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एक भारत उत्कृष्ट भारत

जाने मानषिक तनाव के दूर करने के आसान उपाए

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डिजिटल भारत l आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक तनाव होना एक आम बात है। लेकिन अधिक तनाव लेने से व्यक्ति का जीवन तो प्रभावित होता ही है साथ में उसके काम पर भी इसका असर पड़ता है। अक्सर लोग लंबे समय तक मानसिक तनाव में रहने के कारण कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से घिर जाते हैं और फिर इससे निजात पाने के लिए इलाज का सहारा लेते हैं।

माना जाता है कि मानसिक तनाव का कारण अक्सर हमारी जीवनशैली ही होती है। अगर व्यक्ति अपनी जीवनशैली बेहतर रखे तो काफी हद तक तनाव से बचा जा सकता है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आइये जानते हैं मानसिक तनाव दूर करने का उपाय क्या हैं।
प्राचीन काल से ही मस्तिष्क से संबंधित विकारों को दूर करने के लिए अश्वगंधा जड़ी बूटी काफी लोकप्रिय है। यह शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को मजबूत बनाने के साथ ही मानसिक तनाव को भी दूर करने में मदद करता है। यह तंत्रिका तंत्र को शांत रखता है जिससे व्यक्ति को मानसिक तनाव से राहत मिलता है। अगर आप मानसिक तनाव से जल्दी छुटकारा पाना चाहते हैं तो 500 ग्राम अश्वगंधा दिन में दो बार सेवन करें, जल्द ही आपको लाभ मिलेगा।


जब भी आपको तनाव हो तो कम से कम पांच बार तेज सांस ले और छोड़ें। संभव हो तो कुछ देर तक सांस रोककर रखें और फिर छोड़ें। यह प्रक्रिया कई बार दोहराएं, इससे मानसिक तनाव गायब हो जाएगा।
माना जाता है कि अनिद्रा भी मानसिक तनाव का एक कारण होता है। इस स्थिति में कैमोमाइल बहुत प्रभावी तरीके से कार्य करता है। यह मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को शांत रखता है और अनिद्रा की समस्या दूर करता है जिससे की मानसिक तनाव से भी राहत मिलती है। इसके अलावा यह पाचन को बेहतर बनाता है और तनाव घटाता है। कैमोमाइल का सेवन चाय के रूप में करना ज्यादा फायदेमंद होता है।

तनाव बढ़ने पर सर दर्द होना और नींद न आना जैसी परेशानियां होती है। ऐसे में सर की मालिश करना एक बेहतरीन उपाय है। सर मालिश करने से रक्त का प्रवाह बढ़ने लगता है जो सर दर्द को रोकने, नींद और तनाव से लड़ने का अच्छा तरीका है

मूड खराब होने पर किसी पालतू जानवर के साथ कुछ समय बिताये। घर के पालतू जानवरों से लगाव और स्नेह होता है, ये हमें खुशी और प्यार देते है। इसलिए अपने आपको tension से दूर रखना हो या मूड फ्रेश करना हो ये उपाय काफी कारगर है।

बाजार में मिलने वाले फ़ास्ट फ़ूड की बजाय पोषक तत्वों से भरपूर पोष्टिक भोजन खाये और पानी की मात्रा अधिक ले। इससे आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और मूड भी अच्छा रहेगा।

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सुप्रीम कोर्ट ने रेप केस में टू फिंगर टेस्ट करने पर रोक, कोर्ट ने कहा कि ऐसा करने वालों को दोषी माना जाएगा

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दरअसल, इस टेस्ट प्रक्रिया के दौरान जो गतिविधियां की जाती हैं, वो पीड़िता के साथ दोबारा रेप करने जैसी होती है. इस वजह से सर्वोच्च अदालत को इसे बैन करना पड़ा है.

जैसा कि इसके नाम से ही जाहिर है, इस टेस्ट में कोई डॉक्टर किसी महिला के प्राइवेट पार्ट में उंगली डालकर यह बताने का दावा करता है कि वह महिला सेक्सुअली एक्टिव है या नहीं। यानी वह महिला नियमित यौन संबंध बनाती है या नहीं।

ये हाथों से जांच की एक पुरानी प्रक्रिया है। आमतौर पर यह माना जाता है कि किसी महिला का टू फिंगर टेस्ट पॉजिटिव आता है तो वह सेक्सुअली एक्टिव है। इसके उलट अगर पॉजिटिव नहीं आता है तो वह सेक्सुअली एक्टिव नहीं है।

रेप केस की पुष्टि के लिए किए जाने वाले टू फिंगर टेस्ट के इस्तेमाल पर देश की सर्वोच्च अदालत ने पाबंदी लगा दी है. कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा है कि रेप केस की जांच की ये प्रक्रिया गैर कानूनी है, इसे करने वाल शख्स भी बराबर का दोषी है. ऐसे में जो भी ये जांच करते हुए पकड़ा जाए, उसके खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं में कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस हेमा कोहली की बेंच ने भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को निर्देशित किया है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी स्थिति में किसी रेप पीड़िता का टू फिंगर टेस्ट न हो सके. इसके साथ ही कोर्ट ने इस पर दुख भी जताया कि ये अमानवीय जांच आज तक जारी रही है.

 झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार बनाम शैलेंद्र कुमार राय के केस में ‘टू फिंगर टेस्ट को आधार मानते हुए रेप और हत्या के आरोपी को बरी कर दिया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को पलटकर आरोपी को दोषी माना है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई जाने वाली सिलेबस से ‘टू-फिंगर टेस्ट’ को हटाने का भी आदेश दिया है।

कोर्ट ने कहा, ‘यह मानना गलत है कि सेक्सुअल तौर पर एक्टिव महिला का रेप नहीं किया जा सकता है। टू फिंगर टेस्ट सेक्सिस्ट और पितृसत्तात्मक है।’ सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि रे पीड़ित महिलाओं का आगे से टू फिंगर टेस्ट नहीं होनी चाहिए।

यहां सवाल ये खड़ा होता है कि ये टू फिंगर टेस्ट क्या है? इस टेस्ट में ऐसा क्या है, जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट इतनी सख्त नजर आ रही है? अभी तक इस टेस्ट का इस्तेमाल क्यों किया जा रहा था? आइए सबसे पहले ये जानते हैं कि ये टेस्ट क्या है. दरअसल, रेप पीड़िता द्वारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद सबसे पहले मेडिकल के लिए ले जाया जाता है. इस दौरान कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं, ताकि ये साबित किया जा सके कि उक्त पीड़िता के साथ बलात्कार हुआ है या नहीं? इसी दौरान टू फिंगर टेस्ट सबसे ज्यादा किया जाता है. चूंकि इस टेस्ट को करना आसान है. इसे मैन्युअली चेक करने के तुरंत बाद ही जांचकर्ता नतीजे पर पहुंच जाता है. समय ज्यादा नहीं लगता है.

डॉक्टर पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में दो उंगली डालकर टेस्ट

टू फिंगर टेस्ट के दौरान अस्पताल में डॉक्टर रेप पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में अपनी दो उंगली डालकर टेस्ट करते हैं. इसके जरिए ये पता करने की कोशिश की जाती है कि पीड़िता वर्जिन है या नहीं. यदि जांच के दौरान पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में डॉक्टर की उंगलियां आसानी से चली जाती हैं तो ये माना जाता है कि वो वर्जिन नहीं है. इसी आधार पर डॉक्टर अपनी रिपोर्ट दे देता था. लेकिन आज के जमाने में जब वर्जिनिटी कोई विषय नहीं रह गई है, तब इस तरह के टेस्ट से रेप का पता करना अमानवीय ही नहीं निजता का हनन भी है. यहां तक कि इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी सही नहीं पाया गया है. यही वजह है कि इस जांच प्रक्रिया की लंबे समय से बहुत ज्यादा आलोचना होती रही है.

पीड़िता संग दोबारा रेप करने जैसा

सही मायने में देखा जाए तो टू फिंगर टेस्ट रेप के बाद पीड़िता के साथ दोबारा रेप करने जैसा है. आईपीसी की धारा 376 के तहत रेप तभी माना जाता है जब किसी महिला के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाया जाए. इस दौरान सेक्शुअल ऑर्गन में पेनेट्रेशन होना जरूरी है. इस तरह टू फिंगर टेस्ट के दौरान भी ऊंगलियों के जरिए पेनेट्रेशन किया जाता है. ये भले ही पीड़िता की मूक सहमति या मजबूरी का फायदा उठाकर किया जाता है, लेकिन उनके साथ बार-बार रेप करने जैसा है. आईपीसी की धारा 375 के तहत कोई पति भी अपनी पत्नी की इच्छा के खिलाफ जाकर उसके साथ यौन संबंध बनाता है, तो उसे रेप की कैटेगरी में रखा जाता है. इसमें सजा का प्रावधान वही है, जो कि धारा 376 में है.

टू फिंगर टेस्‍ट पीड़िता को शारीरिक-मानसिक चोट पहुंचाता

ऐसा पहली बार नहीं है जब सुप्रीम कोर्ट ने इस टेस्ट पर बैन लगाया है. इससे पहले 2013 में लिलु राजेश बनाम हरियाणा राज्‍य के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टू फिंगर टेस्‍ट को असंवैधानिक करार दिया था. कोर्ट ने इसे रेप पीड़‍िता की निजता और उसके सम्‍मान का हनन करने वाला करार देते हुए कहा था कि यह शारीरिक और मानसिक चोट पहुंचाने वाला है. यह टेस्‍ट पॉजिटिव भी आ जाए तो नहीं माना जा सकता है कि संबंध सहमति से बने हैं. सुप्रीम कोर्ट के बैन के बाद भी शर्मिंदा करने वाला यह टू फिंगर टेस्‍ट होता रहा है. 2019 में ही करीब 1500 रेप सर्वाइवर्स और उनके परिजनों ने कोर्ट में शिकायत की थी. इसमें कहा गया था कि देश की सर्वोच्‍च न्यायालय के आदेश के बावजूद यह टेस्‍ट हो रहा है. इस याचिका में टेस्‍ट को करने वाले डॉक्‍टरों का लाइसेंस कैंसिल करने की मांग की गई थी. 2014 में भारत ने भी इसे अवैज्ञानिक बताते हुए एक गाइडलाइन जारी की थी.

इसे बंद करें’ टू फिंगर टेस्‍ट

सुप्रीम कोर्ट ने एक रेप केस में अपना फैसला सुनाते हुए कहा है, “कोर्ट ने रेप केस में टू फिंगर टेस्ट नहीं करने का कई बार आदेश दिया है. इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. इसके बजाय यह महिलाओं को बार-बार रेप की तरह ही प्रताड़ित करता है. यह टेस्ट गलत धारणा पर आधारित है कि एक सेक्शुअली एक्टिव महिला का बलात्कार नहीं किया जा सकता है. एक पीड़िता की गवाही का संभावित मूल्य उसके यौन इतिहास पर निर्भर नहीं करता है. यह सुझाव देना पितृसत्तात्मक और सेक्सिस्ट है कि एक महिला पर विश्वास नहीं किया जा सकता है जब वह कहती है कि उसके साथ केवल इसलिए बलात्कार किया गया क्योंकि वह सेक्सुअली एक्टिव है. इसे मेडिकल पाठ्यक्रम से भी हटा दिया जाना चाहिए.”

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पीछे-पीछे दौड़ने लगे सुरक्षाकर्मी और अन्य लोग,  राहुल गांधी ने स्कूली बच्चों के साथ लगाई दौड़

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52 साल के राहुल गांधी की फुर्ती देख सब हैरान, ऐसी दौड़ लगाई कि सब पीछे छूट गए!

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के कई फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं। इन वीडियो में राहुल गांधी कभी किसी का हाथ थामे नजर आते हैं तो कभी पुश अप्स लगाते, कभी बच्चों के साथ खेलते हुए नजर आते हैं तो कभी टंकी के ऊपर चढ़ते हुए। इनके जरिए राहुल गांधी लोगों का दिल जीत रहे हैं।

वे उनसे रेस लगाने को कहते हैं। जैसे ही राहुल गांधी की बच्चों के साथ रेस शुरू होती है तो वे कुछ इस तरह दौड़ते हैं कि सबको पीछे छोड़ देते हैं। इस दौरान राहुल गांधी का पूरा काफिला उनके साथ दौड़ने लगता है। 52 साल के राहुल गांधी की इस उम्र में ऐसी फुर्ती देखकर सब तारीफ कर रहे हैं।

इस उम्र में राहुल गांधी कितने फिट हैं। इस बात का सबूत देता है ये वीडियो। जब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग राहुल गांधी की खूब तारीफें कर रहे हैं।

कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की अगुवाई कर रहे राहुल गांधी रविवार को पदयात्रा के दौरान अचानक कुछ स्कूली छात्रों के साथ दौड़ने लगे. राहुल के अचानक दौड़ने के कारण उनके सुरक्षा कर्मी, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और अन्य लोगों ने भी दौड़ना शुरू कर दिया. कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि राहुल ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ रविवार सुबह जडचर्ला से पदयात्रा शुरू की और उनके 22 किलोमीटर का सफर तय करने की उम्मीद है. तेलंगाना में कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का यह पांचवां दिन है.

राहुल रविवार की पदयात्रा संपन्न करने से पहले शाम को शादनगर के सोलीपुर जंक्शन में एक जनसभा को संबोधित करेंगे. उन्होंने शनिवार रात को जडचर्ला एक्स रोड जंक्शन पर रुकने से पहले 20 किलोमीटर से अधिक की पदयात्रा की थी. यात्रा तेलंगाना के सात लोकसभा और 19 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरते हुए कुल 375 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जिसके बाद यह सात नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी. चार नवंबर को यात्रा एक दिन का विराम लेगी.

वायनाड से सांसद राहुल ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान खेल, व्यवसाय और मनोरंजन क्षेत्र की हस्तियों के साथ-साथ विभिन्न समुदायों के बुद्धिजीवियों और नेताओं से मुलाकात करेंगे. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्यों ने कहा कि राहुल पूरे तेलंगाना में प्रार्थना स्थल, मस्जिद और मंदिर जाकर वहां पूजा-अर्चना भी करेंगे. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. यात्रा का तेलंगाना चरण आरंभ करने से पहले राहुल ने केरल, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में पदयात्रा की थी. तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस ने यात्रा के समन्वय के लिए 10 विशेष समितियों का गठन किया है.

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“वन नेशन, वन यूनिफॉर्म” यह देश की एकता और अखंडता से भी उतना ही जुड़ा: PM मोदी

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प्रधानमंत्री ने कहा कि यद्यपि संविधान के हिसाब से कानून-व्यवस्था राज्यों का विषय है लेकिन यह देश की एकता और अखंडता से भी उतना ही जुड़ा हुआ है.

विचार का प्रस्‍ताव रखा

पांच, 50 या 100 साल में यह हो सकता है. लेकिन हमें इसके बारे में विचार करना चाहिए.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस के लिए ‘एक देश, एक यूनिफॉर्म’ के विचार का प्रस्‍ताव रखा. विभिन्‍न बलों के बीच एकरूपता को लेकर अपनी बात रखते हुए पीएम ने कहा कि यह केवल एक विचार है और वह इसे राज्यों पर थोपने का प्रयास नहीं कर रहे हैं. उन्‍होंने राज्‍यों से सुझाव के तौर पर इस बारे में विचार करने का आग्रह किया. पीएम मोदी ने कहा, “पुलिस के लिए  ‘वन नेशन, वन यूनिफॉर्म” केवल एक विचार है. मैं इसे आप पर इसे थोपने की कोशिश नहीं कर रहा हूं. बस इस पर विचार करें. यह हो सकता है.

देशभर में पुलिस की पहचान एक जैसी हो सकती है.

यहां राज्यों के गृह मंत्रियों के दो दिवसीय ‘‘चिंतन शिविर” को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए राज्यों के बीच निकट सहयोग की वकालत की. उन्होंने कहा कि सहकारी संघवाद ना सिर्फ संविधान की भावना है बल्कि यह केंद्र और राज्यों की जिम्मेदारी भी है. पीएम ने कहा कि उनका मानना है कि देशभर में पुलिस की पहचान एक जैसी हो सकती है. उन्होंने सभी राज्य सरकारों से पुराने कानूनों की समीक्षा करने और आज के संदर्भ में उनमें सुधार करने का आग्रह किया. उन्होंने कानून-व्यवस्था और सुरक्षा की उभरती चुनौतियों के समाधान के लिए सभी एजेंसियों के बीच समन्वित कार्रवाई की भी गुजारिश की.मोदी ने कहा कि पुलिस के बारे में अच्छी धारणा बनाए रखना ‘‘बहुत महत्वपूर्ण” है और इस राह में जो खामियां विद्यमान हैं, उन्हें दूर किया जाना चाहिए.

कानून एवं व्यवस्था का सीधा संबंध

प्रधानमंत्री ने कहा कि यद्यपि संविधान के हिसाब से कानून-व्यवस्था राज्यों का विषय है लेकिन यह देश की एकता और अखंडता से भी उतना ही जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, एक दूसरे से प्रेरणा ले और आंतरिक सुरक्षा के लिए मिलकर काम करे. आंतरिक सुरक्षा के लिए राज्यों का साथ मिलकर काम करना संवैधानिक अनिवार्यता है और साथ ही देश के प्रति जिम्मेदारी भी है.”पीएम ने कहा कि सभी एजेंसियों को, वह चाहे केंद्र की हों या राज्यों की, सभी को एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए ताकि दक्षता बढ़े, बेहतर परिणाम सामने आए और आम जन को सुरक्षा मिले. उन्होंने कहा कि कानून एवं व्यवस्था का सीधा संबंध विकास से है, अत: शांति बनाए रखना हर किसी की जिम्मेदारी है.

कानून-व्यवस्था के पूरे तंत्र के लिए भरोसेमंद होना बहुत महत्वपूर्ण है और इसके लिए आम जन से पुलिस का संबंध और संवाद बेहतर होना चाहिए ताकि उनके बारे में अच्छी धारणा बने.पिछले वर्षों में भारत सरकार के स्तर पर कानून व्यवस्था से जुड़े सुधार हुए हैं, जिसने पूरे देश में शांति का वातावरण बनाने का काम किया है. उन्होंने कहा, ‘‘हमें प्रौद्योगिकी के लिए एक साझा मंच के बारे में सोचने की जरूरत है जिसे सभी के द्वारा साझा किया जा सके. राज्यों की सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को भी एक दूसरे से साझा किया जा सकता है. साइबर अपराध हो या फिर ड्रोन प्रौद्योगिकी का हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई प्रौद्योगिकी पर काम करते रहना होगा. स्मार्ट प्रौद्योगिकी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा.”फर्जी खबरों के प्रवाह का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि ऐसी खबरों की सच्चाई सामने लाया जाना आवश्यक है और इसमें प्रौद्योगिकी की बड़ी भूमिका है.उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी खबरों को जाचंने की प्रक्रिया या तंत्र के बारे में लोगों को जागरूक किया जाना जरूरी है ताकि किसी और से साझा करने से पहले वह उसे जांच सकें.”इस शिविर में राज्यों के गृह मंत्रियों के अलावा वहां के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक और केंद्रीय सुरक्षा बलों के महानिदेशक भी शामिल हुए.

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पहली शाम स्वैग वाला गरबा के नाम

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जबलपुर | 8/10/2022 |

जबलपुर शहर में डिजिटल भारत न्यूज़ , टेम्पटेशन इवेंट के तत्वाधान में विगत कई वर्षों से आयोजित होने वाले स्वैग वाला गरबा का कल शाम भव्य शुभारम्भ हुआ, जिसमे शहर भर के सभी प्रतिभागियों एवं नागरिकों ने शिरकत की और शहनाई गार्डन में चलने वाले इस महोत्सव में माँ भवानी के गानों की ताल पर अपने कदम थिरकाए

एवं इस वर्ष शहर के दुर्गा पंडालों का सम्मान कार्यक्रम भी रखा गया है,जिसमे श्री नर्मदा दुर्गोत्सव समिति पूर्वा बचखेरा गढ़ा, श्री दुर्गा सेवा मंडल आजाद चौक सदर,वृहत महाकाली समिति कांचघर, बादशाह हलवाई मंदिर ग्वारीघाट,नव युवक दुर्गोत्सव समिति,शिवकला मंदिर माँ शारदा परिवार,अंकित नयन (मूर्तिकार ) का सम्मान किया गया.इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि साध्वी ज्ञानेश्वरी देवी , उत्तरमध्य विधानसभा के विधायक विनय सक्सेना ,शहनाई गार्डन के संचालक जीतेन्द्र विश्वकर्मा,डिजिटल भारत के संचालक विजय कुमार चौकसे, प्रमोद पटेल, आदि मौजूद रहे.

त्रिदिवसीय चलने वाले इस गरबा महोत्सव की आज दूसरी शाम 7 बजे से आरम्भ होगी एवं विशाल ब्रास बैंड,प्रिंस धमाल बैंड की प्रस्तुतियां होंगी जिसके असोसिएट है फ्लाई अवे फाउंडेशन ,हमारा जबलपुर ,कैफ़े 4 यू,जबलपुर डायरी, SS इवेंट, स्टूडियो जेनेसिस,डिजिटल डैडी,ट्रडेंट इवेंट,रेगोलिक इवेंट, जबलपुर नगरी , शिवाय इवेंट,क्रिस्टल इवेंट, नंदा प्रोडक्शन,श्री राघव सेवा संसथान, कोरियोग्राफर – धीरज पखुरिया,हैरी सर ,चंद्रेश सर नैना जी ने इस कार्यक्रम को बहुत सराहा, इस कार्यक्रम के आयोजक और डिजिटल भारत एवं टेम्पटेशन इवेंट के संचालक श्री प्रमोद पटेल ने बताया की हर वर्ष की तुलना मैं इस वर्ष यह महोत्सव और अधिक भव्य है , शहर एवं अन्य शहर से आने वाले प्रतिभागियों हर वर्ष की तुलना में और अधिक भाग लिया है, आने के वाले आगामी दो दिनों में अधिक से अधिक संख्या में आने की गुजारिश की . आगे उन्होंने बताया की डिजिटल भारत न्यूज़ एवं टेम्पटेशन इवेंट इसी तरह आगे भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा, हमारा अगला इवेंट पुलिस प्राइड अवार्ड है जिसमे पुलिस एवं सेवा कार्यों से जुड़े लोगो का सम्मान किया जायेगा .

जबलपुर से आशुतोष शुक्ला की रिपोर्ट टीम डिजिटल भारत

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लडके इन लड़कियों को जाल में फंसाते हैं

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CBI चीफ लखनऊ की एक रिपोर्ट

लड़कियां विशेष ध्यान दें। क्या आप जानते है।
बॉडी पार्ट्स आते कहाँ से है???

आपने सुना होगा कि 40 लाख देकर किडनी बदलवा लो। वो भी 16 – 25 आयु के आसपास की मजबूत किडनी..

अब सोचो आखिर ये बॉडीपार्ट्स कहाँ से आते है…?
मुर्दाघरो में पड़ी लाशो से या एक्सीडेंट में मरने वालो से…??

एक जगह और है। वो है…
भारत में मिडिल क्लास फैमिली की लड़कियां…!!!
ये लड़कियां सिगरेट, गुटखा या शराब नही यूज करती।
इनके दाँत, हड्डी, आँते, चमडा़, दिल, लीवर, किडनी, सब सही और ट्रांसप्लांट के लिए अच्छे होते है…_

इन लडकियों को प्यार में फसाकर या नौकरी का झांसा देकर कहीं भी ले जाना आसान होता है…

इसलिए सुन्दर स्मार्ट हीरोटाइप
लडके इन लड़कियों को जाल में फंसाते हैं…
ये लडके वास्तव में प्रोफेशनल क्रिमिनल होते हैं,,

ये पैसे के लिए कुछ भी कर सकते है।

हर साल फरवरी के अंत तक मिडिल क्लास फैमिली की 2 से 4 लाख लडकियां घर से गायब हो जाती हैं…

व्यौरा दिया जाता है कि…
आशिकी में घर से भाग गयी..,ना तो कोई केस बनता है, ना कोई खोजता है…
बाद में उनका कोई पता नहीं चलता ..जरा सोचिये, *ये लडकिया कहाँ पहुँच जाती है??

अब आप अच्छी तरह समझ सकते हो…,

असल में पहले तो इन बच्चियों का भरपूर शारीरिक शोषण किया जाता है। उसके बाद इनकी हत्या कर दी जाती है और शरीर के अंग बेचकर कमाई की जाती है..

अभी आप गूगल पर ‘ Black market price of human body parts सर्च करके अंगो के भाव देखिएगा.. फिर Organ Transplant Rate in India सर्च करके अंग प्रत्यारोपण का खर्च देखना…

अगर एक लडकी की बॉडी के अंगों की सही कीमत लगे, तो कम से कम 5 करोड़ आराम से मिल जाता है,,।

इसीलिए लव और मानव तस्करी पर ना तो कभी कोई कानून बनता है, और ना ही कोई बनने देता है…।

एक बात और

*ये घटनाये ज्यादातर उन्हीं लडकिया के साथ होती हैं, जिनके परिवार कमजोर होते है या जिनके कोई राजनितिक या क़ानूनी Approach/पकड़ नही होती…।

2015 में UP से 4000 लडकिया गायब हुई थी, वही 2017 से 2018 तक 7000 लड़कियां गायब हुई थी। औऱ ये घटनायें अधिकतर लखनऊ, दिल्ली, मुम्बई जैसे बड़े सहरो में अधिक पाई गई है।

माना कि हमारी लाड़ली बहिन बेटियां सब जानती हैं, लेकिन क्रिमिनल मार्केटिंग और अंग प्रत्यारोपण के लिए सही और असली अंग आते कहाँ से हैं… ये नही जानती,,,


अपनी बहिन बेटियों का ध्यान दें, क्योंकि,
जो बाहर हो रहा है, वो हमारे घर में कभी भी हो सकता है…! औऱ लोगो की सही सलाह ले। किसी के झांसे में न आये।
कृपया, पढ़कर अपने संपर्क में सभी को शेयर कीजिये जिससे किसी की बहन-बेटी इस तरह के षड़यंत्र का शिकार ना हो!

परिवार में, घर में, दोस्तों में, चर्चा करने *बहिन-बेटी की अनमोल जान बचा सकेगी
आइये हम अपना नैतिक दायित्व निभाएं,
CBI चीफ लखनऊ -क्राइम ब्रांच लखनऊ
उत्तर प्रदेश


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INS विक्रांत-निर्माण में लगे 13 साल, समंदर और चुनौतियां अनंत तो भारत का उत्तर ‘विक्रांत’-पीएम मोदी बोले

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डिजिटल भारत l अब आज से पूरी दुनिया देखेगी भारत का दम, देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोच्चि में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत को भारतीय नौसेना को सौंपा, अब इसके साथ ही समंदर में भी भारत अपनी धाक को मजबूत करेगा. पीएम मोदी ने आईएनएस विक्रांत को समुद्र में उतारने से पहले भारत की विरासत के अनुरूप नए नौसेना पताका (निशान) का भी अनावरण किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पिछले समय में इंडो-पैसिफिक रीज़न और इंडियन ओशन में सुरक्षा चिंताओं को लंबे समय तक नजरंदाज किया जाता रहा। लेकिन, आज ये क्षेत्र हमारे लिए देश की बड़ी रक्षा प्राथमिकता है।इसलिए हम नौसेना के लिए बजट बढ़ाने से लेकर उसकी क्षमता बढ़ाने तक, हर दिशा में काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा, बूंद-बूंद जल से जैसे विराट समंदर बन जाता है। वैसे ही भारत का एक-एक नागरिक ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को जीना प्रारंभ कर देगा, तो देश को आत्मनिर्भर बनने में अधिक समय नहीं लगेगा।
भारत ने रचा नया इतिहास
भारतीय नौसेना के इन-हाउस वॉरशिप डिज़ाइन ब्यूरो (WDB) द्वारा डिज़ाइन किया गया और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा निर्मित, पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का शिपयार्ड, विक्रांत को अत्याधुनिक ऑटोमेशन सुविधाओं के साथ बनाया गया है और भारत के समुद्री इतिहास में निर्मित यह अब तक का सबसे बड़ा जहाज है.

ब्रिटिश काल में समुद्री सामर्थ्य को तोड़ने का हुआ था फैसला- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, इतिहास गवाह है कि कैसे ब्रिटिश संसद में कानून बनाकर भारतीय जहाजों और व्यापारियों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए। उन्होंने भारत के समुद्री सामर्थ्य की कमर तोड़ने का फैसला लिया। लेकिन, छत्रपति वीर शिवाजी महाराज ने समुद्री सामर्थ्य के दम पर ऐसी नौसेना का निर्माण किया, जो दुश्मनों की नींद उड़ाकर रखती थी। जब अंग्रेज भारत आए, तो वो भारतीय जहाजों और उनके जरिए होने वाले व्यापार की ताकत से घबराए रहते थे।
विक्रांत बड़ा और भव्य है, विक्रांत अलग है, विक्रांत विशेष है

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, विक्रांत बड़ा और भव्य है, विक्रांत अलग है, विक्रांत विशेष है. विक्रांत सिर्फ एक युद्धपोत नहीं है, यह 21वीं सदी के भारत की कड़ी मेहनत, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है. आज यहां केरल के समुद्री तट पर भारत, हर भारतवासी, एक नए भविष्य के सूर्योदय का साक्षी बन रहा है. INS विक्रांत पर हो रहा ये आयोजन विश्व क्षितिज पर भारत के बुलंद होते हौसलों की हुंकार है.

पीएम मोदी ने कहा, अब तक भारतीय नौसेना के ध्वज पर गुलामी की पहचान बनी हुई थी। लेकिन अब आज से छत्रपति शिवाजी से प्रेरित, नौसेना का नया ध्वज समंदर और आसमान में लहराएगा। आज 2 सितंबर, 2022 की ऐतिहासिक तारीख को, इतिहास बदलने वाला एक और काम हुआ है।
रक्षा मंत्री सहित ये अधिकारी भी हुए शामिल

शुक्रवार को नए इंडियन ओशनपोत के जलावतरण कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, एर्नाकुलम के सांसद हिबी ईडन, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरी कुमार और नौसेना और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) के शीर्ष अधिकारी सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए.

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Weather Report: यूपी-बिहार, मध्य प्रदेश समेत इन राज्यों में बारिश का अलर्ट, IMD ने जारी किया ताजा पूर्वानुमान

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Digital Bharat News | Ashutosh Shukla | Weather Report: मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के कई इलाकों में आज हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने बताया कि पूर्वी यूपी और बिहार में 27 और 28 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है. अगले तीन दिनों में मध्य भारत और पूर्वोत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां तेज हो सकती हैं. पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 26, 28 अगस्त और बिहार में 27 व 28 अगस्त को भारी बारिश हो सकती है. वहीं, ओड़िशा और कर्नाटक में आज तेज वर्षा की संभावना है. 26 से 28 अगस्त तमिलनाडु और केरल में बारिश की संभावना है. यहां पर गरज के साथ तेज बारिश होगी.

मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश में एक बार फिर झमाझम बारिश का दौर शुरू होने वाला है. 25 अगस्त से एक बार फिर मानसून के सक्रिय होने से प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश हो सकती है. रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के जिलों में आज एक बार फिर बारिश होने का सिलसिला शुरू हो सकता है. बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में बुधवार को पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में भारी वर्षा हुई. मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि राज्य के दक्षिणी हिस्से में गांगेय पश्चिम बंगाल में बृहस्पतिवार सुबह तक भारी वर्षा होगी. उसने कहा कि दक्षिण बंगाल के ज्यादातर जिलों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी-तूफान चलने एवं भारी वर्षा होने की संभावना है.

दिल्ली में 6 दिनों तक बारिश की संभावना बहुत कम
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पुर्वानुमान के मुताबिक दिल्ली में अगले पांच से छह दिनों तक आमतौर पर बादल छाए रहेंगे और बहुत हल्की बारिश हो सकती है. आईएमडी के मुताबिक अगस्त के अंत तक दिल्ली में भारी बारिश के आसार नहीं है. स्काइमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा कि दिल्ली में अगस्त के अंत तक अधिक बारिश की उम्मीद नहीं है.बता दें कि दिल्ली के कई इलाकों में बुधवार को बारिश हुई, लेकिन इसके बावजूद अधिक आर्द्रता होने की वजह से लोगों को उमस का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली में आज न्यूनतम तामपान 25.7 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है.

राजस्थान में 4,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
राजस्थान के कोटा, झालावाड़, बारां और बूंदी सहित बाढ़ प्रभावित जिलों में पिछले दो दिनों में चार हजार से अधिक लोगों को प्रभावित क्षेत्रों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. सेना और वायुसेना को भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया था. इन जिलों के कई इलाके अभी भी जलमग्न हैं.

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दिल्ली के कुछ बेहद खूबसूरत चर्च यहाँ की सजाबट देखले लायक

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क्रिसमस जीसस क्रिस्ट के जन्म की खुशी में मनाया जाता है। जीसस क्रिस्ट को भगवान का बेटा कहा जाता है। क्रिसमस का नाम भी क्रिस्ट से पड़ा। बाइबल में जीसस की कोई बर्थ डेट नहीं दी गई है, लेकिन फिर भी 25 दिसंबर को ही हर साल क्रिसमस मनाया जाता है। इस तारीख को लेकर कई बार विवाद भी हुआ। लेकिन 336 ई। पूर्व में रोमन के पहले ईसाई रोमन सम्राट के समय में सबसे पहले क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया गया। इसके कुछ सालों बाद पोप जुलियस ने आधिकारिक तौर पर जीसस के जन्म को 25 दिसंबर को ही मनाने का ऐलान किया।

इस बार क्रिसमस डे का सेलिब्रेशन कुछ अलग होगा। कोरोना महामारी के चलते कई देशों में क्रिसमस तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। वहीं, सुरक्षा के लिहाज से कई क्रिसमस पार्टी स्पोट पर भी पाबंदी लगा दी गई है। ऐसे में क्रिसमस फेस्टिवल का रंग कुछ अलग देखने को मिलेगा लेकिन दोस्तों और परिवार के साथ क्रिसमस का त्योहार खुशियों भरा ही रहेगा। सभी अपने हिसाब से इस दिन को खास बनाने के लिए अरेंजमेंट कर चुके हैं।

क्रिसमस सेलेब्रेशन को यादगार बनाने की एक वजह ये भी है कि दिल्ली के चर्च बेहतरीन चर्चों में से एक माने जाते हैं. क्रिसमस को स्पेशल बनाने के लिए पर्यटक यहां पहले से घूमने की तैयारी करने लगते हैं. अगर आप भी अपने दिन को खास बनाना चाहते हैं, तो अपनी घूमने की लिस्ट में दिल्ली के इन मशहूर चर्चों को भी शामिल कर सकते हैं.

सेंट अल्फोंसा चर्च शहर के सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है, जो वसंत कुंज के फार्महाउस के बीच बसा हुआ है. हरी-भरी हरियाली के बीच स्थित इस चर्च का नाम संत अल्फोंसा के नाम पर रखा गया है. बता दें कि 2002 में बनाया गया सेंट अल्फोंसा चर्च के अंदरूनी हिस्सों में बहुत खुबसूरत कलाकृति है. स्थापत्य की नक्काशी और प्रतिमाएं मंत्रमुग्ध करने वाली व सौंदर्यपूर्ण लगती हैं

दिल्ली के गोल मार्किट में स्थित ‘सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल चर्च’ शहर के सबसे ख़ूबसूरत और फ़ेमस चर्चों में से एक है. क्रिसमस के समय और उसके दौरान ये चर्च पर्यटकों से भरा रहता है. ख़ासकर क्रिसमस के मौके पर यहां का माहौल देखने लायक होता है. इस दौरान चर्च परिसर में एक बड़ी सी स्‍क्रीन भी लगाई जाती है, जहां विजिटर्स चर्च के अंदर चल रही गतिविधियों को देख सकते हैं

दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाक़े में स्थित ‘सेंट जेम्स चर्च’ दिल्ली का सबसे पुराना चर्च है. 19 वीं शताब्दी में बना सेंट जेम्स चर्च सबसे पुराने चर्चों में से एक है और पर्यटन के लिए एक प्रमुख स्थल है. बताया जाता हा कि इसकी स्थापना 1836 में हुई थी. ये कश्मीरी गेट के चहल-पहल के बीच एक हरे-भरे क्षेत्र में स्थित है.

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पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने ली राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों की बैठक

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पुलिस कन्ट्रोलरूम जबलपुर मे आज दिनॉक 3-12-21 को रात्रि 10 बजे पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) द्वारा अपराध समीक्षा बैठक ली गयी। बैंठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री रोहित काशवानी (भा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर दक्षिण/अपराध) श्री गोपाल प्रसाद खाण्डेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर उत्तर/यातायात श्री संजय कुमार अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री शिवेश सिंह बघेल, तथा जिले मे पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं समस्त थाना प्रभारी शहर उपस्थित थे।


पुलिस अधीक्षक जबलपुर श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) ने कहा कि सीएम हेल्प लाइन से सम्बंधित शिकायतों के निकाल के सम्बंध में जबलपुर की स्थिति ‘‘ ए ’’ ग्रेड है इसके लिये आप सभी को बधाई , आगे भी इसी तरह सीएम हेल्प लाइन से संबंधित शिकायतों की समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभरी स्वयं समीक्षा करते हुए शिकायतकर्ता से विनम्रता पूर्वक चर्चा करें एवं उनकी जो भी शिकायत है वैधानिक कार्यवाही करते हुए उसका प्राथमिकता के आधार पर त्वरित निकाल करें तथा शिकायतकर्ता को की गई कार्यवाही से अवगत करायें। समस्त राजपत्रित अधिकारी सीएम हेल्प लाइन से संबंधित शिकायतों की सुनवाई हेतु प्रति सप्ताह शनिवार के दिन अनुभाग के किसी भी एक थाने में कैंप लगायें, एवं लंबित शिकायतों की स्वयं सुनवाई करते हुये शीध्र निकाल करायें।


आपके द्वारा 20 प्रतिशत से अधिक स्थाई वारंट तामील करने वाले थाना प्रभारी कोतवाली, लॉर्डगंज, मदनमहल, सिविललाइन, घमापुर, गोरखपुर, गढ़ा, ग्वारीघाट, हनुमानताल गोहलपुर, अधारताल, माढ़ोताल, गोराबाजार, विजयनगर, मझगवां , पाटन, बेलखेड़ा, भेड़ाघाट, तिलवारा, बरेला एवं 85 प्रतिशत से अधिक गिरफ्तारी वारंटों की तामील करने वाले थाना प्रभारी मदनमहल, ओमती बेलबाग, सिविललाइन, घमापुर, गढ़ा, ग्वारीघाट, मझौली, मझगवां, गोसलपुर, खितौला, पाटन, कटंगी, पनागर, बरगी, बरेला, कुंडम को नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करते हुए वारंट तामील करने वाले अधिकारी/कर्मचारियों का ईनाम प्रतिवेदन भेजने हेतु आदेशित किया गया।

इसके साथ ही अपराधों के निकाल, माइनर एक्ट एवं प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की समीक्षा पर अच्छी कार्रवाई हेतु थाना प्रभारी कोतवाली एवं गोहलपुर को नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया वहीं थाना प्रभारी अधारताल, मदनमहल, रांझी, गढ़ा, पनागर को संपत्ति संबंधी अपराधों में बरामदगी एवं अपराधों के शीघ्र निकाल हेतु आदेशित करते हुए नाराजगी व्यक्ति की।


मान्नीय उच्च न्यायालय के द्वारा जारी समंस वारंट की तामीली प्राथमिकता के आधार पर विशेष रूचि लेकर की जाये इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाये।
धोखाधड़ी, चिटफंड कम्पनी से सम्बंधित 420, 467, 468, 471 भादवि एवं गम्भीर अपराधों की थाना प्रभारी स्वयं विवेचना करें एवं वर्तमान में जो प्रकरण लंबित हैं उनका प्राथमिकता के आधार पर निकाल करें।

महिलाओं, बच्चों, वृद्धों एवं समाज के कमजोर वर्गो के प्रति संवेदनशील रहते हुये इनके द्वारा की गयी शिकायतों पर तत्काल विधिसंगत कार्यवाही करते हुये राहत पहुचंाये, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहंी होना चाहिये , आपके द्वारा की गयी कार्यवाही निष्पक्ष एवं पारदर्शी होनी चाहिए इसके साथ ही लंबित अनुसूचित जाति/जनजाति के प्रकरणों की समीक्षा करते हुये अनुसूचित जाति एवं जनजाति के प्रकरणों में पीड़ित को तत्काल राहत राशि दिलाई जाये।


आपने लंबित अपराधों एवं सम्पति सम्बंधी घटित एैसे अपराध जिनमंे अभी तक आरोपियों का पता नही चला है कि, विस्तार से समीक्षा की गयी, एवं एैसे प्रकरणों में अभी तक विवेचना में हुई प्रगति की विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुये आगामी विवेचना के सम्बंध में सम्बंधित राजपत्रित अधिकारियों तथा थाना प्रभारियो को आरोपियेां का पता लगाकर उनकी गिरफ्तारी तथा सम्पत्ति सम्बंधी अपराधेंा मे चोरी गयी सम्पत्ति की बरामदगी हेतु निर्देशित करते हुये 31 दिसम्बर तक, लंबित अपराधों के निराकरण हेतु आदेशित करते हुये कहा गया कि साल का आखरी माह चल रहा है, बिना कारण कोई भी अपराध लंबित नहीं होना चाहिये ।
इसके साथ ही आपने विगत 2 वर्षो की तुलना मे माह नवम्बर तक तकी गयी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही (107/116 जाफो, 110 जा.फौ, जिला बदर, एन.एस.ए.) एवं माईनर एक्ट (जुआ-सट्टा, आर्म्स एक्ट, आबकारी एक्ट, ) की भी विस्तार से समीक्षा करते हुये आसामाजिक तत्वों एवं गुण्डे बदमाशों के विरूद्ध उनके आपराधिक रिकार्ड को दृष्टिगत रखते हुये उनके विरूद्ध प्रभावी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया।


आपने सभी को निर्देशित किया कि 6 दिसम्बर को दृष्टिगत रखते हुये विशेष सतर्कता बरतें तथा सोशल मीडिया पर विशेष निगाह रखी जाये, संवेदनशील स्थानों पर फिक्स पिकेट्स लगाये जायें, लगातार पैट्रोलिंग की जाये, ताकि किसी प्रकार की कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित न हो।


पुलिस अधीक्षक जबलपुर, श्री सिद्धार्थ बहुगुणा (भा.पु.से.) ने कानून एवं शांति व्यवस्था तथा सौहाद्र बनाये रखने हेतु आम नागरिकों से अपील की है कि इंटर नेट पर सोशल नेटवर्किंग साईट, जैसे फेस बुक, वाट्सअप, ट्यूटर, इंस्टग्राम आदि के माध्यम से असामाजिक/विध्नसंतोषी तत्वों द्वारा जातिगत एवं साम्प्रदायिक भावना से सम्बंधित आपत्तिजनक पोस्ट एवं मैसिज भेजे जाते है, यह एक संज्ञेय अपराध है, इस प्रकार के वीडियो फुटेज एंव मैसिज को किसी और से न ही शेयर करें, न ही लाईक करें, इसकी सूचना तत्काल अपने सम्बंधित थाने को दें। जबलपुर की सायबर टीम के द्वारा निरंतर निगाह रखी जा रही है। सबंधित थाना प्रभारियो को नियमानुसार कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया हेैं। आपत्तिजनक वीडियो फुटेज शेयर करने पर यदि कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित हुई तो सम्बंधित के विरूद्ध एन.एस.ए. की कार्यवाही की जावेगी।


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