DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

आई नई शराब नीति, मध्य प्रदेश के सभी शराब अहाते होंगे बंद

0 0
Read Time:3 Minute, 8 Second

डिजिटल भारत l मप्र की शराब नीति को कैबिनेट की मंजूरी

उमा भारती की बड़ी जीत
संघ प्रमुख के दखल के बाद आई नई शराब नीति

मप्र की नई शराब नीति को लेकर आखिर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की जीत हो गई है। उमा भारती के सुझावों को नई नीति में शामिल कर लिया गया है।

कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार के प्रवक्ता गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मप्र में शराब को हतोत्साहित करने अहम फैसले लिये गये हैं। पूरे प्रदेश में शराब के अहाते बंद करने और शराब की दूकानों पर बैठकर शराब पीना प्रतिबंधित किया जाएगा। इसके अलावा सभी धार्मिक व शैक्षणिक स्थानों से शराब की दूकान 100 मीटर दूर होंगीं। मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2010 के बाद मप्र में एक भी नई शराब दूकान नहीं खोली गई है।

राज्य सरकार की इस नई शराब नीति को उमा भारती की जीत माना जा रहा है। शराब अहाते बंद कराने उमा भारती लगातार आन्दोलन कर रही थीं। वे शराब की दुकानों पर पत्थर व गोबर फेंक चुकी थीं। उन्होंने पिछले दिनों ओरछा में शराब की दूकान पर गाय बांध कर संदेश दिया था कि मधुशाला को गौशाला बनाया जाए।

सरकार को होगा आर्थिक नुकसान

मप्र सरकार को शराब से लगभग 14000 करोड़ की आय होती है। नई नीति से लगभग 3000 करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है।

संघ के दखल के बाद आई शराब नीति

सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नागपुर पहुंचकर संघ प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत से मप्र की शराब नीति और उमा भारती के बगावती तेवरों को लेकर चर्चा की थी। बताया जाता है कि संघ प्रमुख ने साफ कहा कि शराब को लेकर जो मुद्दे उमा भारती उठा रही हैं उनसे संघ सहमत है। गुजरात में शराब बंदी के बाद भी वहां भाजपा लगातार जीत रही है तो मप्र में शराब को हतोत्साहित करने का काम तो किया ही जाना चाहिए। संघ प्रमुख से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने नई शराब नीति के लिए पांच मंत्रियों की एक समिति बनाई। समिति की बैठक कब हुई किसी को नहीं पता, लेकिन मप्र की नई शराब नीति को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

फोन को रात भर चार्जिंग पर लगा छोड़ना कितना सही? बैटरी पर क्या होता है असर,

0 0
Read Time:3 Minute, 23 Second

डिजिटल भारत l फोन हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा हो गया है, और यही वजह है कि हम कभी नहीं चाहते कि ये डिस्चार्ज हो. फोन डिस्चार्ज होना, मतलब कई काम रुक जाना. कई बार हम दिनभर इतना फोन यूज कर लेते हैं कि इसे चार्ज करने का टाइम नहीं मिलता है. यही वजह होती है कि बाद में हम पूरी रात के लिए फोन को चार्ज पर लगा कर छोड़ देते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पूरी रात के लिए फोन को चार्जिंग पर छोड़ देने से क्या होता है, और क्या इसका असर हमारे फोन और बैटरी पर पड़ता है? आइए जानते हैं…
ज़्यादातर विशेषज्ञ एक बात पर सहमत हैं कि स्मार्टफोन इतने स्मार्ट होते हैं कि वे ओवरलोड नहीं होने देते. टैबलेट या स्मार्टफोन या लैपटॉप के अंदर लगी एक्सट्रा प्रोटेक्शन चिप सुनिश्चित करती है कि ओवरलोडिंग न हो. एक बार इंटरनल लिथियम-आयन बैटरी अपनी क्षमता के 100% तक पहुंच जाती है, तो चार्जिंग बंद हो जाती है.
अगर आप स्मार्टफोन को रात भर प्लग इन रहने देते हैं, तो यह हर बार बैटरी के 99% तक गिरने पर थोड़ी एनर्जी का लगातार इस्तेमाल करेगा. इसके आपके फोन के लाइफ पर असर पड़ेगा.
यानी कि एक बार जब फोन की बैटरी 100% चार्ज हो जाती है तो मॉडर्न इलेक्ट्रॉनिक्स ऑटोमैटिकली करंट खींचना बंद कर देते हैं. हालांकि, अपने स्मार्टफोन को हर बार फुल चार्ज करना बैटरी की लंबी उम्र के लिए ठीक नहीं है.
फोन को ओवरचार्ज करने का मिथक एक आम है. आपके डिवाइस में कितनी मात्रा में चार्ज जा रहा है, यह कोई समस्या नहीं है, क्योंकि डिवाइस ज़्यादा स्मार्ट होते हैं जो एक बार फुल होने पर चार्ज लेना बंद कर देते हैं, बस 100 प्रतिशत रहने के लिए ज़रूरत के हिसाब से टॉप अप करते हैं.इसलिए हो सकती है दिक्कत: समस्या तब होती है जब बैटरी ज़्यादा गरम हो जाती है, जिससे नुकसान हो सकता है. इससे बचने के लिए रात भर चार्ज करते समय अपने फोन पर लगे किसी भी केस को हटाना सबसे अच्छा है. फोन को सपाट, सख्त सतह पर छोड़ना भी सबसे अच्छा होता है ताकि गर्मी आसानी से दूर हो सके.
इसलिए अपने फोन को रात भर चार्ज करना पूरी तरह से सुरक्षित है, बस यह सुनिश्चित कर लें कि यह ओवरहीट न हो. इसके अलावा आजकल तो फोन इतनी तेजी से चार्ज हो सकते हैं कि असल में आपको इसे 7-8 घंटे तक चार्ज करने की जरूरत ही नहीं है.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

मनीष सिसोदिया को किया जाएगा गिरफ्तार ? CBI के समन पर आम आदमी पार्टी का दावा

0 0
Read Time:2 Minute, 51 Second

डिजिटल भारत I मनीष सिसोदिया ने दिल्ली बजट का हवाला देकर सीबीआई से फरवरी के बाद पेश होने की मोहलत मांगी थी. अब सीबीआई इस मामले में उन्हें नए सिरे से समन जारी करेगी.
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए रविवार 19 फरवरी को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के कार्यालय में बुलाया गया था. उन्होंने बजट बनाने की बात कहकर सीबीआई से थोड़ा और समय देने की मांग की. अब इस मामले में सिसोदिया ने एक और बड़ा दावा किया है. उनका कहना है कि अगर आज उनसे पूछताछ की जाती तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता था
सिसोदिया ने कहा ‘मुझे आज गिरफ्तार किया जा सकता था’ आप नेता ने दावा किया कि उन्हें डर है कि बीजेपी उन्हें गिरफ्तार करने का आदेश दे सकती है. उन्होंने कहा, ‘मैं गिरफ्तारी से नहीं डरता और सवालों से नहीं भागता”. उन्होंने बजट का हवाला देते हुए केंद्रीय एजेंसी से पूछताछ को किसी और तारीख तक टालने का अनुरोध किया है. अब सीबीआई इस मामले में उन्हें नए सिरे से समन जारी करेगी.

इस मामले में चार्जशीट दाखिल होने के करीब तीन महीने बाद सिसोदिया को रविवार 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. दिल्ली सरकार के वित्त मंत्री होने के नाते उन्होंने कहा कि वह बजट बनाने में व्यस्त हैं, इसलिए एक सप्ताह के बाद पूछताछ के लिए उपलब्ध हो सकेंगे.

आबकारी विभाग का प्रभार भी संभालने वाले आप नेता से पिछले साल 17 अक्टूबर को पूछताछ की गई थी और मामले के सिलसिले में उनके घर और बैंक लॉकरों की भी तलाशी ली गई थी. चार्जशीट में उन्हें आरोपी के रूप में नामित नहीं किया गया है क्योंकि उनके और अन्य संदिग्धों के खिलाफ जांच अभी भी चल रही है.

सीबीआई ने शनिवार 18 फरवरी को सिसोदिया के खिलाफ ताजा सबूतों के आधार पर उन्हें समन जारी किया था. यह मामला आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

बेंगलुरू में दिखाई जबलपुर के बमों ने अपनी ताकत

0 0
Read Time:3 Minute, 16 Second

डिजिटल भारत l आर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया में बनाए जा रहे बमों का प्रदर्शन बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया 2023 में किया गया।इस दौरान देश की विभिन्ना आयुध निर्माता कंपनियों ने अपने उत्पादों को रखा। एमआइएल के सीएमडी रविकांत भी 14 से 16 फरवरी तक आयोजित शो में भाग लेने के लिए बेंगलुरु में मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि देश की विभिन्ना आयुध निर्माणियों में एमआइएल द्वारा निर्मित कराए गए पांच उत्पादों को इस शो में प्रदर्शित किया गया। इनमें 250 केजी, 245 केजी, 1000 पाउंडर और 500 केजीजीपी बम शामिल रहे।

ओएफके में बने जो बम एयरो इंडिया में प्रदर्शित किए गए वो वायुसेना के अत्यंत उपयोगी हैं। 500 केेजीजीपी बम को छोड़कर वायुसेना सभी बमों का उपयोग कर चुकी है। इसलिए भारतीय वायुसेना के लिए तो वो बम परिचय की विषयवस्तु नहीं हैं, लेकिन विदेशों से जो प्रतिनिधि इस एयर शो में भाग लेने आए उनके लिए एमआइएल के उत्पाद खास रहे। फिलहाल यह तो साफ नहीं हो पाया है कि ओएफके के किसी उत्पाद को विदेश से आर्डर मिलने की दिशा में बात आगे बढ़ी है या नहीं, लेकिन बेंगलुरु में उनका प्रदर्शन निर्माणी के लिए बड़ी बात है।

एमआइएल के दो खास ड्रोन

सीएमडी रविकांत ने बताया कि एमआइएल दो तरह के ड्रोन भी बना रही है। एक ड्रोन 100 किलोमीटर दूर तक जाकर अपने लक्ष्य को निशाना बनाकर खुद समाप्त होने वाला है। जबकि दूसरा ऐसा है जो दुर्गम इलाकों में 18 किलोमीटर दूर तक जाकर 50 किलो वजनी आयुध सामग्री पहुंचा सकता है।

ऐसा है थाउजेंड पाउंडर बम

यह इतना घातक है कि पलक झपकते ही किसी भी बड़े भवन को ढेर में तब्दील कर सकता है। इस बम में आरडीएक्स के साथ कई अन्य प्रकार के प्रोपलेन मिलाए जाते हैं। इस बम का उपयोग वायु सेना ही नहीं बल्कि थल और जल-सेना भी करती है। देश में सिर्फ आयुध निर्माणी खमरिया ही सेना के लिए इस तरह के बमों का निर्माण करती है।

500 केजी जीपी बम

यह बम आर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया के सबसे अपडेटेेड हैं। इनहें 500 किलोग्राम जनरल परपज बम भी कहा जाता है। इसका उपयोग वायुसेना ही करती है। इस बम की विशेषता है कि जहां भी लक्ष्य करके इस बम का इस्तेमाल होता है, वहां 200 मीटर के दायरे में यह सब कुछ समाप्त कर देता है और वहां करीब 25 मीटर गहरा गड्ढा हो जाता है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

एटीएम कार्ड बदलकर खातों से रूपयों आहरण करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह

0 0
Read Time:4 Minute, 30 Second

डिजिटल भारत l आदेश के परिपालन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध समर वर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक केंट शशांक एवं नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर के मार्गदर्शन मे सायबर सेल, क्राईम ब्रांच तथा थाना गोहलपुर एवं गोराबजार पुलिस की टीम गठित कर लगायी गयी।

       गठित टीम द्वारा बैंक फुटेज एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना में प्रयुक्त वाहन की पतासाजी करते हुए अंतर्राज्जीय गिरोह के 4 आरोपी क्रमशः 1-सचिन सिंह ठाकुर पिता जगपाल सिंह उम्र 28 वर्ष निवासी रुड़की हरिद्वार उत्तराखंड, 2-कल्याण सिंह कश्यप् पिता गसवीर सिंह कश्यप् उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम कुनियाखेड़ा जिला सहारनपुर उत्तरप्रदेश, 3-अर्जुन चौहान पिता राजकुमार चौहान उम्र 27 वर्ष सदरबजार जिला सहारनपुर उत्तरप्रदेश, 4-शिव ठाकुर उर्फ शिवा पिता राजेश ठाकुर उम्र 28 वर्ष निवासी पठारी जिला हरिद्वार उत्तराखंड को अभिरक्षा में लेकर  पूछताछ की गयी चारों आरोपियों द्वारा विभिन्न राज्यों में एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। आरोपियों की निशादेही पर विभिन्न बैंको के बैंको के 63 नग एटीएम कार्ड तथा घटना में प्रयुक्त वाहन क्रमांक यूपी 07 एपी 0719 सुजुकी रिट्ज कार जप्त करते हुये चारों  आरोपियें को विधिवत गिरफ्तार कर मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये और भी प्रकरणों में पूछताछ हेतु पुलिस रिमाण्ड मे लिया जा रहा है।
            प्रारम्भिक पूछताछ पर मण्डला जिले में 2 घंटनायें कारित करना स्वीकार करते हुये बताये कि यूट्यूब में देखकर तरीका वारदात सीखा है।
  उल्लेखनीय है कि पकडे गये चारों आरोपियों के द्वारा देश के अन्य राज्यों में भी ए.टी.एम. कार्ड बदलकर धोखाधड़ी की कई घटनायें की गयी है।

तरीका वारदात :- एटीएम में पैसे निकालने व मदद करने के नाम पर बातों में लगाकर एटीएम पिन देख लेते थे व मौका पाकर एटीएम कार्ड बदलकर नजदीक के ही एटीएम मशीन से पैसे निकाल कर व शापिंग कर धोखाधड़ी करते थे।

उल्लेखनीय भूमिका- एटीएम कार्ड बदल कर लोगों के खाते से रूपये निकालकर धोखाधडी करने वाले शातिर आरोपियो को गिरफ्तार करते हुये घटना में प्रयुक्त वाहन जप्त करने में थाना प्रभारी गोहलपुर श्री विजय तिवारी, थाना प्रभारी गोराबाजार श्री विजय परस्ते, सायबर सेल निरीक्षक सुश्री शबाना परवेज थाना गोहलपुर के उप निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक सरनाम सिह, सउनि विनोद सुरकेल, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक नितिन जोशी, आरक्षक कृष्णचंद्र तिवारी, अरविंद सूर्यवंशी, अभिदीप भट्टाचार्य, जितेन्द्र राऊत, मनोज चौधरी, सौरभ शुक्ला, क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिह, आरक्षक मुकुल गौतम , मोहित उपाध्याय थाना गोहलपुर के आरक्षक आलोक यादव, नीरज, नितेश, थाना गोराबाजार के आरक्षक धर्मेद्र सिह पुलिस लाईन के आरक्षक गौरव शर्मा की सराहनीय भूमिका रही।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

रुद्राक्ष महोत्सव सीहोर 2023! चर्चाओं में है कुबेरेश्‍वर धाम दूसरे दिन भी लगा श्रद्धालुओं का तांता, रुद्राक्ष वितरण काउंटर बंद

0 0
Read Time:5 Minute, 25 Second

डिजिटल भारत l एक और बात है जहां से उन्होंने कर्मकांड का कार्य शुरू किया उस क्षेत्र में अधिकतर लोग वैष्णव मत के ही हैं। आज भी वे मासिक राधा नाम कीर्तन करते हैं। साथ ही उन्होंने श्रीनाथ जी की हवेली से इसकी शुरुआत की थी, पर अब वे शैव मत के भगवान शिव की बात करते हैं।

कथा वाचन के साथ बताते हैं टोटके
वे शिव महापुराण का वाचन करते हैं और टोटके बताते हैं। उनके टोटके विवाह, नौकरी, संतान और परीक्षा में सफल होने संबंधी होते हैं। इसके साथ ही कर्ज से मुक्ति और धनवान बनने को लेकर वो टोटके बताते हैं।

कुबेरेश्‍वर धाम में अव्‍यवस्‍थाओं के बीच दूसरे दिन भी लगा श्रद्धालुओं का तांता, रुद्राक्ष वितरण काउंटर बंद
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को ही अनुमान से कहीं अधिक लोगों के पहुंचने से हालात बिगड़ गए। शुक्रवार को दूसरे दिन भी कुबेरेश्‍वर धाम में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। हालांकि कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा कह चुके हैं कि व्यवस्था सुधरने तक रुद्राक्ष वितरण नहीं होगा, लेकिन लोग कुबेरेश्वर धाम लौटने वाले से ज्यादा आने वाले नजर आ रहे हैं। इसी के चलते कुबेरेश्वर धाम में दूसरे दिन भी अव्यवस्थाएं नजर आ रही है। यहां पानी की पर्याप्त इंतजाम नहीं है। जबकि भोजन की तैयारी की जा रही है। बिठ्ठेलेश्वर समिति के लोग कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है। खास बात यह है कि पूरा परिसर से लगे हुए रास्ते सहित खेत के आसपास गंदगी होने से लोगों को परेशानी हो रही है। उधर समिति की ओर से गुरुवार देर रात ही फिलहाल रुद्राक्ष वितरण बंद करने की घोषणा कर दी गई थी। शुक्रवार सुबह से रुद्राक्ष वितरण काउंटर खुले भी नहीं हैं, इसके बावजूद कई लोग रुद्राक्ष पाने की आस में अब भी काउंटरों के आगे जमा हैं। हालांकि बड़ी संख्‍या में लोगों के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
बताया जाता है कि कल मची अफरातफरी के बीच करीब 15 लोग लापता हो गए। लोग अपनोंं की तलाश में कोतवाली के चक्‍कर काट रहे हैं, लेकिन उन्‍हें ज्‍यादा मदद नहीं मिल पा रही है।


कुबेरेश्वर धाम में लोगों के आने का सिलसिला अब भी जारी है। भोपाल-इंदौर हाइवे पर फिलहाल गुरुवार जैसे भीषण जाम के हालात तो नहीं हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के बसों में भरकर आने का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो हालात फिर से बिगड़ भी सकते हैं। इधर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजन समिति की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर अब भी हजारों लोग मौजूद हैं। उधर, गुरुवार को कुबेरेश्वर धाम से लापता कई लोगों को के फ़ोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

सुबह तक करते रहे ट्रेन का इंतजार
गुरुवार को पहले दिन कुबेरेश्वर धाम पहुंचे लोगों को जब परेशानी का सामना करने के बाद भी रुद्राक्ष नहीं मिले और वितरण नहीं करने की बात सामने आई तो 60 फीसदी लोग वापस लौटना शुरू हो गए। जिससे बढ़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पहुंच गए। सबसे अधिक लोग इंदौर रूट पर जाने वाले थे, जिससे पूरा भोपाल रेलवे स्टेशन लोगों से पट गया।
रात भर चली बसें, वसूला मनमाना किराया, यहां-वहां चादर बिछाकर सोए लोग
कुबेरेशवर धाम के दोनो तरफ लगे जाम के बाद बड़ी संख्या में लोग पैदल ही करीब दस किमी के जाम से जूझते हुए बस स्टैंड पहुंचे, लेकिन यहां इंदौर जाने वाली बसें नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि भोपाल के लिए वाहन मिल रहे थे, लेकिन किराया 100 से 200 रुपये तक लिया जा रहा था। हालत यह रही कि हजारों लोग बस स्टैंड के आसपास ही सो गए।

Happy
Happy
100 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

कलेक्टर क्षितिज सिंघल की अध्यक्षता में अनुश्रवण समिति की बैठक

0 0
Read Time:2 Minute, 2 Second

डिजिटल भारत l सिवनी 15 फरवरी 23 जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित सिवनी के प्रधान कार्यालय में बैंक प्रशासक एवं कलेक्ट क्षितिज सिंघल की अध्यक्षता में PACS कम्प्यूटराइजेशन हेतु गठित जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण समिति (DLIMC ) की बैठक आयोजित हुई।

बैठक में उपायुक्त सहकारिता सिवनी, बैंक मुख्य कार्यपालन अधिकारी, बैंक मुख्य लेखापाल एवं मुख्यालय समस्त स्टाफ व DLIMC कमेटी के सदस्य समिति प्रवन्धक समिति बांकी, पलारी एवं सिवनी की उपस्थिति रही।

कलेक्टर सिंघल द्वारा बैंक के कार्यों एवं बैंक के वित्तीय स्थिति की विस्तृत समीक्षा करते हुए अमानतों में वृद्धि करने हेतु व कृषि ऋण वसूली के लिए बैंक मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देशित किया गया।
 उन्होंने जिले में बैंक के समस्त शाखा प्रबंधक, समस्त समिति प्रबंधक को दिए गए कृषि ऋण वसूली के लक्ष्यों के विरुद्ध शत प्रतिशत पूर्ति सुनिश्चित करने एवं उक्त वसूली कार्य में लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही प्रस्तावित करने के निर्देश दिए। बैंक प्रशासक एवं कलेक्टर सिंघल ने मध्यप्रदेश शासन द्वारा शासकीय कर्मचारियों को दिये जा रहे महंगाई भत्ता में की गई बढ़ोतरी की स्वीकृति प्रदान की गई, जिसके लिए बैंक के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की
Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

बागेश्वर धाम पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

0 0
Read Time:3 Minute, 36 Second

डिजिटल भारत l बागेश्वरधाम पहुंचे कमलनाथ बोले हिंदू राष्ट्र को लेकर बोले “भारत संविधान से चलता है जो संविधान बाबा साहब ने लिखा वह सभी के लिए”

छतरपुर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ आज दर्शन के लिए बागेश्वर धाम पहुंचे जहां उन्होंने धाम में विराजमान भगवान हनुमान के दर्शन किए और उसके बाद कुछ समय बागेश्वर धाम में बिताया हिंदू राष्ट्र के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि “भारत संविधान से चलता है बाबा साहब ने सबके लिए संविधान लिखा है और देश उसी से चलेगा”|

कमलनाथ से जब मीडियाकर्मियों ने पूछा कि पं. धीरेंद्र शास्त्री तो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कहते हैं। आप क्या कहेंगे? इस पर पूर्व सीएम बोले- भारत अपने संविधान के अनुसार चलता है। बाबा साहब आंबेडकर ने संविधान बनाया था। वही भारत का संविधान है।

कमलनाथ ने आगे कहा, मैंने छिंदवाड़ा में सबसे बड़ा हनुमान मंदिर बनवाया है। 101 फीट से भी ऊंचा। यहां मैंने हनुमान जी के दर्शन कर प्रार्थना की। मध्यप्रदेश का भविष्य सुरक्षित रहे। आज प्रदेश में जो चुनौतियां हैं, इन चुनौतियां का सामना हम सब मिलकर करें। महाराज ने मुझे अवश्य आशीर्वाद दिया। वह सभी को आशीर्वाद देते हैं।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के नेता कमलनाथ आज सुबह 11 बजे मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध बागेश्वरधाम पहुंचे जहां उन्होंने भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की उसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से मुलाकात की काफी देर तक धाम में रुकने के बाद कमलनाथ वहां से पन्ना के लिए रवाना हो गए |

आपको बता दें कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगातार हिंदू राष्ट्र की मांग कर रहे हैं इसी मांग को लेकर जब जब पत्रकारों ने कमलनाथ से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि भारत संविधान से चलता है और बाबा साहब ने जो संविधान लिखा था वह सभी के लिए है|

सॉफ्ट हिंदुत्व ने नजर आए कमलनाथ…

बागेश्वर धाम पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सॉफ्ट हिंदुत्व में नजर आए माथे पर त्रिकुंड एवं गले में पीला गमछा डाले हुए उन्होंने भगवान हनुमान की पूजा अर्चना की और उसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्र से मुलाकात करते हुए बागेश्वर धाम से पन्ना के लिए रवाना हो गए इस बीच कांग्रेस के कई नेता एवं विधायक उनके साथ मौजूद थे|

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

हाइवा ने बाइक सवारों को मारी टक्कर, हाइवा के नीचे फसा पिता का शव

0 0
Read Time:2 Minute, 26 Second

जबलपुर मध्य प्रदेश
डिजिटल भारत l जबलपुर के खजिरि खिरिया में भीषण सड़क हादसा : पिता और बेटे की दर्दनाक मौत, पिता को आधा किलोमीटर तक हाइवा ने घसीटा

  • हाइवा ने बाइक सवारों को मारी टक्कर, हाइवा के नीचे फंसे पिता के शव को निकालने किया जा रहा रेस्क्यू, मौके पर भारी पुलिस बल तैनात, लोगों ने किया चक्काजाम

जबलपुर, माढोताल थाना अंतर्गत खजिरि खिरिया बायपास में आज सोमवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक बेकाबू डंपर ने बाइक सवार बाप बेटे को सीधी टक्कर मार दी। पिता अपने नाबालिग बेटे को स्कूल छोडऩे जा रहा था। हादसे में बेटे की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। तो वहीं पिता को करीब आधा किलो मीटर तक बेकाबू डंपर चालक ने घसीटा। जो डंपर के अंदर ही बाइक सहित फंस गया। जिसे रेस्क्यू करने के्रन बुलवाई गई है। सड़क हादसे के बाद आक्रोशित लेागों ने चक्काजाम कर दिया है। हादसे में दोनों की ही दर्दनाक मौत हो गयी।

सीएसपी तुषार सिंग ने बताया कि खजिरि खिरिया बायपास के पहले एक बेकाबू लोडिड डंपर एमपी 20 एचबी 6393 के चालक ने तेज रफ्तार वाहन को चलाते हुए बाइक सवार 15 वर्षीय बेटे अभि उर्फ अंश चौबे और पिता शुरेश चौबे उम्र 45 साल को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में बेटे की मौके पर ही मौत हो गयी तो वहीं पिता बाइक सहित डंपर के नीचे फंसा रहा गया। जिसे डंपर चालक ने काफी दूर तक घसीटा। जिसकी भी डंपर के अंदर फंसे होने के चलते दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं आक्रोशित लेागों ने घटना के विरोध में चक्काजाम कर दिया है। पुलिस मौके पर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

जस्टिस नजीर को राज्यपाल बनाए जाने पर बोले कानून मंत्री,भारत किसी की जागीर नहीं, अब संविधान से चलता है

0 0
Read Time:3 Minute, 3 Second

डिजिटल भारत l राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को 13 राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की घोषणा की. इनमें से एक राज्यपाल की नियुक्ति पर सवाल खड़े होने लगे. इन 13 लोगों में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस सैयद अब्दुल नजीर भी शामिल हैं. उन्हें आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. जस्टिस नजीर 39 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे.
कांग्रेस ने जस्टिस नजीर की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इसे लेकर कई सवाल उठाए, उन्होंने इसे सही प्रैक्टिस नहीं माना. कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं कि न्यायिक व्यवस्था के लोगों को सरकारी पद क्यों दिए जा रहे हैं.
इस पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया है. किरेन रिजिजू ने इस पूरे विवाद को लेकर पलटवार करते हुए लिखा है, राज्यपाल की नियुक्ति पर एक बार फिर से पूरा इको सिस्टम जोरों पर है. उन्हें बेहतर तरीके से यह समझना चाहिए कि वे अब भारत को अपनी निजी जागीर नहीं मान सकते. अब भारत, संविधान के प्रावधानों के अनुसार भारत के लोगों द्वारा चलता है.
कांग्रेस नेता ने उठाए थे सवाल

दरअसल जस्टिस अब्दुल नजीर की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए राशिद अल्वी ने कहा था कि जज को सरकारी पद देना दुर्भाग्यपूर्ण है. एक रिपोर्ट के मुताबिक 50 फीसदी रिटायर्ड जज सुप्रीम कोर्ट के हैं, सरकार कहीं ना कहीं उन्हें दूसरे पदों के लिए भेज देती है जिससे लोगों का यकीन न्यायिक व्यवस्था पर कम हो रहा है.

जस्टिस गोगोई को राज्यसभा भेजने को भी बताया गलत

जस्टिस गोगोई को अभी तो राज्यसभी दी थी ओर अब आपने जस्टिस नजीर को गवर्नर बना दिया. राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद का सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बहुत लोग सवालिया निशान लगाते चले आ रहे हैं कि सरकार के दबाव में हुआ है. राशिद अल्वी ने आगे कहा, जस्टिस गोगोई के बनने के बाद जस्टिस नजीर को गवर्नर बनाना उन लोगों के शक को और मजबूत करता है.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %