DIGITAL BHARAT

एक भारत उत्कृष्ट भारत

आपके शरीर में हो सकती blood (हीमोग्लोबिन) की कमी, ऐसे करें पूरा

0 0
Read Time:3 Minute, 33 Second

डिजिटल भारत l अगर आप भोजन करने में विकल्‍प खोजते हैं तो हो जाएं सावधान, आपके शरीर में खून यानी हीमोग्लोबिन की कमी हो सकती है। जिसके कारण कई रोग आपको घेर लेंगे। भारतीय भोजन में खाने पीने की कई सामग्री उपलब्‍ध हैं। जिन्‍हें खाकर हम हीमोग्लोबिन की कमी दूर कर सकते हैं।

सबसे ज्‍यादा चुकंदर का सेवन करने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है। इसके साथ ही अगर आप चुकंदर की पत्तियों को खाएंगे तो ज्यादा आयरन मिलेगा। चुकंदर की तुलना में इसकी पत्तियों में तीन गुना अधिक आयरन होता है। इसी तरह आंवले और जामुन का रस मिलाकर पीने से हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ता है। पिस्ते में 30 अलग-अलग तरह के विटामिन्स के अलावा आयरन भरपूर होता है।

नींबू में विटामिन सी भरपूर होता है। इससे भी हीमोग्लोबिन बढ़ता है। अनार में मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन सी के अलावा आयरन भी अच्छा होता है। एक गिलास गुनगुने दूध में दो चम्मच अनार का पाउडर डालकर पीएं। सेब अनीमिया जैसी बीमारी में काफी लाभदायक होता है। इसका सेवन करने से लाभ होता है। पालक खाने से इसकी कमी पूरी होती है। आयरन की मात्रा काफी अधिक होती है। विटामिन बी काम्प्लेक्स की कमी को किशमिश पूरा करती है। आयरन से भरपूर सूखी काली किशमिश का सेवन करके आप अपना हीमोग्लोबिन बढ़ा सकते हैं।

अंजीर में विटामिन ए, बी1, बी2, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, मैगनीज, सोडियम, पोटेशियम और क्लोरीन पाया जाता है। दो अंजीर रात को पानी में भिगोकर, सुबह उसका पानी पी लें। अंजीर और पका अमरूद खाने से हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती है। शहद या आंवले के रस के साथ केला खाने से हीमोग्लोबिन बढ़ता है। सुबह मूंग, चना, मोठ और गेहूं इत्यादि में नींबू का रस मिलाकर खाना भी लाभप्रद होता है। 10 ग्राम ड्राई रोस्टेड बादाम में 0.5 मिलीग्राम आयरन होता है। कैल्शियम, मैग्नीशियम भी होता है और कैलरी मात्र 163 होती है।

10 ग्राम काजू में 0.3 मिलीग्राम आयरन से आपका हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ता है। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी ऐसिड की मात्रा काफी अच्छी होती है। अखरोट में कैल्शियम, मैग्नीशियम फाइबर और विटामिन-बी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। तुलसी की पत्तियों का नियमित सेवन करने से हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती है।

गुड़ और मूंगफली के दाने चबा-चबा कर खाने से खून की कमी नहीं होती है। तिल से भी लाभ होता है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

टेंडर के डर से तेज गती से हो रहा रेत का अवैध उत्खनन रेत माफियाओं को मिली खुली छूट, प्रशासन का कोई भय नही

0 0
Read Time:4 Minute, 35 Second

डिजिटल भारत l आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला में रेत माफियाओं को खुली छूट प्राप्त होने के कारण रेत माफियाओं के द्वारा रात भर जागकर रेत का अवैध उत्खनन कर बिक्रय करने के अलावा जिला मुख्यालय में जगह-जगह डम्प किया जा रहा है। खनिज विभाग, पुलिस विभाग, के अलावा वन और राजस्व विभाग डम्प रेतो को जप्त भी नहीं कर रहे हैं। उक्त विभाग के द्वारा ही जब रेत का अवैध उत्खनन कराया जा हैं तो डम्प रेतो का जप्ती करने का सवाल ही नहीं उठता। रेत का परिवहन करने की वीडियो और खबर चलने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही क्यों नहीं कराई जा रही है। रेत माफियाओं को इतनी खुली छूट कैसे दे दी गई है। अवैध रेत परिवहन की जानकारी पुलिस थाना से लेकर वन विभाग, राजस्व विभाग और खनिज विभाग को देने के बाद भी इनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया जाता

दिन में वाहन सोते हैं,और रात को जाग जाते हैं-
उल्लेखनीय है की पूरे जिले भर में पूरी रात नदी नालों से वाहनों में रेत परिवहन का कार्य चालू रहता है, रात में रेत माफियाओं व इनके वाहन इतने थक जाते हैं की वाहन और रेत माफिया दोनों दिनभर आराम फरमाते हैं। पुलिस थाना और चौकियों के सामने से रेत से भरे वाहनों का धमाचौकड़ी चालू रहती है। जिससे स्पष्ट है की रेत माफियाओं से थाने चौकियों वाले से कैसे सम्बंध होंगे। रेत माफियाओं के द्वारा खुलेआम बताया जाता है की एक ट्राली रेत निकालने के लिए एक सप्ताह में 3 हजार रुपए थाना और चौकियों वालों को देना पड़ता है। पुलिस चौकी हिरदेनगर के अंतर्गत बंजर नदी में ही रात्रि में लगभग सौ से सवा सौ वाहन लगाकर रेत निकाली जाती है। तो अनुमान लगाया सकता हैं की सौ वाहन के सप्ताह में कितनी राशि की उगाही होती होगी। अगर यह राशि राजस्व के खजाने में जाती तो जिले का कितना विकास होता है। मगर जिम्मेदार वेतन लेने के साथ-साथ अलग से उगाही कर खुद का विकास कर रहे हैं।

रेत का अवैध परिवहन करते समय एक व्यक्ति की मौत-
बता दें कि बीते दिनों 16 फरवरी 2023 को रात्रि लगभग 10: 30 बजे सिलगी से बम्हनी के मध्य बना बंजर पुल टिकरी से अवैध रेत का परिवहन कर पुलिस थाने के सामने से गुजरते हुए बम्हनी पहुंचते- पहुंचते सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के थोड़ी आगे बाएं तरफ ढाल के पास ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट जाने से ट्रैक्टर मालिक की मौके पर ही मौत हो गई, और ड्राइवर घायल हो गया। जिसे बम्हनी स्वास्थ्य केंद्र से मंडला रेफर किया गया। पुलिस थाने के सामने से चोरी की रेत परिवहन की जा रही है, इसके बाद भी वाहनों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बम्हनी में दुर्घटना की खबर जैसे ही फैली वैसे ही पुलिस थाना से फोन कर बंजर नदी में रेत भर रहे चोरों को आगाह कर दिया गया था कि, अभी दो ढाई घंटे के लिए रेत निकालना बंद कर दे। दो ढाई बजे रात्रि से पुनः वाहन लगा लेना। इस तरह से पुलिस द्वारा रेत की चोरी करवाई जा रही है, जिससे रेत माफियाओं के हौसले बुलंद है।

पूजा ज्योतिषी न्यूज ब्यूरो मंडला

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सैक्रेटरी ऑफ़ इंडिया (आईसीएसआई)का जबलपुर में पहला स्टडी सर्कल का हुआ उद्धघाटन

0 0
Read Time:3 Minute, 7 Second

डिजिटल भारत l इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सैक्रेटरी ऑफ़ इंडिया (आईसीएसआई)का जबलपुर में पहला स्टडी सर्कल का उद्धघाटन समारोह संपन्न हुआ। जिसमे जबलपुर के महापौर जगत बहादुर अन्नू सिंह उपस्थित रहे और उन्होंने सभी कंपनी सचिवों व छात्रों का मार्गदर्शन किया एवं दिल्ली से मुख्य व्यक्ता के रूप में सीएस देवश गोयल ने कंपनी लॉ के विभिन्न प्रावधनों के विषय में सभी को अवगत कराया।साथ ही सीएस तनवीर सिंह सलूजा और सीएस रौनक अग्रवाल ने इस स्टडी सर्कल की नीव को सभी मेंबर्स और छात्र- छात्राओं के उज्जवल भविष्य व उन्नति के लिए स्थपित किया है।इस कार्यक्रम में शहर व आस-पास के सभी सौ से अधिक सीएस सदस्य व छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए।

यह स्टडी सर्कल जबलपुर शहर में कंपनी सचिव के समुदाय की एकता को बढ़ावा देगा एवं सभी कंपनी सचिवों के लिए नियमित रूप से तकनिकी कार्यशलाओं का आयोजन करेगा।यह पहल जबलपुर के कंपनी सचिवों के लिए एक उत्तम प्लेटफार्म के रूप में उभर कर आएगा।जो कि शहर के सभी सीएस सदस्यों और छात्र छात्रओं को नए अवसर प्रदान करेगा।शहर के बिज़नेस और कॉर्पोरेट कंप्लायंस गवर्नेंस की रूपरेखा को कुशल बनाने में कंपनी सचिव की एक एहम भूमिका होती है और कंपनी सचिव का कॉमर्स जगत में बहुत बड़ा योगदान रहा है।

आईसीएसआई स्टडी सर्कल का शुभारंभ हुआ

19 फरवरी को इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंपनी सैक्रेटरी ऑफ़ इंडिया (आई सी एस आई ) का जबलपुर मै पहला स्टडी सर्कल का उद्धघाटन सम्हारोह संपन्न हुआ जिसमे जबलपुर के महापौर जगत बहादुर उपस्थित रहे और उन्होंने सभी कंपनी सचिवों व छात्रों का मार्गदर्शन किया और से दिल्ली से मुख्य व्यक्ता के रूप मै सीएस देवश गोयल ने कंपनी लॉ के विभिन्न प्रावधनों के विषय मै सभी को अवगत कराया | जबलपुर के सीएस तनवीर सिंह सलूजा और सीएस रौनक अग्रवाल ने इस स्टडी सर्कल की नीव को जबलपुर के सभी मेंबर्स और छात्र-छात्रओं के उज्जवल भविष्य और उन्नति के लिए स्थपित किया | इस कार्यक्रम मै जबलपुर शहर के व आस पास के सभी शहरो के सौ से अधिक सीएस सदस्य व छात्र छात्राएं सम्मिलित हुए |

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

सहकार भारती मंडला के जिला कार्यकारिणी के विभिन्न पदों पर हुआ मनोनयन

0 0
Read Time:2 Minute, 34 Second

डिजिटल भारत l सहकार भारती मंडला की मासिक बैठक लैंप्स परिसर स्टेट बैंक के सामने मंडला मे जिलाध्यक्ष जगदीश राय की अध्यक्षता में आयोजित हुई । जिला महामंत्री रंजीत कछवाहा ने बैठक को संचालित करते हुए विगत एक वर्ष के कार्यों पर समीक्षा, आगामी कार्यक्रमों के बारे में चर्चा, आय व्यय, लेखा-जोखा वित्तीय पारदर्शिता पर जोर देते हुए विगत आयोजन पर वित्त व्यवस्था की बात की एवं जिला कार्यकारिणी को हर तहसील स्तर पर विस्तार किए जाने नए एवम नए प्रकोष्ठ के गठन की बात सबसे साझा की। आज जिला अध्यक्ष, जिला महामंत्री एवम उपस्थित सभी पदाधिकारियों की सर्वसम्मति से जिला उपाध्यक्ष पद पर सुनील कुमार जैन एवम पूरन सिंह ठाकुर , जिला कार्यालय मंत्री पद पर कुंदन पटेल (गोलू), जिला डेरी प्रकोष्ठ प्रमुख पद पर हरपाल सिंह कछवाहा, जिला प्रचार मंत्री पद पर अखिलेश सोनी, जिला मंत्री पद जितेंद्र चौरसिया को मनोनीत किया गया।

एवम दो साथियों को पूरे वर्ष अनियमितता के कारण पदमुक्त किए जाने का सबने समर्थन किया उपरोक्त प्रस्ताव पारित करते हुए जिला अध्यक्ष महोदय और उपस्थित सभी सदस्यों ने नवनिर्वाचित सभी पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी।आज की बैठक में जिला संगठन प्रमुख बी.के. राय, कोषाध्यक्ष संत कुमार चंदेला, जिला विपणन प्रकोष्ठ प्रमुख अनूप मिश्रा, सक्रिय सहयोगी कैलाश पटेल, जिला महिला प्रमुख लक्ष्मी भावरे, मिथिला केवट, जिला प्रचार मंत्री राजकुमारी चंद्रौल, सक्रिय सदस्य निकेत पटेल, के डी दुबे, की उपस्थिति रही एवम सभी की सक्रिय सहभागिता में समस्त प्रस्ताव पारित हुए।

पूजा ज्योतिषी न्यूज ब्यूरो मंडला

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

सोसायटी फॉर प्रगति भारत द्वारा कम्युनिटि इवेंट कार्यक्रम का किया गया आयोजन

0 0
Read Time:2 Minute, 20 Second

डिजिटल भारत l लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना द्वारा गोंडी पब्लिक ट्रस्ट रपटा घाट मण्डला में कम्युनिटि इवेंट कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में जिला विधिक सेवा प्राधीकरण से न्यायाधीश डी. आर. कुम्हरे एवं सहायक अधिकारी विजय खोब्रागडें, जिला चिकित्सालय मण्डला से डॉ. सुमित सिगर जी (डी.टी.ओ.), टी.आई. से प्रोग्राम मेनेजन अनिकेत सोनी, विकेश ठाकरे, काउंसलर गुलफिशा बेगम अतिथि गण के रूप में जिला चिकित्सालय मण्डला से लैंब टेक्नशियन चित्रांश वर्मा जी, एस.टी.आई. काउंसलर राकेश मुराली, लिंक वर्कर स्किम से अभिषेक दुबे एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहे साथ ही डी.टी.सी से हिंमाशु मेहरा, एन. आर. सी. से श्रीमति रशिम वर्मा की उपस्थिति में सफल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें लक्षित समुदाए के साथ नृत्य कला एवं गीत-संगीत, रंगोली एवं मेहंदी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रथम, द्वीतीय एवं व्रीतय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि जी के द्वारा पुरुष्कृत किया गया एवं न्यायाधीश महोदय के द्वारा न्यायीक संबंधीत जानकारी दी गई एवं उन्हें सहयोग प्रदान करने कि बात भी कही गई। डी. टी. ओ. के द्वारा स्वास्थ्य संबंधीत जानकारी दी गई साथ ही परियोजना के प्रोग्राम मेनेजन द्वारा परियोजना संबंधी समस्त जानकारी दी गई सभी का अभिवादन करते हुए सफल कार्यक्रम का समापन किया गया।

पूजा ज्योतिषी न्यूज ब्यूरो मंडला

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

फसल हानि पर अब किसानों को मिलेंगे 18 हजार रूपये प्रति हेक्‍टेयर

0 0
Read Time:4 Minute, 32 Second

आर.बी.सी. 4-6 के दायरे को बढाने के लिए कैबिनेट ने दी मंजूरी

डिजिटल भारत l रविवार को राज्‍य मंत्रालय में संपन्‍न कैबिनेट की बैठक में आर.बी.सी. 4-6 के दायरे को बढाने को मंजूरी प्रदान कर दी । उक्‍त फैसले की जानकारी देते हुए प्रदेश के राजस्‍व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्‍द सिंह राजपूत ने बताया कि प्रदेश लघु एवं सीमांत कृषकों के लिए बाढ की स्थिति में कृषि योग्‍य भूमि वाले खेतों में रेत पत्‍थर आ जाने पर राजस्‍व पुस्तिका के परिपत्र 4-6 के अनुसार अब 12,200 प्रति हेक्‍टेयर की जगह 18 हजार रूपये प्रति हेक्‍टेयर प्रदान किया जायेगा ।
इसके अतिरिक्‍त भू-स्‍खलन अथवा नदियों द्वारा रास्‍ता बदलने पर भूमि के नष्‍ट होने पर ऐसे प्रभावित कृषकों 47 हजार प्रति हेक्‍टेयर के मान से कृषकों सहायक राशि दी जायेगी । इसी प्रकार पशु व पक्षी हानि के लिए गाय, ऊंट, भैंस, याक आदि के लिए अब 37 हजार 500 रूपये की सहायता दी जायेगी जबकि भेड, बकरी, सुऊर की हानि पर 4 हजार रूपये प्रदान किये जायेंगे । गैर दुधारू पशुओं जैसे बैल, भैंसा, ऊंट, घोडा आदि के लिए अब 20 हजार रूपये की आर्थिक सहायता का प्रावधान कर दिया गया है । इसके साथ ही प्राकृतिक प्रकोप के कारण प्रभावित पशुओं के अस्‍थाई रखरखाव के लिए बडे पशुओं के 80 रूपये प्रति दिवस एवं छोटे पशुओं के लिए 45 रूपये प्रति दिवस के मान से सहायक की जायेगी ।

मकान के नष्‍ट होने पर मिलेंगे सवा लाख रूपये

कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए राजस्‍व एवं परिवहन मंत्री ने बताया कि कच्‍चा या पक्‍का मकान क्षतिग्रस्‍त होने पर मैदानी क्षेत्रों में निवासरत आमजन को प्रति मकान 1 लाख 20 हजार एवं पहाडी क्षेत्रों में निवासरत आमजन के लिए प्रति मकान 1 लाख 30 हजार की आर्थिक सहायता दी जायेगी । इसी तरह झुग्‍गी-झोपडी या घास-फूस, मिट्टी से बने मकानों के क्षतिग्रस्‍त होने पर वास्‍तविक क्षति के आंकलन के आधार पर 8 हजार रूपये अधिकतम सहायता प्रदान की जायेगी । श्री राजपूत ने बताया कि इसके अलावा गंभीर रूप से 50 प्रतिशत से अधिक क्षतिग्रस्‍त पक्‍के मकान के लिए मैदानी क्षेत्र के लिए 1 लाख 20 हजार एवं पहाडी क्षेत्र के लिए 1 लाख 30 हजार रूपये प्रति मकान दिये जायेंगे । 

बुनकरों एवं हस्‍तशिल्पियों की राहत राशि में बढोत्‍तरी

बुनकरों एवं हस्‍तशिल्पियों को भी राहत राशि में बढोत्‍तरी की गई है । अब इन्‍हे औजारों अथवा उपकरण के क्षतिग्रस्‍त होने या तैयार कच्‍चे माल के क्षतिग्रस्‍त होने पर 5 हजार रूपये प्रति शिल्‍पकार का भुगतान किया जायेगा । इसी तरह बाढ और तूफान से प्रभावित मछुआरों को नाव नष्‍ट होने पर 15 हजार, जाल के क्षतिग्रस्‍त होने या मरम्‍मत के लिए 3 हजार एवं नाव की आंशिक क्षति होने पर 6 हजार रूपये प्रति नाव के हिसाब से सहायता राशि प्रदान की जायेगी । श्री राजपूत ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से मछली पालने वाले को मछली बीज नष्‍ट हो जाने पर 10 हजार रूपये प्रति हेक्‍टेयर की सहायता राशि प्रदान की जायेगी ।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

आई नई शराब नीति, मध्य प्रदेश के सभी शराब अहाते होंगे बंद

0 0
Read Time:3 Minute, 8 Second

डिजिटल भारत l मप्र की शराब नीति को कैबिनेट की मंजूरी

उमा भारती की बड़ी जीत
संघ प्रमुख के दखल के बाद आई नई शराब नीति

मप्र की नई शराब नीति को लेकर आखिर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की जीत हो गई है। उमा भारती के सुझावों को नई नीति में शामिल कर लिया गया है।

कैबिनेट की बैठक के बाद सरकार के प्रवक्ता गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मप्र में शराब को हतोत्साहित करने अहम फैसले लिये गये हैं। पूरे प्रदेश में शराब के अहाते बंद करने और शराब की दूकानों पर बैठकर शराब पीना प्रतिबंधित किया जाएगा। इसके अलावा सभी धार्मिक व शैक्षणिक स्थानों से शराब की दूकान 100 मीटर दूर होंगीं। मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2010 के बाद मप्र में एक भी नई शराब दूकान नहीं खोली गई है।

राज्य सरकार की इस नई शराब नीति को उमा भारती की जीत माना जा रहा है। शराब अहाते बंद कराने उमा भारती लगातार आन्दोलन कर रही थीं। वे शराब की दुकानों पर पत्थर व गोबर फेंक चुकी थीं। उन्होंने पिछले दिनों ओरछा में शराब की दूकान पर गाय बांध कर संदेश दिया था कि मधुशाला को गौशाला बनाया जाए।

सरकार को होगा आर्थिक नुकसान

मप्र सरकार को शराब से लगभग 14000 करोड़ की आय होती है। नई नीति से लगभग 3000 करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है।

संघ के दखल के बाद आई शराब नीति

सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नागपुर पहुंचकर संघ प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत से मप्र की शराब नीति और उमा भारती के बगावती तेवरों को लेकर चर्चा की थी। बताया जाता है कि संघ प्रमुख ने साफ कहा कि शराब को लेकर जो मुद्दे उमा भारती उठा रही हैं उनसे संघ सहमत है। गुजरात में शराब बंदी के बाद भी वहां भाजपा लगातार जीत रही है तो मप्र में शराब को हतोत्साहित करने का काम तो किया ही जाना चाहिए। संघ प्रमुख से मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने नई शराब नीति के लिए पांच मंत्रियों की एक समिति बनाई। समिति की बैठक कब हुई किसी को नहीं पता, लेकिन मप्र की नई शराब नीति को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

रुद्राक्ष महोत्सव रद करवाने की साजिश हुई, अब मैं चार गुना बड़ा आयोजन करूंगा बोले पंडित प्रदीप मिश्रा

0 0
Read Time:2 Minute, 28 Second

कथावाचक ने श्रद्धालुओं से कहा कि तुम तीन महीने में फिर आओगे और रुद्राक्ष लेकर जाओगे

डिजिटल भारत l  कुबेरेश्वर धाम के रुद्राक्ष महोत्सव में लाखों लोगों के आने से हुई अव्यवस्था और तीन मौतों से भी कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने सबक नहीं लिया है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अब मैं इससे चार गुना बड़ा आयोजन करूंगा। उन्होंने अव्यवस्था के संबंध में कहा कि सनातन धर्म के द्रोहियों ने तत्काल रुद्राक्ष महोत्सव रद (कैंसिल) कराने की साजिश हुई है।

शनिवार को कुबेरेश्वर धाम में चल रही शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन कथावाचक पं. मिश्रा ने सफाई देते हुए कहा कि इंटरनेट मीडिया पर यह अफवाह फैलाई गई कि आयोजन में भगदड़ मच गई, जबकि इसकी तस्वीर, वीडियो किसी के पास नहीं आया है

उन्होंने दावा किया कि परिसर में 162 कैमरे लगे हुए हैं। कैमरे वहां भी लगे हुए थे, जहां रुद्राक्ष वितरण हो रहा था और 162 कैमरों का सेटअप हमारे आफिस में लगा है। कोई एक भी आकर बता दे कि भगदड़ मची हो या किसी ने रुद्राक्ष फेंका हो।

कथावाचक ने श्रद्धालुओं से कहा कि तुम तीन महीने में फिर आओगे और रुद्राक्ष लेकर जाओगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाल चलने में लगे हैं। प्रशासन ने भी लोगों को पकड़ा है, जो माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे थे, लोगों को भड़का रहे हैं। ताकि रुद्राक्ष वितरण न हो सके।

उन्होंने कहा कि साल भर कभी भी आ जाना खाली झोली नहीं जाओगे। पं. मिश्रा ने कहा कि मेरा मन अबकी बार कर रहा है कि जो भी कथा सुनने आए उस पर गोमूत्र छिड़का जाए, जिससे मालूम पड़ जाए कि मेरा सनातनी आया है। जो सनातनी होगा उसे गोमूत्र छिड़कना बुरा नहीं लगेगा।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

कल पांच घंटे बंद रहेगी बिजली, आज शाम को नहीं मिलेगा पानी

0 0
Read Time:1 Minute, 29 Second

डिजिटल भारत l आधे शहर को सोमवार की शाम पीने का पानी नहीं मिलेगा। नगर निगम के कार्यपालन यंत्री जल कमलेश श्रीवास्तव ने बताया कि सोमवार को पाइपलाइन की मरम्मत के साथ ही अन्य कार्य के चलते रमनगरा जलशोधन संयंत्र से आधे शहर को जलापूर्ति की जाती है।

लेकिन आज जलापूर्ति करने वाली 26 टंकियां नहीं भर पाएंगी जिससे चलते जलापूर्ति बाधित रहेगी। जिन क्षेत्रों में जला आपूर्ति नहीं होगी उन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से नागरिकों को जलापूर्ति कराई जाएगी।

स्मार्ट सिटी आइटी पार्क में सड़क बनाने का काम करा रहा है। इसके लिए यहां लगे बिजली के खंबों को हटाने का काम होगा। इस वजह से शहर में बिजली की सप्लाई पांच घंटे प्रभावित होगी। स्मार्ट सिटी सीईओ निधि सिंह राजपूत ने बताया कि स्मार्ट सिटी के मुताबिक सड़क निर्माण के चलते रमनगरा फीडर एवं 33 केव्ही आइटी पार्क फीडर से मंगलवार को सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक तक विद्युत सप्लाई बंद रहेगी।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

फोन को रात भर चार्जिंग पर लगा छोड़ना कितना सही? बैटरी पर क्या होता है असर,

0 0
Read Time:3 Minute, 23 Second

डिजिटल भारत l फोन हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा हो गया है, और यही वजह है कि हम कभी नहीं चाहते कि ये डिस्चार्ज हो. फोन डिस्चार्ज होना, मतलब कई काम रुक जाना. कई बार हम दिनभर इतना फोन यूज कर लेते हैं कि इसे चार्ज करने का टाइम नहीं मिलता है. यही वजह होती है कि बाद में हम पूरी रात के लिए फोन को चार्ज पर लगा कर छोड़ देते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि पूरी रात के लिए फोन को चार्जिंग पर छोड़ देने से क्या होता है, और क्या इसका असर हमारे फोन और बैटरी पर पड़ता है? आइए जानते हैं…
ज़्यादातर विशेषज्ञ एक बात पर सहमत हैं कि स्मार्टफोन इतने स्मार्ट होते हैं कि वे ओवरलोड नहीं होने देते. टैबलेट या स्मार्टफोन या लैपटॉप के अंदर लगी एक्सट्रा प्रोटेक्शन चिप सुनिश्चित करती है कि ओवरलोडिंग न हो. एक बार इंटरनल लिथियम-आयन बैटरी अपनी क्षमता के 100% तक पहुंच जाती है, तो चार्जिंग बंद हो जाती है.
अगर आप स्मार्टफोन को रात भर प्लग इन रहने देते हैं, तो यह हर बार बैटरी के 99% तक गिरने पर थोड़ी एनर्जी का लगातार इस्तेमाल करेगा. इसके आपके फोन के लाइफ पर असर पड़ेगा.
यानी कि एक बार जब फोन की बैटरी 100% चार्ज हो जाती है तो मॉडर्न इलेक्ट्रॉनिक्स ऑटोमैटिकली करंट खींचना बंद कर देते हैं. हालांकि, अपने स्मार्टफोन को हर बार फुल चार्ज करना बैटरी की लंबी उम्र के लिए ठीक नहीं है.
फोन को ओवरचार्ज करने का मिथक एक आम है. आपके डिवाइस में कितनी मात्रा में चार्ज जा रहा है, यह कोई समस्या नहीं है, क्योंकि डिवाइस ज़्यादा स्मार्ट होते हैं जो एक बार फुल होने पर चार्ज लेना बंद कर देते हैं, बस 100 प्रतिशत रहने के लिए ज़रूरत के हिसाब से टॉप अप करते हैं.इसलिए हो सकती है दिक्कत: समस्या तब होती है जब बैटरी ज़्यादा गरम हो जाती है, जिससे नुकसान हो सकता है. इससे बचने के लिए रात भर चार्ज करते समय अपने फोन पर लगे किसी भी केस को हटाना सबसे अच्छा है. फोन को सपाट, सख्त सतह पर छोड़ना भी सबसे अच्छा होता है ताकि गर्मी आसानी से दूर हो सके.
इसलिए अपने फोन को रात भर चार्ज करना पूरी तरह से सुरक्षित है, बस यह सुनिश्चित कर लें कि यह ओवरहीट न हो. इसके अलावा आजकल तो फोन इतनी तेजी से चार्ज हो सकते हैं कि असल में आपको इसे 7-8 घंटे तक चार्ज करने की जरूरत ही नहीं है.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %