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एक भारत उत्कृष्ट भारत

ऐसे रखे सर्दियों में अपनी त्वचा का खास ख्याल

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डिजिटल भारत l हेल्दी त्वचा हर कोई चाहता है पर बदलते मौसम में सर्द हवा त्वचा की खूबसूरती छीन सकती है। फेमिना रीडर्स व एक्सपर्ट से जानें टिप्स, जिन्हें आजमाकर आप चेहरे की रंगत और निखार सकती हैं…

बनाए रखें त्वचा की नमी
इस मौसम में त्वचा की नमी बनाए रखने के लिए पर्याप्त पानी पीते रहें। रोजाना 5 भीगे हुए बादाम खाएं। घरेलू उपचार के तौर पर एक चम्मच बेसन में एक चम्मच नीबू का रस, एक चम्मच गुलाबजल और चुटकी भर हल्दी डालकर पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को स्क्रब की तरह चेहरे पर लगाकर 10 मिनट के लिए छोड़ दें, फिर पानी लगाकर हल्के हाथ से मलते हुए छुड़ाएं। सादे पानी से चेहरा साफ कर लें।
काम आएंगे ग्लिसरीन-नींबू
सर्दियों के लिए त्वचा को तैयार करने और उसे शुष्क होने से बचाने के लिए कुछ बूंद ग्लिसरीन में नीबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाएं। रोज सुबह चेहरा साफ करने के बाद और रात में सोने से पहले इसे लगा सकती हैं। यह त्वचा को शुष्क हवा के दुष्प्रभाव से बचाता है और उसकी कुदरती नमी बनाए रखता है। इसके अलावा दही खाने और लगाने से भी त्वचा चिकनी बनी रहती है।
नहाने या चेहरे को धोने के बाद शरीर को हल्के हाथों यानी थपकी देकर पोछना है। जैसा कि हम आमतौर पर देखते हैं कि लोग तौलिए से शरीर को रगड़-रगड़ कर पोछते हैं जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी त्वचा और भी रूखी हो जाती है।
नहाने के बाद बारी आती है शरीर पर ऑयली पदार्थ लगाने की। इसके लिए हम अपनी पसंद के हिसाब से सरसो, नारियल, बादाम, आंवला तेल या फिर बॉडी लोशन या मॉइश्चराइजर क्रीम लगा सकते हैं। इसको शरीर पर हल्के हाथों से लगाना चाहिए।
सर्दियों में त्वचा रूखी-सूखी होने लगती है, जिसकी वजह से कई बार शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। ज्यादातर लोग अपनी त्वचा का ध्यान रखने के लिए स्किन केयर ट्रीटमेंट लेते हैं, जोकि हर किसी के बस की बात नहीं है। खासतौर पर जब बार आती है ड्राई स्किन वाले लोगों को उनको तो सर्दियों के मौसम में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

ऐसे में हम आपको सर्दियों में त्वचा में नमी बनाए रखने के कुछ घरेलू तरीके बताएंगे, जिनको अपनाकर आप अपनी ड्राई त्वचा का खास ध्यान रख सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा पैसे खर्चने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इन सभी तरीकों को फॉलो करना काफी आसान है, तो आइए देर ना करते हुए आपको इस बारे में बताते हैं।
सनस्क्रीन को ना भूलें

लोगों को लगता है कि सर्दियों के मौसम में सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना इतना जरूरी नहीं है। बल्कि ऐसा नहीं है, सर्दियों में भी लोगों को सनस्क्रीन का इस्तेमाल नियमित रूप से ही करना चाहिए। इससे त्वचा हानिकारक किरणों से बची रहती है। इसके इस्तेमाल से त्वचा सर्दियों में भी हाइड्रेट रहती है।

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जाने सर्दी से बचने के कुछ आसान उपाए, रखे इन बातो का ख्याल

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डिजिटल भारत l इस मौसम में खांसी, ज़ुकाम और गले से जुड़ी समस्याएं आम हो जाती हैं। वायरल, बैक्टीरियल और फंगल इन्फेक्शन भी आसानी से शिकार बना लेते हैं। ऐसे में ज़रूरी सावधानियां बरतनी ज़रूरी हो जाती हैं।

जुकाम होने के कारण
यह वायरस के संक्रमण के कारण होता है। दो सौ से अधिक वायरस जुकाम होने के कारण माने गए हैं, लेकिन मुख्य रूप से निम्न दो वायरस ही सामान्य जुकाम के लिए उत्तरदायी होते हैं। कोरेनावायरस (15-30 प्रतिशत मामलों में)
राइनोवायरस ( 30-80 प्रतिशत मामलों में) जुकाम का घरेलू इलाज करने के लिए उपाय आप जुकाम को ठीक करने के लिए ये घरेलू उपचार कर सकते हैंः- हल्दी और दूध से जुकाम का इलाज
एक गिलास गर्म दूध में दो चम्मच हल्दी पाउडर डालकर पिएं। इससे बंद नाक और गले की खराश में आराम मिलता है। नाक से पानी बहना (Behti naak) बंद हो जाता है। तुलसी के सेवन से जुकाम का उपचार
जुकाम में तुलसी अमृत के समान फल देती है। खाँसी और जुकाम होने पर 5-7 पत्तियें को पीसकर पानी में डालकर काढ़ा बना लें। इस काढ़ा को पिएं।
नाक बंद होने पर तुलसी की मंजरियों को रुमाल में सूंघने से नाक खुल कर आराम मिलता है।
छोटे बच्चों में जुकाम हेने पर 6-7 बूंद अदरक एवं तुलसी का रस शहद में मिलाकर चटाएं। यह बंद नाक को खोलने और बहती नाक (Behti Naak) को रोकने दोनों में सहायक है।

अदरक के प्रयोग से जुकाम में लाभ
कफयुक्त खाँसी में दूध में अदरक उबालकर पिएं।
अदरक के रस में शहद मिलाकर चाटने से भी जुकाम में आराम मिलता है।
1-2 अदरक के छोटे-टुकड़े, 2 काली मिर्च, 4 लौंग और 5-7 तुलसी की ताजी पत्तियां पीसकर एक गिलास पानी में उबालें। जब यह उबलकर आधा गिलास रह जाए, तब इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं।
अदरक के छोटे-छोटे टुकड़ों को देसी घी में भूनकर दिन में 3-4 बार पीसकर खाएं। इससे नाक से पानी बहने (Behti Naak) की समस्या से आराम मिलता है.
और पढ़ेंः अदरक के फायदे और नुकसान जुकाम में आपकी जीवनशैली
जुकाम के दौरान आपकी जीवनशैली ऐसी होनी चाहिएः- गर्म वातावरण से आकर तुरंत ठण्डे पानी से स्नान ना करें।
ए.सी. में न बैठें।
जुकाम संक्रमण से होने वाला रोग है, इसलिए भोजन करने से पहले हाथों को अच्छी प्रकार धोएं।
धूल एवं प्रदूषण युक्त वातावरण में चेहरे पर मास्क लगा कर चलें।
प्राणायाम करें।

गरारे करें: अगर सर्दी के साथ गले में जकड़न, कफ और खांसी हो रही है गरारे करने से बहुत फायदा मिलता है. इसके लिए नमक के पाने से गरारे जरूर करें. इससे गले में जमा कफ निकल जाएगा और गले के सूजन में आराम मिलेगा, इसलिए अगर आप भी सर्दी-जुकाम से ग्रसित हैं तो गरारे जरूर करें.
लगभग 10-15 मिनट भस्त्रिका एवं कपालभाँति रोज करें।
जुकाम क्यों होता है? आयुर्वेद में हर रोग का कारण दोषों के असंतुलन को माना गया है। आयुर्वेद में जुकाम को प्रतिश्याय कहा गया है। आपके ऊपरी श्वसन तंत्र में वात एवं कफ दोष के असंतुलन के कारण जुकाम की समस्या हो जाती है। उचित उपचार ना करने पर यह गंभीर होकर कष्टकारक हो जाता है। जुकाम कितने दिनों में ठीक होता है? सामान्य जुकाम 8-10 दिन में उचित खान-पान और घरेलू उपचार से ठीक हो जाता है। इसके लक्षण आमतौर पर 6-10 दिन के भीतर समाप्त हो जाते हैं। कई बार यह लक्षण 2 सप्ताह तक भी रह सकते हैं। यह सबसे अधिक होने वाला संक्रामक रोग है, जो वर्ष में एक या दो बार सबको होता है। छोटे बच्चे संक्रमण के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते है, इसलिए यह बच्चों में ज्यादा जल्दी होता है। जुकाम को गंभीर कब समझना चाहिए? यदि जुकाम 8-10 दिनों से ज्यादा अवधि तक चलता रहे, और लक्षण (गले में खराश व नाक से पानी बहना) और भी ज्यादा दिखने लगे, तो यह गंभीर रोग में बदल सकता है या साइनुसाइटिस हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।

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क्यों नहीं निपट रहा दिल्ली प्रदूषण का केस : सुप्रीम कोर्ट

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डिजिटल भारत l पंजाब के एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह ने पीठ को बताया, बीते साल से पराली जलाने के मामलों में 40 फीसदी कमी आई है। इस पर पीठ ने कहा, आप राजनीति करना बंद करें। हर समय राजनीतिक लड़ाई नहीं हो सकती। हम नहीं जानते कि आप कैसे रोक सकते हैं, यह आपका काम है। दिल्ली-एनसीआर में दमघोंटू हवा से आठवें दिन भी हालात बदतर होने पर सुप्रीम कोर्ट ने दोटूक कहा कि हर हाल में पराली जलाना तत्काल बंद हो, लोगों को यूं मरने नहीं दे सकते। शीर्ष अदालत ने खासतौर पर पंजाब से कहा, राजनीति बंद कर जरूरी कदम उठाएं। साथ ही, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली सरकारों को एक-दूसरे पर दोष मढ़ने से बचने और पराली जलाने पर तत्काल अंकुश लगाने का निर्देश दिया। शीर्ष अदालत ने कहा, यदि हमने अपना बुलडोजर चलाना शुरू किया, तो फिर रुकेंगे नहीं।
प्रसिद्ध पर्यावरणविद् एमसी मेहता ने 1984-85 में, दिल्ली में वाहनों के प्रदूषण, ताज महल के जीर्ण-शीर्ण संगमरमर और गंगा-यमुना नदी में प्रदूषण से निपटने के लिए सुप्रीम कोर्ट में कई जनहित याचिकाएं दायर की थी. जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस सुधांशु धूलिया की पीठ ने कहा, दिल्लीवासी साल-दर-साल स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं क्योंकि हम इसका समाधान नहीं ढूंढ़ पा रहे हैं। इस पर तत्काल ध्यान देने व अदालती निगरानी की जरूरत है, भले ही मामले में सुधार हो या नहीं। जस्टिस कौल ने बताया, उन्होंने खुद पंजाब में सड़क के दोनों ओर पराली जलते देखी है। उन्होंने कहा, यह पूरी तरह से लोगों के स्वास्थ्य की हत्या है मामले अभी भी अदालतों में लंबित हैं. राजधानी के आसपास प्रदूषण के व्यापक मुद्दों से निपटने के लिए इन मामलों की प्रकृति भी काफी हद तक बदल गई है. समय-समय पर इनमें नए मुद्दे जोड़े जाते रहे हैं. उदाहरण के लिए, दिल्ली में स्मॉग की हालिया समस्या को मौजूदा वाहन प्रदूषण मामलों में जोड़ा गया. हालाँकि अपनी पिछली सुनवाई में, सुप्रीम कोर्ट ने कोई नीतिगत उपाय करने का आदेश नहीं दिया, लेकिन इससे पहले वो ऐसा करता रहा है. कभी-कभी ये उपाय कठोर रहे हैं. जैसे साल 1998 में अदालत ने आदेश दिया कि डीजल पर चलने वाले सार्वजनिक परिवहन के वाहनों का पूरा बेड़ा, जिसमें करीब 100,000 वाहन थे, उन्हें 2001 तक सीएनजी में बदला जाए. सरकार की ओर से इस आदेश का कड़ा विरोध किए जाने के बाद भी अदालत अपने आदेश से पीछे नहीं हटी. इस कदम की वैज्ञानिक प्रभावकारिता या व्यावहारिकता पर विवाद था.

अदालत ने इंफ्रास्ट्रक्टचर परियोजनाओं की भी देखरेख की है. अदालत ने 2000 के दशक की शुरुआत में यातायात को कम करने और प्रदूषण को कम करने के लिए केंद्र सरकार को दिल्ली के चारों ओर दो एक्सप्रेस वे बनाने का आदेश दिया. बाद में सालों में उसने इसकी प्रगति की निगरानी भी की. कई बार तो सुप्रीम कोर्ट अपने ही फैसले से पलट गया है. उदाहरण के लिए 2019 में अदालत ने पराली जलाने के लिए किसानों को फटकार लगाई, जो प्रदूषण बढ़ाने में सहायक है. अदालत ने आदेश दिया कि जो कोई भी ऐसा करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि इसके ठीक दो दिन बाद अदालत ने कहा कि किसानों को दंडित करना अंतिम समाधान नहीं होगा. अदालत ने कहा कि कई किसानों को मजबूरी में पराली जलानी पड़ती है. अदालत ने सरकार को इन किसानों को सहायता देने के लिए कहा. सुप्रीम कोर्ट के कुछ फैसलों पर विशेषज्ञों ने सवाल उठाए हैं. उदाहरण के लिए, नवंबर 2019 में, अदालत ने केंद्र सरकार को राजधानी में स्मॉग टावर लगाने का निर्देश दिया. ये स्मॉग टावर बड़े पैमाने पर वायु शोधक की तरह काम करते हैं. कई विशेषज्ञों ने बीबीसी को बताया कि स्मॉग-टावर वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में वैज्ञानिक रूप से सक्षम नहीं हैं. इनमें से अधिकांश आदेश पर्यावरण प्रदूषण (संरक्षण और नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) की सिफारिशों के आधार पर आए हैं. यह प्राधिकरण अदालत के आदेश पर गठित पांच सदस्यों वाला वैधानिक निकाय है. हालाँकि, कई बार अदालत ईपीसीए की सिफारिशों के खिलाफ भी गई है.

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मानसिक शांति है जरुरी , रखे इन बातो का ख्याल

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डिजिटल भारत l तनाव आजकल की सबसे बड़ी समस्या बनता जा रहा है। अधिक भागदौड़ और एक दूसरे से आगे निकलने होड़ में हर कोई किसी न किसी प्रकार के तनाव में जी रहा है। किसी को अच्छी नौकरी नहीं मिलने का तनाव है, तो किसी को व्यापार-व्यवसाय ठीक से नहीं चलने का तनाव है। कोई घर-परिवार के झगड़ों से तनाव में है तो किसी को बाहरी जीवन में किसी बात को लेकर तनाव है। यहां तक कि अब कम उम्र के बच्चों में भी तनाव की समस्या होने लगी है। तनाव होने के निजी और कार्यक्षेत्र से संबंधित कई कारण हो सकते हैं, लेकिन कई बार ग्रहों की स्थिति सही न होने के कारण भी तनाव और मानसिक परेशानियां हो सकती हैं। ऐसे में ज्योतिष में कुछ उपाय बताए गए हैं,
खुद को परेशान करना बंद कीजिए
किसी को सीधे न कहने की बजाए, हम यही सोच सोचकर परेशान होते रहते हैं कि अगला हमारे बारे में क्या सोचेगा। खुद को न कहने का ठोस तर्क देने की बजाए हम दूसरों का समर्थन पाने की कोशिश में लगे रहते हैं। इससे बेहतर है कि आप अपनी स्थिति का सही आकलन करके एक ठोस तर्क के साथ स्पष्ट रूप से न कहें। यकीन कीजिए यह किसी को बेइज्जत नहीं करेगा। थोड़ा सा सतर्क हो जाएं और हां कहने से पहले दूसरों के इरादे समझें
प्रोफेशनल वर्ल्ड में ऐसा बहुत होता है, जब लोग आपका अनुचित लाभ उठाना चाहते हैं। खासतौर से अपने अधीनस्थों का। पर इस स्थिति का मुकाबला आपको थोड़ा कुशलता से करना है, यानी आपको थोड़ा सा स्मार्ट होने की जरूरत है। जिस व्यक्ति के साथ आप काम कर रहे हैं, पहले उसके इरादे को ठीक से समझें, कि जिस काम के लिए वह कह रहा है या रही है, क्या वह आपकी प्राथमिकता में आता है। ऐसे में आप बहुत आराम से कह सकते हैं कि आप उस काम को कर देंगे, पर थोड़ा टाइम लगेगा। और अगर वाकई काम आपके केआरए यानी आपके पद अनुरूप जिम्मेदारी का हिस्सा नहीं है, तो आप निश्चित कारण बताकर इसे करने से स्पष्ट मना कर सकती हैं। जवाब दें, मगर प्यार से
वह आपके बॉस या रिश्तेदार कोई भी हो सकते हैं- जो आपसे अव्यवहारिक अपेक्षाएं रखने लगें। आप इनसे विनम्रता से ही निपट सकते हैं। आप उन्हें कह सकती हैं कि आप पर पहले से ही बहुत जिम्मेिदारियां हैं, परिवार के बारे में भी आप इसी तरह डील कर सकती हैं।
बुरा नहीं है थोड़ा सा स्वार्थी होना
जर्नल ऑफ़ पर्सनेलिटी एंड सोशल साइकोलॉजी में प्रकाशित एक रिपोर्ट कहती है कि थोड़ा सा स्वार्थी होना वास्तव में फायदेमंद है। अब जब साइंस भी आपके स्वार्थी होने को सपोर्ट कर रहा है तो मान क्यों नहीं लेतीं? अब तो आप सीख ही गई होंगी कि कैसे स्मार्टली ना कहना है, तो अब उसे ट्राय करना शुरू कीजिए। यहां आपके लिए एक और सलाह है कि खुद से अपेक्षाएं तय करें, ताकि लोग आपकी हां कहने की आदत का अनावश्यक फायदा न उठाएं। घर के मुखिया को हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में मौजूद कमरे में ही सोना चाहिए. ऐसा ना करने से उनका मानसिक तनाव बढ़ता है. सोते समय पश्चिम दिशा में पैर और उत्तर दिशा में सिर नहीं होना चाहिए. इससे मानसिक तनाव होता है. सोते समय सिर दक्षिण-पूर्व दिशा में होना चाहिए.
घर में परिवार के सदस्यों के बीच अक्सर कलह की स्थिति रहती है तो घर में मौजूद सभी तरह के टूटी-फूटी चीजों को जितना जल्दी हो सके घर से बाहर कर दें. किचन में मौजूद टूट बर्तनों को भी घर से बाहर कर दें. टूटे-फूटे सामान नकारात्मक ऊर्जा का श्रोत माने जाते हैं. इनकी वजह से घर में कलह और मानसिक तनाव होता है.
घर में मौजूद मुख्य आईना कभी भी दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए. इससे मानसिक तनाव बढ़ता है. घर में कभी दो आईने आमने-सामने नहीं लगाना चाहिए. इससे भी घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है. घर में टूटा हुआ शीशा रखा है तो उसे भी हटा दें. टूटा शीशा मानसिक तनाव बढ़ाता है.
अविवाहित लोगों का कमरा कभी भी दक्षिण पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए. इससे उनके स्वभाव में उग्रता आती है और चिड़चिड़ापन बढ़ता है.
घर की दीवारों को कभी भी बहुत गहरे रंग से नहीं रंगवाना चाहिए. घर की दीवारों को हमेशा हल्के रंगों से ही पेंट करवाना चाहिए वरना नकारात्मक ऊर्जा मन-मस्तिष्क पर हावी होने लगती है.

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भिंडी के ये फायदे जानकार आपको हो जायेगा इस सब्जी से प्यार

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डिजिटल भारत l सेहतमंद रहने के लिए हरी सब्जियों की एक अहम भूमिका होती है। प्रकृति में ऐसी कई सब्जियां मौजूद हैं जिनके सेवन हम स्वस्थ रह सकते हैं। इन्ही हरी सब्जियों में से एक है भिंडी जिसे लेडी फिंगर के नाम से भी जाना जाता है। भिंडी में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं जो हमें कई बीमारियों से बचा सकते हैं।
खाद्य आहार के रूप में भिंडी का उपयोग किया जा सकता है। लेकिन इसमें मौजूद गुणों के कारण आप कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं को दूर करने आहार के रूप में भी कर सकते हैं। आइए विस्‍तार से जाने भिंडी खाने के फायदे क्‍या हैं।
पाचन संबंधी परेशानियों का सीधा असर आपकी त्वचा पर भी दिखता है। त्वचा को निखारने के लिए भिंडी काफी उपयोगी होती है इसमें आवश्यक फाइबर होता है जो पाचन तंत्र के लिए लाभकारी होता है। यह पाचन तंत्र को सही बनाता है जिससे त्वचा भी स्वस्थ बनीं रहती है और आपकी त्वचा खूबसूरत और दाग-धब्बे रहित बनती है।
भिंडी के औषधीय गुण पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाने में –
भिंडी में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है जो कि पाचन तंत्र के लिए अत्यधिक लाभकारी होती है। इससे पेट फूलने जैसी समस्याएं नहीं होती है साथ ही पेट में मरोड़ आना, कब्ज, गैस की समस्याएं भिंडी खाने से बहुत कम हो जाती है। भिंडी आपको डायरिया आदि से बचाती है। भिंडी में मौजूद फाइबर अतिरिक्त शुगर का अवशोषण करके शुगर की मात्रा को भी शरीर में नियंत्रित करते हैं। इसलिए भिंडी खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता हैं।
3.भिंडी के औषधीय उपयोग आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए –
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भिंडी का सेवन करना उपयोगी होता है। क्योंकि भिंडी में विटामिन A पर्याप्त मात्रा में होता है। इसी के साथ ही इसमें मौजूद ल्यूटिन, बीटा-कैरोटीन जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं जो कि मेटाबोलिज्म को बढ़ाने के साथ -साथ शरीर की मुक्त मूलकों से रक्षा करते हैं। भिंडी खाने से आंखों की बीमारियों का खतरा भी कम होता है इसलिए भिंडी खाना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
भिंडी खाने के फायदे त्वचा के पिग्मेंटेशन को कम करती है –
इसमें पर्याप्त मात्रा में मिनरल्स , फाइबर और विटामिन होते हैं जो की आपकी असमान स्किन टोन को सही करते हैं और त्वचा के पिग्मेंटेशन को कम करके त्वचा को खूबसूरत बनाए रखता है।
कच्चे भिंडी खाने के फायदे शुगर को नियंत्रित करने के लिए –
भिंडी मधुमेह रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है क्योकि इसमें फाइबर की मात्रा उच्च होती है जो शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को बढ़ाता है। भिन्डी को खाने और भिंडी का पानी पीने से आपकी डायबिटीज में काफी फर्क पड़ेगा और ये कुछ दिनों में ही आपको इसका अच्छा रिजल्ट मिल जायेगा।

भिंडी खाने के फायदे ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए –
विटामिन और मिनरल्स से भिंडी भरपूर होती है। इसमें पोटेशियम भी होता है। पोटेशियम शरीर में फ्लूइड के स्तर को बैलेंस करता है साथ ही यह रक्त के प्रेशर के स्तर को भी नियंत्रित करने के लिए उपयोगी होता है। भिंडी खाने से कार्डियोवस्कुलर सिस्टम सही रहता है साथ ही भिंडी खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या नहीं होती है।
भिंडी में फोलिक एसिड, कैरोटीन, थियामिन, पॉली फेनोलिक यौगिक, राइबोफ्लेविन, विटामिन C, एमिनो एसिड एवं नियासिन पाए जाते हैं जो हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाने का कार्य करते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-अल्सर, एंटी-कैंसर एवं एनाल्जेसिक के गुण भी पाए जाते हैं जिनसे हमारे शरीर में संक्रमण एवं गंभीर बीमारियों का खतरा कम होता है। यह हमारी सेहत के लिए सर्वोत्तम आहार माना जाता है लेकिन इसके अत्यधिक इस्तेमाल से कुछ स्वास्थ्य संबंधी नुकसान भी हो सकते हैं।

भिंडी खाने के नुकसान –
भिंडी का जरूरत से ज्यादा सेवन करना भी खतरनाक होता है। इसमें ऑक्सेलिक एसिड होता है जिसकी मात्रा बढ़ने से आपको एसिडिटी हो सकती है।

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विक्रम लैंडर से बाहर निकला रोवर, चंद्रमा पर कर रहा चहलकदमी; देखें पहली तस्वीर

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चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के बाद इसरो के मून मिशन चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद की तस्वीरें भेजी हैं। यह फोटोज लैंडर विक्रम ने उस समय खीचीं जब वह बुधवार शाम को चांद की सतह पर धीरे-धीरे उतर रहा था। मालूम हो कि भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। वहीं, चांद पर लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश है। इससे पहले, अमेरिका, चीन और सोवियत संघ को यह उपलब्धि हासिल हो चुकी है। 

इसरो के चंद्रयान-3 लैंडर विक्रम ने बुधवार शाम छह बजकर चार मिनट पर चांद की सतह पर सफल लैंडिंग की। इस दौरान देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों की नजरें टीवी स्क्रीन पर लगी रहीं। इसरो ने उन तस्वीरों को शेयर किया है, जोकि चंद्रयान-3 ने लैंडिंग करने के बाद भेजी हैं। इसरो ने ट्वीट किया, ”चंद्रयान-3 मिशन अपडेट, Ch-3 लैंडर और MOX-ISTRAC, बेंगलुरु के बीच कम्युनिकेशन लिंक स्थापित किया गया है। नीचे उतरते समय ली गईं लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे की तस्वीरें यहां शेयर की जा रही हैं।” ये कुल चार तस्वीरें हैं, जिन्हें इसरो ने शेयर किया है

#chandrayaan #india #isro #space #mangalyaan #gaganyaan #indianarmy #nasa #satellite #isromissions

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गदर 2-OMG 2 ने मिलकर सिर्फ 11 दिन में कमा डाले 500 करोड़

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सनी देओल की ‘गदर 2’ और अक्षय कुमार की ‘OMG 2’ थिएटर्स में लगातार जनता का दिल जीत रही हैं. दोनों फिल्मों का क्रेज ऐसा है कि दूसरे सोमवार को भी बॉक्स ऑफिस पर इनकी मौजूदगी दमदार बनी रही. जहां ‘गदर 2’ ने एक और बड़ा लैंडमार्क आंकड़ा पार किया है, वहीं ‘OMG 2’ भी सॉलिड कमाई कर रही है.

बॉलीवुड फैन्स के लिए थिएटर्स इन दिनों खूब गुलजार हैं. एकसाथ रिलीज हुईं ‘गदर 2’ और ‘OMG 2’ दर्शकों को भरपूर एंटरटेनमेंट दे रही हैं. एक तरफ सनी देओल का तारा सिंह अवतार जनता को तालियां-सीटियां बजाने के भरपूर मौके दे रहा है. वहीं दूसरी तरफ पंकज त्रिपाठी और अक्षय कुमार की जोड़ी लाइट कॉमेडी के साथ एक बहुत जरूरी मैसेज लोगों तक पहुंचा रही है.

‘गदर 2’ का तूफान जारी, अब 400 करोड़ की बारी
सनी देओल की ‘गदर 2’ ने रविवार की रिकॉर्डतोड़ कमाई के बाद सोमवार को एक बार फिर से जानदार कलेक्शन किया. ट्रेड रिपोर्ट्स बताती हैं कि 11वें दिन फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 14 से 15 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. दूसरे वीकेंड के बाद ‘गदर 2’ का नेट इंडिया कलेक्शन 375 करोड़ तक पहुंच गया था. अब 11 दिन में फिल्म की कमाई करीब 389 करोड़ रुपये हो चुकी है. 

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पढ़ाई के प्रेशर से घुट रहा है बच्‍चों का दम

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पढ़ाई का बोझ बच्‍चों के मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को खराब कर सकता है। यह पैरेंट्स के लिए जरूरी है कि वो बच्‍चों में स्‍ट्रेस और एंग्‍जायटी को पहचानकर उससे लड़ने और उसे दूर करने के तरीकों के बारे में खोज करें। इस बदलाव में स्‍कूल भी बच्‍चे और माता-पिता की मदद कर सकते हैं।
हर बच्‍चे से यही उम्‍मीद की जाती है कि वो पढ़ाई में अच्‍छा परफॉर्म करे क्‍योंकि सोसायटी में बच्‍चों की पढ़ाई को लेकर काफी ज्‍यादा जोर दिया जाता है। पैरेंट्स भी अपने बच्‍चे पर पढ़ाई में अव्‍वल आने को लेकर काफी ज्‍यादा प्रेशर डालते हैं और यही चाहते हैं कि उनका बच्‍चा अपनी जिंदगी में तरक्‍की करे। इस पूरे चक्‍कर में बच्‍चे के ऊपर मानसिक दबाव पड़ने लगता है जिस पर शायद ही कभी किसी का ध्‍यान जाता है।

टाइम्‍स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक आर्टिकल में साकेत के मैक्‍स सुपर स्‍पेशियलिटी हॉस्‍पीटल में मेंटल हेल्‍थ और बिहेवरियल साइंसेस के डायरेक्‍ट और हेड डॉक्‍टर समीर मल्‍होत्रा ने कहा कि किशोरावस्‍था बहुत नाजुक होती है और इस समय बच्‍चों के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं और वो एक विकासात्‍मक फेज से गुजर रहे होते हैं। इससे उनमें बायोलॉजिकल स्‍ट्रेस रहता है।

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HostPlus360.com: नवाचारी विशेषताओं और अप्रतिम प्रदर्शन के साथ वेब होस्टिंग में क्रांति

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जबलपुर। पलक तिवारी। संचार | Sponsored

HostPlus360.com ने नवाचारी विशेषताओं और अद्वितीय प्रदर्शन के साथ वेब होस्टिंग को क्रांति की जीर्णोद्धार की है।

HostPlus360.com, एक अग्रणी वेब होस्टिंग प्रदाता, नवाचारी वेब होस्टिंग सेवाओं के साथ उद्योग में धूम मचा रहा है। काटने वाली तकनीक, अपराजेय प्रदर्शन और उत्कृष्ट ग्राहक सहायता प्रदान करते हुए, HostPlus360.com विश्वसनीय और कुशल होस्टिंग समाधान की तलाश में जल्दी से प्राथमिकता बन गया है।

जबलपुर। पलक तिवारी। संचार

ताजगी के साथी आधुनिक तकनीक और एक अनुभवी पेशेवरों की टीम के समर्थन से पूषित HostPlus360.com उन्नत प्रौद्योगिकी, स्केलेबिलिटी और उपयोगकर्ता-मित्रपूर्ण इंटरफेस को मिलाकर होस्टिंग अनुभव को पुनर्निर्भर करने का लक्ष्य रखता है। उनकी असाधारण सेवा प्रदान करने के प्रति समर्पण ने विश्वभर के ग्राहकों के ध्यान को आकर्षित किया है, जो कंपनी को होस्टिंग उद्योग में अग्रणी स्थान प्राप्त कराया है।

HostPlus360.com की सफलता का कारण इसे विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किए गए उनके विस्तृत होस्टिंग योजनाओं में माना जा सकता है। चाहे वह साझा होस्टिंग हो, वीपीएस होस्टिंग, समर्पित सर्वर्स होस्टिंग हो या क्लाउड होस्टिंग हो, इस प्लेटफॉर्म ने हर आवश्यकता के लिए एक विशेष समाधान प्रदान किया है। प्रत्येक होस्टिंग योजना मजबूत सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित है, जो डेटा सत्यापन और साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

HostPlus360.com की एक बेहतरीन विशेषता में से एक उनकी प्रभावशाली अपटाइम गारंटी है। उनके काटने-दार नेटवर्क कनेक्टिविटी और प्रगतिशील सर्वर ढांचे के साथ, यह प्लेटफॉर्म एक प्रभावशाली अपटाइम रिकॉर्ड का गर्व रखता है, जिससे उनके सर्वर पर होस्ट की गई वेबसाइटें अनिवार्य रूप से पूरे दिन उपलब्ध रहती हैं। यही उच्च उपलब्धता ने HostPlus360.com को ऐसे व्यापारों के बीच एक उत्कृष्ट प्रतिष्ठान दिया है जिनका ऑनलाइन मौजूदा रहने पर निर्भर होता है।

HostPlus360.com: अद्वितीय फीचर्स और बेमिसाल प्रदर्शन के साथ वेब होस्टिंग का क्रांतिकारी अद्याय

उनके राष्ट्रीय-स्तरीय ढांचा और अनुभवी पेशेवरों की टीम के समर्थन से, HostPlus360.com विज्ञान की नई परिभाषा लिखने का मकसद रखता है। उनका उद्देश्य, प्रगतिशीलता, विपणन और उपयोगकर्ता-मित्रपूर्ण इंटरफ़ेस को एकीकृत करके अद्यतन होते हुए होस्टिंग अनुभव को परिभाषित करने में सामर्थ्य को परिभाषित करना है। उनका प्रतिबद्धता असाधारण सेवा प्रदान करने के लिए उनकी व्यापारिकता को ध्यान में लेकर ग्राहकों के बीच ध्यान आकर्षित करता है और उन्हें होस्टिंग उद्योग में अग्रणी स्थान प्राप्त करता है।

HostPlus360.com की सफलता को उनकी विविधताओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए होस्टिंग योजनाओं का श्रेय जाता है। चाहे वह साझा होस्टिंग हो, वीपीएस होस्टिंग हो, समर्पित सर्वर्स होस्टिंग हो या क्लाउड होस्टिंग हो, इस प्लेटफॉर्म ने हर आवश्यकता के लिए विशेष उपाय प्रदान किया है। प्रत्येक होस्टिंग योजना मजबूत सुरक्षा सुविधाओं से सुसज्जित है, जो डेटा की अखंडता और साइबर खतरों से सुरक्षा सुनिश्चित करती है।

HostPlus360.com की एक प्रमुख विशेषता उनकी अद्वितीय अपटाइम गारंटी है। प्रगतिशील सर्वर ढांचे और अपार नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ, यह प्लेटफॉर्म एक शानदार अपटाइम रिकॉर्ड के गर्व से सिद्ध होता है, जिससे इस पर होस्ट की गई वेबसाइटें अनिवार्य रूप से पूरे दिन उपलब्ध रहती हैं। इस उच्च उपलब्धता ने HostPlus360.com को उन व्यापारों के बीच एक उत्कृष्ट प्रतिष्ठान दिया है जिनका ऑनलाइन मौजूदा होना अविरामित रहना है।

इसके अलावा, HostPlus360.com उपयोगकर्ता अनुभव पर बहुत ध्यान देता है। उपयोगकर्ताओं को उनकी वेबसाइटों, डेटाबेस, ईमेल अकाउंट्स और अन्य होस्टिंग संबंधित कार्यों का प्रबंधन करना बेहद सरल बना देता है। इसके अलावा, कंपनी प्रसिद्ध कंटेंट प्रबंधन प्रणालियों जैसे WordPress, Joomla और Drupal के वन-क्लिक स्थापना का समर्थन करती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को आसानी से अपनी वेबसाइटों को तत्परता से सेट अप और लॉन्च करने की क्षमता प्रदान की जाती है।

उनके वेबसाइट की गति और प्रदर्शन के महत्व को मद्ध्यम के रूप में रखते हुए, HostPlus360.com वेबसाइट लोड होने का समय अद्यतित करने के लिए अत्याधुनिक कैशिंग तकनीकों, सामग्री प्रसारण नेटवर्कों (सीडीएन) और SSD स्टोरेज का लाभ उठाता है। इससे वेबसाइट प्रदर्शन में तेजी होती है, जिससे आगंतुक अनुभव में सुधार होता है और उच्च रूपांतरण दरें होती हैं।

HostPlus360.com की ग्राहक संतुष्टि के प्रति प्रतिबद्धता होस्टिंग ढांचे से परे होती है। उनकी विशेषज्ञ समर्थन टीम 24/7 उपलब्ध है और किसी भी प्रश्न या तकनीकी मुद्दे के समाधान के लिए त्वरित सहायता और विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करती है। ग्राहकों को उनकी विस्तृत ज्ञान-संचय, समुदायिक मंच और लाइव चैट समर्थन पर भरोसा कर सकते हैं, जिससे उन्हें त्वरित समाधान प्राप्त होता है।

एक अतिरिक्त लाभ के रूप में, HostPlus360.com दूसरे होस्टिंग प्रदाताओं से अपनी होस्टिंग परिवर्तन करने वालों के लिए एक सुगम प्रक्रिया प्रदान करता है। प्लेटफॉर्म के माइग्रेशन विशेषज्ञ न केवल संपूर्ण प्रक्रिया को संभालते हैं, बिना किसी डाउनटाइम या डेटा हानि के सुगम ट्रांसफर सुनिश्चित करते हैं, जिससे व्यापारों को HostPlus360.com में सहजता से स्विच करने की सुविधा मिलती है।

समाप्ति के रूप में, HostPlus360.com ने खुद को होस्टिंग उद्योग में एक खेल बदलने वाले के रूप में स्थापित किया है, जो बेमिसाल प्रदर्शन, नवाचारी फीचर्स और अद्वितीय सेवा के साथ व्यापारों और व्यक्तियों के लिए प्रमुख वेब होस्टिंग विकल्प बन गया है। इसके विस्तृत उपाय, उच्च सुरक्षा, अपटाइम गारंटी और समर्थन की गुणवत्ता ने उन्हें होस्टिंग उद्योग में एक प्रमुख स्थान प्राप्त किया है।

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Cholesterol को तुरंत कम देगी ये समर ड्रिंक

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छाछ सेवन से आप आसानी से शरीर में जमा गंदगी और खराब कोलेस्ट्रॉल को दूर कर सकते हैं.

इसके पीछे आज के समय की खराब जीवनशैली और खान-पान का बहुत बड़ा हाथ है. लेकिन गर्मियों के मुकाबले सर्दियों में आपका वजन तेजी से बढ़ने लगता है इसके कई कारण होते हैं ज्यादा ऑयली चीजों का सेवन और फिजीकली एक्टिव न होना आदि. अगर आप समय रहते ही शरीर में बढ़ते खराब कॉलेस्ट्रोल को कंट्रोल नहीं करते हैं तो इससे आपको दिल से जुड़ी बीमारियां जैसे- हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में आज हम आपको कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए छाछ के फायदे बताने जा रहे हैं जिसके सेवन से आप आसानी से शरीर में जमा गंदगी और खराब कोलेस्ट्रॉल को दूर कर सकते हैं, तो चलिए जानते हैं (Dairy product in cholesterol) खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में छाछ कैसे होती है मददगार…..

छाछ कैसे करती है कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल (how to control cholesterol)

हाई कोलेस्ट्रॉल से होने वाली बीमारियां

मोटापा
हार्ट अटैक
कोरोनरी आर्टरी डिजीज 
ट्रिपल वेसल डिजीज

हाई बल्ड प्रेशर
डायबिटीज

https://www.facebook.com/photo/?fbid=655329473267395&set=a.499941365472874

छाछ कैसे करती है कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल (how to control cholesterol)

 छाछ में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन्स, प्रोटीन, पोटैशियम, फॉस्फोरस, गुड बैक्टीरिया, लैक्टिक एसिड और कैल्शियम जैसे सेहतमंद गुण मौजूद होते हैं जोकि आपके शरीर में बढ़े हुए खराब कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मददगार साबित होते हैं. ऐसे में आप कोलेस्ट्रॉल को मेंटेंन करने के लिए छाछ को डाइट में जरूर शामिल करें. 

अगर आप छाछ का बहुत ज्यादा सेवन करते हैं तो इससे आपकी सेहत को फायदे के बजाय नुकसान हो सकता है. छाछ में सोडियम की अधिक मात्रा मौजूद होती है, जो किडनी रोग से जूझ रहे लोगों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.

अगर आपको सर्दी जुकाम है तो भी छाछ का सेवन करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. अगर आपको एलर्जी की समस्या है तो भी छाछ पीने से परहेज करें. इसके अलावा एग्जिमा की समस्या में छाछ के सेवन से आपकी स्किन पर जलन और खुजली बढ़ सकती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें.

@newsdigitalbharat

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