आयोजन में डेढ़ सौ से अधिक प्रतिभागियों ने प्रकृति के बीच रहकर प्राकृतिक सौन्दर्य को समझा एवं उसका आनंद लियाl
डिजिटल भारत l डुमना नेचर पार्क में जबलपुर कैंपिंग फेस्टिवल का प्रथम संस्करण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। मध्य प्रदेश के किसी भी नगर निगम व नगरीय क्षेत्र में होने वाला यह अपने प्रकार का पहला कैंपिंग फेस्टिवल है। मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड के रिस्पांसिबल टूरिज्म मिशन एवं सेफ टूरिज्म डेस्टिनेशन फॉर विमेन के तत्वावधान में एवं नगर निगम जबलपुर, एसआईएचएम जबलपुर, नगरीय प्रशासन-जे ए टी सी सी, जबलपुर के सहयोग से पिंकपल्प फाउंडेशन संस्था द्वारा आयोजित किया गया। आयोजन में लगभग डेढ़ सौ प्रतिभागियों ने प्रकृति के बीच में रहकर प्राकृतिक सौंदर्य को समझने एवं महसूस करने का आनंद लिया।
गौरतलब है कि डुमना नेचर पार्क को एशिया के दूसरे सबसे बड़े नगरीय वन क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त है। डुमना नेचर पार्क में 300 से अधिक प्रजातियों के पक्षी, 2 हजार से अधिक चीतल, अनेक प्रकार के वृक्ष व पौधे एवं 11 तेंदुए प्राकृतिक रुप से मौजूद हैं। प्रकृति की इस संपदा को संरक्षित करने हेतु एवं प्रकृति के बारे में शिक्षा प्रदान करने हेतु जबलपुर के नागरिकों एवं अन्य पर्यटक को हेतु जबलपुर कैंपिंग फेस्टिवल का आयोजन किया गया। प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से आए लोगों ने इसमें भाग लिया।
जबलपुर कैंपिंग फेस्टिवल का उद्घाटनl
मैनेजर के एल पटेल, एसआईएचएम के प्रिंसिपल द दविंदर सोधी, पूर्व नगर निगम कमिश्नर वेद प्रकाश शर्मा व आयोजन संस्था पिंकपल्प फाउंडेशन से रुद्राक्ष पाठक मौजूद थे। जेएटीसीसी से हेमंत सिंह का खास योगदान रहा।
कैंप में हुई गतिविधियांl
कैंप में अनेक गतिविधियों का आगंतुकों ने आनंद लिया। सीनियर माउंटेनियर संजय यादव द्वारा कैंपिंग टेंट सेटअप कराना सिखाया गया। इसके उपरांत सभी अपने-अपने कैंप के इर्द-गिर्द बोनफायर के पास बैठकर परिवार एवं मित्रों के साथ सुखद समय व्यतीत करने लगे। कैंपिंग में खास आकर्षण का केंद्र बना रहा एस्ट्रो-टूरिज्म हेतु लाया गया टेलिस्कोप। इस टेलीस्कोप से न केवल विभिन्न सितारों व ग्रहों को दिखाया गया बल्कि एस्ट्रोनॉमी व तारों के बारे में आकर्षक जानकारियां लाइव सेशन द्वारा दी गई। बच्चों और बड़ों ने उत्साहपूर्वक इसमें भाग लिया। जबलपुर क्षेत्र में एस्ट्रो-टूरिज्म की एक सफल शुरुआत हुई। प्रातः 6ः00 बजे सभी प्रतिभागियों को नेचर वॉक पर ले जाया गया जिसमें डुमना के वन्यजीवों पक्षियों एवं पेड़ पौधों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई व दूरबीन से पक्षियों व वन्यजीवों का अवलोकन भी कराया गया। एसआईएचएम जबलपुर के सौजन्य से सभी प्रतिभागियों को स्वादिष्ट भोजन की सुविधा मिली। मुंबई की प्रख्यात होटल ओबेरॉय से आए हुए शेफ्स ने खास तौर पर भोजन बनाकर प्रतिभागियों को उपलब्ध करायाl