DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

एक मंत्री और 4 विधायकों ने पार्टी छोड़ी, अखिलेश यादव की ‘साइकिल’ पर हो सकते हैं सवार..

0 0
Read Time:5 Minute, 18 Second

यूपी में BJP को करारा झटका-

सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर कहा ‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!

सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएँगे, भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है!

योगी आदित्यरनाथ सरकार के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी का दामन छोड़ दिया है. मौर्य, उत्तर प्रदेश में ओबीसी का बड़ा चेहरा माने जाते हैं. उनके साथ ही बीजेपी के चार और विधायकों ने पार्टी छोड़ने का फ़ैसला किया है, जिनमें बृजेश प्रजापति, रोशन लाल, भगवती सागर, और विनय शाक्य शामिल हैं.अन्यं पिछड़ा वर्ग (OBC)के प्रभावी नेता और पांच बार के विधायक स्वाकमी प्रसाद मौर्य ने मायावती की बहुजन समाज पार्टी छोड़ने के बाद वर्ष 2017 में बीजेपी ज्वॉ्इन की थी. वह अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी का मुकाबला करने के लिए ओबीसी वोटर्स को आकर्षित करने की बीजेपी की योजना कें केंद्र बिंदु थे.

“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है, किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये  के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं.”उन्होंौने संवाददाताओं से कहा, ‘मेरे ‘बाहर आने’ का बीजेपी पर  क्यार असर पड़ेगा, यह 2022 के विधानसभा चुनाव के बाद स्पाष्टल होगा. ‘स्वा.मी प्रसाद मौर्य के ‘बाहर जाने’ से  इस धारणा की पुष्टि हुई है कि सीएम योगी आदित्यानाथ के खिलाफ उनकी नाराजगी को बीजेपी ने अनसुना किया. सूत्र बताते हैं कि दो माह पहले मौर्य ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से योगी आदित्यअनाथ को लेकर शिकायत की थी लेकिन कथित तौर पर इसे अनदेखा कर दिया गया था. B

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए जारी प्रचार के बीच बीजेपी को एक और झटका लगा है. स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब दारा सिंह चौहान ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. दारा सिंह मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से विधायक हैं. उन्होंने राज्यपाल को भेजी चिट्ठी में योगी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और युवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया है.

मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद दारा सिंह चौहान ने अखिलेश यादव से मुलाकात की. सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!  सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएँगे… भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है! सबको सम्मान सबको स्थान!

दारा सिंह चौहान

  ने राज्यपाल को भेजी चिट्ठी में कहा, ”माननीय मुख्यमंत्री  के मंत्रिमंडल में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %