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एक भारत उत्कृष्ट भारत

नई शिक्षा नीति को केन्द्रीय कैबिनेट की मंजूरी
10वीं बोर्ड खत्‍म, MPhil भी होगा बंद

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डिजिटल भारत l माननीय मंत्री , शिक्षा विभाग , भारत सरकार द्वारा प्रस्तावित नई शिक्षा नीति 2020को आज केन्द्रीय कैबिनेट ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी । आज केन्द्रीय सरकार की कैबिनेट की  स्वीकृति के बाद 36साल बाद देश में नई शिक्षा नीति लागू हो गई ।

कैबिनेट ने नई शिक्षा नीति (New Education Policy 2020) को हरी झंडी दे दी है. 34 साल बाद शिक्षा नीति में बदलाव किया गया है. नई शिक्षा नीति की उल्लेखनीय बातें सरल तरीके की इस प्रकार हैं

—-5 Years Fundamental—
1.  Nursery    @4 Years
2.  Jr KG        @5 Years
3.  Sr KG        @6 Years
4.  Std 1st     @7 Years
5.  Std 2nd    @8 Years

—- 3 Years Preparatory—
6.  Std 3rd     @9 Years
7.  Std 4th     @10 Years
8.  Std 5th     @11 Years

—– 3 Years Middle—
9.  Std 6th     @12 Years
10.Std 7th     @13 Years
11.Std 8th     @14 Years

—- 4 Years Secondary—
12.Std 9th     @15 Years
13.Std SSC    @16 Years
14.Std FYJC  @17Years
15.STD SYJC @18 Years

खास बातें :

केवल 12वीं क्‍लास में होगा बोर्ड
MPhil होगा बंद, कॉलेज की डिग्री 4 साल की

10वीं बोर्ड खत्‍म, MPhil भी होगा बंद,

अब 5वीं तक के छात्रों को मातृ भाषा, स्थानीय भाषा और राष्ट्र भाषा में ही पढ़ाया जाएगा. बाकी विषय चाहे वो अंग्रेजी ही क्यों न हो, एक सब्जेक्ट के तौर पर पढ़ाया जाएगा।

पहले 10वी बोर्ड की परीक्षा देना अनिवार्य होता था, जो अब नहीं होगा.

9वींं से 12वींं क्लास तक सेमेस्टर में परीक्षा होगी. स्कूली शिक्षा को 5+3+3+4 फॉर्मूले के तहत पढ़ाया जाएगा।

वहीं कॉलेज की डिग्री 3 और 4 साल की होगी. यानि कि ग्रेजुएशन के पहले साल पर सर्टिफिकेट, दूसरे साल पर डिप्‍लोमा, तीसरे साल में डिग्री मिलेगी.।

3 साल की डिग्री उन छात्रों के लिए है जिन्हें हायर एजुकेशन नहीं लेना है. वहीं हायर एजुकेशन करने वाले छात्रों को 4 साल की डिग्री करनी होगी. 4 साल की डिग्री करने वाले स्‍टूडेंट्स एक साल में  MA कर सकेंगे.

MA के छात्र अब सीधे PHD कर सकेंगे.

स्‍टूडेंट्स बीच में कर सकेंगे दूसरे कोर्स. हायर एजुकेशन में 2035 तक ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो 50 फीसदी हो जाएगा. वहीं नई शिक्षा नीति के तहत कोई छात्र एक कोर्स के बीच में अगर कोई दूसरा कोर्स करना चाहे तो पहले कोर्स से सीमित समय के लिए ब्रेक लेकर वो दूसरा कोर्स कर सकता है.

हायर एजुकेशन में भी कई सुधार किए गए हैं. सुधारों में ग्रेडेड अकेडमिक, ऐडमिनिस्ट्रेटिव और फाइनेंशियल ऑटोनॉमी आदि शामिल हैं. इसके अलावा क्षेत्रीय भाषाओं में ई-कोर्स शुरू किए जाएंगे. वर्चुअल लैब्स विकसित किए जाएंगे. एक नैशनल एजुकेशनल साइंटफिक फोरम (NETF) शुरू किया जाएगा. बता दें कि देश में 45 हजार कॉलेज हैं.

सरकारी, निजी, डीम्‍ड सभी संस्‍थानों के लिए होंगे समान नियम।

धर्मेंद्र प्रधान , शिक्षा मंत्री, भारत सरकार

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मध्यप्रदेश इस शहर में बनेगी गोबर से bio CNG, उत्पादन होगा 2400 किलो का

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डेयरियों से निकला गोबर परियट नदी के जल को दूषित कर रहा है।

डिजिटल भारत l अब इस गोबर की प्रोसेसिंग कर सीएनजी तैयार करने के लिए परियट में प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। इस प्लांट में 150 टन गोबर की प्रतिदिन खपत होगी। इससे 2400 किलो सीएनजी का उत्पादन होगा।

150 टन गोबर से होगा 2400 किलो बायो सीएनजी का उत्पादन

गोबर के उपयोग के साथ ही प्रदूषण मुक्त ईंधन भी मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार शहर में डेयरियों और जिले में मवेशियों की संख्या को देखते हुए यहां बायो सीएनजी के वृहद स्तर पर उत्पादन की बड़ी सम्भावना है। उनका मानना है कि परियट की तर्ज पर गौर नदी के किनारे भी बायो सीएनजी प्लांट स्थापित किया जा सकता है।

चार हजार रुपए ट्रॉली बिकता है गोबर
नगर की डेयरियों से चार हजार रुपए प्रति ट्रॉली गोबर बिकता है। छोटी-बड़ी डेयरियों से निकलने वाले गोबर का उपयोग कंडे, गोबर स्टिक बनाने में किया जा रहा है। ज्यादातर गोबर खाद बनाने के लिए खाली जमीन पर डम्प कर दी जाती है। इससे प्राकृतिक रूप से प्रोसेसिंग में ज्यादा समय लगता है।

प्लांट बन रहा है

प्लांट को बनाने एजेंसी का चयन सांची द्वारा किया जाकर वर्कऑर्डर जारी किया जा चुका है। यह प्लांट महाकौशल क्षेत्र का पहला बायो सी.एन.जी. प्लांट होगा। जिससे डेयरियों से निकलने वाले गोबर से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति भी मिलेगी। जिससे नर्मदा व सहायक नदी परियट में मिलने वाले गोबर को पानी में मिलने से रोका भी जा सकेगा। प्लांट निर्माण के लिए माह सितम्बर 22 में ही कम्पनी के साथ एग्रीमेंट किया गया था। वहीं प्लांट को मई 2023 तक तैयार करने की कवायद की जा रही हैं।

परियट क्षेत्र की डेयरियों से निकलने वाले गोबर की प्रोसेसिंग कर बायो सीएनजी के उत्पादन के लिए परियट में प्लांट स्थापित किया जा रहा है। निर्माण कार्य पूरा होने पर प्रतिदिन डेढ़ सौ टन गोबर की खपत होगी। इससे 2400 किलो बायो सीएनजी ईंधन का उत्पादन होगा।

रवि राव, प्रशासनिक अधिकारी, स्मार्ट सिटी

ये है स्थिति

112 डेयरी हैं परियट में
40 डेयरी गौर नदी के पास
25 हजार से ज्यादा भैंस हैं डेयरियों में
04 हजार रुपए प्रति ट्रॉली बिकता है गोबर
150 टन गोबर का होगा प्रतिदिन उपयोग
21 करोड़ रुपए है निर्माण लागत

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हो सकती है बूंदाबांदी बढ़ती ठंड को देखकर

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सोमवार-मंगलवार को ठंड को देख कर लग रहा है , हो सकती है बूंदाबांदी
दो डिग्री बढ़ा पारा
,

डिजिटल भारत l लगातार गिर रहे पारे को बादलों ने थाम लिया है। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू-कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती तूफान के असर से मौसम का मिजाज बदल रहा है। दो दिनों तक मौसम ऐसा ही रहेगा।

सोमवार-मंगलवार को भी हल्के बादल छाए रहेंगे, जबलपुर सहित संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। बादलों के फेर में तापमान भी करीब दो डिग्री तक बढ़ गया। हवाओं में नमी घुलने से रविवार को तापमान में जहां बढ़ोत्तरी दर्ज की गई वहीं ठंड का असर कुछ कम रहा।

उत्तरी बर्फीली हवाओं के कारण पिछले चार दिनों से बढ़ती ठंड से धूप का असर कम रहा। लेकिन रविवार को ठंड के कुछ कमजोर पड़ते ही धूप का असर तेज हो गया। इस बीच हल्के बादल भी आते-जाते रहे। शाम को भी वातावरण में ठंडक कम ही रही। हालांकि रात होते ही दो किमी की गति से चली उत्तरी हवाओं से बर्फीली ठंडक का अहसास होता रहा।

मौसम विभाग के अनुसार पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू-कश्मीर पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसी के साथ चक्रवाती तूफान के असर से हवाओं में नमी घुली रही।

मौसम विभाग के मुताबिक जो संकेत मिल रहे है उसके अनुसार 13 और 14 दिसंबर को जबलपुर सहित संभाग के जिलों में बादल छा सकते हैं।

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पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा- रिटर्न टिकट भेड़ाघाट मैं शूट होने वाली एक बड़ी फिल्म

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राजकुमारी हिरानी की आगामी फिल्म रिटर्न टिकट की शूटिंग भेड़ाघाट में होने वाली हैl

शूटिंग भेड़ाघाट में होने वाली है। इसके लिए राजकुमार हिरानी फिल्म (सैय्यद जैदी अली) की ओर से जिला प्रशासन से अनुमति माँगी गई है। प्रशासन ने कुछ शर्तों के साथ शूटिंग की इजाजत प्रदान कर दी है। उम्मीद जताई जा रही है िक शूटिंग के दौरान फिल्म से जुड़े तमाम बड़े कलाकार शहर आ सकते हैं लेकिन अभी तक िकसी का नाम उजागर नहीं िकया गया है। हो सकता है शाहरुख, तापसी पन्नू, विकी कौशल और बोमन ईरानी शहर आएँ।

माँगी गई थी जिस पर परिषद के सीईओ हेमन्त सिंह ने एडीएम एवं एमपी फिल्म टूरिज्म पॉलिसी के नोडल अधिकारी शेर सिंह मीणा को पत्र लिखा और अनुमति की माँग शूटिंग के लिए की, जिस पर उन्होंने कुछ शर्तों के साथ शूटिंग की अनुमति प्रदान की है। बताया जाता है िक राजकुमार िहरानी को भेड़ाघाट में 11 और 12 दिसम्बर के साथ ही 16 दिसम्बर को भी शूटिंग करने की अनुमति दी गई है।
राजकुमार के नाम हैं बड़ी फिल्में-
राजकुमार हिरानी बड़े फिल्म निर्देशक हैं। उनके नाम मुन्ना भाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्ना भाई और थ्री ईडियट्स जैसी मशहूर फिल्में हैं। बताया जाता है िक रिटर्न टिकट फिल्म में पंजाब के युवा की कहानी है जो वहाँ से निकलकर कनाड़ा में बसता है।

सिनेमा के सिल्वर स्क्रीन पर एक बार फिर जबलपुर के भेड़ाघाट की खूबसूरती नजर आएगी. शाहरुख खान की अगली फिल्म ”रिटर्न टिकट की शूटिंग भेड़ाघाट में होने वाली है. जाने-माने फिल्म निर्देशक राजकुमार हिरानी ‘रिटर्न टिकट’ को डायरेक्ट कर रहे हैं. जिला प्रशासन ने निर्धारित शर्तों के साथ फिल्म के शूटिंग की अनुमति दे दी है.

बता दें कि इसके पहले शाहरुख खान की होम प्रोडक्शन फिल्म ‘अशोका’ की शूटिंग जबलपुर के भेड़ाघाट में हुई थी जिसमें बंदरकूदनी में करीना कपूर पर एक गाना फिल्माया गया था. बंदरकूदनी में नर्मदा नदी संगमरमर की ऊंची-ऊंची दूधिया चट्टानों के बीच से बहती है.

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नगरों के विकास की सम्पूर्ण रूपरेखा बनी रही है, विकास पर 20 हजार करोड़ खर्च करेंगे : मुख्यमंत्री शिवराज चौहान

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नियम और प्रक्रिया जनता की सहूलियत के लिये है, काम रोकने के लिये नहीं

खाद के वितरण के लिये अधिक केन्द्र बनाये जायें

पशुपतिनाथ मंदिर के पास भी बनेगा महाकाल लोक की तरह भव्य परिसर
1500 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन/लोकार्पण किया
विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभ वितरण कर संवाद किया
मुख्यमंत्री श्री चौहान मंदसौर गौरव दिवस समारोह में शामिल हुए

मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा है कि प्रदेश में ग्रामों की तरह नगरों के विकास की सम्पूर्ण रूपरेखा बन रही
है। हाल ही में हुए पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मेलन की तरह नगरीय निकाय के प्रतिनिधियों का राज्य स्तरीय
सम्मेलन किया जायेगा। प्रदेश के नगरों के विकास पर लगभग 20 हजार करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे। सभी 413
नगरों में पुरानी अवैध कॉलोनियों को नाममात्र की राशि लेकर वैध किया जायेगा। मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार
योजना में पात्र व्यक्तियों को पट्टे दिये जायें। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा है कि नियम और प्रक्रिया जनता की
सहूलियत के लिये है, काम रोकने के लिये नहीं। जनता के कार्य बिना किसी रुकावट के किये जायें। किसानों को
खाद वितरण के लिये अधिक केन्द्र बनाये जायें। जो किसान डिफाल्टर हैं, उन्हें भी नगद राशि देने पर सोसायटी
कार्यालय से खाद दिया जाये।

मुख्यमंत्री शिवराज चौहान आज मंदसौर गौरव दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने
कार्यक्रम स्थल पर ही 1500 करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया। साथ ही
विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को लाभ वितरण किया। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने मंदसौर के विकास में अमूल्य
योगदान देने वाली हस्तियों श्रीमती निर्मला कनोसिया, श्रीमती अनामिका जैन और डॉ. विजय शंकर मिश्र को शॉल-
श्रीफल, स्मृति-चिन्ह और प्रशंसा-पत्र प्रदान कर “दशपुर रत्न” से सम्मानित किया। इसके पूर्व उन्होंने तेलिया तालाब
के पास मंदसौर के गौरव सम्राट यशोवर्द्धन की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी किया। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने
वर्चुअल माध्यम से मोहना नगर परिषद की प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों श्रीमती मीना बाई, हनुमना के
प्रधानमंत्री आवास के हितग्राही श्री संगम लाल और बालाघाट के प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के हितग्राही श्री अनिल
कुमार से संवाद किया और शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि सम्राट यशोवर्द्धन ने मंदसौर और
मालवा के विकास में अपना अमूल्य योगदान दिया है। वे वीर और पराक्रमी थे। उन्होंने विदेशी आक्रांता हूणों को
परास्त किया था। उनके नाम पर मंदसौर गौरव दिवस मनाया जाना हम सबके लिये गौरव का विषय है।


मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि श्री महाकाल लोक उज्जैन की तरह ही पशुपतिनाथ मंदिर के पास भी भव्य
परिसर विकसित किया जायेगा। श्री पशुपतिनाथ मंदिर के विकास में बाबू शिवदास अग्रवाल, प्रतीकानंद महाराज
और मस्तराम महाराज का अमूल्य योगदान रहा है। मंदसौर में शिवना नदी के शुद्धिकरण पर 28 करोड़ 91 लाख
रूपये व्यय किये जायेंगे। गाँधी सागर समूह जल-प्रदाय योजना से मंदसौर जिले के 629 गाँव और रतलाम जिले के
191 गाँव में पाइप लाइन से घर तक नल से जल पहुँचाया जायेगा। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री
जन-सेवा अभियान में मंदसौर जिले में विभिन्न योजनाओ के एक लाख 10 हजार हितग्राहियों का चयन किया गया
है, जिन्हें स्वीकृति-पत्र शीघ्र ही वितरित किये जायेंगे। मंदसौर में 34 करोड़ रूपये की लागत से सीएम राइज स्कूल
बनाया जा रहा है। जो निजी स्कूलों से बेहतर होगा। यहाँ विश्व स्तरीय शिक्षा दी जायेगी। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने
कहा कि मध्यप्रदेश में मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिन्दी में प्रारंभ की गई है। बारहवीं कक्षा में 75 प्रतिशत
एवं अधिक अंक लाने वालों को लेपटॉप दिये जा रहे हैं। उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार भर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी को पर्यावरण बचाने, शुभ अवसरों पर पौधे लगाने, पानी बचाने, हर बच्चे को
स्कूल भिजवाने और गाँव-शहर का नशामुक्त बनाने का संकल्प दिलाया।

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मध्यप्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में गुरुवार को प्रदेश के विभिन्न कॉलेजों से आए नर्सिंग पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया

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डिजिटल भारत l मध्यप्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में गुरुवार को प्रदेश के विभिन्न कॉलेजों से आए नर्सिंग पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया। समय पर शैक्षणिक सत्र संचालित करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय की लापरवाही से सत्र दो से तीन साल पिछड़ रहा हैl छात्र संघ के अध्यक्ष अभिषेक पांडे के साथ पहुंचे छात्रों ने बीएएमएस की सत्र 2019 की परीक्षाओं की 31 बार समय सारणी परिवर्तित करने का आरोप लगाया। इससे सत्र 15 माह विलम्ब से चल रहा है। छात्रों ने 15 दिन के भीतर परीक्षा आयोजित करने की मांग की। छात्रों ने निजी महाविद्यालयों के सम्बद्धता प्रकरण लंबित रखने व उन्हें लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया। छात्रों ने सत्र 2022 में परीक्षा में हुए विलम्ब के लिए परीक्षा नियंत्रक की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। परीक्षा नियंत्रक को हटाने की मांग की।

लगातार परीक्षाएं टलने से छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है

युवाओं से संबंधित समस्याओं के लिए युवा सेल का गठन किया जाए। छात्रों ने विवि में की जा रही भर्ती प्रक्रिया में रोस्टर नियमों का पालन, कॉलेजों की मान्यता आदि की जांच को लेकर ज्ञापन सौंपा।

कुलसचिव डॉ. ब्रजेश सिंह ने छात्रों से मुलाकात कर अनशन समाप्त करने के लिए कहा। अनशन के दौरान मृत्युंजय तिवारी, अमिकेश सिंह, कौशल मौर्य आदि मौजूद थे।

मांगों को लेकर जताया गुस्सा
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ गुरुवार को छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और छात्रों की समस्याओं को लगातार नजर अंदाज करने को लेकर छात्रावासी छात्र प्रशासनिक भवन के सामने आकरअनशन पर बैठ गए। छात्रों ने विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की छात्रों का आरोप है कि छात्रावास की व्यवस्थाएं खराब हैं। न तो मेस की व्यवस्था है न ही साफ सफाई। युवा सेल का गठन नहीं किया जा रहा है। छात्र सोमदत्त यादव, सुरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वित्त कंट्रोलर को नियम विरूद्ध तरीके से वाहन की सुविधा दी जा रही है।

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हनुमानताल का पानी हुआ जहरीला पक्छियो ने तोडा दम

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डिजिटल भारत l बुधवार हनुमान ताल मैं पक्छियो की सुबह आम दिनों की तरह नहीं रहीl

लेकिन जैसे ही सूरज चढ़ा प्रकृति प्रेमियों के लिए बुरी खबर आ गई। सैकड़ों की संख्या में मासूम बेजुबान पंछी तालाब की जलराशि में मृत उतराते हुए मिल गए। ये देखकर हर कोई हतप्रद रह गया। मामला हनुमानताल तालाब का है। मौके पर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने जांच के लिए तीन चार पंछी अपने साथ रख लिए, बाकी पंछियों को सफाई कर्मचारियों ने कचरे में फेंक दियाl

प्रकृति प्रेमी एवं गौ सेवक मनीष नामदेव ने बताया वे और उनके साथ प्रतिदिन हनुमानताल के किनारे योग और मॉर्निंग वॉक करने के लिए आते हैं। बुधवार सुबह जब पहुंचे तो पाया कि तालाब में सैकड़ों की संख्या में पक्षी पड़े हैं। तत्काल कुछ लोगों के सहयोग से हमने पंछियों को बाहर निकाला, लेकिन वे मर चुके थे। सूचना देकर वन विभाग को बुलवाया तो उनके कर्मचारियों ने जांच के लिए चार पंछी अपने साथ रख लिए बाकी को वहीं छोडकऱ चले गएl

मृत हुए पंछियों में ग्रे हॉर्नबिल, रेड रपेड शॉलो और गौरैया शामिल हैं। तीनों स्थानीय पंछी हैं जो बड़ी संख्या में तालाबों, नदियों के किनारे रहते हैं। इन दिनों इनका ब्रीडिंग सीजन भी चल रहा है। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में इन पंछियों का मरना दुखद है। मृत हुए पंछी प्रकृति के संतुलन में बहुत बड़े सहयोगी हैं। सर्दियों के दिनों में निकलने वाले कीट पतंगों, विषैले छोटे छोटे जीवों को खाते हैं। प्रथमदृष्टया इनकी मौत तालाब के गंदे पानी पीने से लग रही है। हालांकि इसकी जांच की जानी चाहिए।

हनुमानताल तालाब के घाटों में पूजन सामग्री, घरों मंदिरों से निकला निर्माल्य, मूर्तियां, पॉलीथिन, तेल के दीये आदि इतनी बड़ी मात्रा में विसर्जित किए गए हैं कि तालाब के घाटों में खड़ा होना मुश्किल हो गया है। बदबू व सडंाध मारता झाग में हजारों छोटी-छोटी मछलियां भी मरी हुई तैर रही हैं। जिन्हें देखकर पानी के विषैले होने का अंदाजा लगाया जा सकता है। तालाब के हर घाट का यही हाल है। जबकि कुछ दिनों पहले ही पूरे तालाब की सफाई कर लोगों को किसी भी प्रकार का कचरा नहीं डालने की शपथ दिलाई गई थी, इसके बावजूद लोग नहीं मान रहे हैं

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नशीले पदार्थ के कारोबार मैं लिप्त आरोपियों की धड़ पकड़

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63 नग नशीले इंजैक्शन एवं इंजैक्शन बिक्री के नगद 1 लाख 46 हजार 550 रूपये जप्त

असामाजिक तत्वों को चिन्हित करते हुये उनके विरूद्ध कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया है।

      आदेश के परिपालन में अति. पुलिस अधीक्षक शहर उत्तर यातायात श्री प्रदीप कुमार शेण्डे एवं नगर पुलिस अधीक्षक रांझी श्री एम.पी. प्रजापति के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी घमापुर श्री चंद्रकांत झा केे नेतृत्व में थाना घमापुर की टीम द्वारा  नशीले इंजैक्शन के साथ 1 युवक को रंगे हाथ पकड़ा गया है।  
       थाना घमापुर में आज दिनंाक 7-12-22 को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि नशीले इंजैक्शन बेचने वाले कछियाना रोड घमापुर निवासी महेश साहू का भाई राकेश उर्फ राजू विश्वकर्मा मसान बाबा कछियाना मोहल्ला रोड में अपने घर के पास एक थैले में अधिक मात्रा में नशीला इंजैक्शन अनाधिकृत रूप से अपने पास रखे हुये बेचने की फिराक में है, यदि तत्काल दबिश दी तो रंगे हाथ पकडा जायेगा।  सूचना पर योजनाबद्ध तरीके से मुखबिर के बताये स्थान पर दबिश दी जहॉ मुखबिर के बताये  हुलिये का एक युवक थैला लिये खडा दिखा जो पुलिस को देखकर भागने लगा जिसे घेराबंदी कर पकडा एवं नाम पता पूछा जिसने अपना नाम राकेश उर्फ राजू विश्वकर्मा उम्र 19 वर्ष निवासी मसान बाबा कछियाना रोड घमापुर  बताया जिसे सूचना से अवगत कराते हुये तलाशी ली गयी जो थैले में 27 नग बुप्रेनोरफिन इंजैक्शन, 24 नग फेनेरेमाईन मेलाईट   इंजैक्शन,  5 नग लीगेसिक,, 4 नग डायविल इंजैशन,  3 नग फेनेरेमाईन मेलाईट पोलारस्कैन इंजैक्शन कुल 63 नग नशीले इंजैक्शन तथा नशीले इंजैक्शन की बिक्री से प्राप्त नगद 1 लाख 46 हजार 550 रूपये रखे मिला जिसे जप्त कर आरोपी के विरूद्ध धारा 5/13 ड्रग्स एण्ड कन्ट्रोल एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुये उक्त इंजैक्शन कहॉ से और कैसे प्राप्त किये के सम्बंध मे पूछताछ जारी है।
         उल्लेखनीय है कि माह अक्टूबर 2022 में राकेश विश्वकर्मा एवं राकेश का भाई महेश साहू 895 नग नशीले इंजैक्शन के साथ पकडे गये थे ।

उल्लेखनीय भूमिका – आरोपी को नशीले इंजैक्शन के साथ रंगे हाथ पकडने में थाना प्रभारी घमापुर श्री चंद्रकांत झा के नेतृत्व में उप निरीक्षक योगेन्द्र सिंह प्रधान आरक्षक गोपाल सिंह, आरक्षक विवेक जाट, सुनील परवारी की सराहनीय भूमिका रही।

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जबलपुर रेलवे विभाग और आरपीएफ की सख्त कार्रवाई के बाद भी कम नहीं हुए अवैध वेंडर

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डिजिटल भारत l रेलवे स्टेशन और ट्रेन में यात्रियों को गुणवत्तायुक्त और निर्धारित मात्रा में भोजन देने का दावा करने वाला रेलवे विभाग अब तक इस पर खरा नहीं उतर पाया है। हकीकत यह है कि यात्रियों से मिलने वाली शिकायतों में सबसे ज्यादा इनसे संबंधित ही होती हैं।

रेलव स्टेशन और ट्रेन में यात्रियों को गुणवत्तायुक्त और निर्धारित मात्रा में भोजन देने का दावा करने वाला रेलवे विभाग अब तक इस पर खरा नहीं उतर पाया है। हकीकत यह है कि यात्रियों से मिलने वाली शिकायतों में सबसे ज्यादा खाना की गुणवत्ता, मात्रा, दाम और वेंडर की व्यवहार को लेकर होती हैं। इस शिकायतों को दूर करने के लिए जबलपुर रेल मंडल का कामर्शियल विभाग और आरपीएफ लगातार अभियान चलाता है तो कभी औचक कार्रवाई कर इन पर लगाम लगता है। इसके बावजूद मौजूदा हकीकत यह है कि जनवरी से नवंबर तक जबलपुर रेल मंडल में आरपीएफ ने 5 हजार 344 अवैध वेंडर पकड़े गए।

जुर्माना भरने के बाद यह सब छूट गए और दोबारा अवैध वेंडर बनकर स्टेशन और ट्रेन में खाना बेच रहे हैं। इधर, कामर्शियल विभाग ने अवैध वेंडर पर शिकंजा कसने के लिए वैध वेंडर को बार कोड वाले आइकार्ड दिए, ताकि मौके पर ही उन्हें स्कैन पर वेंडर की वैधता को जांचा जा सके। इसका भी असर नहीं हुआ। सख्ती के आदेश, फिर भी असर नहीं रेलवे बोर्ड से लेकर आरपीएफ के डीजी तक ने अवैध वेंडरों को लेकर सख्त कार्रवाई करने तक के निर्देश दिए हैं। इसका असर भी देखा गया, लेकिन सिर्फ तब तक, जब तक अभियान चलाकर कार्रवाई की गई। हकीकत यह है कि आने वाले कुछ सालों में अवैध वेंडर की संख्या में इजाफा हुआ है। इनसे न सिर्फ यात्रियों का खतरा है, बल्कि यह रेलवे और आरपीएफ, दोनों के लिए खतरा और चुनौती बने हुए हैं। जबलपुर मंडल में ही पकड़े गए लगभग पांच हजार अवैध वेंडर इसका स्पष्ट उदाहरण हैं।वैध और अवैध वेंडर क्यावैध- रेलवे द्वारा रेलवे स्टेशन और ट्रेन में जिन व्यक्ति को खाना बेचने और खाना पहुंचाने के लिए अधिकृत जिम्मेदारी दी गई है। रेलवे द्वारा वैध वेंडर का परिचय पत्र बनाकर उनका मेडिकल और पुलिस वैरीफिकेशन कराया जाता है।

अवैध- जिन्हें खाना बेचने और सप्लाई करने की अधिकृत जिम्मेदारी नहीं है। इसके बावजूद यह खाना बेचते हैं और यात्रियों से दुर्व्यवहार भी करते हैं। अवैध वेंडर से वसूला 46 लाख का जुर्मानाआरपीएफ जबलपुर मंडल द्वारा एक साल में पकड़े गए 5344 अवैध वेंडरों को गिरफ्तार कर इनसे लगभग 46 लाख 24 हजार 248 जुर्माना वसूला गया। इसके लिए आरपीएफ ने 40 टीम बनाई।

इन्होंने इटारसी-पिपरिया खण्ड में 711 अवैध वेंडर पकड़े, कटनी-जबलपुर खण्ड में 1270 अवैध वेंडर और न्यू कटनी-सिंगरौली खण्ड में 130 अवैध वेंडर पकड़े। वहीं दमोह-सागर खण्ड में 309 अवैध वेंडर, मैहर-कटनी खण्ड में 347 अवैध वेंडर और जबलपुर-नरसिंहपुर खण्ड में 1448 अवैध वेंडर पकड़े गए।

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21 आवारा पशुओं को पकड़कर पहुॅंचाया गया निगम गौशाला और कांजी हाउस l

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डिजिटल भारत l जबलपुर निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार शहर के आवारा पशुओं को धरपकड़ अभियान लगातार जारी है। आज भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों से 21 आवारा पशुओं को पकड़ने की कार्यवाई की गई।

आज नगर निगम फायर ऑफिस के हॉंका गैंग टीम द्वारा 21 आवारा पशुओं को पकड़कर कैटल वाहन के माध्यम से कांजी हाउस में पहुॅंचाया गया। इस संबंध में फायर अधीक्षक कुसाग्र ठाकुर, सहायक अधीक्षक राजेन्द्र पटैल, ने बताया कि शहर में नगर निगम के फायर ब्रिगेड के द्वारा सुबह एवं शाम की पालियों में विशेष गैंग एवं वाहनों को लगाकर आवारा मवेशियों को धरपकड़ करने की कार्रवाई लगातार की जा रही है। जिससे की लोगों को आवागमन में राहत मिल सके।


पटैल जी ने बताया कि शहर की साफ सफाई, स्वच्छता और सुगम यातायात व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार नगर निगम के फायर ब्रिगेड (अग्नि शमन विभाग) के द्वारा आवारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बंद किये गए आवारा मवेशियों के मालिकों से आर्थिक दण्ड स्वरूप जुर्माने की कार्यवाही भी की जा रही है, उन्होंने बताया कि आज पशुपालक चेतराम, गंगाराम, ओमप्रकाश यादव एवं शुभम श्रीवास्तव से 4 हजार 4 सौ 50 रूपये जुर्माना वसूल कर निगम कोष में जमा कराया गया।

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