नवागत पुलिस अधीक्षक जबलपुर, संपत उपाध्याय (भा.पु.से.) ने 25-10-2024 को पदभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना, अपराध पर नियंत्रण एवं अपराधियों पर लगाम लगाना प्राथमिकता होगी।
जिले की कानून व्यवस्था की कमान संभालेंगे। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर संपत उपाध्याय, जो उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के रहने वाले हैं, अपनी दृढ़ कार्यशैली और अपराध नियंत्रण में सख्त रवैये के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 2013 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी और इसके बाद विभिन्न महत्त्वपूर्ण पदों पर रहते हुए भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में कानून व्यवस्था में सुधार किया है।
युवा और विद्वान आईपीएस अधिकारी संपत उपाध्याय को अब जबलपुर जिले की कानून व्यवस्था का दायित्व सौंपा गया है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में परास्नातक संपत उपाध्याय, जिनका संबंध उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से है, ने 2013 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईपीएस का पद प्राप्त किया। गंगा किनारे बिताए बचपन और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की शिक्षा ने उन्हें समाज और कानून के प्रति एक विशिष्ट दृष्टिकोण प्रदान किया है।
संपत उपाध्याय की कार्यशैली ने उन्हें मध्य प्रदेश में एक प्रभावशाली अधिकारी के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने भोपाल में एसपी (दक्षिण) और इंदौर में डीसीपी के रूप में कार्य किया, जहाँ उनकी कर्तव्यनिष्ठा और कार्यकुशलता को सराहा गया। उनके पहले जिले श्योपुर और बाद में देवास में उनकी कार्यक्षमता ने उन्हें एक कुशल प्रशासक के रूप में साबित किया। अब जबलपुर जैसे बड़े जिले में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने के लिए संपत उपाध्याय का चयन उनकी योग्यता और सख्त अनुशासन के कारण किया गया है। जनता और पुलिस बल को उनसे कानून व्यवस्था में सुधार और अपराध नियंत्रण की दिशा में बड़े कदमों की उम्मीद है।
संपत उपाध्याय का कार्यकाल जबलपुर के लिए चुनौतीपूर्ण होगा । उपाध्याय जनता के बीच लोकप्रिय रहे हैं, और उनका मानना है कि पुलिस को लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए। अपने अधीनस्थों को भी वे जनता के साथ अच्छा व्यवहार रखने और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता देने की शिक्षा देते हैं। जबलपुर में उनकी नियुक्ति से कानून व्यवस्था में और भी सुधार की अपेक्षा की जा रही है।