रानीताल चौक पर बो स्टिंग ब्रिज निर्माण की वजह से राहगीरों को परेशानी हो रही है।
डिजिटल भारत l रानीताल चौक पर बो स्टिंग ब्रिज निर्माण की वजह से राहगीरों को परेशानी हो रही है। सड़क पर स्टील ब्रिड के बड़े-बड़े गर्डर लाकर रख दिए गए हैं जिस वजह से सड़क बंद हो गई है। आगाचौक से आने वाले लोगों को लिए पहले से ही यह मार्ग दिक्कत भरा था ऐसे में गार्टर की वजह से उन्हें घूमकर जाना पड़ रहा है। सड़क पर इस वजह से लंबा जाम लग रहा है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दो-तीन दिन में गर्डर को ऊपर शिफ्ट कर दिया जाएगा।
ज्ञात हो कि रानीताल पर फ्लाईओवर को जोड़ने के लिए बो स्टिंग ब्रिज बनाया जा रहा है। ब्रिज का अाधे से ज्यादा काम हो चुका है। यह ब्रिज पूरी तरह से स्टील से बना हुआ है।
दमोहनाका से मदन महल के बीच रानीताल पर बो-स्टिंग ब्रिज निर्माण आधा हो चुका है। करीब एक माह में यह ब्रिज पूरा बनकर तैयार हेा जाएगा। सात किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर में दो बो-स्टिंग ब्रिज बनना है। पहला रानीताल में तथा दूसरा बल्देवबाग में ब्रिज बनाया जाएगा। ये दोनों ही ब्रिज पूरी तरह से स्टील बन रहे हैं। रानीताल में बन रही बो-स्टिंग ब्रिज का आधा काम हो चुका है। यह ब्रिज 70 टन वजन को झेलने की क्षमता रखेगा।
इंजीनियरों का दावा है कि जबलपुर में आने वाले सामान्य भूकंप के झटकों को फ्लाईओवर पूरी तरह से झेलने की ताकत रखता है। इससे किसी तरह का ब्रिज का नुकसान नहीं होगा। रानीताल चौक पर 70- 70 मीटर लंबे दो बो स्टिंग ब्रिज बनाए जाने हैं। इसके अलावा बल्देवाग में एक 70 मीटर लंबा बो-स्टिंग ब्रिज बनाया जाएगा।