राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के तहत स्नातकोत्तर (पीजी) की परीक्षा शनिवार को कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए देश के 270 शहरों में 679 केंद्रों पर आयोजित हुई, जिसमें 1.6 लाख प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कोविड-19 के मद्देनजर परीक्षा की तिथि दो बार बदली गयी। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक ट्वीट में दावा किया कि कुछ छात्रों ने उनसे अंतिम समय में परीक्षा केंद्र बदलने की शिकायत की है जिससे उन्हें असुविधा हुई है।इस बारे में पूछे जाने पर राष्ट्रीय चिकित्सा विज्ञान परीक्षा बोर्ड (एनबीईएमएस) के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर पवनिंद्र लाल ने बताया कि सुरक्षा मुद्दों के कारण सोनीपत और पानीपत में दो-दो केंद्रों को क्रमशः आठ और नौ सितंबर को बदल दिया गया था और उम्मीदवारों का नया केंद्र दिल्ली में स्थानांतरित कर दिया गया था। परीक्षा केंद्र में बदलाव के बारे में एक ट्वीट के स्क्रीनशॉट को टैग करते हुए थरूर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर लिखा, ‘‘नीट-पीजी, 2021 के सौ से अधिक प्रतिभागियों ने मुझे लिखा है क्योंकि सरकार जवाब नहीं देती है।’’उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘परीक्षा कल है और वे संकट में हैं। नई मुश्किल: कई छात्रों को केंद्र परिवर्तन के बारे में अंतिम समय में (परीक्षा से एक दिन पहले) सूचित किया गया, कई छात्रों को प्रवेश पत्र नहीं मिला है।’’ हालांकि, प्रोफेसर लाल ने कहा, ‘‘प्रत्येक प्रतिभागी को व्यक्तिगत रूप से फोन कर, ईमेल और एसएमएस कर सूचित किया गया और हर तरह की सावधानी बरती गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे नए केंद्रों पर पहुंचने के लिए नए प्रवेश पत्र को डाउनलोड और प्रिंट कर सकें और समय पर परीक्षा स्थल तक पहुंच पाएं।’’ शुरू में नीट-पीजी की परीक्षा 10 जनवरी को आयोजित होने वाली थी, लेकिन कोविड-19 स्थिति के कारण इसके लिए 18 अप्रैल का समय र्निर्धारित किया गया था।उन्होंने बताया कि शनिवार को नीट-पीजी के लिए 1,66,259 प्रतिभागी उपस्थित हुए और परीक्षा के सुरक्षित संचालन के लिए सभी को फेस शील्ड, मास्क और हैंड सैनिटाइजर सहित बचाव की सामग्री प्रदान की गई। परीक्षा के दिन दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भारी बारिश हुई, जिससे शहर के कई हिस्सों में जलजमाव और यातायात जाम हो गया। नीट-स्नातक, 2021 के लिए परीक्षा 12 सितंबर को आयोजित की जाएगी।
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