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एक भारत उत्कृष्ट भारत

बरगी में दिनदहाड़े लाखों की चोरी बरगी पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल

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डिजिटल भारत l बरगी में दिनदहाड़े लाखों की चोरी से लोगों की रातों की नींद उड़ गई है जब चोर दिन दहाड़े ही घर का ताला तोड़ चोरी कर रहे है तो रात के अंधेरे में क्या होगा ये सोच कर बरगी वासियों के होश उड़े हुए है घटना बरगी के के वी नगर की है जहां दिलराज तिलगाम ने अभी लगभग एक वर्ष पहले ही बरगी में मकान बनाया है उनकी पत्नी आशाकार्यकर्ता है जो सुबह अपनी ड्यूटी पर चली गई बच्चे भी स्कूल चले गए घर पर मैन गेट पर ताला डला हुआ था जिसको चोरों ने तोड़ कर घर के अंदर अलमारी में रखे लगभग 1 लाख रुपए के सोने चांदी के जेवर एवं 15000 नगद पर हाथ साफ कर दिया जब परिवार घर लौटा और ताला टूटा देख अंदर गए तो अंदर का नजारा देख उनके होश उड़ गए दिनदहाड़े हुई इस घटना से बरगी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है लोगों का कहना है की बरगी क्षेत्र में लगातार चोरी की घटनाएं घटित हो रही है जिनका पुलिस द्वारा आज तक पकड़ा नहीं जा सका है पुलिस चोरी के मामले में एफ आई आर भी करने से बचती है पुलिस द्वारा मात्र आवेदन लेकर मामला रफादफा कर दिया जाता है जिससे लोगों का पुलिस से विश्वास उठता जा रहा है

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प्रदेश की 2792 कॉलोनियॉं हुईं वैध घोषित प्रदेश के हर गरीब के पास होगा अपना मकान

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार की मंशा है कि प्रदेश के हर गरीब के पास खुद का प्लाट और मकान हो। उन्होंने कहा कि सभी अवैध कॉलोनियॉं जहां लोगों ने अपने खून-पसीने की कमाई से घर बनाये हैं वैध की जा रही हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भर की 2792 अवैध कालोनियों को वैध करने की घोषणा करते हुए कहा कि इससे इन कालोनियों के 30 लाख से अधिक रहवासियों को बुनियादी सुविधायें मिल सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि माफियाओं से मुक्त जमीन पर सुराज कालोनी बना रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान ने यह बात आज यहां जबलपुर में सु-राज कॉलोनी योजना के शुभारंभ एवं अनाधिकृत कालोनियों में अधोसंरचना विकास एवं भवन अनुज्ञा प्रदान करने के राज्यस्तरीय कार्यक्रम में कही। कार्यक्रम से नगरीय विकास मंत्री भूपेन्द्र सिंह वर्चुअली जुड़े थे।
​मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहॉं 130 करोड़ 15 लाख रूपये की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ कन्यापूजन से हुआ। मुख्यमंत्री ने मदन महल पहाड़ी के विस्थापितों को प्रतीकात्मक रूप से आवासीय पट्टा प्रदान किया।
माफियाओं से मुक्त जमीन पर बनेगी सुराज कालोनी
​शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को वैध घर के अधिकार का उपहार देते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में बुलडोजर चलाकर भू-माफिया के अवैध कब्जे से जमीन मुक्त कराई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की 23 हजार एकड़ भूमि को भू-माफियाओं और अतिक्रमणकारियों से मुक्त कराकर हम गरीबों के लिए सुराज कालोनी बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि जबलपुर में भू-माफिया के अतिक्रमण से मुक्त कराई जमीन पर 900 से अधिक मकान बनाये जा रहे हैं। इसमें इंदौर और भोपाल में भी भवनों का निर्माण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुराज कालोनी में सभी जरूरी अधोसंरचनात्मक बुनियादी जरूरतें जैसे- सड़क, पीने का पानी, बिजली, सामुदायिक भवन, स्कूल, डिस्पेंसरी बनाई जायेंगी।
413 नगरीय निकायों को मिलेगी राशि
​मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी 413 नगरीय निकायों में कायाकल्प अभियान के तहत सड़कों, नालियों व पार्कों के विकास व निर्माण के लिए राशि दी जायेगी।
आज सारी अवैध कालोनियों को वैध करते हुए मेरा मन प्रसन्न और आनंदित है। उन्होंने मंच से कहा कि शहरों, महानगरों, मझोले शहरों में रहने वाले भाई-बहनों ने जैसे-तैसे मेहनत और खून-पसीने की कमाई से प्लाट खरीदा, मकान बनवाया और तब पता चला की ये कालोनी अवैध हैं। हर व्यक्ति की खुद के मकान की हसरत होती है। इसलिए आज से सभी अवैध कॉलोनियों को वैध कर दिया गया है।
बिल्डर अनुमति लेकर ही कॉलोनी करें विकसित
भविष्य में बिल्डर सभी अनुमतियॉं लेकर ही कालोनी विकसित करें, बिल्डर की गलतियों का खामियाजा जनता नहीं भुगतेगी। बल्कि बिल्डर को कार्यवाही भुगतनी पड़ेगी।
समारोह को संबोधित करते हुए सांसद राकेश सिंह ने कहा कि जबलपुर के जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का ऐतिहासिक अभिनंदन हुआ है। उन्होंने प्रदेश की अवैध कालोनियों को वैध करने के मुख्यमंत्री के निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जनता के सुख-दुख और परिवार की जिम्मेदारी को सरकार की जिम्मेदारी बनाया है।
राज्यस्तरीय कार्यक्रम का प्रदेश के सभी 413 नगरीय निकायों में लाइव टेलीकास्ट किया गया। जहॉं लोगों ने मुख्यमंत्री के संबोधन को देखा और सुना।
​कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद सुमित्रा वाल्मीक, विधायक सर्वश्री अजय विश्नोई, अशोक रोहाणी, नंदनी मरावी, सुशील तिवारी सहित नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज, पूर्व मंत्री अंचल सोनकर, हरेन्द्रजीत सिंह बब्बू, शरद जैन, जिला भाजपा अध्यक्ष प्रभात साहू, कमलेश अग्रवाल, पूर्व महापौर स्वाति गोडबोले मौजूद रहे।

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‘‘इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड 2022’’ में ‘‘जबलपुर इंक्यूबेशन सेंटर’’ को मिला प्रथम स्थान

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डिजिटल भारत l भारत सरकार के आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 2022 के लिए ‘‘इंडिया स्मार्ट सिटी अवॉर्ड’’ आयोजित किया गए थे, जिसमे सभी 100 स्मार्ट सिटी के द्वारा हिस्सा लिया गया था। आज 25 अगस्त शुक्रवार को वीडिओ कांफ्रेंस के माध्यम से डवभ्न्। द्वारा पुरस्कारों की घोषणा की गई। यह पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम महामहिम राष्ट्रपति महोदय के आतिथ्य में दिनांक 27 सितंबर 2023 को इंदौर शहर में किया जायेगा। जबलपुर स्मार्ट सिटी के इनक्यूबेशन सेंटर को म्बवदवउल कैटेगरी में देश में प्रथम स्थान दिया गया हैं। जबलपुर स्टार्टअप इंक्युबेशन सेंटर-आर्थिक विकास और नवाचार को बढ़ावा देना।
जबलपुर स्मार्ट स्टार्टअप इंक्युबेशन सेंटर को अर्थव्यवस्था श्रेणी में उनकी उपलब्धियों के लिए पुरस्कृत किया गया है, क्योंकि उसने नए उद्यमिता को प्रोत्साहित करने और शहर में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। केंद्र ने उत्कृष्ट उद्यमियों को उद्यमिता की भावना के लिए एक उपयुक्त माहौल, मेंटरशिप और संसाधन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ताकि वे अपने नवाचारी विचारों को सफल व्यवसायों में बदल सकें। स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करके और नवाचार को बढ़ावा देने के द्वारा, जबलपुर स्मार्ट सिटी ने न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दिलाया है, बल्कि उसने मध्य भारत में उभरते व्यवसायों के लिए एक केंद्र के रूप में खुद को स्थापित किया है।
यह सेंटर 2019 से स्थापित है एवं विगत चार वर्षों से लगभग 350$ स्टार्टअप लाभान्वित हुए है तथा 1000$ रोजगार सृजन हुए है। भारत सरकार द्वारा स्टार्टअप इंडिया सीड फंड का तीन करोड़ का अनुदान भी प्राप्त हुआ है जिसे उद्यमियों मे वितरित किया जा रहा है। यह पुरस्कार के अथक प्रयासों और जबलपुर की जीवंत उद्यमिता की दिशा में है। हम स्टार्टअप्स का समर्थन करने और हमारे शहर की आर्थिक प्रगति में योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही शहर को दूसरा पुरस्कार सिटी ऐप के सफल संचालन के लिए दिया गया जिसमे गवर्नेंस कैटेगरी मे तृतीय स्थान मिला। सिटी ऐप, जिसका उद्देश्य नागरिकों और स्थानीय प्राधिकृत अधिकारियों के बीच संवाद को सुगम बनाना है, ने शहरी सरकार के साथ नागरिकों के बीच के संवाद को क्रांतिकारी तरीके से बदल दिया है। यह ऐप नागरिकों के लिए मुद्दों की रिपोर्ट करने, जानकारी खोजने, शिकायत दर्ज करने और फीडबैक प्रदान करने के लिए एक-स्थान एक समाधान के रूप में कार्य करता है।
विभिन्न चरणों मे दोनो ही प्रोजेक्ट के नोडल ऑफिसर सहायक आयुक्त संभव अयाची एवं प्रोजेक्ट ऑफिसर गजेंद्र सिंह द्वारा प्रजेन्टेशन जूरी की समक्ष दी गई। मूल्यांकन के उपरांत 100 स्मार्ट सिटी में से जबलपुर को यह पुरस्कार प्राप्त हुए। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, स्मार्ट सिटी के कार्यपालिक निदेशक एवं निगमायुक्त स्वप्निल वानखड़े, स्मार्ट सिटी सीईओ चंद्र प्रताप गोहल ने शहर के नागरिकों को बधाई दी एवं इसका श्रेय नगरवासियों को देते हुए कहा कि सभी के सहयोग से ही जबलपुर ने यह सफलता अर्जित की है।

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वर्दी समाज और देश के सम्मान का प्रतीक – राज्यपाल मंगुभाई पटेल

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डिजिटल भारत l राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि वर्दी समाज और देश के सम्मान का प्रतीक है। वर्दी जनता के मन में
सुरक्षा का विश्वास पैदा करती है। राज्यपाल पटेल गुरूवार को राजभवन में सशस्त्र सीमा बल के प्रशिक्षु अधिकारियों को
संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सशस्त्र सीमा बल के प्रशिक्षु अधिकारियों को धैर्यवान, तनावरहित रहने, अच्छे स्वास्थ्य के लिए
नियमित योग, व्यायाम करने और पौष्टिक खान-पान की सलाह दी। सशस्त्र सीमा बल के महा निरीक्षक संजीव शर्मा द्वारा
राज्यपाल को पौधा एवं स्मृति-चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल के प्रमुख सचिव डी.पी. आहूजा भी उपस्थित
थे। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा, नागरिकों के सुख-चैन का आधार होती है। जब परिवार से
दूर रहकर हमारी सीमाओं की रक्षा के लिए सीमा के प्रहरी जागते है तभी हम देशवासी चैन और शांति की नींद सो पाते है। किसी भी देश के सर्वांगीण विकास के लिए सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण होती है।

प्रशिक्षु अधिकारी निष्ठा, ईमानदारी एवं राष्ट्र के लिएसर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर-सैनिकों की गाथाओं से प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि सशस्त्र सीमा बल पर नेपाल और भूटान जैसेमित्र राष्ट्रों की सीमाओं की सुरक्षा की संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी है। सीमा की सुरक्षा के लिए असामाजिक तत्वों एवं राष्ट्र विरोधी ताकतों का पूरी कठोरता के साथ दमन करें। साथ ही सीमाओं पर रहने वाले आमजनों को सदैव सुरक्षित महसूस कराएं। कभी किसी निर्दोष के साथ अन्याय नहीं होने पाए। राज्यपाल पटेल ने कहा कि आप लोग कठिन प्रशिक्षण केपश्चात “आजादी के अमृतकाल” के महत्वपूर्ण प्रसंग में देश की सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को देश के प्रतिष्ठित और गौरवशाली सुरक्षा बल का सदस्य बनने पर शुभकामनाएं दीं। स्वागत उद्बोधन में महानिरीक्षक एस.एस.बी. अकादमी भोपाल श्री शर्मा ने संघ लोक सेवा आयोग से चयनित 23 प्रशिक्षु अधिकारियों के 52 सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी दी। महिला प्रशिक्षु अधिकारी सुश्री रौनक त्यागी ने समस्त प्रशिक्षु अधिकारियों की ओर से प्रशिक्षण के अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम में राज्यपाल के उप-सचिव स्वरोचिष सोमवंशी, उप-महानिरीक्षक एस.एस.बी. सोमित जोशी एवं सशस्त्र सीमा बल के सम्बंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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8 लाख 34 हजार से अधिक को स्वरोजगार – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रतीकात्मक रूप से देंगे स्वीकृति

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार 24 अगस्त को छिंदवाड़ा में 8 लाख 34 हजार 330 व्यक्तियों को
राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के तहत पाँच हजार तेरह करोड़ 96 लाख की राशि के ऋण वितरण
की शुरूआत करेंगे। राज्य स्तरीय कार्यक्रम के साथ ही सभी जिलों में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित होंगे। कार्यक्रम का सभी जिलों में सजीव प्रसारण भी होगा। उद्योग आयुक्त एवं सचिव एमएसमएमई नरहरि ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुरूप विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं को समन्वित कर प्रतिमाह 2 लाख स्वरोजगार देने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मई 2023 में उमरिया में सम्पन्न हुए रोजगार दिवस कार्यक्रम में 2 लाख 22 हजार 647 व्यक्तियों को 2114 करोड़ 47 लाख रूपये का ऋण उपलब्ध करवाया गया था। नरहरि ने बताया कि इस बार के कार्यक्रम में 8 लाख 34 हजार 330 व्यक्तियों को 5013 करोड़ 96 लाख से अधिक राशि के ऋण स्वीकृति- वितरण पत्र दिए जायेंगे।

छिंदवाड़ा के कार्यक्रम में प्रदेश के सर्वाधिक 6 लाख 86 हजार 234 व्यक्तियों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत
3835 करोड़ रूपये का ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। इसी तरह राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन समूह के तहत 49 हजार
739 को 634 करोड़ 47 लाख 56 हजार तथा मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के तहत 2706 व्यक्तियों को 2 करोड़ 70
लाख रूपये की राशि के ऋण उपलब्ध करवाए जायेंगे। नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री स्वनिधि,
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन व्यक्तिगत, समूह और क्रेडिट लिंकेज के तहत 92 हजार 538 को 331 करोड़ 46 लाख 49
हजार का ऋण स्वीकृति पत्र दिये जायेंगे। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के तहत 2175 युवाओं को 154 करोड़ 45 हजार के
अलावा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 175 को 31 करोड़ 77 लाख 97 हजार का ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा।
इसी तरह संत रविदास, डॉ. भीमराव अंबेडकर स्वरोजगार योजना और सावित्रीबाई फुले स्व सहायता योजना के तहत 469 को 14 करोड़ 25 लाख 4 हजार, भगवान बिरसा मुंडा स्वरोजगार और टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना के तहत 182 हितग्राहियों को 6 करोड़ 34 लाख 48 हजार का ऋण उपलब्ध कराने की शुरूआत होगी। मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग की दो योजनाओं में 56 व्यक्तियों को 2 करोड़ 47 लाख 77 हजार की राशि स्वरोजगार स्थापित करवाने के लिए स्वीकृति पत्र वितरितकिया जायेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान छिन्दवाड़ा जिले में 1437.29 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे जबलपुर, 23 अगस्‍त, 2023 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 24 अगस्त को छिन्दवाड़ा जिले में श्री हनुमान लोक परियोजना का भूमिपूजन और जनदर्शन कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रदेश स्तरीय रोजगार दिवस एवं महिला सम्मेलन में लगभग 1437.29 करोड़ रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 24 अगस्त को सोंसर तहसील के ग्राम सांवली में 26.50 एकड़ भूमि में 35.23 करोड़ रुपए लागत से निर्मित होने वाले श्री हनुमान लोक परियोजना का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जामसांवली मंदिर में हनुमान दर्शन एवं आरती भी करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान छिन्दवाड़ा नगर जनदर्शन कार्यक्रम में ईमलीखेला चौक, पोलाग्राउंड,राजपाल चौक, फव्वारा चौक, बड़ीमाता मंदिर,शनिचरा बाजार, लालबाग से होते हुए पुलिस ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पुलिस ग्राउंड में आयोजित प्रदेश स्तरीय रोजगार दिवस एवं महिला सम्मेलन कार्यक्रम में 1400 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करेंगे। इसके अंतर्गत कुल 848.29 करोड़ रुपए लागत की माचागोरा समूह जल प्रदाय योजना से लाभान्वित 711 ग्रामों की जल कलश यात्रा के 711 कलशों का पूजन कर माचागोरा समूह जल प्रदाय योजना का भूमिपूजन करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगभग 260.05 करोड़ रुपए की लागत के निर्माण कायों का भूमिपूजन एवं लगभग 237.43 करोड़ रुपए की लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण करेंगे तथा हितग्राहियों को लाभ वितरण भी करेंगे।

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जाने चन्द्रमा के बारे में कुछ अनसुने राज, विज्ञानिको ने बतायी कुछ असाधारण बाते

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डिजिटल भारत l विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत स्वायत्त संगठन ‘विज्ञान प्रसार’ के वैज्ञानिक और भारतीय ज्योतिर्विज्ञान परिषद के जनसंवाद समिति के सदस्य डॉ.वी.टी.वेंकटेरन ने चंद्रमा के भूवैज्ञानिक विकास से संबंधित अहम सवालों का जवाब दिया जो उसके दक्षिण ध्रुव, जल और बर्फ की मौजूदगी के संदर्भ में अहम है। उन्होंने साथ ही भारत की महत्वकांक्षी चंद्रमा अन्वेषण योजना के बारे में भी जानकारी दी।

चंद्रमा के भूवैज्ञानिक इतिहास और विकास की अवधारणा क्या है?
अनुमान के मुताबिक चांद की उम्र करीब 4.5 अरब साल है, यानी मोटे तौर पर पृथ्वी की उम्र के बराबर। पृथ्वी के चंद्रमा के निर्माण का एक प्रमुख सिद्धांत है कि मंगल ग्रह के आकार का एक खगोलीय ¨पड युवा धरती से टकराया था और इस टक्कर से निकले मलबे से अंतत: चंद्रमा का निर्माण हुआ। हालांकि, चंद्रमा से मिले भूगर्भीय सबूत संकेत देते हैं कि यह पृथ्वी से महज छह करोड़ साल युवा हो सकता है।
1)चंद्रमा के भूवैज्ञानिक इतिहास और विकास की अवधारणा क्या है? दूसरे शब्दों में कहें कि वह कितना पुराना है और कब एवं कैसे इसका निर्माण हुआ?

अनुमान के मुताबिक चांद की उम्र करीब 4.5 अरब साल है, यानी मोटे तौर पर पृथ्वी की उम्र के बराबर। पृथ्वी के चंद्रमा के निर्माण का एक प्रमुख सिद्धांत है कि मंगल ग्रह के आकार का एक खगोलीय पिंड युवा धरती से टकराया था और इस टक्कर से निकले मलबे से अंतत: चंद्रमा का निर्माण हुआ। हालांकि, चंद्रमा से मिले भूगर्भीय सबूत संकेत देते हैं कि यह पृथ्वी से महज छह करोड़ साल युवा हो सकता है।

2) चंद्रमा पर पृथ्वी की तुलना में वस्तु का भार कितना होगा और क्यों?

चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के मुकाबले बहुत कम है। चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के मुकाबले एक बटा छठा हिस्सा है। इसका नतीजा है कि चंद्रमा पर किसी वस्तु का वजन पृथ्वी के मुकाबले उल्लेखनीय रूप से कम होगा। यह चंद्रमा के छोटे आकार और द्रव्य भार की वजह से है। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति का पृथ्वी पर वजन 68 किलोग्राम है तो उसका चंद्रमा की सतह पर वजन महज 11 किलोग्राम होगा।

3) भारतीय वैज्ञानिक क्यों चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर लैंडर उतारना चाहते हैं?

चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव अपनी विशेषता और संभावित वैज्ञानिक मूल्य के कारण वैज्ञानिक खोज के केंद्र में बना हुआ है। माना जाता है कि दक्षिणी ध्रुव पर जल और बर्फ के बड़े भंडार हैं जो स्थायी रूप से अंधेरे में रहता है। भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए जल की मौजूदगी का बहुत अधिक महत्व है क्योंकि इसे पेयजल, ऑक्सीजन और रॉकेट ईंधन के तौर पर हाइड्रोजन जैसे संसाधनों में तब्दील किया जा सकता है। यह इलाका सूर्य की रोशनी से स्थायी रूप से दूर रहता है और तापमान शून्य से 50 से 10 डिग्री नीचे रहता है, इसकी वजह से रोवर या लैंडर में मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए आदर्श रसायनिक परिस्थिति उपलब्ध होती है जिससे वे बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं।

4) चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर क्या है? क्या वहां का भू्भाग या भूगर्भीय परिस्थितियां चंद्रमा के बाकी इलाकों की तरह ही हैं या हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है?

चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का भूभाग और भूगर्भीय संरचना उसके अन्य इलाकों से अलग है। स्थायी रूप से छाया में रहने वाले क्रेटर (उल्कापिंडों के टकराने से बने गड्ढों) में शीत अवस्था रहती है जिससे पानी के बर्फ के रूप में जमा होने की अनुकूल स्थिति उत्पन्न होती है। दक्षिणी ध्रुव की विशिष्ट भौगोलिक परिस्थिति की वजह से यहां लंबे समय तक सूर्य की रोशनी आती है जिसका इस्तेमाल सौर ऊर्जा के लिए किया जा सकता है। यह इलाका उबड़-खाबड़ बनावट से लेकर अपेक्षाकृत सपाट है जिससे अध्ययन के लिए विभिन्न वैज्ञानिक अवसर प्रदान करता है।

5) क्यों चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव स्थायी रूप से छाया में रहता है?

यह चंद्रमा के भूविज्ञान पर निर्भर करता है। चंद्रमा की धुरी पृथ्वी के चारों ओर उसकी कक्षा में हल्की सी झुकी हुई है। इसका नतीजा है कि दक्षिणी ध्रुव के कुछ इलाकों हमेशा छाया में रहते हैं। यह छाया बहुत ही ठंडे वातावरण का निर्माण करती है जहां पर तापमान बहुत नीचे जा सकता है। जमा देने वाली यह परिस्थिति बर्फ के रूप में पानी को अरबों साल तक संरक्षित रखने में सहायक है।

6) क्या चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पानी/बर्फ की मौजूदगी है? चंद्रयान-1 ने इसका संकेत दिया था।

हां, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव इलाके में बर्फ के रूप में पानी की मौजूदगी की पृष्टि हो चुकी है। भारत द्वारा 2008 में भेजे गए चंद्रयान-1 सहित विभिन्न चंद्रमा मिशन से मिले आंकड़ों से संकेत मिला है कि हमेशा छाया में रहने वाले इलाके में जल अणु की मौजूदगी है। इस खोज ने चांद के उत्साहजनक स्थायी अन्वेषण की संभावनाओं को बल दिया है।

7) क्या पानी/बर्फ भविष्य में चंद्रमा पर होने वाली खोज के लिए अहम है?

बर्फ के रूप में जल भविष्य में चंद्रमा खोज और उसके आगे के लिए भी अहम संसाधन है। इसे सांस लेने वाली हवा, पेयजल और सबसे अहम रॉकेट ईंधन के लिए हाइड्रोजन व ऑक्सीजन में तब्दील किया जा सकता है। इससे अंतरिक्ष यात्रा में क्रांति आ सकती है क्योंकि इन संसाधानों को पृथ्वी से ले जाने की जरूरत नहीं होगी और लंबी अवधि के मिशन संभव हो सकेंगे।

8) क्या भारत की भविष्य में चंद्रमा पर मानव मिशन भेजने की योजना है?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गगनयान मिशन के तहत अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की मंशा जताई है लेकिन अब तक उसकी चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की कोई योजना नहीं है।

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विक्रम लैंडर से बाहर निकला रोवर, चंद्रमा पर कर रहा चहलकदमी; देखें पहली तस्वीर

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चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के बाद इसरो के मून मिशन चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद की तस्वीरें भेजी हैं। यह फोटोज लैंडर विक्रम ने उस समय खीचीं जब वह बुधवार शाम को चांद की सतह पर धीरे-धीरे उतर रहा था। मालूम हो कि भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। वहीं, चांद पर लैंडिंग करने वाला दुनिया का चौथा देश है। इससे पहले, अमेरिका, चीन और सोवियत संघ को यह उपलब्धि हासिल हो चुकी है। 

इसरो के चंद्रयान-3 लैंडर विक्रम ने बुधवार शाम छह बजकर चार मिनट पर चांद की सतह पर सफल लैंडिंग की। इस दौरान देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों की नजरें टीवी स्क्रीन पर लगी रहीं। इसरो ने उन तस्वीरों को शेयर किया है, जोकि चंद्रयान-3 ने लैंडिंग करने के बाद भेजी हैं। इसरो ने ट्वीट किया, ”चंद्रयान-3 मिशन अपडेट, Ch-3 लैंडर और MOX-ISTRAC, बेंगलुरु के बीच कम्युनिकेशन लिंक स्थापित किया गया है। नीचे उतरते समय ली गईं लैंडर हॉरिजॉन्टल वेलोसिटी कैमरे की तस्वीरें यहां शेयर की जा रही हैं।” ये कुल चार तस्वीरें हैं, जिन्हें इसरो ने शेयर किया है

#chandrayaan #india #isro #space #mangalyaan #gaganyaan #indianarmy #nasa #satellite #isromissions

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क्या आप आधार धारक है …? रखे इन बातो का खास ख्याल

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डिजिटल भारत l आधार कार्ड (Aadhaar Card) भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट है।सरकारी एजेंसी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (Unique Identification Authority of India- UIDAI) ने ट्वीट कर लोगों से फ्रॉड से बचने की सलाह दी है. अपने ट्वीट में UIDAI ने बताया कि आप अपने मोबाइल नंबर को आधार से अपडेट कर रखें. अगर आपको किसी भी तरह की कोई परेशानी या संदेह हो तो आप UIDAI के वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं. इससे जुड़ी आपको सभी जानकारी आपको मिल जाएगी. इसके साथ ही ट्वीट में एक लिंक भी दिया गया है. जिसमें बताया गया है कि इस लिंक पर जाकर आप आधार कार्ड अपडेट कर सकते हैं.
X पर UIDAI ने अपने हालिया पोस्ट में स्पष्ट किया कि सरकार आधार अपडेट के लिए कभी भी ईमेल या व्हाट्स
आधार कार्ड बना जरूरी डॉक्यूमेंट

बैंक में खाता खुलवाने से लेकर ट्रेन की टिकट करने तक आधार की जरुरत होती है. बिना आधार के आप घर या गाड़ी नहीं खरीद सकते, न ही प्लेन से सफर कर सकते हैं. आधार आज के समय में बहुत जरूरी डॉक्यूमेंट बन गया है. यही कारण है कि आधार को लेकर फ्रॉड की घटनाएं भी बढ़ गई हैं. सरकार हमेशा लोगों को सावधान रहने और कोई भी पर्सनल डेटा या ओटीपी शेयर करने को मना करती है. इसके बाद भी घटनाओं पर लगाम नहीं लग रहा.
यूआईडीएआई ने ट्वीट किया है कि #BewareOfFraudsters UIDAI कभी भी आपसे अपने #Aadhaar को ईमेल या व्हाट्सऐप पर अपडेट करने के लिए अपने POI/POA दस्तावेजों को साझा करने के लिए नहीं कहता है। अपने आधार को या तो #myAadhaarPortal के माध्यम से ऑनलाइन अपडेट करें या अपने नजदीकी आधार केंद्रों पर जाएं।

बढ़ रहे हैं Aadhaar Scam

यह सलाह आधार से संबंधित घोटालों में हालिया बढ़ोतरी के बाद दी गई है, जहां घोटालेबाज लोगों को धोखा देकर उनका आधार कार्ड और नंबर इकट्ठा कर लेते हैं। आधार भारत के सभी नागरिकों के पास है और इसमें आपकी कई जरूरी जानकारी मौजूद होती हैं, इसलिए घोटालेबाज धोखाधड़ी को शुरू करने के लिए किसी के भी कार्ड का दुरुपयोग कर सकते हैं।
ऐसे करें आधार सुरक्षित

UIDAI ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को आपके आधार कार्ड का 12 अंकों वाला नंबर मिल भी जाता है तो वह सिर्फ इस नंबर से आपका बैंक खाता हैक नहीं कर सकता है. अगर आप अपने आधार कार्ड को ज्यादा सुरक्षित बनाना चाहते हैं तो आप मास्क्ड आधार (Masked Aadhaar) का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

क्या है मास्क्ड आधार कार्ड

मास्क आधार में आधार नंबर के सिर्फ आखिरी 4 अंक दिखते हैं. इसमें 12 अंकों की आधार नंबर के सिर्फ अंत के चार अंक ही दिखाई देते हैं. इसमें सुरक्षा के लिहाज से बाकि के आठ अंक छिपे होते हैं. अगर आपका आधार खो जाता है, तो भी इसका धोखाधड़ी के लिए कोई भी इस्तेमाल नहीं कर पाएगा.

ऐसे डाउनलोड करें

आधिकारिक यूआईडीएआई वेबसाइट पर लॉग इन करें.
आधार डाउनलोड करें ऑप्शन पर क्लिक करें.
आधार/वीआईडी/एनरोलमेंट आईडी ऑप्शन पर क्लिक करें.
इसके बाद मास्क्ड आधार ऑप्शन पर टिक करें.
मांगी गई जानकारी दें और ‘रिक्वेस्ट ओटीपी’ ऑप्शन पर क्लिक करें.
आधार-रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा.
ओटीपी दर्ज कर आधार डाउनलोड करें’ पर क्लिक करें.
अब, आपका मास्क्ड आधार कार्ड डाउनलोड हो जाएगा.

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MP News: जबलपुर में एटीएस की बड़ी कार्रवाई; प्रदेश में जड़े जमा रहा 82 लाख का इनामी नक्सली पत्नी समेत गिरफ्तार

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मप्र एटीएस ने जबलपुर में घेराबंदी के बाद नक्सली को पत्नी के साथ दबोच लिया है। आरोपी को मध्य प्रदेश में नक्सली संगठन मजबूत करने का दायित्व सौंपा गया था। गिरफ्तार नक्सली का मुख्य कार्यक्षेत्र तेलंगाना और छत्तीसगढ़ रहा है।

प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने तेलंगाना निवासी 82 लाख रुपये के इनामी नक्सलवादी को पत्नी के साथ जबलपुर से गिरफ्तार किया है। एटीएस ने आरोपी के पास से एक देशी पिस्टल, कारतूस व तीन लाख रुपये नकद बरामद किए हैं।गिरफ्तार नक्सली का मुख्य कार्यक्षेत्र तेलंगाना और छत्तीसगढ़ रहा है। आरोपी को मध्य प्रदेश में नक्सली संगठन मजबूत करने का दायित्व सौंपा गया था। एटीएस दोनों को गिरफ्तार कर भोपाल ले गयी है। 

हार्डकोर नक्सली के बीते कई दिनों से मंडला के मोतीनाला के पास होने की सूचना मुखबिर से पुलिस को मिली थी। वह मध्य प्रदेश में नक्सलवाद की जड़ें जमाने के लिए आया था। उक्त नक्सली के खिलाफ तेलंगाना, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में मिलाकर उस पर 82 लाख का इनाम था। नक्सली अशोक रेड्डी उर्फ बलवेद 63 वर्ष का है। उसके खिलाफ हत्या, लूट, अपहरण, आगजनी, विस्फोट जैसी गंभीर धाराओं में 60 से अधिक मामले अलग-अलग राज्यों में दर्ज हैं। एटीएस ने उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार किया है। उसकी पत्नी बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के लिए पर्चे छपवाने, माओवादी साहित्य प्रकाशित कराने, पंपलेट बनवाने, प्रेस विज्ञप्ति और बैनर-पोस्टर बनाने का कार्य करती है।

अशोक दण्डकारण्य जोनल कमेटी का सदस्य है
एटीएस के अनुसार नक्सली अशोक रेड्डी की पत्नी भी नक्सली गतिविधियों में संलिप्त है। वह प्रेस से सबंधित कार्य करती है। अशोक रेड्डी की पत्नी रैती उर्फ कुमार पोटाई छत्तीसगढ़ के नारायणपुर की रहने वाली है। अशोक रेड्डी प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य है। उसकी पत्नी रैमती माओवादी साहित्य, पर्चे, पम्पलेट, प्रेस विज्ञप्ति, बैनर, पोस्टर आदि को छपवाने का काम संभालती है।

तीन लाख नकद, पिस्टल व नक्सली साहित्य बरामद
एटीएस ने दोनों नक्सलियों के पास से एक पिस्टल, कारतूस, तीन लाख रुपये से अधिक नकदी। नक्सली साहित्य बरामद किया गया है। बताया जाता है कि रेड्डी मध्यप्रदेश में नक्सल कैडर और नेटवर्क को मजबूत करने के लिए आया था। 

बारिश के बढ़ जाती हैं गतिविधियां
पुलिस सूत्रों की मानें तो बारिश के मौसम में नक्सलियों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं। बारिश की वजह से पहाड़ी नदियां, नाले बहुत जल्द दफान पर आ जाते हैं। छोटे-छोटे जंगली झाड़ों के उगने, ऊंची-ऊंची घास होने से पुलिस के गश्ती दल को बहुत दूरी तक दिखाई नहीं देता। कई बार पुलिस भी बाहर के मौसम में घने जंगलनों में जाने से हिचकती है।

ऐसे में बरसात में प्रति वर्ष नक्सली गतिविधियां बढ़ जाती हैं। नक्सली बारिश में ही अपने कार्यक्षेत्र को बढ़ाने, उसके लिए कई राज्यों के नक्सली एकत्रित होकर बैठकें करने, युवाओं को नक्सलवादी बनाने के लिए सक्रिय रहते हैं।

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बैंक ऑफ बड़ौदा सख़्ती के बाद क्यों पड़ा नरम, 55 करोड़ के कर्ज में दुबे है सनी देओल

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डिजिटल भारत l बॉलीवुड एक्टर सनी देओल इन दिनों अपनी फिल्म गदर 2 को लेकर चर्चा में हैं. गदर 2 बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार कमाई कर रही है. फिल्म ने अब तक टोटल 300 करोड़ का बिजनेस कर लिया है. फिल्म में एक्टर की परफॉर्मेंस को खूब सराहा जा रहा है. फिल्म की सफलता के बाद सनी देओल बॉर्डर 2 लाने की भी प्लानिंग कर रहे हैं. हालांकि निजी लाइफ में सनी देओल विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं. एक तरफ सनी देओल की फिल्म करोड़ों कमा रही है दूसरी ओर उन पर कर्ज के चलते बैंक ने नोटिस जारी कर दिया है.

दरअसल, मुंबई के आलीशान जुहू इलाके में सनी देओल के बंगले को नीलाम होने की नौबत आ गई है. इसकी वजह है उस बंगले के बकाया पैसों का भुगतान नहीं किया गया है. ऐसे में बढ़ते कर्ज के चलते सनी देओल का ये शाही बंगला नीलाम होने के कगार पर पहुंच गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सनी देओल को 55 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान न करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा नोटिस भेजा गया है. एक्टर पर बैंक का करीब 55,99,80,766.33 का कर्ज है.

हालांकि दो दिन बैंक ऑफ बड़ौदा ने ‘तकनीकी कारणों’ का हवाला देते हुए यह नोटिस वापस ले लिया.
क्या है पूरा मामला
अभिनेता सनी देओल ने बैंक ऑफ बड़ौदा से मुंबई के जुहू स्थित ‘सनी विला’ बंगले पर एक लोन लिया था.

इस लोन में भाई बॉबी देओल और पिता धर्मेंद्र सिंह गारंटर बने थे, इसके अलावा ‘सनी साउंड प्राइवेट लिमिटेड’ को कॉर्पोरेट गारंटर बनाया गया था.

मनी कंट्रोल न्यूज वेबसाइट के मुताबिक उन्होंने यह लोन साल 2016 में एक फिल्म को फाइनेंस करने के लिए लिया था.

2019 लोकसभा चुनाव के समय चुनाव आयोग को दिए एफिडेविट में भी सनी देओल ने बताया था कि उन्होंने करीब 50 करोड़ रुपये का लोन लिया हुआ है.

लोन को समय से न चुकाने के चलते बैंक ने दिसंबर, 2022 के आख़िर में इसे नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) घोषित कर दिया.

बैंक ने क्या किया?
बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने रुपये रिकवर करने के लिए सनी देओल के उस बंगले को बेचने का फ़ैसला किया जो उन्होंने गिरवी रखा था.

बैंक ने 19 अगस्त, 2023 को कई अख़बारों में नोटिस जारी कर बताया कि सनी देओल पर करीब 56 करोड़ रुपये और दिसंबर 2022 के बाद से इस रक़म पर लगने वाला ब्याज बकाया है, जिसे रिकवर करने के लिए वह बंगले को नीलाम करने जा रहा है.

नीलामी के लिए बंगले का बेस प्राइस 51 करोड़ 43 लाख और तारीख, 25 सितंबर, 2023 रखी गई. बैंक ने इच्छुक ख़रीदारों से बेस प्राइस का दस प्रतिशत जमा कर ऑनलाइन होने वाली नीलामी में हिस्सा लेने को कहा.

नोटिस जारी करते हुए बैंक ने साफ़-साफ़ कहा कि फ़िलहाल उसके पास बैंक का ‘सिंबोलिक पजेशन’ है यानी बंगला अभी पूरी तरह उसके कब्जे में नहीं है. साथ ही यह भी कहा कि इच्छुक ख़रीदार 14 सितंबर को उसे देखने के लिए आ सकते हैं.

सनी देओल के काम की बात करें तो वह हाल ही में फिल्म ‘गदर 2’ में नजर आए थे। फिल्म ने 10 दिनों में बॉक्स ऑफिस पर करीब 377 करोड़ की कमाई की थी. अब अगर ये फिल्म 23 करोड़ ही कमाती है तो इसके फैंस को उम्मीद है कि ये फिल्म जल्द ही 400 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लेगी. इतना ही नहीं, ऐसी भी अफवाहें हैं कि फिल्म ‘गारद 3’ जल्द ही आने वाली

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