डिजिटल भारत l एक और बात है जहां से उन्होंने कर्मकांड का कार्य शुरू किया उस क्षेत्र में अधिकतर लोग वैष्णव मत के ही हैं। आज भी वे मासिक राधा नाम कीर्तन करते हैं। साथ ही उन्होंने श्रीनाथ जी की हवेली से इसकी शुरुआत की थी, पर अब वे शैव मत के भगवान शिव की बात करते हैं।
कथा वाचन के साथ बताते हैं टोटके
वे शिव महापुराण का वाचन करते हैं और टोटके बताते हैं। उनके टोटके विवाह, नौकरी, संतान और परीक्षा में सफल होने संबंधी होते हैं। इसके साथ ही कर्ज से मुक्ति और धनवान बनने को लेकर वो टोटके बताते हैं।
कुबेरेश्वर धाम में अव्यवस्थाओं के बीच दूसरे दिन भी लगा श्रद्धालुओं का तांता, रुद्राक्ष वितरण काउंटर बंद
कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के आश्रम कुबेरेश्वर धाम में सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव के पहले दिन गुरुवार को ही अनुमान से कहीं अधिक लोगों के पहुंचने से हालात बिगड़ गए। शुक्रवार को दूसरे दिन भी कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। हालांकि कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा कह चुके हैं कि व्यवस्था सुधरने तक रुद्राक्ष वितरण नहीं होगा, लेकिन लोग कुबेरेश्वर धाम लौटने वाले से ज्यादा आने वाले नजर आ रहे हैं। इसी के चलते कुबेरेश्वर धाम में दूसरे दिन भी अव्यवस्थाएं नजर आ रही है। यहां पानी की पर्याप्त इंतजाम नहीं है। जबकि भोजन की तैयारी की जा रही है। बिठ्ठेलेश्वर समिति के लोग कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है। खास बात यह है कि पूरा परिसर से लगे हुए रास्ते सहित खेत के आसपास गंदगी होने से लोगों को परेशानी हो रही है। उधर समिति की ओर से गुरुवार देर रात ही फिलहाल रुद्राक्ष वितरण बंद करने की घोषणा कर दी गई थी। शुक्रवार सुबह से रुद्राक्ष वितरण काउंटर खुले भी नहीं हैं, इसके बावजूद कई लोग रुद्राक्ष पाने की आस में अब भी काउंटरों के आगे जमा हैं। हालांकि बड़ी संख्या में लोगों के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
बताया जाता है कि कल मची अफरातफरी के बीच करीब 15 लोग लापता हो गए। लोग अपनोंं की तलाश में कोतवाली के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें ज्यादा मदद नहीं मिल पा रही है।
कुबेरेश्वर धाम में लोगों के आने का सिलसिला अब भी जारी है। भोपाल-इंदौर हाइवे पर फिलहाल गुरुवार जैसे भीषण जाम के हालात तो नहीं हैं, लेकिन श्रद्धालुओं के बसों में भरकर आने का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो हालात फिर से बिगड़ भी सकते हैं। इधर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा और आयोजन समिति की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर अब भी हजारों लोग मौजूद हैं। उधर, गुरुवार को कुबेरेश्वर धाम से लापता कई लोगों को के फ़ोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
सुबह तक करते रहे ट्रेन का इंतजार
गुरुवार को पहले दिन कुबेरेश्वर धाम पहुंचे लोगों को जब परेशानी का सामना करने के बाद भी रुद्राक्ष नहीं मिले और वितरण नहीं करने की बात सामने आई तो 60 फीसदी लोग वापस लौटना शुरू हो गए। जिससे बढ़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन पहुंच गए। सबसे अधिक लोग इंदौर रूट पर जाने वाले थे, जिससे पूरा भोपाल रेलवे स्टेशन लोगों से पट गया।
रात भर चली बसें, वसूला मनमाना किराया, यहां-वहां चादर बिछाकर सोए लोग
कुबेरेशवर धाम के दोनो तरफ लगे जाम के बाद बड़ी संख्या में लोग पैदल ही करीब दस किमी के जाम से जूझते हुए बस स्टैंड पहुंचे, लेकिन यहां इंदौर जाने वाली बसें नहीं मिलने से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि भोपाल के लिए वाहन मिल रहे थे, लेकिन किराया 100 से 200 रुपये तक लिया जा रहा था। हालत यह रही कि हजारों लोग बस स्टैंड के आसपास ही सो गए।