जबलपुर । कुख्यात सटोरिया दिलीप खत्री का भाई संजय खत्री जो कि थाना ओमती के अपराध क्रमंाक 236/23 धारा 4 क सट्टा एक्ट एवं 120 बी भादवि के प्रकरण में विगत 2 माह से फरार था। आज 15 जून को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में केन्द्रीय जेल भेज दिया। उल्लेखनीय है कि क्रिकेट सट्टे में हारी हुई रकम पर ब्याज वसूली, हारी हुई रकम वापस न करने पर डरा धमका कर रेस्टोरेंट एवं मकान की रजिस्ट्री करवाने मामले में संजय खत्री पर 4 हजार रूपए का इनाम तत्कालीन एसपी ने घोषित किया था।
24 मई 2020 को मनिन्दर सिंह कंधारी निवासी साहू कालोनी महानद्दा ने शिकायत की थी कि वह रेलवे से रिटायर्ड हैं। रसल चौक पर उसका वर्ष 2011 से मार्च 2020 तक चावला रेस्टोरेंट था, जो उसका बेटा जसलीन चलाता था। वर्ष 2015 सें पत्नी का स्वास्थ खराब होने के कारण वह अक्सर इलाज हेतु दिल्ली जाने लगा, रेस्टोरेंट का पूरा काम उसका बेटा संभालने लगा था। साल 2015 में जानकारी लगी कि उसके बेटे की दोस्ती आईपीएल सट्टा खिलाने वाले दिलीप खत्री, संजय खत्री, विवेक खत्र, हरीश उर्फ विक्की मनानी व अंकित पमनानी से है। सभी सटोरिए बेटे को क्रि केट के सट्टे की लत लगवाकर सट्टा खिलवा रहे हैं, तथा 1 करोड़ के आसपास का कर्ज होना बताकर उसके बेटे को परेशान कर रहे हैं। आरोपियों ने करोड़ों का कर्ज बताकर बेटे को मारने के लिए धमकाया और घर आकर बंदूक, पिस्टल दिखाकर पत्नी व बेटों को बंधक बनाकर रजिस्ट्री आॅफिस कलेक्ट्रेट भेजा। लगातार मिल रही धमिकयों के डर व परिवार के सदस्यों की जान बचाने की खातिर मार्च 2020 में चावला रेस्टोरेंट की रजिस्ट्री कर दी।