डिजिटल भारत l प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज यानी 26 मार्च को ‘मन की बात’ के 99वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि “मेरे प्यारे देशवासियो, ‘मन की बात’ में आप सभी का एक बार फिर बहुत-बहुत स्वागत है | आज इस चर्चा को शुरू करते हुए मन-मस्तिष्क में कितने ही भाव उमड़ रहे हैं। हमारा और आपका ‘मन की बात’ का ये साथ, अपने निन्यानवें (99वें) पायदान पर आ पहुंचा है।
लोगों में 100वें एपिसोड को लेकर काफी उत्साह
प्रधानमंत्री ने कहा, ”जहां भारत के जन-जन के ‘मन की बात’ हो, वहां की प्रेरणा ही कुछ और होती है। मुझे इस बात की भी खुशी है कि मन की बात के सौवें एपिसोड को लेकर देश के लोगों में बहुत उत्साह है। मुझे बहुत सारे सन्देश मिल रहे हैं, फोन आ रहे हैं। आज जब हम आजादी का अमृतकाल मना रहे हैं, नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, तो सौवें ‘मन की बात’ को लेकर आपके सुझावों और विचारों को जानने के लिए मैं भी बहुत उत्सुक हूं। मुझे आपके ऐसे सुझावों का बेसब्री से इंतजार है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संतोष की बात है कि आज देश में अंगदान के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है। 2013 में हमारे देश में अंगदान के मामले पांच हजार से भी कम थे पर 2022 में यह संख्या बढ़कर 15 हजार से अधिक हो गई है। पीएम ने कहा कि जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है। आज देश में ऑर्गन डोनेशन के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा अंगदान के पीछे सबसे बड़ी भावना यही होती है कि जाते समय भी किसी की जान बचाई जाए। जो लोग अंगदान का इंतजार करते हैं, वे जानते हैं कि इंतजार का एक-एक पल काटना कितना मुश्किल होता है। पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम आजादी का अमृत काल मना रहे हैं, नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ते हुए, मैं भी मन की बात के 100वें एपिसोड के बारे में आपके सुझाव और विचार जानने के लिए बहुत उत्सुक हूं।
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने कहा, “राज्यों के अधिवास की शर्त को भी हटाने का फैसला किया गया है, यानी अब मरीज देश के किसी भी राज्य में जाकर अंग प्राप्त करने के लिए पंजीकरण करा सकेगा। सरकार ने अंगदान के लिए 65 साल से कम उम्र की उम्र सीमा को भी खत्म करने का फैसला किया है। इन प्रयासों के बीच मैं देशवासियों से आग्रह करता हूं कि अधिक से अधिक संख्या में अंगदान करने के लिए आगे आएं”
पीएम ने कहा कि आज भारत की जो क्षमता एक नए दृष्टिकोण से उभर रही है, उसमें हमारी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। हाल ही में ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने आए हैं। एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव को तो आपने सोशल मीडिया पर देखा ही होगा। एक और रिकॉर्ड कायम करते हुए सुरेखा जी वंदे भारत एक्सप्रेस की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं। इसी महीने, निर्माता गुनीत मोंगा और निर्देशक कार्तिकी गोंजाल्विस ने अपनी फिल्म ‘द एलीफेंट व्हिस्परर्स’ के लिए ऑस्कर जीतकर देश का नाम रोशन किया।
मन की बात’ के 100वें एपिसोड के लिए खास तैयारी
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वां एपिसोड 30 अप्रैल को प्रसारित किया जाएगा। इससे पहले आकाशवाणी बुधवार को एक विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है, जिसके तहत भारत में होने वाले बदलावों पर इस कार्यक्रम के प्रभाव को लेकर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है ‘मन की बात’
‘मन की बात’ कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित होता है। इस कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी देशवासियों से संवाद करते हैं। ‘मन की बात’ कार्यक्रम की शुरुआत तीन अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के दिन हुई थी। पिछली बार 26 फरवरी को कार्यक्रम के 98वें एपिसोड को पीएम मोदी ने संबोधित किया था। कार्यक्रम का प्रसारम ऑल इंडिया रेडिया पर किया जाता है।