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नई दिल्ली । दिल्ली की शाहबाद डेयरी में हाल ही में हुई जघन्य हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। बिहार में भी ऐसी घटनाएं अक्सर हो रही हैं। सीतामढ़ी जिले में 30 मई को सिरफिरे आशिक ने अपनी पूर्व प्रेमिका पर 12 बार चाकू से वार किया। सीतामढ़ी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जिसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पीड़िता को गंभीर चोटें आई हैं और वह अस्पताल में जीवन-मौत के बीच झूल रही है। सीतामढ़ी के एसपी मनोज कुमार तिवारी ने कहा, आरोपी के कबूलनामे के अनुसार, वह पिछले पांच साल से लड़की के साथ रिलेशनशिप में था, लेकिन हाल ही में उसने उसकी अनदेखी शुरू कर दी थी और उससे शादी करने से इनकार कर दिया था। आरोपी चंदन कुमार ने गुस्से में आकर उसे कई बार चाकू मारा। मंगलवार को हमने उसे हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया है।

बिहार के लखीसराय जिले में 24 मई को अपनी प्रेमिका की शादी से नाराज एक प्रेमी ने मंडप में बैठे दूल्हे पर तेजाब फेंक दिया। दूल्हे नवीन कुमार के चेहरे और छाती पर घाव हैं और उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित के परिजनों ने आरोपी मिथुन कुमार को पकड़कर बुरी तरह पीटा और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। हलसी पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी अखिलेश कुमार ने कहा, घटना लखीसराय जिले के हलसी थाना क्षेत्र के ककरौली गांव की है। शेखपुरा जिले के भांडौस गांव निवासी दूल्हा और उसके रिश्तेदार 24 मई को शादी के लिए ककरौली आए थे। तेजाब की बोतल लिए मिथुन विवाह स्थल पर पहुंचा और मंडप में दूल्हे पर तेजाब फेंका। कुमार ने कहा, दोनों मामलों में अपराधियों की बुरी मानसिकता थी। ऐसी घटनाओं में एक तरह का जुनून भी शामिल होता है और इसलिए वे क्रूर हमले करने से नहीं हिचकिचाते। उन्हें घटना के परिणामों की परवाह नहीं रहती।पटना पुलिस ने 30 मई को एक जाहिरा तौर पर मानसिक हत्यारे को गिरफ्तार किया, जिसने 28 मई की रात को तीन लोगों को गोली मार दी थी। उनमें से यूपीएससी की तैयारी कर रहे एक छात्र सहित दो की मौत हो गई थी। हत्यारे की पहचान पटना सिटी चौक क्षेत्र निवासी शुभम् उर्फ नेपाली के रूप में हुई है। शुभम ने बहादुरपुर रेलवे ओवरब्रिज पर साहिल नामक पान विक्रेता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शाहिल के गले में गोली लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। कुछ घंटे बाद उसने राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन के पास एक रेल कर्मचारी के सिर पर बंदूक का बट मार दिया और उसका मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। शुभम ने 28 मई को यूपीएससी की परीक्षा देने पटना आए अगमकुआं इलाके में राहुल कुमार ओझा को भी गोली मारी थी। आरोपी ने उससे 20 रुपये मांगे और जब राहुल ने मना किया तो उसने उसके पेट में गोली मार दी। पांच दिन बाद राहुल ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। नौबतपुर इलाके में भी शुभम उर्फ नेपाली ने भी एक व्यक्ति को गोली मार दी थी। मामले के जांच अधिकारी ने कहा कि वह अपराधों और केवल कुछ रुपयों के लिए लोगों को मारने के लिए जुनूनी था। पटना (सेंट्रल जोन) के सिटी एसपी संदीप सिंह ने कहा, आरोपी ड्रग एडिक्ट है। उसने नशे की हालत में अपराध किया था। यह एक सीरियल किलर की हरकत थी जो अपराध के परिणामों की परवाह नहीं कर रहा था।

पटना के मनोचिकित्सक डॉ. राकेश कुमार सिंह कहते हैं, आम तौर पर समाज में लोगों की 25 से 30 मानसिकता होती है। जो व्यक्ति अचानक और निर्मम अपराध करता है, वह आमतौर पर बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित होता है। बाइपोलर डिसऑर्डर का सही कारण ज्ञात नहीं है लेकिन आनुवंशिक, पर्यावरणीय, परिवर्तित मस्तिष्क संरचनाओं का संयोजन अपराध करने में भूमिका निभा सकता है। सिंह ने कहा, बाइपोलर विकार वाले व्यक्ति का मूड आमतौर पर कभी अवसादग्रस्त तो कभी उन्मत्त हो जाता है। उस व्यक्ति के मूड की भविष्यवाणी करना बेहद कठिन होता है। ऐसे व्यक्ति में आमतौर पर दोहरा चरित्र होता है। वे सार्वजनिक रूप से सामान्य व्यवहार करते हैं और किसी विशेष मुद्दे या व्यक्ति के खिलाफ पर हिंसक हो जाते हैं। उन्होंने बताया, जहां तक बिहार में होने वाली घटनाओं की बात है तो हमारे सामने बड़ी संख्या में नशाखोरी के मामले आते हैं। शराबबंदी के बाद कई युवा और किशोर भांग के आदी हो चुके हैं। नशा ऐसे लोगों में पोलर डिसऑर्डर विकसित कर देता है। किसी जघन्य अपराध को करने से पहले उसके परिणामों के बारे में सोचते भी नहीं हैं। उन्हें ऐसा लगता है कि दूसरे सभी लोगों से श्रेष्ठ हैं।

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