोशल मीडिया पर आए दिन कई फेक वीडियो और फोटोज वायरल होते हैं. इस चीज से सेलिब्रिटीज भी नहीं बच पाते हैं. इस बीच लंबे समय से चर्चा में चल रही नेशनल क्रश एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जो पूरी तरह से फेक है. इस वीडियो को AI की डीपफेक टेक्नोलॉजी की मदद से बनाया गया है. वीडियो को देख आप भी एक बार के लिए इसे सच मान बैठेंगे. वीडियो देख भड़के अमिताभ बच्चन
रश्मिका मंदाना का मार्फ वीडियो वायरल होने के बाद जाहिर सी बात है कि उनके फैंस काफी ज्यादा भड़के हुए हैं. वहीं, अमिताभ बच्चन ने भी इस वीडियो पर नाराजगी जाहिर की है. बिग बी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लीगल एक्शनलेने की मांग की है. अभिषेक नाम के यूजर द्वारा शेयर की गई वीडियो पर जवाब देते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा कि, ‘हां, यह कानूनी रूप से स्ट्रॉन्ग केस है.’
अभिनेता अमिताभ बच्चन ने इस वीडियो का हवाला देते हुए कहा है कि इस मामले में क़ानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, केंद्रीय (राज्य प्रभार) मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि मिस इंफॉर्मेशन, उनके प्लेटफॉर्म पर शेयर ना की जाए. ये वायरल वीडियो डीप फेक है, इसकी जानकारी एक फैक्ट चैक करने वाले एक शख्स ने दी. फैक्ट चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ से जुड़े अभिषेक ने एक्स (ट्विटर) पर बताया, “ये वीडियो डीप फेक तकनीक का इस्तेमाल करके बनाया गया है और वीडियो में दिखने वाली महिला रश्मिका मंदाना नहीं है.” डीपफ़ेक क्या है?
डीपफ़ेक एक तकनीक है जिसमें एआई का उपयोग करके वीडियो,छवियों और ऑडियों में हेरफेर किया जा सकता है. इस तकनीक की मदद से किसी दूसरे व्यक्ति की फोटो या वीडियो पर किसी और का चेहरा लगाकर उसे बदला जा सकता है. सरल भाषा में कहे तो इस तकनीक में एआई का इस्तेमाल करके फ़ेक वीडियो बनाई जा सकती है जो देखने में रियल लगती है लेकिन होती फ़ेक है. इसी कारण इसका नाम डीपफे़क रखा गया. रिपोर्टों के मुताबिक इस शब्द का प्रचलन 2017 में शुरू हुआ जब एक रेडिट यूज़र ने अश्लील वीडियो में चेहरा बदलने के लिए इस तकनीक का उपयोग किया था. बाद में रेडिट ने ‘डीपफ़ेक पॉर्न’ को बैन कर दिया था. पोर्नोग्राफी में इस तकनीक का काफी इस्तेमाल होता है.

एक्टर्स और एक्ट्रेस का चेहरा बदल के अश्लील कंटेंट पोर्न साइट्स पर पोस्ट किया जाता है. डीपट्रेस की रिपोर्ट के अनुसार,2019 में ऑनलाइन पाए गए डीपफेक वीडियो में 96 प्रतिशत अश्लील कंटेंट था. इसके अलावा इस तकनीक का इस्तेमाल मनोरंजन के लिए भी किया जाता है. इन डीपफे़क वीडियो का मकसद देखनेवालों को ये यकीन दिलाना होता है जो हुआ ही नहीं है. कई यूट्यूब चैनल पर तमाम फिल्मों के सीन की डीपफे़क वीडियो पोस्ट की जाती हैं. मसलन Ctrl Shift face यूट्यूब चैनल पर ‘द शाइनिंग’ फिल्म के एक मशहूर सीन का डीपफे़क वीडियो मौजूद है. बीते कुछ साल से इस तकनीक का इस्तेमाल नॉस्टेल्जिया को जीने के लिए भी किया जा रहा है. इसमें मर चुके रिश्तेदारों की तस्वीरों में चेहरों को एनीमेट किया जाता है. इस फीचर का इस्तेमाल करके लोगों ने अपने पूर्वजों से लेकर ऐतिहासिक लोगों को तकनीक से जीवंत किया था. कैसे करें डीपफे़क कंटेंट की पहचान ?
डीपफे़क कंटेंट की पहचान करने के लिए कुछ ख़ास चीज़ो पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है. उनमें सबसे पहले आती है फेस की पोज़िशन. अक्सर डीपफे़क तकनीक फे़स और आँख की पोज़िशन में मात खा जाता है. इसमें पलकों का झपकना भी शामिल है. अगर आपको लगे कि आँख और नाक कहीं और जा रही है या बहुत समय हो गए लेकिन वीडियो में किसी ने पलक नहीं झपकाए तो समझ जाइये यह डीप फेक कंटेंट है. डीपफेक कंटेंट में कलरिंग को देखकर भी पता लगाया जा सकता है कि तस्वीर में या वीडियो में छेड़छाड़ की गयी है.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

बिना अनुमति के रैली निकालने एवं अनुमति की शर्त का उल्लंघन करने पर दो प्रत्याशियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज

0 0
Read Time:4 Minute, 0 Second


डिजिटल भारत l चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर बिना अनुमति रैली निकालने तथा आमसभा के लिये दी गई
अनुमति की शर्तों का उल्लंघन करने पर विधानसभा क्षेत्र जबलपुर पूर्व से चुनाव लड़ रहे दो प्रत्याशियों के खिलाफ
एफआईआर दर्ज कराई गई है।
अनुविभागीय अधिकारी आधारताल अनुराग सिंह के मुताबिक जबलपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से
एआईएमआईएम के प्रत्याशी गजेन्द्र सोनकर द्वारा 3 नवम्बर को शाम 5.30 बजे भानतलैया से मंडी मदार टैकरी
तरफ 40 से 50 साथियों के साथ पैदल रैली निकाली जा रही थी। रैली में ई-रिक्शा क्रमांक एमपी 20 आर.ए.
1223 भी था जिसमें गजेन्द्र सोनकर के बैनर-पोस्टर लगे थे। उन्होंने बताया कि मौके पर एफएसटी दल क्रमांक
पांच के प्रमुख सहायक प्राध्यापक पशु चिकित्सा एवं पशु पालन महाविद्यालय अनिल शिंदे द्वारा रैली की अनुमति
के बारे में पूछे जाने पर प्रत्याशी गजेन्द्र सोनकर द्वारा कोई अनुमति नहीं होना बताया गया। ई-रिक्शा की विंड
स्क्रीन पर भी कोई अनुमति नहीं लगी थी।
अनुविभागीय अधिकारी आधारताल ने बताया कि बिना अनुमति रैली निकालकर आदर्श आचार संहिता का
उल्लंघन करने के इस मामले में एफएसटी दल प्रमुख अनिल शिंदे द्वारा हनुमानताल थाने में एफआईआर दर्ज
कराई गई। बिना अनुमति निकाली जा रही रैली की वीडियोग्राफी भी एफएसटी दल द्वारा कराई गई है। हनुमानताल
थाना द्वारा इस मामले में भारतीय दण्ड संहिता 1860 की धारा 171-एच एवं धारा 188 के तहत प्रकरण कायम
कर लिया गया है।
एसडीएम आधारताल के मुताबिक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के दूसरे मामले में जबलपुर
विधानसभा के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अंचल सोनकर के विरूद्ध एफएसटी दल क्रमांक आठ के प्रमुख
सहायक प्राध्यापक पशु चिकित्सा डॉ. मनीष जाटव द्वारा रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय से मिली आमसभा की
अनुमति की शर्तों के उल्लंघन के मामले में बेलबाग थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि एफ
एस टी दल को 3 नवंबर की शाम लगभग 6.30 बजे सूचना प्राप्त हुई थी कि प्रत्याशी अंचल सोनकर के संबंध
में अंबेडकर चौक से घमापुर चौक के बीच का आधे एक तरफ के मुख्य मार्ग को टेंट लगाकर बाधित किया जा रहा
है। एफएसटी दल द्वारा मौके पर पहुंचकर वीडियो ग्राफी कराई गई। आयोजन के संबंध में मौके पर रिटर्निंग
अधिकारी कार्यालय जबलपुर पूर्व द्वारा जारी अनुमति देखने पर पाया गया कि इसमें कार्यक्रम स्थल पाण्डेय
अस्पताल के सामने मेन रोड घमापुर का उल्लेख है जबकि अनुमति में दी गई शर्तो का उल्लंघन कर सम्पूर्ण सड़क
(एक तरफ) में मंच बना लिया गया जिससे बाधा उत्पन्न हुई। बेलबाग थाने ने इस मामले में भारतीय दण्ड संहिता
की धारा 188 के तहत प्रकरण पंजीवद्ध किया है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

ये कुछ अनोखे टिप्स आजमाए और इस दिवाली घर की सफाई को आसान बनाये

0 0
Read Time:5 Minute, 16 Second

डिजिटल भारत l त्योहारों के बीच घर की साफ-सफाई करना किसी टास्क की तरह होता है। कहा जाता है कि साफ घर में लक्ष्मी का वास होता है। वहीं अगर घर में गंदगी होती है तो बीमारियों की आवाजाही बनी रहती है। ऐसे में घर की साफ-सफाई करना बेहद जरूरी होता है। घर साफ होगा तो सेहत भी दुरुस्त होगी। मिलकर करें सफाई घर में अगर चार सदस्य हैं तो सभी को घर की सफाई में सहयोग देना चाहिए। जैसे आप घर के एक सदस्य को किचन सौंप सकते हैं और दूसरे को बेडरूम की सफाई का जिम्मा दे सकते हैं। इसके अलावा बाथरूम और बाकि हिस्सों की सफाई को भी अन्य सदस्यों में बांट सकते हैं।

सबसे पहले अपने घर में पड़ी बेकार चीजों को छांट लें. वैसी चीजें, जिनका कोई इस्तेमाल आप नहीं करते हैं, उन्हें घर में जमाकर के रखने का कोई मतलब नहीं. इससे घर भी भरा-भरा लगता है. टूटे क्रॉकरी, बर्तन, बेकार हो चुके जूते, चप्पल आदि को फेंक दें. पुराने कपड़ों को किसी जरूरतमंद को दे दें.

यदि आपके पास साफ-सफाई के लिए कई लोग और काफी समय है तो हर एक चीज को आप साफ कर सकते हैं. घर की चीजों को साफ करने के लिए आप कॉटन के कपड़े ही लें. साथ में बेकिंग पाउडर, आधा बाल्टी सर्फ वाला पानी, वाइट वेनेगर, ब्रश, स्पॉन्ज भी रखें, क्योंकि सफाई के दौरान इन चीजों की जरूरत पड़ती है.

मकड़ी के जालों को लंबे स्टिक वाली ब्रश से हटाएं. पंखे की सफाई करने के लिए आप डिटर्जेंट वाला पानी यूज करें. पहले सूखे कपड़े से पंखा साफ करें फिर सर्फ वाले पानी से एक बार और फिर कपड़े को सादे पानी में डालकर पंखे को इससे पोछ लें. पंखा बिल्कुल नए जैसे लगने लगेगा
दिवाली पर घर की रंगाई और सफेदी कराने के टिप्स (White wash in diwali)
किचन में मौजूद किसी भी डिब्बे में तेल के दाग है, तो इसे साफ करने के लिए बेकिंग सोडाऔर गर्म पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है।

इसके लिए सबसे पहले डिब्बे से सामग्री को निकाल लें।
एक बर्तन में पानी गरम करें और उसमें 1 चम्मच बेकिंग सोडा डालकर मिक्स कर लें।
अब इस मिश्रण में डिब्बा को डालकर आधे घंटे के लिए छोड़ दें।
आधे घंटे बाद ब्रश की मदद से साफ कर लें।
इससे बॉक्स से ऑयली दाग आसानी से हट जाएंगे
किचन की चिपचिपी ग्रिल कैसे करें साफ?
किचन की चिपचिपी ग्रिल सफाई करना महिलाओं के लिए किसी टास्क से कम नहीं है। अगर वक्त के साथ इसे साफ नहीं किया जाता, तो इसमें जंग लगने की समस्या या गंदगी जमने की दिक्कत पैदा हो जाती है। अगर आपकी भी ग्रिल ज्यादा गंदी हो गई है, तो इन स्टेप्स से साफ करें। एक खाली स्प्रे बोतल लें और फिर उसमें 50% सफेद सिरका और 50% पानी भर लें।
फिर इसे अच्छी तरह हिला लें और ग्रिल पर स्प्रे करें, जिसे आपको साफ करना है।
अब एक साफ कपड़े की मदद से साफ कर लें। यदि आप दिवाली के लिए अपने घर में रंग रोगन कराना चाहते हैं तो सबसे पहले सही रंग का चुनाव करें. वाइट वॉश से पहले घर की दीवारों, दरवाजों के टूट-फूट की मरम्मत करवाएं. टूटी दीवारों पर पहले सीमेंट लगाएं, फिर पेंट कराएं वरना ये भद्दी नजर आएंगी. सभी सदस्यों से डिस्कस करने के बाद ही घर के लिए रंग का चुनाव करें. अच्छी क्वालिटी वाले पेंट को ही दीवारों पर इस्तेमाल करें. नोट: दिवाली सेलिब्रेशन के लिए आप अपने घर की साफ-सफाई जितनी जल्दी शुरू कर दें, उतना ही आप कम थकेंगे, क्योंकि यही एक ऐसा त्योहार है, जिसमें पूरे घर की सफाई की जाती है. किचन से लेकर बेडरूम, लिविंग रूम, पूजा घर, टॉयलेट हर कोने की सफाई की जाती है. इसके लिए तीन-चार दिन काफी नहीं है. आपको एक महीना पहले से ही काम पर लग जाना होगा. यदि आप वाइट वॉश कराने की सोच रहे हैं तो फिर 20-25 दिन पहले से ही काम में जुट जाना होगा.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

मुश्किल में बिग – बॉस ओ टी टी के विनर एल्विश यादव, सर पर लटक रही जेल की तलवार

0 0
Read Time:4 Minute, 46 Second

डिजिटल भारत l बिग बॉस ओटीटी-2 जीतने के बाद से सुर्खियों में यूट्यूबर एल्विश यादव विवादों में घिर गए हैं। उनके खिलाफ कोतवाली सेक्टर-49 में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन पर सांपों के जहर की सप्लाई करने वाले गिरोह से जुड़ने का आरोप है। पुलिस ने इस मामले में नामजद पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। एल्विश यादव की संलिप्तता की जांच कर रही है।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिल्ली के राहुल (32), टीटूनाथ (45), जयकरन (50), नारायण (50) और रविनाथ (45) के रूप में हुई। इन्होंने पूछताछ में बताया कि वे इन सांपों व स्नैक वेनम का इस्तेमाल रेव पार्टी के लिए करते हैं।
आरोपियों के पास से बरामद हुआ ये सामान
बरामद किए गए सांपों में पांच कोबरा, दो दुमुंही, एक अजगर और एक रेट स्नेक (घोड़ा पछाड़) शामिल है। बताया जा रहा है कि इन सांपों के जहर का इस्तेमाल पार्टी में किया जाता था। मामले में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संदीप चौधरी का कहना है कि पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। एल्विश यादव समेत छह नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पूरे मामले में एल्विश यादव की संलिप्तता को लेकर जांच की जा रही है।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
एल्विश यादव के अलावा अन्य आरोपियों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की विभिन्न धाराओं और आईपीसी की धारा-120बी के तहत केस दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में जो धाराएं लगाई गईं हैं वो गैर जमानती हैं। इस मामले को लेकर अभी एल्विश की तरफ से कुछ प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
मेनका गांधी की संस्था के पदाधिकारी ने कराई एफआईआर
एल्विश समेत अन्य आरोपियों पर सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल में एनिमल वेलफेयर में ऑफिसर के पद पर कार्यरत गौरव गुप्ता ने एफआईआर कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि यूट्यूबर एल्विश यादव अन्य सदस्यों के साथ मिलकर स्नेक वेनम और जिंदा सांपों के साथ वीडियो शूट कराते हैं और गैर कानूनी रूप से रेव पार्टियों को अंजाम देते हैं। जिसमें विदेशी युवतियों को बुलाकर स्नेक वैनम और नशीले पदार्थों का सेवन कराते हैं। जिसके बाद हमारे मुखबिर ने एल्विश यादव से संपर्क किया। एल्विश ने एक एजेंट का नंबर दिया, जिसका नाम उन्होंने राहुल बताया। मुखबिर ने राहुल से संपर्क करके पार्टी आयोजित करने के लिए बुलाया। जिसके सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस की मदद से आरोपियों को पकड़ा गया। बिग बॉस ओटीटी के विनर हैं एल्विश यादव
एल्विश ने हाल ही में बिग बॉस ओटीटी-2 में वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट के तौर पर एंट्री की थी। अंत में शो की ट्राफी भी अपने नाम की। बिग बॉस के इतिहास में एल्विश यादव पहले वाइल्ड कार्ड हैं जिन्होंने ट्राफी अपने नाम की थी। एल्विश यादव से एक करोड़ की मांगी गई थी रंगदारी
पिछले दिनों एल्विश यादव ने कथित तौर पर जबरन वसूली काल मिलने के बाद एफआइआर दर्ज कराई थी। 25 अक्टूबर को गुरुग्राम के सेक्टर-53 पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया गया था। एल्विश ने पुलिस को बताया था कि उन्हें एक अनजान नंबर से एक करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग का एक काल आया था।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

ताई ची मार्शल आर्ट की ही एक ऐसी विधा है, कर सकती है बीमारी की गति को धीमा

0 0
Read Time:5 Minute, 20 Second

डिजिटल भारत l पार्किंसन एक दिमाग़ी बीमारी है, जिसमें मरीज की स्थिति धीरे-धीरे बिगड़ती चली जाती है. इससे पीड़ित व्यक्ति के लिए वक़्त के साथ अपनी शारीरिक गतिविधियों पर नियंत्रण बनाए रखना मुश्किल होता जाता है. लेकिन जर्नल ऑफ न्यूरोलॉजी न्यूरोसर्जरी एंड साइकाइट्रिक में प्रकाशित हुए अध्ययन में दावा किया गया है कि ताई ची पार्किंसंन बीमारी की गति को धीमा कर सकती है. इस अध्ययन में पार्किंसन बीमारी से पीड़ित 334 मरीज़ों को शामिल किया गया था. इनमें से 147 मरीज़ों के समूह ने हफ़्ते में दो बार एक घंटे के लिए ताई ची का अभ्यास किया.
पार्किंसंस रोग एक दुर्बल करने वाला और प्रगतिशील न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार है, जो गति की धीमी गति, आराम करने वाले कंपकंपी और कठोर और अनम्य मांसपेशियों की विशेषता है। यह दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली न्यूरोलॉजिकल स्थिति है। अभी तक, पार्किंसंस का कोई इलाज नहीं है, और हालांकि दवाएं नैदानिक ​​लक्षणों को कम कर सकती हैं, लेकिन वे रोग की सभी अभिव्यक्तियों का इलाज नहीं करती हैं। अध्ययन में जनवरी 2016 से जून 2021 तक पांच साल से अधिक समय तक पार्किंसंस रोग के रोगियों के दो समूहों की निगरानी की गई। 147 रोगियों के एक समूह ने एक घंटे के लिए सप्ताह में दो बार ताई ची का अभ्यास किया, जिससे उनकी तकनीक में सुधार करने के लिए कक्षाओं के प्रावधान से सहायता मिली।

187 रोगियों के दूसरे समूह ने अपनी मानक देखभाल जारी रखी, लेकिन ताई ची का अभ्यास नहीं किया। ताई ची समूह में सभी निगरानी बिंदुओं पर रोग की प्रगति धीमी थी, जैसा कि समग्र लक्षणों, गति और संतुलन का आकलन करने के लिए तीन मान्य पैमानों द्वारा किया गया था। तुलनात्मक समूह में जिन रोगियों को अपनी दवा बढ़ाने की आवश्यकता थी, उनकी संख्या भी ताई ची समूह की तुलना में काफी अधिक थी: 2019 में 83.5 प्रतिशत और 2020 में 71 प्रतिशत और 87.5 प्रतिशत की तुलना में सिर्फ 96 प्रतिशत से अधिक। क्रमश। अन्य गैर-गतिशील लक्षणों की तरह ताई ची समूह में संज्ञानात्मक कार्य अधिक धीरे-धीरे खराब हुए, जबकि नींद और जीवन की गुणवत्ता में लगातार सुधार हुआ। और तुलनात्मक समूह की तुलना में ताई ची समूह में जटिलताओं का प्रसार काफी कम था: डिस्केनेसिया 1.4 प्रतिशत बनाम 7.5 प्रतिशत; डिस्टोनिया 0 प्रतिशत बनाम 1.6 प्रतिशत; मतिभ्रम 0 प्रतिशत बनाम केवल 2 प्रतिशत से अधिक; हल्की संज्ञानात्मक हानि 3 प्रतिशत बनाम 10 प्रतिशत; रेस्टलेस लेग सिंड्रोम 7 प्रतिशत बनाम 15.5 प्रतिशत। पार्किंसन बीमारी को समझने के लिए दुनिया भर में शोध जारी हैं. लेकिन अब तक जो कुछ पता है, उसके मुताबिक़ इस बीमारी से पीड़ित शख़्स का अपनी शारीरिक गतिविधियों पर नियंत्रण कम होता जाता है.

उदाहरण के लिए, उसे कंपन और मांसपेशियों में अकड़न होने जैसी दिक्कतें होती हैं. इसके साथ ही इस बीमारी से जूझ रहे शख़्स को शारीरिक संतुलन एवं समन्वय बनाने में भी परेशानी आती है. चीन की शंघाई जिओ टोंग यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ़ मेडिसिन के अध्ययन में पांच साल तक पार्किंसन के सैकड़ों मरीज़ों के स्वास्थ्य पर नज़र रखी गई. इसमें एक समूह जिसमें 147 लोग थे उन्होंने नियमित रूप से ताई ची का अभ्यास किया जबकि 187 लोगों के समूह ने अभ्यास नहीं किया. इस पारंपरिक चीनी कसरत में धीमे और सौम्य मूवमेंट के साथ साथ गहरी सांस लेना शामिल था. द चैरिटी पार्किंसन यूके ने ताई ची को धीमे मूवमेंट वाली शारीरिक गतिविधि बताया है जो जिंदगी और मूड को बेहतर बनाने में मदद करती है.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

प्रदेश में 17 नवंबर को सुबह 7 से शाम 6 बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिले के कुछ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह 7 से दोपहर 3 होगा मतदान

0 0
Read Time:4 Minute, 48 Second

डिजिटल भारत l मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि प्रदेश में 17 नवंबर को सुबह 7 से शाम 6
बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी। इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है।
राजन ने बताया कि मतदान शुरू होने के डेढ़ घंटे पहले सुबह 5:30 बजे से मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। यह
प्रक्रिया अभ्यर्थी या उसके अधिकृत एजेन्ट की उपस्थिति में होगी। यदि कोई अभ्यर्थी या उसका एजेन्ट 5:30 बजे
मतदान केन्द्र पर उपस्थित नहीं होता है, तो 15 मिनट तक उसका इंतजार किया जाएगा। इसके बाद मतदान दलों
और अन्य सदस्यों की उपस्थिति में मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ की जायेगी। न्यूनतम 50 वोट से मॉकपोल किये
जाने का प्रावधान है, जिसमें नोटा भी शामिल होगा। मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ करने से पूर्व बैलेट यूनिट एवं
वीवीपीएटी को वीवीपीएटी कम्पार्टमेंट में रखा जाएगा। कंट्रोल यूनिट को पीठासीन अधिकारी की टेबल या मतदान
अधिकारी के टेबल पर रखना होगा।
राजन ने बताया कि प्रदेश के बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7
से दोपहर 3 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलेगी। इसमें बालाघाट जिले के तीन विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र 108-बैहर
(अ.ज.जा.), 109-लांजी और 110 -परसवाड़ा के सभी मतदान केंद्र, मंडला जिले के 105-बिछिया विधानसभा निर्वाचन
क्षेत्र के-47 मतदान केंद्रों पर, 107-मंडला विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 8 मतदान केंद्रों तथा
डिण्डोरी जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-104 डिण्डोरी के 40 मतदान केंद्रों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक
मतदान प्रक्रिया चलेगी। समस्‍त श्रमिकों को 17 नवम्‍बर मतदान के दिन सवैतनिक अवकाश के निर्देश
विधानसभा आम निर्वाचन 2023 का निर्वाचन कार्यक्रम जारी किया गया है, जिसमें 17 नवम्‍बर को
मतदान किया जाना निर्धारित है। उक्‍त दिशा निर्देशों के अनुसार श्रमायुक्‍त के निर्देश तथा लोक प्रतिनिधित्‍व
अधिनियम 1951 की धारा 135 (ग) के प्रावधान अनुसार प्रदेश की समस्‍त विधानसभाओं के क्षेत्रों में आने वाले
सभी कारोबार, व्‍यवसाय, उद्योगिक उपक्रम या किसी अन्‍य स्‍थापना में नियोजित प्रत्‍येक श्रमिक को चाहे वह
दैनिक मजदूर या आकस्मिक श्रेणी का ही हो उसे विधानसभा निर्वाचन 2023 में मतदान करने का अधिकार है।
ऐसे समस्‍त श्रमिकों को 17 नवम्‍बर मतदान के दिन सवैतनिक अवकाश मंजूर किया जाना आवश्‍यक है। साथ
ही यह भी उल्‍लेख किया गया है कि यदि कोई कामगार किसी ऐसे उद्योग या स्‍थापना में नियोजित है जो उस
विधानसभा क्षेत्र के बाहर है जहां आम निर्वाचन हो रहें है। तब भी उन्‍हें मतदान के लिये सवैतनिक अवकाश की
पात्रता होगी। प्रभारी सहायक श्रमायुक्‍त ने जिले के सभी कारोबार, व्‍यवसाय, उद्योगिक उपक्रम या अन्‍य
स्‍थापना के प्रबंधकों या नियोजकों को निर्देशित किया है कि वे कार्यरत सभी कामगारों को विधानसभा निर्वाचन में
मताधिकार का उपयोग सुविधाजनक एवं निर्बाध रूप से सुनिश्चित करने की दृष्टि से लोक प्रतिनिधित्‍व अधिनियम
1951 के उक्‍त प्रावधान का पालन सुनिश्चित करते हुये मतदान दिवस को समस्‍त श्रेणी के कामगारों को
सवैतनिक अवकाश अनिवार्यत: प्रदान करें।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

कम महिला वोटर टर्नआउट को शत प्रतिशत मतदान में बदलने आयोजित किये गये जागरूकता के कार्यक्रम

0 0
Read Time:4 Minute, 11 Second

डिजिटल भारत l विधानसभा के 17 नवंबर को होने वाले चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान के उद्देश्य से पिछले निर्वाचनों के
कम वोटर टर्न आउट वाले चिन्हित किये गये मतदान केंद्रो में आयोजित की जा रही गतिविधियों के तहत आज
बुधवार को जिला निर्वाचन कार्यालय के स्वीप सेल द्वारा शहरी विधानसभा क्षेत्रों में जागरूकता के विभिन्न कार्यक्रम
आयोजित किये गये।
इन कार्यक्रमों में जबलपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र क्रमांक-40 में महिला वोटर टर्न आउट
शत-प्रतिशत पहुँचाने का लक्ष्य लेकर जिला स्वीप शाखा द्वारा एपीसी तरुण राज दुबे के नेतृत्व में संबंधित बीएलओ
संभागीय अधिकारी नगर निगम तथा प्रियदर्शनी अंजुमन महाविद्यालय की समेकित जिम्मेदारी तय की गई । इसे
अभियान बनाते हुए अंजुमन महिला महाविद्यालय की प्राचार्य शबाना अंजुम, निर्वाचन साक्षरता क्लब की
नोडल अधिकारी रेशमा शेख के समन्वय में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने “डाले वोट, बूथ पर जायें,
लोकतंत्र का पर्व मनाए” थीम पर रोचक नुक्कड़ नाटक मतदान केंद्र पर किया गया तथा नागरिकों को मतदान करने
तथा अन्य को भी वोट डालने प्रेरित करने का संकल्प दिलाया गया।
विधानसभा क्षेत्र जबलपुर उत्तर में जागरूकता कार्यक्रम में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक वार्ड स्थित मतदान
केंद्र क्रमांक -216 से सबंधित क्षेत्र की महिला मतदाताओं को वोट के प्रति जागरूक करने एपीसी राजेश तिवारी,
मानकुँवर बाई महिला महाविद्यालय प्राचार्य डॉ संध्या चौबे, ईएलसी नोडल श्रद्धा तिवारी द्वारा समन्वित
प्रयास कर नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर शत-प्रतिशत मतदान का स्पष्ट संदेश प्रसारित कर उपस्थित महिलाओं
से अनिवार्य मतदान हेतु संकल्प लिया गया।


विधानसभा क्षेत्र जबलपुर पश्चिम के मतदान केंद्र क्रमांक-149 से सबंधित क्षेत्र के मतदाताओं को जागरूकता
करने हेतु संकल्प लिया गया अपील की गई तथा शपथ दिलवाई गई तथा इससे जुड़े क्षेत्र का हवाबाग महिला
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सैयद सहेवार, ईएलसी नोडल अधिकारी रुचि केसरवानी एपीसी मोनिका लकड़ा, सेक्टर
अधिकारी माधव सिंह यादव एवं महाविद्यालय के छात्रों द्वारा हाथों में तख्ती लेकर व्यापक भ्रमण कर क्षेत्र में
जागरूकता की लहर फैलाई गई|
विधानसभा क्षेत्र जबलपुर केंट के अंतर्गत सेंट अलायसियस महाविद्यालय के संयोजन में विद्यार्थियों
द्वारा अपने अभिभावकों को वोट देने हेतु संकल्प लिया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा समस्त स्टाफ तथा
अन्य सभी को अधिक से अधिक मतदान करने हेतु प्रेरित किया गया।
जिला निर्वाचन कार्यालय के स्वीप समन्वयक प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि मतदाता जागरूकता के
कार्यक्रम व्यापक रूप से निरंतर जारी रहेंगे।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

भारत ने लगाया जीत का छक्का, 20 साल बाद किया इंग्लैंड से हिसाब बराबर

0 0
Read Time:2 Minute, 19 Second

रविवार को लखनऊ में खेले गए वर्ल्डकप के अपने छठे मैच में भारत ने इंग्लैंड को 100 रनो की करारी शिकस्त दी। सन 2003 के बाद भारत ने इंग्लैंड को वर्ल्ड कप में पहली बार हराया है। इंग्लैंड ने टॉस हारकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का मौका दिया। भारत की बल्लेबाजी काफी ख़राब रही और भारत के 3 विकेट मात्र 40 रन पर गिर गए।

शुभमन गिल 9 विराट कोहली 0 और श्रेयश अइयर 4 रन ही बना सके इसके बाद के एल राहुल और रोहित शर्मा ने अपनी टीम 78 रनों की साझेदारी की इसके बाद सूर्यकुमार यादव ने अपनी टीम के लिए 49 रनो की पारी खेली और भारत 50 ओवरों में महज 229 ही बना सकी।

भारत की और से सबसे ज़्यदा रन रोहित शर्मा ने 104 गेंदों पर 87 रन बनाये और 38 वे ओवर में बोल्ट का शिकार हुए।जवाबी पारी में इंग्लैंड की शुरुआत भी काफी ख़राब रही और जसप्रीत बुमराह ने 3 मोहम्मद शमी ने 4 , कुलदीप यादव 2 , रविंद्र जडेजा 1 ने विकेट झटक कर इंग्लैंड की पारी को 129 पर ही समेट दिया।

वर्ल्ड कप में प्रबल दावेदार मानी जा रही इंग्लैंड की यह 5 वीं लगातार हार है. इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने एक साल में सबसे ज़्यदा छक्के लगाने एवं सबसे तेज अन्तर्राष्ट्रीय 18000 रन करने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने। इस जीत का श्रेय कप्तान रोहित शर्मा ने भारतीय टीम के गेंदबाजों को दिया है।

भारत वर्ल्ड एकमात्र ऐसी टीम है जिसने अभी तक एक भी मैच नहीं हरा है। अंक तालिका में भारत 12 अंकों के साथ शीर्ष पर बानी हुयी है। बीयूरो रिपोर्ट डिजिटल भारत

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

महादेवी मां की शिला का बढ़ता है आकार

0 0
Read Time:2 Minute, 45 Second

शारदीय नवरात्र के अवसर पर कटनी और जबलपुर जिले के सीमा पर ग्राम दशरमन में विराजी महादेवी मां के मंदिर में हजारों की संख्या में भक्त मां से आशीर्वाद लेने पहुंच रहे है यह मंदिर हजारों वर्ष पूर्व का है पहले महादेवी माता एक छोटी सी पत्थर की सिला में थी लेकिन धीरे-धीरे इनका आकार बढ़ता गया और आज वह एक विशाल सिला के रूप में है जो कि आज भी ऊपर से खुली हुई है मंदिर के चारों तरफ घना जंगल पश्चिम की तरफ नदी और पहाड़ में विराजी महादेवी माता लोगों को बहुत भा रही हैं और लोग यहां पर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की आस्था लेकर दूर-दूर से पहुंच रहे हैं बुजुर्गों ने बताया कि यहां पर पूर्व में शेर और गाय की लड़ाई हुई थी जिस के पद चिन्ह आज भी चट्टानों पर मौजूद है गाय के खुर और शेर के पंजे चट्टान पर स्पष्ट दिखाई देते हैं महादेवी समिति अध्यक्ष पंडित रमेश गर्ग ने बताया की यह काफी पुराना मंदिर है इस मंदिर से अनेकों चमत्कारी कथाएं जुड़ी हैं यह पहाड़ में होने के कारण अत्यंत रमणीक स्थान है इन्हीं कारणों से यह आस्था का केंद्र बना हुआ है

ब्रिटिश शासनकाल में बनी थी महादेवी माता की मढ़िया –


ढीमरखेड़ा तहसील के दशरमन गांव में मां महादेवी का स्थान है। यहां पर माता को लोग शिला के रूप में पूजते हैं। लगभग 25 फीट ऊंची शिला को लेकर लोगों की मान्यता है, इसका कद हर साल बढ़ता जाता है। पहले यहां पर शिला मात्र 5 से 6 फीट की थी। लगभग 200 वर्ष पुराने स्थान पर अंग्रेजी शासनकाल में बनवाई गई छोटी से मढ़िया है, जिसके निर्माण के समय दूध व खून की धारा निकली तो काम बंद कर दिया गया था। कतला नदी के किनारे बने इस स्थान पर हर साल बसंत पंचमी को मेला लगता है। मां महादेवी का स्थान ढीमरखेड़ा के जंगलों के बीच है और प्राकृतिक स्थल का आनंद उठाने भी लोग यहां पर पहुंचते हैं

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

आठ लाख के गांजे के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार, सतना GRP और RPF टीम की संयुक्त कार्रवाई

0 0
Read Time:2 Minute, 30 Second

 डिजिटल भारत l मध्यप्रदेश के सतना जिले में पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी हैl सतना पुलिस ने बुधवार देर रात घेराबंदी कर ओडिशा से रीवा की ओर जा रही लग्जरी कार से गांजे की खेप को पकड़ लिया। मामले में रीवा का कुख्यात गांजा तस्कर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से चार लाख रुपये का गांजा जब्त किया गया है। गांजे की यह खेप लग्जरी कार में छिपाकर लाई जा रही थी।दरअसल, पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी कि एक कार में गांजे का परिवहन किया जा रहा है। जिसके बाद मामले में तत्परता दिखाते हुए रीवा से आने वाली हर कार की तलाशी ली गई। इस दौरान एक कार से 5 किलो गांजा बरामद किया गया।

एसडीओपी मैहर राजीव पाठक ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि इनोवा कार में गांजे की खेप जबलपुर, कटनी और मैहर के रास्ते रीवा की ओर ले जाई जा रही है। उन्होंने बताया कि एक कार आगे चल रही थी, जबकि दूसरी कार में गांजा सहित तस्कर बैठे हुए थे। उसके बाद पुलिस ने दोनों वाहनों की घेराबंदी की। इसमें तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि पीछे चल रही इनोवा कार से तकरीबन 38 किलो गांजा जब्त किया गया।

जब्ती पर एक नज़र

पुलिस ने एक स्विप्ट डिजायर कार सीजी 10ए डब्लू 1453 कीमती 400000/-रुपये, एक इनोवा कार सफेद रंग की कार क्र. एमपी 20एमएच 0555 कीमती 300000 रुपये एव अवैध मादक पदार्थ गांजा 38 किलो जब्त किया है।

इनकी रही बड़ी भूमिका

बताया गया हैं कि उक्त कार्रवाई में निरी. संजय दुबे थाना प्रभारी थाना देहात, सउनि. एन. पी. पाण्डेय, प्र. आरक्षक रवि सिंह, संजय यादव, नागेन्द्र यादव, शिवराज सिंह महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %