0 0
Read Time:4 Minute, 20 Second

उत्तरप्रदेश महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए यूपी सरकार को प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव ने कहा है कि महिलाओं के कपड़े का माप पुरुष टेलर नहीं ले सकता है। जिम और योगा सेंटर में भी महिला ट्रेनर होने चाहिए।
आयोग ने सरकार को भेजे गए प्रस्ताव में कहा है कि पुरुष टेलर महिलाओं के कपड़े का माप नहीं ले सकता है। जिम और योगा सेंटर में भी महिला ट्रेनर होने चाहिए। निगरानी के लिए CCTV लगने चाहिए। स्कूल बस में महिला सुरक्षाकर्मी अथवा महिला टीचर होना चाहिए।

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए दिशानिर्देश प्रस्तावित किए हैं। इनमें पुरुषों द्वारा महिलाओं का माप लेने पर रोक, जिम और योग कक्षाओं में महिला प्रशिक्षकों की नियुक्ति और स्कूल बसों में महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती शामिल है। आयोग का लक्ष्य सार्वजनिक और व्यावसायिक स्थानों पर महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण बनाना है।
सचिन शर्मा, शामली: उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग ने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कड़े उपाय प्रस्तावित किए हैं। इनके अनुसार, पुरुष दर्जी अब महिलाओं का माप नहीं ले सकते हैं और कोई भी पुरुष महिलाओं को जिम या योग सत्रों के दौरान ट्रेनिंग नहीं दे सकता है। सार्वजनिक और वाणिज्यिक स्थानों में महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के उद्देश्य से प्रस्तावित सुरक्षा दिशानिर्देशों में, आयोग ने स्कूल बसों में महिला सुरक्षा कर्मियों और महिलाओं के कपड़ों की दुकानों में महिला कर्मचारियों की उपस्थिति की भी सिफारिश की है। इन सुझावों पर 28 अक्टूबर को लखनऊ में एक बैठक में चर्चा की गई, जहां आयोग के सदस्यों ने महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को हल करने के लिए विभिन्न उपायों पर विचार किया। आयोग की सदस्य मनीषा अहलावत ने गुरुवार को हमारे सहयोगी टीओआई को बताया, ‘चर्चाएं शुरुआती दौर में हैं। इन प्रस्तावों की व्यवहार्यता का निर्णय अभी बाकी है। एक बार अनुमोदन हो जाने के बाद, इन प्रस्तावों को सरकार को जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन के लिए नीति तैयार करने के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।’
महिलाओं के लिए विशेष कपड़े बेचने वाले स्टोरों में भी महिला कर्मचारियों को रखा जाए।

महिला आयोग के प्रस्ताव के पॉइंट
कोचिंग सेंटरों में CCTV से निगरानी की जाए।
महिलाओं के लिए शौचालय की उचित सुविधा करवाई जाए।
जनपद की सभी शिक्षण संस्थाओं का सत्यापन होना चाहिए।
स्कूल बस में भी महिला सुरक्षाकर्मी या महिला टीचर का होना जरूरी है।
नाट्य कला केंद्रों में महिला डांस टीचर की नियुक्ति की जाए। CCTV की व्यवस्था की जाए।
लखनऊ में हुई थी बैठक
बता दें कि लखनऊ में 28 अक्टूबर को महिला आयोग की बैठक हुई थी। आयोग के सदस्यों के बीच हुए मंथन के बाद महिला सुरक्षा को लेकर कई अहम फैसले लिए गए थे। अब आयोग ने सरकार के सामने प्रस्ताव रखा है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
इस खबर को साझा करें