नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने परंपरागत जोनल रूल को तोड़ा। 2007 टी-20 वर्ल्ड कप विनिंग टीम का हिस्सा रहे अगरकर सिलेक्शन कमिटी में शामिल सभी सदस्यों से इंटरनेशनल करियर के लिहाज से सीनियर हैं। रिपोर्ट की मानें तो वह इस पद को संभालने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन उन्हें मनाया गया। इसके पीछे 2 बड़ी वजहें थीं।
अगरकर नियमित रूप से कॉमेंटेटर और आईपीएल की दिल्ली कैपिटल्स टीम के कोच रहे। उन्हें सिलेक्शन कमिटी में आने पर सैलरी कम हो जाती, जबकि वह अन्य प्रोफेशनल कामों में भी फंसे हुए थे। एक कमेंटेटर और कोच के रूप में वह मुख्य चयनकर्ता की तुलना में काफी अधिक कमा सकते थे। सिलेक्टर का मौजूदा वार्षिक वेतन 1 करोड़ रुपये ही है। ऐसे में टीम इंडिया से जुड़ना एक मुश्किल और आर्थिक रूप से घाटा सहने वाला फैसला था। वर्तमान में प्रति वर्ष 90 लाख रुपये कमाने वाले अन्य चार चयनकर्ताओं को भी वेतन वृद्धि मिलेगी या नहीं, यह अभी तक निर्धारित नहीं किया गया है। नए अध्यक्ष की जिम्मेदारियां तुरंत शुरू होंगी, क्योंकि बुधवार को चयन समिति की बैठक बुलाई गई है। नए अध्यक्ष के अलावा शिव सुंदर दास, सुब्रतो बनर्जी, श्रीधरन शरथ और अंकोला शामिल कैरेबियन और अमेरिका में वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों की टी 20 श्रृंखला के लिए टीम का सिलेक्शन करना है। संभव है कि इसके साथ ही हार्दिक पंड्या को कप्तानी सौंपने जैसे कुछ कड़े फैसलों पर भी मुहर लगे।