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एक भारत उत्कृष्ट भारत

भारत की बेटियों का कमाल, पाकिस्तान को एक बार फिर से धोया, विश्व कप में किया धमाकेदार आगाज

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डिजिटल भारत l आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 2023 में टीम इंडिया पाकिस्तान को 7 विकेट से हराते हुए धमाकेदार जीत दर्ज है। दोनों टीमों का विश्व कप में यह पहला मैच था। विश्व कप का यह मैच केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेला गया था। मैच में टीम इंडिया ने एक ओवर शेष रहते ही जीत हासिल कर लिया।
महिला विश्व कप के इस मैच में पाकिस्तान की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 149 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था। भारत को मैच मैच में जीत के लिए 150 रनों का लक्ष्य मिला।
पाकिस्तान के लिए मैच में कप्तान बिस्माह महरूफ बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली। बिस्माह ने 55 गेंद में 68 रनों की धमाकेदार पारी खेली जिसमें उन्होंने 7 बेहतरीन चौके लगाए। इसके अलावा आयशा नसीम ने भी 25 गेंद में 43 रनों की दमदार पारी खेली।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया के लिए ओपनर बल्लेबाज यस्तिका भाटिया और शेफाली वर्मा ने दमदार शुरुआत की और दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 38 रनों की साझेदारी हुई। यस्तिका 17 रन बनाकर आउट हुईं जबकि शेफाली ने 33 रनों का योगदान दिया
हालांकि असली खेल तो इसके बाद हुआ जब जेमिमा रोड्रिगेज बैटिंग के लिए मैदान पर उतरीं। जेमिमा ने टीम इंडिया के लिए 38 गेंद में तूफानी पारी खेलते हुए 58 रन बनाए जिसमें उनके 8 चौके भी शामिल रहे।
इसके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष का भी बल्ला खूब चला। ऋचा ने भारत के लिए 20 गेंद में 31 रन बनाए जिसमें उन्होंने 5 बेहतरीन चौके जड़े जबकि हरमनप्रीत कौर ने 16 रनों का योगदान दिया।

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कंट्रोल होगा High BP, वेट लॉस और अन्य बीमारियों में भी असरदार ये चॉकलेट

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चॉकलेट खाना तो लगभग सभी को पसंद होता है. लेकिन डार्क चॉकलेट के अपने अलग फायदे होते हैं. इसके सेवन से हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है. आज जानेंगे डार्क चॉकलेट के अन्य फायदे
डिजिटल भारत l आजकल ज्यादातर लोगों के गलत खानपान, खराब दिनचर्या और तनाव की वजह से कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप की समस्या बढ़ने लगी है. साथ ही हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल से हृदय रोग का खतरा अधिक रहता है. इसके लिए जरूरी है कि हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल पूरी तरह से कंट्रोल में रहे. अगर आप भी हाई बीपी के मरीज हैं, और इसे कंट्रोल करना चाहते हैं, तो इसमें डार्क चॉकलेट असरदार साबित हो सकती है. इसके सेवन से हाई बीपी, मोटापा, हृदय रोग समेत कई अन्य बीमारियों में फायदा मिलता है. आइए, जानें डार्क चॉकलेट खाने के अन्य फायदे के बारे में…

  1. मूड स्विंग्स में फायदेमंद

कई बार शरीर में हार्मोनल असंतुलन के चलते लोग मूड स्विंग्स का शिकार हो जाते हैं. इससे व्यक्ति मानसिक रूप से व्यथित रहता है. उसके मन और मस्तिष्क में कई प्रकार के विचार एक साथ उमड़ते रहते हैं. साथ ही मन में उथल-पुथल रहती है. पल में वह खुश होता है, तो पल में बैचेन रहने लगता है. इससे निजात पाने के लिए आप डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं. जानकारों के अनुसार, डार्क चॉकलेट मूड स्विंग्स में बहुत फायदेमंद होती है.

  1. वेट लॉस में सहायक

आजकल मोटापा लोगों की एक अलग समस्या हो गई है. इस समय 10 में से हर 8 व्यक्ति मोटापे से परेशान है. वेट लॉस करने के लिए लोग क्या-क्या जतन नहीं करते, लेकिन मोटापा कम नहीं होता है. अगर आप भी बढ़ते वजन को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो डार्क चॉकलेट का सेवन शुरू कर दें. इससे क्रेविंग की समस्या से निजात मिलता है. साथ ही इसमें कैलोरी बहुत कम होती है. डार्क चॉकलेट में फाइबर पाया जाता है.

  1. हाई बीपी को कंट्रोल करता है

डार्क चॉकलेट खाने से हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं. आसान शब्दों में कहें तो डार्क चॉकलेट में फ्लेवानोल्स पाया जाता है, जो उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने में सहायक होता है. इसके लिए हाई बीपी और कोलेस्ट्रॉल के रोगी रोजाना डार्क चॉकलेट का सेवन करें.

  1. तनाव में राहत

अगर आप तनाव से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो डार्क चॉकलेट खाएं. एक शोध में पाया गया है कि डार्क चॉकलेट में गुणकारी आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो तनाव के प्रभाव को कम करने में सहायक होते हैं. इसमें सेरोटोनिन, डोपामाइन और फेनाइलेथैलामाइन के गुण पाए जाते हैं, जो तनाव से राहत दिलाते हैं.

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बैंक, पुलिस, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग में निकली हैं सरकारी नौकरी

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डिजिटल भारत l सरकारी नौकरी की तलाश करने वालों के लिए देशभर के अलग अलग विभागों में सरकारी नौकरियां निकली हुई हैं. अगर आप भी सरकारी नौकरी की तलाश में हैं तो हम आपको यहां ऐसी ही नौकरियों की जानकारी दे रहे हैं. इस बात का ध्यान रखना है कि आप केवल उसी नौकरी के लिए आवेदन करें जिसकी जरूरी शर्तों को पूरा करते हों. अगर जरूरी पात्रताएं पूरी नहीं करने पर आवेदन करेंगे तो आपके आवेदन को रद्द कर दिया जाएगा.

BOI Recruitment 2023
बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO) के पदों पर भर्ती के लिए इच्‍छुक उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं. कैंडिडेट्स आधिकारिक वेबसाइट bankofindia.co.in से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. अप्‍लाई करने की आखिरी तारीख 25 फरवरी है. इस भर्ती अभियान से 500 वैकेंसी भरी जानी हैं, जिनमें से 350 वैकेंसी जनरल बैंकिंग स्ट्रीम में क्रेडिट ऑफिसर के पद के लिए हैं, और 150 वैकेंसी स्पेशलिस्ट स्ट्रीम में आईटी ऑफिसर के पद के लिए हैं.


Navy Recruitment 2023
10वीं पास कैंडिडेट्स के लिए भारतीय नौसेना में शामिल होने का मौका है. नेवी ने सिविलियन पर्सनल के पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे हैं. कैंडिडेट भारतीय नौसेना की आधिकारिक वेबसाइट joinindiannavy.gov.in से आवेदन कर सकते हैं. इस भर्ती अभियान से कुल 248 पद भरे जाएंगे. आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मैट्रिकुलेशन (कक्षा 10वीं पास) या समकक्ष होना चाहिए.

Teacher Recruitment 2023
शिक्षक भर्ती का इंतजार करने वालों के लिए एक्सीलेंस स्कूल एवं मॉडल स्कूलों में नौकरी पाने का मौका है. यह भर्तियां झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के विद्यालय एवं मॉडल विद्यालयों में निकाली गई है. पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर जिला प्रशासन के वेबसाइट jamshedpur.nic.in पर भर्ती का नोटिफिकेशन उपलब्ध कराया गया है. कुल 157 वैकेंसी निकाली गई है. जिनमें टीजीटी के 98 एवं पीजीटी के 59 पद शामिल हैं. हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत, इतिहास, भूगोल, गणित, भौतिकी, जीव विज्ञान, केमिस्ट्री, कॉमर्स एवं इकोनॉमिक्स सब्जेक्ट के टीचर्स की भर्तियां की जानी हैं.

Police Recruitment 2023
स्टेट लेवल पुलिस रिक्रूटमेंट बोर्ड (SLPRB) कॉन्स्टेबल के अलग अलग पदों पर नियुक्तियां करने जा रहा है. कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है, जो 22 फरवरी तक चलेगी. कैंडिडेट रिक्रूटमेंट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट slprbassam.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. असम पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती 2023 के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 22 फरवरी 2023 है.

Medical Jobs
मेडिकल क्षेत्र में नौकरी की तलाश करने वालों के लिए राजस्थान में मौका है. मेडिकल एजुकेशन सेक्टोरेल पोर्टल राजस्थान में भर्ती प्रक्रिया चल रही है. इसके लिए कैंडिडेट्स आधिकारिक वेबसाइट medicaleducation.rajasthan.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. कैंडिडेट्स इसके लिए 15 फरवरी 2023 तक आवेदन कर सकते हैं.

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जाने तुर्की में भूकंप का इतिहास और अलग-अलग देश में भूकंप को लेकर एक्सपर्ट्स की ऐसी भविष्यवाणी

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डिजिटल भारत l तुर्की में 1939 के बाद के सबसे भयावह भूकंप के बाद ये सवाल उठने लगा है कि क्या इतनी बड़ी त्रासदी से बचा जा सकता था. साथ ही ये भी कि क्या राष्ट्रपति अर्दोआन की सरकार और ज़्यादा लोगों की जान बचा सकती थी.

तुर्की में चुनाव नज़दीक हैं और उनकी 20 साल पुरानी सत्ता दांव पर लगी है. लेकिन संकट के दौर में देश में एकता बनाए रखने की अर्दोआन की अपील अनसुनी कर दी गई है.

राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने माना है कि राहत कार्य में कमी रही है. लेकिन भूकंप प्रभावित एक इलाके का दौरा करते वक्त उन्होंने इसके लिए नियति को दोष दिया. उन्होंने कहा, ”ऐसी चीज़ें पहले भी हुई हैं. ये नियति की योजना का हिस्सा है.”

तुर्की में ऐसा भयावह भूकंप 1939 के बाद नहीं आया था. छह दिन पहले आए भूकंप की तीव्रता काफ़ी ज़्यादा थी. पहले 7.8 और 4.17 की तीव्रता के दो झटके आए. इसके बाद भी एक के बाद 7.5 तीव्रता के कई झटके आए.
तुर्की में 100 साल पहले तबाही

यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, ऐसी तबाही तुर्किये पहले भी देख चुका है। 1939 में 7.8 तीव्रता से आए एक भूकंप ने 30 हजार लोगों को अपनी चपेट में ले लिया था। वहीं, 1999 में 7.2 तीव्रता से आए भूकंप में 845 लोगों की जान चली गई थी।
द ग्रेट भोला चक्रवात ने दहलाया

1970 में दक्षिण एशिया के देश बांग्लादेश में द ग्रेट भोला चक्रवात की वजह से बांग्लादेश (तब का पूर्वी पाकिस्तान) बाढ़ की चपेट में आ गया था। देश की सीमा से लगे समुद्र में 35 फीट ऊंची लहरें उठी थीं, जिनकी वजह से बड़ा भू-भाग प्रभावित हुआ था। इस प्राकृतिक आपदा में पूर्वी पाकिस्तान में 3 से 5 लाख लोगों की मौत हो गई थी। भोला चक्रवात उष्णकटिबंधीय तूफानों में अब तक का सबसे खतरनाक तूफान था। भारत में भी इसका असर देखने को मिला था।

तुर्की में भूकंप आने की 2 सटीक भविष्यवाणी कर चुके होगरबीट्स ने अब भारत में भूकंप को लेकर भी ऐसा ही दावा किया है। उनके इस दावे वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जॉस क्विंटन द्वारा शेयर किए गए वीडियो में फ्रेंक को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि आने वाले कुछ दिनों में एशिया के अलग-अलग भागों में जमीन के भीतर हलचल होने संभावना है।
उन्होंने आगे कहा है कि हलचल पाकिस्तान और अफगानिस्तान से होते हुए हिंद महासागर के पश्चिम की तरफ हो सकती है। भारत इसके बीच में होगा। वहीं चीन में भी आने वाले कुछ दिनों में भूकंप आ सकता है। हालाँकि होगरबीट्स ने इस बार भी भूकंप की तीव्रता और समय के बारे में कुछ भी नहीं कहा है।

जैसा कि हमने पहले भी बताया है फ्रैंक होगरबीट्स SSGEOS नामक संस्था में काम करते हैं। इस संस्था ने अपनी वेबसाइट में लिखा है, “SSGEOS सोलर सिस्टम के ज्यामितीय सर्वे के लिए बहुत छोटा संस्थान है। हम भूकंपीय गतिविधि से संबंधित खगोलीय पिंडों के बीच ज्यामिति की निगरानी कर शोध करते हैं।” इसके अलावा, इस वेबसाइट में ग्रहों की स्थिति को लेकर कुछ फोटोज भी अपलोड किए गए हैं। इन फोटोज के साथ भूकंप आने की घटनाओं का जिक्र है।

हालाँकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि भूकंप को लेकर ऐसी भविष्यवाणी करना संभव नहीं है। वास्तव में अब तक ऐसे किसी भी शोध को लेकर स्पष्ट पुष्टि नहीं हुई है। इसलिए फ्रैंक होगरबीट्स की भविष्यवाणी पर अब भी संदेह जताए जा रहे हैं। लेकिन यदि उनकी भविष्यवाणी इसी तरह सही होती रहीं तो निश्चित रूप से इसे विज्ञान की एक बड़ी उपलब्धि माना जाएगा।

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राम लला की मूर्ति जिस शालिग्राम शिला से बनेगी, उसके बारे में आप कितना जानते हैं? यहां पढ़ें महत्वपूर्ण जानकारी

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डिजिटल भारत l नेपाल से अयोध्या लाईं गई करीब छह करोड़ साल पुरानी शालिग्राम शिलाएं इन दिनों चर्चा में हैं। इन्हीं शिलाओं से अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के गर्भगृह में स्थापित होने वाली भगवान राम और माता सीता की मूर्ति तैयार होनी है। ये शिलाएं नेपाल की गंडकी नदी में लाई गईं हैं। माना जा रहा है कि साल 2024 में होने वाली मकर संक्रांति तक यह मूर्तियां बनकर तैयार हो जाएंगी।

अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के निर्माणाधीन मंदिर में स्थापित होने वाली दो शालिग्राम शिलाएं अयोध्या आ गई है। भगवान विष्णु का स्वरूप मानी जाने वाली इन शिलाओं का रामनगरी में भव्य अभिनंदन किया गया। कहा जाता है कि ये शिलाएं करीब छह करोड़ साल पुरानी हैं। दोनों शिलाएं 40 टन की हैं। एक शिला का वजन 26 टन जबकि दूसरे का 14 टन है।
शालिग्राम शिला चर्चा में क्यों है?
नेपाल की पवित्र काली गंडकी नदी से ये पत्थर निकाले गए हैं। वहां अभिषेक और विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद शिला को 26 जनवरी को सड़क मार्ग से अयोध्या के लिए रवाना किया गया। बिहार के रास्ते यूपी के कुशीनगर और गोरखपुर होते हुए बुधवार को ये शिलाएं अयोध्या पहुंचीं। शिलायात्रा जहां-जहां से गुजरी उसका भव्य स्वागत हुआ। जानकारी के मुताबिक, शालिग्राम शिलाओं को रामसेवकपुरम स्थित कार्यशाला में रखा जाएगा।
शालिग्राम शिलाएं अयोध्या क्यों लाई गईं?
छह करोड़ वर्ष पुराने दो शालीग्राम पत्थरों को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि में रखा जाएगा। इन शिलाओं का इस्तेमाल यहां निर्माण हो रहे श्री राम मंदिर में भगवान श्री राम के बाल्य स्वरूप की मूर्ति और माता सीता की मूर्ति बनाने के लिए किया जाएगा।

मां लक्ष्मी का मिलता है आशीर्वाद

शालिग्राम स्वयंभू होने के कारण इनकी भी प्राण प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती और भक्त जन इन्हें घर अथवा मन्दिर में सीधे ही पूज सकते हैं. शालिग्राम शिला को अलौकिक माना गया है. कहते हैं जिस घर या मंदिर में शालिग्राम विराजते हैं वहां के भक्तों पर मां लक्ष्मी मेहरबान रहती है, साथ ही वह संपूर्ण दान के पुण्य तथा पृथ्वी की प्रदक्षिणा के उत्तम फल का अधिकारी बन जाता है.

अयोध्या में रामलला की मूर्ति नेपाल के शालीग्राम शिलाओं से बनेगी. धर्म ग्रंथों में शालीग्राम पत्थर को साक्षात भगवान विष्णु का स्वरूप माना गया है और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भगवान विष्णु के ही सातवें अवतार माने गए हैं. राम भगवान की मूर्ति को जिस शालिग्राम पत्थर से तराशा जाएगा वह नेपाल की गंडकी नदी में पाया जाता है. आइए जानते हैं शालिग्राम पत्थर का महत्व.
इस कारण शालीग्राम शिला से बन रही है राम की मूर्ति

धार्मिक मान्यता है कि शालिग्राम पत्थर बेहद चमत्कारी माना गया है. कहते हैं जहां शालिग्राम की पूजा होती है वहां मां लक्ष्मी का वास होता है. वहीं गंडकी नदी के शालिग्राम शिला को लेकर पौराणिक कथा है कि एक बार भगवान विष्णु ने वृंदा (तुलसी) के पति शंखचूड़ को छल से मार दिया था.

वृंदा को इस बात का पता चला तो उन्होंने विष्णु को पाषाण होकर धरती पर निवास करने का श्राप दिया. चूंकि वृंदा श्रीहरि की परम भक्त थी, तुलसी की तपस्या से प्रसन्न होकर विष्णु जी ने कहा कि तुम गंडकी नदी के रुप में जानी जाओगी और मैं शालिग्राम बनकर इस नदी के पास वास करुंगा. कहते हैं कि गंडकी नदी में जो शालिग्राम शिला है उन पर चक्र, गदा का चिन्ह पाए जाते हैं
शालिग्राम पत्थर का महत्व

हिंदू धर्म में शालिग्राम का खास महत्व है. हिंदूओं में ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश की पूजा विभिन्न प्रकार से की जाती है. जैसे ब्रह्मा जी की पूजा शंख के रूप में और भगवान शिव की उपासना शिवलिंग के रूप में की जाती है, ठीक उसी तरह भगवान विष्णु की उपासना भगवान शालिग्राम के रूप में की जाती है. कहते हैं कि 33 प्रकार के शालिग्राम होते हैं. इन सभी को श्रीहरि विष्णु के 24 अवतारों से जोड़ा गया है. विष्णु के गोपाल रूप में गोलाकार शालिग्राम की पूजा होती है. मछली के आकार के शालिग्राम को मत्स्य अवतार का रुप माना जाता है. कछुए के आकार को कुर्म अवतार का प्रतीक माना जाता है. जिन शालीग्राम में रेखाएं होती हैं उन्हें श्रीकृष्ण का रूप माना जाता है.

मां लक्ष्मी का मिलता है आशीर्वाद

शालिग्राम स्वयंभू होने के कारण इनकी भी प्राण प्रतिष्ठा की आवश्यकता नहीं होती और भक्त जन इन्हें घर अथवा मन्दिर में सीधे ही पूज सकते हैं. शालिग्राम शिला को अलौकिक माना गया है. कहते हैं जिस घर या मंदिर में शालिग्राम विराजते हैं वहां के भक्तों पर मां लक्ष्मी मेहरबान रहती है, साथ ही वह संपूर्ण दान के पुण्य तथा पृथ्वी की प्रदक्षिणा के उत्तम फल का अधिकारी बन जाता है.

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जीरा खाने के फायदे… डायबिटीज समेत कई बीमारियों में कारगर है जीरा, इस तरह करें सेवन

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डिजिटल भारत l भोजन में तड़का देने के लिए अधिकतर जीरे का इस्तेमाल किया जाता है. खासकर दाल में हम जीरे का तड़का बेहद पसंद करते हैं. मसाले के तौर पर भोजन में इस्तेमाल होने वाला जीरा न सिर्फ हमारे भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि कई तरह की समस्याओं से भी हमें दूर रखता है. जीरा एंटीऑक्सीडेंट और इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, इसलिए इसे खाने से हमें कई तरह के फायदे मिलते हैं. जीरे का सेवन मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाता है, साथ ही पाचन संबंधी कई समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है. तो चलिए जानते हैं

दिमाग तेज होता है
अगर आप अपने दिमाग को तेज करना चाहते हैं, तो इसके लिए जीरे का सेवन बेहतर होगा. जीरा राइबोफ्लेविन, विटामिन बी6, जेक्सैन्थिन, नियासिन जैसे खनिजों और विटामिन्स से भरपूर होता है, जो हमारा दिमाग तेज करने में काफी कारगर होता है. जीरे के सेवन से न सिर्फ मेमोरी सेविंग पावर बढ़ती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है. आप रातभर पानी में जीरा भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट इसे खाएं.

वजन कम करने में कारगर
मोटापे से परेशान लोग अगर जल्द ही अपना वजन घटाना चाहते हैं, तो इसके लिए जीरे को सेवन करें. आप भुने हुए जीरे को एक ग्लास गर्म पानी में शहद और नींबू मिलाकर पिएं. इससे वजन कम करने में मदद मिलेगी. आप चाहें तो भुने हुए जीरे का पाउडर बनाकर भी रख सकते हैं. जीरा खाने से मोटापे के कारण आने वाले पसीने की समस्या से भी राहत मिलती है.

त्‍वचा के लिए फायदेमंद
अगर आपको त्वचा संबंधी दिक्कतें रहती हैं, तो इससे निजात पाने के लिए आप जीरे का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आप प‍िंपल्‍स, एक्‍ने, दाग-धब्‍बे जैसी समस्‍याओं से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इसके लिए भुना जीरा फायदेमंद होगा. भुने जीरे के पाउडर का पेस्ट चेहरे पर लगाने से इन समस्याओं से राहत मिलेगी. साथ ही इससे चेहरे की चमक और कसावट भी बढ़ती है.

पाचन संबंधी समस्याओं में असरदार
सर्दियों में ज्यादातर लोगों को पाचन संबंधी समस्याएं हो जाती हैं. अगर आप इससे परेशान रहते हैं, तो इसके लिए आप जीरे का सेवन शुरू करें. जीरे में मौजूद थाइमोल और आवश्यक तेल पाचन को आसान करते हैं. साथ ही इसके सेवन से भोजन तेजी से पचता है. इतना ही नहीं जारी मेटाबोलिज्म तेज कर कब्ज की समस्या को खत्म करता है. ऐसे में अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर है या फिर आपको पेट फूलना की समस्या है, तो सुबह खाली पेट जीरा जरूर खाएं.

डायबिटीज में असरदार
डायबिटीज के मरीजों के लिए जीरा बहुत कारगर माना जाता है. कुछ शोध में सामने आया है कि जीरा खाने से रक्त शर्करा के स्तर को कम करने मदद मिलती है. सात से आठ चम्मच भुना जीरा पाउडर दिन में दो बार खाने से डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलेगी.

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अपने आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में हारीं सानिया मिर्जा

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डिजिटल भारत l सानिया मिर्जा और उनकी जोड़ीदार एना डेनिलिना रविवार को महिला युगल स्पर्धा के दूसरे दौर में हारकर ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर हो गईं।

भारत और कजाखस्तान की खिलाड़ी की जोड़ी को बेल्जियम की एलिसन वान उइतवैंक और यूक्रेन की एनहेलिना कलिनिना ने 4-6, 6-4, 2-6 से हराया। इस हार के साथ ही सानिया के आखिरी ग्रैंड स्लैम में खिताब जीतने की उम्मीद लगभग खत्म हो गई है। हालांकि, मिश्रित युगल में उम्मीदें बची हुई हैं, लेकिन सानिया और रोहन बोपन्ना के लिए ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतना बेहद मुश्किल होगा।

सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने शनिवार को मिश्रित युगल स्पर्धा के दूसरे दौर में प्रवेश किया। रियो 2016 के सेमीफाइनलिस्ट साइना मिर्जा और रोहन बोपन्ना ने ऑस्ट्रेलियाई वाइल्ड कार्ड एंट्री जैमी फोरलिस और ल्यूक सैविल को एक घंटे 14 मिनट में 7-5, 6-3 से हराया।

भारतीय जोड़ी को मैच में शुरुआती झटका लगा, चौथे गेम में उनकी सर्विस टूट गई। हालांकि, मिर्जा और बोपन्ना ने तुरंत वापसी की और अगले आठ में से छह गेम जीत पहला सेट अपने नाम किया। मिर्जा और बोपन्ना ने दूसरे सेट पर अपनी पकड़ बनाए रखी और सातवें और नौवें गेम में जेमी फोरलिस और ल्यूक सैविल को हराकर सेट और मैच जीत लिया।

छह बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन सानिया मिर्जा का सामना राउंड ऑफ 16 में निकोल मेलिचर-मार्टिनेज/मैटवे मिडेलकूप और एलेन पेरेज/हैरी हेलिओवारा के बीच होने वाले मैच की विजेता से होगा।

रोहन बोपन्ना और सानिया मिर्जा ने 2017 फ्रेंच ओपन में मिश्रित युगल खिताब जीता था। सानिया मिर्जा और महेश भूपति ने 2009 में ऑस्ट्रेलियन ओपन मिश्रित युगल चैंपियनशिप जीती।

इससे पहले, सानिया मिर्जा और अन्ना डेनिलिना ने डालमा गल्फी और बर्नार्डा पेरा की हंगरी-अमेरिकी टीम को हराकर महिला युगल के दूसरे दौर में प्रवेश किया था। इस बीच, रोहन बोपन्ना और मैथ्यू एबडेन शुक्रवार को ऑस्ट्रिया के लुकास मिडलर और अलेक्जेंडर एर्लर से 6-3, 7-5 से हारने के बाद पुरुष युगल प्रतियोगिता से बाहर हो गए थे।

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रिलायंस Jio का मुनाफा छु रहा आसमान

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डिजिटल भारत l भारत का टेलिकॉम सेक्टर इस समय बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है, जहां नए शहरों में 5जी पहुंच रहा है, वहीं देश की तीसरी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया अंतिम सांसें गिन रही है। ऐसे में जियो का मुनाफा चौकाता है।

देश के टेलिकॉम उद्योग में जहां वोडाफोन आइडिया जैसी दो दशक पुरानी कंपनी अपने कर्ज चुकाने में नाकाम साबित हो रही है, वहीं मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो मुनाफे के झंडे गाड़ रही है। देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 28.3 प्रतिशत बढ़कर 4,638 करोड़ रुपये रहा।


रिलायंस जियो ने शेयर बाजार को बताया कि उसने पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की इसी तिमाही में 3,615 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। कंपनी की आय बढ़कर चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 22,993 करोड़ रुपये हो गयी, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 19,347 करोड़ रुपये थी।


रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा कि कंपनी देश में 5जी सेवा शुरू करने के लिए तेजी से काम कर रही है। उन्होंने कहा, ”पेश किए जाने की तीन महीनों के अंदर ही जियो ट्रू5जी 137 शहरों में पहुंच गई है और दिसंबर 2023 तक पूरे भारत मे होगी।”

इसके अलावा जियो बेहतरीन डिजिटल अनुभव देने के लिए 10 करोड़ परिसरों को जियोफाइबर और जियोएयरफाइबर से जोड़ेगी। अंबानी ने एक बयान में कहा, ”हम छोटे व्यापारियों और कंपनियों का भी सशक्त बनाएंगे।”
भारत का टेलिकॉम सेक्टर इस समय बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है, जहां नए शहरों में 5जी पहुंच रहा है, वहीं देश की तीसरी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया अंतिम सांसें गिन रही है। ऐसे में जियो का मुनाफा चौकाता है।

भारत का टेलिकॉम सेक्टर इस समय बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है, जहां नए शहरों में 5जी पहुंच रहा है, वहीं देश की तीसरी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया अंतिम सांसें गिन रही है। ऐसे में जियो का मुनाफा चौकाता है।

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महिलाओं की त्रिकोणीय T20 सीरीज में भारतीय टीम ने जीत से शुरुआत की है

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7वें नंबर की खिलाड़ी सुपरस्टार, डेब्यू किया, रिकॉर्ड तोड़ा, दिलाई भारत को जीत

डिजिटल भारत l साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई उस खिलाड़ी ने, जिसने इसी मैच से इंटरनेशनल डेब्यू किया. हम बात कर रहे हैं भारत की जीत में चमकने वाले अमनजोत कौर की, जिन्होंने 7वें नंबर पर उतरकर 9 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है और टीम का जीत से नाता जोड़ा है
अमनजोत कौर, एक ऑलराउंडर हैं. यानी वो बैटिंग और बॉलिंग दोनों में महारत रखती हैं. लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ जीत दिलाने को बस उनकी बल्लेबाजी ही भारत के लिए काफी रही. उन्होंने मुश्किल वक्त में क्रीज पर उतरकर तेज तर्रार रन बनाए, जिसने साउथ अफ्रीका के लिए भारत से पार पाना मुश्किल कर दिया.

डेब्यू पर चमकी अमनजोत
मुकाबले में भारतीय महिलाओं ने पहले बैटिंग की. लेकिन, शुरुआत जो एक बार बिगड़ी, वो पटरी पर तब तक नहीं लौटी, जब तक कि अमनजोत कौर क्रीज पर नहीं उतरीं. भारत की आधी टीम निपट गई और स्कोर बोर्ड पर बस 69 रन थे. दीप्ति शर्मा एक छोर संभाले डटीं थी, ऐसे में उन्हें साथ मिला अपनी टीम की सबसे नई खिलाड़ी और इस मैच से डेब्यू कर रहीं अमनजोत कौर का.

7वें नंबर पर उतर तोड़ा 9 साल पुराना रिकॉर्ड
कौर ने 7वें नंबर पर उतरकर अपनी पहली इंटरनेशनल इनिंग में 30 गेंदों का सामना किया और नाबाद 41 रन बनाए. इनकी इस इनिंग में 7 चौके शामिल रहे. ये 7वें नंबर या उससे नीचले क्रम में किसी भी महिला बल्लेबाज का बनाया सर्वाधिक स्कोर का नया भारतीय रिकॉर्ड है. इससे पहले ये कीर्तिमान झूलन गोस्वामी के नाम था, जो उन्होंने साल 2014 में बनाया था.

साउथ अफ्रीका की 27 रन से हार
दीप्ति शर्मा के साथ अमनजोत कौर ने अर्धशतकीय साझेदारी की, नतीजा ये हुआ कि भारत ने 6 विकेट पर 20 ओवर में 147 रन बनाए. इस तरह साउथ अफ्रीका को 148 रन का लक्ष्य मिला, लेकिन, भारत की कहर बरपाती गेंदबाजी के आगे वो बस 120 रन ही बना सके और 27 रन से मुकाबला हार गईं.

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ODI टीम में इन 3 प्लेयर्स को पूछ तक नहीं रहे सेलेक्टर्स

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डिजिटल भारत l वनडे वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन भारत में ही होना है. इसके लिए टीम इंडिया ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया बहुत ही शानदार फॉर्म में चल रही है. टीम इंडिया ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज 3-0 से जीती. अब टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी. लेकिन टीम इंडिया में तीन स्टार खिलाड़ियों को जगह नहीं मिला है. इससे इन प्लेयर्स के करियर पर खतरा मंडराने लगा है.

भारतीय टीम के सुपरस्टार ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में जगह नहीं मिला है. इससे पहले उन्हें श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से भी बाहर कर दिया गया था. बांग्लादेश दौरे पर अच्छा खेल नहीं दिखा पाए थे. लेकिन वह बड़े मैचों के खिलाड़ी हैं और उन्होंने अपने दम पर टीम इंडिया को कई मैच जिताए हैं. उन्होंने टीम इंडिया की तरफ से 167 मैचों में 6793 रन बनाए हैं, जिसमें 17 शतक शामिल हैं.

पृथ्वी शॉ लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे. लेकिन उन्होंने लगातार मेहनत के दम पर उन्होंने फॉर्म वापस पाई और घरेलू क्रिकेट में खूब रन बनाए हैं. उन्होंने रणजी ट्रॉफी में असम के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए 379 रन बनाए, जो कि रणजी ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है. उनके पास वह काबिलियत है कि वो किसी भी गेंदबाजी आक्रामण की धज्जियां उड़ा सके. उन्होंने भारत के लिए 6 वनडे मैचों में 189 बनाए हैं.

पिछले कुछ समय से अर्शदीप सिंह बहुत ही शानदार फॉर्म में चल रहे हैं. लेकिन फिर भी सेलेक्टर्स ने उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में मौका नहीं दिया है. अर्शदीप पारी की शुरुआत में कातिलाना गेंदबाजी करते हैं और काफी किफायती साबित होते हैं. उन्होंने टीम इंडिया के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2022 में सबसे ज्यादा विकेट हासिल किए. उन्होंने टीम इंडिया के लिए 3 वनडे मैच खेले हैं.

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