1 0
Read Time:3 Minute, 46 Second

डिजिटल भारत: कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब का नया CM कौन होगा? अंबिका सोनी ने CM बनने की ऑफर ठुकरा दी। उन्होंने पार्टी को यह भी सुझाव दिया कि पंजाब में सिख चेहरा ही CM होना चाहिए। सोनी ने पार्टी को चेतावनी भी दी कि ऐसा न हुआ तो पंजाब में कांग्रेस बिखर सकती है। सोनी के इन्कार के बाद अब रेस में नवजोत सिद्धू, उनके करीबी सुखजिंदर रंधावा और सुनील जाखड़ चल रहे हैं। इनमें भी रंधावा अब आगे दिखाई दे रहे हैं।

वहीं, मौजूदा हालात देखते हुए कांग्रेस हाईकमान के ऑब्जर्वर अजय माकन, हरीश चौधरी और पंजाब इंचार्ज हरीश रावत नए सिरे से विधायकों काे फोन कर फीडबैक ले रहे हैं। उनसे पूछा जा रहा है कि वो किसे मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं?।

इसी बीच कांग्रेसी विधायक परमिंदर पिंकी ने कहा कि पंजाब सिख स्टेट है। इसलिए यहां किसी सिख चेहरे को ही CM बनाया जाना चाहिए। इस पूरे प्रकरण के बाद अब सुखजिंदर सिंह रंधावा के घर विधायक इकट्‌ठा होने लगे हैं।

हालांकि सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि उन्हें CM पद की लालसा नहीं है। रंधावा ने कहा कि CM चेहरा चुनने का अधिकार हाईकमान को दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आने वाले 2-3 घंटे में नए चेहरे की घोषणा हो जाएगी। इसके अलावा नवजोत सिद्धू और संगठन महासचिव परगट सिंह भी होटल में ऑब्जर्वर और पंजाब प्रभारी से बैठक कर रहे हैं

सिख और हिंदू चेहरे के चक्कर में फंसी कांग्रेस के भीतर अब एक CM और दो डिप्टी सीएम फॉर्मूले पर विचार हो रहा है। अगर किसी हिंदू चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक जट सिख और एक दलित को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। अगर सिख चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक हिंदू और एक दलित नेता को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। इस फॉर्मूले के जरिए कांग्रेस विरोधियों व खासकर अकाली दल के एक हिंदू और एक दलित को डिप्टी सीएम बनाने के चुनावी वादे का भी तोड़ निकाल सकती है। हालांकि अंतिम मुहर विधायक दल की बैठक में ही लगेगी।

55 साल बाद पंजाब में हिंदू CM ,जाखड़ के नाम पर मुहर लगी तो

वहीं, अगर जाखड़ के नाम पर मुहर लगी तो 55 साल बाद पंजाब को पहला हिंदू CM मिलेगा। पूरे हालात को देखते हुए पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक को टाल दिया गया था। अब कांग्रेस हाईकमान सीधे ही CM चेहरे की घोषणा करेगा। पंजाब कांग्रेस के संगठन महासचिव और सिद्धू के करीबी विधायक परगट सिंह ने कहा कि विधायक दल ने नए नेता को चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को दे दिया है। अब फैसला वहीं से होगा।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
इस खबर को साझा करें