0 0
Read Time:2 Minute, 48 Second

डिजिटल भारत I गंगा उर्फ कल्लू का रामलीला के दौरान रावण का तीर लगते ही मौत हो गई थी. तभी से यहां दशहरे के दिन रावण के पुतले का दहन नहीं किया जाता  लंकेश नाम की दुकान, रावण की मूर्ति, ये सब देखकर सहज ही यह भान होने लगता है कि क्या हम लंका में हैं. ये तस्वीर भी भारत की है. भारत में उत्तर प्रदेश पीलीभीत जिले के बीसलपुर की रामलीला को एक ऐतिहासिक घटना ने रावण वध को विशेष बना दिया. यहां रावण वध से एक नहीं तीन-तीन रावण पात्रों की मौत हो चुकी है जिसमें एक की मौत तो रावण वध के समय राम का तीर लगते ही हो गई. पीलीभीत के बीसलपुर की रामलीला में जब राम के तीर से रावण की मौत हुई,  बीसलपुर की इस रामलीला की एक खास बात ये भी है कि आज तक एक ही परिवार के लोग रावण का पात्र निभाते आ रहे हैं.

लीला मंचन के दौरान मैदान में रावण का अभिनय  जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) भी मौके पर मौजूद थे. लीला मंचन के दौरान मैदान में रावण का अभिनय करने वाले गंगा उर्फ कल्लू मल,अक्षय कुमार और गणेश कुमार की मृत्यु हो गई है. मौके पर मौजूद लोग इस घटना के के गवाह बने. बीसलपुर के रहने वाले गंगा उर्फ कल्लू ने साल 1963 में पहली बार रावण की भूमिका निभाई थी. गंगा उर्फ कल्लू का रामलीला के दौरान रावण के वध के समय राम का तीर लगते ही मौत हो गई थी. तभी से यहां दशहरे के दिन रावण के पुतले का दहन नहीं किया जाता. इस बार आने वाली 20 तारीख को रावण दहन होगा. यहां रामलीला मैदान में रावण की मूर्ति लगी है. जब रावण बने कल्लू की मौत हुई उसके बाद मैदान में उनकी मूर्ति लगा दी गई. कल्लू रावण का इतना भक्त था कि जब कोई उससे राम-राम कहता तब वे जय भोले कह कर आगे बढ़ जाते. आज बीसलपुर में इनके घर में सभी लोगों के नाम के आगे रावण लगता है. इतना ही नहीं, बीसलपुर में लंकेश के नाम से एक आभूषण की दुकान भी है.

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
इस खबर को साझा करें