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एक भारत उत्कृष्ट भारत

बच्चो के साथ खेल कूद व को शिक्षा की सामग्री बाटते हुए अविकसित बालगृह में भी मनाया गया बाल दिवस

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शहर के कई ने NGO भी बच्चो के साथ मनाया बाल दिवश

डिजिटल भारत l शासकीय मानसिक रूप से अविकसित बाल गृह जबलपुर में 14 नवम्बर को बाल दिवस का आयोजन
उत्सवी माहौल में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यशवेन्द्र ब्गेले अध्यक्ष बाल कल्याण समिति रहे। साथ ही संस्था के अधीक्षक ए.आर. सिंह परस्ते, विशेष शिक्षक प्रशासक, वार्डन समस्त कर्मचारी एवं मानसिक
दिव्यांग छात्र-छात्राओं सहित अभिभावक उपस्थित रहे।


मानसिक दिव्यांग छात्र-छात्राओं ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। साथ ही इनके द्वारा बनाये हस्त
कौशल की एक प्रदर्शनी रखी गई थी एवं स्वरचित ग्रीटिंग कार्ड मुख्य अतिथि को भेंट किया। उन्होंने बच्चों में
चाकलेट एवं आर्शीवचन देते हुए एवं इनके उज्जवल भविष्य के प्रयासों में सहयोग का आश्वासन दिया। नौजवान एकता संगठन NGO जबलपुर द्वारा बाल दिवस के उपलक्ष में बच्चों को आंगनवाड़ी स्कूल एवं निशुल्क शिक्षा संस्थानों में जा जाकर शिक्षा से संबंधित जानकारी एवं प्रेरणा दी एवं सामग्री वितरित की जिसमें वाइटबोर्ड ग्रीन बोर्ड ,कंपास ,शीश पेंसिल ,कॉपी, पहाड़ा, पेन, एवं शिक्षा से संबंधित आदि सामग्रियां प्रदान की ।प्रदान किए गए स्थानों फुलर आंगनवाड़ी एवं स्कूल भीटा आंगनवाड़ी , एन ई एस एनजीओ शिक्षा केंद्र महंगवा,सिवनगर, आदि ।शिक्षा ही जीवन का आधार जिसे हमे बड़ाने हेतु बच्चो को प्रेरित करना चाहिए और लोगो को जागरूक करना आवश्यक है।

इसी के साथ और भी NGO जैसे जबलपुर में स्थित बरसाना बस्ती मदन महल में शिक्षा एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ऑर्गनाइज़ेशन द्वारा सोमवार 14 नवंबर को बाल दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया, जिसमें आयोजित कार्यक्रमों में बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया , बच्चों ने कविता, विभिन्न खेल, नृत्य गान व इत्यादि के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन किया, बच्चों का हुनर देखकर सभी गदगद हुए वहीं परिजन भी उत्साहित हो गए।

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किसानों की सुविधानुसार बनायें जायें खरीदी केन्द्र प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने की जबलपुर संभाग के खरीफ उपार्जन तैयारी की समीक्षा

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डिजिटल भारत l प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने की जबलपुर संभाग के खरीफ उपार्जन तैयारी की समीक्षा

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने सोमवार को
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जबलपुर संभाग के सभी जिलों की खरीफ उपार्जन विपणन मौसम 2022-23 की तैयारी की
जिलावार समीक्षा की।
इस दौरान संभागायुक्त बी.चन्द्रशेखर, प्रबंध संचालक म.प्र. नागरिक आपूर्ति निगम तरूण पिथोड़े, संचालक
खाद्य एवं प्रबंध संचालक म.प्र. वेयर हाऊस कारपोरेशन दीपक सक्सेना, जबलपुर कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन,
मंडला कलेक्टर हर्षिका सिंह, कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद, छिंदवाड़ा कलेक्टर शीतला पटले, सिवनी कलेक्टर डॉ.
राहुल हरिदास फटिंग, बालाघाट कलेक्टर गिरीश मिश्रा और डिंडौरी कलेक्टर मौजूद रहे।
प्रमुख सचिव श्री उमराव ने फसलों की खरीदी के संबंध में की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी ली और
धान एवं अन्य खरीफ फसलों की उपार्जन व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खरीदी कार्य में पूरी पारदर्शिता बरती जाये। खरीदी केन्द्र
किसानों की सुविधानुसार बनाये जायें। साथ ही उपार्जन के समय फसल की गुणवत्ता फेयर एवरेज क्वालिटी पर
विशेष ध्यान देने की हिदायत दी।
बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि किसानों की सुविधा को देखते हुए सभी व्यवस्थाएं की जाए ,ताकि किसानों
से उपज खरीदी कार्य में किसी प्रकार की परेशानी ना हो। उपार्जन का कार्य पूरी सावधानी से किया जाए। इसके
अलावा भंण्डारण परिवहन तथा खरीदी केंद्रों पर आवश्यक सामग्री की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। किसानों के
लिए आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे पेयजल ,छाया ,बैठने की व्यवस्था भी की जाए। इसके अलावा उपार्जन के दौरान
किसानों के अनाज की तुलाई सही ढंग से हो यह भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में खरीफ उपार्जन हेतु किसान पंजीयन का सत्यापन ,बैंक खातों का सत्यापन, उपार्जित स्कंध की
परिवहन एवं भंडारण व्यवस्था, धान मिलिंग की प्रगति और लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उचित
मूल्य दुकानों पर भंडारण ,व्यवस्था ,दुकान विहीन पंचायतों में नवीन दुकान खोलना आदि की भी समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के दौरान प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और पात्रता पर्ची के वितरण कार्यों के संबंध में
भी आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने लक्षित सार्वजनिक वितरण प्रणाली और खरीफ उपार्जन हेतु चयनित गोदामों के
निरीक्षण करने के निर्देश दिए। इसके अलावा किसानों के बैंक खाते शीघ्र अपडेट करने और राशन उपभोक्ताओं के
मोबाइल नम्बर सीडिंग दुकानवार करने के निर्देश दिए गये।

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फायलेरिया की दवा खाने के लिये आमजन को दें : स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

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डिजिटल भारत l प्रभावित जिलों में एमडीआर के लिये बनाएँ विशेष रणनीति
स्टेट टास्क फोर्स कमेटी ने दिए सुझाव

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि फायलेरिया प्रभावित जिलों में
मास लेवल पर फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक सभी लोग के लिए एक बार लेना जरूरी है। इसके लिये आमजन
को समझाइस दी जाए। फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में ऐसे जिले जहाँ पर फायलेरिया के केस पूरी तरह से
समाप्त नहीं हुए है, उनमें मास लेवल पर फायलेरिया निरोधी दवा की खुराक दी जाना है। फायलेरिया निरोधी दवा
की खुराक सभी को लेना है। इससे फायलेरिया को समाप्त किया जा सकता है। यदि प्रभावित क्षेत्र अथवा जिले के
कुछ लोग दवा का सेवन नहीं करते है तो इससे पूरा क्षेत्र फायलेरिया बीमारी से पीड़ित बना रहता है। स्वास्थ्य मंत्री
डॉ. चौधरी सोमवार को मंत्रालय में राष्ट्रीय फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की स्टेट टास्क फोर्स की बैठक को
संबोधित कर रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि आम लोगों को फायलेरिया बीमारी के उन्मूलन के लिये
दवा खाने की आवश्यकता का एहसास कराना होगा। आमजन को यह समझाइस देना होगी कि फायलेरिया से मुक्ति
तभी संभव जब प्रभावित जिले के सभी लोगों द्वारा दवा का एक बार सेवनअवश्य किया जाए। उन्होने कहा कि
आमजन को यह जानकारी दी जाए कि फायलेरिया की रोकथाम के लिये दवा खाने से फायलेरिया की बीमारी नहीं
होगी और दवा का दुष्प्रभाव नहीं है। फायलेरिया के उन्मूलन के लिये संबंधित जिलों के जनसमुदाय को दवा खाना
जरूरी है। इस संदेश को विभिन्न माध्यमों से प्रभावित जिलों में जन-जन तक पहुँचाया जाए। स्वास्थ्य मंत्री डॉ.
चौधरी ने कहा कि देश में 20 राज्य के 133 जिलों में फायलेरिया उन्मूलन प्रगति पर है। प्रदेश में 12 एंडेमिक
जिलें है। उन्होंने बताया कि फायलेरिया संक्रमित मच्छर क्यूलेक्स के द्वारा फैलने वाली बीमारी है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि छतरपुर, दतिया, कटनी, पन्ना, उमरिया, रीवा, टीकमगढ़ और निवाड़ी
में एमडीए की गतिविधि की जा रही है। सागर, सतना, छिन्दवाड़ा और दमोह जिले को ट्रांसमिशन असिसमेन्ट सर्वे
के लिये शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि एमडीए की गतिविधि के सफलतापूर्वक संचालन के लिये संबंधित
जिलों के स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित नगरीय निकायों के पार्षद और ग्राम पंचायत के सरपंच से अभियान में
भागीदार बनाने के लिये पहल की जाएँ

। उन्होंने कहा कि शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, महिला-बाल विकास,
जल संसाधन, किसान कल्याण एवं कृषि विकास, नगरीय विकास एवं आवास, जनजातीय कार्य, सामाजिक न्याय
एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग के मैदानी अमले को फायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में जोड़ने की जरूरत है। बैठक
में एसीएस स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास
श्री धनंजय सिंह, सचिव वन विभाग श्री एके मिश्रा, एमडीएनएचएम सुश्री प्रियंका दास, अतिरिक्त आयुक्त नगरीय
विकास डॉ. सत्येन्द्र सिंह, अतिरिक्त आयुक्त अनुसूचित जनजाति कल्याण श्री केजी तिवारी और टास्क फोर्स कमेटी
के सदस्य उपस्थित थे।

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महविश ने कहा, “मैं लंबे अरसे से उसका पीछा कर रही थी. अगर वह अब फ़रार हो जाता तो शायद उसको जल्द पकड़ना मुमकिन न होता, अपने बहादुरी के कारण फेमस हो रही पाकिस्तान की ये महिला पुलिस

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डिजिटल भारत l एक महिला के रेप और ब्लैकमेलिंग का अभियुक्त ज़मानत रद्द किए जाने के बाद अदालत के कमरे से फ़रार होने के लिए दौड़ लगा देता है.

मुल्ज़िम के पीछे महिला पुलिस अधिकारी ने दौड़ लगा दी. इससे पहले कि जवान मुल्ज़िम दूसरी मंज़िल की सीढ़ियां उतर कर ग़ायब होता, उससे पहले ही अधिकारी ने उसे दबोच लिया

मुल्ज़िम ने छूटने की पूरी कोशिश की. पुलिस अधिकारी को चोट भी लगी मगर उसने मुल्ज़िम के हाथ कमर की तरफ़ मोड़ दिए और वहां मौजूद लोगों में से एक से चादर लेकर हाथों को मज़बूती से बांध दिया
अदालत परिसर में कई लोग ये देखकर दंग रह गए.

सिब्तैन शाह ने यह घटना अपनी आंखों के सामने देखी तो उन्हें भी यही लग रहा था कि मुल्ज़िम महिला पुलिस अफ़सर की पकड़ से भाग जाएगा.

वे कहते हैं, “वैसे भी एक महिला के लिए एक युवा मर्द को क़ाबू में रखना मुश्किल होता है मगर हैरत है कि महिला अफ़सर ने मुल्ज़िम को अपनी पकड़ से निकलने न दिया.”

एक और चश्मदीद गवाह सुल्तान महमूद कहते हैं कि बेहद बहादुर महिला अफ़सर ने अकेले दम पर मुल्ज़िम को पहले दीवार के साथ धक्का देखकर दबोचा और फिर उसके हाथ कसकर बांधकर अदालत से बाहर भी लेकर गईं.

“उसको चोट भी लगी मगर उसने परवाह न की. ऊपरी तौर पर यह अविश्वसनीय लगता है मगर यह सब हमारी आंखों के सामने हुआ.”
कौन है यह बहादुर महिला ऑफ़िसर ?
सोशल मीडिया पर भी इस महिला अफ़सर की हिम्मत की ख़ूब तारीफ़ हुई है.

राना बिलाल ने लिखा, “पुलिस के आला अफ़सरों को ऐसी बहादुर बेटियों का हौसला बढ़ाना चाहिए”

जबकि सादिया कहती हैं, “हमारी ताक़त का अंदाज़ा है ही नहीं किसी को.”

यह ज़िला हाफ़िज़ाबाद की सब इंस्पेक्टर महविश असलम हैं जो इस समय अनुसंधान विभाग में सेवाएं दे रही हैं.

वह अपने ज़िले की पहली महिला पुलिस अफ़सरों में शामिल हैं.

उन्होंने बीबीसी से बात करते हुए बताया कि उस आदमी पर एक महिला के रेप और ब्लैकमेलिंग का आरोप है.

महविश ने कहा, “मैं लंबे अरसे से उसका पीछा कर रही थी. अगर वह अब फ़रार हो जाता तो शायद उसको जल्द पकड़ना मुमकिन न होता. इसलिए मैंने कुछ सोचे समझे बिना पल भर में फ़ैसला किया कि उसको हर स्थिति में पकड़ना है चाहे कुछ भी हो जाए.”
उनका कहना था, “मुझे लगा कि अगर यह लाहौर हाई कोर्ट से फ़रार हो जाता तो फिर यह दोबारा कोई न कोई चक्कर चलाता और अपनी पहुंच-पैरवी इस्तेमाल करता. वैसे भी ऐसे मुल्ज़िम किसी रियायत के लायक नहीं होते. उनको हर हाल में अदालत का सामना करना चाहिए.”

मगर महविश ने अकेले उस मुल्ज़िम को कैसे क़ाबू किया?

इस सवाल पर वह बताती हैं, “ऊपर से देखने से मुल्ज़िम मुझसे ताक़तवर लगता है मगर मैं जानती हूं कि मेरे साथ सच की ताक़त थी और मेरे पास ऐसा जज़्बा था कि मैंने मुल्ज़िम को फ़रार नहीं होने दिया.”

महिला अफ़सर बताती हैं, “हमें अतीत में ऐसा सुनने को मिला है कि मुल्ज़िम अदालत के अहाते में ही पुलिस से ख़ुद को छुड़ा कर भाग गया और अब पुलिस को उसकी दोबारा तलाश है.”

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राष्ट्रपति की उपस्थिति में जनजातीय गौरव दिवस से लागू होगा पेसा एक्ट : मुख्यमंत्री शिवराज चौहान

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह मध्यप्रदेश के लिये गौरव की बात है कि राष्ट्रपति
द्रोपदी मुर्मू के मुख्य आतिथ्य में शहडोल में 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस का राज्य स्तरीय
कार्यक्रम होगा। इसी दिन मध्यप्रदेश में जनजातीय समुदाय के हित में पेसा एक्ट भी अधिकारिक रूप से लागू किया
जायेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सामाजिक समरसता के साथ प्रदेश का विकास सरकार की प्राथमिकता है।


मुख्यमंत्री चौहान आज शहडोल के लालपुर ग्राम में जनजातीय गौरव दिवस की तैयारियों की समीक्षा के बाद
उमरिया जिले के गुरूवाही में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने यहाँ मौजूद बच्चों से चर्चा भी की। गुरूवाही
से बाँधवगढ़ जाते समय मुख्यमंत्री से कस्तूरबा गांधी छात्रावास की छात्राओं ने मुलाकात की और उनका आत्मीय
स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने अपनी भांजी छात्राओं को आशीर्वाद दिया और उनकी शिक्षा के संबंध में जानकारी ली।मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती पर भी भीमा नायक, टंट्या मामा, रघुनाथ शाह-शंकर शाह जैसे जनजातीय नायकों की स्मृति में स्मारक बनाने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के कई शहीद ऐसे थे, जिनका बलिदान सामने नहीं आ पाया। मानगढ़ में गोविंद गुरू ने अपने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए अंग्रेजों की चुनौती को स्वीकार किया और 1500 से अधिक वीरों ने बलिदान दिया। प्रधानमंत्री मोदी का बलिदान स्थल पर स्मारक बनाने का निर्णय अभिनंदनीय है

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 निगमायुक्त के द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में निर्माणाधीन सड़कों और फुटपाथ के कार्यो का किया गया निरीक्षण निर्माण कार्यो की गुणवत्ता पर निरीक्षण के दौरान अधिकारियों और ठेकेदार के प्रति जताई नाराजगी

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डिजिटल भारत l  नगर निगम द्वारा शहर के नागरिकों को बेहतर मूलभूत सुविधाएॅं प्रदान करने की दिशा में अद्योसंरचना एवं विकास के कार्य लगातार कराये जा रहे हैं। इन विकास कार्यो में सड़कों के निर्माण के साथ-साथ नाला नालियों एवं फुटपाथ के भी निर्माण कराये जा रहे हैं।

जिसका निरीक्षण आज निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के द्वारा किया गया और निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्यो की गुणवत्ता देखकर इंजीनियरों और ठेकेदारों के प्रति नारजगी जाहिर की गयी। निगमायुक्त श्री वशिष्ठ ने बताया कि आज उनके द्वारा अग्रसेन चौक से स्कीम नम्बर 41, विजय नगर क्षेत्र में निर्माणाधीन कांक्रीट सड़ निर्माण के साथ-साथ उखरी क्षेत्र में निर्माणाधीन फुटपाथ का भी निरीक्षण किया गया। उन्होंने निरीक्षण के मौके पर देखा कि निर्माण कार्यो की गुणवत्ता ठीक नहीं है और निर्धारित माप दण्डों के अनुरूप निर्माण कार्य नहीं कराये जा रहे हैं। जिसपर नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यो में सुधार लाने के कड़े निर्देश दिये।
निगमायुक्त श्री वशिष्ठ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जो भी निर्माणाधीन कार्य प्रचलन में है उन सभी कार्यो को निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप समय सीमा में सफाई के साथ कराएॅं, क्रांक्रीट के कार्यो की तराई अच्छी तरह से कराएॅं। उन्होंने हिदायत दी कि यदि समय सीमा में गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण नहीं हुए तो ऐसी स्थिति में इंजीनीयरों के साथ-साथ संबंधित ठेकेदार के ऊपर भी पेनाल्टी लगाई जायेगी। इस मौके पर कार्यपालन यंत्री आर.के. गुप्ता, सहायक यंत्री आर.क.े गोस्वामी, प्रदीप मरावी आदि उपस्थित रहे। 

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आवारा पशुओं की धरपकड़ जारी – 25 आवारा पशुओं को पकड़कर पहुॅंचाया गया निगम गौशाला, इसी के साथ पशुओ को ऐसे छोड़ते हुए पकडे जाने पर लगेगा जुरमाना

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डिजिटल भारत l मध्य प्रदेश में लगातार देखा जा रहा है कि सड़क दुर्घटना में कोई मवेशी या तो मर जाता है या बुरी तरह जख्मी हो जाता है। कई बार आवारा पशुओं के हमले से इंसानों को नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसी ही समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने बड़ा और सख्त कदम उठाया है। निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार शहर के आवारा पशुओं को धरपकड़ अभियान लगातार जारी है। आज भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 25 आवारा पशुओं को पकड़ने की कार्यवाई की गई। आज नगर निगम फायर ऑफिस के हॉंका गैंग टीम द्वारा 25 आवारा पशुओं को पकड़कर कैटल वाहन के माध्यम से कांजी हौस में पहुॅंचाया गया। इस संबंध में फायर अधीक्षक कुसाग्र ठाकुर, सहायक अधीक्षक राजेन्द्र पटैल, ने बताया कि शहर में नगर निगम के फायर ब्रिगेड के द्वारा सुबह एवं शाम की पालियों में विशेष गैंग एवं वाहनों को लगाकर आवारा मवेशियों को धरपकड़ करने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। जिससे की लोगों को आवागमन में राहत मिल सके।

उन्होंने बताया कि दिनांक 01 सितम्बर 2022 से 09 नवम्बर 2022 तक हाका गैंग द्वारा 915 आवारा मवेशियों एवं 170 घायल, बीमार पशुओं को निगम गौशाला एवं कांजी हौस में बंद किया गया। यह कार्रवाई निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार की जा रही है।
श्री पटैल ने बताया कि शहर की साफ सफाई, स्वच्छता और सुगम यातायात व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार नगर निगम के फायर ब्रिगेड (अग्नि शमन विभाग) के द्वारा आवारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बंद किये गए आवारा मवेशियों के मालिकों से आर्थिक दण्ड स्वरूप जुर्माने की कार्यवाही भी की जा रही है, विगत 2 माह में पशुपालक दिनेश कोरी, कृष्णा कुमार यादव, धर्मेन्द्र कुमार, शिव कुमार से 15 हजार 2 सौ 50 रूपये जुर्माना वसूल कर निगम कोष में जमा कराया गया।

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प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में हुआ सराहनीय कार्य केन्द्र सरकार के दल ने मैदानी क्षेत्र का भ्रमण कर दिया प्रतिवेदन

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डिजिटल भारत l प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में सराहनीय कार्य हुआ है। यह जानकारी केन्द्र शासन के विशेष दल
द्वारा सीधी एवं सिंगरौली जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के निरीक्षण के बाद दिये प्रतिवेदन में दी गई। केन्द्र
सरकार के विशेष दल द्वारा इस वर्ष सीधी और सिंगरौली जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं का भ्रमण किया गया। भ्रमण
के बाद दल ने दिये प्रतिवेदन में बताया कि आयुष, एचडब्ल्यूसी, स्वास्थ्य संस्थाओं में पैथालॉजी लेब, डायलिसिस
उपकरण के रख-रखाव, योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही एनआरसी में भर्ती कुपोषित बच्चों की प्रगति की
मॉनीटरिंग के लिये एनआरसी, एमआईसी पोर्टल का संधारण बहुत अच्छे से किया गया है। दल द्वारा बताया गया
कि स्वास्थ्य संस्थाओं में शाम की ओपीडी लाभदायक है। जाँच दलों ने बताया कि स्वास्थ्य संस्थाओं में डिजिटल
हीमोग्लोबिन मीटर से खून की जाँच की जा रही है, जिससे एनीमिया का समय पर पता कर उपचार किया जा रहा
है। एमपी आरोग्यम से सीएचओ की परफार्मेंस को मॉनीटर किया जा रहा है।
ममता कॉर्नर, सुमन डेस्क और जननी एक्सप्रेस महिलाओं के लिये मददगार साबित हो रही हैं। जाँच दल ने बताया कि टी.बी. मुक्त भारत बनाये जाने के
लिये टी.बी. की जाँच और उपचार की व्यवस्था ग्राम स्तर तक सुनिश्चित की जाए। विभागीय संरचना में हेल्थ एण्ड
वेलनेस सेंटर पर पदस्थ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की भूमिका को सशक्त बनाया जाए। इनके माध्यम से स्वास्थ्य
सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, जिससे कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके। प्रतिवेदन
में जाँच दल ने बताया कि जिले और राज्य की जरूरतों के लिये आईटी पोर्टल का विकास किया जाए।

केन्द्र सरकार
के विशेष जाँच दल ने प्रतिवेदन का प्रस्तुतिकरण एम.डी. एनएचएम सुश्री प्रियंका दास की अध्यक्षता में एनएचएम
मुख्यालय में हुई कॉमन रिव्यू मीटिंग में दिया गया। केन्द्र सरकार के विशेष दल द्वारा जिलों में 5 दिवसीय
भ्रमण किया गया। एम.डी. एनएचएम सुश्री दास ने बताया कि मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये
निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। इसके लिये स्टेट टॉस्क कम्युनिटी बनाई गई है, जिसके द्वारा मातृ एवं शिशु मृत्यु
दर में कमी लाने के कार्यक्रमों की मॉनीटरिंग की जा रही है।

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राज्य में महापुरूषों के नाम पूरे और हिंदी में लिखे जाने संबंधी आदेश होगा जारी है : मख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर में अ.भा. विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन में विद्यार्थियों को किया संबोधित

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डिजिटल भारत l मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महापुरूषों का सम्मान और गरिमा बनाए रखना हम
सबका नैतिक दायित्व है। इसी भाव के साथ मध्यप्रदेश में एक ऐसा आदेश जारी किया जायेगा, जिससे जिन
संस्थानों के नाम महापुरूषों के नाम पर हैं वे नाम पूरे और हिन्दी में लिखे जाएँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार को
ग्वालियर में शुरू हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (मध्य भारत) के तीन दिवसीय प्रांतीय अधिवेशन के
उद्घाटन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी महान क्रांतिकारियों
एवं महापुरूषों के नाम प्रमुखता से जोड़े जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यार्थी परिषद की सराहना करते हुए
कहा कि यह संगठन देश और समाज के लिये जीने वाली पीढ़ी तैयार करने में जुटा है।

विद्यार्थी जीवन में मुझे इसी संगठन से जुड़ कर देश और समाज की सेवा करने की प्रेरणा मिली। मैं अपने सार्वजनिक जीवन में जो कुछभी अच्छा कर पाया हूँ, वह परिषद से जुड़ने का ही सुफल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे देश का
इतिहास समृद्ध और वैभवशाली रहा है। हमारी संस्कृति ने न केवल दुनिया को ज्ञान का प्रकाश दिया अपितु विश्व
को “जियो और जीने दो” का पाठ भी पढ़ाया है। हमारी संस्कृति “वसुधैव कुटुम्बकम्” अर्थात पूरे विश्व को एक
परिवार सदृश्य मानती है। विश्व का कल्याण हमारी संस्कृति का ध्येय है।

नई शिक्षा नीति लागू करने में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है।
स्कूली शिक्षा में तेजी से सुधार आ रहा है। स्कूली शिक्षा में मध्यप्रदेश अब पाँचवें नम्बर पर आ गया है। जल्द ही
इसमें और सुधार आयेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंग्रेजी एवं धन के अभाव में हम प्रतिभा को कुंठित नहीं होने देंगे।
मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जहाँ मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में शुरू की गई है। मुख्यमंत्री श्री
चौहान ने कहा मेधावी छात्र योजना में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के प्रतिभावान बच्चों को उच्च शिक्षा के
लिये सरकार आर्थिक मदद दे रही है। बारहवीं कक्षा में 75 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले बच्चों की
मेडिकल, इंजीनियरिंग, कानून एवं प्रबंधन इत्यादि के प्रतिष्ठित संस्थानों में पढ़ाई की फीस की पूर्ति राज्य सरकार
कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताए सेवा-भावी कार्यकर्ता के लक्षण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अच्छे एवं सेवाभावी कार्यकर्ता के लक्षण भी बताए। उन्होंने गीता के श्लोक का
उल्लेख कर कहा कि राग-द्वेष से मुक्त होकर सबको समान समझना, अहंकार से मुक्त होना, धैर्यवान एवं उत्साही
होना, असफलता से निराश न होकर लगातार प्रयत्न करना इत्यादि अच्छे कार्यकर्ता के लक्षण हैं। राष्ट्रीय सह
संगठन मंत्री श्री प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय एकात्मता के लिये समर्पित
छात्र संगठन है। उन्होंने अधिवेशन में मौजूद विद्यार्थियों का आह्वान किया कि हमारे कृत्य हमेशा ऐसे होना चाहिए
जिससे राष्ट्र का भला हो और सम्मान भी बढ़े। डॉ. पुरेन्द्र भसीन ने स्वागत उद्बोधन दिया। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न
सिंह तोमर, पूर्व मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया तथा सर्वश्री धमेन्द्र राजपूत, रविन्द्र चौहान और सत्यप्रकाश सिंह
तोमर सहित अन्य पदाधिकारी, नगर निगम सभापति श्री मनोज तोमर और भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष
श्री अभय चौधरी समेत अन्य जन-प्रतिनिधि मौजूद थे।
विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोजपुर विधानसभा क्षेत्र में 7900 लाख रूपये की लागत के विकास कार्यों का
शिलान्यास एवं भूमि-पूजन किया1 उन्होंने 1500 लाख रूपये की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण किया।

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जाने कितना चार्ज करते है आपके फेवरिट बिग बॉस कंटस्टेंट : बिग बॉस 16

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डिजिटल भारत l बिग बॉस टीवी के सबसे विवादास्पद लेकिन मनोरंजक रियलिटी शो में से एक है। शो के मेकर्स ने दर्शकों की पसंद का ख्याल रखते हुए हमेशा ही छोटे पर्दे के एक्टर्स को जगह दी है। सीजन 16 में भी ऐसा ही है। शो में पहला एलिमिनेशन हो चुका है और अब घर में 15 कंटेस्टेंट्स बचे हैं। जिनके नाम हैं- शिव ठाकरे, एमसी स्टेन, टीना दत्ता, प्रियंका चाहर चौधरी, अंकित गुप्ता, सुंबुल तौकीर खान, निमृत कौर अहलूवालिया, अब्दु राजिक, मान्या सिंह, सौंदर्या शर्मा, शालीन भनोट, अर्चना गौतम, गौतम विग, साजिद खान और गोरी नागोर।

दरअसल, कंटेस्टेंट को बिग बॉस के घर में कुछ हफ्तों तक रहना होता है, जब तक कि वो बिग बॉस के घर से एलिमिनेट नहीं हो जाते। इसलिए इन कंटेस्टेंट्स की सैलरी भी हफ्ते के हिसाब से होती है। अब आप सोच रहे होंगे कि इस सभी में से सबसे ज्यादा फीस किसकी होगी!
इस बार बिग बॉस के घर में धूम मचाने के लिए शालीन भनोट भी शामिल हुए हैं। वह एमटीवी रोडिज शो कर चुके हैं। इसके अलावा नागिन में उनका केशव का रोल भी दर्शकों ने खूब पसंद किया था। हालांकि, सभी लोगों को लग रहा था कि वह इस सीजन के हाईएस्ट पेड कंटेस्टेंट होंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। रिपोर्ट्स की मानें तो शालीन एक हफ्ते के लिए 4-5 लाख रुपए ले रहे हैं।

उड़ारियां फेम अंकित गुप्ता भी इस बार शो के कंटेस्टेंट बनकर आए हैं। उन्हें शो में अपनी को स्टार प्रियंका चौधरी के साथ एंट्री ली थी। अंकित को बिग बॉस द्वारा 5-6 लाख रुपये का ऑफर दिया गया है।
प्रियंका चौधरी
प्रियंका चौधरी पहले दिन से ही बेहद अच्छा खेल रही हैं। दर्शक भी उन्हें काफी पसंद कर रहे हैं। प्रियंका गेम में बने रहने के लिए 5 लाख रुपये चार्ज कर रही हैं।साजिद करते हैं इतना चार्ज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टीना दत्ता शो में 8 से 9 लाख रुपये हर हफ्ते चार्ज कर रही हैं।

मिस इंडिया रह चुकी मान्या सिंह भी इतनी ही फीस चार्ज करती हैं। निम्रत कौर अहलूवालिया को हर हफ्ते मिलते हैं 8 लाख रुपये। प्रियंका चाहर चौधरी की फीस है 5 लाख तो अंकित गुप्ता को मिलते हैं 5 से 6 लाख प्रति सप्ताह। सबसे विवादित कंटेस्टेंट साजिद खान को मिलते हैं 4 से 5 लाख रुपये। सौंदर्या शर्मा को 3 से 4 लाख रुपये की फीस से ही संतोष करना पड़ता है।

उर्फ निमृत कौर : छोटी सरदारनी उर्फ निमृत कौर अहलूवालिया शो की पहली कंटेस्टेंट और कैप्टन बन चुकी हैं। शो के अंदर उनकी दमदार र्सनैलिटी अच्छे से निखर कर आ रही है। यही कारण है कि वह दो बार कैप्टन बनी हैं। निमृत के गेम को देख हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है। अब देखना यह होगा की क्या वह लंबी रेस का घोड़ा बन पाएंगी। बता दें कि शो में टिके रहने के लिए वह हर हफ्ते 8 लाख रुपये ले रही हैं।

टीना दत्ता भी इस बार शो का हिस्सा बनी हैं। वह टीवी के सबसे हिट शो ‘उतरन’ में काम कर चुकी हैं। इसी शो से उन्होंने घर-घर में अपने पहचान बनाई है। वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। सबसे मजेदार बात यह है कि हर साल बिग बॉस शो के लिए उनका नाम सुर्खियों में बना रहता था, लेकिन इस बार उन्होंने यह बात सच कर दी। टीना भी पहले दिन से ही शो में अच्छा कर रही हैं। वह शो में बने रहने के लिए हर हफ्ते 8-9 रुपये चार्ज कर रही हैं।

श्रीजिता डे
टीवी जगत की जानी मानी हस्ती श्रीजिता डे भी इस बार बिग बॉस का हिस्सा बन चुकी हैं। कई रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी फीस 6 लाख रुपये है।

श्रीजिता डे
अर्चना गौतम मॉडल और पॉलिटिशियन हैं। वह ‘मिस बिकिनी इंडिया’ का टाइटल भी जीत चुकी हैं। अर्चना 1 हफ्ते के 3 लाख रुपये चार्ज कर रही हैं।

अब्दु रोजिक बिग बॉस के घर के सबसे पंसदीदा कंटेस्टेंट बन गए हैं। जनता भी उन्हें बेहद पसंद कर रही है। अब्दु को घर में रहने के लिए हर हफ्ते 3-4 लाख रुपये दिए जा रहे हैं।

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