डिजिटल भारतl जबलपुर पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने घरेलू और व्यावसायिक उपभोक्ताओं के मीटर में क्यूआर कोड लगाया गया है। इस क्यूआर कोड के लगने के बाद उपभोक्ताओं के बढ़े हुए विद्युत भार का खुलासा हो रहा है। कंपनी के पास कई स्थानों से यह शिकायतें पहुंची कि क्यू आर सर्वे के माध्यम से जुटाई जा रही जानकारी सही नहीं है। जिसके बाद मुख्यालय स्तर पर कंपनी क्षेत्र के विभिन्न नगर संभाग में लोड की आकस्मिक चेकिंग कराई जा रही है। कंपनी द्वारा क्यू आर कोड से प्राप्त लोड की जानकारी के परीक्षण के लिए संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उपभोक्ताओं के घर पर भेजा जा रहा है ताकि जांच की जा सके। सर्वे में उपभोक्ताओं के कनेक्शन का वास्तविक लोड क्यू आर सर्वे रिपोर्ट के बराबर या अधिक मिल रहा है। विद्युत विभाग स्थिति की जांच में लगा है।
सिटी सर्किल के अधीक्षण अभियंता संजय अरोरा ने बताया कि शहर में कई कनेक्शनों के लोड का परीक्षण कराया गया जिसमें संबंधित उपभोक्ताओं का लोड अधिक निकला। बिजली उपभोक्ता नितिन अग्रवाल का स्वीकृत लोड चार किलोवाट था, लेकिन जब जांच की गई तो वह 12.26 किलोवाट निकला। वहीं गौतम पाटिल, सुंदरदास लालवानी, मुकेश लालवानी, हीरालाल परसाई, सतीश कपूर, भास्कर राव पितले एवं संदीप जैन समेत अन्य उपभोक्ताओं के कनेक्शन की जांच कंपनी के अधिकारियों द्वारा की गई जिसमे क्यूआर सर्वे से प्राप्त लोड वेरिफिकेशन को सटीक पाया गया। अधीक्षण यंत्री संजय अरोरा ने कहा कि गड़बड़ी मिलने पर निर्धारित नियमों के तहत विद्युत लोड को बढ़ाया जा रहा है।