बारामूला: जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों ने सीआरपीएफ की टीम पर हमला कर दिया है, जिसमें दो जवान घायल हो गए हैं. इस हमले में दो आम नागरिक भी घायल हो गए हैं. चारों घायलों को आननफानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है.
बता दें कि आतंकियों ने सीआरपीएफ की टीम पर ग्रेनेड से हमला किया है, जिसकी चपेट में सीआरपीएफ के दो जवानों सहित एक आम नागरिक भी आ गया. ये हमला आज (बुधवार को) सुबह करीब 11 बजे हुआ.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है. आतंकियों की तलाश जारी है. आतंकियों ने ग्रेनेड से बारामूला के पट्टन इलाके में सीआरपीएफ की टीम पर हमला किया.
गौरतलब है कि कश्मीर घाटी में शांति और तेजी से हो रहे विकास से आतंकी बौखलाए हुए हैं इसीलिए वो इस तरह का हमला करके शांति भंग करना चाहते हैं.
दिल्ली एनसीआर इलाके में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए और भी कड़े कदमों की घोषणा की गई है. दिल्ली सरकार ने कहा है कि वो वीकेंड पर लॉकडाउन लगाने के लिए भी तैयार है.वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने मंगलवार 16 नवंबर की रात दिल्ली एनसीआर इलाके में बढ़ते वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए नए निर्देश दिए. दिल्ली और आसपास के सभी शहरों में स्कूल और कॉलेज अगले आदेश तक बंद रहेंगे. इसके अलावा एनसीआर के सभी राज्यों यानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, और राजस्थान में 21 नवंबर तक सभी निर्माण संबंधी गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. एनसीआर के 300 किलोमीटर के दायरे में सक्रिय कोयले से चलने वाले 11 बिजली के संयंत्रों में से सिर्फ पांच चलते रहेंगे और बाकियों को फिलहाल बंद कर दिया जाएगा.
द्योगिक प्रदूषण पर भी लगाम दिल्ली में सिर्फ आवश्यक वस्तुओं को लाने वाले ट्रकों को आने की अनुमति दी जाएगी. इसके अलावा बाकी सभी तरह के ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर 21 नवंबर तक बैन रहेगा.
सरकारों को सड़कों की सफाई करने वाली मशीनों की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा गया है. इलाके में मौजूद गैस से चलने की क्षमता वाले सभी उद्योगों से कहा गया है कि वो अपना परिचालन गैस पर ही करें अन्यथा उन्हें बंद कर दिया जाएगा. बिना स्वीकृति प्राप्त ईंधनों पर चलने वाले उद्योगों को बंद करने का निर्देश दिया गया है. लॉकडाउन का प्रस्ताव 10 सालों से ज्यादा पुराने डीजल वाहनों और 15 सालों से ज्यादा पुराने पेट्रोल वाहनों को सड़क पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. दिल्ली सरकार को जल्द से जल्द पर्याप्त संख्या में सीएनजी बसें सड़कों पर उतारने के लिए कहा गया है.
सेना प्रमुख एम एन नरवणे की यह यात्रा विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा सचिव अजय कुमार द्वारा रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों का पता लगाने के लिए इजरायल की यात्रा के हफ्तों बाद हुई है।
सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे पांच दिन के दौरे पर इस्त्रायली रवाना हुए हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच रणनीतिक रक्षा सहयोग को और मजबूत करना है। भारतीय सेना’ । सेना प्रमुख एम एन नरवणे की यह यात्रा विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा सचिव अजय कुमार द्वारा रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों का पता लगाने के लिए इजरायल की यात्रा के हफ्तों बाद हुई है। इससे पहले अगस्त में तत्कालीन एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने भी इस्राइल की यात्रा की थी
अधिकारियों ने कहा कि जनरल नरवणे दोनों देशों के बीच समग्र सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने के लिए इजरायल के शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ व्यापक बातचीत करेंगे। बढ़ते द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को ध्यान में रखते हुए, भारत और इज़राइल ने मंगलवार को ड्रोन, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी अगली पीढ़ी की तकनीकों और उत्पादों को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए एक समझौता किया था।
तेजस्वी यादव ने कहा, गैंग्स ऑफ वासेपुर की तर्ज पर बिहार में गैंग्स ऑफ नीतीश कुमार काम कर रहा है. पिछले दिनों पूर्णिया में रिंटू सिंह नाम के युवक की हत्या को लेकर तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला और मांग की कि इस पूरे मामले में आरोपी मंत्री लेसी सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए.
बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा. तेजस्वी ने कहा, बिहार के कानून व्यवस्था बद से बदतर हो हो रही है.बिहार में सिस्टम बेकाबू हो चुका है. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार के काबू में उनके विधायक और मंत्री नहीं है. अपराधियों को सत्ता संरक्षण प्राप्त है. नीतीश कुमार ऐसे मंत्री और विधायकों को संरक्षण देते हैं
12 नवंबर को हुई थी हत्या
12 नवंबर को पूर्णिया में पूर्व जिला परिषद सदस्य विश्वजीत सिंह उर्फ रिंटू सिंह की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
गैंग्स ऑफ नीतीश कुमार का चल रहा खेल
तेजस्वी यादव ने कहा, बिहार पुलिस पूरी तरीके से नीतीश कुमार की पुलिस हो गई है. गैंग्स ऑफ वासेपुर नाम की एक फिल्म आई थी और बिहार में भी पूरा गैंग्स ऑफ नीतीश कुमार का खेल और तांडव मचा हुआ है. नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि वह आरोपी मंत्री को कब अपने पद से हटाएंगे?’
विदिशा में 6 साल पहले जिन बेटियों को बोझ समझकर भूखे प्यासे मरने के लिए उनके माता-पिता ने कचरे के ढेर पर छोड़ा दिया था, अब उनकी जिंदगी बदल गई है। विदिशा में मिली चार बेटियों को विदेशी दंपतियों ने अपनाया और अब वे अमेरिका, कनाडा और माल्टा में रहकर पढ़ाई कर रही हैं। ऐसी चार बेटियों की कहानी जिन्हें अपनों ने छोड़ा तो दूसरों ने इन्हें गले लगा लिया।
सिरोंज में कचरे के ढेर में मिली थी 7 दिन की सुमन सिरोंज में 7 दिन की बच्ची को माता-पिता सड़क पर कचरे के ढेर पर छोड़ गए थे। बच्ची को पुलिस लेकर आईं और विदिशा के शिशु गृह में छोड़ दिया गया। बच्ची के परिजन सामने नहीं आए। शिशु गृह में बच्ची को सुमन नाम दिया गया।
अमेरिका के न्यूबर्ग में रहने वाले पेंटर मिंगुई और फायर ब्रिगेड में इंस्पेक्टर किली कैली विदिशा आए और उन्होंने सुमन को गोद ले लिया। नवंबर 2017 में वे सुमन को अमेरिकन अपने साथ ले गए थे। सुमन अब अभी से ओलंपिक की तैयारी कर रही है।
पठारी में 15 दिन की बच्ची को माता-पिता नाले के पास छोड़ गए थे। विदिशा जेल रोड स्थित शिशु गृह के प्रबंधक दीपक बैरागी ने बताया कि चाइल्ड लाइन के माध्यम से यह बच्ची हमारे पास 13 अक्टूबर 2017 को आई थी। कनाडा के टोरंटो में रहने वाली भारतीय मूल की अमृता दफ्तरी और कनाडा मूल के केविन हवर्ड ने राधा नाम की इस बच्ची को गोद लिया था।। मां का सपना है कि राधा बड़ी होकर डॉक्टर बने। इसलिए अभी से उसकी तैयारी करा रहे हैं।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना- रफ्तार अंतर्गत संरक्षित खेती अंतर्गत वर्ष 2021-22 हेु जिले को शेडनेट हाउस निर्माण सामान्य मद 24000, अनुसूचित जनजाति मद में 6000 एवं अनुसूचित जाति मद में 8000, इस प्रकार कुल 38000 वर्गमीटर के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इसी प्रकार पॉली हाउस निर्माण के सामान्य मद में 4000 वर्ग मीटर एवं उच्च कोटि की सब्जियों की खेती के सामान्य मद में 12000, अनुसूचित जनजाति में 8000 एवं अनुसूचित जाति में 8000 वर्गमीटर, इस प्रकार कुल 28000 वर्ग मीटर के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
उप संचालक उद्यान से प्राप्त जानकारी के अनुसार कृषकों को उद्यान विभाग के पंजीयन पोर्टल एमपीएफएसटीएस पर पंजीयन एवं आवेदन करना अनिवार्य होगा। शेडनेस हाउस निर्माण हेतु प्रति कृषक को अधिकतम 4000 वर्गमीटर का लाभ दिया जा सकेगा, जिस हेतु इकाई लागत 710 रुपए प्रति वर्गमीटर का 50 प्रतिशत अधिकतम 355 रूपए प्रति वर्गमीटर देय होगा। पॉली/ग्रामीन हाउस निर्माण हेतु प्रति कृषक को अधिकतम 4000 वर्गमीटर का लाभ दिया जा सकेगा, जिस हेतु इकाई लागत 844 रुपए प्रति वर्गमीटर का 50 प्रतिशत अधिकतम 422 रूपए प्रति वर्गमीटर देय होगा।
शेडनेट/पॉलीहाउस में उच्च गुणवत्ता वाली सब्जी की खेती हेतु कृषक को अधिकतम 4000 वर्गमीटर का लाभ दिया जा सकेगा, जिस हेतु इकाई लागत 140 रुपए प्रति वर्गमीटर का 50 प्रतिशत अधिकतम 70 रूपए प्रति वर्गमीटर देय होगा। कृषक को शेडनेट हाउस/पॉली हाउस का निर्माण एमपी एग्रो के माध्यम से पंजीकृत निर्माता कंपनी द्वारा करवाना होगा, इन संरचनाओं में कृषक अंश राशि एवं अनुदान का भुगतान एमपी एग्रो को किया जाएगा।
शेडनेट/पॉली हाउस में उच्च गुणवत्ता वाली सब्जी का कार्य स्वयं कृषकों द्वारा किया जाएगा। कार्य उपरांत राशि का भुगतान सीधे कृषक के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से किया जाएगा। योजना के संबंध में अधिक जानकारी हेतु इच्छुक कृषक उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग बैतूल के जिला कार्यालय एवं विकासखंड कार्यालयीन समय में सम्पर्क कर सकते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग कई बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। वहीं कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में 5.6 प्रतिशत लोगों की मौद सांस की बीमारी के कारण हो रही हैं।
प्रजा फाउंडेशन के निदेशक मिलिंद म्हस्के के मुताबिक दिल्ली में पिछले साल करीब 1,42,789 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 39 प्रतिशत की मौत घर पर ही हुई। इन मौतों में से 5.6 प्रतिशत ऐसे लोग थे, जिनकी मौत सांस की बीमारी के कारण हुई थी
प्रजा फाउंडेशन ने दिल्ली के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपनी रिपोर्ट जारी की है। जिसमें कहा गया है कि दिल्ली के जो हालात है उसके अनुसार यहां जितनी आबादी है उसके अनुसार न तो अस्पताल है और न ही दवा खाना। अस्पतालों को चलाने वाली एजेंसियों को हर साल हेल्थ बजट जितना अलॉट किया जाता है। उससे तो पूरा खर्च भी नहीं चल पाता है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एक सफल भारतीय राजनेता होने के साथ-साथ ग्वालियर के सिंधिया वंश का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. सिंधिया ग्वालियर रियासत के अंतिम महाराजा जीवाजीराव सिंधिया के पोते हैं. दशकों से मध्य प्रदेश के शाही शहर ग्वालियर में स्थित जय विलास पैलेस सिंधिया वंश का घर रहा है.
महाराजा जयाजीराव सिंधिया ने वर्ष 1874 में जयविलास महल बनवाया था. तब इसकी लागत एक करोड़ रुपये के आसपास थी, लेकिन आज इस शानदार और आलीशान महल की कीमत 4,000 करोड़ रुपये के आसपास है. इस महल में 400 से भी अधिक कमरे हैं. इममें से 30 से ज्यादा कमरों को म्यूजियम बना दिया गया है.
बताते हैं कि जय विलास महल की छतों पर कई जगहों पर सोने,चांदी और रत्न जड़े हुए हैं. हमारी सहयोगी वेबसाइट डीएनए के मुताबिक महल के हॉल में करीब 560 किलो सोने का इंटीरियर है. महल में एक फाइव स्टार होटल भी है. इसके अलावा महल में एक बड़ा म्यूजियम है, जिसमें औरंगजेब और शाहजहां की तलवार भी है. इसके साथ ही देश विदेश की कई शानदार कलाकृतियां भी हैं
.जयविलास महल के संग्रहालय की एक और प्रसिद्ध चीज है, जो लोगों का मन मोह लेती है और वो है चांदी की रेल, जिसकी पटरियां डाइनिंग टेबल पर लगी हुई हैं और विशिष्ट दावतों में यह रेल खाना परोसती चलती है. भारतीय नागरिकों को यहां घूमने के लिए 150 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से टिकट लेना होता है, जबकि विदेशी नागरिकों के लिए टिकट की कीमत 800 रुपये है.
जयविलास महल के संग्रहालय में दो बड़े-बड़े झूमर लगे हुए हैं, जिनका वजन हजारों टन है. ये झूमर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं. कहते हैं कि इन झूमरों को टांगने से पहले 10 हाथियों को छत पर चढ़ा कर पहले छत की मजबूती मापी गई थी, उसके बाद इन्हें टांगा गया था
आरबीआई रिटेल डायरेक्ट योजना की घोषणा इस साल फरवरी में की गई थी। इसका उद्देश्य सरकारी प्रतिभूति बाजार- प्राथमिक और द्वितीय दोनों- के लिए खुदरा निवेशकों को ऑनलाइन मंच के माध्यम से आसान पहुंच प्रदान करना है।
छोटे निवेशकों को सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करने का नया अवसर प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आरबीआई रिटेल डायरेक्ट स्कीम की शुरुआत की है। इस योजना के तहत छोटे निवेशक आसानी से भारतीय रिजर्व बैंक के पास अपना सरकारी प्रतिभूति खाता ऑनलाइन नि:शुल्क खोल सकेंगे और उसका रख-रखाव कर सकेंगे। आरबीआई ने अपने एक बयान में कहा है कि आरबीआई रिटेल डायरेक्ट योजना से अब छोटे निवेशकों के लिए डिजिटल मंच पर सरकारी प्रतिभूतियों को खरीदना और बेचना आसान होगा।
आरबीआई रिटेल डायरेक्ट योजना की घोषणा इस साल फरवरी में की गई थी। इसका उद्देश्य सरकारी प्रतिभूति बाजार- प्राथमिक और द्वितीय दोनों- के लिए खुदरा निवेशकों को ऑनलाइन मंच के माध्यम से आसान पहुंच प्रदान करना है। खुदरा निवेशक आरबीआई के साथ अपना गिल्ड सिक्यूरिटीज अकाउंट (रिटेल डायरेक्ट) भी खोल सकते हैं।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने फरवरी में इस योजना की घोषणा करते हुए इसे एक महत्वपूर्ण स्ट्रक्चरल सुधार बताया था। जुलाई में, केंद्रीय बैंक ने कहा था कि निवेशक सरकारी प्रतिभूतियों के लिए प्राइमरी ऑक्शन के साथ ही साथ सेंट्रल बैंक के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर बोलियां लगा सकेंगे।
इस योजना के लिए रिटेल डायरेक्ट गिल्ट अकाउंट को ऑनलाइन पोर्टल के जरिये खोला जा सकता है। यह लॉन्च भारत के सॉवरेन बॉन्ड बाजार को व्यक्तिगत खरीदारों के लिए खोलने के एक कदम के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि सरकार निवेशक आधार को बढ़ाना चाहती है।
दुनिया में कुछ लोग अजीबोगरीब चीजों की तलाश में लगे रहते हैं। कई बार लोगों को ऐसी चीजें हाथ लग जाती हैं जिनकी उम्मीद भी उन्हें नहीं होती। हाल ही में इटली के एक गुफा में बेशकीमती चीज की खोज की उम्मीद में गए लोगों के हाथ एक खौफनाक चीज लगी।अंदर बीते 50 साल से एक लाश बंद थी। जिस गुफा में ये लाश मिली, वो चर्चा में आ गयी है। लाश को गुफा में देख लोगों की चीख निकल गई। ये लाश एक शख्स की है जो सूट-बूट और टाई पहनकर गुफा में बीते 50 साल से बैठा था। लोगों ने इस शख्स को ‘एलीफैंट मैन’ नाम दे दिया है।
लाश के विषय मे क्या कहते हैं एक्सपर्ट
एक्सपर्ट्स का कहना है कि हो सकता है कि ये शख्स खुद इस गुफा के अंदर जाकर बैठ गया होगा। इसे सुसाइड का मामला बताया जा रहा है। हो सकता है कि किसी रिचुअल के तहत शख्स अच्छे से तैयार होकर इस गुफा के अंदर अपनी कुर्बानी देने गया होगा। शख्स के पैरों में जूता भी मिला। आपको बता दें शख्स ने हाथ मे घड़ी भी पहन रखी है। द सन की खबर के मुताबिक़, ये बॉडी तब मिली जब पुलिस और कुछ लोग किसी गुमशुदा की तलाश में पहाड़ी की तलाशी कर रहे थे। पुलिस ने भी कंफर्म किया कि बॉडी के ऊपर चोट के कोई निशान नहीं थे।सिर्फ चेहरे के ऊपर चोट लगा मिला
ज्वालामुखी विस्फोट से बनी है गुफा
जिस गुफा में लाश मिली, वो असल में ज्वालामुखी विस्फोट से बना है। बीते 50 साल से गुफा बंद थी. अब जाकर इसे खोला गया था। गुफा के अंदर मौजूद लाश सूख गई थी। इसे जांच के लिए ले जाया गया। जांच में पाया गया कि बॉडी में कोई चोट नहीं है ।सिर्फ उसके चेहरे और नाक पर बेहद गहरे जख्म पाए गए है। सबसे अजीब बात ये रही कि शख्स अच्छी तरह से कपड़े पहने था। उसकी उम्र करीब 50 साल के लगभग थी।