डिजिटल भारत l इतने वर्षों के आंकड़ों के आधार पर की जा रही तुलना
मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, झांसी के 1892 से मौसम का रिकार्ड उपलब्ध है। वहीं आगरा के मौसम का रिकार्ड 1884 यानी 140 वर्षों का रिकार्ड है, जबकि वाराणसी का 1977 यानी 47 वर्षों का रिकार्ड उपलब्ध है। जिन तीनों शहरों में आज तापमान का रिकार्ड टूटा है, वहां इतने वर्षों में इतना गर्म कभी रहा ही नहीं।
जारी है चेतावनी, कई इलाकों में रेड अलर्ट
मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर व आसपास के इलाकों में भीषण लू चलने की चेतावनी जारी की गई है।
यहां हैं ऑरेंज अलर्ट
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, हाथरस, एटा, मैनपुरी व आसपास भी लू को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।प्रतापगढ़, चंदौली, फर्रूखाबाद, उन्नाव, रायबरेली, मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, कासगंज व आसपास के इलाकों में भी लू चल सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से गुजरे चक्रवात रेमल ने मानसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया है, जो पूर्वोत्तर में मानसून के जल्दी आने का एक कारण हो सकता है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार केरल में पिछले कुछ दिन से भारी बारिश हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप मई में सामान्य से अधिक बारिश हुई है।
अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में मानसून के आगमन की सामान्य तिथि पांच जून है। आईएमडी ने कहा कि इस अवधि के दौरान दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव, कोमोरिन, लक्षद्वीप के शेष हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
मध्यम बारिश और गरज
अगले सात दिनों में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में गरज, बिजली और तेज हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। इन इलाकों में 29-30 मई को कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है। आईएमडी ने अगले पांच दिनों के लिए बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी दी है, जबकि 31 मई और 1 जून को आंधी, बिजली और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
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