डिजिटल भारत I 2024 लोकसभा चुनावः सेन ने कहा कि भाजपा ने भारत के विजन को छोटा किया है। भाजपा ने भारत की समझ को छोटा करते हुए इसे सिर्फ हिंदू इंडिया और हिंदी बोलने वाले इंडिया के तौर पर ही देखा है। यह देखना काफी दुखदायक होगा कि अगर आज भारत में बीजेपी का कोई विकल्प ही नहीं मिलता है।
नोबेल पुरस्कार विजेता मशहूर अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन का कहना है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कई क्षेत्रीय पार्टियां अहम भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि यह सोचना गलती होगी कि 2024 में भाजपा एकतरफा जीत हासिल करेगी। अमर्त्य सेन ने ये भी कहा कि कांग्रेस काफी कमजोर हो चुकी है लेकिन उसकी ताकत राष्ट्रव्यापी दृष्टिकोण है, जो किसी अन्य पार्टी के पास नहीं है। नोबेल पुरस्कार विजेता ने ये भी कहा कि टीएसी की मुखिया ममता बनर्जी में देश की प्रधानमंत्री बनने की काबिलियत है।
2024 लोकसभा चुनावः सेन ने कहा कि भाजपा ने भारत के विजन को छोटा किया है। भाजपा ने भारत की समझ को छोटा करते हुए इसे सिर्फ हिंदू इंडिया और हिंदी बोलने वाले इंडिया के तौर पर ही देखा है। यह देखना काफी दुखदायक होगा कि अगर आज भारत में बीजेपी का कोई विकल्प ही नहीं मिलता है।
नोबेल पुरस्कार विजेता मशहूर अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन का कहना है कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कई क्षेत्रीय पार्टियां अहम भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि यह सोचना गलती होगी कि 2024 में भाजपा एकतरफा जीत हासिल करेगी। अमर्त्य सेन ने ये भी कहा कि कांग्रेस काफी कमजोर हो चुकी है लेकिन उसकी ताकत राष्ट्रव्यापी दृष्टिकोण है, जो किसी अन्य पार्टी के पास नहीं है। नोबेल पुरस्कार विजेता ने ये भी कहा कि टीएसी की मुखिया ममता बनर्जी में देश की प्रधानमंत्री बनने की काबिलियत है।
90 वर्षीय अर्थशास्त्री ने पीटीआई के साथ बातचीत में कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में कुछ क्षेत्रीय पार्टियां अहम भूमिका निभाएंगी। इनमें डीएमके, टीएमसी जैसी पार्टियां शामिल हैं। अमर्त्य सेन ने समाजवादी पार्टी को भी अहम बताया। उन्होंने कहा कि यह सोचना गलती होगी कि कोई भी पार्टी भाजपा की जगह नहीं ले सकती क्योंकि भाजपा ने खुद को ऐसी पार्टी के रूप में स्थापित कर लिया है, जिसका झुकाव साफ तौर पर हिंदुत्व की तरफ है।