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एक भारत उत्कृष्ट भारत

स्तरीय पुरस्कार प्रतियोगिता : ग्राम भवरदा निवासी की हरियाणा नस्ल की गाय ने प्राप्त किया प्रथम पुरस्कार

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना अंतर्गत भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गाय हेतु जिला स्तरीय पुरस्कार प्रतियोगिता का 15 फरवरी को आयोजन किया गया । इस प्रतियोगिता में जिले के चयनित पशुपालकों द्वारा भाग लिया गया । 3 समय के दुग्ध उत्पादन का आंकलन एवं गणना उपरांत प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले पशुपालकों को कार्यक्रम में पुरूस्कृत किया गया । प्रतियोगिता में हर्ष बाजपेयी पिता सतेन्द्र बाजपेयी ग्राम भवरदा विकासखंड मण्डला की हरियाणा नस्ल की गाय ने 12.082 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन देकर प्रथम स्थान 51 हजार रूपये का पुरस्कार प्राप्त किया । निलेश कुमार झारिया पिता डालचंद्र झारिया ग्राम देवरी विकासखंड नारायणगंज की गिर नस्ल की गाय ने 10.560 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन देकर द्वितीय स्थान 21 हजार रूपये का इनाम जीता एवं अमृतलाल धनगर पिता स्व चौबाराम धनगर ग्राम बम्हनी बंजर विकासखंड मण्डला की साहीवाल नस्ल की गाय ने 7.533 लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन देकर तृतीय स्थान 11 हजार रूपये का इनाम जीता । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, नगरपालिका अध्यक्ष विनोद कछवाहा, उपाध्यक्ष अखिलेश कछवाहा, जिला गौपालन एवं गौसंवर्धन समिति उपाध्यक्ष दिलीप चंद्रौल द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर पुरूस्कृत किया गया ।

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देश के वन्य-जीव संरक्षण के इतिहास में जुडेगा नया अध्याय, कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाए जाएंगे 12 चीते

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देश और मध्यप्रदेश के वन्य-जीव संरक्षण के इतिहास में 18 फरवरी को एक और नया अध्याय जुडने जा
रहा है। पालपुर कूनो राष्ट्रीय उदयान की शोभा बढ़ाने दक्षिण अफ्रीका से लाये जा रहे 12 चीतों का कुनबा शामिल
होने जा रहा है। इनमें 7 नर चीते और 5 मादा चीते हैं। इन 12 चीतों में से 2 चीते कोएलिशन हैं। अब कूनो में
17 चीतों का रहवास हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्म-दिन 17 सितम्बर को नामीबिया से
लाये 8 चीतों को कूनो में छोड़ा था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 18 फरवरी को श्योपुर जिले में स्थित
कूनोपालपुर अभयारण्य में 12 चीतों को बाड़े में छोड़ेंगे। साथ ही पूर्व में बनाये गये चीता मित्रों से संवाद भी करेंगे।
चीतों की देखभाल के लिये व्यापक इंतजाम किये गये हैं। कोरेंटाइन बोमा में 12 चीतों को रखने के लिये
10 कोरेंटाइन बोमा तैयार किये गये हैं। इनमें 8 नये और 2 पुराने कोरेंटाइन बोमा को परिवर्तित किया गया है।
इसके अलावा दो आइसोलेशन वार्ड तैयार किये गये हैं। सभी कोरेंटाइन बोमा में छाया के लिये शेड बनाये गये हैं।
चीतों के लिये पानी की व्यवस्था की गई है। हेलीकाप्टर से 12 चीतों को उतारने के बाद उन्हें कोरेंटाइन बोमा में
लाया जायेगा। हेलीपेड से कोरेंटाइन बोमा की दूरी लगभग एक किमी है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश का पालपुर
कुनो राष्ट्रीय उदयान वन्य-जीव प्रेमियों के लिए सबसे अनूठा गंतव्य है। कूनों में करधई, खैर और सलाई की
बहुतायत वाले लुभावने जंगल हैं और विशाल घास के मैदानों में दर्जनों की संख्या में घास चरते हुए वन्यजीव हैं।
यह क्षेत्र लगभग 350 वर्ग किलोमीटर के अभयारण्य के रूप में शुरू हुआ था और एक पत्ती के आकार का था
जिसके बीचों – बीच में एक रीढ़ की हड्डी की तरह कुनो नदी बहती है। यह नदी न केवल जंगल में एक निरंतर
पानी की आपूर्ति रखने और जंगल की सिंचाई करने में मदद करती है, बल्कि इससे इस संरक्षित क्षेत्र का नाम भी
पड़ा है।

अनूठा कूनो

कूनो नेशनल पार्क / कूनो वन्य-जीव डिवीज़न और आसपास का क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से वन्य-जीवों से
समृद्ध रहा है। यह क्षेत्र प्राचीन काल में भी घने जंगल के रूप में जाना जाता था। कूनो नदी के आसपास का क्षेत्र
प्राचीन काल से जैव विविधता से समृद्ध रहा है। राज्य सरकार ने इस स्थान के महत्व को महसूस करते हुए वर्ष
1981 में लगभग 3300 वर्ग किमी के बड़े वन क्षेत्र के अंतर्गत लगभग 345 वर्ग किमी के कूनो वन्य-जीव
अभयारण्य की स्थापना की। वन्य-जीव संरक्षण को और मजबूत करने और इस क्षेत्र के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित
करने के लिए अतिरिक्त 891 वर्ग किमी क्षेत्र को बफर के रूप में जोड़ कर वर्ष 2002 में 1235 वर्ग किमी के
कूनो वन्य-जीव प्रभाग की स्थापना की गयी | शुष्क घास के मैदान और उष्णकटिबंधीय नदी वाले वन शामिल हैं।
यह पशुओं की विभिन्न प्रजातियों में समान रूप से समृद्ध है। यह क्षेत्र वन्य-जीव के लिए विभिन्न अनुकूल कारकों
का एक दुर्लभ रहवास स्थल है। इस क्षेत्र को चीतों के के पुनर्वास लिए सबसे उपयुक्त स्थान के रूप में पहचाना
गया।

क्या है कूनो में

कूनो नेशनल पार्क के वन क्षेत्र में मुख्य रूप से करधई, सलाई, खैर के पेड़ों का वर्चस्व है, जो ज्यादातर
मिश्रित जंगलों के बीच हैं। इससे वनस्पतियों और जीवों की विभिन्न प्रकार की प्रजातियाँ होने में भी मदद मिलती
है। कुल मिलाकर, 123 प्रजातियों के पेड़, झाड़ियों की71 प्रजातियाँ, बेलों और विदेशी वनस्पति की 32 प्रजातियाँ,
बाँस और घास की 34 प्रजातियाँ कूनो नेशनल पार्क में पाई जाती हैं वर्ष 1947 में भारत में सिर्फ 3 चीते बचे थे।
शिकार हो जाने से उनका अस्तित्व खत्म हो गया था और वर्ष 1952 में भारत में चीतों को विलुप्त घोषित कर
दिया गया। तब से अब तक देश में फिर से चीतों के पुनर्वास के कोई सार्थक प्रयास नहीं हुए थे। प्रधानमंत्री श्री
नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चीता एक्शन प्लान को सार्थक बनाया गया। चीतों के पुनर्वास के लिये नामीबिया, साउथ
अफ्रीका सहित भारत के वैज्ञानिकों और विषय-विशेषज्ञों के शोध के बाद तैयार विस्तृत चीता एक्शन प्लान के सुखद
परिणाम से अब कूनो नेशनल पार्क का गौरव बढ़ा है।

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एटीएम कार्ड बदलकर खातों से रूपयों आहरण करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह

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डिजिटल भारत l आदेश के परिपालन मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय अग्रवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध समर वर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक केंट शशांक एवं नगर पुलिस अधीक्षक गोहलपुर अखिलेश गौर के मार्गदर्शन मे सायबर सेल, क्राईम ब्रांच तथा थाना गोहलपुर एवं गोराबजार पुलिस की टीम गठित कर लगायी गयी।

       गठित टीम द्वारा बैंक फुटेज एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना में प्रयुक्त वाहन की पतासाजी करते हुए अंतर्राज्जीय गिरोह के 4 आरोपी क्रमशः 1-सचिन सिंह ठाकुर पिता जगपाल सिंह उम्र 28 वर्ष निवासी रुड़की हरिद्वार उत्तराखंड, 2-कल्याण सिंह कश्यप् पिता गसवीर सिंह कश्यप् उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम कुनियाखेड़ा जिला सहारनपुर उत्तरप्रदेश, 3-अर्जुन चौहान पिता राजकुमार चौहान उम्र 27 वर्ष सदरबजार जिला सहारनपुर उत्तरप्रदेश, 4-शिव ठाकुर उर्फ शिवा पिता राजेश ठाकुर उम्र 28 वर्ष निवासी पठारी जिला हरिद्वार उत्तराखंड को अभिरक्षा में लेकर  पूछताछ की गयी चारों आरोपियों द्वारा विभिन्न राज्यों में एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। आरोपियों की निशादेही पर विभिन्न बैंको के बैंको के 63 नग एटीएम कार्ड तथा घटना में प्रयुक्त वाहन क्रमांक यूपी 07 एपी 0719 सुजुकी रिट्ज कार जप्त करते हुये चारों  आरोपियें को विधिवत गिरफ्तार कर मान्नीय न्यायालय के समक्ष पेश करते हुये और भी प्रकरणों में पूछताछ हेतु पुलिस रिमाण्ड मे लिया जा रहा है।
            प्रारम्भिक पूछताछ पर मण्डला जिले में 2 घंटनायें कारित करना स्वीकार करते हुये बताये कि यूट्यूब में देखकर तरीका वारदात सीखा है।
  उल्लेखनीय है कि पकडे गये चारों आरोपियों के द्वारा देश के अन्य राज्यों में भी ए.टी.एम. कार्ड बदलकर धोखाधड़ी की कई घटनायें की गयी है।

तरीका वारदात :- एटीएम में पैसे निकालने व मदद करने के नाम पर बातों में लगाकर एटीएम पिन देख लेते थे व मौका पाकर एटीएम कार्ड बदलकर नजदीक के ही एटीएम मशीन से पैसे निकाल कर व शापिंग कर धोखाधड़ी करते थे।

उल्लेखनीय भूमिका- एटीएम कार्ड बदल कर लोगों के खाते से रूपये निकालकर धोखाधडी करने वाले शातिर आरोपियो को गिरफ्तार करते हुये घटना में प्रयुक्त वाहन जप्त करने में थाना प्रभारी गोहलपुर श्री विजय तिवारी, थाना प्रभारी गोराबाजार श्री विजय परस्ते, सायबर सेल निरीक्षक सुश्री शबाना परवेज थाना गोहलपुर के उप निरीक्षक शैलेन्द्र सिंह, उप निरीक्षक सरनाम सिह, सउनि विनोद सुरकेल, सायबर सेल के प्रधान आरक्षक नितिन जोशी, आरक्षक कृष्णचंद्र तिवारी, अरविंद सूर्यवंशी, अभिदीप भट्टाचार्य, जितेन्द्र राऊत, मनोज चौधरी, सौरभ शुक्ला, क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिह, आरक्षक मुकुल गौतम , मोहित उपाध्याय थाना गोहलपुर के आरक्षक आलोक यादव, नीरज, नितेश, थाना गोराबाजार के आरक्षक धर्मेद्र सिह पुलिस लाईन के आरक्षक गौरव शर्मा की सराहनीय भूमिका रही।

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रुद्राक्ष महोत्सव सीहोर 2023! चर्चाओं में है कुबेरेश्‍वर धाम दूसरे दिन भी लगा श्रद्धालुओं का तांता, रुद्राक्ष वितरण काउंटर बंद

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डिजिटल भारत l एक और बात है जहां से उन्होंने कर्मकांड का कार्य शुरू किया उस क्षेत्र में अधिकतर लोग वैष्णव मत के ही हैं। आज भी वे मासिक राधा नाम कीर्तन करते हैं। साथ ही उन्होंने श्रीनाथ जी की हवेली से इसकी शुरुआत की थी, पर अब वे शैव मत के भगवान शिव की बात करते हैं।

कथा वाचन के साथ बताते हैं टोटके
वे शिव महापुराण का वाचन करते हैं और टोटके बताते हैं। उनके टोटके विवाह, नौकरी, संतान और परीक्षा में सफल होने संबंधी होते हैं। इसके साथ ही कर्ज से मुक्ति और धनवान बनने को लेकर वो टोटके बताते हैं।

कुबेरेश्‍वर धाम में अव्‍यवस्‍थाओं के बीच दूसरे दिन भी लगा श्रद्धालुओं का तांता, रुद्राक्ष वितरण काउंटर बंद
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को ही अनुमान से कहीं अधिक लोगों के पहुंचने से हालात बिगड़ गए। शुक्रवार को दूसरे दिन भी कुबेरेश्‍वर धाम में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। हालांकि कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा कह चुके हैं कि व्यवस्था सुधरने तक रुद्राक्ष वितरण नहीं होगा, लेकिन लोग कुबेरेश्वर धाम लौटने वाले से ज्यादा आने वाले नजर आ रहे हैं। इसी के चलते कुबेरेश्वर धाम में दूसरे दिन भी अव्यवस्थाएं नजर आ रही है। यहां पानी की पर्याप्त इंतजाम नहीं है। जबकि भोजन की तैयारी की जा रही है। बिठ्ठेलेश्वर समिति के लोग कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है। खास बात यह है कि पूरा परिसर से लगे हुए रास्ते सहित खेत के आसपास गंदगी होने से लोगों को परेशानी हो रही है। उधर समिति की ओर से गुरुवार देर रात ही फिलहाल रुद्राक्ष वितरण बंद करने की घोषणा कर दी गई थी। शुक्रवार सुबह से रुद्राक्ष वितरण काउंटर खुले भी नहीं हैं, इसके बावजूद कई लोग रुद्राक्ष पाने की आस में अब भी काउंटरों के आगे जमा हैं। हालांकि बड़ी संख्‍या में लोगों के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
बताया जाता है कि कल मची अफरातफरी के बीच करीब 15 लोग लापता हो गए। लोग अपनोंं की तलाश में कोतवाली के चक्‍कर काट रहे हैं, लेकिन उन्‍हें ज्‍यादा मदद नहीं मिल पा रही है।


कुबेरेश्वर धाम में लोगों के आने का सिलसिला अब भी जारी है। भोपाल-इंदौर हाइवे पर फिलहाल गुरुवार जैसे भीषण जाम के हालात तो नहीं हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के बसों में भरकर आने का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो हालात फिर से बिगड़ भी सकते हैं। इधर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजन समिति की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर अब भी हजारों लोग मौजूद हैं। उधर, गुरुवार को कुबेरेश्वर धाम से लापता कई लोगों को के फ़ोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

सुबह तक करते रहे ट्रेन का इंतजार
गुरुवार को पहले दिन कुबेरेश्वर धाम पहुंचे लोगों को जब परेशानी का सामना करने के बाद भी रुद्राक्ष नहीं मिले और वितरण नहीं करने की बात सामने आई तो 60 फीसदी लोग वापस लौटना शुरू हो गए। जिससे बढ़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पहुंच गए। सबसे अधिक लोग इंदौर रूट पर जाने वाले थे, जिससे पूरा भोपाल रेलवे स्टेशन लोगों से पट गया।
रात भर चली बसें, वसूला मनमाना किराया, यहां-वहां चादर बिछाकर सोए लोग
कुबेरेशवर धाम के दोनो तरफ लगे जाम के बाद बड़ी संख्या में लोग पैदल ही करीब दस किमी के जाम से जूझते हुए बस स्टैंड पहुंचे, लेकिन यहां इंदौर जाने वाली बसें नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि भोपाल के लिए वाहन मिल रहे थे, लेकिन किराया 100 से 200 रुपये तक लिया जा रहा था। हालत यह रही कि हजारों लोग बस स्टैंड के आसपास ही सो गए।

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अब महज 5 दिन में बन जाएगा Passport! पूरी तरह से ऑटोमेटिक होगा Verification

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डिजिटल भारत l क्या आप देश से बाहर कहीं घूमने की योजना बना रह हैं? लेकिन पासपोर्ट नहीं होने की वजह से आपके प्लान में बाधा आ रही है तो आपको निराश होने की जरूरत नहीं है. जो लोग पासपोर्ट बनवाना चाहते हैं उनके लिए बड़ी खुशखबरी है. दिल्ली में पासपोर्ट वेरिफिकेशन सुविधा पूरी तरह से ऑटोमेटिक होने जा रही है. अब पासपोर्ट पाने में भी कम दिन का इंतजार करना पड़ेगा. 15 दिन के बजाय अब 5 दिन में पासपोर्ट मिल जाएगा. इतने कम समय में पासपोर्ट बनवाकर देश से बाहर जहां भी जाना चाहें, जा सकते हैं. हालांकि, पासपोर्ट का सत्यापन फिलहाल दिल्ली में ही फुल ऑटोमटिक होने वाला है. आइए जानते हैं कि पासपोर्ट कैसे बनवाया जा सकता है.

पासपोर्ट कैसे बनवाएं?

अगर आप एक भारतीय नागरिक हैं और पासपोर्ट बनवाने की चाहत रखते हैं तो इसके लिए आप ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं. पासपोर्ट बनवाने के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने के खातिर आपको इन स्टेप्स को फॉलो करना होगा.

ये स्टेप्स करें फॉलो

  • सबसे पहले Passport Seva Online Portal पर रजिस्ट्रेशन करें.
  • इसके बाद Passport Seva Online Portal पर Login करें.
  • फिर अप्लाई फॉर बैकग्राउंड वेरिफिकेशन फॉर जीईपी लिंक पर क्लिक करें.
  • इसके बाद फॉर्म में जानकारियां भर दें और फिर सबमिट कर दें.
  • अब Pay And Schedule Appointment का लिंक दिख रहा होगा, उसपर क्लिक करें. फिर Appointment जिस जगह का बुक करना चाहते हैं उसको चुनें.
  • Appointment बुक करने के लिए ऑनलाइन पेमेंट करें.
  • इसके बाद Print Application Receipt के ऑप्शन पर क्लिक करें. अब प्रिंटर से आवेदन का प्रिंट निकल आएगा. आपके मोबाइल पर Appointment का मैसेज भी आएगा, उसको सेव कर लें.

अगर पासपोर्ट सत्यापन की सुविधा पूरी तरह से ऑनलाइन हो जाएगी तो पुलिस वेरिफिकेशन आदि को फिजिकल रूप से कराने का झंझट नहीं रहेगा.

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रिसोर्ट मे शादियां नई सामाजिक बीमारी, हर रस्म में होता है…. स्टैंडर चैक

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डिजिटल भारत l सामाजिक भवन अब उपयोग में नहीं लाए जाते हे,
शादी समारोह हेतु यह सब बेकार हो चुके हैं
कुछ समय पहले तक शहर के अंदर मैरिज हॉल मैं शादियां होने की परंपरा चली परंतु वह दौर भी अब समाप्ति की ओर है!
अब शहर से दूर महंगे रिसोर्ट में शादीया होने लगी है!
शादी के 2 दिन पूर्व से ही ये रिसोर्ट बुक करा लिया जाते हैं और शादी वाला परिवार वहां शिफ्ट हो जाता है
आगंतुक और मेहमान सीधे वही आते हैं और वहीं से विदा हो जाते हैं।
जिसके पास चार पहिया वाहन है वही जा पाएगा,
दोपहिया वाहन वाले नहीं जा पाएंगे
बुलाने वाला भी यही स्टेटस चाहता है

और वह निमंत्रण भी उसी श्रेणी के अनुसार देता है
दो तीन तरह की श्रेणियां आजकल रखी जाने लगी है
किसको सिर्फ लेडीस संगीत में बुलाना है !
किसको सिर्फ रिसेप्शन में बुलाना है !
किसको कॉकटेल पार्टी में बुलाना है !
और किस वीआईपी परिवार को इन सभी कार्यक्रमों में बुलाना है!!
इस आमंत्रण में अपनापन की भावना खत्म हो चुकी है!
सिर्फ मतलब के व्यक्तियों को या परिवारों को आमंत्रित किया जाता है!!

महिला संगीत में पूरे परिवार को नाच गाना सिखाने के लिए महंगे कोरियोग्राफर 10-15 दिन ट्रेनिंग देते हैं!
मेहंदी लगाने के लिए आर्टिस्ट बुलाए जाने लगे हैं
मेहंदी में सभी को हरी ड्रेस पहनना अनिवार्य है जो नहीं पहनता है उसे हीन भावना से देखा जाता है लोअर केटेगरी का मानते हैं

फिर हल्दी की रस्म आती है
इसमें भी सभी को पीला कुर्ता पजामा पहनना अति आवश्यक है इसमें भी वही समस्या है जो नहीं पहनता है उसकी इज्जत कम होती है

इसके बाद वर निकासी होती है
इसमें अक्सर देखा जाता है जो पंडित को दक्षिणा देने में 1 घंटे डिस्कशन करते हैं
वह बारात प्रोसेशन में 5 से 10 हजार नाच गाने पर उड़ा देते हैं
एक नई परंपरा भी है बैंड वाले के पास जो गाड़ी रहती है उसमें सोमरस रखा जाता है बाराती बारी-बारी से उसके पास जाते हैं और अपना काम करके आते जाते हैं

इसके बाद रिसेप्शन स्टार्ट होता है
स्टेज पर वरमाला होती है पहले लड़की और लड़के वाले मिलकर हंसी मजाक करके वरमाला करवाते थे,,,,,, आजकल स्टेज पर कंडे के धुंए की धूनी छोड़ देते है
दूल्हा दुल्हन को अकेले छोड़ दिया जाता है
बाकी सब को दूर भगा दिया जाता है
और फिल्मी स्टाइल में स्लो मोशन में वह एक दूसरे को वरमाला पहनाते हैं
साथ ही नकली आतिशबाजी भी होती है

स्टेज के पास एक स्क्रीन लगा रहता है
उसमें प्रीवेडिंग सूट की वीडियो चलती रहती है
जिसमें यह बताया जाता है की शादी से पहले ही लड़की लड़के से मिल चुकी है और कितने अंग प्रदर्शन वाले कपड़े पहन कर
कहीं चट्टान पर
कहीं बगीचे में
कहीं कुए पर
कहीं श्मशान में कहीं नकली फूलों के बीच

प्रत्येक परिवार अलग-अलग कमरे में ठहरते हैं
जिसके कारण दूरदराज से आए बरसों बाद रिश्तेदारों से मिलने की उत्सुकता कहीं खत्म सी हो गई है!!
क्योंकि सब अमीर हो गए हैं पैसे वाले हो गए हैं!
मेल मिलाप और आपसी स्नेह खत्म हो चुका है!
रस्म अदायगी पर मोबाइलो से बुलाये जाने पर कमरों से बाहर निकलते हैं !
सब अपने को एक दूसरे से रईस समझते हैं!
और यही अमीरीयत का दंभ उनके व्यवहार से भी झलकता है !
कहने को तो रिश्तेदार की शादी में आए हुए होते हैं
परंतु अहंकार उनको यहां भी नहीं छोड़ता !
वे अपना अधिकांश समय करीबियों से मिलने के बजाय अपने अपने कमरो में ही गुजार देते हैं!!

हमारी संस्कृति को दूषित करने का बीड़ा ऐसे ही अति संपन्न वर्ग ने अपने कंधों पर उठाए रखा है

मेरा अपने मध्यमवर्गीय समाज बंधुओं से अनुरोध है
आपका पैसा है , आपने कमाया है,
आपके घर खुशी का अवसर है खुशियां मनाएं,
पर किसी दूसरे की देखा देखी नही!

कर्ज लेकर अपने और परिवार के मान सम्मान को खत्म मत करिएगा!
जितनी आप में क्षमता है उसी के अनुसार खर्चा करिएगा
4 – 5 घंटे के रिसेप्शन में लोगों की जीवन भर की पूंजी लग जाती है !

दिखावे की इस सामाजिक बीमारी को अभिजात्य वर्ग तक ही सीमित रहने दीजिए!

अपना दांपत्य जीवन सर उठा के, स्वाभिमान के साथ शुरू करिए और खुद को अपने परिवार और अपने समाज के लिए सार्थक बनाइए !

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गाड़ियों को लेकर भारत सरकार ने किये नए नियम लागू, साथ ही इन कार में मिल रही बड़ी छूट

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डिजिटल भारत l 1 अप्रैल 2023 से भारत सरकार गाड़ियों को लेकर नए नियम लागू करने जा रही है। जिसमें इंजन में बदलाव के प्रावधान है। इसको देखते हुए सभी मैन्यूफैक्चरर कंपनियां अपनी गाड़ी के इंजन में रियल ड्राइविंग एमिशन मानदंडों को फॉलो करने जा रही हैं। इसी क्रम में कंपनी ने अपने पैसेंजर व्हीकल लाइन-अप को नए BS6 फेज 2 और E20 फ्यूल-कंप्लायंट इंजन के साथ अपडेट किया है।

टाटा मोटर्स ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने नई सुविधाओं के साथ पेट्रोल, डीजल और सीएनजी के पावरट्रेन विकल्पों में अपने पोर्टफोलियो को रिफ्रेश किया है, जो बेहतर सुरक्षा, सुगमता, आराम और सुविधा प्रदान करेंगी। अल्ट्रोज और पंच की लो-एंड ड्राइवबिलिटी को इस तरह बढ़ाया गया है कि वे निचले गियर्स में ज्यादा स्मूथ अनुभव प्रदान करेंगी।

इसके अलावा कंपनी ने अपनी सबसे पॉपुलर कार टाटा अल्ट्रोज और टाटा पंच को भी नए एमिशन के तहत बदल दिया गया है, जिसमें आइडल स्टॉप स्टार्ट उनके सभी वेरिएंट में स्टैंडर्ड रूप में आएगा, जो बेहतर ऑन-रोड माइलेज देने में सक्षम होंगी।

अगर आप लोगों को एक तरफ महंगे Petrol की कीमतें तो वहीं दूसरी तरफ कार की कम माइलेज परेशान कर रही है तो चिंता ना करें. हम आज आपको 5 सबसे सस्ती सीएनजी गाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, इस लिस्ट में Maruti Suzuki और Hyundai से लेकर Tata Motors के सीएनजी वेरिएंट्स शामिल हैं
मारुति सुजुकी की ऑफिशियल साइट के अनुसार, ये कार एक KG सीएनजी पर 31.59km तक की माइलेज देती है. बता दें इस कार की कीमत 5.03 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) से शुरू होती है.
Tata Motors की पॉपुलर कार टियागो (BS6) सीएनजी वर्जन की कीमत 6.43 लाख (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है जो 8.04 लाख (एक्स-शोरूम) तक जाती है. 26.49km/kg के माइलेज वाली इस कार के 7 वेरिएंट्स हैं लेकिन NRG मॉडल में भी ये कार 2 सीएनजी वेरिएंट्स उपलब्ध कराती है.
हुंडई के पास पहले सबसे सस्ती सीएनजी कार Santro के रूप में उपलब्ध थी लेकिन इस कार को डिस्कंटीन्यू कर दिया गया था. बता दें कि ग्रैंड आई10 नियोस सीएनजी दो वेरिएंट्स में उपलब्ध है, Magna और Sportz मॉडल, कीमत 7.56 लाख से 8.11 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) तक जाती है. ये कार 28km/kg का माइलेज ऑफर करती है
टाटा मोटर्स की इस दूसरी पॉपुलर कार में भी आपको सीएनजी वेरिएंट मिल जाएगा, ये कार एक किलो सीएनजी में26.49km का माइलेज का दावा करती है. इस कार के सीएनजी में 4 वेरिएंट्स आते हैं जिनकी कीमत 7.59 लाख (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है जो 8 लाख 89 हजार (एक्स-शोरूम) तक जाती है.
अगर आप ऐसी सीएनजी कार तलाश रहे हैं जो फ्यूल का खर्च कम करने के साथ-साथ बढ़िया सीटिंग स्पेस भी दे तो बता दें कि इस कार की कीमत 6.51 लाख (एक्स-शोरूम, दिल्ली) से शुरू होती है. ये कार एक KG सीएनजी में 26.78km का माइलेज ऑफर करती है.

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हाइवा ने बाइक सवारों को मारी टक्कर, हाइवा के नीचे फसा पिता का शव

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जबलपुर मध्य प्रदेश
डिजिटल भारत l जबलपुर के खजिरि खिरिया में भीषण सड़क हादसा : पिता और बेटे की दर्दनाक मौत, पिता को आधा किलोमीटर तक हाइवा ने घसीटा

  • हाइवा ने बाइक सवारों को मारी टक्कर, हाइवा के नीचे फंसे पिता के शव को निकालने किया जा रहा रेस्क्यू, मौके पर भारी पुलिस बल तैनात, लोगों ने किया चक्काजाम

जबलपुर, माढोताल थाना अंतर्गत खजिरि खिरिया बायपास में आज सोमवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक बेकाबू डंपर ने बाइक सवार बाप बेटे को सीधी टक्कर मार दी। पिता अपने नाबालिग बेटे को स्कूल छोडऩे जा रहा था। हादसे में बेटे की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। तो वहीं पिता को करीब आधा किलो मीटर तक बेकाबू डंपर चालक ने घसीटा। जो डंपर के अंदर ही बाइक सहित फंस गया। जिसे रेस्क्यू करने के्रन बुलवाई गई है। सड़क हादसे के बाद आक्रोशित लेागों ने चक्काजाम कर दिया है। हादसे में दोनों की ही दर्दनाक मौत हो गयी।

सीएसपी तुषार सिंग ने बताया कि खजिरि खिरिया बायपास के पहले एक बेकाबू लोडिड डंपर एमपी 20 एचबी 6393 के चालक ने तेज रफ्तार वाहन को चलाते हुए बाइक सवार 15 वर्षीय बेटे अभि उर्फ अंश चौबे और पिता शुरेश चौबे उम्र 45 साल को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में बेटे की मौके पर ही मौत हो गयी तो वहीं पिता बाइक सहित डंपर के नीचे फंसा रहा गया। जिसे डंपर चालक ने काफी दूर तक घसीटा। जिसकी भी डंपर के अंदर फंसे होने के चलते दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं आक्रोशित लेागों ने घटना के विरोध में चक्काजाम कर दिया है। पुलिस मौके पर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है।

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राहुल गाँधी का भाजपा पर हमला, बोले- जम्मू कश्मीर को रोजगार और प्यार चाहिए

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डिजिटल भारत l कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज भाजपा पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने जम्मू-कश्मीर में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान को लेकर भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर रोजगार, बेहतर कारोबार और प्यार चाहता है लेकिन इसके बदले उसे ‘‘भाजपा का बुलडोजर’’ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस अभियान को जल्द से जल्द रोकना चाहिए।

दशकों पुरानी जमीन छीनने का लगाया आरोप
एक ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा, ”जम्मू और कश्मीर रोजगार, बेहतर व्यवसाय और प्यार चाहता था, लेकिन उन्हें क्या मिला? भाजपा का बुलडोजर!” पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि जिस जमीन को लोगों ने कई दशकों तक अपनी मेहनत से पाला है, उसे उनसे छीना जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि लोगों को बांटने से नहीं, एकजुट करने से शांति और कश्मीरियत की रक्षा होगी।
100 प्रतिशत अतिक्रमण हटाने का आदेश
गांधी ने इसी के साथ एक मीडिया रिपोर्ट को भी टैग किया जिसमें दावा किया गया था कि बेदखली अभियान से जम्मू-कश्मीर में लोग परेशान हैं। गौरतलब है कि राजस्व विभाग के आयुक्त सचिव विजय कुमार बिधूड़ी ने सभी उपायुक्तों को जम्मू-कश्मीर से 100 प्रतिशत अतिक्रमण हटाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद अब तक जम्मू और कश्मीर में 10 लाख कनाल से अधिक भूमि पर बुलडोजर चलाया गया है।

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जस्टिस नजीर को राज्यपाल बनाए जाने पर बोले कानून मंत्री,भारत किसी की जागीर नहीं, अब संविधान से चलता है

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डिजिटल भारत l राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को 13 राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की घोषणा की. इनमें से एक राज्यपाल की नियुक्ति पर सवाल खड़े होने लगे. इन 13 लोगों में सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस सैयद अब्दुल नजीर भी शामिल हैं. उन्हें आंध्र प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. जस्टिस नजीर 39 दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे.
कांग्रेस ने जस्टिस नजीर की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए. कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने इसे लेकर कई सवाल उठाए, उन्होंने इसे सही प्रैक्टिस नहीं माना. कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं कि न्यायिक व्यवस्था के लोगों को सरकारी पद क्यों दिए जा रहे हैं.
इस पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट किया है. किरेन रिजिजू ने इस पूरे विवाद को लेकर पलटवार करते हुए लिखा है, राज्यपाल की नियुक्ति पर एक बार फिर से पूरा इको सिस्टम जोरों पर है. उन्हें बेहतर तरीके से यह समझना चाहिए कि वे अब भारत को अपनी निजी जागीर नहीं मान सकते. अब भारत, संविधान के प्रावधानों के अनुसार भारत के लोगों द्वारा चलता है.
कांग्रेस नेता ने उठाए थे सवाल

दरअसल जस्टिस अब्दुल नजीर की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए राशिद अल्वी ने कहा था कि जज को सरकारी पद देना दुर्भाग्यपूर्ण है. एक रिपोर्ट के मुताबिक 50 फीसदी रिटायर्ड जज सुप्रीम कोर्ट के हैं, सरकार कहीं ना कहीं उन्हें दूसरे पदों के लिए भेज देती है जिससे लोगों का यकीन न्यायिक व्यवस्था पर कम हो रहा है.

जस्टिस गोगोई को राज्यसभा भेजने को भी बताया गलत

जस्टिस गोगोई को अभी तो राज्यसभी दी थी ओर अब आपने जस्टिस नजीर को गवर्नर बना दिया. राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद का सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बहुत लोग सवालिया निशान लगाते चले आ रहे हैं कि सरकार के दबाव में हुआ है. राशिद अल्वी ने आगे कहा, जस्टिस गोगोई के बनने के बाद जस्टिस नजीर को गवर्नर बनाना उन लोगों के शक को और मजबूत करता है.

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