जबलपुर:-पिछले 2 महीनों तक जिले में कोरोना संक्रमण नियंत्रण था। लेकिन पिछले एक सप्ताह से अचानक मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है। चिकित्सा अधिकारी रत्नेश कुरारिया का कहना है। इसकी मुख्य वजह नागरिकों की लापरवाही हो सकती है। लोगों ने मांस पहनना छोड़ दिया है। और भीड़ भरे इलाकों में ज्यादा जा रहे हैं। उनका कहना है। 18 वर्ष से जियादा आयु के लोगों को 80 से 90% वैक्सीनेशन का काम पूरा हो चुका है। वैक्सीनेशन भी सबसे बड़ा कोविड-19 से बचने का उपाय है। उसके बावजूद सुरक्षा के सभी उपाय अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया 100% वैक्सीनेशन की दिशा में लगातार काम चल रहा है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी रत्नेश कर दिया का कहना है। बरसात के 2 म-हीनों में वायरल फीवर और संक्रमण रोगों में इजाफा होता है। इस दौरान नागरिकों को सुरक्षा के उपाय करने की आवश्यकता है। स्वास्थ विभाग और नगर निगम कॉलोनी और बस्तियों में लगातार दवा का छिड़काव का काम कर रहा है।
जबलपुर:-पिछले 2 महीनों तक जिले में कोरोना संक्रमण नियंत्रण था। लेकिन पिछले एक सप्ताह से अचानक मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है। चिकित्सा अधिकारी रत्नेश कुरारिया का कहना है। इसकी मुख्य वजह नागरिकों की लापरवाही हो सकती है। लोगों ने मांस पहनना छोड़ दिया है। और भीड़ भरे इलाकों में ज्यादा जा रहे हैं। उनका कहना है। 18 वर्ष से जियादा आयु के लोगों को 80 से 90% वैक्सीनेशन का काम पूरा हो चुका है। वैक्सीनेशन भी सबसे बड़ा कोविड-19 से बचने का उपाय है। उसके बावजूद सुरक्षा के सभी उपाय अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया 100% वैक्सीनेशन की दिशा में लगातार काम चल रहा है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी रत्नेश कर दिया का कहना है। बरसात के 2 म-हीनों में वायरल फीवर और संक्रमण रोगों में इजाफा होता है। इस दौरान नागरिकों को सुरक्षा के उपाय करने की आवश्यकता है। स्वास्थ विभाग और नगर निगम कॉलोनी और बस्तियों में लगातार दवा का छिड़काव का काम कर रहा है।