नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कोविड-19 पर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की शत प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक देने के लिए शुक्रवार को गोवा की सराहना की। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के एक ट्वीट को टैग करते हुए प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘शाबाश गोवा। शानदार प्रयास, जिसे सामूहिक भावना की मजबूती से और चिकित्सकों व नवप्रर्वतकों की दिलेरी ने संभव कर दिखाया।’’मुख्यमंत्री सावंत ने शत प्रतिशत पात्र आबादी को टीके की पहली खुराक देने के लिए चिकित्सकों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों का आभार जताया और कहा, ‘‘गोवा की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को 18 साल से ऊपर की उम्र के सभी लोगों के मुफ्त टीकाकरण और कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में निर्बाध टीकों की आपूर्ति के लिए मैं धन्यवाद देता हूं।’’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘हमें इसी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते रहना है ताकि टीके की दूसरी खुराक सभी के लिए सुनिश्चित हो।’’ देश में कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा 73 करोड़ के पास पहुंचादेश में कोरोना वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है। देश में कोविड वैक्सीनेशन का आंकड़ा 73 करोड़ (72,97,50,724) के पास पहुंचा। देश में शुक्रवार (10 सितंबर) शाम 7 बजे तक वैक्सीन की 56 लाख से ज़्यादा डोज़ लगाई गई हैं। ये जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है।
पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीनेशन पर की अहम बैठक, दिए ये निर्देश
गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कोविड-19 पर उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बयान में कहा गया है कि पीएम मोदी ने बैठक में राज्यों को प्रत्येक जिले में दवाओं का बफर स्टॉक रखने के लिए कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले कुछ महीनों के लिए टीकों के उत्पादन, आपूर्ति, आगे की योजना की समीक्षा की। पीएम मोदी ने म्यूटेंट के उद्भव की निगरानी के लिए जीनोम के निरंतर अनुक्रमण की आवश्यकता को रेखांकित किया। सरकार ने कोविड की स्थिति पर कहा कि महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों के आंकड़े संकेत देते हैं कि ढिलाई के लिए कोई जगह नहीं हो सकती। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सांद्रक, सिलेंडर, पीएसए संयंत्रों सहित ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को तेजी से बढ़ाने की जरूरत है।