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एक भारत उत्कृष्ट भारत

अप्रैल में ट्विटर की बोली लगाने के बाद से ही एलन मस्‍क के संपत्ति में 70 अरब डॉलर की गिरावट आई, एलन मस्क ने ट्विटर के होने दिवालिया जताई आशंका

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डिजिटल भारत l ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ने गुरुवार को आशंका जताई कि माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म दिवालिया हो सकता है।
लगातार कंपनी छोड़ रहे वरिष्ठ अधिकारियों के इस्तीफे के बीच उन्होंने कहा कि वो कंपनी के दिवालिया होने से इनकार नहीं कर सकते।
दूसरी तरफ फेडरल ट्रेड कमीशन ने कहा है कि वह ट्विटर को ‘गहन चिंता’ की नजर से देख रहा है। इन इस्तीफों के बाद ट्विटर की तरफ से नियामकीय आदेशों का उल्लंघन होने का खतरा बढ़ गया है।
ब्लूमबर्ग न्यूज ने बताया 44 बिलियन डॉलर में खरीदने के दो सप्ताह बाद क्रेडिट विशेषज्ञों का कहना है कि ट्विटर के फाइनेंस को एक अनिश्चित स्थिति में छोड़ दिया है।

ट्विटर के दो अधिकारियों योएल रोथ और रॉबिन व्हीलर, जिन्होंने बुधवार को एलन मस्क के साथ एक ट्विटर स्पेस चैट को मॉडरेट किया, उनमे से एक व्यक्ति ने इस्तीफा दे दिया। इस घटना से जुड़े एक करीबी व्यक्ति ने समाचार एजेंसी रायटर्स को बताया। हालांकि दोनों अधिकारियों ने इस मुद्दे पर कोई कमेंट नहीं किया।
इससे पहले गुरुवार को ट्विटर की मुख्य सुरक्षा अधिकारी ली किसनर ने ट्वीट किया कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। मुख्य गोपनीयता अधिकारी डेमियन कीरन और मुख्य अनुपालन अधिकारी मैरिएन फोगार्टी ने भी इस्तीफा दे दिया है।
अमेरिकी संघीय व्यापार आयोग ने कहा कि वह इन तीन गोपनीयता और अनुपालन अधिकारियों के पद छोड़ने के बाद ट्विटर को “गहरी चिंता” के साथ देख रहा था। इन इस्तीफे ने संभावित रूप से ट्विटर को नियामक आदेशों के उल्लंघन के जोखिम में डाल दिया है।

गुरुवार दोपहर ट्विटर पर सभी कर्मचारियों के साथ अपनी पहली बैठक में एलन मस्क ने चेतावनी दी कि कंपनी को अगले साल अरबों डॉलर का नुकसान हो सकता है।
ये अधिकारी छोड़ चुके कंपनी
बुधवार को विज्ञापनदाताओं की चिंताओं को दूर करने के लिए मस्क ने एक स्पेस आयोजित किया था। इसे मॉडरेट करने वाले दो अधिकारी योइल रॉथ और रॉबिन व्हीलर में से एक ने इस्तीफा दे दिया है।
गुरुवार को ही ट्विटर की मुख्य सुरक्षा अधिकारी ली किसनर ने कंपनी छोड़ने का ऐलान किया था कंपनी की मुख्य निजता अधिकारी डेमियन कियेर्न और मुख्य अनुपालन अधिकारी मारियाने फॉगार्टी भी इस्तीफा दे चुकी हैं।
एलन मस्क ने ट्विटर टेकओवर करने के बाद कहा था कि कंपनी को एक दिन में 4 मिलियन डॉलर से अधिक का नुकसान हो रहा है। बता दें एलन मस्क के पदभार संभालने के बाद विज्ञापनदाताओं ने ट्विटर से हटना शुरू कर दिया।

एफटीसी के सार्वजनिक मामलों के निदेशक डगलस फरार ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, “हम ट्विटर पर हालिया घटनाओं को गहरी चिंता के साथ ट्रैक कर रहे हैं। कोई भी सीईओ या कंपनी कानून से ऊपर नहीं है और कंपनियों को हमारी गाइडलाइन्स का पालन करना चाहिए। हमारा संशोधित आदेश हमें अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए नए उपकरण देता है और हम उनका उपयोग करने के लिए तैयार हैं।”

मस्क बोले- दूर भाग रहे विज्ञापनददाता
मस्क ने कहा कि कंपनी को रोजाना चार मिलियन डॉलर (लगभग 32 करोड़ रुपये) का नुकसान हो रहा है। इसकी बड़ी वजह यह है कि नया नेतृत्व आने के बाद से विज्ञापनदाता ट्विटर से दूर भाग रहे हैं।
बता दें कि ट्विटर 13 बिलियन डॉलर के कर्ज में हैं और उसे अगले 12 महीनों में 1.2 बिलियन डॉलर की राशि बतौर ब्याज चुकानी है, जबकि कंपनी की आमदनी इससे कम है।

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नया बिजनेस शुरू करने जा रहे तो रखे इन चीजों का ख्याल :बिजनेस टिप्स

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डिजिटल भारत l जो एक बिजनेसमैन को ध्यान में रखने चाहिए.
कुछ ऐसी चीजें जो उसे करनी चाहिए और कुछ ऐसी चीजें जो उसे भूलकर भी नहीं करनी चाहिए.
बिजनेस में यदि व्यक्ति सफल हो जाए… तो उसकी जिंदगी हीं बदल जाती है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति बिजनेस में असफल हो जाता है, तो मानो उसकी दुनिया हीं खत्म हो जाती है….. फिर उसके लिए सम्भल पाना काफी मुश्किल होता है.
उपयोगी बिजनेस टिप्स :
बिजनेस में कदम रखने से पहले यह सुनिश्चित कीजिए कि आप किसी और की देखादेखी बिजनेस
शुरू नहीं कर रहे हैं.
एक इमरजेंसी फण्ड रखिए, ताकि जब आपका बिजनेस घाटे या कम मुनाफे में चले….
तो आपके हाथ में कुछ पैसे बचे रहें. और इस इमरजेंसी फण्ड में हर दिन या हर महीने कुछ
पैसे जमा करते जाइए.
नए बिजनेस में यह जरूरी होता है, कि आप बेवजह के खर्चों से बचें.
बिजनेस शुरू करने के तुरंत बाद इससे मुनाफे की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. किसी छोटे-मोटे बिजनेस
को भी जमने में कम-से-कम 2-4 साल का समय लगता है.
बिजनेस के शुरूआती दिनों में बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, हो सकता है आपको शुरू में हर दिन
10-15 घंटे हर दिन काम करना पड़े.
दोस्तों बहुत से लोगो के मन में हमेशा यह विचार आता है कि उसने अपना बिज़नेस खड़ा तो कर लिया है लेकिन उनका बिज़नेस ज्यादा ग्रो नहीं कर रहा है वह उन तरीको को खोजता है जिनसे वो अपने Business को Grow कर सके ! आज इस लेख में हम आपको ऐसे तरीके बताएँगे जिनकी सहायता से आप अपने बिज़नेस को बहुत तेजी से ग्रो कर सकते हो ! तो आइये जानते है वे कोनसे तरीके है जिनकी सहायता से हम अपने बिज़नेस को बढ़ा सकते है
बोद्धिक सम्पति को सुरक्षित रखे
दोस्तों जब भी हम अपना कोई बिज़नेस शुरू करते है तो इसमें सबसे पहले हमें कुछ कागजी कार्यवाही पूरी करनी होती है ! जैसे अपने बिज़नेस का नाम क्या होगा , उसका लोगो कैसा होगा और उसको रजिस्टर करने की कार्यवाही आदि करनी होती है !

अपने महत्वपूर्ण कर्मचारियों का ध्यान रखे
एक बिज़नेस को ग्रो करने के लिए यह बेहद जरुरी है कि आप अपने Best Employees का ध्यान रखे ! उन्हें एहसास कराये कि वे आपकी कंपनी में एक कर्मचारी नहीं है बल्कि उनके पार्टनर है ! एक सफल बिज़नेसमेन भी वही होता है जो अपने Employees का हमेशा ध्यान रखता है और उनकी समस्याओ का समाधान करता है !

यदि आप अपने विश्वसनीय और प्रमुख कर्मचारियों का ध्यान नहीं रखेंगे तो और कोई कंपनी उन्हें अच्छा ऑफर देकर हायर कर लेगी जिससे आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है और आपके बिज़नेस की ग्रोथ रुक भी जाएगी !

अपने ग्राहकों का ध्यान रखे
दोस्तों एक सफल बिज़नेस के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वह अपने ग्राहकों को संतुष्ट रखे ! उनकी हर समस्या का समाधान करे ! एक संतुष्ट कस्टमर आपके प्रोडक्ट का अन्य लोगो से प्रचार करेगा और आपके बिज़नेस के साथ एक और ग्राहक भी जोड़ेगा !

आपको हमेशा इस बात पर फोकस करना चाहिए कि आपके कस्टमर्स को अच्छे प्रोडक्ट और अच्छी सर्विस प्रदान हो ! यदि आप क्वालिटी और सर्विस दोनों मेंटेन करके चलते है तो आपका बिज़नेस जल्दी ही ग्रो करेगा !

अपने ऊपर निवेश करना
एक बिसनेसमेन को समय पर खुद पर भी निवेश करना चाहिए ! खुद पर निवेश करने से मतलब है कि समय – समय पर आपको मोटिवेशनल सेमिनारो में भाग लेना , बुक्स पढना तथा बिज़नेस की बारीकियां सीखना आदि चीजो में आपको पैसे और समय दोनों निवेश करने चाहिए ! यदि आप ऐसा करते है तो यह निवेश आपको आने वाले समय में कई गुना रिटर्न देगा !

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प्यार में सिरफिरे आशिक ने ली बिलिंग के चौथी मंजिल से फेक कर जान , फिर शव लेकर फरार : नोएडा

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डिजिटल भारत l सिरफिरे आशिक ने एकतरफा प्यार के प्रस्ताव को ठुकराने पर हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं. युवती को चौथी मंजिल से फेंक दिया और उसके शव को लेकर भाग गया. पुलिस ने आरोपी को मेरठ के पास से एंबुलेंस में शव के साथ गिरफ्तार कर लिया है.
युवती के परिजनों का कहना है कि यह सिरफिरा आशिक युवती को लगातार तंग कर रहा था. इसकी शिकायत पुलिस में भी की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने से उसके हौसले बढ़ गए थे और उसने इस घटना को अंजाम दे दिया.
योगी की सरकार के लाख दावों के बाद भी प्रदेश महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.

इसकी बानगी एक बार फिर नोएडा में देखने को मिली, जब एक सिरफिरे आशिक ने एकतरफा प्यार के प्रस्ताव को ठुकराने पर हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए युवती को चौथी मंजिल से फेंक उसकी जान ले ली. फिर उसके शव को लेकर भाग गया. पुलिस ने आरोपी को मेरठ के पास से एंबुलेंस में शव के साथ गिरफ्तार किया है. युवती के परिजनों का कहना है कि यह सिरफिरा आशिक युवती को लगातार तंग कर रहा था. इसकी शिकायत पुलिस में भी की गई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने से उसके हौसले बढ़ गए थे और उसने इस घटना को अंजाम दे दिया.

सिरफिरे आशिक का नाम गौरव है. गौरव विवाहित है और कोतवाली 49 क्षेत्र के होशियारपुर गांव में रहने वाली 22 वर्षीय युवती शीतल से एकतरफा प्यार करता था. शीतल के भाई कुणाल ने बताया कि शीतल और उसके परिजन गौरव की हरकतों से परेशान थे और इस बात को लेकर पहले थाने में और पुलिस चौकी पर शिकायत कर चुके थे, लेकिन पुलिस ने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की बल्कि दबाव डालकर समझौता करा दिया और कहा कि गौरव अब कुछ नहीं करेगा.


कुणाल ने बताया कि उसकी बहन होशियारपुर स्थित शर्मा मार्केट में इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करती थी और जहां आज गौरव उसके पीछे पहुंच गया. शीतल ने जब उसके प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा दिया, तो गौरव ने उसे चौथी मंजिल से नीचे फेंक दिया. फिर वह नीचे आया और खुद को शीतल का भाई बताते हुए अस्पताल ले जाने के नाम पर उसके शव को कार में लेकर भाग गया.

इस बीच युवती के चौथी मंजिल से गिरने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की तो परिजनों ने बताया कि गौरव युवती का भाई नहीं है बल्कि सिरफिरा आशिक है, जो लगातार उसे तंग कर रहा था.

जब युवती नोएडा के अस्पतालों में काफी तलाश करने के बाद नहीं मिली, तब पुलिस ने गौरव के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया और फिर मेरठ कंकरखेड़ा के पास एंबुलेंस में शव के साथ उसे पकड़ लिया. गौरव ने बताया कि उसकी शीतल के शव को बिजनौर ले जाकर जलाने की योजना थी. उसका कहना था कि उसने युवती से शादी की थी. अब वह उससे दूर जा रही थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया.

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क़तर में गिरफ़्तार किया गया था पूर्व नौसैनिक भारत द्वारा अधिकारी भेज छुड़ाने की मांग

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डिजिटल भारत l भारत ने अपने एक वरिष्ठ अधिकारी को दोहा रवाना किया है ताकि वहाँ गिरफ़्तार किए गए अपने नौसेना के पूर्व अधिकारियों की रिहाई की कोशिशों को बल मिल सके.

मंगलवार को पूर्व नौसेना अधिकारियों को क़तर में गिरफ़्तार हुए 71 दिन पूरे हो गए. इस बीच सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों से इन पूर्व अधिकारियों की रिहाई की अपील भी तेज़ी से बढ़ी है.

हिरासत में रखे गए अधिकारियों के परिवार के बीच भी ये चिंता बढ़ती जा रही है कि भारत अभी तक अपने पूर्व अफ़सरों की रिहाई सुनिश्चित नहीं कर सका है.
बीते 10 दिनों से भी अधिक समय से भारत सरकार क़तर के साथ बातचीत कर रही है लेकिन अभी तक कोई समाधान निकलता नहीं दिखा है.

अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़ तालिबान के इस बयान को भारत के लिए अहम माना जा रहा है.

अख़बार लिखता है कि तालिबान के दोहा कार्यालय के उप प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्तानेकज़ई की ओर से पश्तो ज़ुबान में जारी किए गए इस वीडियो मैसेज को अपने संगठन के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर शनिवार को शेयर किया गया. ये वीडियो अफ़ग़ानिस्तान के मिल्ली टेलीविज़न चैनल पर भी प्रसारित हुआ है.

तालिबान की ओर से ये संकेत इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि पाकिस्तान का उस पर गहरा असर रहा है. पाकिस्तान ने भारत-अफ़ग़ानिस्तान संबंधों को अपने ख़िलाफ़ माना है.

अख़बार लिखता है कि बीते सप्ताह दूसरी बार भारतीय दूतावास के अधिकारी को पूर्व नौसैनिकों से मिलने की मंज़ूरी मिलने सहित कुछ ऐसे संकेत मिले थे, जिनसे लगा कि कुछ समय में ये अधिकारी रिहा कर दिए जाएंगे, लेकिन ये उम्मीद भी बेकार हो गई. पहली बार अधिकारियों और कॉन्सुलर की मुलाक़ात पिछले महीने हुई थी.

भारतीय नौसेना के ये पूर्व अधिकारी क़तर की एक कंपनी ‘अल-ज़ाहिरा अल-आलमी कन्सलटेन्सी एंड सर्विसेज़’ के लिए काम करते हैं. यह कंपनी क़तर की नौसेना को प्रशिक्षण और सामान मुहैया कराती है.
गिरफ़्तारी के दो सप्ताह बाद भारतीय दूतावास को मिली सूचना
दोहा में भारतीय दूतावास को इन आठ लोगों की गिरफ़्तारी की सूचना सितंबर महीने के मध्य में मिली थी. इससे दो सप्ताह पूर्व यानी 30 अगस्त को क़तर की ख़ुफ़िया एजेंसी स्टेट सिक्योरिटी ब्यूरो ने इन्हें गिरफ़्तार किया गया था.

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जाने मध्यप्रदेश जबलपुर के बारे में कुछ रोचक बातें व तथ्य

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डिजिटल भारत l मध्य प्रदेश की संस्कार राजधानी जबलपुर है,जाबालि ऋषि की तपोभूमि होने के कारण इस जिले का नाम जबलपुर पड़ा मध्य प्रदेश का रत्न परीक्षण केंद्र जबलपुर में है मध्य प्रदेश का पहला कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में है, पूर्व समय में जबलपुर में हैहय वंश का राज्य था ,तब इसे त्रिपुरी नाम से भी जाना जाता था जबलपुर में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय [ हाई कोर्ट ] का मुख्यालय रानी दुर्गावती की समाधि बरेला गांव जबलपुर में है महाकौशल विकास प्राधिकरण जबलपु मध्यप्रदेश के जबलपुर में केंद्रीय जेल की स्थापना की जा रही है

NCC परीक्षण केंद्र[ महिला ] -जबलपुर

प्रथम पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय यहीं पर स्थापित किया गया है,

मदन महल रेलवे स्टेशन इसको प्रदेश का पहला पिंकी स्टेशन कहा जाता है

यहां पर नर्मदा नदी मनोरम धुआंधार जलप्रपात बनाती है

यहां पर नर्मदा नदी पर संगमरमर की चट्टानों के बीच भेड़ाघाट जलप्रपात है

राज्यसभा सांसद व अभिनेत्री जया बच्चन की जन्मस्थली जबलपुर है

यह आम के लिए प्रसिद्ध है ,जबलपुर को आम जिला भी घोषित किया गया है,

जनसंख्या 25 लाख लगभग

जन घनत्व 473 प्रति वर्ग किलोमीटर,

साक्षरता 81.1%
जबलपुर शहर मध्य प्रदेश राज्य, मध्य भारत में स्थित है। यह नर्मदा नदी के उत्तर में निचली पहाड़ियों से घिरे चट्टानी बेसिन में झीलों और मंदिरों के बीच स्थित है। इस नगर में उच्च-न्यायालय भी स्थित है। जबलपुर में साक्षरता, संस्कृति, सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों की लंबी परंम्परा रही है। जबलपुर कई लेखकों, प्रकाशकों व मुद्रकों का आवास क्षेत्र रहा है।

पुराणों और किंवदंतियों के अनुसार जबलपुर का संबंध जाबालि ऋषि से है। जिनके बारे में कहा जाता है कि वह यहीं निवास करते थे।
1781 के बाद ही मराठों के मुख्यालय के रूप में चुने जाने पर इस नगर की सत्ता बढ़ी, बाद में यह सागर और नर्मदा क्षेत्रों के ब्रिटिश कमीशन का मुख्यालय बन गया। यहाँ 1864 में नगरपालिका का गठन हुआ था।
एक पहाड़ी पर मदन महल स्थित है, जो लगभग 1100 ई. में राजा मदन सिंह द्वारा बनवाया गया एक पुराना गोंड महल है। इसके ठीक पश्चिम में गढ़ है, जो 14वीं शताब्दी के चार स्वतंत्र गोंड राज्यों का प्रमुख नगर था।
भेड़ाघाट, ग्वारीघाट और जबलपुर से प्राप्त जीवाश्मों से संकेत मिलता है कि यह प्रागैतिहासिक काल के पुरापाषाण युग के मनुष्य का निवास स्थान था। मदन महल, नगर में स्थित कई ताल और गोंड राजाओं द्वारा बनवाए गए कई मंदिर इस स्थान की प्राचीन महिमा की जानकारी देते हैं। इस क्षेत्र में कई बौद्ध, हिन्दू और जैन भग्नावशेष भी हैं।

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शहर के व्यस्तम क्षेत्र गोरखपुर में अतिक्रमण हटाने की गई कार्रवाई : जबलपुर

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जबलपुर। शहर के प्रमुख बाजार क्षेत्र गोरखपुर में सड़क तक काबिज अतिक्रमणों को हटाने की कार्रवाई शनिवार को की गई। नगर निगम के अतिक्रमण निरोधक दस्ते ने गोरखपुर चौराहे पर खड़े सब्जी, फल के ठेले टपरों को हटाकर हाकर जोन में व्यस्थित कराया। इसी तरह टीन शेड बढ़ाकर सड़क तक दुकान बढ़ाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर टीन शेड भी हटाए गए। ठेले-टपरों को हटाते हुए ये चेतावनी भी दी गई कि दोबारा अतिक्रमण करते पाए जाने पर सामान जब्त कर लिया जाएगा।

  निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के निर्देशानुसार आज अतिक्रमण शाखा के द्वारा यातायात में बाधक अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गयी। सहायक आयुक्त शिवांगी महाजन एवं सहायक अतिक्रमण निरोधक अधिकारी सागर बोरकर, ने बताया कि आज व्यवस्तम क्षेत्र गोरखपुर बाजार एवं मुख्य मार्ग में सब्जी व्यवसाय करने वालों को व्यवस्थित किया गया तथा टीन शेड हटाये गए साथ ही साथ अन्य स्थानों के भी ठेलो टपरों को हटाने की कार्यवाही की गयी। कार्यवाही के समय अतिक्रमण दस्ता टीम उपस्थित रहीं।

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मिली मूवी में एक स्ट्रांग गर्ल का रोल निभाती दिखी जान्हवी कपूर जाने फिल्म का रिव्यु

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डिजिटल भारत l चाहे कोई कुछ भी कहे, मगर बॉलिवुड वालों का साउथ फिल्मों के लिए किसी भी हाल में मोहभंग नहीं होता। बॉलिवुड के फिल्मकार लगातार साउथ फिल्मों का रीमेक बनाते जाते हैं। अतीत में कई साउथ फिल्मों के रीमेक ने बॉक्स ऑफिस को चमकाया है, मगर कई फिल्में ऐसी भी रहीं, जो बिजनेस नहीं कर पाईं, इसके बावजूद हिंदी फिल्मकार साउथ की फिल्म को एक सेफ ऑप्शन तो जरूर मानते ही हैं। यही वजह है कि हिंदी में MILI के रूप में 2019 में प्रदर्शित हुई मलयालम फिल्म ‘हेलेन’ की रीमेक देखने को मिल रही है।
सिनेमा में सितारों के बच्चों की जो मौजूदा पीढ़ी काम कर रही है, उसमें अगर अभिनेत्रियों में किसी ने अपने काम को वाकई गंभीरता से लिया है तो वह जान्हवी कपूर ही हैं। करियर की शुरुआत में ही एक के बाद एक स्त्री प्रधान फिल्मों में अभिनय करना और हर बार खुद को पिछली फिल्म से बेहतर करते रहना, आसान नहीं है। सिर्फ 25 साल की उम्र में अकेले अपने नाम पर पहले ‘गुंजन सक्सेना द कारगिल गर्ल’ फिर ‘गुडलक जेरी’ और अब ‘मिली’ को देखने के लिए दर्शकों को खींच लाना बड़ी बात है। अपनी पहली फिल्म ‘धड़क’ में भी जान्हवी के अभिनय ने लोगों को प्रभावित किया था। और, फिल्म ‘मिली’ में जान्हवी ने अपनी अदाकारी को एक पायदान और ऊपर करके अपने ही काम को बेहतर किया है। अगर ध्यान से जान्हवी की फिल्मों का डीएनए समझने की कोशिश करें तो वह खुद को एक ऐसी आत्मनिर्भर युवती के रूप में परदे पर पेश करती रही हैं, जो करोड़ों युवतियों में से किसी एक के लिए भी प्रेरणा बना, तो उनका कलाकार बनना सफल है।
फिल्म की हीरो जान्हवी कपूर
जान्हवी कपूर ही फिल्म ‘मिली’ की हीरो हैं। बाकी सब सहायक कलाकार हैं। जान्हवी ठीक ही कहती हैं कि श्रीदेवी की बेटी होने का फायदा जितना उनको मिलना था मिल चुका, अब बारी उनके हुनर के इम्तिहान की है। इस इम्तिहान में जान्हवी फिल्म ‘मिली’ में सम्मानसहित अंकों के साथ उत्तीर्ण हुई हैं। तारीफ इस बात की करनी होगी कि जान्हवी को जो किरदार मिलता है, वह उसके रंग में खुद को आसानी से सराबोर कर लेती हैं। फिल्म शुरू होने के कुछ ही देर बाद जान्हवी परदे पर जान्हवी दिखना बंद हो जाती हैं और यही उनके अभिनय की सबसे बड़ी जीत है।

मिली का किरदार आसान नहीं है। उसका संघर्ष वैसा ही है जैसा किसी बर्फीले पहाड़ के किसी पतली सी दरार में फंसे इंसान का होता है। विपरीत परिस्थितियों में अकेले फंसे इंसान का खुद को जिंदा रखने का संघर्ष सिनेमा का पसंदीदा विषय रहा है। ऐसी फिल्मों में अपनी छाप छोड़ जाने वाले कलाकारों में अब जान्हवी का नाम भी शामिल हो चुका है।

सहायक कलाकारों में कुछ खास देखने नहीं मिला
फिल्म ‘मिली’ की सबसे बड़ी कमजोरी है इसकी सपोर्टिंग कास्ट। सनी कौशल की जगह किसी नए चेहरे को लेने से फिल्म की ताजगी बढ़ सकती थी। सनी कौशल की फिल्म निर्माताओं तक अपने पिता स्टंट निर्देशक शाम कौशल के चलते सीधी पहुंच है और इसी वजह से उन्हें इस तरह के किरदार में ले लिया जाए, ये ठीक नहीं दिखता। इस किरदार की जो जरूरत है, उसे पूरा करने में सनी विफल रहे। यही हाल विक्रम कोचर, मनोज पाहवा और संजय सूरी के किरदारों का है। तीनों ने सिर्फ खानापूरी की है। हां, अनुराग अरोड़ा और हसलीन कौर का अभिनय प्रभावित करता है और ये दोनों ही फिल्मों को ठीक ठाक सहारा भी देते हैं।
ढलान पर ए आर रहमान का संगीत
तकनीकी टीम में सबसे कमाल का काम फिल्म के रूप सज्जा (मेकअप) विभाग का है। बर्फ में बदलती जा रही एक जीती जागती लड़की का पूरी फिल्म में बदलता रूप परदे पर इस तरह दिखाना कि लोगों को वाकई ऐसा होता दिखे, बहुत चुनौती का काम है। कला निर्देशन (आर्ट डायरेक्शन) भी उम्दा है। फिल्म देखकर लगता नहीं कि डीप फ्रीजर के भीतर की शूटिंग किसी सेट पर की जा रही है। सुनील कार्तिकेयन की सिनेमैटोग्राफी ने भी इस काम में काफी मदद की है। संगीत के मामले में फिल्म कमजोर है। ए आर रहमान एक बार फिर अपने नाम के हिसाब का संगीत बनाने में विफल रहे। जावेद अख्तर का नाम बतौर गीतकार देखकर भी फिल्म के गानों से उम्मीदें बंधी थी, लेकिन वह अपना सबसे बेहतर सृजनात्मक समय शायद जी चुके हैं।

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सर्दियों में अपनी डाइट में शामिल करे इस चीजों का सेवन – टिप्स फॉर विंटर

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डिजिटल भारत l सर्दियों के मौसम आते ही लोग अपने भोजन में बहुत तरह के बदलाव करना शुरू कर देते है। जैसे ठंडी चीजे की तरह गर्म खाना केवल पसंद करते है। सर्दियों में भारत में हरी सब्जियों की पैदावार अधिक होती है, जिसके कारण लोग अधिकतर हरी सब्जिया लेना सही समझते है। हरी सब्जिया में भरपूर मात्रा में विटामिन और खनिज होता है जो कई तरह के रोगो से बचाने का काम करती है। इसके अलावा हरी सब्जिया हड्डिया की कमजोरी व आयरन की कमी को दूर करने में मदद करता है। अक्सर लोग समझते है, भोजन में थोड़ा धनिया डालने से एंटीऑक्सीडेंट की पूर्ति कर सकते है। लेकिन यह संभव नहीं है, क्योंकि हरी पत्तेदार सब्जियों में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट एव कैल्शियम, फाइबर होता है। इसलिए सर्दियों में मौसमी सब्जियों का आंनद लेना चाहिए। इस लेख में सर्दिया के मौसम में हरी सब्जियों के फायदे के बारे में विस्तार से बतायेंगे।


मेथी – मेथी के बीज घरेलु उपचार के लिए उपयोग किये जाते है, उसी तरह मेथी की पत्तिया सेहत के लिए फायदेमंद है। इसमें घुलनशील फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन भरपूर मात्रा होता है। इसमें अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। मेथी की पत्तिया स्तनपान वाली महिलाओं के दूध उत्पादक उत्पन्न करता है। इसके अलावा मेथी पुरुषो में होने वाले टेस्टोटेरियन के स्तर को बढ़ाता है। डायबिटीज के मरीज के लिए मेथी जड़ी बूटी की तरह काम करता है।


सरसो का साग – सरसो के साग और मक्के की रोटी का नाम अपने कई पंजाबियो से सुना होगा। सर्दियों में सरसो के साग और मक्के की रोटी के साथ थोड़ा धी डालकर सेवन करना स्वाद को दुगना करता है। सरसो की पत्तिया में विटामिन ए, सी, ई, और के उपस्थित है। इसके अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम, मेगनीज, जिंक, घुलनशील फाइबर है। यह पाचन शक्ति को मजबूत कर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।


बथुआ – सर्दियों के मौसम में बथुआ की पैदावार अधिक होती है। बथुआ को उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल व राजस्थान में बहुत चाव से खाया जाता है। बथुआ पत्तियों वाली सब्जी है, इसमें उच्च मात्रा में विटामिन ए, सी व बी काम्प्लेक्स है। इसके अलावा आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस्क होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाने में एव लिवर के स्वास्थ्य को बेहतर करता है।


हल्दी – हल्दी में अनेको औषधीय गुणों का समावेश होता है जो कई तरह के रोगो की रोकथाम करने में मदद करता है। इसमें अच्छी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, एन्टीबैक्टिरीयल व एंटी बायोटिक गुण मौजूद होता है, यह शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। हल्दी की पत्तिया अधिक लाभदायक होती है। यह


बदलता मौसम अपने साथ कई प्रकार की बीमारियों जैसे सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार आदि को भी साथ में लेकर आता है। इस सब से बचने के लिए आपको ठंड के मौसम में क्या खाना चाहिए इसकी जानकारी होना बहुत आवश्यक है।

सर्दी के मौसम में केवल गर्म कपड़े पहनकर ठंड से नहीं बचा जा सकता। ठंड से बचने के लिए शरीर की अंदरूनी गर्मी जरूरी होती है, जो हमें किसी स्वेटर, शॉल या जैकेट से नहीं, बल्कि स्वस्थ भोजन खाने से मिलती है।

शीतकालीन भोजन यानि विंटर फूड में आपको शहद का सेवन करना चाहिए। यह अनेक प्रकार के पोषक तत्वों से भरा हुआ है जो आपके शरीर को ऊर्जा देता है। शहद प्राकृतिक रूप से गर्म होता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने से शरीर में गर्माहट आ जाती है और ठंड कम लगती है। इसी वजह से गर्मियों में कभी भी शहद खाने की सलाह नहीं दी जाती। यह आपको सर्दी, जुकाम और फ्लू से दूर रखता है। इसलिए सर्दियों में सुबह एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद डालकर पीएं।

शुद्ध देसी घी कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरा होता है जो हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक होते है। ठंड में घी खाने से आपकी सेहत को बहुत फायदा पहुंचता है। हालांकि, कई लोगों को लगता है कि घी मोटापा बढ़ाता है, लेकिन ये भी सच है कि ठंड के दिनों में शरीर को गर्माहट देने के लिए यह बहुत अच्छा है। रोजाना 15 ग्राम घी का सेवन आप किसी भी रूप में कर सकते हैं। चाहे, रोटी पर लगाकर या सब्जी में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। शरीर को गर्माहट देने के साथ ही यह सर्दियों में स्किन को ड्राय होने से भी बचाता है।

सर्दियों ने बॉडी को गर्म रखने के लिए आप गुड़ का सेवन करें यह आपके लिए फायदेमंद होता है। आपने देखा होगा कि सर्दियों में गुड़ की मांग बढ़ जाती है। ऐसा यूं ही नहीं होता, बल्कि अपने कई गुणों के कारण सर्दियों में गुड़ बहुत फायदा करता है। ये न सिर्फ आपकी पाचन क्रिया को दुरूस्त रखता है, बल्कि मौसम सर्दी-जुकाम व खांसी से आपको बचाता है। इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन होने के कारण यह माइग्रेन, अस्थमा के अलावा कफ की समस्या से भी निजात दिलाता है। सर्दियों में अगर कफ जम जाए, तो गुड़ को अदरक के साथ जरूर खाएं।

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जाने मानषिक तनाव के दूर करने के आसान उपाए

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डिजिटल भारत l आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक तनाव होना एक आम बात है। लेकिन अधिक तनाव लेने से व्यक्ति का जीवन तो प्रभावित होता ही है साथ में उसके काम पर भी इसका असर पड़ता है। अक्सर लोग लंबे समय तक मानसिक तनाव में रहने के कारण कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से घिर जाते हैं और फिर इससे निजात पाने के लिए इलाज का सहारा लेते हैं।

माना जाता है कि मानसिक तनाव का कारण अक्सर हमारी जीवनशैली ही होती है। अगर व्यक्ति अपनी जीवनशैली बेहतर रखे तो काफी हद तक तनाव से बचा जा सकता है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो आइये जानते हैं मानसिक तनाव दूर करने का उपाय क्या हैं।
प्राचीन काल से ही मस्तिष्क से संबंधित विकारों को दूर करने के लिए अश्वगंधा जड़ी बूटी काफी लोकप्रिय है। यह शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) को मजबूत बनाने के साथ ही मानसिक तनाव को भी दूर करने में मदद करता है। यह तंत्रिका तंत्र को शांत रखता है जिससे व्यक्ति को मानसिक तनाव से राहत मिलता है। अगर आप मानसिक तनाव से जल्दी छुटकारा पाना चाहते हैं तो 500 ग्राम अश्वगंधा दिन में दो बार सेवन करें, जल्द ही आपको लाभ मिलेगा।


जब भी आपको तनाव हो तो कम से कम पांच बार तेज सांस ले और छोड़ें। संभव हो तो कुछ देर तक सांस रोककर रखें और फिर छोड़ें। यह प्रक्रिया कई बार दोहराएं, इससे मानसिक तनाव गायब हो जाएगा।
माना जाता है कि अनिद्रा भी मानसिक तनाव का एक कारण होता है। इस स्थिति में कैमोमाइल बहुत प्रभावी तरीके से कार्य करता है। यह मांसपेशियों और तंत्रिकाओं को शांत रखता है और अनिद्रा की समस्या दूर करता है जिससे की मानसिक तनाव से भी राहत मिलती है। इसके अलावा यह पाचन को बेहतर बनाता है और तनाव घटाता है। कैमोमाइल का सेवन चाय के रूप में करना ज्यादा फायदेमंद होता है।

तनाव बढ़ने पर सर दर्द होना और नींद न आना जैसी परेशानियां होती है। ऐसे में सर की मालिश करना एक बेहतरीन उपाय है। सर मालिश करने से रक्त का प्रवाह बढ़ने लगता है जो सर दर्द को रोकने, नींद और तनाव से लड़ने का अच्छा तरीका है

मूड खराब होने पर किसी पालतू जानवर के साथ कुछ समय बिताये। घर के पालतू जानवरों से लगाव और स्नेह होता है, ये हमें खुशी और प्यार देते है। इसलिए अपने आपको tension से दूर रखना हो या मूड फ्रेश करना हो ये उपाय काफी कारगर है।

बाजार में मिलने वाले फ़ास्ट फ़ूड की बजाय पोषक तत्वों से भरपूर पोष्टिक भोजन खाये और पानी की मात्रा अधिक ले। इससे आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और मूड भी अच्छा रहेगा।

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पूर्व पीएम इमरान खान ने सेना और सरकार पर लगाए आरोप बौखला गई पाकिस्तान की सेना :पाकिस्तान

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डिजिटल भारत l खुद पर हुए जानलेवा हमले के बाद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने सेना और सरकार पर जो आरोप लगाए हैं, उससे पाकिस्तान की सेना बौखला गई है. पाकिस्तानी सेना ने सरकार से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ एक वरिष्ठ सैन्यकर्मी को बदनाम करने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू करने को कहा है. अपनी हत्या की कोशिश की साजिश में सेना के एक वरिष्ठ कर्मी के शामिल होने के इमरान खान के आरोपों का जवाब देते हुए खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (डीजी आईएसपीआर) के महानिदेशक ने कहा कि पीटीआई के अध्यक्ष द्वारा संस्था और विशेष रूप से एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार और गैर-जिम्मेदाराना हैं.

इमरान खान को गुरुवार को पंजाब प्रांत में वजीराबाद में अपने लॉन्ग मार्च के दौरान चार गोलियां लगी थीं. उनके पैर में चोटें आई हैं और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खान का मानना है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, देश के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और आईएसआई के मेजर जनरल फैसल के इशारे पर उन पर गोलियां चलाई गईं. इमरान खान के दावों का खंडन करते हुए डीजी आईएसपीआर ने एक कहा कि पाकिस्तानी सेना एक बेहद पेशेवर और अच्छी तरह से अनुशासित संगठन होने के लिए गर्व करती है. जिसमें एक मजबूत और अत्यधिक प्रभावी आंतरिक जवाबदेही प्रणाली है. जो गैर-कानूनी कामों पर रोकथाम के लिए पूरी सेना में लागू है.

पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हमले के बाद, सड़कों पर भीड़ ने उतरकर प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने आंसूगैस और बल का प्रयोग किया, और कई गिरफ्तारियां कीं. इमरान पर हुए हमले के बाद पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के समर्थकों ने लाहौर में गवर्नर हाउस के बाहर टायर जलाए. सूत्रों ने कहा कि इस्लामाबाद में गोलियों की आवाज सुनी गई है.

प्रदर्शनकारी इमरान खान के समर्थन में नारेबाजी कर रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि कई लोगों ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर भी निशाना साधा है और उन्हें ‘डॉग’ जैसे नाम दिए हैं. PTI कराची, इस्लामाबाद, लाहौर, मुल्तान, क्वेटा और पेशावर सहित पूरे पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहरों में प्रदर्शन कर रही है. सूत्रों ने कहा कि पार्टी समर्थकों ने रावलपिंडी, पेशावर, लाहौर, मुल्तान, कराची और अन्य शहरों में मुख्य सड़कों को अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने एक दिन पहले कथित हत्या के प्रयास के खिलाफ रावलपिंडी के फैजाबाद इंटरचेंज में विरोध प्रदर्शन किया.

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