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एक भारत उत्कृष्ट भारत

‘डबल एक्सएल’ फिल्म के जरिये दिया बेहतरीन सन्देश , दिल जीत लेगा सोनाक्षी और उमा कुरेशी की अदाकारी

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डिजिटल भारत l बॉडी शेमिंग आज के दौर में एक ऐसा सामाजिक मुद्दा है, जिससे हम सभी का कभी न कभी, किसी न किसी रूप में जरूर पाला पड़ा है। मगर इस मुद्दे पर बॉलिवुड में फन्ने खां और दम लगा के हईशा जैसी कम ही फिल्में बनी हैं। जाहिर सी बात’ है फिल्म अगर फैट फोबिया को लेकर होगी, तो फिल्म के नायक या नायिका को किरदार में वजनदार दिखना होगा और वजन बढ़ाकर पर्दे पर आने का दुस्साहस मेन स्ट्रीम की हीरोइनें कम ही करती हैं। सालों से रुपहले पर्दे पर भी तो नायिका की खूबसूरती और कद-काठ के तयशुदा मानक रहे हैं। दम लगा के हईशा में भूमि पेडनेकर ने 15 किलो वजन बढ़ाया था और अब निर्देशक सतराम रमानी की डबल एक्सएल के लिए सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी को भी तकरीबन इतना ही वजन बढ़ाना पड़ा है।

हेलमेट जैसी बोल्ड मुद्दे वाली फिल्म का निर्देशन कर चुके सतराम रमानी वाकई बॉडी शेमिंग जैसे बेहद ही सामयिक विषय पर फिल्म लेकर आए, कास्टिंग भी उनकी परफेक्ट रही, फिल्म भी उन्होंने अच्छी नियत से बनाई, मगर मगर कहीं न कहीं इस जरूरी मुद्दे वाले विषय की परतों को पूरी तरह से उकेरने में कामयाब नहीं रहे।

कहानी इतनी सिंपल है कि आप या आपके घर का कोई न कोई सदस्य इससे खुद को आइडेंटिफाई किए बिना नहीं रह पाएगा। मेरठ की राजश्री त्रिवेदी (हुमा कुरैशी) गहरी नींद में क्रिकेटर शिखर धवन के साथ डांस करने का मीठा सपना देख ही रही होती है कि मां अलका कौशल हल्ला करके बेटी को जगा देती है। मां बेटी की शादी की चिंता में आधी हुई जा रही है। बेटी 30 पार कर चुकी है, मगर उसकी शादी नहीं हो रही और मां इसकी वजह बेटी का मोटापा मानती है, जबकि दादी शुभा खोटे और पिता कंवलजीत अपनी हष्ट-पुष्ट बेटी को लेकर कूल हैं। राजश्री को शादी का कोई शौक नहीं, उसे तो क्रिकेट रिप्रेजेंटर बनना है। हालांकि उसकी मां दिन-रात एक ही बात रटती रहती हैं कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, शादी कर लो। वहीं दूसरी तरफ फैशन डिजाइनर सायरा खन्ना (सोनाक्षी सिन्हा) है,

जो अपना लेबल लॉन्च करने का सपना रखती है, उसका एक बॉयफ्रेंड है, जो जिम और फिटनेस का आशिक है। इन दोनों ही लड़कियों की परवरिश और सपने अलग हैं, मगर समाज और आस-पास के लोगों से उन्हें अपने मोटापे को लेकर एक ही तरह की हीनता महसूस होती है। सायरा अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर लंडन में अपना फैशन लेबल लॉन्च करने की तैयारी में ही है और उधर एक लीडिंग चैनल ने राजश्री को भी स्पोर्ट्स प्रेजेंटर के रूप में शार्ट लिस्ट कर लिया है, मगर तभी कुछ ऐसा होता है कि अपने साइज के कारण दोनों ही के सपने चूर-चूर हो जाते हैं। फिर उनकी जिंदगी में जोई (जहीर इकबाल) और श्रीकांत (महत राघवेंद्र) आते हैं और उनकी जिंदगी में बहुत कुछ बदलता है।

‘डबल एक्सएल’ में हुमा कुरैशी, सोनाक्षी सिन्हा, जहीर इकबाल, महत राघवेंद्र और कंवलजीत सिंह अहम किरदारों में हैं. हुमा कुरैशी और सोनाक्षी सिन्हा ने दो ऐसी महिलाओं का किरदार निभाया है, जो कि अपने मोटापे की वजह से करियर में ग्रोथ नहीं कर पाती हैं. हुमा कुरैशी के किरदार का नाम राजश्री त्रिवेदी और सोनाक्षी सिन्हा के किरदार का नाम सायरा खन्ना है. राजश्री और सायरा के ख्वाब बहुत ऊंचे हैं. एक को स्पोर्ट्स प्रेजेंटर बनना है तो दूसरी को फैशन डिजाइनर, लेकिन इनके सपनों के साकार होने के बीच में इनका मोटापा आ जाता है. लोग इनके वजन की वजह से गंभीरता से नहीं लेते हैं. यहां तक कि सायरा के वजन की वजह से उसका बायफ्रेंड उसे धोखा तक देने लगता है. अपने जीवन में हताश और निराश राजश्री और सायरा की मुलाकात हो जाती है, जिसके बाद उनकी जिंदगी बदल जाती है.

 सेकंड हाफ में जिस चमत्कार की अपेक्षा की जाती है, वह दर्शक को नहीं मिलता और एक बेहद ही जरूरी मुद्दे वाली कहानी औसत बन कर रह जाती है। इसमें कोई शक नहीं कि फिल्म में कुछ स्ट्रॉन्ग मेसेज भी है, जो ये दर्शाता है कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए शारीरिक रूप से बदलने के बजाय अपनी मानसिक कुंठा से छुटकारा पाना जरूरी है।
सिनेमैटोग्राफर के रूप में में मिलिंद जोग ने अच्छा काम किया है। लंडन की खूबसूरती उनके कैमरे की आंख से खूब नजर आती है। फिल्म का साउंडट्रेक ठीक-ठाक है। एडिटिंग थोड़ी चुस्त हो सकती थी।

शहरी लड़की के रूप में सोनाक्षी सिन्हा भी अपनी भूमिका के साथ इंसाफ करती हैं, मगर उनका चरित्र उतना लेयर्ड नहीं बन पाया है। दोनों अभिनेत्रियों की केमेस्ट्री पर्दे पर अच्छी लगी है। जोरावर रहमानी के चुलबुले किरदार में जहीर इकबाल मनोरंजन तो करते हैं, मगर कई जगहों पर ओवर एक्टिंग करते नजर आते हैं। श्रीकांत के रूप में महत रघुवंशी प्रोमिसिंग साबित हुए हैं। अलका कौशल 30 पार कर चुकी अनब्याही बेटी की मां के दर्द को बखूबी बयान करती हैं। शुभा खोटे और कंवलजीत छोटे-छोटे किरदारों में भी याद रह जाते हैं। सहयोगी कास्ट कहानी के अनुरूप है।

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सुप्रीम कोर्ट ने रेप केस में टू फिंगर टेस्ट करने पर रोक, कोर्ट ने कहा कि ऐसा करने वालों को दोषी माना जाएगा

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दरअसल, इस टेस्ट प्रक्रिया के दौरान जो गतिविधियां की जाती हैं, वो पीड़िता के साथ दोबारा रेप करने जैसी होती है. इस वजह से सर्वोच्च अदालत को इसे बैन करना पड़ा है.

जैसा कि इसके नाम से ही जाहिर है, इस टेस्ट में कोई डॉक्टर किसी महिला के प्राइवेट पार्ट में उंगली डालकर यह बताने का दावा करता है कि वह महिला सेक्सुअली एक्टिव है या नहीं। यानी वह महिला नियमित यौन संबंध बनाती है या नहीं।

ये हाथों से जांच की एक पुरानी प्रक्रिया है। आमतौर पर यह माना जाता है कि किसी महिला का टू फिंगर टेस्ट पॉजिटिव आता है तो वह सेक्सुअली एक्टिव है। इसके उलट अगर पॉजिटिव नहीं आता है तो वह सेक्सुअली एक्टिव नहीं है।

रेप केस की पुष्टि के लिए किए जाने वाले टू फिंगर टेस्ट के इस्तेमाल पर देश की सर्वोच्च अदालत ने पाबंदी लगा दी है. कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा है कि रेप केस की जांच की ये प्रक्रिया गैर कानूनी है, इसे करने वाल शख्स भी बराबर का दोषी है. ऐसे में जो भी ये जांच करते हुए पकड़ा जाए, उसके खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस हेमा कोहली की बेंच ने भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देशित किया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थिति में किसी रेप पीड़िता का टू फिंगर टेस्ट न हो सके. इसके साथ ही कोर्ट ने इस पर दुख भी जताया कि ये अमानवीय जांच आज तक जारी रही है.

 झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार बनाम शैलेंद्र कुमार राय के केस में ‘टू फिंगर टेस्ट को आधार मानते हुए रेप और हत्या के आरोपी को बरी कर दिया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को पलटकर आरोपी को दोषी माना है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई जाने वाली सिलेबस से ‘टू-फिंगर टेस्ट’ को हटाने का भी आदेश दिया है।

कोर्ट ने कहा, ‘यह मानना गलत है कि सेक्सुअल तौर पर एक्टिव महिला का रेप नहीं किया जा सकता है। टू फिंगर टेस्ट सेक्सिस्ट और पितृसत्तात्मक है।’ सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि रे पीड़ित महिलाओं का आगे से टू फिंगर टेस्ट नहीं होनी चाहिए।

यहां सवाल ये खड़ा होता है कि ये टू फिंगर टेस्ट क्या है? इस टेस्ट में ऐसा क्या है, जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट इतनी सख्त नजर आ रही है? अभी तक इस टेस्ट का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा था? आइए सबसे पहले ये जानते हैं कि ये टेस्ट क्या है. दरअसल, रेप पीड़िता द्वारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद सबसे पहले मेडिकल के लिए ले जाया जाता है. इस दौरान कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं, ताकि ये साबित किया जा सके कि उक्त पीड़िता के साथ बलात्कार हुआ है या नहीं? इसी दौरान टू फिंगर टेस्ट सबसे ज्यादा किया जाता है. चूंकि इस टेस्ट को करना आसान है. इसे मैन्युअली चेक करने के तुरंत बाद ही जांचकर्ता नतीजे पर पहुंच जाता है. समय ज्यादा नहीं लगता है.

डॉक्टर पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में दो उंगली डालकर टेस्ट

टू फिंगर टेस्ट के दौरान अस्पताल में डॉक्टर रेप पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में अपनी दो उंगली डालकर टेस्ट करते हैं. इसके जरिए ये पता करने की कोशिश की जाती है कि पीड़िता वर्जिन है या नहीं. यदि जांच के दौरान पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में डॉक्टर की उंगलियां आसानी से चली जाती हैं तो ये माना जाता है कि वो वर्जिन नहीं है. इसी आधार पर डॉक्टर अपनी रिपोर्ट दे देता था. लेकिन आज के जमाने में जब वर्जिनिटी कोई विषय नहीं रह गई है, तब इस तरह के टेस्ट से रेप का पता करना अमानवीय ही नहीं निजता का हनन भी है. यहां तक कि इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी सही नहीं पाया गया है. यही वजह है कि इस जांच प्रक्रिया की लंबे समय से बहुत ज्यादा आलोचना होती रही है.

पीड़िता संग दोबारा रेप करने जैसा

सही मायने में देखा जाए तो टू फिंगर टेस्ट रेप के बाद पीड़िता के साथ दोबारा रेप करने जैसा है. आईपीसी की धारा 376 के तहत रेप तभी माना जाता है जब किसी महिला के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाया जाए. इस दौरान सेक्शुअल ऑर्गन में पेनेट्रेशन होना जरूरी है. इस तरह टू फिंगर टेस्ट के दौरान भी ऊंगलियों के जरिए पेनेट्रेशन किया जाता है. ये भले ही पीड़िता की मूक सहमति या मजबूरी का फायदा उठाकर किया जाता है, लेकिन उनके साथ बार-बार रेप करने जैसा है. आईपीसी की धारा 375 के तहत कोई पति भी अपनी पत्नी की इच्छा के खिलाफ जाकर उसके साथ यौन संबंध बनाता है, तो उसे रेप की कैटेगरी में रखा जाता है. इसमें सजा का प्रावधान वही है, जो कि धारा 376 में है.

टू फिंगर टेस्‍ट पीड़िता को शारीरिक-मानसिक चोट पहुंचाता

ऐसा पहली बार नहीं है जब सुप्रीम कोर्ट ने इस टेस्ट पर बैन लगाया है. इससे पहले 2013 में लिलु राजेश बनाम हरियाणा राज्‍य के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टू फिंगर टेस्‍ट को असंवैधानिक करार दिया था. कोर्ट ने इसे रेप पीड़‍िता की निजता और उसके सम्‍मान का हनन करने वाला करार देते हुए कहा था कि यह शारीरिक और मानसिक चोट पहुंचाने वाला है. यह टेस्‍ट पॉजिटिव भी आ जाए तो नहीं माना जा सकता है कि संबंध सहमति से बने हैं. सुप्रीम कोर्ट के बैन के बाद भी शर्मिंदा करने वाला यह टू फिंगर टेस्‍ट होता रहा है. 2019 में ही करीब 1500 रेप सर्वाइवर्स और उनके परिजनों ने कोर्ट में शिकायत की थी. इसमें कहा गया था कि देश की सर्वोच्‍च न्यायालय के आदेश के बावजूद यह टेस्‍ट हो रहा है. इस याचिका में टेस्‍ट को करने वाले डॉक्‍टरों का लाइसेंस कैंसिल करने की मांग की गई थी. 2014 में भारत ने भी इसे अवैज्ञानिक बताते हुए एक गाइडलाइन जारी की थी.

इसे बंद करें’ टू फिंगर टेस्‍ट

सुप्रीम कोर्ट ने एक रेप केस में अपना फैसला सुनाते हुए कहा है, “कोर्ट ने रेप केस में टू फिंगर टेस्ट नहीं करने का कई बार आदेश दिया है. इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. इसके बजाय यह महिलाओं को बार-बार रेप की तरह ही प्रताड़ित करता है. यह टेस्ट गलत धारणा पर आधारित है कि एक सेक्शुअली एक्टिव महिला का बलात्कार नहीं किया जा सकता है. एक पीड़िता की गवाही का संभावित मूल्य उसके यौन इतिहास पर निर्भर नहीं करता है. यह सुझाव देना पितृसत्तात्मक और सेक्सिस्ट है कि एक महिला पर विश्वास नहीं किया जा सकता है जब वह कहती है कि उसके साथ केवल इसलिए बलात्कार किया गया क्योंकि वह सेक्सुअली एक्टिव है. इसे मेडिकल पाठ्यक्रम से भी हटा दिया जाना चाहिए.”

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देसी हाट मेले का आयोजन लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अनोखी पहल

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डिजिटल भारत l वोकल फार लोकल जबलपुर मैं महिला ग्रह उद्योग एवं नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए हिन्दू महापर्व दीपावली के उपलक्ष्य मैं फ़्लाई अवे फाउंडेशन एवं शक्ति क्लब द्वारा देसी हाट मेले का आयोजन किया गया जिसमें कई महिला उद्यमियोँ ने अपने द्वारा घर पर निर्मित पकवान,गहने,दिए ,दीवाली की थाली,साड़ी, सूट,मिठाई,होममेड चॉकलेट ,हाथ से बुनी हुए गरम कपड़े,चादर जैसी उपयोगी सामग्री का स्टाल लगाया ,इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि दिनेश सिंगरौल एवं रूपा राव जी का आगमन हुआ, साथ ही कार्यक्रम के आयोजक पुष्कल चौधरी, प्रदीप्ति सिंह,नीलम सिंह,दीपिका पाली ने सभी वेंडर्स को सफल कार्यक्रम की शुभकामनाएं दी।

देसी हाट में लोगो ने जमकर खरीददारी की और लघु उद्योगों को बढ़ावा दिया संस्था के इस लघु उद्योग के बढ़ावा देने बाले काम की सराहना की जिस देसी हाट के कॉंसेप्ट का मुख्य उद्देश्य लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के साथ -साथ नॉन प्रॉफिट ओर्गनइजेशन के भी स्टाल्स को लगा कर उन्हें बढ़ावा दिया व स्टाल्स से होने बाले लाभों को बच्चो की शिक्षा में लगाने का विचार किया।

इसी श्रृंखला में शिक्षा जबलपुर के बच्चो ने भी अपना स्टाल्स बहा पर लगाया जिसमे बस्ती के बच्चो ने मिटटी के दियो को खुद रंग कर तैयार किया था देसी हाट में उनके स्टाल्स में काफी भीड़ देखि जा सकती थी एवं सभी लोगो ने बच्चो की मेहनत को सराहा

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publics Notice

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It is known to the public at large Shri Sanjeev Singh celebrity designer had planned to organize an event in Dubai on 06 Aug 2022 to 12 Aug 2022 under the name of Fashion Runway Night and invited to the varlous contestants payment but unfortunately due to unavoidable circumstances and lack of cooperation by the team of Dubai, event could not organized as per schedule and the same was postponed for any convenient date and time. T+ is pertinent to mention here that the contestants who had deposited participation fee shall not be returned in any condition as per the Rules and Requlation of Dubai team. It is further known to the public at large that the contestants who have filed their form of participation are requested to wait for fresh schedule of event and not to make any complaint against my client failing which they shall be responsible for cost, risk and consequences. A. K. DANISH navocaro . DELHI HIGH COURT Ch. No. K-35, Tis Hazari, Delhi-54 [email protected] Mobile No • 9810706377 A.K. DANISH

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पहली शाम स्वैग वाला गरबा के नाम

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जबलपुर | 8/10/2022 |

जबलपुर शहर में डिजिटल भारत न्यूज़ , टेम्पटेशन इवेंट के तत्वाधान में विगत कई वर्षों से आयोजित होने वाले स्वैग वाला गरबा का कल शाम भव्य शुभारम्भ हुआ, जिसमे शहर भर के सभी प्रतिभागियों एवं नागरिकों ने शिरकत की और शहनाई गार्डन में चलने वाले इस महोत्सव में माँ भवानी के गानों की ताल पर अपने कदम थिरकाए

एवं इस वर्ष शहर के दुर्गा पंडालों का सम्मान कार्यक्रम भी रखा गया है,जिसमे श्री नर्मदा दुर्गोत्सव समिति पूर्वा बचखेरा गढ़ा, श्री दुर्गा सेवा मंडल आजाद चौक सदर,वृहत महाकाली समिति कांचघर, बादशाह हलवाई मंदिर ग्वारीघाट,नव युवक दुर्गोत्सव समिति,शिवकला मंदिर माँ शारदा परिवार,अंकित नयन (मूर्तिकार ) का सम्मान किया गया.इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि साध्वी ज्ञानेश्वरी देवी , उत्तरमध्य विधानसभा के विधायक विनय सक्सेना ,शहनाई गार्डन के संचालक जीतेन्द्र विश्वकर्मा,डिजिटल भारत के संचालक विजय कुमार चौकसे, प्रमोद पटेल, आदि मौजूद रहे.

त्रिदिवसीय चलने वाले इस गरबा महोत्सव की आज दूसरी शाम 7 बजे से आरम्भ होगी एवं विशाल ब्रास बैंड,प्रिंस धमाल बैंड की प्रस्तुतियां होंगी जिसके असोसिएट है फ्लाई अवे फाउंडेशन ,हमारा जबलपुर ,कैफ़े 4 यू,जबलपुर डायरी, SS इवेंट, स्टूडियो जेनेसिस,डिजिटल डैडी,ट्रडेंट इवेंट,रेगोलिक इवेंट, जबलपुर नगरी , शिवाय इवेंट,क्रिस्टल इवेंट, नंदा प्रोडक्शन,श्री राघव सेवा संसथान, कोरियोग्राफर – धीरज पखुरिया,हैरी सर ,चंद्रेश सर नैना जी ने इस कार्यक्रम को बहुत सराहा, इस कार्यक्रम के आयोजक और डिजिटल भारत एवं टेम्पटेशन इवेंट के संचालक श्री प्रमोद पटेल ने बताया की हर वर्ष की तुलना मैं इस वर्ष यह महोत्सव और अधिक भव्य है , शहर एवं अन्य शहर से आने वाले प्रतिभागियों हर वर्ष की तुलना में और अधिक भाग लिया है, आने के वाले आगामी दो दिनों में अधिक से अधिक संख्या में आने की गुजारिश की . आगे उन्होंने बताया की डिजिटल भारत न्यूज़ एवं टेम्पटेशन इवेंट इसी तरह आगे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा, हमारा अगला इवेंट पुलिस प्राइड अवार्ड है जिसमे पुलिस एवं सेवा कार्यों से जुड़े लोगो का सम्मान किया जायेगा .

जबलपुर से आशुतोष शुक्ला की रिपोर्ट टीम डिजिटल भारत

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लडके इन लड़कियों को जाल में फंसाते हैं

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CBI चीफ लखनऊ की एक रिपोर्ट

लड़कियां विशेष ध्यान दें। क्या आप जानते है।
बॉडी पार्ट्स आते कहाँ से है???

आपने सुना होगा कि 40 लाख देकर किडनी बदलवा लो। वो भी 16 – 25 आयु के आसपास की मजबूत किडनी..

अब सोचो आखिर ये बॉडीपार्ट्स कहाँ से आते है…?
मुर्दाघरो में पड़ी लाशो से या एक्सीडेंट में मरने वालो से…??

एक जगह और है। वो है…
भारत में मिडिल क्लास फैमिली की लड़कियां…!!!
ये लड़कियां सिगरेट, गुटखा या शराब नही यूज करती।
इनके दाँत, हड्डी, आँते, चमडा़, दिल, लीवर, किडनी, सब सही और ट्रांसप्लांट के लिए अच्छे होते है…_

इन लडकियों को प्यार में फसाकर या नौकरी का झांसा देकर कहीं भी ले जाना आसान होता है…

इसलिए सुन्दर स्मार्ट हीरोटाइप
लडके इन लड़कियों को जाल में फंसाते हैं…
ये लडके वास्तव में प्रोफेशनल क्रिमिनल होते हैं,,

ये पैसे के लिए कुछ भी कर सकते है।

हर साल फरवरी के अंत तक मिडिल क्लास फैमिली की 2 से 4 लाख लडकियां घर से गायब हो जाती हैं…

व्यौरा दिया जाता है कि…
आशिकी में घर से भाग गयी..,ना तो कोई केस बनता है, ना कोई खोजता है…
बाद में उनका कोई पता नहीं चलता ..जरा सोचिये, *ये लडकिया कहाँ पहुँच जाती है??

अब आप अच्छी तरह समझ सकते हो…,

असल में पहले तो इन बच्चियों का भरपूर शारीरिक शोषण किया जाता है। उसके बाद इनकी हत्या कर दी जाती है और शरीर के अंग बेचकर कमाई की जाती है..

अभी आप गूगल पर ‘ Black market price of human body parts सर्च करके अंगो के भाव देखिएगा.. फिर Organ Transplant Rate in India सर्च करके अंग प्रत्यारोपण का खर्च देखना…

अगर एक लडकी की बॉडी के अंगों की सही कीमत लगे, तो कम से कम 5 करोड़ आराम से मिल जाता है,,।

इसीलिए लव और मानव तस्करी पर ना तो कभी कोई कानून बनता है, और ना ही कोई बनने देता है…।

एक बात और

*ये घटनाये ज्यादातर उन्हीं लडकिया के साथ होती हैं, जिनके परिवार कमजोर होते है या जिनके कोई राजनितिक या क़ानूनी Approach/पकड़ नही होती…।

2015 में UP से 4000 लडकिया गायब हुई थी, वही 2017 से 2018 तक 7000 लड़कियां गायब हुई थी। औऱ ये घटनायें अधिकतर लखनऊ, दिल्ली, मुम्बई जैसे बड़े सहरो में अधिक पाई गई है।

माना कि हमारी लाड़ली बहिन बेटियां सब जानती हैं, लेकिन क्रिमिनल मार्केटिंग और अंग प्रत्यारोपण के लिए सही और असली अंग आते कहाँ से हैं… ये नही जानती,,,


अपनी बहिन बेटियों का ध्यान दें, क्योंकि,
जो बाहर हो रहा है, वो हमारे घर में कभी भी हो सकता है…! औऱ लोगो की सही सलाह ले। किसी के झांसे में न आये।
कृपया, पढ़कर अपने संपर्क में सभी को शेयर कीजिये जिससे किसी की बहन-बेटी इस तरह के षड़यंत्र का शिकार ना हो!

परिवार में, घर में, दोस्तों में, चर्चा करने *बहिन-बेटी की अनमोल जान बचा सकेगी
आइये हम अपना नैतिक दायित्व निभाएं,
CBI चीफ लखनऊ -क्राइम ब्रांच लखनऊ
उत्तर प्रदेश


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INS विक्रांत-निर्माण में लगे 13 साल, समंदर और चुनौतियां अनंत तो भारत का उत्तर ‘विक्रांत’-पीएम मोदी बोले

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डिजिटल भारत l अब आज से पूरी दुनिया देखेगी भारत का दम, देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोच्चि में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को भारतीय नौसेना को सौंपा, अब इसके साथ ही समंदर में भी भारत अपनी धाक को मजबूत करेगा. पीएम मोदी ने आईएनएस विक्रांत को समुद्र में उतारने से पहले भारत की विरासत के अनुरूप नए नौसेना पताका (निशान) का भी अनावरण किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पिछले समय में इंडो-पैसिफिक रीज़न और इंडियन ओशन में सुरक्षा चिंताओं को लंबे समय तक नजरंदाज किया जाता रहा। लेकिन, आज ये क्षेत्र हमारे लिए देश की बड़ी रक्षा प्राथमिकता है।इसलिए हम नौसेना के लिए बजट बढ़ाने से लेकर उसकी क्षमता बढ़ाने तक, हर दिशा में काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, बूंद-बूंद जल से जैसे विराट समंदर बन जाता है। वैसे ही भारत का एक-एक नागरिक ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को जीना प्रारंभ कर देगा, तो देश को आत्मनिर्भर बनने में अधिक समय नहीं लगेगा।
भारत ने रचा नया इतिहास
भारतीय नौसेना के इन-हाउस वॉरशिप डिज़ाइन ब्यूरो (WDB) द्वारा डिज़ाइन किया गया और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित, पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का शिपयार्ड, विक्रांत को अत्याधुनिक ऑटोमेशन सुविधाओं के साथ बनाया गया है और भारत के समुद्री इतिहास में निर्मित यह अब तक का सबसे बड़ा जहाज है.

ब्रिटिश काल में समुद्री सामर्थ्य को तोड़ने का हुआ था फैसला- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, इतिहास गवाह है कि कैसे ब्रिटिश संसद में कानून बनाकर भारतीय जहाजों और व्यापारियों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए। उन्होंने भारत के समुद्री सामर्थ्य की कमर तोड़ने का फैसला लिया। लेकिन, छत्रपति वीर शिवाजी महाराज ने समुद्री सामर्थ्य के दम पर ऐसी नौसेना का निर्माण किया, जो दुश्मनों की नींद उड़ाकर रखती थी। जब अंग्रेज भारत आए, तो वो भारतीय जहाजों और उनके जरिए होने वाले व्यापार की ताकत से घबराए रहते थे।
विक्रांत बड़ा और भव्य है, विक्रांत अलग है, विक्रांत विशेष है

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, विक्रांत बड़ा और भव्य है, विक्रांत अलग है, विक्रांत विशेष है. विक्रांत सिर्फ एक युद्धपोत नहीं है, यह 21वीं सदी के भारत की कड़ी मेहनत, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है. आज यहां केरल के समुद्री तट पर भारत, हर भारतवासी, एक नए भविष्य के सूर्योदय का साक्षी बन रहा है. INS विक्रांत पर हो रहा ये आयोजन विश्व क्षितिज पर भारत के बुलंद होते हौसलों की हुंकार है.

पीएम मोदी ने कहा, अब तक भारतीय नौसेना के ध्वज पर गुलामी की पहचान बनी हुई थी। लेकिन अब आज से छत्रपति शिवाजी से प्रेरित, नौसेना का नया ध्वज समंदर और आसमान में लहराएगा। आज 2 सितंबर, 2022 की ऐतिहासिक तारीख को, इतिहास बदलने वाला एक और काम हुआ है।
रक्षा मंत्री सहित ये अधिकारी भी हुए शामिल

शुक्रवार को नए इंडियन ओशनपोत के जलावतरण कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, एर्नाकुलम के सांसद हिबी ईडन, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरी कुमार और नौसेना और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) के शीर्ष अधिकारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

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Weather Report: यूपी-बिहार, मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में बारिश का अलर्ट, IMD ने जारी किया ताजा पूर्वानुमान

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Digital Bharat News | Ashutosh Shukla | Weather Report: मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के कई इलाकों में आज हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने बताया कि पूर्वी यूपी और बिहार में 27 और 28 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है. अगले तीन दिनों में मध्य भारत और पूर्वोत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां तेज हो सकती हैं. पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 26, 28 अगस्त और बिहार में 27 व 28 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है. वहीं, ओड़िशा और कर्नाटक में आज तेज वर्षा की संभावना है. 26 से 28 अगस्त तमिलनाडु और केरल में बारिश की संभावना है. यहां पर गरज के साथ तेज बारिश होगी.

मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू होने वाला है. 25 अगस्त से एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने से प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश हो सकती है. रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में आज एक बार फिर बारिश होने का सिलसिला शुरू हो सकता है. बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में बुधवार को पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में भारी वर्षा हुई. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि राज्य के दक्षिणी हिस्से में गांगेय पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार सुबह तक भारी वर्षा होगी. उसने कहा कि दक्षिण बंगाल के ज्यादातर जिलों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी-तूफान चलने एवं भारी वर्षा होने की संभावना है.

दिल्ली में 6 दिनों तक बारिश की संभावना बहुत कम
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पुर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली में अगले पांच से छह दिनों तक आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और बहुत हल्की बारिश हो सकती है. आईएमडी के मुताबिक अगस्त के अंत तक दिल्ली में भारी बारिश के आसार नहीं है. स्काइमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा कि दिल्ली में अगस्त के अंत तक अधिक बारिश की उम्मीद नहीं है.बता दें कि दिल्ली के कई इलाकों में बुधवार को बारिश हुई, लेकिन इसके बावजूद अधिक आर्द्रता होने की वजह से लोगों को उमस का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली में आज न्यूनतम तामपान 25.7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है.

राजस्थान में 4,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
राजस्थान के कोटा, झालावाड़, बारां और बूंदी सहित बाढ़ प्रभावित जिलों में पिछले दो दिनों में चार हजार से अधिक लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. सेना और वायुसेना को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया था. इन जिलों के कई इलाके अभी भी जलमग्न हैं.

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जोरदार बारिश के साथ ठंडी हवाओ से मौसम से ठंडक ,29 जिलों में अलर्ट जारी

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डिजिटल भारत I 2 दिन भारी या अधिक भारी बारिश
मध्य प्रदेश के लगभग 30 जिले ऐसे हैं जिनमें मौसम विभाग द्वारा 2 दिन भारी या उससे अधिक वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है. इस दौरान प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है डिंडौरी, उमरिया, सिवनी, शहडोल, कटनी सहित अन्य जिलों में लगातार वर्षा हो रही है। इस बारिश में फसलों के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। बालाघाट में हल्की बारिश हो रही है। स्थिति सामान्य बनी हुई है।दमोह में रात से हल्की बारिश हो रही है।

सिस्टम सक्रिय होने की वजह से महाकौशल, चंबल, ग्वालियर, बुंदेलखंड, भोपाल और नर्मदा पुरम संभाग में अगले 2 दिन भारी बारिश की संभावना जताई गई है. आगामी 20 और 21 अगस्त को रायसेन, खंडवा, गुना, अशोकनगर, विदिशा, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, उमरिया, सीहोर, अनूपपुर, कटनी और छिंदवाड़ा सहित कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है.

जबलपुर सहित संभाग के आस-पास में जिलों में हो रही वर्षा से वातावरण में भी ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग के रिकार्ड में बीते 24 घंटे में जहां तीन इंच वर्षा दर्ज हुई। वर्षा के कारण दिन का अधिकतम तापमान भी 24 डिग्री पर आ गया। जबकि न्यूनतम तापमान भी 22 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने आगामी 23 अगस्त तक जबलपुर सहित संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने और डिंडौरी, कटनी, छिदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट में भारी से अतिभारी की संभावना जताई है।

कटनी में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से लोगों को काफी राहत मिली है। खासतौर पर किसानों ने राहत की सांस ली है। सावन के लगभग पूरे महीने बारिश नहीं होने से लोग निराश थे। बारिश नहीं होने के कारण जिले में सूखे जैसे हालत बनते नजर आ रहे थे, इस बीच पिछले दो दिन से हो रही बारिश ने न सिर्फ गर्मी से राहत दी है, बल्कि मौसम में ठंडक आ गई है।

जिले में लगातार वर्षा होने से फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ गई है। बीते एक माह से लगातार हो रही वर्षा के कारण मक्का, सोयाबीन व अन्य फसल पीली पड़ने लगी है। हालांकि, धान की फसल को वर्षा से कुछ फायदा मिलेगा। किसानों के खेत में पानी का जमाव होने से फसलों के प्रभावित होने का खतरा बढ़ गया है।

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बड़ी-बड़ी कांच वाली खिड़कियां और 180 डिग्री तक घूमने वाली कुर्सियां बनाती है रानी कमलापति-जबलपुर जनशताब्दी एक्सप्रेस को खास

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डिजिटल भारत I रानी कमलापति-जबलपुर जनशताब्दी एक्सप्रेस (12061) में विस्टाडोम कोच की फैसिलिटी मंगलवार से शुरू हो गई है। विस्टाडोम कोच के साथ ट्रेन शाम 5.40 बजे रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने ट्रेन को रवाना किया। मौके पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी मौजूद रहीं।

हम बात कर रहे हैं जबलपुर-रानी कमलापति स्टेशन के बीच दौडऩे वाली जनशताब्दी ट्रेन की। जिसका सफर अब और अधिक शानदार हो गया है। इस ट्रेन में वातानुकूलित चेयरकार विस्टाडोम कोच की शुरुआत 16 अगस्त से की गई है। यह कोच बेहद आकर्षक एवं यात्री अनुकूल बनाए गए हैं। इनके डिब्बों में चौड़ी खिड़कियां हैं। छत पारदर्शी है। प्रकृति प्रेमी इस कोच में यात्रा के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य का भी आनंद ले सकेंगे। वातानुकूलित चेयरकार विस्टाडोम कोच की कुल 44 सीट की सुविधा मिलेगी। बुधवार को यह ट्रेन कमलापति स्टेशन के लिए उसी उत्सुकता के साथ रवाना हुई।

विस्टाडोम कोच रेलवे की नई पहल है जो पर्यटन स्थलों की यात्रा को यादगार बनाना भी है। इसकी सीटें आरामदायक हैं, साथ ही सीटों के बीच पैर फैलाने के लिए पर्याप्त जगह है। ऐसे में सभी उम्र के लोग आराम से सफर कर सकते हैं। सीटों की सबसे बड़ी खासियत है कि इन्हें चारों ओर घुमाया जा सकता हैं। पर्यटकों को प्रकृति के विहंगम दृश्य देखकर एक रोमांचक यात्रा अनुभव प्राप्त होगा। यह स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसके अतिरिक्त विस्टाडोम कोच में यात्रियों के लिए मल्टी-टियर स्टील लगेज सेल्फ, स्नैक टेबल, पर्यटकों के अनुकूल लाउंज, माइक्रोवेव ओवन, कॉफी मेकर और रेफ्रिजरेटर के साथ एक मिनी पेंट्री कार की सुविधा उपलब्ध है। इस कोच में यात्रियों के लिए मनोरंजन की सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी।

कुछ बेहतरीन सुविधाएं
फ्री वाई-फाई तो होगा ही, फिल्म और सॉन्ग्स भी प्ले किए जाएंगे। रेलवे के स्पेशल पैकेज और टूरिस्ट स्पॉट की भी जानकारी दी जाएगी।
दोनों तरफ ऑटोमैटिक स्लाइडिंग गेट हैं। गेट के पास ही मल्टी-टियर स्टील के रैक बनाए गए हैं। इसी में पैसेंजर को लगेज रखना होगा।
माइक्रोवेव ओवन, कॉफी मेकर और रेफ्रिजरेटर के साथ एक मिनी पेंट्रीकार है।
सुरक्षा के लिए कोच 6 CCTV कैमरे से लैस है। छत और खिड़कियों का कांच लैमिनेटेड ग्लास से बना है। इससे ये टूटेंगे नहीं।
फायर अलार्म लगे हैं। दो इमरजेंसी विंडो हैं। विंडो के ऊपर एक हैंडल दिया गया है। इसको खींचते ही रबर निकल जाएगी। इससे विंडो का ग्लास अंदर की तरफ गिर जाएगा और पैसेंजर्स को बाहर निकलने के लिए रास्ता बन जाएगा।

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