स्कूलों के सूचना पटल पर शिक्षकों और स्टाफ की फोटो लगाई जाएगी।
डिजिटल भारत l शिक्षकों के नाम के साथ ही उनके नंबर और आईडेंटी भी होगी। इसके पीछे की मुख्य वजह प्राक्सी शिक्षकों पर नकेल कसना है। स्कूल में कौन सा शिक्षक किस कक्षा और किस विषय को पढ़ा रहा है इसकी जानकारी छात्र और अभिभावक को होगी।
बताया जाता है l
स्कूल में पदस्थ प्राचार्य, उप प्राचार्य, शिक्षक और अन्य कर्मचारियों की तस्वीरें लगाई जाएंगी, ताकि कोई अपरिचित व्यक्ति शिक्षक बनकर स्कूल में प्रवेश न कर सके। साथ ही विद्यार्थी और अभिभावक प्रत्येक शिक्षक की पहचान सुनिश्चित कर सकें।
इससे स्कूलों में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश तो रुकेगा ही, अपनी जगह किसी और को पढ़ाने के लिए भेज जाने वाले शिक्षकों की भी जानकारी लग सकेगी। क्योंकि प्रदेश में पहले कुछ ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। इसे देखते हुए जिले के स्कूलों में इसे सख्ती से लागू करने प्राचार्याें को निर्देश दिए गए हैं। तत्काल कार्रवाई कर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
ये फोटो ऐसी जगह स्पष्ट और बड़े अक्षरों में चस्पा किए जाएंगे जिसे छात्र, अभिभावक आदि आसानी से देख सकें।
जो शिक्षक नियमित रूप से पढ़ाने जाते हैं। उस कक्ष में उनके फोटो, नाम और पदनाम सहित लगाए जाएंगे। ताकि प्रत्येक विद्यार्थी नाम एवं चेहरे से अपने शिक्षक को पहचान सके। अभिभावक भी जान सके कि उनके बच्चे को कौन सा शिक्षक पढ़ा रहा है।
प्रदेश में इस तरह के मामले सामने आए हैं जिसमें कुछ शिक्षकों ने खुद की सहूलियत के लिए दूसरों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दे रखी है। बाद में पकड़े भी गए। पूर्व में यह निर्णय लिया गया था लेकिन विभाग और स्कूलों ने इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया गया। हाल ही में मुख्य सचिवों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था। स्कूलों को ये तस्वीरें लगाने की व्यवस्था लोकल फंड से की जाएगी।