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एक भारत उत्कृष्ट भारत

जोरदार बारिश के साथ ठंडी हवाओ से मौसम से ठंडक ,29 जिलों में अलर्ट जारी

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डिजिटल भारत I 2 दिन भारी या अधिक भारी बारिश
मध्य प्रदेश के लगभग 30 जिले ऐसे हैं जिनमें मौसम विभाग द्वारा 2 दिन भारी या उससे अधिक वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है. इस दौरान प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है डिंडौरी, उमरिया, सिवनी, शहडोल, कटनी सहित अन्य जिलों में लगातार वर्षा हो रही है। इस बारिश में फसलों के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। बालाघाट में हल्की बारिश हो रही है। स्थिति सामान्य बनी हुई है।दमोह में रात से हल्की बारिश हो रही है।

सिस्टम सक्रिय होने की वजह से महाकौशल, चंबल, ग्वालियर, बुंदेलखंड, भोपाल और नर्मदा पुरम संभाग में अगले 2 दिन भारी बारिश की संभावना जताई गई है. आगामी 20 और 21 अगस्त को रायसेन, खंडवा, गुना, अशोकनगर, विदिशा, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, उमरिया, सीहोर, अनूपपुर, कटनी और छिंदवाड़ा सहित कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है.

जबलपुर सहित संभाग के आस-पास में जिलों में हो रही वर्षा से वातावरण में भी ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग के रिकार्ड में बीते 24 घंटे में जहां तीन इंच वर्षा दर्ज हुई। वर्षा के कारण दिन का अधिकतम तापमान भी 24 डिग्री पर आ गया। जबकि न्यूनतम तापमान भी 22 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने आगामी 23 अगस्त तक जबलपुर सहित संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने और डिंडौरी, कटनी, छिदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट में भारी से अतिभारी की संभावना जताई है।

कटनी में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से लोगों को काफी राहत मिली है। खासतौर पर किसानों ने राहत की सांस ली है। सावन के लगभग पूरे महीने बारिश नहीं होने से लोग निराश थे। बारिश नहीं होने के कारण जिले में सूखे जैसे हालत बनते नजर आ रहे थे, इस बीच पिछले दो दिन से हो रही बारिश ने न सिर्फ गर्मी से राहत दी है, बल्कि मौसम में ठंडक आ गई है।

जिले में लगातार वर्षा होने से फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ गई है। बीते एक माह से लगातार हो रही वर्षा के कारण मक्का, सोयाबीन व अन्य फसल पीली पड़ने लगी है। हालांकि, धान की फसल को वर्षा से कुछ फायदा मिलेगा। किसानों के खेत में पानी का जमाव होने से फसलों के प्रभावित होने का खतरा बढ़ गया है।

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श्री राघव सेवा संस्था द्वारा 1001 व्रक्षारोपण कार्यक्रम

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डिजिटल भारत I श्री राघव सेवा संस्थान जबलपुर एवं राम जानकी मंदिर ट्रस्ट झलौन, बेलखेड़ा तहसील, शहपुरा द्वारा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सन्देश को चरितार्थ करने हेतु संस्था के द्वारा हर घर तिरंगा, हर घर वृक्ष कार्यक्रम दिनांक 14 अगस्त 2022 दिन रविवार को ग्राम झलौन में आयोजित किया गया जिसमे 1001 पेड़ लगाये गये, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूज्य गुरुदेव जगत गुरु सुखानंद द्वाराचार्य स्वामी राघव देवाचार्य जी रहें, उनका स्वागत बालिकाओं ने सर पर कलश रख कर किया, श्री राम जानकी मंदिर में श्री राघव जी पुजन वेद मंत्रो से किया, एवं स्वामी जी के शिष्यों ने गुरु पादुकाओं पूजन किया, विशेष अतिथि के रूप में म. प्र. विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोटिया , पूर्व विधायक बरगी प्रतिभा सिंह, भूतपूर्व महापौर प्रभात साहू, भूतपूर्व भाजपा मुख्य यूथ प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पाण्डेय, अतिरिक्त महाअधिवक्ता म. प्र. शासन विवेक शर्मा अधिवक्ता जय यादव, अधिवक्ता दिनेश पटेल, विनोद गोंटिया (मध्यप्रदेश विकास निगम के अध्यक्ष), प्रदीप गोंटिया (समाजसेवी), विजय चौकसे ( संचालक सेल नेट्वर्क), राम मूर्ति मिश्रा-वरिष्ठ नेता भाजपा (समाजसेवी), विजय कोरी समाजसेवी, प्रमोद पटेल -संचालक डिजिटल भारत, अधिवक्ता रवि सिंह एवं सभी संस्था के सदस्य भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहें I

इस कार्यक्रम में नर्मदा पूजन, व्रक्षारोपण, हर घर तिरंगा , कलश यात्रा, कन्या भोजन, राम जानकी मंदिर में वेद मंत्रों के साथ पुजन एवं विशाल भंडारे के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
इस धार्मिक सामाजिक कार्य में लोगो ने बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया और अपना योगदान दिया I संस्था के सदस्यों ने जानकारी दी की इस प्रकार के कार्यक्रम आगे भी होते रहेंगे I

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नई जॉब में रखे इन बातो का ख्याल ऑफिस लाइफ रहेगी सही

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डिजिटल भारत I हम सभी अपनी जॉब में गलतियो से बचना चाहते है और ऑफिस में अच्छे संबंधन बनाये रखना चाहते है और ये काम इतना कठिन भी नहीं है बस आप इन कुछ बातो को ख्याल रखना चाहिए
ऑफर लेटर
जब भी आप किसी नई कंपनी में ज्वाइन करते है तो कंपनी की तरफ से आपको ऑफर लेटर दिया जाता है, जिसमें आपकी सैलरी की सारी डिटेल रहती हैं। कई मौकों पर लोग जल्दबाजी में ऑफर स्वीकार कर लेते हैं, जिससे बचना चाहिए। ऑफर लेटर को ध्यान से पढ़कर उसे स्वीकार करना चाहिए। साथ ही, नई कंपनी ज्वाइन करते वक्त आपसे पुराना ऑफर लेटर मांगा जाता है। इसलिए कंपनी से ऑफर लेटर की हार्ड कॉपी भी लेना चाहिए।

प्रोबेशन पीरियड
सभी तरह की सरकारी और प्राइवेट कंपनियों में कर्मचारी को पहले प्रोबेशन पीरियड से गुजरना होता है। यह एक तरह से आपके काम के आकलन का दौर होता है। इस दौरान गलतियां न करें, क्योंकि इस दौरान कर्मचारी के खिलाफ कंपनी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र होती है। कई मौकों पर आपकी नौकरी भी जा सकती है।
नोटिस पीरियड
जॉब छोड़ने से पहले आपको कंपनी को नौकरी छोड़ने के बारे में सूचित करना होता है, ताकि वह अपने काम के लिए नए कर्मचारी की तलाश कर ले। इसलिए पहले से ही अपने नोटिस पीरियड के बारे में जान लें, क्योंकि नौकरी छोड़ते वक्त आपको नोटिस पीरियड पूरा करना होता है। विभिन्न कंपनियों में अलग-अलग नोटिस पीरियड होता है। ज्यादातर कंपनियों में यह एक से तीन महीने का होता है।

मेडिकल इन्श्योरेंस
लेबर कानून के तहत कंपनियों की तरफ से कर्मचारी को मेडिकल इन्श्योरेंस की सुविधा मिलती है, जिसका प्रीमियम आपकी सैलरी से डिडक्ट किया जाता है। इसके अंतर्गत किसी बीमारी की चपेट में आने पर आपको और आपकी फैमिली को मेडिकल कवर मिलता है।
अपने कार्यस्थल को राजनीति से दूर रखें। अपने काम से काम रखें। लोगों के फालतू के पचड़े में पड़ने से बचें।
गलती करने पर अपने सीनियर से बहस न करें। अपनी गलती मानें और उसे दोबारा न दोहराने की बात करें।
पे-रोल
आजकल कई कंपनियां लोगों को कॉन्ट्रैक्ट पर रखती हैं। मतलब उन्हें पे-रोल पर नहीं रखा जाता है। इस स्थिति में कंपनी कर्मचारी को पीएफ, मेडिकल इन्श्योरेंस जैसी सुविधाएं देने से बच जाती हैं। इसलिए नौकरी ज्वाइन करते वक्त पे-रोल को लेकर एचआर से बातचीत कर लेनी चाहिए।

ग्रैच्युटी
लेबर मंत्रालय के कानून के तहत कंपनी को अपने कर्मचारी को एक साल में 15 दिन का वेतन ग्रैच्युटी के तौर पर देना होता है। हालांकि, इसके लिए आपको एक कंपनी में 5 साल लगातार काम करना होगा। कई कंपनियां आपकी सैलरी से ग्रैच्युटी डिडक्ट करती हैं। ऐसे में, ज्वाइन करने के वक्त इसके बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए।

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ऐसे सहेजे रिस्तो को……. जाने कुछ बेहतरीन ट्टिप्स

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डिजिटल भारत I जीवन की खुशियों के लिए पति पत्नी के रिश्ते को प्यार, विश्वास और समझदारी के धागों से मजबूत बनाना पड़ता है। छोटी छोटी बातों को इग्नोर करना होता है। मुश्किल के समय एक दूसरे का सहारा बनना पड़ता है। लेकिन जब आप किसी के साथ नए रिश्ते की शुरुआत करते हैं तब आपको उसके साथ वक्त बिताना अच्छा लगता है। आप सोचते हैं कि कितनी जल्दी हम उसके बारे में सारी बातों को जान लें। लेकिन जैसे जैसे वक्त बीतता है आपके रिश्तों के बीच वो प्यार औऱ आत्मीयता की कमी हो जाती है। इस दौरान अपने रिश्तों में रोमांस और प्यार बनाए रखना एक बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में आज हम इस लेख में आपको बताएंगे कि आप अपने रिश्ते को कैसे मजबूत बना सकते हैं।

एक दूसरे से सारी बातों को करें शेयर

यदि आप चाहते हैं कि आपके पार्टनर के साथ आपका रिश्ता मजबूत हो और आपके बीच कभी दूरियां ना आएं तो इसके लिए आप अपने पार्टनर से सभी बातों को शेयर करें। फिर चाहे वह परिवार की हों या दोस्तों के साथ। आपको अपने पार्टनर के साथ बातचीत कभी बंद नहीं होने देना चाहिए। अगर एक बार आपकी बातचीत बंद हो गई तो समझ लीजिए रिश्तों के बीच गलतफहमी पैदा होना वहीं से शुरु हो जाती है। इसलिए अपने पार्टनर के साथ सभी बातों को शेयर करें और आप उनसे कितना भी नाराज क्यूं ना हों बातचीत जारी रखें। उसे अपने नाराजगी की वजह बताएं और समझाएं। इससे आपका रिश्ता और मजबूत होगा और रिश्तों के बीच कभी कोई दरार नहीं आएगी।
पार्टनर की बात को सुनना सीखें
रिश्तों को कभी भी पैसों के बल पर न तौलें
रिश्तों के बीच कभी भी पैसों को न लेकर आएं। हमेसा शो ऑफ करने से बचें। एक मजबूत रिश्ता आप पैसों के बल पर नहीं बल्कि सच्चे दिल से और अपने अच्छे व्यवहार से बना सकते हैं। चाहे आप रिलेशनशिप में क्यों न हों हमेसा अपने पैसों का घमंड यदि अपने पार्टनर को दिखाएंगे तो ऐसे में रिश्ता टूटने जैसी नौबत भी आ सकती है। इसलिए एक अच्छे इंसान बनने कि कोशिश करें।
विश्वास-
यदि आप अपना विश्वास किसी के ऊपर भी कायम कर लेते हैं तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। विश्वास के बल पर ही रिश्ता मजबूत होता जाता है। यदि रिश्ते में विश्वास कि कमी होगी तो ऐसे में रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं चल सकता है। इसलिए रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए विश्वास का होना जरूरी है।

बातचीत किसी भी रिश्ते का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसलिए रिश्तों को मजबूत बनाए रखने के लिए अपने पार्टनर की बात सुनना सीखें। उसकी बातों को सुन उस पर सही सलाह दें। कई बार क्या होता है कि आपका पार्टनर चाहता है कि आप उसकी बातों को सुनें। इसलिए आपको अपने पार्टनर की बातों को सुनना चाहिए। फिर चाहे वो बात फिजूल की ही क्यों ना हो। अपने पार्टनर को यह बिल्कुल भी महसूस ना होने दें कि आप उससे नजरअंदाज कर रहे हैं।

विश्वास करें

विश्वास रिश्तों की नींव होता है। रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए विश्वाश अहम होता है। यदि आपके रिश्ते में विश्वास है तो वह हमेशा अटूट बना रहेगा, लेकिन यदि अगर रिश्ते में बार बार संदेह या शक की स्थिति पैदा होती है तो रिश्तों को टूटने में ज्यादा समय नहीं लगता। ऐसे में रिश्तों में हमेशा विश्वास बनाए रखें।
रिश्तों के महत्व को जानना हमारे लिए बहुत जरूरी होता है। कभी न कभी आपको किसी न किसी कि जरूरत पड़ ही जाती है। ऐसे में यदि आपका व्यव्हार दूसरों के प्रति अच्छा नहीं होगा तो कोई आपका साथ नहीं देगा। व्यव्हारमें नम्रता,आदर, और प्यार का होना बहुत जरूरी है। यदि आप रिश्तों के महत्व को समझते हैं तो हमेसा बना कर ही चलेंगें। किसी भी रिश्ते का अनादर न करें क्योंकि वे टूट सकता है। और रिश्तों के टूटने के बाद ही उनकी अहमियत समझ आती है। इसलिए महत्व को समझें। हमेसा अपने से जुड़े लोगों का ख्याल रखें उनकी मदद करने से पीछे न हटें। यदि आप रिश्तों के महत्व को समझ लेते हैं तो एक बेहतर व्यक्ति के रूप में निकलकर सामने आते हैं।
सम्मान करना सीखें
किसी को सम्मान देकर ही आप उसका दिल जीत सकते हैं। हर एक रिश्ते में सम्मान का होना बहुत जरूरी होता है। इसलिए चाहे उम्र में लोग आपसे छोटे हो या बड़े हमेसा सबका सम्मान करना सीखें।
अकेले फैसला न लें
जब कोई भी बात दो व्यक्ति के बीच कि हो तो ऐसे में अकेले फैसला करने से बचना चाहिए। ऐसे में आप का रिश्ता खराब हो सकता है। सामने वाले कि बात भी सुनें। एक अंडरस्टैंडिंग बनाने की कोशिश करें। एक-दूसरे कि बात को सुनने और समझने से आपका रिश्ता मजबूत होता जाएगा।

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‘राहुल गांधी पर भरोसा नहीं ! पांच राज्यों के चुनाव नतीजे के बाद कांग्रेस की बैठक,

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पार्टी के भविष्य को लेकर शीर्ष नेतृत्व चिंतित, इन दिग्गज नेताओं पर गिर सकती है गाज

पंजाब में जहां कांग्रेस पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा तो उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. ऐसे में अब इन राज्यों में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं की चुनाव रणनीति पर भी सवाल उठने लगे हैं.

सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि तीन राज्यों खासकर पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी राजस्थान कांग्रेस के नेताओं के हाथों में थी. पार्टी के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद इन नेताओं पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.

सबसे निराशाजनक प्रदर्शन उत्तर प्रदेश पा रहा है, जहां पार्टी महज 3 सीटों पर ही सिमट गई है. ऐसे में राजस्थान कांग्रेस के जिन नेताओं को तीन राज्यों में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी मिली थी अब उनकी कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं. पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी ने हार की जिम्मेदारी ली है.

पांच राज्यों में हुए चुनाव परिणाम में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद जल्द ही पार्टी अध्यक्ष सोने गांधी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक बुलाएंगी, जिसमें पार्टी की हार और प्रदर्शन को लेकर मंथन होगा. बताया जा रहा है कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में तीन राज्यों में चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं पर भी गाज गिर सकती है.

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राजस्थान कांग्रेस के तीन नेताओं के पास बड़ी जिम्मेदारी थी. लेकिन इन नेताओं की रणनीति भी पार्टी को दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंचा सकी. अलवर के पूर्व सांसद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन थे तो पूर्व विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर और जुबेर खान उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी हैं. ऐसे में इन नेताओं पर भी गाज गिरना तय माना जा रहा है.

पार्टी आलाकमान को सबसे ज्यादा पंजाब में पार्टी का हार है. पंजाब में राजस्थान के प्रदेश प्रभारी अजय माकन और हरीश चौधरी की रणनीति पूरी तरह से फेल हुई है और पार्टी को यहां सत्ता से हाथ धोना पड़ा. हरीश चौधरी जहां पंजाब के प्रभारी हैं तो अजय माकन स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन थे. माना जा रहा है कि इन नेताओं फिर भी रिपोर्ट लेने के बाद गाज गिर सकती है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जहां पूरे चुनाव प्रबंधन की मॉनिटरिंग कर रहे थे. वहीं, सचिन पायलट लगातार इन तीन राज्यों में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे थे, लेकिन बावजूद इसके, पार्टी का प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा.

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भी राजस्थान कांग्रेस के 9 विधायकों सहित कई नेताओं को चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी मिली थी. राजस्थान कांग्रेस के विधायक भी उत्तराखंड में पार्टी को जीत नहीं दिला पाए. जिन नेताओं को उत्तराखंड में जिम्मेदारी मिली थी उनमें विधायक प्रशांत बैरवा, दानिश अबरार, इंद्राज गुर्जर, कृष्णा पूनिया, वेद प्रकाश सोलंकी, इंदिरा मीणा, चेतन डूडी, रफीक खान और पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल शामिल हैं.

पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आने के बाद जहां भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी अपनी सफलता को लेकर जश्न मना रही हैं, वहीं कांग्रेस से लेकर समाजवादी पार्टी फिलहाल मंथन में जुटी हैं। खासकर कांग्रेस में तो लगातार खराब प्रदर्शन को लेकर शीर्ष नेतृत्व पर ही सवाल उठने शुरू हो गए हैं। अब पांचों राज्यों के नतीजे आने के बाद आत्ममंथन के लिए जो बैठक हुई, उसमें कुछ बड़े नेताओं ने सीधे तौर पर राहुल गांधी को आड़े हाथों ले लिया। इन नेताओं का कहना था कि उन्हें राहुल के नेतृत्व पर बिल्कुल भरोसा नहीं है।

रिपोर्ट्स की मानें तो जिस बैठक में ये बात कही गई, उसमें कांग्रेस के कई पदाधिकारी और बड़े नेता शामिल रहे। इनमें एक नाम राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा का रहा। इसके लिए सांसद कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी और अखिलेश प्रसाद सिंह भी बैठक में शामिल रहे। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और कुछ अन्य नेता इस मीटिंग से वर्चुअल तौर पर जुड़े थे।

बताया गया है कि बैठक के दौरान इन नेताओं ने कांग्रेस पर अस्तित्व के संकट का खतरा भी बताया और साफ किया कि अगर अभी कदम नहीं उठाए गए तो आगे पार्टी को अगर मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इन नेताओं ने पंजाब में कांग्रेस के विकल्प के तौर पर आम आदमी पार्टी के उभार पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि इस तरह के बदलाव पार्टी को उन सभी राज्यों में हाशिए पर धकेल देंगे,

कांग्रेस के जी-23 ग्रुप से जुड़े हुए एक और वरिष्ठ नेता का कहना है कि उनको तो पंजाब समेत अन्य राज्यों के परिणामों का पहले से ही अंदाजा था। उक्त नेता का कहना है कि जब तक पार्टी में चापलूस और नेतृत्व की आंखों में धूल झोंकने वाले लोगों को राइट टाइम नहीं किया जाता है तब तक पार्टी ऐसे ही बिखराव की ओर बढ़ती रहेगी। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जी-23 से जुड़े नेताओं से हुई बातचीत के अनुसार यह था कि पंजाब में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो रही है और उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की मेहनत बेकार जा रही है।

कद्दावर नेताओं को नजरअंदाज किया गया

जी-23 ग्रुप से जुड़े एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि पंजाब में कांग्रेस के कई कद्दावर नेताओं को दरकिनार कर जिस तरीके से टिकट वितरण किया गया और पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का पूर्व मुख्यमंत्री रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच तू-तू मैं-मैं हुई, उससे पार्टी के कार्यकर्ताओं का न सिर्फ मनोबल टूटा बल्कि उनको दूसरे बेहतर विकल्प भी मिले। वो कहते हैं कि चुनाव के दौरान पंजाब से पार्टी के बड़े नेताओं का अलग हो जाना भी पार्टी नेतृत्व की कमजोरी रही।

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सीएस के छात्र छात्राओं के लिए निशुल्क वर्कशॉप आयोजित , बेहतर प्रोफेशनल बनने के लिए दिया मार्गदर्शन -लॉजिकल स्टार्टअप

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डिजिटल भारत – कंपनी सेक्रेटरी ( सीएस ) में छात्र-छात्राओं प्रोफेशनल स्किल्स एवं गुण  को बढ़ावा देने के लिए लॉजिकल स्टार्टअप एवं आईटेक्स ने मिलकर जबलपुर शहर के सभी सीएस के छात्र छात्राओं के लिए एक निशुल्क कंपनी सेक्रेटरीकी जिसमें की छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर उत्साह दिखाया एवं भाग लिया| सी एस रौनक अग्रवाल  जोकि कम उम्र में सीएस  बनकर और जबलपुर शहर से  पूरे भारतवर्ष में ऑल इंडिया लेवल पर  8th रैंक  हासिल कर चुके हैं उन्होंने  बेहतर प्रोफेशनल बनने के लिए सभी छात्र छात्राओं को अपना मार्गदर्शन दिया

सीएस रौनक  का मानना है कि किसी भी प्रोफेशन में सफलता प्राप्त करने के लिए अपने कौशल को विकसित करना महत्वपूर्ण है एवं अगर कोई छात्र अपने पढ़ाई के साथ साथ अपने पढ़ाई से जुड़े काम को भी सीखता है तो उसे सफलता बहुत जल्दी प्राप्त होती है | जबलपुर शहर के छात्र छात्राओं में कौशल विकास के लिए उत्साह प्रदान करने में आईटेक्स एवं लॉजिकल स्टार्टअप की एक बहुत ही अहम भूमिका  है. |

सीएस रौनक अग्रवाल यूट्यूब के माध्यम से लाखों छात्र छात्राओं को सी एस से जुड़ी जानकारी देते हैं उनका कहना है कि जबलपुर में कॉर्पोरेट कल्चर को बढ़ावा देने में जबलपुर शहर के  सीएस एक अहम भूमिका निभाएंगे और यहां हमारी जिम्मेदारी है कि शहर के सभी छात्र छात्राएं इस कल्चर के लिए तैयार रहें है |

शहर के युवाओ के विकाश की ओर लॉजिकल के द्वारा चलाजे जा रहे निशुल्क वर्कशॉप प्रोग्राम सराहनीये है

आपको बता दें  

किसी भी कंपनी की कार्यसत्ता को सुचारु रूप से चलाने के लिए एक सचिव का पद रिक्त रखा जाता है जिसे CS अर्थात कंपनी सचिव कहा जाता है | जिसका कोर्स ICSI ( Institute of Company Secretory of India ) के द्वारा कराया जाता है | यह कोर्स समान्यतः 3 साल का होता है जिसमे प्रत्येक वर्ष मे भी कुछ कैटेगरी है अर्थात प्रत्येक वर्ष दो बार परीक्षा होती है जो की पूरी तरह सेमेस्टर परीक्षा होती है | और यह पूरी तरह खुद से किया जाने वाला कोर्स है अर्थात इस कोर्स को आप किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट से कर सकते है तथा इसके साथ साथ और भी कोई डिग्री कोर्स भी कर सकते है |

CS के कार्य :

विभिन्न प्रकार के कंपनी मे एक कंपनी सचिव का कार्य होता है की कंपनी को सुचारु रूप से चलाने के लिए कुछ नियम बनाए गए होते है जिन्हे देखना व यह देखना की कंपनी के सभी कार्य प्रणाली उस नियम के आधार पर चल रहे है या नहीं अथवा किसी भी प्रकार की मीटिंग उस कंपनी के नियमो का उल्लंघन तो नहीं कर रहा है

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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस – संस्कारधानी की विभिन्न क्षेत्रों में महारत हासिल करने वाली महिलाओं का सम्मान

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डिजिटल भारत I उत्कृष्ट नारी सम्मान  नेशनल मीडिया फाउंडेशन के द्वारा  अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जबलपुर शहर संस्कारधानी की विभिन्न क्षेत्रों में महारत हासिल करने वाली महिलाओं का सम्मान समारोह  आयोजित किया गया जिसमें ग्रहणी से लेकर बुजुर्ग महिला कन्याओं का और डॉक्टर, नर्स, एडवोकेट, पुलिस, समाजसेवी, पत्रकार, उद्घोषक, डांसर, सफाई कर्मी , जैसी फील्ड में अपनी प्रतिभा का परिचय देने वाली विभूतियों के साथ सीनियर सिटीजन का सम्मान किया गया क्योंकि ग्रहणी।। वह होती है जो हम सबका हृदय से ध्यान रखती है सुबह 6:00 बजे से रात के 12:00 बजे तक आपके लिए हर पल उपस्थित रहती है आपकी हर जरूरतों का ख्याल रखती है हृदय से हम सभी उनको सलाम करते हैं   

सम्मान समारोह कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन के साथ और अतिथियों के माथे पर तिलक लगाकर रोज स्टिक देकर की गई और इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी सम्मानित जनों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया  एवं महिलाओं को प्रशस्ति पत्र शॉल श्रीफल के साथ स्मृति चिन्ह नेशनल मीडिया फाउंडेशन की ओर से  प्रदान किए गए।

इनका हुआ सम्मान संगीता असाटी वर्किंग वूमेन अर्चना साहू समाजसेवी सुलेखा क्षत्रिय सफाई कर्मी नेहा राजकुमारी सुनीता झारिया कथक कला में कृति बाजपेई साहित्यकार विनीता पैग्वार पुलिसकर्मी भूमेश्वरी चौहान थाना प्रभारी डॉ अर्चना शुक्ला डॉक्टर सरिता साहू डॉ प्राची सक्सेना शिक्षक मनीषा सतपाल बिजनेस वूमेन रजिया हुसैन पत्रकार मीना विनोदया पलक तिवारी उद्घोषक सिमरन सिंह शुक्ला श्रेया खंडेलवाल नेहा सीनियर सिटीजन जानकी आदि को सम्मानित किया

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में  महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी , उपाध्यक्ष मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड सुश्री अंजना सुचिता तिर्की डीएफओ जबलपुर श्रीमती अंजू भार्गव , समाजसेवी श ठाकुर पदमा फाउंडेशन , डॉक्टर राजेश जैसवाल संपादक त्रिपुरी टाइम्स  उपश्थित  रहे

अंजना सुचिता तिर्की डीएफओ जबलपुर मध्य प्रदेश

अंजना सुचिता तिर्की डीएफओ जबलपुर ने कहां की आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पूरे देश भर में मनाया जा रहा है मगर महिला दिवस तो प्रतिदिन मनाना चाहिए क्योंकि तू ही ममता तू ही करुणा तू ही दया की देवी है तू ही सृष्टि तू ही श्रजन और तू ही जगजननी है हे नारी तुझे हम नमन करते हैं बस यही कह कर मैं अपनी वाणी को विराम देती हूं I

थाना प्रभारी ग्वारीघाट भुनेश्वरी चौहान

थाना प्रभारी ग्वारीघाट भुनेश्वरी चौहान ने कहा हस्त हम लोग मना रहे हैं यह हम लोगों के लिए गर्व की बात है प्रतिदिन हमारा है लगभग सभी क्षेत्रों में महिलाएं आ चुकी हैं ऐसा कोई क्षेत्र नहीं बचा है जहां महिलाओं ने अपनी काबिलियत जीवित नहीं की है मुझे लगता है अभी भी कहीं ना कहीं हम पीछे हैं हम सबको उन सब को साथ लेकर आना है बहुत कठिनाइयां पार करके आगे आई आई हूं मेरे भी दो बच्चे हैं अभी जो नई पीढ़ी आई है उनको कुछ बारीकियां समझने की जरूरत है इस उम्र में हम लोगों की अपनी बच्चियों को एक्चुअल में हमें क्या पाना है कई बार नहीं पता होता सत्ता पाने की चाह में जो चीजें सोचते हैं उसका कोई अर्थ नहीं है सशक्तिकरण का जो मतलब है वह अंदर से होना चाहिए आर्थिक और दिमागी सक्षम होना अनिवार्य है इमोशनल फिट रहना ज्यादा जरूरी है जैसे कि मैंने देखा है कई बार हम सभी इमोशनल होने के कारण ही मात खा जाते हैं मैं तहे दिल से शुक्रगुजार हूं कि नेशनल मीडिया फाउंडेशन ने मुझे यह अवसर दिया और मंच प्रदान किया की मैं अपनी बात आप तक पहुंचा पाऊं I

महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरा नंद गिरी महाराज

महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद जी ने कहा कि हम जहां भी आगे बढ़े किसी ना किसी की शक्ति प्राप्त करके आगे बढ़ते हैं और जीवन में अर्धांगिनी के रूप में नारी प्राप्त हो ना हो मगर मां के रूप में तो मां की शक्ति मिली हुई है मैं छोटा सा आध्यात्मिक व्यक्ति हूं

श्रेया खंडेलवाल स्वच्छता अभियान की ब्रांड एंबेसडर

श्रेया खंडेलवाल स्वच्छता अभियान की ब्रांड एंबेसडर ने कहा हमारी की संस्कृति धर्म ग्रंथों में नारियों को जो सम्मान दिया गया है स्पष्ट कारण है कि नारी इतनी करुणामई और उदार होती है कि अपने बच्चों और परिवार जनों के खातिर त्याग ममता और करुणा की भावना रखती है जो लोग ही कर पाते हैं नारियों की इसी महानता को उनकी कमजोरी मान लिया गया है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस नेशनल मीडिया फाउंडेशन उन नारियों का सम्मान करने जा रहा है उत्कृष्ट महिलाओं का जिन्होने त्याग सहनशीलता आत्मविश्वास के दम पर यह साबित कर दिया कि वह किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है उनसे भी कहीं आगे है नारी शक्तियों को मेरा नमन आप सभी के चेहरे में वो तेज है प्रकाश है आज हमें अपनी बच्चियों अभी से ही गुड टच और बैड टच के बारे में अवगत कराते रहना चाहिए नेशनल फाउंडेशन कि सोनिया दीदी ने मुझे बताया कि हमारे यहां उत्कृष्ट नारी सम्मान रखा गया है और मुझे चुना गया है तो मुझे बहुत ही गौरवान्वित महसूस हुआ और मैं गर्व के साथ कहती हूं नमन है ऐसी नारियों को I

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए डॉ संजय असाटी, सीके ठाकुर पदमा फाउंडेशन, ऋषभ रजक, शिव कुमार गोरकर,  राहुल,  प्रेम भंडारकर रानू, हरिओम हजारी, अंकित राजपूत् सुमित ठाकुर संजू बेन, चंदन ठाकुर, गुलाटी पहलवान, दिनेश झरिया, सरिता साहू, किरण, संध्या ने विशेष सहयोग दिया।

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शार्क टैंक इंडिया के जज की कमाई जान कर रह जाएंगे आप हैरान

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डिजिटल भारत I शार्क टैंक एक बिजनेस रियलिटी टेलीविजन सीरीज है जो की ग्लोबाली एक बहुत ही पॉपुलर रियलिटी शो है. शार्क टैंक अब भारत ने भी आ गया है और यह सोनी टेलीविजन पर एयर किया जाता है. इसके अबतक कुल 17 एपिसोड्स टेलीकास्ट किए जा चुके हैं. बता दें, इस शो में कुल 7 खिलाड़ी हैं हम आपको बताएंगे. जानिए यह खिलाड़ी क्या करते हैं और कितनी है इनकी सालाना कमाई

अशनीर ग्रोवर

एक रिपोर्ट के अनुसार, ‘भारत पे’ के प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर की कुल संपत्ति तकरीबन 700 करोड़ रुपये है। वह शो के सबसे अमीर शार्क में से एक हैं।

अमन गुप्ता

2015 में स्थापित लोकप्रिय टेक ब्रांड ‘बोट’ के सह-संस्थापक और सीएमओ, अमन गुप्ता की अनुमानित संपत्ति 700 करोड़ रुपये की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमन गुप्ता के पास बमर, शिपरॉकेट और अन्वेषन जैसी कंपनियों में भी शेयर हैं।

पीयूष बंसल

आईवियर के लिए एक ई-कॉमर्स पोर्टल ‘लेंसकार्ट’ के सीईओ की कुल संपत्ति 600 करोड़ रुपये बताई जा रही है। 36 वर्षीय पीयूष बंसल ने इनफेडो  और डेली ऑब्जेक्ट्स जैसी कंपनियों में भी निवेश किया है।

अनुपम मित्तल

अनुपम मित्तल ‘पीपल ग्रुप-शादी डॉट कॉम’ के संस्थापक और सीईओ (CEO) हैं. अनुपम मित्तल अब भारत के ई-कॉमर्स उद्योग में सबसे प्रसिद्ध शख्सियतों में से एक हैं.अनुपम मित्तल भारतीय रियलिटी टीवी शो शार्क टैंक्स इंडिया के शार्क (जज) में से एक हैं.अनुपम ने बॉस्टन कॉलेज, अमेरिका से अपनी पढ़ाई पूरी की. अनुपम की नेट वर्थ 185 करोड़ है.

नमिता थापर

नमिता थापर एक ग्लोबल फार्मा कंपनी Emcure Pharmaceutical की Executive Director हैं. उन्होंने USA की कई कंपनियों में इन्वेस्टमेंट किया है, और उन्हें बिजनेस वर्ल्ड में कई अवार्ड्स मिले हैं. इनकी नेट वर्थ 600 करोड़ है.

विनीता सिंह

विनीता सिंह SUGAR Cosmetics की और को-फाउंडर हैं.उन्होंने IIT और IIM से पढ़ाई की है. जिसके बाद उन्हें एक करोड़ रुपए का पैकेज मिला था. लेकिन उन्होंने अपना बिज़नेस शुरू किया और देश कि टॉप बिजनस वीमेन में शुमार हो गईं. विनीता सिंह की नेटवर्थ 59 करोड़ रुपए है

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क्या है एंग्जायटी अटैक, कैसे कर सकते है इसे नियंत्रित

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डिजिटल भारत I एंग्जाइटी  ये एक ऐसा शब्द है, जिसको आजकल हम लोगों को मुंह से खूब सुनते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये छोटा सा शब्द कितनी बड़ी बीमारी होती है.अक्सर लोग एंग्जाइटी को हल्के में लेते हैं, लेकिन ऐसा कभी नहीं करना चाहिए, ये एक बड़ी बीमारी होती है. आजकल के युवाओं में ये बीमारी तेजी से फैलती जा रही है. कई रिचर्स में ये बात सामने आई है, जो लोग खुलकर अपनी बात किसी से नहीं कह पाते या फिर किसी हादसे को दिल में बैठा लेते हैं, वो ही एंग्जाइटी के शिकार ज्यादा होते हैं.

 एंग्जायटी अटैक में व्यक्ति हर वक्त चिंता, डर और बेचैनी का अनुभव करता है। उसकी दिल की धड़कन तेज होने लगती है और घुटन की हद तक सांस फूलने लगती है।

शरीर में अन्य तरह के बदलाव भी देखने को मिलते हैं। इस समय मन और शरीर कुछ अलग ही तरह से प्रतिक्रिया करते हैं। हालांकि चिंता के लक्षण बहुत आसानी से नजर नहीं आते, इन्हें पहचानना थोड़ा मुश्किल है। इसलिए हम यहां आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन पर अगर आप थोड़ा ध्यान दें, तो एंग्जायटी अटैक से बच सकते हैं।

व्यक्ति को कभी न कभी किसी भी चीज को लेकर घबराहट हो सकती है। लेकिन जब घबराहट बहुत ज्यादा हो और लंबे समय तक बनी रहे, तो आप एंग्जायटी अटैक की गिरफ्त में आ सकते हैं। याद रखें, एंग्जायटी अटैक आने पर संभावना है कि बहुत पसीना आएगा या ठंड से कंपकपी होगी।

पैनिक अटैक को कैसे करें नियंत्रित

काउंसिलिंग या परामर्श- पहली बार में शायद आपको यह समझ न आए कि अचानक आपको क्या हुआ था लेकिन दूसरी-तीसरी बार में आपको यह समझ में आने लगेगा कि आपके व्यवहार में परिवर्तन हुआ था और आपका मन और शरीर दोनों ही नियंत्रण से बाहर थे। इसके बाद लक्षणों को जानकर और समझकर तुरन्त डॉक्टर से परामर्श करें और काउंसिलिंग शुरू करें। ध्यान रखें कि यह प्रक्रिया लम्बी होगी इसलिए इलाज कभी भी बीच में न छोड़ें।

सांस वाले व्यायाम- गहरी सांस लेना और छोड़ना यानी डीप ब्रीदिंग एक बहुत ही अच्छा तरीका है दिमाग को संतुलित बनाए रखने का। इसके साथ ही यह शरीर को भी स्वस्थ बनाने में मददगार है। मानसिक स्तर पर चल रही उथल-पुथल में यह काफी राहत पहुंचा सकती है। इसलिए गहरी सांस लेने का अभ्यास निरंतर करें। इससे फेफड़ों को भी मजबूती मिलेगी और दिल भी स्वस्थ रहेगा।

नियमित फिजिकल एक्टिविटी- रेग्युलर एक्सरसाइज से मिलने वाला फायदा दीर्घकालिक होता है। यह एक दिन या एक महीने की बात नहीं है, इसलिए अपने एक्सरसाइज रूटीन को नियमित रखें। इससे शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी ऊर्जा मिलती है जिससे वह विपरीत परिस्थितियों में भी एकदम से नियंत्रण नहीं खोता।

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जश्न पर पाबंदी, कहीं सच न हो जाए जानकारों का अनुमान

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डिजिटल भारत I कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार फिर से सतर्क हो गई है. यही वजह है कि सरकार ने राज्य में फिर से रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू करने का फैसला किया है. साथ ही स्कूल भी 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेंगे. नाइट कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक प्रभावी रहेगा. आदेश के मुताबिक नाइट कर्फ्यू आज रात से ही लागू होगा. इससे पहले कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा बैठक की.

इसी बीच, आईआईटी कानपुर की स्टडी में ओमिक्रोन को लेकर बड़ा दावा किया गया है। आईआईटी कानपुर की स्टडी के मुताबिक, भारत में कोरोना की तीसरी लहर फरवरी में अपने पीक पर होगी। शोधकर्ताओं के मुताबिक, देश में अगले साल 3 फरवरी को तीसरी लहर पीक पर होगी।

बैठक के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रदेश में अभी ओमिक्रोन का कोई मरीज नहीं मिला है लेकिन प्रदेश से सटे अन्य राज्यों में तेजी से मामले बढ़ रहे हैं. इस बैठक के दौरान सीएम ने निर्देश दिए कि कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले ही न्यू ईयर सेलिब्रेशन कर सकेंगे. इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज के सभी छात्रों को दोनों डोज लगवाना जरूरी है.

आईआईटी कानपुर की स्टडी में बड़ा दावा

इसी बीच, आईआईटी कानपुर की स्टडी में ओमिक्रोन को लेकर बड़ा दावा किया गया है। आईआईटी कानपुर की स्टडी के मुताबिक, भारत में कोरोना की तीसरी लहर फरवरी में अपने पीक पर होगी। शोधकर्ताओं के मुताबिक, देश में अगले साल 3 फरवरी को तीसरी लहर पीक पर होगी।

तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामले

मध्य प्रदेश में ओमिक्रोन संक्रमित मरीज भले ही कोई नहीं मिला लेकिन राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. प्रदेश में अब हर दिन दहाई में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं. बीते एक माह में कोरोना के 500 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं. दूसरी लहर के दौरान भी इसी तरह से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी थी. यही वजह है कि सरकार अभी से ही सतर्कता बरत रही है और यदि हालात नियंत्रण में नहीं आते हैं तो सरकार आने वाले दिनों में सख्त पाबंदियां लागू कर सकती है.

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