जन्मकल्याणक महोत्सव पर जगह जगह श्रावकों ने दूध कस्टर्ड फ्रूटी जूस फल मिष्ठान किए वितरित
डिजिटल भारत l नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव नगर की पावन धरा पर वर्तमान जिनशासन नायक अहिंसा के पुजारी शांतिदूत जियो और जीने दो का संदेश देने वाले चौबीसवें तीर्थंकर जिनेंद्रदेव भगवान 1008 महावीर स्वामी जी की 2617 वी जयंती जन्म कल्याणक महोत्सव हर्षोल्लासमय वातावरण में भक्तिभाव श्रद्धा के साथ धूमधाम से मनाई गई 24 वे तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामीजी का जन्म कल्याणक महामहोत्सव के शुभ अवसर पर प्रातःकाल की स्वर्णिममय बेला में प्रातः 7 बजे से सिंघई छतारेलाल दिगंबर जैन मंदिरजी में जिनेंद्रदेव भगवान 1008 महावीर स्वामी जी का महामस्तकाभिषेक शांतिधारा आरती महावीराष्टक महावीर पूजन अर्चन आरती वंदन पूर्ण विधि विधान मंत्रोंउच्चारण के साथ साथ नगर में स्थित अन्य जिनालयों में भी सभी धार्मिक कार्यक्रम धर्मावलंबियों द्वारा भक्तिभाव श्रद्धा लगन आस्था के साथ पुनीतभाव किया गया तत्पश्चात सिंघई छतारे लाल दिगंबर जैन मंदिरजी के सामने जैन नवयुवक सभा द्वारा अहिंसा के अग्रदूत भगवान महावीर स्वामी जी की आरती वंदनकर कस्टर्ड दूध लड्डू के साथसाथ जगह जगह पर श्रावको ने फ्रूटी जूस फल एवं विभिन्न प्रकार के मिष्ठान का महाप्रसाद वितरित किए जाने के उपरांत नवयुवकों द्वारा विशाल वाहन रैली निकाली गई विशाल वाहन रैली में नवयुवक शांति की ध्वजा थामे हुए अहिंसा का संदेश देते हुए जियो और जीने दो का जयघोष करते हुए देव ठाकुरबाबा से नए बसस्टैंड से पथरिया कुआं रिपटामोहल्ला फुंवाराचौक होते हुए पेट्रोलपंप से पुराना बसस्टैंड से टीले होते हुए बड़े पुल से मेन बाजार से बैलहाई बाजार दानागंज से भगत राम चौराहा सर्राफा बाजार होते हुए सिंघई श्री छतारेलाल दिगंबर जैन मंदिर पहुंचकर सामूहिक रुप से भगवान श्रीमहावीर स्वामीजी का जयकारा लगाते हुए संपूर्ण नगर को धर्ममय वातावरण से गुंजायमान कर दिया कार्यक्रम की इसी श्रंखला में दोपहर 2 बजे से श्रीदेव पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर जी से भव्य शोभायात्रा चांदी की पालकी सोने की नक्काशी से कलात्मक मनमोहक आकर्षक सुसज्जित सातों जिनालयों के विमानजी में विराजमान जी की मनोहारी वीतरागी छवि मानो ऐसे प्रतीत हो रही थी जैसे स्वर्ग लोक के इंद्रगण साक्षात अपने कंधो पर लेकर श्रीधाम की पावन धरा पर आकर क्रमबद्ध होकर विमानजी
लेकर शहर को जियो और जीने दो का संदेश के वातावरण से गुंजायमान कर रहे थे शोभायात्रा की आगेआगे घुड़सवार पर ध्वजा थामे हुए रथ एवं ट्रैक्टर ट्राली पर भगवान श्रीमहावीर स्वामीजी की माता ञिशलामैया को भगवान के जन्म के पूर्व दिखे सोलह सपने की मनोहरी झांकी के साथ साथ अन्य झांकियां जनआकर्षण का केंद्र बनी हुई थी
नवयुवक गाजेबाजे ढोल धमाकों की मधुर संगीतमय धुन पर भजन मंडली द्वारा भजनों की शानदार प्रस्तुति शोभा यात्रा में चार चांद लगा रही थी इस पुनीत पावन पर्व के अवसर पर श्रावक श्राविकाओ द्वारा अपनेअपने घरों के सामने कलात्मक रचनात्मक अति सुंदर रंगोली सजाने के साथसाथ घरों पर ध्वजा लहराकर भगवान श्रीमहावीर स्वामी के सत्य अहिंसाशांति के उपदेशों का प्रतीक प्रस्तुतकर इस शोभायात्रा की शोभा बढ़ाकर गरिमामई बना रही थे विमान जी पर विराजमान भगवान महावीर स्वामीजी की आरती वंदन जगहजगह श्रावक श्राविकाओं द्वारा कर अपने आपको सौभाग्यशाली मानकर अपना जीवन धन्य बना रहे थे शोभायात्रा श्रीदेव पारसनाथ दिगंबर जैन पंचायती बड़ा मंदिरजी से प्रारंभ होकर भगतराम चौराहा सर्राफाबाजार स्थित श्री शांतिनाथ जिनालय ट्रस्ट कमेटी द्वारा श्री जी की आरती वंदन उपरांत मेनबाजार स्थित मुनिसुव्रतनाथ जिनालय ट्रस्टकमेटी सिंघई श्रीछतारेलाल दिगंबर जैनमंदिर ट्रस्टकमेटी द्वारा आरतीवंदन उपरांत शोभायात्रा देव ठाकुरबाबा मंदिरजी जय माता महाकाली चौराहा पानी की टंकी से होकर पथरिया कुआं होते हुए नव निर्मित विद्याभवन पहुंची जहां पर संस्कृति के प्रवर्तक अहिंसा के अग्रदूत वर्तमान शासन जिननायक भगवान 1008 श्रीमहावीर स्वामीजी का महामस्तकाभिषेक शांतिधारा आरती वंदनपूजन पूर्ण विधिविधान मंत्रोच्चारण के साथ सानंद संपन्न हुई ज्ञात होवेकि आधुनिक जमाने में भगवान महावीर स्वामीजी के सत्य अहिंसा के उपदेश मानव समाज के परिपेक्ष में प्रशंगिक माने जाते हैमानव समाज को अहंकार के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाने वाले विश्ववंदनीय तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामीजी का पावन जन्म कल्याणक महोत्सव अहिंसादिवस के रूप में प्रति वर्ष पूरी दुनिया में हर्षोल्लासमय वातावरण के साथ धूमधाम से भक्तिभाव से मनाया जाता है
पावन जयंतीसमारोह में सकल जैन समाज श्रीदेव पारसनाथ दिगंबर जैन पंचायती बड़ा मंदिर ट्रस्टकमेटी, शांतिनाथ जिनालय ट्रस्टकमेटी, मुनिसुव्रतनाथजैन ट्रस्टकमेटी, सिंघई मुन्नीलाल प्रकाशचंद, जैन ट्रस्टकमेटी, सिंघई फकीरचंद जैन ट्रस्टकमेटी श्री घनश्यामदासजैन ट्रस्टकमेटी अखिल भारतवर्षीयमहिला परिषद ज्ञानसागर पाठशाला समिति जैन नवयुवकसभा आदर्श महिला मंडल सुपोषणमति महिलामंडल मुनि सेवा समिति सहित सभी श्रद्धालुबंधु बड़ी संख्या में उपस्थित थे अखिल भारतवर्षीय महिला परिषद के तत्वाधान में विद्याभवन में रात्रि के समय महारथी पश्चात माता त्रिशलाजी के सोलह सपने एवं बालक महावीर का जन्मोत्सव के साथसाथ चांदनपुर के महावीर नाटक की शानदार प्रस्तुति किए जाने के साथसाथ विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया