नई दिल्ली। चंद्रयान 3 मिशन चंद्रमा पर चंद्रयान 1 के खोजी अभियान को आगे बढ़ाएगा। इस प्रक्रिया में वह चांद पर इंसानों की बस्तियां बसाने के लिए जरूरी संसाधनों की तलाश करेगा। चंद्रमा हमारे पृथ्वी ग्रह का उपग्रह है। अंतरिक्ष विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह ने हमारे सहयोगी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में भारत के चंद्रयान मिशन पर विस्तार से बातचीत में ये बातें बताईं। मंत्री ने कहा, ‘चंद्रयान 1 अन्य सभी अंतरिक्ष मिशनों की तुलना में पूरी तरह से अलग था। ऐसा इसलिए क्योंकि जब भारत ने 1960 के दशक की शुरुआत में अपनी अंतरिक्ष यात्रा शुरू की थी, तब अमेरिका पहले से ही चंद्रमा पर अपने अपोलो मानव मिशन में व्यस्त था। हालांकि अमेरिका दशकों पहले चंद्रमा पर उतर चुका था, लेकिन उसे अतीत में चंद्रमा पर पानी का कोई सबूत नहीं मिला था।’
उन्होंने कहा, ‘जब चंद्रयान 1 को (वर्ष 2009 में) चंद्रमा पर पानी के अणुओं का पहला ठोस सबूत मिला तो अंतरिक्ष अनुसंधान में एक नया अध्याय शुरू हो गया। नासा ने भी हमारे मून मिशन में रुचि दिखाई। इसलिए, चंद्रयान 3 गहराई से खोज करेगा और वहां से शोध जारी रखेगा जहां चंद्रयान 1 ने छोड़ा था और पानी के और अधिक सबूत खोजने की कोशिश करेगा जो भविष्य में चंद्रमा पर इंसानी बस्तियां बसाने की संभावना भी पैदा कर सकता है।