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डिजिटल भारत l नरसिंहपुर – एक और जहां नरसिंहपुर शहर के रानी अवंती बाई वार्ड में हजारों वर्ग फुट शासकीय जमीन पर प्लाट काटकर बेचे जाने के आरोप लगाये जाकर शिकायत कर हजारों वर्गफुट शासकीय भूमि आखिर है कहां ? इसकी जांच किये जाने की मांग की जा रही है जिसपर तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को जांच और कार्यवाही करने की फुर्सत नहीं है और ग्राम मलहौआ में हल्का पटवारी की सक्रियता पर की जा रही कार्यवाही चर्चा व जांच का विषय बन गई है । नरसिंहपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम मलहौआ में एक गरीब परिवार के कच्चे मकान को अतिक्रमण की कार्रवाई बताते हुए हल्का पटवारी के द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन पर जिस तेजी से कार्रवाई की गई और उस कार्रवाई पर तहसीलदार नरसिंहपुर और पुलिस विभाग ने भी जिस तत्परता का उदाहरण दिया है उससे लगता है कि अब सरकार के जितने दावे गरीब भूमिहीनों को आवास के लिए भूमि और आशियाना दिये जाने को लेकर किये जाते रहे हैं,वह केवल सत्तापक्ष के चहेतों और अधिकारियों की मर्जी पर ही निर्भर हैं ।

दरअसल नरसिंहपुर तहसील के अंतर्गत ग्राम मलहौआ निवासी चरणलाल ढीमर पिता झाउलाल ढीमर जोकि अपने परिवार के साथ 20-25 वर्ष से शासकीय पट्टे की भूमि जो राजस्व रिकॉर्ड में भगवानदास वल्द कंछेदी, छोटी बाई बगैरह के नाम से राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज थी उस पर अपना कच्चा मकान बनाकर रह रहा था । महत्वपूर्ण बात यह कि उक्त भूमि जिसके नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज है उसने न तो सीमांकन का आवेदन दिया और न ही अतिक्रमण की कोई शिकायत की किंतु हल्का पटवारी को अतिक्रमण होने की जिम्मेदारी का अहसास हुआ और बगैर किसी शिकवा शिकायत के उन्होंने तहसीलदार महोदय के समक्ष अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत कर केवल चरणलाल ढीमर पिता झाउलाल ढीमर निवासी ग्राम मलहौआ के द्वारा पटवारी हल्का नंबर 30 के खसरा नंबर 39/5 के रकबे पर 45× 40 फीट मवेशी बांधने और 45× 40 में कच्चा मकान बनाकर रहने का अतिक्रमण प्रतिवेदन पेश कर दिया ।

गौरतलब यह है कि उक्त भूमि पर अन्य लोगों के मकान भी बने हुए हैं किंतु उन सबको इस कार्यवाही से मुक्त और नजरअंदाज किया गया । हल्का पटवारी के इस प्रतिवेदन पर यह सब इतनी तेजी से किया कि इस दौरान चरणलाल ढीमर द्वारा अपने को जारी अतिक्रमण के मामले में जो नोटिस दिये उनको लेकर अपील की जो कार्रवाई की गई थी उस पर भी सुनवाई नहीं की गई । इस संबंध में कलेक्टर नरसिंहपुर के यहां भी 21 मार्च 2023 को आवेदन देकर राजस्व निरीक्षक व हल्का पटवारी द्वारा की गई अवैधानिक कार्यवाही व कच्चे मकान को तोड़े जाने पर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई किंतु उसकी यह बात भी नहीं सुनी गई । हल्का पटवारी के प्रतिवेदन पर चरणलाल ढीमर का मकान जेसीबी बुलाकर ठेमी पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों सहित राजस्व अमला ने जिस तेजी से तोड़ा और अतिक्रमण हटाने के नाम पर एक गरीब को बेघर कर दिया जबकि ऐसे अनेक मामले आज भी अतिक्रमण की शिकायत किये जाने के बाद भी कार्यवाही करने के नाम पर मामलों को लटकाया जाता है । ग्राम मलहौआ में नरसिंहपुर तहसील के राजस्व अमले द्वारा गरीब के कच्चे मकान को जेसीबी बुलाकर जिस तरह से अतिक्रमण हटाने के नाम पर मनमर्जी और मनमानी की गई है निश्चित रूप से यह सत्ता के रसूखदारों के इशारे पर और प्रशासनिक अधिकारियों की हठधर्मिता की ओर इशारा करती है

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