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एक भारत उत्कृष्ट भारत

जा सकती है हज़ारो नौकरिया सुन्दर पिचाई के इस बयान से मचा हड़कंप

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डिजिटल भारत | दुन‍ियाभर की द‍िग्‍गज टेक और आईटी कंपन‍ियों में छंटनी का स‍िलस‍िला थमने का नमा नहीं ले रहा है. ट्व‍िटर से शुरू हुआ छंटनी का दौरअमेजन और गूगल समेत कई कंपन‍ियों में पहुंच गया है. हेज फंड के अरबपति और निवेशक सर क्रिस्टोफर हॉन ने अल्फाबेट और गूगलके सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) से कहा कि वे नौकरियों को कम कर कर्मचारियों की संख्या को डेढ़ लाख तक लेकर आएं. इसके ल‍िए 20 प्रतिशत ओवरपेड वाली नौकरियों को कम करना होगा.

अल्फाबेट ने 12 हजार कर्मचार‍ियों को न‍िकाला
गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने 12,000 यानी अपने 6 प्रतिशत कर्मचारियों को निकाल दिया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहेएक लेटर में हॉन ने पिचाई से कहा कि 12,000 नौकरियों में कटौती का निर्णय सही दिशा में उठाया गया कदम है. द चिल्ड्रन इनवेस्टमेंटफंड मैनेजमेंट (TCI) के संस्थापक हॉन ने लिखा, जिनकी अल्फाबेट में 6 अरब डॉलर की हिस्सेदारी है, मेरा मानना है कि प्रबंधन कोकर्मचारियों की संख्या को लगभग 150,000 तक कम करने का लक्ष्य रखना चाहिए, जो 2021 के अंत में अल्फाबेट के कर्मचारियों कीसंख्या के अनुरूप है. इसके लिए कुल कर्मचारियों की संख्या में 20 प्रतिशत की कमी की जरूरत होगी.

अल्फाबेट में औसत वेतन 3 लाख डॉलर
अरबपति ने आगे कहा कि प्रबंधन को अत्यधिक कर्मचारी मुआवजे को संबोधित करने का अवसर भी लेना चाहिए. उन्होंने तर्क दिया, 2021 में अल्फाबेट में औसत वेतन लगभग 300,000 डॉलर था और अब औसत वेतन बहुत अधिक है. प्रौद्योगिकी उद्योग में प्रतिभा केलिए प्रतिस्पर्धा काफी कम हो गई है, जिससे अल्फाबेट प्रति कर्मचारी भुगतान को भौतिक रूप से कम कर सकता है.

पिछले पांच साल में अल्फाबेट ने 100,000 से अधिक कर्मचारियों को जोड़ते हुए अपने कर्मचारियों की संख्या को दोगुना से अधिककर दिया, जिनमें से 30,000 से अधिक अकेले 2022 के पहले नौ महीनों में जोड़े गए थे. पिछले हफ्ते पिचाई ने कहा कि उन्हें कार्यबलमें लगभग 12,000 कर्मचारियों की छंटनी करने पर गहरा खेद है, लेकिन इस कदम के कारण हम यहां पहुंचे.

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विटामिन B & E की कमी से होती है हाथ-पैर में झनझनाहट, जानिए लक्षण और उपाय

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डिजिटल भारत l कई बार छोटी-मोटी समस्याओं को हम नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन आपको ध्यान में रखना चाहिए कि शरीर इस तरह से संकेत तभी देता है, जब चीजें गंभीर होने लगी हों। अगर इन पर ध्यान नहीं दिया और समय रहते इनका इलाज नहीं किया, तो शरीर अंदर से खोखला होने लगता है और फिर ये बड़ी बीमारी बनकर उभरती है। खास तौर पर विटामिन की कमी से होनेवाली बीमारियों के लक्षण ऐसे ही सामान्य से होते हैं, लेकिन लंबे समय तक नजरअंदाज करने से शरीर को भारी नुकसान पहुंचता है।

हमारा शरीर, विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन, खनिज आदि पोषक तत्वों से मिलकर बना है। इन सभी का शरीर में पर्याप्त मात्रा में होना बहुत जरूरी है, तभी जाकर हमारा शरीर अच्छे ढंग से काम कर पाएगा। इसमें से किसी भी एक की कमी होती है तो सेहत संबंधी तमाम परेशानियां शुरु हो जाती हैं। अगर आपके हाथों या पैरों में झनझनाहट होने लगी है, तो ये विटामिन की कमी का संकेत है।

अगर आपको हाथ या पैर में लगातार झनझनाहट महसूस हो रहा हो, तो फौरन अपने डॉक्टर से मिलें और लक्षणों के आधार पर उचित विटामिन्स लेना शुरु कर दें। इसे इग्नोर करने से स्थिति गंभीर हो सकती है। इसके अलावा अगर आपको एक ही स्थिति में बिना करवट बदले सोने काी आदत है, तो उसे बदलें। क्योंकि इस वजह से भी पैर और हाथ में झनझनाहट हो सकती है। इसके अलावा रोजाना टहलना शुरु करें और हाथ-पैरों से जुड़े हल्के व्यायाम करें। इससे भी राहत मिलती है।

  1. विटामिन बी और ई (vitamin B & E) हमारे नर्वस सिस्टम को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करते हैं। इनमें कमी आने से पैरों और हाथों में झनझनाहट होने लगती है।
  2. कभी-कभी किसी दवा के साइड इफेक्ट की वजह से भी आपको झनझनाहट महसूस हो सकती है।
  3. हाई ब्लड प्रेशर या ट्यूबरक्लोसिस की बीमारी में भी ऐसा महसूस हो सकता है।
  4. बहुत ज्यादा शराब पीने से शरीर में विटामिन बी12 फोलेट की कमी हो जाती है। इससे भी हाथ और पैर में झनझनाहट होती है।
  5. थायराइड (Thyroid) की समस्या में भी आपके हाथ और पैर में झनझनाहट हो सकती है

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मेडिकल कालेज चिकित्सालय में आज नहीं होंगी पैथालाजी जांच

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डिजिटल भारत l शासकीय नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज चिकित्सालय में मंगलवार को पैथोलाजी संबंधी जांचें नहीं हो सकेंगी, जिसका सीधा असर मरीजों के इलाज पर पड़ने वाला है। जहां एक ओर जहां आपरेशन टलेंगे, वहीं इमरजेंसी मामलों में भी मरीजों को दिक्कतों को सामना करना पड़ेगा। यह सब मेडिकल लैब टेक्नीशियन्स की सामूहिक कामबंद हड़ताल की वजह से होगा।

मेडिकल लैब टेक्नीशियन्स एसोसिएशन अपनी तेरह सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश भर में हड़ताल पर हैं। जबलपुर जिले में पिछले 11 दिनों से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल चल रही है। गांधी भवन में आंदोलन जारी है। जिसके चलते जिला अस्पताल, एल्गिन अस्पताल, सिविल अस्पताल रांझी समेत विभिन्ना डिस्पेंसरीज में पैथोलाजी जांच बुरी तरह प्रभावित हैं, जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सरकार की ओर से कोई सुनवाई न होने के कारण मंगलवार को मेडिकल कालेज के लैब टेक्नीशियन्स, लैब असिस्टेंट और लैब अटेंडेंट एक दिन की सामूहिक कामबंद हड़ताल पर रहेंगे।

आल मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन के आह्वान पर जारी सामूहिक अवकाश में सहयोग प्रदान करने वीरेंद्र तिवारी, घनश्याम पटेल, गोपाल नेमा, संतराम मरावी, दिलीप श्रीवास्तव, रमेश उपाध्याय, साहिल सिद्दीकी, अंशु कांड्रा, रविंद्र गर्ग सहित अन्य अपील की है।

डीन कार्यालय में सम्पन्ना होगी पदयात्रा :

आंदोलन की कड़ी में मंगलवार को सुबह 11 बजे सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल से पदयात्रा शुरू की जाएगी, जो पिसनहारी मढ़िया चौक होते हुए डीन कार्यालय में सम्पन्ना होगी।। प्रदेश उपाध्यक्ष केके वर्मा ने बताया कि आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश के समस्त मेडिकल कालेज के लैब टेक्नीशियन संगठन काम बंद हड़ताल पर जाने तैयारी कर रहे हैं।

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‘पठान’ ने तोड़ा ‘बाहुबली 2’ का एडवांस टिकट बिक्री रिकॉर्ड

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डिजिटल भारत l चार साल बाद बड़े परदे पर वापसी करने जा रहे अभिनेता शाहरुख खान की फिल्म ‘पठान’ ने देश में अब तक रिलीज हुई फिल्मों में एडवांस बुकिंग के दौरान टिकटें बेच लेने का नया रिकॉर्ड बना दिया है। ये फिल्म देश में अब तक रिलीज हुई सारी फिल्मों में सबसे ज्यादा एडवांस बुकिंग टिकटें बेचने का फिल्म ‘बाहुबली 2’ हिंदी का रिकॉर्ड भी तोड़ चुकी है। मूल रूप से हिंदी में बनी फिल्मों में ऋतिक रोशन की फिल्म ‘वॉर’ की सर्वाधिक एडवांस बुकिंग टिकट बिक्री का आंकड़ा ये कब का पार कर चुकी है। 25 जनवरी को रिलीज हो रही फिल्म ‘पठान’ तेलुगू और तमिल में भी रिलीज हो रही है और फिल्म के तेलुगू संस्करण की एडवांस बुकिंग टिकट बिक्री काफी अच्छी मानी जा रही है।

रविवार रात तक मिले आंकड़ों के मुताबिक यशराज फिल्म्स की प्रस्तुति फिल्म ‘पठान’ की एडवांस बुकिंग में छह लाख 63 हजार से ज्यादा टिकटें अब तक बिक चुकी हैं। किसी हिंदी फिल्म की रिलीज से पहले एडवांस बुकिंग में बिकी ये अब तक की सबसे ज्यादा टिकटें हैं। इससे पहले ये रिकॉर्ड ऋतिक रोशन, टाइगर श्रॉफ और वाणी कपूर की फिल्म ‘वॉर’ के पास था जिसने एडवांस बुकिंग में करीब चार लाख टिकटें बेचने में सफलता पाई थी। ‘पठान’ ने फिल्म ‘केजीएफ 2’ की एडवांस बुकिंग में सवा पांच लाख टिकटें बेचने का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है।

फिल्म ‘पठान’ से आगे एडवांस बुकिंग टिकट बिक्री में अब कोई फिल्म नहीं है। इससे पहले नंबर वन पर फिल्म ‘बाहुबली 2’ रही है जिसने रिलीज से पहले 6.50 लाख टिकटें बेची थीं। फिल्म की एडवांस बुकिंग ने बीते शनिवार से एकदम से रफ्तार पकड़ी है और टिकट बिक्री से हुई आमदनी को अगर जोड़ा जाए तो ये 20 करोड़ रुपये से ऊपर निकल चुकी है। माना जा रहा है कि ये फिल्म रिलीज के पहले दिन शानदार ओपनिंग करेगी। ये रिलीज कार्यदिवस (बिना छुट्टी वाला दिन) पर हो रही है और अब तक के आंकड़े बता रहे हैं कि फिल्म की ओपनिंग 40 से 50 करोड़ रुपये के बीच रहने वाली है।

देश में अब तक हिंदी में रिलीज हुई फिल्मों में पहले दिन की कमाई का रिकॉर्ड अभी तक फिल्म ‘केजीएफ 2’ के पास है जिसने बीते साल 53.95 करोड़ रुपये की शानदार ओपनिंग ली थी। हिंदी में ही बनी फिल्मों में ये रिकॉर्ड फिल्म ‘वॉर’ के पास है जिसकी ओपनिंग 53.35 करोड़ रुपये रही है। कार्य दिवस पर रिलीज हुई फिल्मों के मामले में ये रिकॉर्ड फिल्म ‘संजू’ के पास है जिसने रिलीज के पहले दिन 34.19 करोड़ रुपये कमाए थे। फिल्म ‘पठान’ की एडवांस बुकिंग को देखते हुए ये तय माना जा रहा है कि ये फिल्म रिलीज के पहले दिन ‘बाहुबली 2’ हिंदी का रिकॉर्ड जरूर तोड़ देगी जिसने 41 करोड़ रुपये की ओपनिंल ली थी।

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ये हैं Top-5 पॉवरपैक्स Smartphones! कीमत 25 हजार रुपये से भी कम, Top-5 Power Packed Smartphones

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डिजिटल भारत l मार्केट में कई ऐसे स्मार्टफोन्स हैं, जो बजट सेगमेंट में शानदार परफॉर्मेंस के साथ आते हैं. यह अच्छे डिजाइन, धांसू कैमरे और तगड़ी बैटरी के साथ आते हैं. हर कोई चाहता है कि उसके फोन में हर फीचर शानदार हो. आज हम आपको ऐसे स्मार्टफोन्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो हर चीज में लाजवाब हैं.

अगर आपका बजट 25 हजार रुपये से कम है और पॉवरपैक्स स्मार्टफोन की तलाश में हैं तो ये 5 फोन्स सबसे धमाकेदार हैं. लिस्ट में Realme 10 Pro Plus, Samsung Galaxy M53 5G, Motorola Edge 30 और कई फोन्स शामिल हैं.

Realme 10 Pro Plus 5G प्रीमियम डिजाइन के साथ आता है. फोन में 6.7-इंच का कर्व्ड डिस्प्ले है. फोन में 5000mAh की तगड़ी बैटरी मिलती है. वहीं कैमरे की बात करें तो फोन में ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलता है, जिसमें 108MP का प्राइमरी कैमरा मिलता है. इसके अलावा सामने की तरफ 16MP का सेल्फी कैमरा है. फ्लिपकार्ट और ऑफिशियल वेबसाइट से फोन को 24,999 रुपये में खरीदा जा सकता है.

Samsung Galaxy M53 5G में 120HZ का रिफ्रेश रेट के साथ 6.7-इंच का सुपर AMOLED डिस्प्ले मिलता है. फोन में 108MP का रियर और 32MP का सेल्फी कैमरा मिलता है. फ्लिपकार्ट, अमेजन और सैमसंग की ऑफिशियल वेबसाइट पर 23,999 रुपये में खरीदा जा सकता है.

Motorola Edge 30 स्नैपड्रैगन 778G+ 5G चिपसेट द्वारा संचालित होता है, इसमें 13 5G बैंड्स मिलते हैं. फोन में 6.5-इंच का डिस्प्ले मिलता है. वहीं फोन में ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलता है, जिसमें 50MP + 50MP + 2MP का कैमरा मिलता है. वहीं सामने की तरफ 32MP का सेल्फी कैमरा मिलता है. फोन को 22,999 रुपये में खरीदा जा सकता है.

Redmi Note 12 Pro में 6.7-इंच का AMOLED डिस्प्ले मिलता है, जिसमें 120HZ का रिफ्रेश रेट मिलता है. वहीं फोन MediaTek Dimensity 1080 5G द्वारा संचालित होता है. फोन में 5000mAh की बैटरी मिलती है. फोन में ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलता है, जिसमें 50MP का रियर मिलता है. वहीं सामने की तरफ 16MP का सेल्फी कैमरा मिलता है. फोन की कीमत 24,999 रुपये है. फोन को फ्लिपकार्ट और अमेजन से खरीदा जा सकता है.

iQOO Z6 Pro 5G में 6.4-इंच का FHD+ AMOLED डिस्प्ले मिलता है. फोन Snapdragon 778G चिपसेट द्वारा संचालित होता है. फोन में ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलता है, जिसमें 64MP प्राइमरी कैमरा, 8MP का वाइड एंगल और 2MP का मैक्रो लेंस मिलता है. फोन में 66W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 4700mAh की बैटरी मिलती है. फोन की कीमत सिर्फ 20,499 रुपये है.

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अपने आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में हारीं सानिया मिर्जा

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डिजिटल भारत l सानिया मिर्जा और उनकी जोड़ीदार एना डेनिलिना रविवार को महिला युगल स्पर्धा के दूसरे दौर में हारकर ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर हो गईं।

भारत और कजाखस्तान की खिलाड़ी की जोड़ी को बेल्जियम की एलिसन वान उइतवैंक और यूक्रेन की एनहेलिना कलिनिना ने 4-6, 6-4, 2-6 से हराया। इस हार के साथ ही सानिया के आखिरी ग्रैंड स्लैम में खिताब जीतने की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है। हालांकि, मिश्रित युगल में उम्मीदें बची हुई हैं, लेकिन सानिया और रोहन बोपन्ना के लिए ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतना बेहद मुश्किल होगा।

सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने शनिवार को मिश्रित युगल स्पर्धा के दूसरे दौर में प्रवेश किया। रियो 2016 के सेमीफाइनलिस्ट साइना मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने ऑस्ट्रेलियाई वाइल्ड कार्ड एंट्री जैमी फोरलिस और ल्यूक सैविल को एक घंटे 14 मिनट में 7-5, 6-3 से हराया।

भारतीय जोड़ी को मैच में शुरुआती झटका लगा, चौथे गेम में उनकी सर्विस टूट गई। हालांकि, मिर्जा और बोपन्ना ने तुरंत वापसी की और अगले आठ में से छह गेम जीत पहला सेट अपने नाम किया। मिर्जा और बोपन्ना ने दूसरे सेट पर अपनी पकड़ बनाए रखी और सातवें और नौवें गेम में जेमी फोरलिस और ल्यूक सैविल को हराकर सेट और मैच जीत लिया।

छह बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन सानिया मिर्जा का सामना राउंड ऑफ 16 में निकोल मेलिचर-मार्टिनेज/मैटवे मिडेलकूप और एलेन पेरेज/हैरी हेलिओवारा के बीच होने वाले मैच की विजेता से होगा।

रोहन बोपन्ना और सानिया मिर्जा ने 2017 फ्रेंच ओपन में मिश्रित युगल खिताब जीता था। सानिया मिर्जा और महेश भूपति ने 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन मिश्रित युगल चैंपियनशिप जीती।

इससे पहले, सानिया मिर्जा और अन्ना डेनिलिना ने डालमा गल्फी और बर्नार्डा पेरा की हंगरी-अमेरिकी टीम को हराकर महिला युगल के दूसरे दौर में प्रवेश किया था। इस बीच, रोहन बोपन्ना और मैथ्यू एबडेन शुक्रवार को ऑस्ट्रिया के लुकास मिडलर और अलेक्जेंडर एर्लर से 6-3, 7-5 से हारने के बाद पुरुष युगल प्रतियोगिता से बाहर हो गए थे।

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सरकार ने जारी की चेतावनी, अब सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर की खैर नहीं

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डिजिटल भारत l सरकार ने शुक्रवार को सोशल मीडिया ‘इंफ्लूएंसर’ के लिए प्रोडक्ट्स और सर्विस का प्रचार करते समय अपने फिजिकल कनेक्शन और हितों का खुलासा करना अनिवार्य करते हुए कहा कि ऐसा नहीं करने पर विज्ञापन को प्रतिबंधित करने जैसे सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे। ये दिशानिर्देश भ्रामक विज्ञापनों पर अंकुश लगाने के साथ-साथ उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए जारी कोशिशों का हिस्सा हैं। यह इस लिहाज से अहम हैं कि वर्ष 2025 तक सोशल मीडिया ‘इंफ्लूएंसर’ का बाजार लगभग

2,800 करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान है।एक छोटी सी गलती पड़ेगी तीन सालों के लिए भारी
इसके अलावा प्राधिकरण किसी भ्रामक विज्ञापन का प्रचार करने वाले को एक साल तक किसी भी विज्ञापन से रोक सकता है जिसे तीन साल तक बढ़ाया भी जा सकता है। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नए दिशानिर्देश उपभोक्ता अधिनियम के दायरे में जारी किए गए हैं जो अनुचित व्यापार तरीकों और भ्रामक विज्ञापनों के खिलाफ उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए रूपरेखा प्रदान करता है।

इंफ्लूएंसर बाजार 1,275 करोड़ रुपये का था
कौन होते हैं इंफ्लूएंसर?

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी उत्पाद या सेवाओं के बारे में अपनी राय रखकर जनमानस को प्रभावित करने वालों को ‘इंफ्लूएंसर’ कहते हैं। उपभोक्ता मामलों के विभाग ने सोशल मीडिया मंचों पर मशहूर हस्तियों, ‘इंफ्लूएंसर’ एवं ‘ऑनलाइन’ मीडिया ‘इंफ्लूएंसर’ के बारे में नए दिशानिर्देश जारी किए हैं केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) भ्रामक विज्ञापन के संबंध में उत्पादों के विनिर्माताओं, विज्ञापनदाताओं और प्रचारकों पर 10 लाख रुपए तक का जुर्माना लगा सकती है। बार-बार नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपये तक की जा सकती है।

इंफ्लूएंसर बाजार 1,275 करोड़ रुपये का था
उन्होंने कहा, “यह बेहद अहम मुद्दा है। वर्ष 2022 में भारत में सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर बाजार 1,275 करोड़ रुपये का था, लेकिन वर्ष 2025 तक इसके लगभग 19-20 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर के साथ 2,800 करोड़ रुपये हो जाने की संभावना है।” सोशल मीडिया पर प्रभाव डालने वाले इंफ्लूएंसर की देश में संख्या एक लाख से अधिक हो चुकी है और इंटरनेट का प्रसार बढ़ने के साथ इसमें तेजी आने की ही उम्मीद है। उपभोक्ता मामलों के सचिव ने कहा, “ऐसी स्थिति में सोशल मीडिया ‘इंफ्लूएंसर’ को जिम्मेदारी से बर्ताव करने की जरूरत है।

अब उन्हें उस उत्पाद या सेवा के बारे में अपने भौतिक जुड़ाव की जानकारी देनी होगी, जिसका वे सोशल मीडिया पर विज्ञापन कर रहे हैं।” इस अवसर पर सीसीपीए की मुख्य आयुक्त निधि खरे ने कहा कि किसी भी रूप, प्रारूप या माध्यम में भ्रामक विज्ञापन करना कानूनन प्रतिबंधित है। इसी को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया ‘इंफ्लूएंसर’ के लिए खुलासा की जरूरत एवं उसके तरीकों के बारे में निर्देश जारी किए गए हैं।

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नौसेना में शामिल, जानिए क्यों कहते हैं साइलेंट किलर?

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डिजिटल भारत l डीजल इलेक्ट्रिक क्लास की सबमरीन आईएनएस वागीर की लंबाई 221 फीट और चौड़ाई 40 फीट है। इसमें चार ताकतवर इंजन लगे हैं। यह समुद्र के अंदर 37 किलोमीटर प्रतिघंटे की टॉप स्पीड से चल सकती है और समुद्र की सतह पर एक बार में 12 हजार किलोमीटर का सफर कर सकती है।

समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा होने वाला है। दरअसल कलवारी क्लास की पांचवीं सबमरीन आईएनएस वागीर आगामी 23 जनवरी को नोसैना में शामिल हो जाएगी। बता दें कि यह सबमरीन पूरी तरह से भारत में बनी है और मुंबई में मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने इसका निर्माण किया है।

फ्रांस की कंपनी नेवल ग्रुप ने इसमें भारतीय नौसेना की मदद की है। कमांडिंग अफसर दिवाकर एस ने बताया कि आईएनएस वागीर को समुद्र के तट पर और मध्य समुद्र में भी तैनात किया जा सकता है और यह भारतीय नौसेना की सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह बड़ा कदम है। उन्होंने बताया कि इस सबमरीन के अधिकतर ट्रायल हो चुके हैं।

आईएनएस वागीर की मदद से नौसेना को एंटी सबमरीन युद्ध, खूफिया सूचना जुटाने, समुद्र में बारूदी सुरंग बिछाने और सर्विलांस के काम में काफी मदद मिलेगी। इस सबमरीन के निर्माण की शुरुआत जुलाई 2009 में हुई थी और नवंबर 2020 में इसका नाम वागीर रखा गया।

यह समुद्र के अंदर 37 किलोमीटर प्रतिघंटे की टॉप स्पीड से चल सकती है और समुद्र की सतह पर एक बार में 12 हजार किलोमीटर का सफर कर सकती है। वहीं समुद्र के भीतर यह एक बार में एक हजार किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है। यह सबमरीन समुद्र में अधिकतम 350 मीटर की गहराई तक जा सकती है और लगातार 50 दिन समुद्र के अंदर रह सकती है।

आईएनएस वागीर को साइलेंट किलर कहें तो गलत नहीं होगा क्योंकि यह सबमरीन बेहद खामोशी से अपने मिशन को अंजाम देती है। आईएनएस वागीर आधुनिक नेविगेशन और ट्रैकिंग तकनीक से लैस है। इस सबमरीन में 533 एमएम के 8 टारपीडो ट्यूब हैं, जिनमें 18 टारपीडो मिसाइल लोड की जा सकती हैं। यह सबमरीन एंटी शिप मिसाइलों से भी लैस है। इस सबमरीन की खूबियों को देखते हुए इसे ‘सैंड शार्क’ भी कहा जाता है।

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Hyundai ने उतारी अपनी सबसे सस्ती कार

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डिजिटल भारत l Hyundai Grand i10 Nios को कंपनी ने पेट्रोल इंजन के साथ कंपनी फिटेड CNG वेरिएंट में भी पेश किया है. नए फेसलिफ्ट वेरिएंट में कंपनी ने सेफ्टी फीचर्स को भी बेहतर बनाया है. बाजार में ये कार मुख्य रूप से Maruti Swift और Tata Tiago जैसी कारों को टक्कर देती है

Hyundai Grand i10 Nios Facelift: वाहन निर्माता कंपनी हुंडई ने अपनी Hyundai Grand i10 Nios facelift कार को लॉन्च कर दिया है, जिसे कहा जा रहा है कि यह हुंडई का सबसे सस्ता मॉडल है। हुंडई ग्रैंड i10 निऑस फेसलिफ्ट को 5.58 लाख रुपये में लाया गया है। ब्लैक रूफ के साथ स्पार्क ग्रीन और ब्लैक रूफ के साथ पोलर व्हाइट जैसे शानदार डुअल-टोन पेंट स्कीम के साथ नए फेसलिफ्ट को बहुत-से लेटेस्ट फीचर्स के साथ जोड़ा गया है।

आपको बता दें कि हुंडई हाल के दिनों में कई मॉडल्स को भारत में लाने वाली है। दिल्ली में होने वाले Auto Expo 2023 में हुंडई ने अपने Ioniq 5 और Ioniq 6 मॉडल्स को पेश किया था।

Grand i10 Nios facelift का इंजन
नई ग्रैंड को नया आरडीई कंप्लेंट 1.2-लीटर एनए पेट्रोल इंजन मिलता है , जो 83PS की पावर और 113Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन 5-स्पीड मैनुअल और एएमटी गियरबॉक्स के साथ आता है। Hyundai का दावा है कि नई ग्रैंड i10 में मैनुअल गियरबॉक्स के लिए 20.7 kmpl और AMT के लिए 20.1 kmpl की माइलेज देने की क्षमता है।

CNG विकल्प भी है मौजूद
नई ग्रैंड आई10 में पेट्रोल इंजन के अलावा CNG विकल्प को भी लाया गया है। सीएनजी मोड में इंजन 69bhp की पावर और 95Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए सीएनजी वेरिएंट केवल 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ उपलब्ध होगा।

मिलेगी फीचर्स की लंबी लिस्ट
फीचर्स के रूप में कार में आठ इंच की टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम दिया गया है, जो Android Auto और Apple CarPlay को सपोर्ट करता है। इसके अलावा, अपडेटेड इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, क्रूज कंट्रोल, ईएससी, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे बहुत-से फीचर्स को जोड़ा गया है।

सेफ्टी फीचर्स के लिए कार में छह एयरबैग, ABS और EBD, ESC और ISOFIX माउंट, क्रूज कंट्रोल और टीपीएमएस को जोड़ा गया है। अपने सेगमेंट में इसका मुकाबला, Maruti Suzuki Swift, Tata Tiago, Citroen C3 और Renault Triber जैसी कारों से होगा।

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प्रियंका चोपड़ा ने सरोगेसी के जरिए मां बनने पर तोड़ी चुप्पी, ‘किराए की कोख’ जैसे तानों पर भी दिया जवाब

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डिजिटल भारत l प्रियंका चोपड़ा बीते साल सरोगेसी के जरिए एक बेटी की मां बनी थीं हालांकि सरोगेसी की वजह से उन्हें काफी ट्रोल किया गया था। इस मामले पर अब काफी वक्त बाद प्रियंका चोपड़ा ने चुप्पी तोड़ी है। एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने मां बनने के लिए सरोगेसी का सहारा क्यों लिया

बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने अपने अंदाज से लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। बीते साल जवनरी में प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस सरोगेसी के जरिए एक बेटी के मम्मी-पापा बने थे, जिसका नाम उन्होंने मालती मैरी चोपड़ा जोनस रखा।

प्रियंका चोपड़ा न केवल ट्रोल हुई थीं, बल्कि उन्हें ‘किराए की कोख’ जैसे ताने भी मिले थे। वहीं बेटी के एक साल के होने के बाद अब एक्ट्रेस ने इस बात से पर्दा उठाया है कि उन्होंने मां बनने के लिए सरोगेसी का सहारा क्यों लिया।
प्रियंका चोपड़ा ने वोग को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि उनकी प्रेग्नेंसी में परेशानी आ रही थी, जिसके बाद उन्होंने सरोगेसी का सहारा लेने का फैसला किया। प्रियंका चोपड़ा ने इस बारे में कहा, “मुझे कुछ मेडिकल परेशानियां थीं।” प्रियंका चोपड़ा ने इस बारे में आगे कहा, “यह एक जरूरी कदम था और मैं इस बात के लिए आभारी हूं कि यह कदम मैं उठा सकती थी।” उन्होंने सरोगेट के बारे में बात करते हुए कहा, “हमारी सरोगेट भी बेहद प्यारी थीं। वह दयालू हैं, मजाकियां हैं और उन्होंने हमारे इस तोहफे का छह महीने तक बेहद अच्छे से ख्याल रखा।
सरोगेसी के बारे में चर्चा नहीं करना चाहती थीं प्रियंका चोपड़ा
प्रियंका चोपड़ा ने अपने इंटरव्यू में आगे कहा कि वह सरोगेसी के बारे में बिल्कुल भी बात नहीं करना चाहती थीं। इस बारे में उन्होंने जवाब दिया, “आप मुझे नहीं जानते हो, आपको पता नहीं है कि मैं किस दर्द से गुजरी हूं। और केवल इसलिए कि मैं अपनी मेडिकल हिस्ट्री सबको नहीं बताना चाहती तो लोग हमें यह मौका भी नहीं देते कि हम अपने कारण छुपा सकें।”
प्रियंका चोपड़ा बीते साल सरोगेसी के जरिए एक बेटी की मां बनी थीं। हालांकि सरोगेसी की वजह से उन्हें काफी ट्रोल किया गया था। इस मामले पर अब काफी वक्त बाद प्रियंका चोपड़ा ने चुप्पी तोड़ी है। एक्ट्रेस ने बताया कि उन्होंने मां बनने के लिए सरोगेसी का सहारा क्यों लिया।

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