डिजिटल भारत l वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना पांचवां बजट पेश करने वाली हैं। उनके नाम सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि उन्होंने कोविड महामारी के दौरान बजट पेश किया और लॉकडाउन के दौरान कई योजनाएं शुरू की गईं. वह महामारी और वैश्विक संकट के दौरान देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मुख्य चेहरा रही हैं
आज यानी 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने वाली हैं. मोदी सरकार 2.0 का ये आखिरी पूर्ण बजट है. आम आदमी से लेकर रईस लोग इस बजट को बहुत ही पैनी नजर देख रहे हैं. ऐसे में आपको ये बात जरूर जानना चाहिए कि आपके इस बजट को बनाने वाले लोग आखिर है कौन? देखिए तस्वीरें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना पांचवा बजट पेश करने वाली हैं. उनके नाम सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि कोविड महामारी के दौरान उन्होंने ही बजट पेश किया था और लॉकडाउन के समय कई योजनाओं की शुरुआत की गई थी. महामारी और ग्लोबल क्राइसेस में देश की अर्थव्यवस्था उभारने में वे मुख्य चेहरा रही हैं.
वर्तमान में वित्त सचिव टी वी सोमनाथन हैं, जो 1987 बैच के IAS ऑफिसर हैं. वे कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में संयुक्त सचिव रह चुके हैं. इसके अलावा वे 2015 से 2017 तक प्रधान मंत्री कार्यालय में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वे अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट हैं और योग्य चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) के अलावा लागत लेखाकार और कंपनी सेक्रेटरी (CS) भी हैं.
ये आर्थिक मामलों के सचिव हैं. जो कर्नाटक कैडर से 1987 बैच के IAS अधिकारी हैं. ये बजट बनाने वाली टीम में सबसे महत्वपूर्ण सदस्यों में से एक हैं. आपको बता दें कि G20 केंद्रीय बैंक की सह-अध्यक्षता और वित्त मंत्री की बैठकों की जिम्मेदारी भी इन्हीं के पास है.
आप जानते ही हैं कि
मोदी सरकार कई सेक्टर में विनिवेश कर रही है. इसके लिए अलग से एक विभाग है, जिसे DIPAM के नाम से जाना जाता है. इस विभाग के सचिव तुहिन कांता पांडेय ही हैं. एयर इंडिया की बिक्री में भी इनकी अहम भूमिका थी. ऐसे में इस बजट में विनिवेश को लेकर जो भी प्रस्ताव आने वाले हैं. उसमें इनकी राय अहम होगी.
संजय मल्होत्रा हाल ही में राजस्व विभाग में राजस्व सचिव बनाए गए हैं. इससे पहले वे वित्तीय सेवा विभाग में थे. राजस्व अपेक्षाओं को संतुलित करने में इनकी अहम भूमिका होगी.
विवेक जोशी वित्त मंत्रालय में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इन्हें बैंकिंग सेक्टर को नियंत्रित करने की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. इस साल बजट में बैंकिंग सेक्टर में होने वाले फैसलों में भी इनकी अहम भूमिका होगी.