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मध्यप्रदेश में सक्रिय हुआ मानसून, जिले के कई संभागों में बारिश का अलर्ट जारी

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भोपाल: Monsoon activated in MP मध्यप्रदेश में एक बार फिर सक्रिय हुआ मानसून। हफ्ते भर के ब्रेक के बाद बारिश ने फिर अपनी रफ्तार पकड़ी है। कई जगहों पर कम बारिश के चलते फसलें खराब हुई तो वहीं कुछ इलाकों में भारी बारिश से जलभराव की स्थिति बन गई। वहीं भोपाल, ग्वालियर सहित 15 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है।

कम बारिश से फसले हुई खराब

बता दें कि जून महिने में कम बारिश के चलते सोयाबीन, धान, गन्ना की फसलों को नुकसान हुआ। जून से लेकर अब तक 588.7 मिमी बारिश हुई है जो कि सामान्य बारिश से 640.9 मिमी की तुलना में 8 प्रतिशत कम है। वहीं खंडवा, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, सतना, खंडवा, गुना, अशोकनगर, छतरपुर, सतना, रीवा सामान्य से कम बारिश हुई है। प्रदेश में दो नए सिस्टम सक्रिए हुए जिसके चलते 9 जिलों में भारी बारिश अलर्ट जारी किया गया है।

Monsoon activated in MP

बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है। जिससे इस इलाके में बारिश नहीं हुई है। लेकिन वहीं सिंगरौली, सीधी,रीवा,अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, डिंडोरी, बालाघाट, पन्ना, जबलपुर, रीवा, संभाग के कई जिलों भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

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इंदौर में मानसून मेहरबान, रिमझिम बारिश का दौर जारी

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इंदौर एमपी में भले ही मानसून सुस्त है, लेकिन शहर में देर रात से रिमझिम बारिश का दौर जारी है। इसकी वजह है यूपी के उत्तर-पूर्वी इलाके में बारिश का सिस्टम है और पाकिस्तान की ऊपरी हवा में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके अलावा राजस्थान की ऊपरी हवा में भी चक्रवात है। यूपी से होकर जा रही मानसून द्रोणिका के चलते प्रदेश में बरसात को दौर शुरू हो गया।

यूपी में बने मानसूनी सिस्टम के चलते पूरे प्रदेश में आज कहीं हल्की, कहीं तेज तो कहीं भारी बारिश होगी। वहीं, शहर का अधिकतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य था। न्यूनतम तापमान 22 डिग्री दर्ज हुआ। सुबह से पश्चिमी हवाएं 11 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चल रही है।

इंदौर में रिमझिम बारिश जारी

इंदौर में पिछले 10 दिनों से रात का तापमान 22 से 23 डिग्री के बीच है। वहीं, दिन का तापमान 29 डिग्री से ऊपर नहीं गया है। यानी मौसम सुकून भरा है। अगले तीन दिन भी हालात ऐसे ही रहने के आसार हैं। आज से पूरे प्रदेश में नमी के बादल छाए रहेंगे कहीं फुहार तो कहीं बौछार गिरेगी।

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जोरदार बारिश के साथ ठंडी हवाओ से मौसम से ठंडक ,29 जिलों में अलर्ट जारी

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डिजिटल भारत I 2 दिन भारी या अधिक भारी बारिश
मध्य प्रदेश के लगभग 30 जिले ऐसे हैं जिनमें मौसम विभाग द्वारा 2 दिन भारी या उससे अधिक वर्षा की संभावना व्यक्त की गई है. इस दौरान प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है डिंडौरी, उमरिया, सिवनी, शहडोल, कटनी सहित अन्य जिलों में लगातार वर्षा हो रही है। इस बारिश में फसलों के नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। बालाघाट में हल्की बारिश हो रही है। स्थिति सामान्य बनी हुई है।दमोह में रात से हल्की बारिश हो रही है।

सिस्टम सक्रिय होने की वजह से महाकौशल, चंबल, ग्वालियर, बुंदेलखंड, भोपाल और नर्मदा पुरम संभाग में अगले 2 दिन भारी बारिश की संभावना जताई गई है. आगामी 20 और 21 अगस्त को रायसेन, खंडवा, गुना, अशोकनगर, विदिशा, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, उमरिया, सीहोर, अनूपपुर, कटनी और छिंदवाड़ा सहित कई इलाकों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है.

जबलपुर सहित संभाग के आस-पास में जिलों में हो रही वर्षा से वातावरण में भी ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग के रिकार्ड में बीते 24 घंटे में जहां तीन इंच वर्षा दर्ज हुई। वर्षा के कारण दिन का अधिकतम तापमान भी 24 डिग्री पर आ गया। जबकि न्यूनतम तापमान भी 22 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग ने आगामी 23 अगस्त तक जबलपुर सहित संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने और डिंडौरी, कटनी, छिदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट में भारी से अतिभारी की संभावना जताई है।

कटनी में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश से लोगों को काफी राहत मिली है। खासतौर पर किसानों ने राहत की सांस ली है। सावन के लगभग पूरे महीने बारिश नहीं होने से लोग निराश थे। बारिश नहीं होने के कारण जिले में सूखे जैसे हालत बनते नजर आ रहे थे, इस बीच पिछले दो दिन से हो रही बारिश ने न सिर्फ गर्मी से राहत दी है, बल्कि मौसम में ठंडक आ गई है।

जिले में लगातार वर्षा होने से फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ गई है। बीते एक माह से लगातार हो रही वर्षा के कारण मक्का, सोयाबीन व अन्य फसल पीली पड़ने लगी है। हालांकि, धान की फसल को वर्षा से कुछ फायदा मिलेगा। किसानों के खेत में पानी का जमाव होने से फसलों के प्रभावित होने का खतरा बढ़ गया है।

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उत्तर भारत समेत केरल राज्य में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ी

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डिजिटल भारत I उत्तर भारत समेत केरल राज्य में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। उत्तराखंड व केरल में पिछले दिनों आइ बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने भारी क्षति पहुंचाई है। दोनों ही राज्यों में देखा जाए तो कुल अब तक 76 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।

 उत्तराखंड इन दिनों बारिश की मार झेल रहा है. जिला अल्मोड़ा में भारी बारिश कहर बनकर टूट रही है. बीते 36 घंटो से लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.

इधर भिकियासैंण तहसील के रापड़ गाँव में दो बच्चों की मकान ढहने से मौत हो गई है. जबकि नगर के हीराढूंगरी मोहल्ला में एक 14 साल की लड़की की दबकर मौत हो गई है. दोनों ही जगह पर एक-एक अन्य व्यक्ति मलबे में दबे हैं दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कुछ इलाकों में मौसम अभी शांत बना हुआ है. दिल्ली के आसपास तो सूरज और बादलों में लुका-छिपी का सा खेल चल रहा है. लेकिन उत्तर भारत के पहाड़ी और दक्षिण भारत के इलाकों में बारिश लगातार कहर बरसा रही है. वर्तमान में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान केरल में देखने को मिल रहा है. यहां बारिश के कारण अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. हजारों लोग बेघर हो गए हैं. मौसम को देखते हुए अलप्पुज्हा में शनिवार को होने वाली सालाना नेहरू रेस स्थगित कर दी गई है.

नदियों में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए राज्य सरकार ने इटुक्की बांध के एक फाटक को खोलने का फैसला किया है.

भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में कम से कम 41 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लापता हो गए। हिमालयी राज्य उत्तराखंड के अधिकारियों ने कहा कि एक दिन पहले इसी तरह की घटनाओं में छह लोगों की मौत के बाद मंगलवार को ताजा भूस्खलन में 35 लोगों की मौत हो गई।

सबसे बुरी तरह प्रभावित नैनीताल क्षेत्र में ही मंगलवार तड़के सात अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 30 की मौत हो गई। बता दें कि वहां बादल फटने के बाद काफी तेज बारिश शुरू हो गई। इसके बाद भूस्खलन, जिससे भारी संकट पैदा हो गया।

इसके अलावा दक्षिणी भारतीय राज्य केरल में भारी बारिश के कारण आइ बाढ़ और भूस्खलन से कम से कम 35 लोग मारे गए हैं और अधिकारियों का मानना है कि मरने वालों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। सेना और नौसेना के बचाव अभियान पिछले दिनों तक जारी रहे। बीते दिनों तक हजारों लोग तटीय क्षेत्र के कुछ हिस्सों में फंसे हुए बताए गए थे, जबकि कई लापता बताए गए थे।

बताया गया कि राज्य में मानसून के मौसम में हर साल बाढ़ आती है लेकिन पिछले 10 वर्षों में आवृत्ति में वृद्धि हुई है। बुधवार से और बारिश होने की संभावना को देखते हुए सड़कों की सफाई के लिए अभियान चलाया जा रहा है।बता दें कि 2018 में, केरल को विनाशकारी बाढ़ का सामना करना पड़ा था, जब मानसून के मौसम में भारी बारिश ने 400 से अधिक लोगों की जान ले ली और सैकड़ों हजारों लोगों को उनके घरों से बाहर निकला पड़ा।

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केरल में लगातार हो रही भारी बारिश से हालात काफी बिगड़

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डिजिटल भारत I केरल में लगातार हो रही भारी बारिश से हालात काफी बिगड़ गए हैं। राज्य में बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाओं में अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है और 8 लापता हैं। कोट्टायम, इडुक्की और पठानमथिट्टा के पहाड़ी इलाके बाढ़ से ज्यादा प्रभावित हैं। इडुक्की के थोडुपुझा और कोक्कयार, कोट्टायम के कूटिक्कल में मौतें हुई हैं।

वहीं, मीनाचल और मनीमाला में नदियां उफान पर हैं।  केरल (Kerala) के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने राज्य में बारिश के कारण बिगड़े हालात को देखते हुए देर रात एक आपातकालीन बैठक बुलाई. बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में स्थिति वास्तव में काफी गंभीर है. हम लोगों की जान बचाने की हर संभव कोशिश करेंगे. हमने सेना, नौसेना और वायु सेना से मदद मांगी है.

 बारिश  से जुड़ी घटनाओं में कई लोग घायल हुए हैं। साथ ही कई लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। यहां तक कि कई जिलों में बांध अपनी पूरी क्षमता के करीब पहुंच गए हैं। राज्य के पहाड़ी इलाकों में कई छोटे कस्बे और गांव बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट गए हैं।

तिरुवनंतपुरम, कोल्लम समेत इन 15 जिलों में  अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, कोट्टायम, अलाप्पुझा, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम और कोझीकोड जिलों में भारी बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, रविवार को दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश हुई। इस बीच मौसम विभाग ने उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब के कुछ हिस्सों के लिए भारी बारिश को लेकर रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

वायुसेना के जवान राहत और बचाव कार्य में जुटे

डिफेंस PRO ने बताया कि इंजीनियरिंग और मेडिकल यूनिट के साथ कन्नूर से सेना के जवानों का दल बचाव कार्यों के लिए वायनाड पहुंच गया है। बेंगलुरु से इंजीनियरिंग टास्क फोर्स के जल्द ही वायनाड पहुंचने की उम्मीद है। सेना की ओर से अब तक कुल 3 कॉलम तैनात किए गए हैं। राहत सामग्री के साथ नेवी चॉपर के जरिए बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा जारी है। वायुसेना स्टेशन शंगमुघम में वायु सेना के 2 हेलिकॉप्टर MI-17 स्टैंडबाय पर हैं। केरल के CM विजयन बोले- हालात गंभीर.

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस हालात को गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि IMD ने अरब सागर के ऊपर बने कम दबाव प्रणाली के कारण राज्य में व्यापक भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ के मद्देनजर केरल के कुछ हिस्सों में स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। केंद्र सरकार जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेगी।

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अगले 2-3 दिन बारिश के आसार; चक्रवात गुलाब का असर, इन राज्यों में

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मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है

चक्रवात गुलाब कमजोर हो गया है लेकिन इसके प्रभाव से देश के कई राज्यों में अगले 2-3 दिन भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ तेलंगाना आंध्रप्रदेश कर्नाटक में भारी बारिश हो सकती है।

नई दिल्ली, एजेंसी। चक्रवात गुलाब कमजोर होकर दक्षिण छत्तीसगढ़ और उससे सटे इलाके में गहरे दबाव का क्षेत्र बन गया है। डीप डिप्रेशन पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा और महाराष्ट्र के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा। मानसून की ट्रफ रेखा जैसलमेर, कोटा, सागर, गहरे दबाव के केंद्र और फिर पूर्व की ओर बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी से गुजर रही है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्व मध्य और म्यांमार तट से सटे उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। इसकी वजह से देश के कई राज्यों में अगले 2-3 दिन भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक में भारी बारिश हो सकती है। वहीं ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि अगले 2-3 घंटे में चक्रवात गुलाब के ओडिशा की सीमाओं से बाहर होने की उम्मीद है। बहुत ज़्यादा बारिश नहीं हुई है। किसी के घायल होने या किसी नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

अगले 24 घंटे के दौरान इन राज्यों में बारिश के संकेत

स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान, तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, गुजरात, तटीय आंध्र प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। मेघालय, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, केरल, तटीय कर्नाटक, लक्षद्वीप, पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।

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